संलापशाला
संस्कृत संवादः (Sanskrit Samvadah)
लोकोक्तिविवरणम्
#samlapshala
#samlapshala
Forwarded from ॐ पीयूषः
🍃
🔆विद्या अस्माकं कृते कामधेनुसदृशा भवति या अकाले साहाय्यं करोति प्रवाससमये विद्या मातृवत् पालनं करोति अतः अस्याः रक्षणं वर्धनं च करणीयम्।
⚜ विद्या ही कठिन समय मे सहायक होती है विद्या ही प्रवास के समय माता के समान रक्षण करती है अतः विद्या का रक्षण व वर्धन करें।
विद्या साक्षात् कामधेनु है।
#Subhashitam
कामधेनुगुना विद्या ह्यकाले फलदायिनी।
प्रवासे मातृसदृशी विद्या गुप्तं धनं स्मृतम्
॥🔆विद्या अस्माकं कृते कामधेनुसदृशा भवति या अकाले साहाय्यं करोति प्रवाससमये विद्या मातृवत् पालनं करोति अतः अस्याः रक्षणं वर्धनं च करणीयम्।
⚜ विद्या ही कठिन समय मे सहायक होती है विद्या ही प्रवास के समय माता के समान रक्षण करती है अतः विद्या का रक्षण व वर्धन करें।
विद्या साक्षात् कामधेनु है।
#Subhashitam
बालाः खाद्यपदार्थानि दृष्ट्वा मोदन्ते।
अशुद्धं पदं किम्।
अशुद्धं पदं किम्।
Anonymous Quiz
8%
बालाः
36%
खाद्यपदार्थानि
9%
मोदन्ते
47%
नास्ति अशुद्धपदम्
अष्टधातु की अंगूठी पहनने के से अनेक लाभ हैं ।
•• अष्टधातो: ऊर्मिकाया: धारणेन बहवो लाभा: सन्ति।
अष्टधातु का मनुष्य के स्वास्थ्य से गहरा संबंध है।
•• मानवस्य स्वास्थ्येन सह अष्टधातो: दृढसम्बन्धोऽस्ति।
यह हृदय को भी बल देती है एवं मनुष्य की अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर करता है।
•• एषा हृदयाय अपि बलं ददाति तथा मानवस्य अनेकेषां रोगाणां दूरं करोति।
अष्टधातु की अंगूठी धारण करने पर यह मानसिक तनाव को दूर कर मन में शांति लाता है।
•• अष्टधातो: ऊर्मिकाया: धारणेन एषा मानसिकं तननं दूरीकृत्य मनसि शान्तिं स्थापयति।
- यह वात, पित्त, कफ का इस प्रकार सामंजस्य करता है कि बीमारियां कम होती हैं एवं स्वास्थ्य पर अच्छा असर रहता
है।
= एषा वातपित्तकफानाम् एतादृशविधिना सामजंस्यं करोति येन रोगा: न्यूनीभवन्ति तथा स्वास्थ्ये सुप्रभावो भवति।
अष्टधातु मस्तिष्क पर भी गहरा प्रभाव डालती है।
•• अष्टधातुः मस्तिष्कमपि सुप्रभावयति।
अष्टधातु पहनने से व्यक्ति में तीव्र एवं सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ जाती है।
•• अष्टधातो: धारणेन मनुष्ये शीघ्रोचितनिर्णयस्य क्षमता वर्धते।
- व्यापार के विकास और भाग्य जगाने के लिए शुभ मुहूर्त में अष्टधातु की अंगूठी धारण करें।
•• व्यापारसमृद्धे: कृते भाग्योदयाय च शुभमुहुर्ते अष्टधातो: ऊर्मिका धारितव्या।
यदि आप अष्टधातु से बनी कोई भी चीज पहनते हैं तो आप सभी नौ ग्रहों से होने वाली पीड़ा को शांत कर सकते हैं।
•• यदि भवान् अष्टधातुनिर्मितम् आभरणं धारयेत् तर्हि भवान् नवग्रहदोषान् शमयितुं शक्नुयात्।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
•• अष्टधातो: ऊर्मिकाया: धारणेन बहवो लाभा: सन्ति।
अष्टधातु का मनुष्य के स्वास्थ्य से गहरा संबंध है।
•• मानवस्य स्वास्थ्येन सह अष्टधातो: दृढसम्बन्धोऽस्ति।
यह हृदय को भी बल देती है एवं मनुष्य की अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर करता है।
•• एषा हृदयाय अपि बलं ददाति तथा मानवस्य अनेकेषां रोगाणां दूरं करोति।
अष्टधातु की अंगूठी धारण करने पर यह मानसिक तनाव को दूर कर मन में शांति लाता है।
•• अष्टधातो: ऊर्मिकाया: धारणेन एषा मानसिकं तननं दूरीकृत्य मनसि शान्तिं स्थापयति।
- यह वात, पित्त, कफ का इस प्रकार सामंजस्य करता है कि बीमारियां कम होती हैं एवं स्वास्थ्य पर अच्छा असर रहता
है।
= एषा वातपित्तकफानाम् एतादृशविधिना सामजंस्यं करोति येन रोगा: न्यूनीभवन्ति तथा स्वास्थ्ये सुप्रभावो भवति।
अष्टधातु मस्तिष्क पर भी गहरा प्रभाव डालती है।
•• अष्टधातुः मस्तिष्कमपि सुप्रभावयति।
अष्टधातु पहनने से व्यक्ति में तीव्र एवं सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ जाती है।
•• अष्टधातो: धारणेन मनुष्ये शीघ्रोचितनिर्णयस्य क्षमता वर्धते।
- व्यापार के विकास और भाग्य जगाने के लिए शुभ मुहूर्त में अष्टधातु की अंगूठी धारण करें।
•• व्यापारसमृद्धे: कृते भाग्योदयाय च शुभमुहुर्ते अष्टधातो: ऊर्मिका धारितव्या।
यदि आप अष्टधातु से बनी कोई भी चीज पहनते हैं तो आप सभी नौ ग्रहों से होने वाली पीड़ा को शांत कर सकते हैं।
•• यदि भवान् अष्टधातुनिर्मितम् आभरणं धारयेत् तर्हि भवान् नवग्रहदोषान् शमयितुं शक्नुयात्।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
विधिलिङ्-लकारः (vidhiliṅ-lakāraḥ):
This is the potential mood. This is used to show that something is done, where it may be done or may not be done.
Some examples are:
परीक्षासमये छात्रः पठेत्। (parīkṣāsamaye chātraḥ paṭhet।), this means, “During the examination time, the student should study.” Here, the student studying is potential; here it is only given that the student should study, there is no obligation for him to study; it is entirely up to the student, whether to study or not.
बालिका सुन्दरं आकाशं पश्येत्। (bālikā sundaraṃ ākāśaṃ paśyet।), this means, “The girl should see the beautiful sky.” Here, the girl seeing the beautiful sky is potential; here it is only given that the girl should see it, there is no obligation for her to see it; it is entirely up to her, whether to see it or not.
🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
This is the potential mood. This is used to show that something is done, where it may be done or may not be done.
Some examples are:
परीक्षासमये छात्रः पठेत्। (parīkṣāsamaye chātraḥ paṭhet।), this means, “During the examination time, the student should study.” Here, the student studying is potential; here it is only given that the student should study, there is no obligation for him to study; it is entirely up to the student, whether to study or not.
बालिका सुन्दरं आकाशं पश्येत्। (bālikā sundaraṃ ākāśaṃ paśyet।), this means, “The girl should see the beautiful sky.” Here, the girl seeing the beautiful sky is potential; here it is only given that the girl should see it, there is no obligation for her to see it; it is entirely up to her, whether to see it or not.
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अ.भा. गोष्ठ्याः उद्घाटनसत्रस्य चलचित्रम्।
@samskrt_samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room
🔰 विषयः - चन्द्रग्रहणं लक्ष्मीपूजा शरत्पूर्णिमा च
🗓२९/१०/२०२३ ॥ IST ११:०० AM
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (चन्द्रग्रहणस्य लक्ष्मीपूजायाः शरत्पूर्णिमायाः च विषये वक्तव्यमस्ति। ) अभिक्रम्य आगच्छत।
https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=b542447e65e9eb58d8
पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
🔰 विषयः - चन्द्रग्रहणं लक्ष्मीपूजा शरत्पूर्णिमा च
🗓२९/१०/२०२३ ॥ IST ११:०० AM
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (चन्द्रग्रहणस्य लक्ष्मीपूजायाः शरत्पूर्णिमायाः च विषये वक्तव्यमस्ति। ) अभिक्रम्य आगच्छत।
https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=b542447e65e9eb58d8
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यदि आपके पास एंड्रॉयड मोबाइल 📱है और संस्कृत में आपकी रूचि है तो
• अपने फोन की Settings⚙ में जाइए
• अब सर्च 🔍 में languages लिखिए। या फिर additional settings पर जाकर languages and input में जाइए।
• Languages पर क्लिक करके Sanskrit को No. 1 पर लाइए।
हालाँकि इससे आपके मोबाइल की भाषा हिन्दी में ही चलेगी क्योंकि यह अभी प्रारम्भिक दौर है पर आपको कुछ स्थानों पर संस्कृत में अनुवाद करने का विकल्प मिल जायेगा।
जिससे आप सदा संस्कृत के सान्निध्य में रह सकते हैं। आरम्भ में अटपटा लगता है पर कुछ दिन चलाने के पश्चात् आदत हो जायेगी।
• अपने फोन की Settings⚙ में जाइए
• अब सर्च 🔍 में languages लिखिए। या फिर additional settings पर जाकर languages and input में जाइए।
• Languages पर क्लिक करके Sanskrit को No. 1 पर लाइए।
हालाँकि इससे आपके मोबाइल की भाषा हिन्दी में ही चलेगी क्योंकि यह अभी प्रारम्भिक दौर है पर आपको कुछ स्थानों पर संस्कृत में अनुवाद करने का विकल्प मिल जायेगा।
जिससे आप सदा संस्कृत के सान्निध्य में रह सकते हैं। आरम्भ में अटपटा लगता है पर कुछ दिन चलाने के पश्चात् आदत हो जायेगी।
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - प्रतिपदा रात्रि 11:52 तक तत्पश्चात द्वितीया
⛅ दिनांक - 29 अक्टूबर 2023
⛅ दिन - रविवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - हेमंत
⛅ मास - कार्तिक
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - भरणी 30 अक्टूबर प्रातः 04:42 तक तत्पश्चात कृतिका
⛅ योग - सिद्धि रात्रि 08:01 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅ राहु काल - शाम 04:39 से 06:04 तक
⛅ सूर्योदय - 06:43
⛅ सूर्यास्त - 06:04
⛅ दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:02 से 05:52 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:49 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - प्रतिपदा रात्रि 11:52 तक तत्पश्चात द्वितीया
⛅ दिनांक - 29 अक्टूबर 2023
⛅ दिन - रविवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - हेमंत
⛅ मास - कार्तिक
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - भरणी 30 अक्टूबर प्रातः 04:42 तक तत्पश्चात कृतिका
⛅ योग - सिद्धि रात्रि 08:01 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅ राहु काल - शाम 04:39 से 06:04 तक
⛅ सूर्योदय - 06:43
⛅ सूर्यास्त - 06:04
⛅ दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:02 से 05:52 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:49 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग