Remember this. Probably the best thing ever Smita ji has said.
If your calling out terrorism offends someone, he is surely not worth having as a friend or colleague.
People have died, killed in cold blood so don’t be apologetic to useful idiots of terror network.
We can and should always be friends with someone who has different political opinion, ideology, faith, world views, life outlook but you can’t ever compromise on nationalism and terrorism.
That’s red line one should keep.
Anyone for whom Ajmal Kasab or Yasin Malik or Pahalgam terrorists or Hamas terrorists or Osama bin Laden, Zakir Naik, Umer Khalid kinds are heroes, stay far far away from them.
- Doctor Rajesh Patil
If your calling out terrorism offends someone, he is surely not worth having as a friend or colleague.
People have died, killed in cold blood so don’t be apologetic to useful idiots of terror network.
We can and should always be friends with someone who has different political opinion, ideology, faith, world views, life outlook but you can’t ever compromise on nationalism and terrorism.
That’s red line one should keep.
Anyone for whom Ajmal Kasab or Yasin Malik or Pahalgam terrorists or Hamas terrorists or Osama bin Laden, Zakir Naik, Umer Khalid kinds are heroes, stay far far away from them.
- Doctor Rajesh Patil
वीर सावरकर को अंग्रेजों का दलाल बताने गए था पप्पू, बापू को अंग्रेजों का दलाल प्रमाण करवा कर आ गया 🤣🤣
पाकिस्तान के समाचारपत्र डॉन में एक आर्टिकल, सिंधु जल संधि निलंबन का कानूनी पहलू (Legal aspect of Indus Waters Treaty suspension), जिसे वहां के भूतपूर्व कानून मंत्री एवं सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट, अहमर बिलाल सूफी, ने लिखा है।
सूफी लिखता है कि सिंधु जल संधि निलंबन से निपटने के लिए पाकिस्तान तीन कदम उठा सकता है।
प्रथम, संधि किसी विवाद में मध्यस्थता के लिए दोनों पक्षों को न्यायालय जाने की व्यवस्था करती है।अंतरराष्ट्रीय कानून में किसी समझौते के निरस्तीकरण के बाद आप उसे कोर्ट में ले जा सकते है। लेकिन वर्तमान मामले में, जिसमे संधि को स्थगित कर दिया गया है, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत ऐसी किसी भी पहल पर प्रतिक्रिया देगा; अर्थात केस को न्यायालय ले जाएगा।
- सहमत।
द्वितीय, पाकिस्तान को इस विवाद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के प्रावधानों के तहत (यह सभी राष्ट्रों पर बाध्य होता है) निपटाने का प्रयास करना चाहिए।
- कानून मंत्री भूल गया कि सुरक्षा परिषद में कोई भी प्रस्ताव तभी अपनाया जा सकता जब उसमे पांच स्थाई सदस्यों (P5) में से एक का भी वीटो ना लगे। क्या उसे विश्वास है कि अमेरिका, रूस, फ्रांस वीटो नहीं लगाएगा? (चीन समर्थन कर सकता है और ब्रिटेन "अनुपस्थित")। दूसरे शब्दों में, यह एक स्वप्निल खीर है, और कुछ नहीं।
तृतीय, जून 1998 में सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों द्वारा दिया गया बयान, जिसमें उन्होंने दोनों परमाणु शक्तियों के बीच शांति के लिए खतरा पैदा होने की स्थिति में हस्तक्षेप करने का वचन दिया था। अतः, पाकिस्तान को कानूनी और रणनीतिक आर्ग्युमेंट के आधार पर करते हुए P5 के प्रत्येक सदस्य को आधिकारिक रूप से संदेश देना चाहिए है।
- फिर क्या होगा? क्या कोई कानून मंत्री एवं सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट इतना भोला भी हो सकता है?
कुल मिलाकर पाकिस्तानी समाचारपत्रों से पता चलता है कि किसी स्ट्राइक से अधिक वहां के लोग सिंधु जल संधि निलंबन से अधिक चिंतित है। क्योकि स्ट्राइक को तो कुछ समय में भूल सकते है। लेकिन जल की भारी कमी से कैसे निपटा जा सकता है?
-अमित सिंघल जी
सूफी लिखता है कि सिंधु जल संधि निलंबन से निपटने के लिए पाकिस्तान तीन कदम उठा सकता है।
प्रथम, संधि किसी विवाद में मध्यस्थता के लिए दोनों पक्षों को न्यायालय जाने की व्यवस्था करती है।अंतरराष्ट्रीय कानून में किसी समझौते के निरस्तीकरण के बाद आप उसे कोर्ट में ले जा सकते है। लेकिन वर्तमान मामले में, जिसमे संधि को स्थगित कर दिया गया है, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत ऐसी किसी भी पहल पर प्रतिक्रिया देगा; अर्थात केस को न्यायालय ले जाएगा।
- सहमत।
द्वितीय, पाकिस्तान को इस विवाद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के प्रावधानों के तहत (यह सभी राष्ट्रों पर बाध्य होता है) निपटाने का प्रयास करना चाहिए।
- कानून मंत्री भूल गया कि सुरक्षा परिषद में कोई भी प्रस्ताव तभी अपनाया जा सकता जब उसमे पांच स्थाई सदस्यों (P5) में से एक का भी वीटो ना लगे। क्या उसे विश्वास है कि अमेरिका, रूस, फ्रांस वीटो नहीं लगाएगा? (चीन समर्थन कर सकता है और ब्रिटेन "अनुपस्थित")। दूसरे शब्दों में, यह एक स्वप्निल खीर है, और कुछ नहीं।
तृतीय, जून 1998 में सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों द्वारा दिया गया बयान, जिसमें उन्होंने दोनों परमाणु शक्तियों के बीच शांति के लिए खतरा पैदा होने की स्थिति में हस्तक्षेप करने का वचन दिया था। अतः, पाकिस्तान को कानूनी और रणनीतिक आर्ग्युमेंट के आधार पर करते हुए P5 के प्रत्येक सदस्य को आधिकारिक रूप से संदेश देना चाहिए है।
- फिर क्या होगा? क्या कोई कानून मंत्री एवं सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट इतना भोला भी हो सकता है?
कुल मिलाकर पाकिस्तानी समाचारपत्रों से पता चलता है कि किसी स्ट्राइक से अधिक वहां के लोग सिंधु जल संधि निलंबन से अधिक चिंतित है। क्योकि स्ट्राइक को तो कुछ समय में भूल सकते है। लेकिन जल की भारी कमी से कैसे निपटा जा सकता है?
-अमित सिंघल जी
श्रीनगर में बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ है।
यह सब वहां के व्यापारी थे। उन्होंने फरवरी मार्च में अपने होटल, हाउसबोट आदि को करोड़ों खर्च कर के रिनोवेट किये, रंग करवाए तथा नई सजावट की। दुकानदारों ने करोड़ों का माल ले रखा है।
आतंकियों से दो गलतियां हो गईं। एक - उन्होंने गलत समय चुना। अभी तो सीज़न आरम्भ ही हुई है। पर्यटक अपनी बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं। तो, धन्धा तो गया। यदि सर्दियों में ऐसा होता तो ये लोग कोई प्रदर्शन न करते।
दूसरी गलती, उन्होंने चुन चुन कर हिन्दुओं को मारा। अब, कश्मीर में ९९% पर्यटक हिन्दू ही होते हैं। ऊपर से, इस वर्ष पश्चिम के देशों ने अपने लोगों को एडवाइजरी जारी की है कि वे भारत जाएं तो कश्मीर न जाएं। यदि हमारे सैनिक या वहां रह रहे बिहार, उ.प्र., पंजाब या हिमाचल के छोटे व्यापारी/ मजदूर/ कर्मचारी को मारा जाता तो कोई प्रदर्शन न होता।
कश्मीरी व्यापारियों की इसीलिए फटी पड़ी है।
यह सब वहां के व्यापारी थे। उन्होंने फरवरी मार्च में अपने होटल, हाउसबोट आदि को करोड़ों खर्च कर के रिनोवेट किये, रंग करवाए तथा नई सजावट की। दुकानदारों ने करोड़ों का माल ले रखा है।
आतंकियों से दो गलतियां हो गईं। एक - उन्होंने गलत समय चुना। अभी तो सीज़न आरम्भ ही हुई है। पर्यटक अपनी बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं। तो, धन्धा तो गया। यदि सर्दियों में ऐसा होता तो ये लोग कोई प्रदर्शन न करते।
दूसरी गलती, उन्होंने चुन चुन कर हिन्दुओं को मारा। अब, कश्मीर में ९९% पर्यटक हिन्दू ही होते हैं। ऊपर से, इस वर्ष पश्चिम के देशों ने अपने लोगों को एडवाइजरी जारी की है कि वे भारत जाएं तो कश्मीर न जाएं। यदि हमारे सैनिक या वहां रह रहे बिहार, उ.प्र., पंजाब या हिमाचल के छोटे व्यापारी/ मजदूर/ कर्मचारी को मारा जाता तो कोई प्रदर्शन न होता।
कश्मीरी व्यापारियों की इसीलिए फटी पड़ी है।
पाकिस्तान: क्वेटा में रिमोट-कंट्रोल IED ब्लास्ट, पाक सेना के 10 सैनिकों की मौत
There was a video circulating that an Indian Army senior soldier was saying things about the Pahalgam attack and blaming Modi Govt for the same.
He is found to be Pakistani 🥴
He is found to be Pakistani 🥴
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उत्तराखंड: दून अस्पताल में बनी अवैध मजार पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, देर रात बुलडोजर से गिराया
मजार के मलबे में कोई भी मजहबी सामान और कोई भी क़ब्र नहीं मिली.
उत्तराखंड सरकार अब तक 600 से ज्यादा अवैध मजारों को नष्ट कर चुकी है.
मजार के मलबे में कोई भी मजहबी सामान और कोई भी क़ब्र नहीं मिली.
उत्तराखंड सरकार अब तक 600 से ज्यादा अवैध मजारों को नष्ट कर चुकी है.
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Lahore Airport Burning Right Now.
All flights cancelled 🤣🤣🤣
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HP India is set to kick off local production of its laptops, desktop PCs, and all-in-one systems in May, through a strategic partnership with Dixon Technologies in Noida.
HP to double its production in India.
#MakeInIndia
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