Tomorrow's topic will be "Major Economic Problems and Government Initiatives " 4 MCQs will be there from this topic and 1 from today's news.
And
A 2 marks mains question based on pyq. (Economy)
A 10 marks mains question based on pyq. (Indian History) - Topic Indian heritage: Fine Art, Performing Art, Architecture & Literature of Mughals (भारतीय विरासत: मुग़ल काल की ललित कला, प्रदर्शन कला, वास्तुकला और साहित्य)
And
A 2 marks mains question based on pyq. (Economy)
A 10 marks mains question based on pyq. (Indian History) - Topic Indian heritage: Fine Art, Performing Art, Architecture & Literature of Mughals (भारतीय विरासत: मुग़ल काल की ललित कला, प्रदर्शन कला, वास्तुकला और साहित्य)
Forwarded from Vikrant
साहित्य का नोबेल प्राप्त करने वाली लेखिका हान कांग का संबंध है ?
Anonymous Quiz
18%
ताइवान
16%
चीन
56%
दक्षिण कोरिया
10%
जापान
Forwarded from Vikrant
प्रधानमंत्री जनधन योजना के खाते के संबंध में सत्य कथन है
Anonymous Quiz
13%
इसमें 20000 की ओवरड्राफ्ट सुविधा उपलब्ध है।
16%
इसमें 100 रुपए न्यूनतम बैलेंस रखना अनिवार्य है।
22%
इस खाते में जमा राशि पर ब्याज मिलता है।
49%
सभी सत्य हैं।
Forwarded from Vikrant
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में उपलब्ध ऋण प्रकारों में से असत्य का चयन करें
Anonymous Quiz
9%
शिशु 50000 तक
17%
किशोर 50000 से 500000 तक
42%
तरुण 500000 से 5000000 तक
33%
सभी।
Forwarded from Vikrant
अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस कब मनाया जाता है ?
Anonymous Quiz
27%
10 अक्टूबर
38%
11 अक्तूबर
28%
12 अक्तूबर
7%
13 अक्टूबर
Forwarded from Vikrant
आजकल खबरों में चर्चित आभा ( ABHA) क्या है ?
Anonymous Quiz
76%
Ayushmam Bharat Health Account
7%
Aadhar Basic Health Account
11%
Aadhar Biometric Health Account
5%
Ayushman Basic Health Account
"देशज विषय मुगलकालीन साहित्य की एक अनन्य विशेषता है।" व्याख्या कीजिए । 10 marks #DMAW31
एसडीजी 3 लक्ष्य की पूर्ति करने में भारत सरकार और राजस्थान सरकार प्रत्येक की 2-2 योजनाओं का उल्लेख कीजिए। 2 marks #DMAW32
Elaborate any one of the following themes in approximately 150 words:
1. Rising Rajasthan
2. Conscience is a man's compass.
3. Climate Justice : The need of the hour.
#DMAW33
1. Rising Rajasthan
2. Conscience is a man's compass.
3. Climate Justice : The need of the hour.
#DMAW33
Vikrant Sharma RAS2021 Rank 1
https://flipbookpdf.net/web/site/73e682ee94e85afd8e2853eb48b5e800b9ca91ab202411.pdf.html
राजस्थान हिंदी अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तक राजस्थान का आर्थिक परिदृश्य : RAS के पाठ्यक्रम के अनुसार राजस्थान अर्थव्यवस्था के लिए हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी
https://www.instagram.com/cosmic_karwan?igsh=MTRyeXNlbWI2cWszNQ==
एक हिंदी ब्लॉग बनाने की कोशिश की है इंस्टाग्राम पर। आप लोगों में से जिनका इंटरेस्ट हो ( साहित्य, विज्ञान, कला, दर्शन, भाषा, यात्रा, अध्यात्म से संबंधित विषयों में) फॉलो कर सकते हो और अगर नहीं है तो उन लोगों तक शेयर कर दें जो आपकी जानकारी में हैं और जिनका इंटरेस्ट ऐसे विषयों में हो सकता है।
शुक्रिया 😃
एक हिंदी ब्लॉग बनाने की कोशिश की है इंस्टाग्राम पर। आप लोगों में से जिनका इंटरेस्ट हो ( साहित्य, विज्ञान, कला, दर्शन, भाषा, यात्रा, अध्यात्म से संबंधित विषयों में) फॉलो कर सकते हो और अगर नहीं है तो उन लोगों तक शेयर कर दें जो आपकी जानकारी में हैं और जिनका इंटरेस्ट ऐसे विषयों में हो सकता है।
शुक्रिया 😃
RAS Mains 2023 result will most probably be declared in 2024 or first week of January 2025 😀. All the best. I will share check list for interview preparation once result is declared.
All the best to all those who qualified for the interview.
More strength to those who couldn't. Your hard work won't be wasted; it will return in some way or another.
Vikrant
More strength to those who couldn't. Your hard work won't be wasted; it will return in some way or another.
Vikrant
RPSC RAS साक्षात्कार के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
साक्षात्कार की तैयारी का कोई निश्चित सिलेबस नहीं होता और इसमें मार्क्स बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं लेकिन फिर भी कुछ महत्वपूर्ण बिंदु :
1. बायोडाटा की पूरी जानकारी:
गांव, जिला, क्षेत्र: आपको अपने गांव, जिला और क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जैसे कि प्रमुख स्थल, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक घटनाएँ, कृषि आदि।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि: अपने शिक्षा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे कि आपके कॉलेज/स्कूल के नाम, विषय, तथा किसी विशेष उपलब्धि को याद रखें।
पूर्व कार्य अनुभव: आपके द्वारा किए गए पिछले कार्यों, परियोजनाओं, या इंटर्नशिप के बारे में सोचें और यह समझें कि वे कैसे आपके विकास में सहायक रहे।
वर्तमान जॉब: यदि आप वर्तमान में किसी पद पर कार्यरत हैं, तो उस पद के कार्यों, जिम्मेदारियों और आपके योगदान के बारे में स्पष्ट रहें।
2. समसामयिक मुद्दे और ओपिनियन:
देश और राज्य के समसामयिक मुद्दों, राजनीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर आपकी स्पष्ट राय होनी चाहिए। इन पर नियमित रूप से समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑनलाइन स्रोतों से अपडेट रहें।
न्यूजपेपर संपादकीय: अखबार के संपादकीय पन्नों को पढ़ने से आपके विचारों का विस्तार होता है और आपकी आलोचनात्मक सोच बढ़ती है।
3. फैक्चुअल प्रश्न (Random factual questions):
साक्षात्कार में अक्सर रैंडम फैक्ट्स पूछे जाते हैं जैसे प्रमुख त्योहार, ऐतिहासिक स्थल, प्रसिद्ध व्यक्तित्व आदि के बारे में। आप पिछले इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट और विभिन्न स्रोतों से इन प्रश्नों की प्रैक्टिस कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, राजस्थान में प्रमुख मेलों और त्योहारों, प्रमुख हस्तियों, ऐतिहासिक स्थानों के बारे में जानकारी रखें।
4. कल्पनात्मक प्रश्न (Hypothetical or situational questions):
साक्षात्कार में कल्पनात्मक या परिस्थितिक प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं, जैसे कि "यदि आपको कोई प्रशासनिक समस्या मिलती है, तो आप उसे कैसे सुलझाएंगे?" इस प्रकार के प्रश्नों के लिए आपके पास व्यावहारिक सोच और तर्कयुक्त उत्तर होना चाहिए।
5. RAS के कार्यक्षेत्र और अन्य सेवाओं के बारे में सामान्य जानकारी:
RAS (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) और अन्य राज्य सेवाओं के कार्यक्षेत्र, जिम्मेदारियों और उनके बीच के अंतर को समझें।
RAS के अधिकारियों के अधिकार, कर्तव्य, प्रशासनिक संरचना के बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है।
6. केंद्र तथा राज्य सरकार की योजना और नीतियों की जानकारी
साक्षात्कार के अन्य सुझाव:
विभिन्न दृष्टिकोणों से सोचें: साक्षात्कार में विभिन्न परिपेक्ष्यों से सोचने की क्षमता की परीक्षा ली जाती है। किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से पहले उसके सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक पहलुओं पर विचार करें।
आत्मविश्वास बनाए रखें: साक्षात्कार में आत्मविश्वास महत्वपूर्ण है। सवालों का उत्तर देते समय घबराएं नहीं, और ईमानदारी से अपने विचार रखें।
दिखावा न करें: यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं जानते हैं, तो सीधे कहें कि आपको जानकारी नहीं है, लेकिन आप उस विषय पर सीखने के लिए तैयार हैं। नॉर्मल फॉर्मल ड्रेस पहनें।
साक्षात्कार की तैयारी का कोई निश्चित सिलेबस नहीं होता और इसमें मार्क्स बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं लेकिन फिर भी कुछ महत्वपूर्ण बिंदु :
1. बायोडाटा की पूरी जानकारी:
गांव, जिला, क्षेत्र: आपको अपने गांव, जिला और क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जैसे कि प्रमुख स्थल, सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक घटनाएँ, कृषि आदि।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि: अपने शिक्षा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे कि आपके कॉलेज/स्कूल के नाम, विषय, तथा किसी विशेष उपलब्धि को याद रखें।
पूर्व कार्य अनुभव: आपके द्वारा किए गए पिछले कार्यों, परियोजनाओं, या इंटर्नशिप के बारे में सोचें और यह समझें कि वे कैसे आपके विकास में सहायक रहे।
वर्तमान जॉब: यदि आप वर्तमान में किसी पद पर कार्यरत हैं, तो उस पद के कार्यों, जिम्मेदारियों और आपके योगदान के बारे में स्पष्ट रहें।
2. समसामयिक मुद्दे और ओपिनियन:
देश और राज्य के समसामयिक मुद्दों, राजनीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर आपकी स्पष्ट राय होनी चाहिए। इन पर नियमित रूप से समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑनलाइन स्रोतों से अपडेट रहें।
न्यूजपेपर संपादकीय: अखबार के संपादकीय पन्नों को पढ़ने से आपके विचारों का विस्तार होता है और आपकी आलोचनात्मक सोच बढ़ती है।
3. फैक्चुअल प्रश्न (Random factual questions):
साक्षात्कार में अक्सर रैंडम फैक्ट्स पूछे जाते हैं जैसे प्रमुख त्योहार, ऐतिहासिक स्थल, प्रसिद्ध व्यक्तित्व आदि के बारे में। आप पिछले इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट और विभिन्न स्रोतों से इन प्रश्नों की प्रैक्टिस कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, राजस्थान में प्रमुख मेलों और त्योहारों, प्रमुख हस्तियों, ऐतिहासिक स्थानों के बारे में जानकारी रखें।
4. कल्पनात्मक प्रश्न (Hypothetical or situational questions):
साक्षात्कार में कल्पनात्मक या परिस्थितिक प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं, जैसे कि "यदि आपको कोई प्रशासनिक समस्या मिलती है, तो आप उसे कैसे सुलझाएंगे?" इस प्रकार के प्रश्नों के लिए आपके पास व्यावहारिक सोच और तर्कयुक्त उत्तर होना चाहिए।
5. RAS के कार्यक्षेत्र और अन्य सेवाओं के बारे में सामान्य जानकारी:
RAS (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) और अन्य राज्य सेवाओं के कार्यक्षेत्र, जिम्मेदारियों और उनके बीच के अंतर को समझें।
RAS के अधिकारियों के अधिकार, कर्तव्य, प्रशासनिक संरचना के बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है।
6. केंद्र तथा राज्य सरकार की योजना और नीतियों की जानकारी
साक्षात्कार के अन्य सुझाव:
विभिन्न दृष्टिकोणों से सोचें: साक्षात्कार में विभिन्न परिपेक्ष्यों से सोचने की क्षमता की परीक्षा ली जाती है। किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से पहले उसके सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक पहलुओं पर विचार करें।
आत्मविश्वास बनाए रखें: साक्षात्कार में आत्मविश्वास महत्वपूर्ण है। सवालों का उत्तर देते समय घबराएं नहीं, और ईमानदारी से अपने विचार रखें।
दिखावा न करें: यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं जानते हैं, तो सीधे कहें कि आपको जानकारी नहीं है, लेकिन आप उस विषय पर सीखने के लिए तैयार हैं। नॉर्मल फॉर्मल ड्रेस पहनें।
मनुष्य जन्मजात प्रतिभा और परिस्थितियों के संयोग से बनता-बिगड़ता रहता है। जीवन हर क्षण परिवर्तित होता है, और हर अनुभव व्यक्ति के व्यक्तित्व को उसी प्रकार आकार देता है जैसे लोहे को हथौड़ा। परंतु यह हथौड़ा केवल लोहे को आकार दे सकता है, प्लास्टिक को नहीं।
हाल ही में भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया पर एक उच्च मेधावी युवक, जो अब "बाबा" बन चुका है, चर्चा का विषय रहा। इस पर विभिन्न दृष्टिकोण सामने आए। कुछ ने इसे सनातन अध्यात्म की तार्किकता से जोड़कर देखा, जिसे क्वांटम भौतिकी और फ्लूड डायनेमिक्स के सिद्धांतों से मेल खाते बताया गया। उन्होंने यह तर्क दिया कि केवल एक एयरोस्पेस इंजीनियर जैसा व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। वहीं दूसरी ओर, कुछ ने इस पूरे प्रकरण को कोरी कल्पना, नाटक, और उस युवक की मानसिक स्थिति, चिलम, गांजे का परिणाम बताया।
इन दोनों दृष्टिकोणों के अपने-अपने तर्क और सीमाएँ हैं। यथार्थ इन अर्धसत्यों के बीच कहीं होता है। सत्य को खोजने के प्रयास हमेशा सही हों, यह आवश्यक नहीं; लेकिन सत्य की खोज बायसमुक्त होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण प्रश्न
इस घटना ने हमारे सामने कई महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े किए हैं।
1. व्यक्ति और उसकी उपलब्धियाँ:
हमारे समाज में व्यक्ति से अधिक उसकी अर्जित उपलब्धियों और टैग्स को महत्त्व दिया जाता है। यह सच है कि उपलब्धियाँ व्यक्ति के व्यक्तित्व का एक हिस्सा होती हैं, लेकिन क्या यह उसका एकमात्र पक्ष है? शायद नहीं। व्यक्ति का निर्माण उसके विचारों, अनुभवों और भावनात्मक गहराई से होता है, जो इन उपलब्धियों से कहीं अधिक व्यापक और जटिल है।
2. अनुभव और व्यक्तित्व निर्माण:
एक व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में उसके अनुभवों की गहरी भूमिका होती है। उस युवक का "बाबा" बन जाना शायद उसके बचपन में प्रेम की कमी का परिणाम हो सकता है या फिर उसकी अध्यात्म के प्रति सहज जिज्ञासा का परिणाम? या फिर जीवन के अर्थ की खोज का परिणाम ?
3. मानसिक स्वास्थ्य का प्रभाव:
क्या अध्यात्म उस युवक के लिए फ्रायड का सेल्फ-डिफेंस मैकेनिज्म है, जो उसने अपनी आंतरिक पीड़ा से निपटने के लिए अपनाया? या यह विवेकानंद के "स्वानुभूत सत्य" का मार्ग है, जिसे वह आत्मबोध के रूप में देखता है? शायद इसका उत्तर इन दोनों के बीच कहीं छिपा है।
लेकिन ये सच है कि माता-पिता का बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में अत्यंत महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। बचपन में मिले अनुभव, विशेषकर आघात या ट्रॉमा, लंबे समय तक व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करते हैं।
4. जन्मजात गुण:
यह विचारणीय है कि मानसिक दबाव से गुजरने वाला व्यक्ति अपराधी भी बन सकता है। फिर क्या कारण है कि उस युवक ने अध्यात्म का मार्ग चुना? क्या यह इस बात की ओर संकेत नहीं करता कि जन्मजात रूप से भी इंसान में कुछ गुण होते हैं, जैसे पदार्थों के अपने गुण होते हैं? क्या इंसान जन्म के समय खाली स्लेट नहीं होता ?
निष्कर्ष
अंततः, यह कहना कठिन है कि किसी के जीवन में हस्तक्षेप करने या उसे सही-गलत ठहराने का अधिकार हमें किसने दिया। जब हमारे पास किसी के जीवन की परिस्थितियों और अनुभवों के बारे में सीमित जानकारी हो, तो हमारी समझ भी सीमित ही होती है।
सत्य और यथार्थ को समझने के लिए हमें अपने पूर्वाग्रहों से मुक्त होकर, गहराई से विचार करना होगा। किसी व्यक्ति के निर्णयों, विशेषकर उसके जीवन में आए बदलावों को जज करने से पहले, हमें यह समझना चाहिए कि वह अनुभवों और भावनाओं का जटिल परिणाम है।
इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया कि व्यक्ति का निर्माण केवल बाहरी उपलब्धियों या समाज द्वारा दिए गए टैग्स से नहीं होता, बल्कि उसके आंतरिक अनुभव, भावनात्मक स्थिति और मानसिक स्वास्थ्य से होता है। शायद यह घटना हमारे लिए यह सीखने का अवसर है कि हर इंसान को उसकी संपूर्णता में समझने की कोशिश करें, न कि केवल उसके टैग्स और उपलब्धियों के आधार पर।
हाल ही में भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया पर एक उच्च मेधावी युवक, जो अब "बाबा" बन चुका है, चर्चा का विषय रहा। इस पर विभिन्न दृष्टिकोण सामने आए। कुछ ने इसे सनातन अध्यात्म की तार्किकता से जोड़कर देखा, जिसे क्वांटम भौतिकी और फ्लूड डायनेमिक्स के सिद्धांतों से मेल खाते बताया गया। उन्होंने यह तर्क दिया कि केवल एक एयरोस्पेस इंजीनियर जैसा व्यक्ति ही इसे समझ सकता है। वहीं दूसरी ओर, कुछ ने इस पूरे प्रकरण को कोरी कल्पना, नाटक, और उस युवक की मानसिक स्थिति, चिलम, गांजे का परिणाम बताया।
इन दोनों दृष्टिकोणों के अपने-अपने तर्क और सीमाएँ हैं। यथार्थ इन अर्धसत्यों के बीच कहीं होता है। सत्य को खोजने के प्रयास हमेशा सही हों, यह आवश्यक नहीं; लेकिन सत्य की खोज बायसमुक्त होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण प्रश्न
इस घटना ने हमारे सामने कई महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े किए हैं।
1. व्यक्ति और उसकी उपलब्धियाँ:
हमारे समाज में व्यक्ति से अधिक उसकी अर्जित उपलब्धियों और टैग्स को महत्त्व दिया जाता है। यह सच है कि उपलब्धियाँ व्यक्ति के व्यक्तित्व का एक हिस्सा होती हैं, लेकिन क्या यह उसका एकमात्र पक्ष है? शायद नहीं। व्यक्ति का निर्माण उसके विचारों, अनुभवों और भावनात्मक गहराई से होता है, जो इन उपलब्धियों से कहीं अधिक व्यापक और जटिल है।
2. अनुभव और व्यक्तित्व निर्माण:
एक व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में उसके अनुभवों की गहरी भूमिका होती है। उस युवक का "बाबा" बन जाना शायद उसके बचपन में प्रेम की कमी का परिणाम हो सकता है या फिर उसकी अध्यात्म के प्रति सहज जिज्ञासा का परिणाम? या फिर जीवन के अर्थ की खोज का परिणाम ?
3. मानसिक स्वास्थ्य का प्रभाव:
क्या अध्यात्म उस युवक के लिए फ्रायड का सेल्फ-डिफेंस मैकेनिज्म है, जो उसने अपनी आंतरिक पीड़ा से निपटने के लिए अपनाया? या यह विवेकानंद के "स्वानुभूत सत्य" का मार्ग है, जिसे वह आत्मबोध के रूप में देखता है? शायद इसका उत्तर इन दोनों के बीच कहीं छिपा है।
लेकिन ये सच है कि माता-पिता का बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में अत्यंत महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। बचपन में मिले अनुभव, विशेषकर आघात या ट्रॉमा, लंबे समय तक व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करते हैं।
4. जन्मजात गुण:
यह विचारणीय है कि मानसिक दबाव से गुजरने वाला व्यक्ति अपराधी भी बन सकता है। फिर क्या कारण है कि उस युवक ने अध्यात्म का मार्ग चुना? क्या यह इस बात की ओर संकेत नहीं करता कि जन्मजात रूप से भी इंसान में कुछ गुण होते हैं, जैसे पदार्थों के अपने गुण होते हैं? क्या इंसान जन्म के समय खाली स्लेट नहीं होता ?
निष्कर्ष
अंततः, यह कहना कठिन है कि किसी के जीवन में हस्तक्षेप करने या उसे सही-गलत ठहराने का अधिकार हमें किसने दिया। जब हमारे पास किसी के जीवन की परिस्थितियों और अनुभवों के बारे में सीमित जानकारी हो, तो हमारी समझ भी सीमित ही होती है।
सत्य और यथार्थ को समझने के लिए हमें अपने पूर्वाग्रहों से मुक्त होकर, गहराई से विचार करना होगा। किसी व्यक्ति के निर्णयों, विशेषकर उसके जीवन में आए बदलावों को जज करने से पहले, हमें यह समझना चाहिए कि वह अनुभवों और भावनाओं का जटिल परिणाम है।
इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया कि व्यक्ति का निर्माण केवल बाहरी उपलब्धियों या समाज द्वारा दिए गए टैग्स से नहीं होता, बल्कि उसके आंतरिक अनुभव, भावनात्मक स्थिति और मानसिक स्वास्थ्य से होता है। शायद यह घटना हमारे लिए यह सीखने का अवसर है कि हर इंसान को उसकी संपूर्णता में समझने की कोशिश करें, न कि केवल उसके टैग्स और उपलब्धियों के आधार पर।
Best Wishes for RAS Exam Aspirants!
May Maa Saraswati, the goddess of wisdom, bless you with clarity of thought and sharp memory.
Stay calm, focused, and confident as you step into this important day.
Don't overthink. Let the process drive you.
Read the important instructions and follow them wisely.
Trust in your hard work and give your best effort.
Good luck, and may you all achieve the success you truly deserve!
May Maa Saraswati, the goddess of wisdom, bless you with clarity of thought and sharp memory.
Stay calm, focused, and confident as you step into this important day.
Don't overthink. Let the process drive you.
Read the important instructions and follow them wisely.
Trust in your hard work and give your best effort.
Good luck, and may you all achieve the success you truly deserve!