'हिंदुओं में दान, ईसाइयों में चैरिटी, ऐसे ही वक्फ, इस्लाम में ये जरूरी नहीं...', CJI गवई के सामने तुषार मेहता ने दी तगड़ी दलील
नई दिल्ली 21 मई । वक्फ संशोधन कानून को चुनौती देने के लिए दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई में बुधवार (21 मई, 2025) को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा. केंद्र ने कहा कि वक्फ एक इस्लामी अवधारणा है, लेकिन यह इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है.
केंद्र ने यह भी कहा कि चैरिटी हर धर्म का हिस्सा है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट कहता है कि किसी के भी लिए यह जरूरी नहीं है.
मंगलवार को याचिकाकर्ताओं की तरफ से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और राजीव धवन ने दलीलें दीं. आज केंद्र का पक्ष रखने के लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए.
मुख्य न्यायाधीश भूषण रामाकृष्ण गवई और जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की बेंच के सामने एसजी तुषार मेहता ने याचिकाकर्ताओं की उस आपत्ति पर जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि नया वक्फ कानून संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 का उल्लंघन करता है.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार एसजी तुषार मेहता ने कहा, 'जब तक मैंने रिसर्च नहीं की थी तब तक मुझे इस्लाम धर्म के इस हिस्से के बारे में नहीं पता था कि वक्फ इस्लामिक अवधारणा है, लेकिन यह इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है.' उन्होंने कहा कि चैरिटी का कॉन्सेप्ट हर धर्म में मौजूद है. ईसाई धर्म में भी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट कहता है कि किसी के लिए भी यह जरूरी नहीं है.
एसजी तुषार मेहता ने कहा कि हिंदुओं में भी दान देने जैसी चीजें हैं और सिख धर्म में भी ऐसा ही है, लेकिन किसी भी धर्म में इसे जरूरी नहीं बताया गया है.
एसजी मेहता ने कहा कि अगर मान लें कि मुस्लिम समुदाय के ज्यादातर लोगों की फाइनेंशियल स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है और वह वक्फ नहीं कर पाते हैं, तो क्या वह मुस्लिम नहीं होंगे. यह सुप्रीम कोर्ट की ओर से किया गया एक परीक्षण है, ये निर्धारित करने के लिए कि कोई प्रथा आवश्यक धार्मिक प्रथा है या नहीं. उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में चैरिटी करना जरूरी नहीं है, इसी तरह इस्लाम में वक्फ है.
एसजी तुषार मेहता ने कहा कि वक्फ बाय यूजर मौलिक अधिकार नहीं है. इसे 1954 में कानून द्वारा मान्यता दी गई थी और उससे पहले बंगाल एक्ट में. उन्होंने एक फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कोई अधिकार विधायी नीति के रूप में कानून द्वारा प्रदान किया गया है, तो उसे राज्य द्वारा हमेशा के लिए छीना जा सकता है.
नई दिल्ली 21 मई । वक्फ संशोधन कानून को चुनौती देने के लिए दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई में बुधवार (21 मई, 2025) को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा. केंद्र ने कहा कि वक्फ एक इस्लामी अवधारणा है, लेकिन यह इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है.
केंद्र ने यह भी कहा कि चैरिटी हर धर्म का हिस्सा है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट कहता है कि किसी के भी लिए यह जरूरी नहीं है.
मंगलवार को याचिकाकर्ताओं की तरफ से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और राजीव धवन ने दलीलें दीं. आज केंद्र का पक्ष रखने के लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए.
मुख्य न्यायाधीश भूषण रामाकृष्ण गवई और जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की बेंच के सामने एसजी तुषार मेहता ने याचिकाकर्ताओं की उस आपत्ति पर जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि नया वक्फ कानून संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 का उल्लंघन करता है.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार एसजी तुषार मेहता ने कहा, 'जब तक मैंने रिसर्च नहीं की थी तब तक मुझे इस्लाम धर्म के इस हिस्से के बारे में नहीं पता था कि वक्फ इस्लामिक अवधारणा है, लेकिन यह इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है.' उन्होंने कहा कि चैरिटी का कॉन्सेप्ट हर धर्म में मौजूद है. ईसाई धर्म में भी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट कहता है कि किसी के लिए भी यह जरूरी नहीं है.
एसजी तुषार मेहता ने कहा कि हिंदुओं में भी दान देने जैसी चीजें हैं और सिख धर्म में भी ऐसा ही है, लेकिन किसी भी धर्म में इसे जरूरी नहीं बताया गया है.
एसजी मेहता ने कहा कि अगर मान लें कि मुस्लिम समुदाय के ज्यादातर लोगों की फाइनेंशियल स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है और वह वक्फ नहीं कर पाते हैं, तो क्या वह मुस्लिम नहीं होंगे. यह सुप्रीम कोर्ट की ओर से किया गया एक परीक्षण है, ये निर्धारित करने के लिए कि कोई प्रथा आवश्यक धार्मिक प्रथा है या नहीं. उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में चैरिटी करना जरूरी नहीं है, इसी तरह इस्लाम में वक्फ है.
एसजी तुषार मेहता ने कहा कि वक्फ बाय यूजर मौलिक अधिकार नहीं है. इसे 1954 में कानून द्वारा मान्यता दी गई थी और उससे पहले बंगाल एक्ट में. उन्होंने एक फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कोई अधिकार विधायी नीति के रूप में कानून द्वारा प्रदान किया गया है, तो उसे राज्य द्वारा हमेशा के लिए छीना जा सकता है.
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : शुक्रवार
दिनांक: 23 मई 2025
सूर्योदय : 5:35 प्रात:
सूर्यास्त : 6:45 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : एकादशी 10:26 रात्रि तक फिर द्वादशी
नक्षत्र : उत्तरा भाद्रपद 3:49 सांय तक फिर रेवती
योग : प्रीति 6:31 सांय तक फिर आयुष्मान
राहुकाल : 10:32 - 12:10 अपराह्न तक
विशेष : अपरा एकादशी
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : शुक्रवार
दिनांक: 23 मई 2025
सूर्योदय : 5:35 प्रात:
सूर्यास्त : 6:45 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : एकादशी 10:26 रात्रि तक फिर द्वादशी
नक्षत्र : उत्तरा भाद्रपद 3:49 सांय तक फिर रेवती
योग : प्रीति 6:31 सांय तक फिर आयुष्मान
राहुकाल : 10:32 - 12:10 अपराह्न तक
विशेष : अपरा एकादशी
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 23, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
न कालमतिवर्तन्ते महान्तः स्वेषु कर्मसु ।
महान लोग अपने कर्तव्यों में देरी नहीं करते हैं ।
जय माँ लक्ष्मी
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
न कालमतिवर्तन्ते महान्तः स्वेषु कर्मसु ।
महान लोग अपने कर्तव्यों में देरी नहीं करते हैं ।
जय माँ लक्ष्मी
जय श्री राम
साधकाभीष्टदे देवि अन्नदानरतेऽनघे।
विष्ण्वानन्दप्रदे मातर्लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
षट्कोणपद्ममध्यस्थे षडङ्गयुवतीमये।
ब्रह्माण्यादिस्वरूपे च लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
देवि त्वं चन्द्रवदने सर्वसाम्राज्यदायिनि।
सर्वानन्दकरे देवि लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
ॐ पद्मायै नमः
ॐ प्रकृत्यै नमः
वन्देमातरम्
स्वस्तिर्अस्तु
प्रातर्नमामि
आज 23 मई को ज्येष्ठ कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि और शुक्रवार है एकादशी रात 10:30 तक रहेगी आज शाम 6:36 तक प्रीतियोग रहेगा साथ ही शाम 4:03 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज अपरा एकादशी का व्रत किया जाएगा व चौथा पंचक भी है।
🪷🦉🙏🙏🦉🪷
विष्ण्वानन्दप्रदे मातर्लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
षट्कोणपद्ममध्यस्थे षडङ्गयुवतीमये।
ब्रह्माण्यादिस्वरूपे च लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
देवि त्वं चन्द्रवदने सर्वसाम्राज्यदायिनि।
सर्वानन्दकरे देवि लक्ष्मीदेवि नमोऽस्तु ते॥
ॐ पद्मायै नमः
ॐ प्रकृत्यै नमः
वन्देमातरम्
स्वस्तिर्अस्तु
प्रातर्नमामि
आज 23 मई को ज्येष्ठ कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि और शुक्रवार है एकादशी रात 10:30 तक रहेगी आज शाम 6:36 तक प्रीतियोग रहेगा साथ ही शाम 4:03 मिनट तक उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज अपरा एकादशी का व्रत किया जाएगा व चौथा पंचक भी है।
🪷🦉🙏🙏🦉🪷
एक आदमी अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था, वह नहीं चाहता था कि उसे प्रसव पीड़ा हो।
इसलिए उसने सच्चे मन से भगवान से प्रार्थना की।
भगवान उसके सामने प्रकट हुए और उसे वरदान दिया।
पति ने पूछा:
*_'हे दयालु प्रभु, अब से कृपया सुनिश्चित करें कि महिला के गर्भ के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को ही प्रसव पीड़ा हो......_*
प्रभु ने वरदान दे दिया।
अपनी पत्नी के प्रसव के दौरान, वह बेसब्री से प्रसव पीड़ा का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोई प्रसव पीड़ा नहीं हुई।
अचानक उसका पड़ोसी दर्द से चिल्लाने लगता है.....!!!!
🤣
इसी तरह,
_जब भारत पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमले किये,_
*_तो हर किसी को उम्मीद थी कि पाकिस्तान दर्द से चिल्लाएगा,_*
*_लेकिन आश्चर्य की बात है कि_*
*_यहां कांग्रेस पार्टी गहरे दर्द से चिल्ला रही है।_
इसलिए उसने सच्चे मन से भगवान से प्रार्थना की।
भगवान उसके सामने प्रकट हुए और उसे वरदान दिया।
पति ने पूछा:
*_'हे दयालु प्रभु, अब से कृपया सुनिश्चित करें कि महिला के गर्भ के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को ही प्रसव पीड़ा हो......_*
प्रभु ने वरदान दे दिया।
अपनी पत्नी के प्रसव के दौरान, वह बेसब्री से प्रसव पीड़ा का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोई प्रसव पीड़ा नहीं हुई।
अचानक उसका पड़ोसी दर्द से चिल्लाने लगता है.....!!!!
🤣
इसी तरह,
_जब भारत पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमले किये,_
*_तो हर किसी को उम्मीद थी कि पाकिस्तान दर्द से चिल्लाएगा,_*
*_लेकिन आश्चर्य की बात है कि_*
*_यहां कांग्रेस पार्टी गहरे दर्द से चिल्ला रही है।_
दोपहरिया चिंतन......
दूसरा पहलू.......
।।खामोश गृह युद्ध की आहट।।
सावधान सावधान सावधान
*पहलगाम हमले के बाद अचानक से भारतीय मुसलमान द्वारा सरकार के खिलाफ चल रहे हैं आंदोलनों का बंद होना। सभी मुसलमान का राष्ट्रवाद की धारा में आना , कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारतीय मुसलमान का हृदय परिवर्तन होना। और आंदोलन के मुख्य नेताओं ओवैसी ,मदनी, अचानक से पाकिस्तान मुर्दाबाद बोलना पाकिस्तान पर आक्रमण करने के भारत सरकार के फैसले का समर्थन करना आदि जनता को बहुत अच्छा व देशभक्ति भरा लग रहा है सुकून भरा लग रहा है । पर ये इनका अलतकिया भी हो सकता है कहीं यह आने वाले खतरे की घंटी की ओर इशारा तो नहीं हो रहा है। इतना ही ये देशभक्त होते हिन्दुओ को चाहने वाले होते व पाकिस्तान के विरोधी होते तो इन लोगो के वो बयान बिष भरे नही होते जो इन्होंने मात्र कुछ दिन पहले दिये थे । हर मीटिंग में हिन्दू विरोधी नारे ही लगे थे ।
आप इसका अंदाजा लगा सकते हो, पहलगाम आतंकवादी हमला होने के तुरंत बाद इनका सूचना तंत्र इतना जबरदस्त है। उस दिन से आज तक किसी भी मुसलमान नेता या मौलवी मौलाना का आतंकवाद हमले या पाकिस्तान के समर्थन में एक भी बयान नहीं आया है। वहीं दूसरी और विपक्ष हिंदू नेताओं सरकार से सवाल कर रहे हैं। लेकिन भारतीय मुसलमान नेताओं और मुसलमानों का अचानक से खामोश होना निश्चित तौर पर आने वाले समय के लिए बहुत बड़ा षड्यंत्र हो रहा है। एक बड़ा खतरा हो सकता हैं *
*वह जानते हैं कि भारतीय हिंदू अभी तक सोया हुआ है। और सेकुलर हिंदुओं को मूर्ख बनाना आसान है।* *मोदी जी द्वारा पाकिस्तान के वीजा रद्द करने के बाद से अचानक मुसलमान में घबराहट है। लेकिन वह उसे प्रकट नहीं कर रहे हैं।*
*क्यों कि उनको अच्छे से पता है भारतीय मुसलमान महिलाओं ने 5 से 7 लाख पाकिस्तानियों से शादी करके पिछले 25 से 30 सालों में।*
*और उन्होंने इस भारत के अंदर ही 75 लाख से एक करोड़ पाकिस्तान सपोले जिहादी पैदा कर दिए हैं। अगर भारत-पाकिस्तान पर आक्रमण करता है तो गृह युद्ध की स्थिति में यही सपोले जिहादी इस देश के अंदर तबाही मचाएंगे हिंदुओं को मारेंगे रेप बलत्कार करेंगे हिंदुओं की घरों और दुकानों को लूटेंगे ll*
*पूरे भारत के लगभग सभी राज्यों के लाखों मुसलमानों ने अपनी बेटियों की निकाहबाजी पाकिस्तान में की हुई है...*
*अब आप ही बताइए कि इन लाखों बेटियों के करोड़ों जेहादी मुस्लिम रिश्तेदार भारत के प्रति वफादार कैसे हो सकते हैं...*
*अपने जीजाजी की मौत थोड़े ही होने देंगे ये भारत की हिन्द सेना के हाथों....*
*ये सब लोग अपने जवाई को व अपने नाती व बेटी के सुहाग को जीवित रखने के लिए हजार बार हिन्दूओ के देश से गद्दारी करते रहेंगे......*
*इन लाखों मुस्लिम महिलाओं के भाईजान, अब्बा,चच्चा व अन्य रिश्तेदार भारत में अलग अलग सरकारी नौकरी में भी जरूर होंगे......*
*वो अपने अपने विभागों की खुफिया जानकारी अपनी बेटी व दोहिते दोहितियों को जरूर भेजते होंगे....*.
*ताकि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ आतंकवाद फैलाने की सभी प्रकार की जानकारी, लोकेशन व गली मोहल्लों में क्या क्या हो रहा है सभी प्रकार की मुखबिरी इनके द्वारा की जाती रही है*
*तभी तो भारत में आतंकवाद को फैलाने में पाकिस्तान को कोई खास परेशानी नहीं हो रही है......*
*यह षड्यंत्र 1947 के बाद से ही लगातार जारी है.....*
*इनकी यह निकाहबाजी देश के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बना हुआ है परंतु आजतक यह उजागर नहीं हो पाया.....*
*यह तो मोदी ने एकाएक अचानक से पाकिस्तान का वीजा रद्द कर दिया तो मालूम हुआ कि 10-20- 30 वर्ष पहले पाकिस्तान में निकाहबाजी की हुई मुस्लिम महिलाओं ने अभी तक अपनी नागरिकता भारत की ही रखी हुई है....*
*ये भारत की नागरिकता के मार्फ़त हजारों करोड़ रुपये का सरकारी योजनाओं का लाभ लेती रही है...*
*ये अपने पाकिस्तानी रिश्तेदारों के इलाज के लिए भी भारत के सरकारी अस्पतालों का इस्तेमाल कर रही है.....*
*लगातार भारत से पाकिस्तान आने जाने के दौरान इनके साथ आने जाने वाले पाकिस्तान के नागरिकों द्वारा जमकर भारत से ख़ुफ़िया जानकारी व संवेदनशील इलाकों की रैकी की जाती रही है........*
*ये निकाहबाजी की इस्लामी रिस्तेदारी हिन्दूओ के देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है.... जिसका खुलासा वीजा रद्द होने के बाद हो पाया है....*
*भारत में हिंसा व गृहयुद्ध की विकट परिस्थितियों में ये सब लोग पाकिस्तान का ही साथ देंगे....ये तो तय हैं*
दूसरा पहलू.......
।।खामोश गृह युद्ध की आहट।।
सावधान सावधान सावधान
*पहलगाम हमले के बाद अचानक से भारतीय मुसलमान द्वारा सरकार के खिलाफ चल रहे हैं आंदोलनों का बंद होना। सभी मुसलमान का राष्ट्रवाद की धारा में आना , कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारतीय मुसलमान का हृदय परिवर्तन होना। और आंदोलन के मुख्य नेताओं ओवैसी ,मदनी, अचानक से पाकिस्तान मुर्दाबाद बोलना पाकिस्तान पर आक्रमण करने के भारत सरकार के फैसले का समर्थन करना आदि जनता को बहुत अच्छा व देशभक्ति भरा लग रहा है सुकून भरा लग रहा है । पर ये इनका अलतकिया भी हो सकता है कहीं यह आने वाले खतरे की घंटी की ओर इशारा तो नहीं हो रहा है। इतना ही ये देशभक्त होते हिन्दुओ को चाहने वाले होते व पाकिस्तान के विरोधी होते तो इन लोगो के वो बयान बिष भरे नही होते जो इन्होंने मात्र कुछ दिन पहले दिये थे । हर मीटिंग में हिन्दू विरोधी नारे ही लगे थे ।
आप इसका अंदाजा लगा सकते हो, पहलगाम आतंकवादी हमला होने के तुरंत बाद इनका सूचना तंत्र इतना जबरदस्त है। उस दिन से आज तक किसी भी मुसलमान नेता या मौलवी मौलाना का आतंकवाद हमले या पाकिस्तान के समर्थन में एक भी बयान नहीं आया है। वहीं दूसरी और विपक्ष हिंदू नेताओं सरकार से सवाल कर रहे हैं। लेकिन भारतीय मुसलमान नेताओं और मुसलमानों का अचानक से खामोश होना निश्चित तौर पर आने वाले समय के लिए बहुत बड़ा षड्यंत्र हो रहा है। एक बड़ा खतरा हो सकता हैं *
*वह जानते हैं कि भारतीय हिंदू अभी तक सोया हुआ है। और सेकुलर हिंदुओं को मूर्ख बनाना आसान है।* *मोदी जी द्वारा पाकिस्तान के वीजा रद्द करने के बाद से अचानक मुसलमान में घबराहट है। लेकिन वह उसे प्रकट नहीं कर रहे हैं।*
*क्यों कि उनको अच्छे से पता है भारतीय मुसलमान महिलाओं ने 5 से 7 लाख पाकिस्तानियों से शादी करके पिछले 25 से 30 सालों में।*
*और उन्होंने इस भारत के अंदर ही 75 लाख से एक करोड़ पाकिस्तान सपोले जिहादी पैदा कर दिए हैं। अगर भारत-पाकिस्तान पर आक्रमण करता है तो गृह युद्ध की स्थिति में यही सपोले जिहादी इस देश के अंदर तबाही मचाएंगे हिंदुओं को मारेंगे रेप बलत्कार करेंगे हिंदुओं की घरों और दुकानों को लूटेंगे ll*
*पूरे भारत के लगभग सभी राज्यों के लाखों मुसलमानों ने अपनी बेटियों की निकाहबाजी पाकिस्तान में की हुई है...*
*अब आप ही बताइए कि इन लाखों बेटियों के करोड़ों जेहादी मुस्लिम रिश्तेदार भारत के प्रति वफादार कैसे हो सकते हैं...*
*अपने जीजाजी की मौत थोड़े ही होने देंगे ये भारत की हिन्द सेना के हाथों....*
*ये सब लोग अपने जवाई को व अपने नाती व बेटी के सुहाग को जीवित रखने के लिए हजार बार हिन्दूओ के देश से गद्दारी करते रहेंगे......*
*इन लाखों मुस्लिम महिलाओं के भाईजान, अब्बा,चच्चा व अन्य रिश्तेदार भारत में अलग अलग सरकारी नौकरी में भी जरूर होंगे......*
*वो अपने अपने विभागों की खुफिया जानकारी अपनी बेटी व दोहिते दोहितियों को जरूर भेजते होंगे....*.
*ताकि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ आतंकवाद फैलाने की सभी प्रकार की जानकारी, लोकेशन व गली मोहल्लों में क्या क्या हो रहा है सभी प्रकार की मुखबिरी इनके द्वारा की जाती रही है*
*तभी तो भारत में आतंकवाद को फैलाने में पाकिस्तान को कोई खास परेशानी नहीं हो रही है......*
*यह षड्यंत्र 1947 के बाद से ही लगातार जारी है.....*
*इनकी यह निकाहबाजी देश के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बना हुआ है परंतु आजतक यह उजागर नहीं हो पाया.....*
*यह तो मोदी ने एकाएक अचानक से पाकिस्तान का वीजा रद्द कर दिया तो मालूम हुआ कि 10-20- 30 वर्ष पहले पाकिस्तान में निकाहबाजी की हुई मुस्लिम महिलाओं ने अभी तक अपनी नागरिकता भारत की ही रखी हुई है....*
*ये भारत की नागरिकता के मार्फ़त हजारों करोड़ रुपये का सरकारी योजनाओं का लाभ लेती रही है...*
*ये अपने पाकिस्तानी रिश्तेदारों के इलाज के लिए भी भारत के सरकारी अस्पतालों का इस्तेमाल कर रही है.....*
*लगातार भारत से पाकिस्तान आने जाने के दौरान इनके साथ आने जाने वाले पाकिस्तान के नागरिकों द्वारा जमकर भारत से ख़ुफ़िया जानकारी व संवेदनशील इलाकों की रैकी की जाती रही है........*
*ये निकाहबाजी की इस्लामी रिस्तेदारी हिन्दूओ के देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है.... जिसका खुलासा वीजा रद्द होने के बाद हो पाया है....*
*भारत में हिंसा व गृहयुद्ध की विकट परिस्थितियों में ये सब लोग पाकिस्तान का ही साथ देंगे....ये तो तय हैं*
*यह तय है क्योंकि ये न तो अपनी बहनों को विधवा होने देंगे और न ही अपने नाती रिश्तेदारों को अनाथ.....*
*ये निकाहबाजी जिहाद है......*
*इसका उचित इलाज करने के लिए एक कानून बनाया जाना चाहिए कि पाकिस्तान में निकाहबाजी किये गए भारतीय मुस्लिम परिवार की सारी सरकारी अस्पतालों की पात्रता समाप्त कर दी जानी चाहिए...और उनसे राष्ट्र के प्रति वफादारी की जवाबदेही तय की जानी चाहिए....*
*उन सभी के फोन व अन्य मीडिया गेजेट्स सर्विलांस पर लिए जाने चाहिए
*उनके द्वारा निर्धारित नियमों के उल्लंघन के बाद उन्हें जेल में डाल देना चाहिए जिन महिलाओं की शादी पाकिस्तान में हुई है उनके परिवार के सभी सदस्यों के वोटिंग अधिकार समाप्त किए जाए और राशनकार्ड - पासपोर्ट यहां से कमी किया जाना चाहिए और उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिये ।"*
*देश में आंतरिक सुरक्षा में ये सबसे बड़े खतरे बन गए हैं.....*
*ये भारत के लाखों मुसलमान न तो अपनी बेटी को बेवा विधवा होने देंगे और न ही अपनी बेटी के बच्चों को अनाथ.......*
*ये करोड़ों मुसलमान दिल दिमाग से पाकिस्तान के साथ थे व आगे पाकिस्तान का साथ ही देंगे।*
*फिर भी कामना है कि इनका ये हृदय परिवर्तन कायम रहे व हिंदुस्तान में अमन चैन रहे ।*
इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं को शेयर कीजिए और उन्हें सावधान कीजिए, सावधानी रखना कोई बुरी बात नही है llll
देशहित में जारी
*ये निकाहबाजी जिहाद है......*
*इसका उचित इलाज करने के लिए एक कानून बनाया जाना चाहिए कि पाकिस्तान में निकाहबाजी किये गए भारतीय मुस्लिम परिवार की सारी सरकारी अस्पतालों की पात्रता समाप्त कर दी जानी चाहिए...और उनसे राष्ट्र के प्रति वफादारी की जवाबदेही तय की जानी चाहिए....*
*उन सभी के फोन व अन्य मीडिया गेजेट्स सर्विलांस पर लिए जाने चाहिए
*उनके द्वारा निर्धारित नियमों के उल्लंघन के बाद उन्हें जेल में डाल देना चाहिए जिन महिलाओं की शादी पाकिस्तान में हुई है उनके परिवार के सभी सदस्यों के वोटिंग अधिकार समाप्त किए जाए और राशनकार्ड - पासपोर्ट यहां से कमी किया जाना चाहिए और उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिये ।"*
*देश में आंतरिक सुरक्षा में ये सबसे बड़े खतरे बन गए हैं.....*
*ये भारत के लाखों मुसलमान न तो अपनी बेटी को बेवा विधवा होने देंगे और न ही अपनी बेटी के बच्चों को अनाथ.......*
*ये करोड़ों मुसलमान दिल दिमाग से पाकिस्तान के साथ थे व आगे पाकिस्तान का साथ ही देंगे।*
*फिर भी कामना है कि इनका ये हृदय परिवर्तन कायम रहे व हिंदुस्तान में अमन चैन रहे ।*
इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं को शेयर कीजिए और उन्हें सावधान कीजिए, सावधानी रखना कोई बुरी बात नही है llll
देशहित में जारी
हिंदू धर्म – एक जीवनशैली....
हिंदू धर्म केवल एक धर्म नहीं, बल्कि एक प्राचीन जीवनशैली है जो सहिष्णुता, करुणा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। इसकी जड़ें वेदों, उपनिषदों और भगवद गीता जैसे ग्रंथों में हैं....।
मूल सिद्धांत:.....
* *सत्य* (सत्य बोलना).
* *अहिंसा* (किसी को कष्ट न देना).
* *धर्म* (कर्तव्यों का पालन).
* *कर्म* (अपने कार्यों का फल).
विविधता में एकता:...
हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा होती है जैसे भगवान शिव, विष्णु, राम, कृष्ण, लक्ष्मी, सरस्वती आदि, परंतु सभी में एक ही परमात्मा का अंश माना जाता है...
ध्यान और योग:...
ध्यान, योग और आत्म-ज्ञान पर ज़ोर देना इसे एक आध्यात्मिक विज्ञान बनाता है जो तन, मन और आत्मा को शुद्ध करता है...
निष्कर्ष:...
हिंदू धर्म हमें सिखाता है कि "वसुधैव कुटुंबकम्" यानी पूरी दुनिया एक परिवार है। यह प्रेम, शांति और सद्भाव का संदेश देता है...
हर हर महादेव! , जय श्री राम! ....
हिंदू धर्म केवल एक धर्म नहीं, बल्कि एक प्राचीन जीवनशैली है जो सहिष्णुता, करुणा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। इसकी जड़ें वेदों, उपनिषदों और भगवद गीता जैसे ग्रंथों में हैं....।
मूल सिद्धांत:.....
* *सत्य* (सत्य बोलना).
* *अहिंसा* (किसी को कष्ट न देना).
* *धर्म* (कर्तव्यों का पालन).
* *कर्म* (अपने कार्यों का फल).
विविधता में एकता:...
हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा होती है जैसे भगवान शिव, विष्णु, राम, कृष्ण, लक्ष्मी, सरस्वती आदि, परंतु सभी में एक ही परमात्मा का अंश माना जाता है...
ध्यान और योग:...
ध्यान, योग और आत्म-ज्ञान पर ज़ोर देना इसे एक आध्यात्मिक विज्ञान बनाता है जो तन, मन और आत्मा को शुद्ध करता है...
निष्कर्ष:...
हिंदू धर्म हमें सिखाता है कि "वसुधैव कुटुंबकम्" यानी पूरी दुनिया एक परिवार है। यह प्रेम, शांति और सद्भाव का संदेश देता है...
हर हर महादेव! , जय श्री राम! ....
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : शनिवार
दिनांक: 24 मई 2025
सूर्योदय : 5:27 प्रात:
सूर्यास्त : 7:20 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : द्वादशी 7:20 सांय तक फिर त्रयोदशी
नक्षत्र : रेवती 1:48 अपराह्न तक फिर अश्विन
योग : आयुष्मान 3:00 अपराह्न तक फिर सौभाग्य
राहुकाल : 8:52 - 10:35 प्रातः तक
विशेष : शनि प्रदोष
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : शनिवार
दिनांक: 24 मई 2025
सूर्योदय : 5:27 प्रात:
सूर्यास्त : 7:20 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि : द्वादशी 7:20 सांय तक फिर त्रयोदशी
नक्षत्र : रेवती 1:48 अपराह्न तक फिर अश्विन
योग : आयुष्मान 3:00 अपराह्न तक फिर सौभाग्य
राहुकाल : 8:52 - 10:35 प्रातः तक
विशेष : शनि प्रदोष
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 24, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
विद्यां चाविद्यां च यस्तद्वेदोभ्य सह ।
अविद्यया मृत्युं तीर्त्वाऽमृतमश्नुते ॥
जो दोनों को जानता है, भौतिक विज्ञान के साथ-साथ आध्यात्मिक विज्ञान भी, पूर्व से मृत्यु का भय, अर्थात् उचित शारीरिक और मानसिक प्रयासों से, और उत्तरार्द्ध, अर्थात् मन और आत्मा की पवित्रता से मुक्ति प्राप्त करता है।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
विद्यां चाविद्यां च यस्तद्वेदोभ्य सह ।
अविद्यया मृत्युं तीर्त्वाऽमृतमश्नुते ॥
जो दोनों को जानता है, भौतिक विज्ञान के साथ-साथ आध्यात्मिक विज्ञान भी, पूर्व से मृत्यु का भय, अर्थात् उचित शारीरिक और मानसिक प्रयासों से, और उत्तरार्द्ध, अर्थात् मन और आत्मा की पवित्रता से मुक्ति प्राप्त करता है।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
मई 24, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
सत्यस्य वचनं श्रेयः सत्यादपि हितं वदेत्।
यद्भूतहितमत्यन्तं एतत् सत्यं मतं मम्।।
यद्यपि सत्य वचन बोलना श्रेयस्कर है तथापि उस सत्य को ही बोलना चाहिए जिससे सर्वजन का कल्याण हो। मेरे (अर्थात् श्लोककर्ता नारद के) विचार से तो जो बात सभी का कल्याण करती है वही सत्य है।
जय श्री शनि देव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
सत्यस्य वचनं श्रेयः सत्यादपि हितं वदेत्।
यद्भूतहितमत्यन्तं एतत् सत्यं मतं मम्।।
यद्यपि सत्य वचन बोलना श्रेयस्कर है तथापि उस सत्य को ही बोलना चाहिए जिससे सर्वजन का कल्याण हो। मेरे (अर्थात् श्लोककर्ता नारद के) विचार से तो जो बात सभी का कल्याण करती है वही सत्य है।
जय श्री शनि देव
जय श्री राम
"कॉंग्रेस का घटियापन"
अच्छा तो ये होता कि राहुल गांधी पाकिस्तान से पूछते कि तुम्हारे 100 आतंकवादी मारे गए, पर छिटपुट लड़ाई थी, ज़्यादा चोट तो नहीं लगी?
मल्लिकार्जुन खरगे पाकिस्तान से पूछते कि आतंकवादियों के जनाज़े में फौजी अफसर मातम मनाने गए थे, उनके ज़्यादा आंसू तो खर्च नहीं हुए?
कांग्रेस के मुंबई वाले नेता, Asim Munir से पूछते कि तुमने 800 drones भेजे, एक भी निशाने पर नहीं लगा, क्या इसमें ज़्यादा खर्चा तो नहीं हो गया?
एक बार ये भी पूछ लेते कि तुम्हारे 11 airbases को Indian Airforce ने तबाह कर दिया, तुम्हारे कितने planes गिरे? कितने का नुकसान हुआ?
अच्छा तो ये होता कि ये नेता Shehbaz Sharif से पूछते कि जिस General ने पाकिस्तान का इतना भारी नुकसान किया, करोड़ों रुपये की missiles, waste कर दीं, उसे तुमने Field Marshal किसके pressure में बनाया? क्या इसके लिए Trump का phone आया?
पाकिस्तान से एक बार पूछते कि तुम्हारे DGMO ने phone करके युद्ध क्यों रुकवाया? Ceasefire क्यों करवाया? तुम्हारे nuclear bombs, भारत की missiles के range में तो नहीं आ गए थे?
लेकिन कांग्रेस के नेता तो उल्टे हमारी Army पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पूछ रहे हैं कि तुम्हारे कितने planes गिरे? हमारी फौज से पूछ रहे हैं कि तुमने पाकिस्तानी drones को मार गिराने में लाखों की missiles क्यों चलाई? अब कोई पूछे कि क्या युद्ध के मैदान में फौज, बही-खाता लेकर जाती है? पैसे गिन-गिन कर हथियार चलाती है? अगर पाकिस्तान को हराने के लिए, आतंकवाद को खत्म करने के लिए, करोड़ों भी खर्च करने पड़े तो इस देश में किसी को तकलीफ नहीं होगी.
अच्छा तो ये होता कि राहुल गांधी पाकिस्तान से पूछते कि तुम्हारे 100 आतंकवादी मारे गए, पर छिटपुट लड़ाई थी, ज़्यादा चोट तो नहीं लगी?
मल्लिकार्जुन खरगे पाकिस्तान से पूछते कि आतंकवादियों के जनाज़े में फौजी अफसर मातम मनाने गए थे, उनके ज़्यादा आंसू तो खर्च नहीं हुए?
कांग्रेस के मुंबई वाले नेता, Asim Munir से पूछते कि तुमने 800 drones भेजे, एक भी निशाने पर नहीं लगा, क्या इसमें ज़्यादा खर्चा तो नहीं हो गया?
एक बार ये भी पूछ लेते कि तुम्हारे 11 airbases को Indian Airforce ने तबाह कर दिया, तुम्हारे कितने planes गिरे? कितने का नुकसान हुआ?
अच्छा तो ये होता कि ये नेता Shehbaz Sharif से पूछते कि जिस General ने पाकिस्तान का इतना भारी नुकसान किया, करोड़ों रुपये की missiles, waste कर दीं, उसे तुमने Field Marshal किसके pressure में बनाया? क्या इसके लिए Trump का phone आया?
पाकिस्तान से एक बार पूछते कि तुम्हारे DGMO ने phone करके युद्ध क्यों रुकवाया? Ceasefire क्यों करवाया? तुम्हारे nuclear bombs, भारत की missiles के range में तो नहीं आ गए थे?
लेकिन कांग्रेस के नेता तो उल्टे हमारी Army पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पूछ रहे हैं कि तुम्हारे कितने planes गिरे? हमारी फौज से पूछ रहे हैं कि तुमने पाकिस्तानी drones को मार गिराने में लाखों की missiles क्यों चलाई? अब कोई पूछे कि क्या युद्ध के मैदान में फौज, बही-खाता लेकर जाती है? पैसे गिन-गिन कर हथियार चलाती है? अगर पाकिस्तान को हराने के लिए, आतंकवाद को खत्म करने के लिए, करोड़ों भी खर्च करने पड़े तो इस देश में किसी को तकलीफ नहीं होगी.
जब भी राजीव गाँधी का फोटो देखता हूँ तो दूरदर्शन के समाचार में श्रीलंका में भारतीय जवानो के कटे फटे शव आँखों के सामने घूम जाते है .. जब एक ही दिन लिट्टे ने भारतीय सेना पर हमला करके दो सौ बीस सैनिको को मार डाला था .. अमेरिका की तर्ज पर इनका भी सपना था ये भी "दादा" बने .. सो अपनी गली में ही दादा बनने के चक्कर में हजारो सैनिको का कत्ल करवाकर जब ये सपना पूरा नही हुआ तो सेना वापस बुला ली ...
जब भी राजीव गाँधी का फोटो देखता हूँ तो इंदिरा गाँधी के हत्या के बाद कांग्रेस के द्वारा सिखों के कत्लेआम पर दूरदर्शन के समाचार में राजीव गाँधी के बोले वाक्य "जब भी जंगल में कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो आस पास की जमीन उखड़ जाती है और छोटे मोटे पौधे उखड़ जाते है" याद आ जाते है ...
फ़िर मैं पूछता हूँ ... आखिर वो कौन लोग है जो इन्हें श्रद्धांजली देते है ???
जब भी राजीव गाँधी का फोटो देखता हूँ तो इंदिरा गाँधी के हत्या के बाद कांग्रेस के द्वारा सिखों के कत्लेआम पर दूरदर्शन के समाचार में राजीव गाँधी के बोले वाक्य "जब भी जंगल में कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो आस पास की जमीन उखड़ जाती है और छोटे मोटे पौधे उखड़ जाते है" याद आ जाते है ...
फ़िर मैं पूछता हूँ ... आखिर वो कौन लोग है जो इन्हें श्रद्धांजली देते है ???