धर्म ज्ञान : जय श्री राम
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सत्य पंथ का करी प्रचारा॥
देश धर्म का करि विस्तारा ||
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ॐ श्रीवीरहनुमते स्फ्रूं ह्रूं फट् स्वाहा।
ॐ श्रीवीरहनुमते ह्रौं ह्रूं फट् स्वाहा।
ॐ श्रीवीरहनुमते स्फ्रूं फट् स्वाहा।
ॐ ह्रां श्रीवीरहनुमते ह्रौं हूं फट् स्वाहा।
ॐ श्रीवीरहनुमते ह्रैं हुं फट् स्वाहा।
ॐ ह्रां पूर्वमुखे वानरमुखहनुमते लं
सकल शत्रु संहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ आग्नेयमुखे मत्स्यमुखहनुमते रं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ दक्षिणमुखे कूर्ममुखहनुमते मं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ नैऋर्तिमुखे वराहमुखहनुमते क्षं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ पश्चिममुखे नारसिंहमुखहनुमते वं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ वायव्यमुखे गरुडमुखहनुमते यं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ उत्तरमुखे शरभमुखहनुमते सं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ ईशानमुखे वृषभमुखहनुमते हूं आं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ ऊर्ध्वमुखे ज्वालामुखहनुमते आं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ अधोमुखे मार्जारमुखहनुमते ह्रीं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ सर्वत्र जगन्मुखे हनुमते स्फ्रूं
सकलशत्रुसकलशत्रुसंहारकाय हुं फट् स्वाहा।
ॐ श्रीसीतारामपादुकाधराय महावीराय वायुपुत्राय कनिष्ठाय ब्रह्मनिष्ठाय एकादशरुद्रमूर्तये महाबलपराक्रमाय भानुमण्डलग्रसनग्रहाय चतुर्मुखवरप्रसादाय
महाभयरक्षकाय यं हौं।
ॐ हस्फें हस्फें हस्फें श्रीवीरहनुमते नमः एकादशवीरहनुमन् मां रक्ष रक्ष शान्तिं कुरु कुरु तुष्टिं कुरु करु पुष्टिं कुरु कुरु महारोग्यं कुरु कुरु अभयं कुरु कुरु अविघ्नं कुरु कुरु महाविजयं कुरु कुरु सौभाग्यं कुरु कुरु सर्वत्र विजयं कुरु कुरु महालक्ष्मीं देहि हुं फट् स्वाहा॥
फलश्रुति

इत्येतत्कवचं दिव्यं शिवेन परिकीर्तितम्।
यः पठेत्प्रयतो भूत्वा सर्वान्कामानवाप्नुयात्॥
द्विकालमेककालं वा त्रिवारं यः पठेन्नरः।
रोगान् पुनः क्षणात् जित्वा स पुमान् लभते श्रियम्॥
मध्याह्ने च जले स्थित्वा चतुर्वारं पठेद्यदि।
क्षयापस्मारकुष्ठादितापत्रय निवारणम्॥
यः पठेत्कवचं दिव्यं हनुमद्ध्यानतत्परः।
त्रिःसकृद्वा यथाज्ञानं सोऽपि पुण्यवतां वरः॥
देवमभ्यर्च्य विधिवत्पुरश्चर्यां समारभेत्।
एकादशशतं जाप्यं दशांशहवनादिकम्॥
यः करोति नरो भक्त्या कवचस्य समादरम्।
ततः सिद्धिर्भवेत्तस्य परिचर्याविधानतः॥
गद्यपद्यमया वाणी तस्य वक्त्रे प्रजायते।
ब्रह्महत्यादिपापेभ्यो मुच्यते नात्र संशयः॥
जय श्रीराम
साभार....
#भारत का वक़्त बोल रहा है...
#मोदी का वक्त बोल रहा है...

कई बार कोई राष्ट्र वैभव पा रहा होता है व राष्ट्र का नेतृत्व उन्नति कर रहा होता है तब जलने वाले कहते है उसका वक़्त बोल रहा है।मोदी जी का भी वक्त बोल रहा है।

मोदी ने अत्याधुनिक उन्नत हथियार,डिफेन्स सिस्टम फाइटर जेट इत्यादि खरीद कर भारत की सेना को मजबूत किया।पेट्रोल डीज़ल,आलू प्याज,टैक्स GST से मिले धन को भारत को मजबूत करने में खर्च जरूर किया। स्ट्रेटेजिक ऑयल रिजर्व बनाए।बॉर्डर पर अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाए।भारत को आंशिक ही सही सैन्य आत्मनिर्भर भारत बनाया तो बनाया ही।

और जनाब वक़्त ऐसे ही नही बोलता उसके लिए अच्छी समझ रखनी पड़ती है।#राष्ट्रभूमि और #जनमानस के लिए अच्छी नीयत रखनी पड़ती है।राष्ट्र के लिए अच्छी नीतियां बनानी पड़ती है। राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा को भारतीय नेतृत्व की नीतियां और तैयारी निश्चित ही काबिलेतारिफ है।

लोकतंत्र में जन अदालत में नेतृत्व की नेकी जन समर्पण और जन संतुष्टि की अर्जी लगानी पड़ती है,मेहनत और कोशिशों की पूजा अर्पित करनी पड़ती है।तीसरी बार की परीक्षा में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन इस अडिग नेतृत्व ने खुद की उपयोगिता राष्ट्र के जनमानस को सिद्ध किया।

जनता के समक्ष ईमानदारी और विनम्रता की एप्लिकेशन लगानी पड़ती है,वो हुआ तो आज विषम परिस्थिति में राष्ट्र का जन जन तन मन धन के साथ अपनी सरकार के पीछे खड़ा है।

दुनिया की नजर मे कोई व्यक्ति कैसा है इस बात से कोई फर्क नही पड़ता।जन अदालत में सामान्य जन की नजर मे अच्छा बनने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है।वक़्त ऐसे ही नही बोलता बुलवाना पड़ता है।मोदी ने आज वो कर दिखाया जिससे उनका वक्त बोलता दिख रहा।

ये बाते हर व्यक्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है।इसलिए सदैव अच्छे कर्म कीजिए क्यों कि सबके अच्छे कर्म धरा और धर्म को भी सिंचित करते हैं।मोदी जी की तरह खुद मे हुनर पैदा कीजिए आपका भी वक़्त शोर मचायेगा।राम राम रहेगी सभी को!
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : रविवार
दिनांक: 11 मई 2025
सूर्योदय : 5:39 प्रात:
सूर्यास्त : 6:59 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : चतुर्दशी 8:01 रात्रि तक फिर पूर्णिमा
नक्षत्र : स्वाति
योग : व्यतिपात
राहुकाल : 5:03 - 6:40 सांय तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
 मई 11, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय  हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
यस्तु संचरते देशान् यस्तु सेवेत पण्डितान् ।
तस्य विस्तारिता बुद्धिस्तैलबिन्दुरिवाम्भसि ॥
भिन्न देशों में यात्रा करने वाले और विद्वानों के साथ संबंध रखने वाले व्यक्ति की बुद्धि उसी तरह बढ़ती है, जैसे तेल की एक बूंद पानी में फैलती हैं।
जय श्री सूर्यदेव
जय श्री राम
मातृदिवस
"माँ"
वो अमोघ मंत्र है
जिसके उच्चारण मात्र से ही हर पीड़ा का नाश हो जाता है।
"माँ" की ममता
और उसके आँचल की महिमा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है।
उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
9 महीने तक
गर्भ में रखना
प्रसव पीड़ा झेलना
स्तनपान करवाना
रात रात भर बच्चे के लिए जागना
खुद गीले में रहकर बच्चे को सूखे में रखना
मीठी मीठी लोरियां सुनाना
ममता के आंचल में छुपाए रखना
तोतली जुबान में संवाद व अठखेलियां करना
पुलकित हो उठना
ऊंगली पकड़कर चलना सिखाना
प्यार से डांटना फटकारना रूठना मनाना
दूध दही मक्खन का लाड़ लड़ाकर खिलाना पिलाना
बच्चे के लिए अच्छे अच्छे सपने बुनना
बच्चे की रक्षा के लिए बड़ी से बड़ी चुनौती का डटकर सामना करना और बड़े होने पर भी वही मासूमियत और कोमलता भरा व्यवहार
ये सब ही तो हर "माँ" की मूल पहचान है।
इस सृष्टि के हर जीव और जन्तु की "माँ" की यही मूल पहचान है।
मातृदिवस की बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं
मां के चरणों में प्रणाम
कुछ लोग घर मे पलंग पे पड़े पड़े उन योद्धाओं को युद्ध करना सीखा रहे है।जो 4 दिन में पाकिस्तान में घुसकर ऑपरेशन सिंदूर भी कर आए और तीन दिन में पूरे पाकिस्तान के एयरबेस तक उड़ा आए।
पलंग पर पड़े पड़े पहलवानी करने वाले पहलवानों जितना भारत के पास जितना मजबूत ओर समझदार नेतृत्व आज है उतना कभी नही रहा।
पलंग पर पड़े पड़े बातों के बम से युद्ध नही होते युद्ध अपने तरीके से होते है और जो युद्ध मे होते है उन्हें पता होता है युद्ध कैसे करना है ,हमारा काम नेतृत्व की नीयत को देखना है उसकी नियत साफ और स्पष्ट भारत की रक्षा की है तो हमे बिना किंतु परन्तु के उसके हर निर्णय पर उसके साथ चट्टान की तरह खड़ा रहना होता है।

70 साल से आतंकी हमले झेलते आया भारत पहले हर हमले के बाद सिर्फ कड़ी निंदा करता ताज का भारत आतंकी हमला होते ही ऑपरेशन सिंदूर करता है और आते ही युद्ध भी छेड़ देता है।

ओर मार कूट कर सत्रु को समझोते के लिए भी मजबूर कर देता है
अपने नेतृत्व पर भरोसा रखो।
युद्ध जारी है और युद्ध लंबा चलेगा
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : सोमवार
दिनांक: 12 मई 2025
सूर्योदय : 5:39 प्रात:
सूर्यास्त : 6:59 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : पूर्णिमा 10:24 रात्रि तक फिर प्रतिपदा
नक्षत्र : स्वाति 6:10 प्रातः तक फिर विशाखा
योग : वरियान
राहुकाल : 7:17 - 8:55 प्रातः तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 12, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय  हो। बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
शतहस्त समाहर सहस्रहस्त संकिर ।
सौ हाथ से कमाओ और हजार से दान करो।
जय श्री शिवशंकर
जय श्री राम
नमो नेदिष्ठाय प्रियदव दविष्ठाय च नमः।
नमः क्षोदिष्ठाय स्मरहर महिष्ठाय च नमः।।
नमो वर्षिष्ठाय त्रिनयन यविष्ठाय च नमः।
नमः सर्वस्मै ते तदिदमतिसर्वाय च नमः।।
आप सब से दूर हैं फिर भी सब के पास है। हे कामदेव को भस्म करनेवाले प्रभु ! आप अति सूक्ष्म है फिर भी विराट है। हे तीन नेत्रोंवाले प्रभु! आप वृद्ध है और युवा भी है। आप सब में है फिर भी सब से परे है। आपको मेरा प्रणाम है।
ॐ श्री उमामहेश्वराभ्यां नमः
जयतु भारत राष्ट्रम्
सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु
सादर अभिनन्दम्
प्रभात मङ्गलम्
आज 12 मई को वैशाख शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि और सोमवार है पूर्णिमा रात 10:26 तक रहेगी आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 5:53 तक वरीयान योग रहेगा साथ ही कल सुबह 9:09 तक विशाखा नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज वैशाखी पूर्णिमा है पूर्णिमा के दिन देवी-देवताओं की पूजा के साथ ही दान-पुण्य करना भी बेहद शुभ माना जाता है।
🌳🐍🙏🙏🐍🌳
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : मंगलवार
दिनांक: 13 मई 2025
सूर्योदय : 5:39 प्रात:
सूर्यास्त : 5:41 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : प्रतिपदा 12:35 रात्रि तक फिर द्वितीया
नक्षत्र : विशाखा 9:02 प्रातः तक फिर अनुराधा
योग : वरियान 5:45 प्रातः तक फिर परिध
राहुकाल : 3:25 - 5:03 सांय तक
विशेष : प्रथम बड़ा मंगल
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 13, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय  हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः ।
चित्त की वृत्तियों के निरोध का नाम योग है ।
जय श्री बजरंगबली
जय श्री राम
भुजङ्गप्रयातस्फुरद्भक्तिगीतं भुजङ्गप्रयातप्रगीतिप्रमोदम्।
भुजङ्गावतारानुजप्रेष्ठभक्तं भजे मारुतिं तं सभक्तं सुभद्रम्॥
सुभद्रं वरानन्दरामानुरागं सुभद्रं स्वरानन्दनामाभिगेयम्।
सुभद्रं वरारामरामोपसेवं सुभद्रं हनूमन्तधीरं भजेहम्॥
श्रीसीतारामभक्ताय रामनामरताय च।
नामगानाभिलोलाय आञ्जनेयाय मङ्गलम्॥
ॐ श्री सीतारामाभ्यां नमः
ॐ श्री पवनतनये नमः
जयतु भारत राष्ट्रम्
सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु
सादर अभिनन्दम्
प्रभात मङ्गलम्
आज 13 मई को ज्येष्ठ कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि और मंगलवार है प्रतिपदा रात 12:36 तक रहेगी 13 मई को पूरा दिन पूरी रात पार कर बुधवार सुबह 6:34तक परिघ योग रहेगा साथ ही सुबह 9:09 तक विशाखा नक्षत्र रहेगा उसके बाद अनुराधा नक्षत्र लग जाएगा इसके अलावा 13 मई से ज्येष्ठ महीने का आरंभ होगा व पहला बड़ा मंगल है।
🌺🌼🙏🙏🌼🌺
सनातन धर्म का
वट वृक्ष "वेद" तो तना है "पुराण"
फूलपत्तियों
और फलों से लदी हुई
बहुत सी टहनियों वाला
हिन्दू धर्म का वटवृक्ष वेदों की गहराई तक फैली जड़ों पर टिका हुआ है।
पर उसका तना क्या है?
उसका तना है पुराण।
अगर हिन्दू धर्म को
एक बहुमंजिला भव्य इमारत कहा जाए तो "वेद" उसकी नींव कहा जाएगा और "पुराण" उसके खम्भे जिसपर उसकी छतें टिकी हुई हैं।
आज संसार में जितना भी हिन्दू धर्म बचा हुआ है सब पुराणों पर अवलम्बित है।
पुराणों को इसमें से हटा दें
तो सनातन वटवृक्ष औंधे मुंह गिर पड़ेगा और सनातन धर्म का महल जमींदोज हो जाएगा।
जय श्री राम
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : बुधवार
दिनांक: 14 मई 2025
सूर्योदय : 5:34 प्रात:
सूर्यास्त : 7:01 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : द्वितीया 2:29 रात्रि तक फिर तृतीया
नक्षत्र : अनुराधा 11:46 पूर्वाह्न तक फिर ज्येष्ठा
योग : परिध 6:33 प्रातः तक फिर शिव
राहुकाल : 12:17 - 1:58 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 14, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय  हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
अश्वस्य भूषणं वेगो मत्तं स्याद् गजभूषणं ।
चातुर्यम् भूषणं नार्या उद्योगो नरभूषणं ॥
घोडे की शोभा (प्रशंसा ) उसके वेग के कारण होती है और हाथी की उसकी मदमस्त चाल से होती है |
नारियों की शोभा उनकी विभिन्न कार्यों मे दक्षता के कारण और पुरुषों की उनकी उद्द्योगशीलता के
कारण होती है |
जय श्री गणेश
जय श्री राम
ॐ शरान्धनुः पाशासृणी स्वहस्तैर्दधानमारक्तसरोरुहस्थम्।
विवस्त्रपत्न्यां सुरतप्रवृत्तमुच्छिष्टमम्बासुतमाश्रयेऽहम्॥
चतुर्भुजं रक्ततनुं त्रिनेत्रं पाशाङ्कुशौ मोदकपात्रदन्तौ।
करैर्दधानं सरसीरुहस्थमुन्मत्तमुच्छिष्टगणेशमीडे॥
ॐ श्री गणाधिपतये नमः
जयतु भारत राष्ट्रम्
सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु
सादर अभिनन्दम्
प्रभात मङ्गलम्
आज 14 मई को ज्येष्ठ कृष्णपक्ष की द्वितीया तिथि और बुधवार है द्वितीया आज देर रात 2:30तक रहेगी आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 7:02 तक शिवयोग रहेगा साथ ही आज दोपहर पहले 11:47तक अनुराधा नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज रात 12:11 मिनट पर सूर्य वृष राशि में प्रवेश करेंगे।
🌺🐀🙏🙏🐀🌺
सीजफायर हुआ।

मजा नहीं आया।

पर युद्ध क्या मजा देता है? नहीं... भारत मजे के लिए युद्ध नहीं करता।

तो हम निराश क्यों हुए?

केवल इसलिए कि

1. पीओके हमारे साथ नहीं मिलाया गया।
2. बलूचिस्तान अलग देश नहीं बना।
3. KP के रूप में नया देश सामने नहीं आया।

पर हमें लाभ क्या हुए?

1. शिमला समझौते से मुक्ति मिली।
2. सिंधु जल समझौते से मुक्ति मिली।
3. भारत की सैन्य श्रेष्ठता स्थापित हुई।
4. तुर्की और अज़रबैजान जैसे देशों की दोस्ती साफ हुई, इन का उम्मत के लिए प्रेम शायद योजनाकार स्पष्ट रूप से समझें, हमारे देशवासी अगर समझेंगे तो इन देशों के पर्यटन को झटका लगेगा।
5. पापिस्तान के परमाणु शक्ति संपन्न होने के ढ़ोल की पोल खुल गई। काठ की हांडी अब अगली बार नहीं चढ़ेगी।

6.भारत को ब्रह्मोस मिसाइल के कई देशों से हजारों करोड़ के ऑर्डर मिले।

और भी फायदे हुए होंगे जो वक्त के साथ सामने आएंगे।

भारत का क्षमाशील होना कमजोर की क्षमा नहीं, वीर की क्षमा है। संसार अब इस बात को समझ चुका होगा।
मैं हमेशा से कहते आया हूँ की दो पार्टिया ऐसी है जिसके समर्थक सबसे बड़े जाहिल है एक तो समाजवादी पार्टी और एक राष्ट्रीय जानता दल उनको कुछ नहीं पता होता की सरकार कैसे चलती है कैसे नीतिया बनती है कैसे क़ानून बनते है वो सब जाहिल बस जाति आधारित नेता के चेहरे पे वोट दे देते है उसका सबसे बड़ा नमूना ये भी है जिसके हर पोस्ट में जाहिलियत झलकती है इसे लगता है POK छोले भटूरे की प्लेट है जो ऑर्डर किया और आ गया, अबे जाहिल ऐसे कदम उठाने से पहले पूरे विश्व को साथ लाना पड़ता है जिसमे कूटनीति काम आती है जो नरेंद्र मोदी जी कर रहे है।
वैसे इनके इंडी अलायन्स के पार्टनर की जब सरकार थी तब ये जम्मू कश्मीर की बात करते थे आज बीजेपी की सरकार है तो POK पे बात होती है इनको ये अंतर नहीं समझ में आता क्योकि ये जाहिल लोग है इनके नेताओ ने इनका जीवन स्तर उचा उठाने के लिए कुछ किया ही नहीं क्योकि उनको पता है की ये पढ़ लिख गए तो हमे जूते से मार के भगायेंगे
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : गुरुवार
दिनांक: 15 मई 2025
सूर्योदय : 5:38 प्रात:
सूर्यास्त : 7:00 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : तृतीया
नक्षत्र : ज्येष्ठा 1:58 अपराह्न तक फिर मूल
योग : शिव 6:54 प्रातः तक फिर सिद्ध
राहुकाल : 1:48 - 3:26 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
*#नए_cji_इन_सवालों_का_क्या_जबाब_देंगे ???*

सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति को आदेश दिया था कि तीन महीने में विधेयक पर निर्णय करें

अब महामहिम राष्ट्रपति मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट से ये 14 सवाल पूछे हैं-

1. राज्यपाल के समक्ष अगर कोई विधेयक पेश किया जाता है तो संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत उनके पास क्या विकल्प हैं?

2. क्या राज्यपाल इन विकल्पों पर विचार करते समय मंत्रिपरिषद की सलाह से बंधे हैं?

3. क्या अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल द्वारा लिए गए फैसले की न्यायिक समीक्षा हो सकती है?

4. क्या अनुच्छेद 361 राज्यपाल द्वारा अनुच्छेद 200 के तहत लिए गए फैसलों पर न्यायिक समीक्षा को पूरी तरह से रोक सकता है?

5. क्या अदालतें राज्यपाल द्वारा अनुच्छेद 200 के तहत लिए गए फैसलों की समयसीमा तय कर सकती हैं, जबकि संविधान में ऐसी कोई समयसीमा तय नहीं की गई है?

6. क्या अनुच्छेद 201 के तहत राष्ट्रपति द्वारा लिए गए फैसले की समीक्षा हो सकती है?

7. क्या अदालतें अनुच्छेद 201 के तहत राष्ट्रपति द्वारा फैसला लेने की समयसीमा तय कर सकती हैं?

8. अगर राज्यपाल ने विधेयक को फैसले के लिए सुरक्षित रख लिया है तो क्या अनुच्छेद 143 के तहत सुप्रीम कोर्ट को सुप्रीम कोर्ट की सलाह लेनी चाहिए?

9. क्या राज्यपाल और राष्ट्रपति द्वारा क्रमशः अनुच्छेद 200 और 201 के तहत लिए गए फैसलों पर अदालतें लागू होने से पहले सुनवाई कर सकती हैं।

10. क्या सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 142 के द्वारा राष्ट्रपति और राज्यपाल की संवैधानिक शक्तियों में बदलाव कर सकता है?

11. क्या अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल की मंजूरी के बिना राज्य सरकार कानून लागू कर सकती है?

12. क्या सुप्रीम कोर्ट की कोई पीठ अनुच्छेद 145(3) के तहत संविधान की व्याख्या से जुड़े मामलों को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच को भेजने पर फैसला कर सकती है?

13. क्या सुप्रीम कोर्ट ऐसे निर्देश/आदेश दे सकता है जो संविधान या वर्तमान कानूनों मेल न खाता हो?

14. क्या अनुच्छेद 131 के तहत संविधान इसकी इजाजत देता है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच विवाद सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही सुलझा सकता है?