संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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🔰चित्रं दृष्ट्वा पञ्चवाक्यानि रचयत।
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।

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#chitram
अनुगच्छति इत्यस्य लङ्लकारे कः रूपः सिध्यति
Anonymous Quiz
10%
अनुअगच्छत्
23%
आनुगच्छत्
23%
अन्वागच्छत्
44%
अन्वगच्छत्
संस्कृत वाक्य अभ्यासः
~~~~

आगतवती .... माता आगतवती
= आ गईं ..... अम्माजी आ गईं ।

आनीतवती ..... माता आनीतवती
= लाई हैं ...... अम्माजी लाई हैं ।

किम् आनीतवती ... माता किम् आनीतवती
= क्या लाई हैं ..... अम्माजी क्या लाई हैं ?

आम्रम् आनीतवती ..... आम्रम् आनीतवती
= आम लाई हैं .... आम लाई हैं ।

किं करिष्यति माता किं करिष्यति ?
= क्या करेंगी अम्माजी क्या करेंगी ?

आम्रं दास्यति .... मह्यम् आम्रं दास्यति
= आम देंगी ... मुझे आम देंगी ।
आम्रं मधुरम् अस्ति , आम्रं मधुरम् अस्ति ।

= आम मीठा है , आम मीठा है ।

माता मधुरा अस्ति , मम माता मधुरा अस्ति
= माँ मीठी हैं , मेरी अम्माजी मीठी हैं ।

मां संस्कृतं पाठयति , माता संस्कृतं पाठयति
= मुझे संस्कृत पढ़ाती हैं , अम्माजी संस्कृत पढ़ाती हैं


मयि बहु स्निह्यति , माता मयि स्निह्यति
= मुझे प्यार करती हैं अम्माजी मुझे प्यार करती हैं ।

( वन्दनीया अम्माजी , आपको गए हुए आज दस
वर्ष हो गए हैं । एक भी पल ऐसा नहीं गया कि मैंने
आपको याद न किया हो ।
आपकी हर बात को याद करके अच्छा जीवन जीने
का सदा प्रयास करता हूँ ।
इस कारण ऐसा लगता है कि आप हमेशा मेरे साथ हैं

अम्माजी बस आपके स्नेहपूरित आशीर्वाद की मुझ
पर सदा वर्षा करती रहियेगा । )


संस्कृतवाक्याभ्यासः

अद्य आभारते अनेके जनाः यज्ञं कृतवन्तः।
= आज पूरे भारत में अनेक लोगों ने यज्ञ किया।

सर्वे स्वगृहे एव यज्ञं कृतवन्तः।
= सबने अपने घर में ही यज्ञ किया।

ये यज्ञं कर्तुं जानन्ति ते यज्ञं कृतवन्तः।
= जो यज्ञ करना जानते हैं उन्होंने ने भी यज्ञ किया।

ये यज्ञं कर्तुं न जानन्ति ते यज्ञं कृतवन्तः।
= जो यज्ञ करना नहीं जानते हैं उन्होंने ने भी यज्ञ किया।

सर्वेषां गृहे प्रातः सार्ध-नववादनतः यज्ञः आरब्धः।
= सबके घरों में प्रातः साढ़े नौ बजे यज्ञ प्रारम्भ हुआ।

यः गृहे एकाकी अस्ति सः एकाकी एव
यज्ञं कृतवान्।
= जो घर में एकाकी है उसने अकेले ही यज्ञ किया।

अनेके जनाः परिवार जनैः सह यज्ञं कृतवन्तः।
= अनेक लोगों ने परिवारजनों के साथ यज्ञ किया।

सपरिवारं यज्ञं कृतवन्तः।
= परिवार सहित यज्ञ किया।

यज्ञेन वातावरणं शुद्धं भवति।
= यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है।

वातावरणस्य शुद्धयर्थं यज्ञः तु करणीयः भवति।
= वातावरण की शुद्धि के लिये यज्ञ तो करना चाहिये।


#vakyabhyas
Two drunken friends were admitted to the hospital after an accident.
First Friend :- Haven't I told you many times that there is a tree in front of the car?
Second Friend :- Yes, I heard that.
First Friend :- Then why didn't you stop the car?
Second Friend :- Hey ! You were driving the car

#hasya
🍃सत्कारमानपूजार्थं तपो दम्भेन चैव यत्।
क्रियते तदिह प्रोक्तं राजसं चलमध्रुवम्
।।17.18।।

♦️satkaramanapujarthan tapo dambhena caiva yat.
kriyate tadiha proktan rajasan calamadhruvam৷৷17.18৷৷


The austerity which is practised with the object of gaining good reception, honour and worship, and with hypocrisy, is here said to be Rajasic, unstable and transitory.(17.18)

जो तप सत्कार मान और पूजा के लिए अथवा केवल दम्भ (पाखण्ड) से ही किया जाता है वह अनिश्चित और क्षणिक तप यहाँ राजस कहा गया है।।17.18।।

#geeta
🍃मूढग्राहेणात्मनो यत्पीडया क्रियते तपः।
परस्योत्सादनार्थं वा तत्तामसमुदाहृतम्
।।17.19।।

♦️mudhagrahenatmano yatpidaya kriyate tapah.
parasyotsadanarthan va tattamasamudahrtam৷৷17.19৷৷


That austerity which is practised out of a foolish notion, with self-torture, or for the purpose of destroying another, is declared to be Tamasic.(17.19)

जो तप मूढ़तापूर्वक स्वयं को पीड़ित करते हुए अथवा अन्य लोगों के नाश के लिए किया जाता है वह तप तामस कहा गया है।।17.19।।

#geeta
🚩जय सत्य सनातन🚩
🚩आज की हिंदी तिथि

🌥 🚩यगाब्द-५१२४
🌥 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅️ 🚩तिथि - नवमी शाम 06:25 तक तत्पश्चात दशमी

⛅️दिनांक - 08 जुलाई 2022
⛅️दिन - शुक्रवार
⛅️शक संवत - 1944
⛅️अयन - दक्षिणायन
⛅️ऋतु - वर्षा
⛅️मास - आषाढ़
⛅️पक्ष - शुक्ल
⛅️नक्षत्र - चित्रा दोपहर 12:14 तक तत्पश्चात स्वाती
⛅️योग - शिव सुबह 09:01 तक तत्पश्चात सिद्ध
⛅️राहु काल - सबुह 11:04 से दोहर 12:45 तक
⛅️सर्योदय - 06:00
⛅️सर्यास्त - 07:29
⛅️दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅️बरह्म मुहूर्त - प्रातः 04:36 से 05:18 तक
Forwarded from रामदूतः — The Sanskrit News Platform (ॐ पीयूषः)
https://youtu.be/bncAq8FJSH4
प्रतिदिनं प्रातः ७:१५ वादने १५ निमेषात्मिकायै वार्तायै डी डी न्यूज् इति पश्यत।