News24 और दैनिक भास्कर जैसे पकौड़ा न्यूज के अफवाहों का शिकार हो गए हैं ये लोग l
Fact-Check Conclusion: The claim about the BJP delivering vermilion to every home starting June 9, 2025, as part of "Operation Sindoor" is not supported by verified sources and should be considered unconfirmed.
The BJP is planning a mass outreach campaign for Modi 3.0's anniversary, but the specific detail about vermilion distribution lacks credible evidence. Always verify such claims through official BJP channels or trusted news outlets before accepting them as true.
Fact-Check Conclusion: The claim about the BJP delivering vermilion to every home starting June 9, 2025, as part of "Operation Sindoor" is not supported by verified sources and should be considered unconfirmed.
The BJP is planning a mass outreach campaign for Modi 3.0's anniversary, but the specific detail about vermilion distribution lacks credible evidence. Always verify such claims through official BJP channels or trusted news outlets before accepting them as true.
Media is too big
VIEW IN TELEGRAM
लालू प्रसाद यादव मर्यादा, शुचिता की बात करते हैं.
इस वीडियो में उनकी और उनके परिवार की धज्जियाँ उड़ाई गई हैं.
कृपया देखें और share करें
इस वीडियो में उनकी और उनके परिवार की धज्जियाँ उड़ाई गई हैं.
कृपया देखें और share करें
⚡️The WAR between 🇵🇰Pakistan and 🇮🇳India is NOT OVER YET.
🔥Join Gaganauts of Geopolitics, the most quoted news channel on South Asia geopolitics to avoid missing the resumption of hostilities between two NUCLEAR nations.
Check out the latest geopolitical events 👇
◾️'Death to India' slogans raised once again in Pakistan
◾️Pak player goes unhinged after tennis loss
◾️Indian Army reviews its cutting-edge combat drones
🔥 🚀 Follow the channel for the latest updates
🔥Join Gaganauts of Geopolitics, the most quoted news channel on South Asia geopolitics to avoid missing the resumption of hostilities between two NUCLEAR nations.
Check out the latest geopolitical events 👇
◾️'Death to India' slogans raised once again in Pakistan
◾️Pak player goes unhinged after tennis loss
◾️Indian Army reviews its cutting-edge combat drones
🔥 🚀 Follow the channel for the latest updates
Media is too big
VIEW IN TELEGRAM
Meanwhile... Pakistani PM - पापा ने हमें 15 Brahmos मिसाइल मारी... बुहुहू
Dreaded Maoist Kunjam Hidma has been arrested. Security forces apprehended him from the jungles of Koraput, Odisha. The police also recovered weapons, including an AK.
This is equal to arresting Hafeez Saeed alive 🔥💯
This is equal to arresting Hafeez Saeed alive 🔥💯
Explore our channel for the latest news and analysis on important developments happening around the world.
[🇮🇳] The Geosight is an intelligence aggregator from a nationalist perspective. We provide our readers with a mixture of breaking news and geopolitical commentary.
• Defence & Security
• Geopolitics
• Wars & Conflicts
• Economic Trends
Join 🚩:
https://t.me/GeoSight
https://t.me/GeoSight
https://t.me/GeoSight
[🇮🇳] The Geosight is an intelligence aggregator from a nationalist perspective. We provide our readers with a mixture of breaking news and geopolitical commentary.
• Defence & Security
• Geopolitics
• Wars & Conflicts
• Economic Trends
Join 🚩:
https://t.me/GeoSight
https://t.me/GeoSight
https://t.me/GeoSight
पंजाब के तीन युवाओं को एक एजेंट ने यह कहकर लुभाया कि वह उन्हें ईरान और दुबई के रास्ते ऑस्ट्रेलिया पहुँचा देगा। उन्होंने एजेंट को 30 से 40 लाख रुपये तक दे दिए और तेहरान (ईरान की राजधानी) पहुँच भी गए।
लेकिन वहाँ उनका अपहरण हो गया।अब ना घर वापसी की कोई गारंटी है, और अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ रूपए मांगे हैं परिवार वालों से
विडंबना यह है कि इन युवाओं के माता-पिता वही लोग हैं जो एक साल तक दिल्ली में किसानों के आंदोलन में बैठे रहे। उस समय उनका कहना था कि हमें कॉर्पोरेट खेती या उद्योग नहीं चाहिए।
लेकिन अब वे अपने बच्चों को उन्हीं विकसित देशों में भेजना चाहते हैं, जहाँ पूरा सिस्टम उद्योग और कॉर्पोरेट पर चलता है। और इसके लिए वह Dunki करवाते हैं... लाखों झोंकते हैं.
और जब उनके बच्चों को विदेशों में कोई मुसीबत आती है, तो वे उसी भारत सरकार से गुहार लगाते हैं जिसे पहले गालियाँ दी थीं।
ऐसे उदाहरण बहुत आम हैं। पंजाब और हरियाणा के गाँवों में दर्जनों परिवार खेती छोड़कर बच्चों को विदेश भेजने के लिए ज़मीन बेच देते हैं।वहाँ स्कूलों में 10वीं-12वीं के बाद बच्चे इंजीनियरिंग या डॉक्टर बनने की तैयारी नहीं करते,बल्कि #IELTS की कोचिंग लेते हैं ताकि कनाडा,ऑस्ट्रेलिया या यूके जा सकें।
बहुत से ऐसे किसान परिवार जो "#कॉर्पोरेट_खेती" का विरोध करते हैं,उनके बच्चे आज उन्हीं कॉर्पोरेट कंपनियों में विदेशों में काम कर रहे हैं।
हमारे देश में जब भी सरकार कोई सुधार लाने की कोशिश करती है,जैसे कृषि कानून या उद्योगों को बढ़ावा,तो कुछ वर्ग दिल्ली में धरना देने लगते हैं और कहते हैं कि हमें ये सब नहीं चाहिए।जब भारत में ही कोई ऑस्ट्रेलिया जैसा माहौल बनाने की कोशिश होती है,तो सबसे ज़्यादा विरोध वही लोग करते हैं जो बाद में अपने बच्चों को विदेश भेजते हैं।यह विरोधाभास सिर्फ अर्थव्यवस्था का नहीं,बल्कि सोच का संकट है।
भारत के पास वो क्षमता है कि वह अगले 15-20 सालों में दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में शामिल हो सकता है।लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी मानसिकता बदलें।सिर्फ सरकार से उम्मीद लगाने से कुछ नहीं होगा,समाज को भी तय करना होगा कि वह सच में विकास चाहता है या सिर्फ विदेश भेजने का सपना।
इस पूरे संकट के लिए जिम्मेदार हैं हमारे समाज के वो शिक्षित वर्ग,बुद्धिजीवी और नेता जो सही सोच को लोगों तक पहुँचाने में नाकाम रहते हैं।वे या तो खुद भ्रम में रहते हैं,या फिर जानबूझकर लोगों को भ्रमित करते हैं।
जब तक हम ईमानदारी से ये सवाल नहीं पूछेंगे,कि हम देश में विकास चाहते भी हैं या नहीं,तब तक न हमारे बच्चे सुरक्षित होंगे,न हमारा भविष्य।
साभार
लेकिन वहाँ उनका अपहरण हो गया।अब ना घर वापसी की कोई गारंटी है, और अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ रूपए मांगे हैं परिवार वालों से
विडंबना यह है कि इन युवाओं के माता-पिता वही लोग हैं जो एक साल तक दिल्ली में किसानों के आंदोलन में बैठे रहे। उस समय उनका कहना था कि हमें कॉर्पोरेट खेती या उद्योग नहीं चाहिए।
लेकिन अब वे अपने बच्चों को उन्हीं विकसित देशों में भेजना चाहते हैं, जहाँ पूरा सिस्टम उद्योग और कॉर्पोरेट पर चलता है। और इसके लिए वह Dunki करवाते हैं... लाखों झोंकते हैं.
और जब उनके बच्चों को विदेशों में कोई मुसीबत आती है, तो वे उसी भारत सरकार से गुहार लगाते हैं जिसे पहले गालियाँ दी थीं।
ऐसे उदाहरण बहुत आम हैं। पंजाब और हरियाणा के गाँवों में दर्जनों परिवार खेती छोड़कर बच्चों को विदेश भेजने के लिए ज़मीन बेच देते हैं।वहाँ स्कूलों में 10वीं-12वीं के बाद बच्चे इंजीनियरिंग या डॉक्टर बनने की तैयारी नहीं करते,बल्कि #IELTS की कोचिंग लेते हैं ताकि कनाडा,ऑस्ट्रेलिया या यूके जा सकें।
बहुत से ऐसे किसान परिवार जो "#कॉर्पोरेट_खेती" का विरोध करते हैं,उनके बच्चे आज उन्हीं कॉर्पोरेट कंपनियों में विदेशों में काम कर रहे हैं।
हमारे देश में जब भी सरकार कोई सुधार लाने की कोशिश करती है,जैसे कृषि कानून या उद्योगों को बढ़ावा,तो कुछ वर्ग दिल्ली में धरना देने लगते हैं और कहते हैं कि हमें ये सब नहीं चाहिए।जब भारत में ही कोई ऑस्ट्रेलिया जैसा माहौल बनाने की कोशिश होती है,तो सबसे ज़्यादा विरोध वही लोग करते हैं जो बाद में अपने बच्चों को विदेश भेजते हैं।यह विरोधाभास सिर्फ अर्थव्यवस्था का नहीं,बल्कि सोच का संकट है।
भारत के पास वो क्षमता है कि वह अगले 15-20 सालों में दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में शामिल हो सकता है।लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी मानसिकता बदलें।सिर्फ सरकार से उम्मीद लगाने से कुछ नहीं होगा,समाज को भी तय करना होगा कि वह सच में विकास चाहता है या सिर्फ विदेश भेजने का सपना।
इस पूरे संकट के लिए जिम्मेदार हैं हमारे समाज के वो शिक्षित वर्ग,बुद्धिजीवी और नेता जो सही सोच को लोगों तक पहुँचाने में नाकाम रहते हैं।वे या तो खुद भ्रम में रहते हैं,या फिर जानबूझकर लोगों को भ्रमित करते हैं।
जब तक हम ईमानदारी से ये सवाल नहीं पूछेंगे,कि हम देश में विकास चाहते भी हैं या नहीं,तब तक न हमारे बच्चे सुरक्षित होंगे,न हमारा भविष्य।
साभार
Schaeffler India opens its 5th plant in Tamil Nadu to boost hybrid & conventional powertrain parts.
Spread over 16,500 sqm, the facility is part of a ₹1,700 Cr investment push—supporting India’s #EV transition with production ramp-up by Q4 2025. #MakeinIndia
Spread over 16,500 sqm, the facility is part of a ₹1,700 Cr investment push—supporting India’s #EV transition with production ramp-up by Q4 2025. #MakeinIndia