Shree Shivkrupanand Swami
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Since the inception in 1997, Samarpan Dhyanyog has changed millions of lives through its 800 years old simple yet powerful Himalayan Meditation technique. Guru Tattva is an initiative to broaden the horizon of Samarpan Dhyan Yog.
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Pranam Gurudev🙏

I was now listening to this short video on the Gurutattva facebook page from Alandi shibir
It now took me back to alandi and feeling the same strong vibrations on the crown that I felt at the shibir.
Gurudev thanks you for this gift🙏🙏🙏🙏🙏


प्रणाम गुरुदेव🙏

मैं अभी गुरुतत्व फेसबुक पेज पर अलंदी शिविर से यह छोटा सा वीडियो सुन रहा था
यह अब मुझे अलंदी वापस ले गया और मुकुट पर वही मजबूत कंपन महसूस हो रहा था जो मैंने शिविर में महसूस किया था।
गुरुदेव इस उपहार के लिए धन्यवाद🙏🙏🙏🙏🙏

https://www.facebook.com/share/r/1HtQPtM4Yg/?mibextid=wwXIfr
स्वामिजी प्रणाम,

गुरुतत्त्व डायलॉग विथ एम्मा दोलमन
एंड निशा जोशी ट्रेलर इस आउट तो शेयर करना है टेलीग्राम

रिगर्ड्स
पारस मैशेरी
समर्पण मैडिटेशन ट्रस्ट यूके
*श्री मंगलमूर्ती का बारहवां पाटोत्सव- सौराष्ट्र समर्पण आश्रम सिंधावदर में हार्दिक आमंत्रण...*

https://youtu.be/ADkY8QccYXc?si=0kTW2TwZyrI0wJ7h
प्रिय गुरुदेव, आज एक इलेक्ट्रीशियन आया और यूरोप आश्रम के बाबाधाम में पूरी बिजली की जाँच की। सब कुछ ठीक था। इलेक्ट्रीशियन केवल एक छोटा सा सुरक्षा स्विच (फाई स्विच) लगाएगा, ताकि सब कुछ 100% सुरक्षित रहे। यह अगले 2 सप्ताह के भीतर हो जाएगा। इसके अलावा, बाबाधाम में तैयारी का काम चल रहा है। बालकनी के लकड़ी के पैनल को नए सिरे से रंगा गया है और जल्द ही उन्हें फिर से लगाया जाएगा। बाबाधाम में उच्च डेटा वॉल्यूम वाला इंटरनेट कनेक्शन स्थापित किया जाएगा। सब कुछ के लिए धन्यवाद। गुरुचरण में। आपके साधक
https://youtu.be/MkzXCRjQ3bo?si=3PYSknpDRUMjMNye

हिमालयीन समर्पण ध्यान शिबिरात पोस्टर प्रदर्शन पाहण्यासाठी भाविकांचा उत्स्फूर्त प्रतिसाद
खरं आहे गुरुदेव ,आळंदी शिबिर हे आज पर्यंत झालेल्या साक्षात शिबिरांमध्ये सर्वोच्च कोटीचे होते असे वाटले! आणि नकळतपणे साधकांना जे मिळून गेले ते कळायला देखील पाच दिवस गेलेले आहेत! आणि आज जेव्हा बुद्धीने विचार करण्याच्या स्थितीत परतलो तर कळले की आपण तर संत ज्ञानेश्वरांनी समाधी घेत असताना अनुभवलेली देह सोडण्याची अनुभूती तिथे उपस्थित प्रत्येक साधकाला दिलेली आहे, त्या शिबिरात उपस्थित साधकाला तेव्हा मोक्ष म्हणजे काय याचा प्रत्यक्ष अनुभव मिळालेला आहे आणि देह सोडताना देखील इतका आनंद होऊ शकतो हे कळले.‌ आपण एक स्वीट डिश बनवून आम्हाला चाखवली, मग त्या साधकाची तेवढी साधना असो किंवा नसो ,बाप कमाई मध्ये प्रत्येकाने या चैतन्य गंगेत डुबकी लावून घेतलेली आहे. या शिबिरापूर्वी आपण दिलेला संदेश "आळंदीचे आळंदी तक" या नावाने का पाठवला होता याचे गुढ रहस्य यातून उलगडले आहे! 🙇🏼‍♀️🪷
आज १७ अप्रैल है। आज ही के दिन वर्ष २००८ में गोवा में महाशिविर का प्रारंभ हुआ था। मातृभाषा मराठी में होनेवाला यह प्रथम महाशिविर था। आज गोवा महाशिविर को १७ वर्ष पूर्ण हुए ❤️