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#IAS_

#IAS_officer बनने का सपना हर विद्यार्थी अपने जीवन में एक बार अवश्य देखता है क्यूंकि IAS Officer के पास सबसे ज्यादा शक्ति तथा प्रतिष्ठा होती है. जैसा की हम जानते हैं की IAS परीक्षा को भारत में सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. इसके मुख्य कारण हैं - इस परीक्षा का सिलेबस, पेपर की कठिनाई का स्तर तथा Number of Seats. साथ ही इस परीक्षा में सामान्य ग्रेजुएट से लेकर डॉक्टर स्तर तक के aspirants एक ही पेपर में Compete करते हैं जिसकी वजह से इस परीक्षा में कम्पटीशन बहुत ही ज्यादा होता है.

इस परीक्षा को दो चरणों में आयोजित किया जाता है जिसमे प्रथम चरण को IAS Prelims तथा दूसरे चरण को IAS Mains के नाम से जाना जाता है.

IAS Prelims Syllabus को UPSC द्वारा बहुत ही आकर्षक ढंग से केवल विषय के नाम लिखकर notify कर दिया जाता है. उदाहरण के लिए History के syllabus के लिए History of India and Indian Freedom Struggle notify किया जाता है. इसलिए IAS Prelims परीक्षा के सिलेबस को समझना बेहद जरूरी है. –

IAS Prelims और IAS Mains Exam के लिए अलग-अलग सिलेबस हैं लेकिन हम कह सकते हैं IAS - Mains Exam का सिलेबस, IAS प्रीलिम्स सिलेबस का विस्तार ही है। IAS Syllabus के बारे में एक बात बहुत ही प्रचलित है वो यह की “ Everything under the sun is the syllabus for IAS Exam ”.
IAS Prelims परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते हैं।

1. जनरल स्टडीज पेपर I
2. जनरल स्टडीज पेपर II

IAS Prelims General Studies Paper I में 100 Questions दो घंटे में करने होते हैं इस पेपर के marks से ही IAS Prelims की मेरिट निर्धारित करते है. आइये विस्तार से IAS Prelims का सिलेबस देखते है

#Current_Events_of_National_and #International_Importance

IAS Prelims Exam जून महीने में आयोजित किया जाता है अतः पिछले साल के मार्च महीने से इस वर्ष के मई महीने तक के current affairs पढने चाहिए. परीक्षा के 20 दिन पहले तक के समाचार पत्र अवश्य पढने चाहिए. इस सेक्शन से सबसे अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए इसकी तैयारी में अधिक ध्यान देना चाहिए.
National and International Importance से मतलब है की वह Events जो भारत के लिए तथा इंटरनेशनल स्तर पर महत्वपूर्ण हों.

Nuclear Weapon, UNFCC Summits, G8 Summits, G20, SAARC, United Nations Summits, etc. भारत के दुसरे देशों के साथ Bilateral relations से भी सवाल पूछे जा सकते हैं. इन सब के साथ साथ प्रमुख राष्ट्रीय खबरें ख़ास तौर पर ख़बरों के पीछे का कारण ज्यादा महत्वपूर्ण है.
यह सेक्शन सबसे important है क्यूंकि बाकी सारे sections के सवाल कहीं न कहीं current affairs से जुड़े हुए होते है.

#History_of_India_and_Indian_National #Movement

इस सेक्शन से लगभग 10 -12 questions हर वर्ष पूछे जाते हैं. इस subject के दो parts हैं.

1. History of India.
2. Indian National Movement.

इसका मतलब यह है की दोनों का एक समान महत्व है. History of India subject में Ancient History, Medieval History तथा Modern History के टॉपिक्स हैं. Modern History में Indian National Movement से जुड़े टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान देना होगा. विद्यार्थियों को Indian National Movement, बहुत ही विस्तृत रूप में पढना चाहिए क्योंकि अधिकांश सवाल इसी टॉपिक्स से आते हैं.

Ancient History से 4 से 6 Questions पूछे जा सकते हैं. Ancient History में
• प्राचीन सभ्यताएं,
• वैदिक काल,
• बौद्ध तथा जैन धर्म की विशेषताएं,
• मंदिर निर्माण का architecture,
• प्राचीन कल में दक्षिण भारत के राज्य,
• मौर्य वंश
• गुप्त वंश
• प्रतिहार, चोल, चेरा. पंड्या साम्राज्य
• संगम literature इत्यादि
बहुत ही important हैं.

Medieval History से 2 से 4 Questions तक आ सकते हैं. इसमें
• Delhi Sultanate Period,
• मुग़ल काल, Akhbar के शासन के बारे में ,
• Tughlaq वंश,
• सूफी आन्दोलन,
• राजस्थान के शासक,
• प्रमुख युद्ध,
• प्रमुख शासकों के प्रशासन के बारे में,
• यूरोपियन शक्तियों का भारत आगमन तथा इनके बीच संघर्ष
यह सब भी important है.

Modern History के लिए students को
• मुग़ल साम्राज्य के पतन,
• भारत में कंपनी शासन का उदय,
• 1857 के संघर्ष के कारण,
• संघर्ष के नेता,
• 1857 के बाद कंपनी का शासन और बदलाव,
• कांग्रेस पार्टी के गठन से जुड़े तथ्य,
• सामाजिक आन्दोलन तथा उनसे जुड़े leaders
इत्यादि important हैं.

Indian National Movement में events की Timeline अवश्य पढनी चाहिए ताकि events का साधारण ज्ञान हो सके. राष्ट्रीय स्तर के आन्दोलनों जैसे असहियोग आन्दोलन,भारत छोडो आन्दोलन तथा अन्य को बहुत ही विस्तृत रूप से पढना चाहिए. महात्मा गाँधीजी तथा जवाहर लाल नेहरु से जुड़ा हुआ हर एक तथ
#IAS_

#IAS_officer बनने का सपना हर विद्यार्थी अपने जीवन में एक बार अवश्य देखता है क्यूंकि IAS Officer के पास सबसे ज्यादा शक्ति तथा प्रतिष्ठा होती है. जैसा की हम जानते हैं की IAS परीक्षा को भारत में सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. इसके मुख्य कारण हैं - इस परीक्षा का सिलेबस, पेपर की कठिनाई का स्तर तथा Number of Seats. साथ ही इस परीक्षा में सामान्य ग्रेजुएट से लेकर डॉक्टर स्तर तक के aspirants एक ही पेपर में Compete करते हैं जिसकी वजह से इस परीक्षा में कम्पटीशन बहुत ही ज्यादा होता है.

इस परीक्षा को दो चरणों में आयोजित किया जाता है जिसमे प्रथम चरण को IAS Prelims तथा दूसरे चरण को IAS Mains के नाम से जाना जाता है.

IAS Prelims Syllabus को UPSC द्वारा बहुत ही आकर्षक ढंग से केवल विषय के नाम लिखकर notify कर दिया जाता है. उदाहरण के लिए History के syllabus के लिए History of India and Indian Freedom Struggle notify किया जाता है. इसलिए IAS Prelims परीक्षा के सिलेबस को समझना बेहद जरूरी है. –

IAS Prelims और IAS Mains Exam के लिए अलग-अलग सिलेबस हैं लेकिन हम कह सकते हैं IAS - Mains Exam का सिलेबस, IAS प्रीलिम्स सिलेबस का विस्तार ही है। IAS Syllabus के बारे में एक बात बहुत ही प्रचलित है वो यह की “ Everything under the sun is the syllabus for IAS Exam ”.
IAS Prelims परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते हैं।

1. जनरल स्टडीज पेपर I
2. जनरल स्टडीज पेपर II

IAS Prelims General Studies Paper I में 100 Questions दो घंटे में करने होते हैं इस पेपर के marks से ही IAS Prelims की मेरिट निर्धारित करते है. आइये विस्तार से IAS Prelims का सिलेबस देखते है

#Current_Events_of_National_and #International_Importance

IAS Prelims Exam जून महीने में आयोजित किया जाता है अतः पिछले साल के मार्च महीने से इस वर्ष के मई महीने तक के current affairs पढने चाहिए. परीक्षा के 20 दिन पहले तक के समाचार पत्र अवश्य पढने चाहिए. इस सेक्शन से सबसे अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए इसकी तैयारी में अधिक ध्यान देना चाहिए.
National and International Importance से मतलब है की वह Events जो भारत के लिए तथा इंटरनेशनल स्तर पर महत्वपूर्ण हों.

Nuclear Weapon, UNFCC Summits, G8 Summits, G20, SAARC, United Nations Summits, etc. भारत के दुसरे देशों के साथ Bilateral relations से भी सवाल पूछे जा सकते हैं. इन सब के साथ साथ प्रमुख राष्ट्रीय खबरें ख़ास तौर पर ख़बरों के पीछे का कारण ज्यादा महत्वपूर्ण है.
यह सेक्शन सबसे important है क्यूंकि बाकी सारे sections के सवाल कहीं न कहीं current affairs से जुड़े हुए होते है.

#History_of_India_and_Indian_National #Movement

इस सेक्शन से लगभग 10 -12 questions हर वर्ष पूछे जाते हैं. इस subject के दो parts हैं.

1. History of India.
2. Indian National Movement.

इसका मतलब यह है की दोनों का एक समान महत्व है. History of India subject में Ancient History, Medieval History तथा Modern History के टॉपिक्स हैं. Modern History में Indian National Movement से जुड़े टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान देना होगा. विद्यार्थियों को Indian National Movement, बहुत ही विस्तृत रूप में पढना चाहिए क्योंकि अधिकांश सवाल इसी टॉपिक्स से आते हैं.

Ancient History से 4 से 6 Questions पूछे जा सकते हैं. Ancient History में
• प्राचीन सभ्यताएं,
• वैदिक काल,
• बौद्ध तथा जैन धर्म की विशेषताएं,
• मंदिर निर्माण का architecture,
• प्राचीन कल में दक्षिण भारत के राज्य,
• मौर्य वंश
• गुप्त वंश
• प्रतिहार, चोल, चेरा. पंड्या साम्राज्य
• संगम literature इत्यादि
बहुत ही important हैं.

Medieval History से 2 से 4 Questions तक आ सकते हैं. इसमें
• Delhi Sultanate Period,
• मुग़ल काल, Akhbar के शासन के बारे में ,
• Tughlaq वंश,
• सूफी आन्दोलन,
• राजस्थान के शासक,
• प्रमुख युद्ध,
• प्रमुख शासकों के प्रशासन के बारे में,
• यूरोपियन शक्तियों का भारत आगमन तथा इनके बीच संघर्ष
यह सब भी important है.

Modern History के लिए students को
• मुग़ल साम्राज्य के पतन,
• भारत में कंपनी शासन का उदय,
• 1857 के संघर्ष के कारण,
• संघर्ष के नेता,
• 1857 के बाद कंपनी का शासन और बदलाव,
• कांग्रेस पार्टी के गठन से जुड़े तथ्य,
• सामाजिक आन्दोलन तथा उनसे जुड़े leaders
इत्यादि important हैं.

Indian National Movement में events की Timeline अवश्य पढनी चाहिए ताकि events का साधारण ज्ञान हो सके. राष्ट्रीय स्तर के आन्दोलनों जैसे असहियोग आन्दोलन,भारत छोडो आन्दोलन तथा अन्य को बहुत ही विस्तृत रूप से पढना चाहिए. महात्मा गाँधीजी तथा जवाहर लाल नेहरु से जुड़ा हुआ ह