2014 के बाद एक चीज बहुत देखी गई है.....जो भी इंसान मोदी सरकार का समर्थन करता है, या भारत की अच्छाईयों की बात करता है... उसे गोबरभक्त बोल दिया जाता है.
खासकर मिडिल ईस्ट के देशों के लोग, जो सोशल मीडिया पर हैं (उनमे से भतेरी भारतीय मूल के लोगों की ID हैं, और ढेरों Fake भी हैं ).... उनका एक pet डायलाग है.... कि भारत के लोग तो गोबर खाते हैं.
लेकिन सच इसका एकदम उल्टा है.
मिडिल ईस्ट और अरब के देश हर साल कई सौ करोड़ का गाय का गोबर भारत से import करते हैं.... और कोई छोटे मोटे अनजान देश नहीं... सऊदी अरब, UAE, कतर जैसे देशों की बात हो रही है.
अब आप पूछेंगे कि ये भला गोबर क्यों import करते हैं?
क्यूंकि इन देशों ने research करके पता लगाया ( whatsapp news नहीं है, बाकायदा Research paper छपे हैं) कि गाय के गोबर का उपयोग करने से खजूर की खेती अच्छी होती है.. Yeild बढ़ जाती है.... इसलिए भारत से गोबर मंगा कर उसे सुखा कर उसका पाउडर बना कर खजूर के पेड़ की जड़ो में डाला जाता है.
फिर खजुर बनता है... जिसे बड़े ही चाव से खाया जाता है.
मतलब साफ है... हम इंडिया के लोग गोबर नहीं खाती... तुम खाती 🤣🤣
खासकर मिडिल ईस्ट के देशों के लोग, जो सोशल मीडिया पर हैं (उनमे से भतेरी भारतीय मूल के लोगों की ID हैं, और ढेरों Fake भी हैं ).... उनका एक pet डायलाग है.... कि भारत के लोग तो गोबर खाते हैं.
लेकिन सच इसका एकदम उल्टा है.
मिडिल ईस्ट और अरब के देश हर साल कई सौ करोड़ का गाय का गोबर भारत से import करते हैं.... और कोई छोटे मोटे अनजान देश नहीं... सऊदी अरब, UAE, कतर जैसे देशों की बात हो रही है.
अब आप पूछेंगे कि ये भला गोबर क्यों import करते हैं?
क्यूंकि इन देशों ने research करके पता लगाया ( whatsapp news नहीं है, बाकायदा Research paper छपे हैं) कि गाय के गोबर का उपयोग करने से खजूर की खेती अच्छी होती है.. Yeild बढ़ जाती है.... इसलिए भारत से गोबर मंगा कर उसे सुखा कर उसका पाउडर बना कर खजूर के पेड़ की जड़ो में डाला जाता है.
फिर खजुर बनता है... जिसे बड़े ही चाव से खाया जाता है.
मतलब साफ है... हम इंडिया के लोग गोबर नहीं खाती... तुम खाती 🤣🤣
भाजपा के नॉन यादव की ही तर्ज़ पर अखिलेश यादव नॉन ठाकुर वोट बैंक पर राजनीति करना चाहते हैँ..
बिना संदेह उत्तर प्रदेश का 2014, 2017, 2019 चुनाव जातिय गणित को तोड़ कर हुआ और जीता गया...
लेकिन भाजपा ने उम्मीद के विपरीत 2022 जूनाव में पुनः इस भूत को जिंदा कर दिया...
नतीजा अखिलेश को पूर्वांचल में भरपूर फायदा हुआ..
गोरखपुर और मिर्ज़ापुर डिवीज़न के अलावा लगभग हर जगह कांटे का मुकाबला और बराबरी की सीटें सपा ले गयी.. अयोध्या और आजमगढ़ डिवीज़न में तो पटकने में भी कामयाब रहे..
इसके उलट जिस पश्चिम और मध्य UP से उम्मीद ज्यादा थीं वहाँ मुरादाबाद और सहारनपुर डिवीज़न के अलावा कहीं बड़ी सफलता हाथ आयी नहीं....
ख़ास कर सेंट्रल UP जो सपाई गढ़ माना जाता है यहाँ सपा को तगड़ा झटका लगा...
ऐसा तब हुआ जब मुस्लिम और यादव वोट बिलकुल एकतरफा अखिलेश को मिला.... इससे पूर्व कभी ऐसा नहीं हुआ था जब 85% से ऊपर यादव वोट सपा को मिला हो खुद मुलायम 65% तक ही पाते थे...
लेकिन फिर भी हार ही हाथ आयी सेंट्रल UP में...
ऐसे में नये ध्रुविकरण की दरकार हुईं.... 2024 में लोकसभा में अपने पुराने वफ़ादार राजपूत क्षत्रप और कुछ टिकट वितरण में मुस्लिम यादव को दरकिनार कर अखिलेश ने समीकरण बनाया....
पूर्वांचल में सफलता और बढ़ गयी....25 में से 14 सीट हाथ आयी बुंदेलखंड भी फ़तेह रहा और रुहेलखण्ड भी
सेंट्रल भी ट्रेक पर आगया
लेकिन पश्चिम ने फिर गच्चा दे दिया... यहाँ भाजपा भारी रही.... 17 में 11 पर सफल हुईं..
और ये पश्चिम सिर्फ एक फार्मूले से सफल होगा.... दलित वोट...
अगर दलित वोट भाजपा और बसपा से टूटता है... सपा जीतेगी...
सारी कावायद उसी की है...
अगर आज विधानसभा चुनाव हो पूर्वांचल और बुंदेलखंड में अखिलेश बढ़त पर है..... हाँ सेंट्रल और रुहेलखण्ड में मामला बराबरी का है...
लेकिन पश्चिम की मुस्लिम बहुल सीट छोड़ अन्य पर अखिलेश आज भी कमजोर है.... यहाँ हार है
और इनके बिना आप बहुमत को छू नहीं सकते...
भाजपा लड़खड़ाते हुए भी सरकार बचा लेगी...
अब दलित वोट क्या टूटेगा??
ये दो बातों पर निर्भर करेगा...
1. बहन जी क़िस तरह 2027 के रण में अपना हाथी हाँकतीं हैँ
2. योगी समर्थक अतिवादी कितना अखिलेश के लिए राह आसान करते हैँ...
गोरखपुर से दिल्ली बिना लखनऊ रुके आप नहीं पहुंच सकते....!
Ajai Singh Talk
बिना संदेह उत्तर प्रदेश का 2014, 2017, 2019 चुनाव जातिय गणित को तोड़ कर हुआ और जीता गया...
लेकिन भाजपा ने उम्मीद के विपरीत 2022 जूनाव में पुनः इस भूत को जिंदा कर दिया...
नतीजा अखिलेश को पूर्वांचल में भरपूर फायदा हुआ..
गोरखपुर और मिर्ज़ापुर डिवीज़न के अलावा लगभग हर जगह कांटे का मुकाबला और बराबरी की सीटें सपा ले गयी.. अयोध्या और आजमगढ़ डिवीज़न में तो पटकने में भी कामयाब रहे..
इसके उलट जिस पश्चिम और मध्य UP से उम्मीद ज्यादा थीं वहाँ मुरादाबाद और सहारनपुर डिवीज़न के अलावा कहीं बड़ी सफलता हाथ आयी नहीं....
ख़ास कर सेंट्रल UP जो सपाई गढ़ माना जाता है यहाँ सपा को तगड़ा झटका लगा...
ऐसा तब हुआ जब मुस्लिम और यादव वोट बिलकुल एकतरफा अखिलेश को मिला.... इससे पूर्व कभी ऐसा नहीं हुआ था जब 85% से ऊपर यादव वोट सपा को मिला हो खुद मुलायम 65% तक ही पाते थे...
लेकिन फिर भी हार ही हाथ आयी सेंट्रल UP में...
ऐसे में नये ध्रुविकरण की दरकार हुईं.... 2024 में लोकसभा में अपने पुराने वफ़ादार राजपूत क्षत्रप और कुछ टिकट वितरण में मुस्लिम यादव को दरकिनार कर अखिलेश ने समीकरण बनाया....
पूर्वांचल में सफलता और बढ़ गयी....25 में से 14 सीट हाथ आयी बुंदेलखंड भी फ़तेह रहा और रुहेलखण्ड भी
सेंट्रल भी ट्रेक पर आगया
लेकिन पश्चिम ने फिर गच्चा दे दिया... यहाँ भाजपा भारी रही.... 17 में 11 पर सफल हुईं..
और ये पश्चिम सिर्फ एक फार्मूले से सफल होगा.... दलित वोट...
अगर दलित वोट भाजपा और बसपा से टूटता है... सपा जीतेगी...
सारी कावायद उसी की है...
अगर आज विधानसभा चुनाव हो पूर्वांचल और बुंदेलखंड में अखिलेश बढ़त पर है..... हाँ सेंट्रल और रुहेलखण्ड में मामला बराबरी का है...
लेकिन पश्चिम की मुस्लिम बहुल सीट छोड़ अन्य पर अखिलेश आज भी कमजोर है.... यहाँ हार है
और इनके बिना आप बहुमत को छू नहीं सकते...
भाजपा लड़खड़ाते हुए भी सरकार बचा लेगी...
अब दलित वोट क्या टूटेगा??
ये दो बातों पर निर्भर करेगा...
1. बहन जी क़िस तरह 2027 के रण में अपना हाथी हाँकतीं हैँ
2. योगी समर्थक अतिवादी कितना अखिलेश के लिए राह आसान करते हैँ...
गोरखपुर से दिल्ली बिना लखनऊ रुके आप नहीं पहुंच सकते....!
Ajai Singh Talk
Daifuku Intralogistics India Pvt. Ltd., a subsidiary of Japan-based Daifuku Co., Ltd.—a global leader in intralogistics and material handling automation—has announced the opening of its new landmark ₹2.27 billion state-of-the-art manufacturing facility in Hyderabad, Telangana.
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Big Statement by Maulana Saad, head of Tablighi Jamaat:
"Islam does not permit rebellion against the nation. Muslims must respect and follow the laws of the land."
"Islam does not permit rebellion against the nation. Muslims must respect and follow the laws of the land."
चलो इस बात की ख़ुशी है कि भाजपा ने आख़िरकार कौन्ग्रेस से "" गुड कॉप-बैड कॉप"" खेलना सीख ही लिया...
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न्यायपालिका मामले में एक मार रहा है... दूसरा सहला रहा है... एक निंदा करता है... दूसरा उस निंदा का समर्थन करते हुए ये भी बताता है कि ऐसा पूर्व में फलाने पचासों बार कर चुके हैं...सो अगर अपने वाले ने भी ऐसा कुछ बोल दिया तो इसकी समीक्षा होनी चाहिए कि वो ऐसा कहने पर मजबूर क्यों हुआ...
.
दुबे ने बयान दिया... नड्डे ने निंदा की... सर्मा ज़ी ने दोनों को क्लब करके नड्डा और दुबे दोनों को सही ठहरा दिया... सो दुबे ज़ी उसके बाद से नॉन स्टॉप चालू हैं... अब ना कोई निंदा कर रहा है.. ना कोई बैलेंसिंग... और जिसको पेला जा रहा है वो कन्फ्यूज्ड है कि साले इज्जत दे रहे हैं कि ले रहे हैं...
.
मजे की बात ये है कि ना दुबे, ना नड्डा और ना सर्मा... तीनों ने अपनी मर्जी से कुछ कहा... सब स्क्रिप्टेड है..... जानबूझकर किया गया... जिससे लोकतंत्र की असली मालिक पब्लिक के रिएक्शन आएं... रिएक्शन आये और इतने भयानक आये कि सारे ""पेंगुइन्स"" दुबके हुए हैं...इतनी दहशत में हैं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन के मामले में बोले - ये राष्ट्रपति के अधिकार क्षेत्र में आता है..क्या आप चाहते हैं कि हम कार्यपालिका में हस्तक्षेप करें... ये नहीं होगा... और ये सब तब जबकि हर किसी मामले में इनकी बकलोली सामने आनी जरूरी होती है..
.
इसे प्रेशर पॉलिटिक्स कहते हैं और इस प्रेशर का असर लम्बे समय तक सुपारीकोट के फैसलों पर आपको देखने को मिलेगा.....
.
टेंशन मत लो... सब चंगा सी.
- राजेश भट्ट
.
न्यायपालिका मामले में एक मार रहा है... दूसरा सहला रहा है... एक निंदा करता है... दूसरा उस निंदा का समर्थन करते हुए ये भी बताता है कि ऐसा पूर्व में फलाने पचासों बार कर चुके हैं...सो अगर अपने वाले ने भी ऐसा कुछ बोल दिया तो इसकी समीक्षा होनी चाहिए कि वो ऐसा कहने पर मजबूर क्यों हुआ...
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दुबे ने बयान दिया... नड्डे ने निंदा की... सर्मा ज़ी ने दोनों को क्लब करके नड्डा और दुबे दोनों को सही ठहरा दिया... सो दुबे ज़ी उसके बाद से नॉन स्टॉप चालू हैं... अब ना कोई निंदा कर रहा है.. ना कोई बैलेंसिंग... और जिसको पेला जा रहा है वो कन्फ्यूज्ड है कि साले इज्जत दे रहे हैं कि ले रहे हैं...
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मजे की बात ये है कि ना दुबे, ना नड्डा और ना सर्मा... तीनों ने अपनी मर्जी से कुछ कहा... सब स्क्रिप्टेड है..... जानबूझकर किया गया... जिससे लोकतंत्र की असली मालिक पब्लिक के रिएक्शन आएं... रिएक्शन आये और इतने भयानक आये कि सारे ""पेंगुइन्स"" दुबके हुए हैं...इतनी दहशत में हैं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन के मामले में बोले - ये राष्ट्रपति के अधिकार क्षेत्र में आता है..क्या आप चाहते हैं कि हम कार्यपालिका में हस्तक्षेप करें... ये नहीं होगा... और ये सब तब जबकि हर किसी मामले में इनकी बकलोली सामने आनी जरूरी होती है..
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इसे प्रेशर पॉलिटिक्स कहते हैं और इस प्रेशर का असर लम्बे समय तक सुपारीकोट के फैसलों पर आपको देखने को मिलेगा.....
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टेंशन मत लो... सब चंगा सी.
- राजेश भट्ट
मौलाना साद ने कहा कि मुस्लिमों को भारत के कानून का पालन करना पड़ेगा
कट्टर झट्टर - ये तो अल तकिया है... इस पर विश्वास मत करो.
मोदी - मुस्लिम हमारे भाई हैं.. हमारे ही लोग हैं.. उन्हें हमारे देश के कानून का पालन करना होगा. आज Waqf आया है, कल UCC आएगा
कट्टर झट्टर - अरे ये मोदी तो मौलाना है... इसे नोबेल चाहिए
कट्टर झट्टर - ये तो अल तकिया है... इस पर विश्वास मत करो.
मोदी - मुस्लिम हमारे भाई हैं.. हमारे ही लोग हैं.. उन्हें हमारे देश के कानून का पालन करना होगा. आज Waqf आया है, कल UCC आएगा
कट्टर झट्टर - अरे ये मोदी तो मौलाना है... इसे नोबेल चाहिए
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों का बड़ा हमला, घुड़सवारी करते पर्यटकों पर की गोलीबारी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया है. इस हमले में छह लोग घायल हुए हैं, जिसमें तीन स्थानीय और तीन पर्यटक हैं. आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने सघन अभियान शुरू कर दिया है
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया है. इस हमले में छह लोग घायल हुए हैं, जिसमें तीन स्थानीय और तीन पर्यटक हैं. आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने सघन अभियान शुरू कर दिया है
अनुराग कश्यप अब ब्राह्मण समाज से माफी मांग रहा है। कह रहा है कि एक व्यक्ति को जवाब देने के लिए पूरे समाज को गाली दे दिया। गलती हो गई।
अपने आसपास ऐसे लोगों को देखिए जो पूरे समाज को गाली देते हैं। पूरे समाज को गाली देने की प्रवृत्ति दिमाग में कहीं ना कहीं होगी इसीलिए यह भावना के रूप में निकली। आज जब कोर्ट में केस फाइल हो गया तो माफी मांगने की याद आ गई। क्या अनुराग कश्यप दिमागी रूप से इतना समझदार नहीं था या अब नाटक कर रहा है?
"ब्राह्मणों पर मैं मू तूंगा" कहते समय उसके दिमाग में कौन सा भाव रहा होगा? । क्या अपने ब्राह्मण मित्र और सहयोगी याद नहीं आए होंगे जिन्होंने उसका हमेशा साथ दिया। क्या मनोज बाजपेई और पीयूष मिश्रा याद नहीं आए होंगे?
अनुराग कश्यप की इस पोस्ट में अभी भी लोग ब्राह्मणों को समाज का विलेन बता रहे है। यह विषय खत्म नहीं हुआ है।
अपने आसपास ऐसे लोगों को देखिए जो पूरे समाज को गाली देते हैं। पूरे समाज को गाली देने की प्रवृत्ति दिमाग में कहीं ना कहीं होगी इसीलिए यह भावना के रूप में निकली। आज जब कोर्ट में केस फाइल हो गया तो माफी मांगने की याद आ गई। क्या अनुराग कश्यप दिमागी रूप से इतना समझदार नहीं था या अब नाटक कर रहा है?
"ब्राह्मणों पर मैं मू तूंगा" कहते समय उसके दिमाग में कौन सा भाव रहा होगा? । क्या अपने ब्राह्मण मित्र और सहयोगी याद नहीं आए होंगे जिन्होंने उसका हमेशा साथ दिया। क्या मनोज बाजपेई और पीयूष मिश्रा याद नहीं आए होंगे?
अनुराग कश्यप की इस पोस्ट में अभी भी लोग ब्राह्मणों को समाज का विलेन बता रहे है। यह विषय खत्म नहीं हुआ है।
A new research conducted by Patanjali has been published in the internationally acclaimed Taylor & Francis journal, Inflammation Research, as per reports.
According to the publication, Patanjali has reportedly succeeded in developing an effective treatment for psoriasis using Psorogrit tablets and Divya Taila.
Acharya Balkrishna, the co-founder of Patanjali, reportedly stated that the organisation’s scientists have conducted extensive research and invented Psorogrit tablets and Divya Taila, which he described as ‘infallible medicines’ for psoriasis — a chronic autoimmune condition characterised by red, scaly patches on the skin and often accompanied by severe itching.
According to the publication, Patanjali has reportedly succeeded in developing an effective treatment for psoriasis using Psorogrit tablets and Divya Taila.
Acharya Balkrishna, the co-founder of Patanjali, reportedly stated that the organisation’s scientists have conducted extensive research and invented Psorogrit tablets and Divya Taila, which he described as ‘infallible medicines’ for psoriasis — a chronic autoimmune condition characterised by red, scaly patches on the skin and often accompanied by severe itching.
कश्मीर में हुए हमले का बदला जल्दी ही लिया जाएगा... और एक के बदले 20 मारे जाएंगे... यह भी तय है