फूल - माला
पलाश का पत्तल १०
पान का पत्ता १००
पेड़ा - १ kg
फल - सेव - अंगूर
नारियल - 7 पीस
सप्तधान्य १००ग्रा
सप्तमृत्तिक २
सर्वौषधि २
पंचरत्न -6
खडी सोपाड़ी ५०० ग्रा
खड़ी हल्दी १ पाव
सतावर १० रू
हल्दी पाउडर १० रू
अष्टगंध चंदन १ डिब्बी
रोली सिन्दूर १० रू
अबीर बुक्का १० रू
रुई १० रू
रक्षा छुट्टा १० रू
तिल का तेल २०० m l
कपूर ५० ग्रा
जनेऊ २ बंडल
कच्चा सूत १ बंडल
गाय का घी ५०० ग्रा
शहद १०० ml
लाल चूड़ी १ दर्जन
पीली सरसों ५ रू
जौ १kg
कालातिल १kg
कमलगट्टा जटामासी इंद्रजौ गुग्गुल १० - १० रुपये का
बिष्णु २ ब्रहमा १ रूद्र १यम १ प्रेत १ मूर्ति
लाल पीला सफेद काला नीला कपड़ा २ -२ मीटर
सेंट स्प्रे वाला १
अगरबत्ती ५० रू
पंचमेवा १ पाव
लवग लाची २० - २० रू
फूल की थाली लोटा कटोरा १ सेट
स्टील की थाली लोटा कटोरा चम्मच बाल्टी १ सेट
पलाश का पत्तल १०
पान का पत्ता १००
पेड़ा - १ kg
फल - सेव - अंगूर
नारियल - 7 पीस
सप्तधान्य १००ग्रा
सप्तमृत्तिक २
सर्वौषधि २
पंचरत्न -6
खडी सोपाड़ी ५०० ग्रा
खड़ी हल्दी १ पाव
सतावर १० रू
हल्दी पाउडर १० रू
अष्टगंध चंदन १ डिब्बी
रोली सिन्दूर १० रू
अबीर बुक्का १० रू
रुई १० रू
रक्षा छुट्टा १० रू
तिल का तेल २०० m l
कपूर ५० ग्रा
जनेऊ २ बंडल
कच्चा सूत १ बंडल
गाय का घी ५०० ग्रा
शहद १०० ml
लाल चूड़ी १ दर्जन
पीली सरसों ५ रू
जौ १kg
कालातिल १kg
कमलगट्टा जटामासी इंद्रजौ गुग्गुल १० - १० रुपये का
बिष्णु २ ब्रहमा १ रूद्र १यम १ प्रेत १ मूर्ति
लाल पीला सफेद काला नीला कपड़ा २ -२ मीटर
सेंट स्प्रे वाला १
अगरबत्ती ५० रू
पंचमेवा १ पाव
लवग लाची २० - २० रू
फूल की थाली लोटा कटोरा १ सेट
स्टील की थाली लोटा कटोरा चम्मच बाल्टी १ सेट
1962 के युद्ध से पहले ही भारत की कम्युनिस्ट लॉबी दिल्ली, कोलकाता, पटना, मद्रास और कोचीन जैसे शहरों में “दिल्ली दूर, पीकिंग नजदीक” जैसे नारे लगाने लगी थी। युद्ध के दौरान इनकी एक लीडरशिप टीम बीजिंग में जाकर बैठ गई थी।
1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान जब सुरक्षा एजेंसियों ने ब्लैकआउट के तहत नागरिकों से रोशनी बंद रखने को कहा, ताकि दुश्मन के विमान आबादी की लोकेशन न जान सकें — तब कुछ शहरों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने छतों पर टॉर्च और लालटेन जलाकर पाकिस्तान एयरफोर्स की सहायता करने की कोशिश की थी। प्रयागराज, इंदौर और मंगलुरु जैसे शहरों से सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
इन जॉम्बीज की पहचान जरूरी है। अपने आस पास देखते रहें, सतर्क रहें।
1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान जब सुरक्षा एजेंसियों ने ब्लैकआउट के तहत नागरिकों से रोशनी बंद रखने को कहा, ताकि दुश्मन के विमान आबादी की लोकेशन न जान सकें — तब कुछ शहरों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने छतों पर टॉर्च और लालटेन जलाकर पाकिस्तान एयरफोर्स की सहायता करने की कोशिश की थी। प्रयागराज, इंदौर और मंगलुरु जैसे शहरों से सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
इन जॉम्बीज की पहचान जरूरी है। अपने आस पास देखते रहें, सतर्क रहें।
ब्रेकिंग न्यूज़.....
ऑपरेशन सिंदूर.....
मैने पहले ही कहा था कि रात को उठ कर हमेशा तीन चार बार मोबाइल चेक करते रहना । पहलगाम घटना के 15 दिन बाद रात्रि 1.44बजे के आस पास भारतीय सेना ने पाक व pok के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उनको तहस नहस कर दिया है । पगलाये हुये पाक ने भी सीमा पर गोलीबारी की ।
इसीलिए आज 7 तारीख को जनता की सुरक्षा के लिये मॉक ड्रिल का आयोजन रखा था । कुछ सुतीये टाइप विशेष बुद्धिमान कहा रहे थे कि यह तमाशा क्यों ?? यह आप लोहा की सुरक्षा के लिये है । हो सकता है पाक भी जबाबी हमला तेज कर दे ।
वंदे मातरम......
ऑपरेशन सिंदूर.....
मैने पहले ही कहा था कि रात को उठ कर हमेशा तीन चार बार मोबाइल चेक करते रहना । पहलगाम घटना के 15 दिन बाद रात्रि 1.44बजे के आस पास भारतीय सेना ने पाक व pok के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उनको तहस नहस कर दिया है । पगलाये हुये पाक ने भी सीमा पर गोलीबारी की ।
इसीलिए आज 7 तारीख को जनता की सुरक्षा के लिये मॉक ड्रिल का आयोजन रखा था । कुछ सुतीये टाइप विशेष बुद्धिमान कहा रहे थे कि यह तमाशा क्यों ?? यह आप लोहा की सुरक्षा के लिये है । हो सकता है पाक भी जबाबी हमला तेज कर दे ।
वंदे मातरम......
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : बुधवार
दिनांक: 07 मई 2025
सूर्योदय : 5:42 प्रात:
सूर्यास्त : 6:38 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : दशमी 10:21 प्रातः तक फिर एकादशी
नक्षत्र : पूर्वा फाल्गुनी 6:15 सांय तक फिर उत्तरा फाल्गुनी
योग : व्याघात 1:01 रात्रि तक फिर हर्षण
राहुकाल : 12:10 - 1:47 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : बुधवार
दिनांक: 07 मई 2025
सूर्योदय : 5:42 प्रात:
सूर्यास्त : 6:38 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : दशमी 10:21 प्रातः तक फिर एकादशी
नक्षत्र : पूर्वा फाल्गुनी 6:15 सांय तक फिर उत्तरा फाल्गुनी
योग : व्याघात 1:01 रात्रि तक फिर हर्षण
राहुकाल : 12:10 - 1:47 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
व मई 7, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
अतितृष्णा न कर्तव्या तृष्णां नैव परित्यजेत् ।
शनैः शनैश्च भोक्तव्यं स्वयं वित्तमुपार्जितम् ॥
अत्यधिक इच्छाएँ नहीं करनी चाहिए पर इच्छाओं का सर्वथा त्याग भी नहीं करना चाहिए ।
अपने कमाये हुए धन का धीरे धीरे उपभोग करना चाहिये ।
जय श्री गणेश
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
अतितृष्णा न कर्तव्या तृष्णां नैव परित्यजेत् ।
शनैः शनैश्च भोक्तव्यं स्वयं वित्तमुपार्जितम् ॥
अत्यधिक इच्छाएँ नहीं करनी चाहिए पर इच्छाओं का सर्वथा त्याग भी नहीं करना चाहिए ।
अपने कमाये हुए धन का धीरे धीरे उपभोग करना चाहिये ।
जय श्री गणेश
जय श्री राम
साभार...
#अंधभक्ति काम आ ही गयी,मोदीजी ने सारा आंकलन सही सिद्ध कर दिया।
लेकिन मिसाइल हमले मे 3 मस्जिदे भी उड़ी है जो आतंकवाद का अड्डा थी,90 आतंकवादियों की खबर है जाहिर है उनके साथ उनकी 5-5 बेगमे और 25-25 नन्हे जेहादी भी मरे होंगे।
पाकिस्तान के अलावा भारत पर #सेक्युलरिज्म की भी मिसाइले चल सकती है,हमारी क्या तैयारी है?
पाकिस्तान अफवाह उड़ा रहा है कि राफेल गिरा दिया जो कि पूरी तरह से फेक है,इसलिए आप सभी सिर्फ भारतीय मीडिया के बड़े चैनल्स पर ही ट्रस्ट करें।अन्य लिंक्स या न्यूज भले ही अच्छी खबर दिखाए लेकिन फिर भी उन्हें सही ना माने।
पहले दुनिया को भरोसे मे लिया कि हम आतंकवादियों पर मिसाइल चलाएंगे,फिर मिसाइल चला दी।अब यदि पाकिस्तान आक्रमण करना चाहे तो कहाँ करेगा?क्योंकि हमारे यहाँ तो आतंकी कैंप है नहीं,यदि सेना पर हमला किया तो ये एक्ट ऑफ़ वार हो जायेगा।
यदि नागरिको पर हमला किया तो जिनेंवा कनेवंशन के खिलाफ हो जाएगा,पाकिस्तानी जिंदगी मे पहली बार ऐसा मंजर देख रहे है कि लाहौर मे मिसाइले घूम रही है,लोग भाग रहे है। आसिम मुनीर पर पूरा दबाव है और मैं चाहता हुँ ये जल्द से जल्द कुछ करे क्योंकि गलती जल्दबाजी मे ही करेगा।
प्रार्थना है कि आसिम मुनीर जल्द कोई गलती करे क्योंकि हमें पता है हमारी सरकार हमारी सेना और हमारा #राष्ट्रवाद हर उत्तर के लिये पूरी तरह से प्रस्तुत है।राम राम रहेगी सभी को!
#अंधभक्ति काम आ ही गयी,मोदीजी ने सारा आंकलन सही सिद्ध कर दिया।
लेकिन मिसाइल हमले मे 3 मस्जिदे भी उड़ी है जो आतंकवाद का अड्डा थी,90 आतंकवादियों की खबर है जाहिर है उनके साथ उनकी 5-5 बेगमे और 25-25 नन्हे जेहादी भी मरे होंगे।
पाकिस्तान के अलावा भारत पर #सेक्युलरिज्म की भी मिसाइले चल सकती है,हमारी क्या तैयारी है?
पाकिस्तान अफवाह उड़ा रहा है कि राफेल गिरा दिया जो कि पूरी तरह से फेक है,इसलिए आप सभी सिर्फ भारतीय मीडिया के बड़े चैनल्स पर ही ट्रस्ट करें।अन्य लिंक्स या न्यूज भले ही अच्छी खबर दिखाए लेकिन फिर भी उन्हें सही ना माने।
पहले दुनिया को भरोसे मे लिया कि हम आतंकवादियों पर मिसाइल चलाएंगे,फिर मिसाइल चला दी।अब यदि पाकिस्तान आक्रमण करना चाहे तो कहाँ करेगा?क्योंकि हमारे यहाँ तो आतंकी कैंप है नहीं,यदि सेना पर हमला किया तो ये एक्ट ऑफ़ वार हो जायेगा।
यदि नागरिको पर हमला किया तो जिनेंवा कनेवंशन के खिलाफ हो जाएगा,पाकिस्तानी जिंदगी मे पहली बार ऐसा मंजर देख रहे है कि लाहौर मे मिसाइले घूम रही है,लोग भाग रहे है। आसिम मुनीर पर पूरा दबाव है और मैं चाहता हुँ ये जल्द से जल्द कुछ करे क्योंकि गलती जल्दबाजी मे ही करेगा।
प्रार्थना है कि आसिम मुनीर जल्द कोई गलती करे क्योंकि हमें पता है हमारी सरकार हमारी सेना और हमारा #राष्ट्रवाद हर उत्तर के लिये पूरी तरह से प्रस्तुत है।राम राम रहेगी सभी को!
साभार...
#पहलगाम हमले की ये तस्वीर आप सबको याद होंगी,ये विनय नरवाल और हिमांशी नरवाल है एक हफ्ते की शादी थी और चूंकि विनय को कलमा पढ़ना नहीं आता था इसलिए सेक्युलरिज्म की गोली उसके सिर मे मार दी गयी।
कलमा का इस्लाम से कोई लेना देना तो है नहीं,ना ही उसको मारते समय बोला गया अल्लाह हुँ अकबर किसी धर्म का प्रतीक है।ये तो विशुद्ध रूप से किसी पंडित या बिशप द्वारा करवाया हमला है मुसलमानो को तो बस बदनाम किया जा रहा है।
दरसल बात ये है कि हिमांशी नरवाल का कहना है कि इस हमले के लिये मुसलमानो या कश्मीरियों को दोष ना दिया जाए।तो मैंने सोचा कि आसमान से फ़रिश्ते तो उतरे नहीं होंगे,मुसलमान दोषी नहीं है तो फिर तो हम हिन्दुओ या ईसाईयों को दोष दे देते है।
वैसे भी ये किसी हिन्दू ने किया होता तो अब तक तो सेक्युलरों की पूरी टोली "आई एम अशेम्ड टू बी हिन्दू" ट्रेंड करा चुकी होती।लेकिन मैं व्यक्तिगत स्तर पर मुसलमानो के ढीढपन की दाद दूंगा,इन्हे शर्म आना तो दूर ये उल्टे डिफेंड कर रहे है।
हिमांशी नरवाल के लिये ये किसी लॉटरी से कम नहीं है,2 करोड़ का सीधा कैश और सरकारी नौकरी वो भी महज एक हफ्ते की शादी मे।उसके लिये तो आतंकवादी किसी देवदूत से कम नहीं,कुछ समय का आतंक था मगर इतना पैसा भी तो मिला।
हिन्दू और मुसलमान के बीच लड़ाई के दो सबसे बड़े कारण यदि कोई है तो वो ये ही है,पहले वो सेक्युलर जो इस्लाम को हर आतंकवाद पर डिफेंड करते है दूसरे वो मुसलमान जो आतंकी हमले के बाद विक्टिम कार्ड खेलते है।
हिमांशी नरवाल का केस भी अलग नहीं है,7 दिन की आशिकी के बाद प्रैक्टिकल मे होने मे उसे 5 दिन नहीं लगे और समझ आ गया कि 2 करोड़ तो विनय कभी कमा के नहीं दे पाता,शादी तो दूसरी हो ही जायेगी।
ऊपर से थोड़ा प्रो मुस्लिम बोलेगी तो सेक्युलरिज्म की वीरांगना भी लगेगी,ये जो हिंदूवादी युद्ध की मांग कर रहे है वे भी ये जान ले कि ये युद्ध का एक मोर्चा ही है।
आतंकवादी लाहौर कराची के रिहायशी इलाको मे रहते है,ज़ब सेना वहाँ बम गिराएगी तो कुछ बच्चे भी मरेंगे, आतंकवादियों ने 7-7 साल के बच्चे को बंदूके पकड़ा रखी है।सैनिक जैसे ही इन्हे शूट करेगा भारत मे सेक्युलर्स "आल आईज ऑन लाहौर" पोस्ट करना शुरू कर देंगे।
ये पाकिस्तान के बाद दूसरा मोर्चा होगा,उनकी बन्दुको के साथ सेना को इनके प्रोपोगंडा से भी लड़ना पड़ेगा। इसलिए युद्ध से पहले अपने मोर्चे भी चेक कर लीजिये,आजकल युद्ध हथियारों से नहीं एजेंडे से भी लड़ा जाता है।
दूसरी बात इन आतंकी हमलों पर रोना बंद कर दीजिये,हिन्दुओ की भीड़ पर आज भी आँख बंद करके गोली चलाओगे तो 10 मे से 8 गोलिया सेक्युलर हिन्दू को ही भेदेगी।बस यही कारण है कि मैंने पहलगाम हमले पर जल्दी पोस्ट नहीं लिखी थी पहले से पता था कोई तो गंध मचायेगा।
विनय नरवाल के माता पिता और बहन के लिये संवेदनाये है लेकिन ये हत्याये सिर्फ तब ही रुकेगी ज़ब आप ये समझें कि ये पाकिस्तानी नहीं इस्लामिक हमला था।पाकिस्तान कोई विचारधारा पर बना राष्ट्र नहीं है वो बस इस्लाम का एक डर्टी प्रोडक्ट है।राम राम रहेगी सभी को!
#पहलगाम हमले की ये तस्वीर आप सबको याद होंगी,ये विनय नरवाल और हिमांशी नरवाल है एक हफ्ते की शादी थी और चूंकि विनय को कलमा पढ़ना नहीं आता था इसलिए सेक्युलरिज्म की गोली उसके सिर मे मार दी गयी।
कलमा का इस्लाम से कोई लेना देना तो है नहीं,ना ही उसको मारते समय बोला गया अल्लाह हुँ अकबर किसी धर्म का प्रतीक है।ये तो विशुद्ध रूप से किसी पंडित या बिशप द्वारा करवाया हमला है मुसलमानो को तो बस बदनाम किया जा रहा है।
दरसल बात ये है कि हिमांशी नरवाल का कहना है कि इस हमले के लिये मुसलमानो या कश्मीरियों को दोष ना दिया जाए।तो मैंने सोचा कि आसमान से फ़रिश्ते तो उतरे नहीं होंगे,मुसलमान दोषी नहीं है तो फिर तो हम हिन्दुओ या ईसाईयों को दोष दे देते है।
वैसे भी ये किसी हिन्दू ने किया होता तो अब तक तो सेक्युलरों की पूरी टोली "आई एम अशेम्ड टू बी हिन्दू" ट्रेंड करा चुकी होती।लेकिन मैं व्यक्तिगत स्तर पर मुसलमानो के ढीढपन की दाद दूंगा,इन्हे शर्म आना तो दूर ये उल्टे डिफेंड कर रहे है।
हिमांशी नरवाल के लिये ये किसी लॉटरी से कम नहीं है,2 करोड़ का सीधा कैश और सरकारी नौकरी वो भी महज एक हफ्ते की शादी मे।उसके लिये तो आतंकवादी किसी देवदूत से कम नहीं,कुछ समय का आतंक था मगर इतना पैसा भी तो मिला।
हिन्दू और मुसलमान के बीच लड़ाई के दो सबसे बड़े कारण यदि कोई है तो वो ये ही है,पहले वो सेक्युलर जो इस्लाम को हर आतंकवाद पर डिफेंड करते है दूसरे वो मुसलमान जो आतंकी हमले के बाद विक्टिम कार्ड खेलते है।
हिमांशी नरवाल का केस भी अलग नहीं है,7 दिन की आशिकी के बाद प्रैक्टिकल मे होने मे उसे 5 दिन नहीं लगे और समझ आ गया कि 2 करोड़ तो विनय कभी कमा के नहीं दे पाता,शादी तो दूसरी हो ही जायेगी।
ऊपर से थोड़ा प्रो मुस्लिम बोलेगी तो सेक्युलरिज्म की वीरांगना भी लगेगी,ये जो हिंदूवादी युद्ध की मांग कर रहे है वे भी ये जान ले कि ये युद्ध का एक मोर्चा ही है।
आतंकवादी लाहौर कराची के रिहायशी इलाको मे रहते है,ज़ब सेना वहाँ बम गिराएगी तो कुछ बच्चे भी मरेंगे, आतंकवादियों ने 7-7 साल के बच्चे को बंदूके पकड़ा रखी है।सैनिक जैसे ही इन्हे शूट करेगा भारत मे सेक्युलर्स "आल आईज ऑन लाहौर" पोस्ट करना शुरू कर देंगे।
ये पाकिस्तान के बाद दूसरा मोर्चा होगा,उनकी बन्दुको के साथ सेना को इनके प्रोपोगंडा से भी लड़ना पड़ेगा। इसलिए युद्ध से पहले अपने मोर्चे भी चेक कर लीजिये,आजकल युद्ध हथियारों से नहीं एजेंडे से भी लड़ा जाता है।
दूसरी बात इन आतंकी हमलों पर रोना बंद कर दीजिये,हिन्दुओ की भीड़ पर आज भी आँख बंद करके गोली चलाओगे तो 10 मे से 8 गोलिया सेक्युलर हिन्दू को ही भेदेगी।बस यही कारण है कि मैंने पहलगाम हमले पर जल्दी पोस्ट नहीं लिखी थी पहले से पता था कोई तो गंध मचायेगा।
विनय नरवाल के माता पिता और बहन के लिये संवेदनाये है लेकिन ये हत्याये सिर्फ तब ही रुकेगी ज़ब आप ये समझें कि ये पाकिस्तानी नहीं इस्लामिक हमला था।पाकिस्तान कोई विचारधारा पर बना राष्ट्र नहीं है वो बस इस्लाम का एक डर्टी प्रोडक्ट है।राम राम रहेगी सभी को!
तुम कलमा पढ़ने को बोला था पहलगाम में
हमारे वीर पूरा शिव तांडव स्त्रोत सुना आये तुम्हारे 9 ठिकानों पे...
हमारे वीर पूरा शिव तांडव स्त्रोत सुना आये तुम्हारे 9 ठिकानों पे...
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : गुरुवार
दिनांक: 08 मई 2025
सूर्योदय : 5:41 प्रात:
सूर्यास्त : 6:39 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : एकादशी 12:31 अपराह्न तक फिर द्वादशी
नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी 9:03 रात्रि तक फिर हस्त
योग : हर्षण 1:52 रात्रि तक फिर वज्र
राहुकाल : 1:47 - 3:24 अपराह्न तक
विशेष : मोहिनी एकादशी
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : गुरुवार
दिनांक: 08 मई 2025
सूर्योदय : 5:41 प्रात:
सूर्यास्त : 6:39 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : एकादशी 12:31 अपराह्न तक फिर द्वादशी
नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी 9:03 रात्रि तक फिर हस्त
योग : हर्षण 1:52 रात्रि तक फिर वज्र
राहुकाल : 1:47 - 3:24 अपराह्न तक
विशेष : मोहिनी एकादशी
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 8, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
भद्रं भद्रं कृतं मौनं कोकिलैर्जलदागमे ।
दर्दूराः यत्र वक्तारः तत्र मौनं हि शोभते ॥
वर्षा ऋतु के प्रारंभ में कोयलें चुप हो जाती है,
क्योंकि बोलने वाले जहाँ मेंढक हो वहाँ चुप रहना ही शोभा देता है।
जय श्री हरिविष्णु
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
भद्रं भद्रं कृतं मौनं कोकिलैर्जलदागमे ।
दर्दूराः यत्र वक्तारः तत्र मौनं हि शोभते ॥
वर्षा ऋतु के प्रारंभ में कोयलें चुप हो जाती है,
क्योंकि बोलने वाले जहाँ मेंढक हो वहाँ चुप रहना ही शोभा देता है।
जय श्री हरिविष्णु
जय श्री राम
साभार....
#अवैध_घुसपैठ का सटीक ईलाज है #नसबंदी।
जैसे ही भारत के किसी भी कोने से घुसने वाले घुसपैठियो चाहे वह स्त्री हो या पुरुष जब भी पकड़िए तो उनकी पक्की नसबंदी करवा दीजिए फिर उन्हें वापस बार्डर के रास्ते उनके देश भेज दें या यहीं रहें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।वैसे ही जैसे आजकल नगरनिगम वाले कुत्तों को पकड़कर नसबंदी कर वापस आपके मुहल्ले में छोड़ जाते है।चूँकि घुसपैठियो के पास नागरिक अधिकार नहीं होते इसलिए फ़ोर्स द्वारा घुसपैठिया पकड़ते ही नसबंदी की व्यवस्था होनी चाहिए साथ ही इसे कानूनी जामा भी पहनाना चाहिएI'घुसपैठिया नसबंदी बिल,के लोकसभा में पास करने मात्र से बांग्लादेश,पाकिस्तान से होने वाली घुसपैठ की आधी समस्या हल हो जायेगीIरोहिंग्या तो इधर देखेंगे भी नहीं।
1.पहला घुसपैठियों के भीतर भय पैदा हो जाएगा और वे भारत में घुसने से घबराएंगे।
2.दूसरा यह लाभ होगा कि अवैध घुसपैठिया जिसकी नसबंदी हो चुकी है,वह भारत में यदि दुबारा घुसेगा तो डेमोग्राफी चेंज नहीं कर पाएगा।
ऐसे में आपके मन में एक वाजिब प्रश्न कौंध रहा होगा "भारत का सुप्रीम कोर्ट, विपक्ष,फेबियन,कांग्रेसी,समाजवादी पार्टियों और जेहादी भयंकर विरोध करेंगे।... तो मेरा मानना है कि इससे वह और #डिस्क्लोज(बेनकाब) होगा.उसकी असलियत और खुलेगी कि वह घुसपैठियों को भारत में संरक्षण देकर हिंदुओं को बर्बाद करना चाहता है। जानकारी ही बचाव है।
जैसे-जैसे हिंदुओं में जानकारी बढ़ेगी,इनसे नफरत बढ़ती जाएगी।धीरे धीर ये विरोधी ऐसे हो जाएंगे कि हिंदुओं के क्रोध का लावा इन्हें पिघलाकर हिंद महासागर में डाल देगी।पौराणिक इतिहास पढ़िए यह कई बार हुआ है। राजा केन प्रसंग,और परशुराम प्रसंग को कई बार पढ़िए। राम राम रहेगी सभी को!
#अवैध_घुसपैठ का सटीक ईलाज है #नसबंदी।
जैसे ही भारत के किसी भी कोने से घुसने वाले घुसपैठियो चाहे वह स्त्री हो या पुरुष जब भी पकड़िए तो उनकी पक्की नसबंदी करवा दीजिए फिर उन्हें वापस बार्डर के रास्ते उनके देश भेज दें या यहीं रहें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।वैसे ही जैसे आजकल नगरनिगम वाले कुत्तों को पकड़कर नसबंदी कर वापस आपके मुहल्ले में छोड़ जाते है।चूँकि घुसपैठियो के पास नागरिक अधिकार नहीं होते इसलिए फ़ोर्स द्वारा घुसपैठिया पकड़ते ही नसबंदी की व्यवस्था होनी चाहिए साथ ही इसे कानूनी जामा भी पहनाना चाहिएI'घुसपैठिया नसबंदी बिल,के लोकसभा में पास करने मात्र से बांग्लादेश,पाकिस्तान से होने वाली घुसपैठ की आधी समस्या हल हो जायेगीIरोहिंग्या तो इधर देखेंगे भी नहीं।
1.पहला घुसपैठियों के भीतर भय पैदा हो जाएगा और वे भारत में घुसने से घबराएंगे।
2.दूसरा यह लाभ होगा कि अवैध घुसपैठिया जिसकी नसबंदी हो चुकी है,वह भारत में यदि दुबारा घुसेगा तो डेमोग्राफी चेंज नहीं कर पाएगा।
ऐसे में आपके मन में एक वाजिब प्रश्न कौंध रहा होगा "भारत का सुप्रीम कोर्ट, विपक्ष,फेबियन,कांग्रेसी,समाजवादी पार्टियों और जेहादी भयंकर विरोध करेंगे।... तो मेरा मानना है कि इससे वह और #डिस्क्लोज(बेनकाब) होगा.उसकी असलियत और खुलेगी कि वह घुसपैठियों को भारत में संरक्षण देकर हिंदुओं को बर्बाद करना चाहता है। जानकारी ही बचाव है।
जैसे-जैसे हिंदुओं में जानकारी बढ़ेगी,इनसे नफरत बढ़ती जाएगी।धीरे धीर ये विरोधी ऐसे हो जाएंगे कि हिंदुओं के क्रोध का लावा इन्हें पिघलाकर हिंद महासागर में डाल देगी।पौराणिक इतिहास पढ़िए यह कई बार हुआ है। राजा केन प्रसंग,और परशुराम प्रसंग को कई बार पढ़िए। राम राम रहेगी सभी को!
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : शुक्रवार
दिनांक: 09 मई 2025
सूर्योदय : 5:41 प्रात:
सूर्यास्त : 6:39 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : द्वादशी 2:57 अपराह्न तक फिर त्रयोदशी
नक्षत्र : हस्त 12:04 रात्रि तक फिर चित्रा
योग : वज्र 2:52 रात्रि तक फिर सिद्धि
राहुकाल : 10:33 - 12:10 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : शुक्रवार
दिनांक: 09 मई 2025
सूर्योदय : 5:41 प्रात:
सूर्यास्त : 6:39 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : द्वादशी 2:57 अपराह्न तक फिर त्रयोदशी
नक्षत्र : हस्त 12:04 रात्रि तक फिर चित्रा
योग : वज्र 2:52 रात्रि तक फिर सिद्धि
राहुकाल : 10:33 - 12:10 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 9, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
यश्चेमां वसुधां कृत्स्नां प्रशासेदखिलां नृपः ।
तुल्याश्मकाञ्चनो यश्च स कृतार्थो न पार्थिवः ॥
कोई राजा सारी पृथ्वी पर शासन करता हो, वह कृतार्थ नहीं होता ।
कोई साधु, पत्थर और स्वर्ण को समान समझता है, वह कृतार्थ (संतुष्ट) है ।
जय माँ लक्ष्मी
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
यश्चेमां वसुधां कृत्स्नां प्रशासेदखिलां नृपः ।
तुल्याश्मकाञ्चनो यश्च स कृतार्थो न पार्थिवः ॥
कोई राजा सारी पृथ्वी पर शासन करता हो, वह कृतार्थ नहीं होता ।
कोई साधु, पत्थर और स्वर्ण को समान समझता है, वह कृतार्थ (संतुष्ट) है ।
जय माँ लक्ष्मी
जय श्री राम
साभार...
पहले लगा था कि पाकिस्तान कही तो टक्कर देगा लेकिन अब ये 2001 जैसा लग रहा है मानो अमेरिका अफगानिस्तान को पीट रहा हो।
1) चीन का मिसाइल डिफेन्स सिस्टम भारतीय मिसाइले नहीं रोक सका वो एक बात है,लेकिन ये उल्टे मिसाइलो से ही चकनाचूर हो गया।
2) रूस द्वारा प्रदत्त #S400 डिफेन्स सिस्टम कारगर रहा और पाकिस्तान ने 15 शहरों को टारगेट किया मगर एक भी क्षति नहीं पहुंची।
3) पाकिस्तान के साथ साथ ये चीन के खिलाफ भी भारत का युद्ध अभ्यास हो रहा है,#पाकिस्तान की सेना तो पंगु है ही लेकिन #चीनी हथियार भी महज खिलौना सिद्ध हुए है।
4) युद्ध हो रहा है तो कुछ तो मरेंगे आपको मानसिक रूप से तैयार रहना होगा ये पूँछ वाली फोटो कृपया शेयर ना करें इससे बस जनता का मनोबल गिरता है।
5) शहबाज शरीफ नाम का ही सही मगर हेड ऑफ़ गवर्नमेंट है,वो अपनी संसद मे खड़े होकर राफेल वाला झूठ बोल रहा है आप इसी से अंदाजा लगा लो जिनका प्रधानमंत्री एजेंडा फैलाता हो उनका मीडिया कितना रिलायबल होगा?
6) उनका रक्षा मंत्री कह रहा है कि उसकी खबरों का आधार सोशल मीडिया है,इसलिए आप बस भारतीय सेना के डेटा की प्रतीक्षा कीजिये।ज़ब तक आजतक,जी न्यूज या NDTV सरकार को कोट नहीं करते तब तक सारे न्यूज चैनल और खबरें अफवाह ही है।
हमारी सेना और सरकार प्रोफेशनल है उन पर भरोसा रखिये और कोई भी नकारात्मक खबरें शेयर ना करें,एकतरफा मार रहे है अभी तो। राम राम रहेगी सभी को!
पहले लगा था कि पाकिस्तान कही तो टक्कर देगा लेकिन अब ये 2001 जैसा लग रहा है मानो अमेरिका अफगानिस्तान को पीट रहा हो।
1) चीन का मिसाइल डिफेन्स सिस्टम भारतीय मिसाइले नहीं रोक सका वो एक बात है,लेकिन ये उल्टे मिसाइलो से ही चकनाचूर हो गया।
2) रूस द्वारा प्रदत्त #S400 डिफेन्स सिस्टम कारगर रहा और पाकिस्तान ने 15 शहरों को टारगेट किया मगर एक भी क्षति नहीं पहुंची।
3) पाकिस्तान के साथ साथ ये चीन के खिलाफ भी भारत का युद्ध अभ्यास हो रहा है,#पाकिस्तान की सेना तो पंगु है ही लेकिन #चीनी हथियार भी महज खिलौना सिद्ध हुए है।
4) युद्ध हो रहा है तो कुछ तो मरेंगे आपको मानसिक रूप से तैयार रहना होगा ये पूँछ वाली फोटो कृपया शेयर ना करें इससे बस जनता का मनोबल गिरता है।
5) शहबाज शरीफ नाम का ही सही मगर हेड ऑफ़ गवर्नमेंट है,वो अपनी संसद मे खड़े होकर राफेल वाला झूठ बोल रहा है आप इसी से अंदाजा लगा लो जिनका प्रधानमंत्री एजेंडा फैलाता हो उनका मीडिया कितना रिलायबल होगा?
6) उनका रक्षा मंत्री कह रहा है कि उसकी खबरों का आधार सोशल मीडिया है,इसलिए आप बस भारतीय सेना के डेटा की प्रतीक्षा कीजिये।ज़ब तक आजतक,जी न्यूज या NDTV सरकार को कोट नहीं करते तब तक सारे न्यूज चैनल और खबरें अफवाह ही है।
हमारी सेना और सरकार प्रोफेशनल है उन पर भरोसा रखिये और कोई भी नकारात्मक खबरें शेयर ना करें,एकतरफा मार रहे है अभी तो। राम राम रहेगी सभी को!
जय हिन्द: भारत के वीर सपूतों को नमन
जब-जब हमारी मातृभूमि पर संकट के बादल मंडराए हैं, तब-तब भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने एकजुट होकर दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब दिया है। आज जब भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है, तो हर भारतीय की नजरें इन तीनों सेनाओं की ओर उम्मीद और गर्व से उठी हैं।
इस चित्र में दिख रही तीनों सेनाओं के चिन्ह केवल प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, पराक्रम और अदम्य साहस के द्योतक हैं।
थलसेना की दो तलवारें उस वीरता की कहानी कहती हैं, जहाँ रणभूमि में दुश्मन को धूल चटा दी जाती है।
वायुसेना के पंख आसमान में तिरंगे को ऊँचाई देने वाले उन पायलटों की याद दिलाते हैं जो मौत को चीरते हुए दुश्मन के अड्डों को नष्ट कर देते हैं।
नौसेना का लंगर उस शक्ति और नियंत्रण का प्रतीक है जो समंदर की गहराइयों में भारत की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
आज जब सीमा पर गोलियाँ गूंज रही हैं, तब भारत का हर नागरिक इन जाँबाज़ों के लिए प्रार्थना कर रहा है। माँ-बाप अपने बेटों को विदा करते हुए आशीर्वाद देते हैं, बच्चे तिरंगे को हाथों में लिए इन वीरों को सलामी दे रहे हैं, और पूरा देश एक स्वर में कह रहा है:
"वन्दे मातरम्! भारत माता की जय!"
यह केवल एक युद्ध नहीं है — यह सम्मान, स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा का संग्राम है। और भारत की सेना — थल, जल, नभ — इस धरती की असली संताने हैं, जो हर हाल में राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हैं।
हम गर्व करते हैं इन लोगों पर, और विश्वास रखते हैं कि विजय हमेशा सत्य और साहस की ही होती है।
जय हिन्द! जय भारत!
जब-जब हमारी मातृभूमि पर संकट के बादल मंडराए हैं, तब-तब भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने एकजुट होकर दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब दिया है। आज जब भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है, तो हर भारतीय की नजरें इन तीनों सेनाओं की ओर उम्मीद और गर्व से उठी हैं।
इस चित्र में दिख रही तीनों सेनाओं के चिन्ह केवल प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, पराक्रम और अदम्य साहस के द्योतक हैं।
थलसेना की दो तलवारें उस वीरता की कहानी कहती हैं, जहाँ रणभूमि में दुश्मन को धूल चटा दी जाती है।
वायुसेना के पंख आसमान में तिरंगे को ऊँचाई देने वाले उन पायलटों की याद दिलाते हैं जो मौत को चीरते हुए दुश्मन के अड्डों को नष्ट कर देते हैं।
नौसेना का लंगर उस शक्ति और नियंत्रण का प्रतीक है जो समंदर की गहराइयों में भारत की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
आज जब सीमा पर गोलियाँ गूंज रही हैं, तब भारत का हर नागरिक इन जाँबाज़ों के लिए प्रार्थना कर रहा है। माँ-बाप अपने बेटों को विदा करते हुए आशीर्वाद देते हैं, बच्चे तिरंगे को हाथों में लिए इन वीरों को सलामी दे रहे हैं, और पूरा देश एक स्वर में कह रहा है:
"वन्दे मातरम्! भारत माता की जय!"
यह केवल एक युद्ध नहीं है — यह सम्मान, स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा का संग्राम है। और भारत की सेना — थल, जल, नभ — इस धरती की असली संताने हैं, जो हर हाल में राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हैं।
हम गर्व करते हैं इन लोगों पर, और विश्वास रखते हैं कि विजय हमेशा सत्य और साहस की ही होती है।
जय हिन्द! जय भारत!
The Destroyer S-400: शक्ति का प्रतीक, रक्षा का अभेद्य कवच
आग की लपटों में लिपटा युद्ध का मैदान, आकाश में दौड़ते मिसाइलों की गड़गड़ाहट और ज़मीन पर गरजता हुआ रक्षक — S-400 यह कोई साधारण मिसाइल सिस्टम नहीं, बल्कि दुश्मनों के लिए काल बन चुका एक अभेद्य सुरक्षा कवच है। और जब इस शक्ति के पीछे दिव्य संरक्षण का आभास हो, जैसे भगवान विष्णु का चक्रधारी स्वरूप, तो यह मात्र एक हथियार नहीं, बल्कि धर्म और रक्षण का संगम बन जाता है।
S-400 :
रूस द्वारा विकसित यह सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल रक्षा तंत्र (SAM system), विश्व के सबसे उन्नत और घातक एयर डिफेंस सिस्टम्स में से एक है। इसकी विशेषताएं:
रेंज: 400 किलोमीटर तक
स्पीड: 17,000 किमी/घंटा तक लक्ष्य भेदन
लक्ष्य: विमान, क्रूज मिसाइलें, ड्रोन, और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइलें
भारत में S-400 की तैनाती
भारत ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को अजेय बनाने के लिए रूस से यह अत्याधुनिक प्रणाली खरीदी है। यह सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ रणनीतिक गहराई में स्थित महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा करता है।
धार्मिक प्रतीक और सैन्य शक्ति का मेल
इस चित्र में भगवान विष्णु की उपस्थिति S-400 को एक दिव्य रक्षा कवच का प्रतीक बना देती है। भगवान का चक्र — जो अन्याय का विनाश करता है — जैसे आज के आधुनिक युग में S-400 की मिसाइलों के रूप में दुश्मनों का अंत करता है।
आग की लपटों में लिपटा युद्ध का मैदान, आकाश में दौड़ते मिसाइलों की गड़गड़ाहट और ज़मीन पर गरजता हुआ रक्षक — S-400 यह कोई साधारण मिसाइल सिस्टम नहीं, बल्कि दुश्मनों के लिए काल बन चुका एक अभेद्य सुरक्षा कवच है। और जब इस शक्ति के पीछे दिव्य संरक्षण का आभास हो, जैसे भगवान विष्णु का चक्रधारी स्वरूप, तो यह मात्र एक हथियार नहीं, बल्कि धर्म और रक्षण का संगम बन जाता है।
S-400 :
रूस द्वारा विकसित यह सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल रक्षा तंत्र (SAM system), विश्व के सबसे उन्नत और घातक एयर डिफेंस सिस्टम्स में से एक है। इसकी विशेषताएं:
रेंज: 400 किलोमीटर तक
स्पीड: 17,000 किमी/घंटा तक लक्ष्य भेदन
लक्ष्य: विमान, क्रूज मिसाइलें, ड्रोन, और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइलें
भारत में S-400 की तैनाती
भारत ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को अजेय बनाने के लिए रूस से यह अत्याधुनिक प्रणाली खरीदी है। यह सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ रणनीतिक गहराई में स्थित महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा करता है।
धार्मिक प्रतीक और सैन्य शक्ति का मेल
इस चित्र में भगवान विष्णु की उपस्थिति S-400 को एक दिव्य रक्षा कवच का प्रतीक बना देती है। भगवान का चक्र — जो अन्याय का विनाश करता है — जैसे आज के आधुनिक युग में S-400 की मिसाइलों के रूप में दुश्मनों का अंत करता है।
दुर्योधन! रण ऐसा होगा, फिर कभी नहीं जैसा होगा।
जब-जब अन्याय अपनी सीमाएं लांघता है, तब-तब धर्म अपनी पूर्ण शक्ति से उत्तर देता है। महाभारत में श्रीकृष्ण ने जब यह कहा, "दुर्योधन! रण ऐसा होगा, फिर कभी नहीं जैसा होगा," तो यह मात्र एक चेतावनी नहीं, बल्कि धर्म की पुकार थी।
आज के युग में यह वाक्य फिर से जीवंत हो उठता है जब हम भारतीय सेना की वीरता को देखते हैं। हमारी सेना न केवल सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि भारतीय अस्मिता, गर्व और गौरव की प्रत्यक्ष मूर्ति है।
दुश्मन चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, भारतीय सैनिकों के हौसले उससे कई गुना ऊँचे होते हैं। उनकी आँखों में देशभक्ति की अग्नि और हृदय में कर्तव्यनिष्ठा की गरिमा होती है। चाहे कारगिल हो, पुलवामा या गलवान – हर रणभूमि में उन्होंने यह सिद्ध किया है कि "रण ऐसा होगा, फिर कभी नहीं जैसा होगा।"
भारतीय सेना की शक्ति केवल हथियारों में नहीं, बल्कि उनके संकल्प, त्याग और अनुशासन में है। यह वाक्य आज भी गूंजता है, हर सैनिक के कदमों की गूंज में, हर शहीद के खून की मिट्टी में, और हर नागरिक के गर्व में।
भारतीय सेना जिंदाबाद। वंदे मातरम्।
#भारतीयसेनाजिंदाबाद
जब-जब अन्याय अपनी सीमाएं लांघता है, तब-तब धर्म अपनी पूर्ण शक्ति से उत्तर देता है। महाभारत में श्रीकृष्ण ने जब यह कहा, "दुर्योधन! रण ऐसा होगा, फिर कभी नहीं जैसा होगा," तो यह मात्र एक चेतावनी नहीं, बल्कि धर्म की पुकार थी।
आज के युग में यह वाक्य फिर से जीवंत हो उठता है जब हम भारतीय सेना की वीरता को देखते हैं। हमारी सेना न केवल सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि भारतीय अस्मिता, गर्व और गौरव की प्रत्यक्ष मूर्ति है।
दुश्मन चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, भारतीय सैनिकों के हौसले उससे कई गुना ऊँचे होते हैं। उनकी आँखों में देशभक्ति की अग्नि और हृदय में कर्तव्यनिष्ठा की गरिमा होती है। चाहे कारगिल हो, पुलवामा या गलवान – हर रणभूमि में उन्होंने यह सिद्ध किया है कि "रण ऐसा होगा, फिर कभी नहीं जैसा होगा।"
भारतीय सेना की शक्ति केवल हथियारों में नहीं, बल्कि उनके संकल्प, त्याग और अनुशासन में है। यह वाक्य आज भी गूंजता है, हर सैनिक के कदमों की गूंज में, हर शहीद के खून की मिट्टी में, और हर नागरिक के गर्व में।
भारतीय सेना जिंदाबाद। वंदे मातरम्।
#भारतीयसेनाजिंदाबाद
मई 10, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवा भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः।
स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाꣳस स्तनूभिर् व्यशेम देवहितं यदायुः॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः
हे देव, हम अपने कानों से शुभ सुनें, अपनी आँखों से शुभ देखें,
स्थिर शरीर से संतोषपूर्ण जीवन जियें, और देवों द्वारा दी गयी आयु उन्हें समर्पित करें।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवा भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः।
स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाꣳस स्तनूभिर् व्यशेम देवहितं यदायुः॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः
हे देव, हम अपने कानों से शुभ सुनें, अपनी आँखों से शुभ देखें,
स्थिर शरीर से संतोषपूर्ण जीवन जियें, और देवों द्वारा दी गयी आयु उन्हें समर्पित करें।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
एकादशमुखि हनुमत्कवचम्
रुद्रयामलतः पाठ
श्रीदेव्युवाच
शैवानि गाणपत्यानि शाक्तानि वैष्णवानि च।
कवचानि च सौराणि यानि चान्यानि तानि च॥ १॥
श्रुतानि देवदेवेश त्वद्वक्त्रान्निःसृतानि च।
किञ्चिदन्यत्तु देवानां कवचं यदि कथ्यते॥ २॥
ईश्वर उवाच
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि सावधानावधारय।
हनुमत्कवचं पुण्यं महापातकनाशनम्॥ ३॥
एतद्गुह्यतमं लोके शीघ्रं सिद्धिकरं परम्।
जयो यस्य प्रगानेन लोकत्रयजितो भवेत्॥ ४॥
ॐ अस्य श्रीएकादश वक्त्र हनुमत्कवचमालामन्त्रस्य
वीररामचन्द्र ऋषिः।
अनुष्टुप्छन्दः।
श्रीमहावीरहनुमान् रुद्रो देवता।
ह्रीं बीजं।
ह्रौं शक्तिः।
स्फें कीलकम्।
सर्वदूतस्तम्भनार्थं जिह्वाकीलनार्थं
मोहनार्थं राजमुखीदेवतावश्यार्थं
ब्रह्मराक्षसशाकिनीडाकिनीभूतप्रेतादिबाधापरिहारार्थं
श्रीहनुमद्दिव्यकवचाख्यमालामन्त्रजपे विनियोगः।
ॐ ह्रौं आञ्जनेयाय अङ्गुष्ठभ्यां नमः।
ॐ स्फें रुद्रमूर्तये तर्जनीभ्यां नमः।
ॐ स्फें वायुपुत्राय मध्यमाभ्यां नमः।
ॐ स्फें अञ्जनीगर्भाय अनामिकाभ्यां नमः।
ॐ स्फें रामदूताय कनिष्ठिकाभ्यां नमः।
ॐ ह्रौं ब्रह्मास्त्रादिनिवारणाय करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः।
ॐ ह्रौं आञ्जनेयाय हृदयाय नमः।
ॐ स्फें रुद्रमूर्तये शिरसे स्वाहा।
ॐ स्फें वायुपुत्राय शिखायै वषट्।
ॐ ह्रौं अञ्जनीगर्भाय कवचाय हुम्।
ॐ स्फें रामदूताय नेत्रत्रयाय वौषट्।
ॐ ह्रौं ब्रह्मास्त्रादिनिवारणाय अस्त्राय फट्।
इति न्यासः।
अथ ध्यानम्
ॐ ध्यायेद्रणे हनुमन्तमेकादशमुखाम्बुजम्।
ध्यायेत्तं रावणोपेतं दशबाहुं त्रिलोचनं हाहाकारैः सदर्पैश्च कम्पयन्तं जगत्त्रयम्।
ब्रह्मादिवन्दितं देवं कपि कोटि समन्वितं एवं ध्यात्वा जपेद्देवि कवचं परमाद्भुतम्॥
दिग्बन्ध
ॐ इन्द्रदिग्भागे गजारूढहनुमते ब्रह्मास्त्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेतालसमूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ अग्निदिग्भागे मेषारुढहनुमते अस्त्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ यमदिग्भागे महिषारूढहनुमते खड्गशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ निऋर्तिदिग्भागे नरारूढ हनुमते खड्गशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र-पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहो च्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वरुणदिग्भागे मकरारूढ हनुमते प्राणशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वायुदिग्भागे मृगारूढहनुमते अङ्कुशशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ कुबेरदिग्भागे अश्वारूढहनुमते गदाशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ ईशानदिग्भागे राक्षसारूढ हनुमते पर्वतशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ अन्तरिक्षदिग्भागे वर्तुलहनुमते मुद्गरशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ भूमिदिग्भागे वृश्चिकारूढ हनुमते वज्रशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वज्रमण्डले हंसारूढहनुमते वज्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
माला मन्त्र
ॐ ह्रीं यीं यं प्रचण्डपराक्रमाय एकादशमुखहनुमते हंसयतिबन्ध-मतिबन्ध-वाग्बन्ध-भैरुण्डबन्ध-भूतबन्धप्रेतबन्ध-पिशाचबन्ध-ज्वरबन्ध-शूलबन्धसर्वदेवताबन्ध-रागबन्ध-मुखबन्ध-राजसभाबन्धघोरवीरप्रतापरौद्रभीषणहनुमद्वज्रदंष्ट्राननाय
वज्रकुण्डलकौपीनतुलसीवनमालाधराय सर्वग्रहोच्चाटनोच्चाटनाय
ब्रह्मराक्षससमूहोच्चाटानाय ज्वरसमूहोच्चाटनाय राजसमूहोच्चाटनाय
चौरसमूहोच्चाटनाय शत्रुसमूहोच्चाटनाय दुष्टसमूहोच्चाटनाय
मां रक्ष रक्ष स्वाहा॥ १ ॥
ॐ वीरहनुमते नमः।
ॐ नमो भगवते वीरहनुमते पीताम्बरधराय कर्ण कुण्डलाद्याभरणालङ्कृतभूषणाय किरीट बिल्व वन माला विभूषिताय कनकयज्ञोपवीतिने कौपीनकटिसूत्रविराजिताय
श्रीवीररामचन्द्रमनोभिलषिताय लङ्कादिदहनकारणाय घनकुलगिरिवज्रदण्डाय अक्षकुमारसंहारकारणाय ॐ यं ॐ नमो भगवते रामदूताय फट् स्वाहा॥
ॐ ऐं ह्रीं ह्रौं हनुमते सीतारामदूताय सहस्रमुखराजविध्वंसकाय
अञ्जनीगर्भसम्भूताय शाकिनी डाकिनी विध्वंसनाय किलिकिलिचुचु कारेण विभीषणाय वीरहनुमद्देवाय ॐ ह्रीं श्रीं ह्रौ ह्रां फट् स्वाहा॥
ॐ श्रीवीरहनुमते हौं ह्रूं फट् स्वाहा।
रुद्रयामलतः पाठ
श्रीदेव्युवाच
शैवानि गाणपत्यानि शाक्तानि वैष्णवानि च।
कवचानि च सौराणि यानि चान्यानि तानि च॥ १॥
श्रुतानि देवदेवेश त्वद्वक्त्रान्निःसृतानि च।
किञ्चिदन्यत्तु देवानां कवचं यदि कथ्यते॥ २॥
ईश्वर उवाच
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि सावधानावधारय।
हनुमत्कवचं पुण्यं महापातकनाशनम्॥ ३॥
एतद्गुह्यतमं लोके शीघ्रं सिद्धिकरं परम्।
जयो यस्य प्रगानेन लोकत्रयजितो भवेत्॥ ४॥
ॐ अस्य श्रीएकादश वक्त्र हनुमत्कवचमालामन्त्रस्य
वीररामचन्द्र ऋषिः।
अनुष्टुप्छन्दः।
श्रीमहावीरहनुमान् रुद्रो देवता।
ह्रीं बीजं।
ह्रौं शक्तिः।
स्फें कीलकम्।
सर्वदूतस्तम्भनार्थं जिह्वाकीलनार्थं
मोहनार्थं राजमुखीदेवतावश्यार्थं
ब्रह्मराक्षसशाकिनीडाकिनीभूतप्रेतादिबाधापरिहारार्थं
श्रीहनुमद्दिव्यकवचाख्यमालामन्त्रजपे विनियोगः।
ॐ ह्रौं आञ्जनेयाय अङ्गुष्ठभ्यां नमः।
ॐ स्फें रुद्रमूर्तये तर्जनीभ्यां नमः।
ॐ स्फें वायुपुत्राय मध्यमाभ्यां नमः।
ॐ स्फें अञ्जनीगर्भाय अनामिकाभ्यां नमः।
ॐ स्फें रामदूताय कनिष्ठिकाभ्यां नमः।
ॐ ह्रौं ब्रह्मास्त्रादिनिवारणाय करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः।
ॐ ह्रौं आञ्जनेयाय हृदयाय नमः।
ॐ स्फें रुद्रमूर्तये शिरसे स्वाहा।
ॐ स्फें वायुपुत्राय शिखायै वषट्।
ॐ ह्रौं अञ्जनीगर्भाय कवचाय हुम्।
ॐ स्फें रामदूताय नेत्रत्रयाय वौषट्।
ॐ ह्रौं ब्रह्मास्त्रादिनिवारणाय अस्त्राय फट्।
इति न्यासः।
अथ ध्यानम्
ॐ ध्यायेद्रणे हनुमन्तमेकादशमुखाम्बुजम्।
ध्यायेत्तं रावणोपेतं दशबाहुं त्रिलोचनं हाहाकारैः सदर्पैश्च कम्पयन्तं जगत्त्रयम्।
ब्रह्मादिवन्दितं देवं कपि कोटि समन्वितं एवं ध्यात्वा जपेद्देवि कवचं परमाद्भुतम्॥
दिग्बन्ध
ॐ इन्द्रदिग्भागे गजारूढहनुमते ब्रह्मास्त्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेतालसमूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ अग्निदिग्भागे मेषारुढहनुमते अस्त्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ यमदिग्भागे महिषारूढहनुमते खड्गशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ निऋर्तिदिग्भागे नरारूढ हनुमते खड्गशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र-पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहो च्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वरुणदिग्भागे मकरारूढ हनुमते प्राणशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वायुदिग्भागे मृगारूढहनुमते अङ्कुशशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ कुबेरदिग्भागे अश्वारूढहनुमते गदाशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ ईशानदिग्भागे राक्षसारूढ हनुमते पर्वतशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ अन्तरिक्षदिग्भागे वर्तुलहनुमते मुद्गरशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ भूमिदिग्भागे वृश्चिकारूढ हनुमते वज्रशक्तिसहिताय चौर व्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
ॐ वज्रमण्डले हंसारूढहनुमते वज्रशक्तिसहिताय चौरव्याघ्र पिशाच ब्रह्मराक्षस शाकिनी डाकिनी वेताल समूहोच्चाटनाय मां रक्ष रक्ष स्वाहा।
माला मन्त्र
ॐ ह्रीं यीं यं प्रचण्डपराक्रमाय एकादशमुखहनुमते हंसयतिबन्ध-मतिबन्ध-वाग्बन्ध-भैरुण्डबन्ध-भूतबन्धप्रेतबन्ध-पिशाचबन्ध-ज्वरबन्ध-शूलबन्धसर्वदेवताबन्ध-रागबन्ध-मुखबन्ध-राजसभाबन्धघोरवीरप्रतापरौद्रभीषणहनुमद्वज्रदंष्ट्राननाय
वज्रकुण्डलकौपीनतुलसीवनमालाधराय सर्वग्रहोच्चाटनोच्चाटनाय
ब्रह्मराक्षससमूहोच्चाटानाय ज्वरसमूहोच्चाटनाय राजसमूहोच्चाटनाय
चौरसमूहोच्चाटनाय शत्रुसमूहोच्चाटनाय दुष्टसमूहोच्चाटनाय
मां रक्ष रक्ष स्वाहा॥ १ ॥
ॐ वीरहनुमते नमः।
ॐ नमो भगवते वीरहनुमते पीताम्बरधराय कर्ण कुण्डलाद्याभरणालङ्कृतभूषणाय किरीट बिल्व वन माला विभूषिताय कनकयज्ञोपवीतिने कौपीनकटिसूत्रविराजिताय
श्रीवीररामचन्द्रमनोभिलषिताय लङ्कादिदहनकारणाय घनकुलगिरिवज्रदण्डाय अक्षकुमारसंहारकारणाय ॐ यं ॐ नमो भगवते रामदूताय फट् स्वाहा॥
ॐ ऐं ह्रीं ह्रौं हनुमते सीतारामदूताय सहस्रमुखराजविध्वंसकाय
अञ्जनीगर्भसम्भूताय शाकिनी डाकिनी विध्वंसनाय किलिकिलिचुचु कारेण विभीषणाय वीरहनुमद्देवाय ॐ ह्रीं श्रीं ह्रौ ह्रां फट् स्वाहा॥
ॐ श्रीवीरहनुमते हौं ह्रूं फट् स्वाहा।