Maa Shakumbhari University, Saharanpur
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Maa Shakumbhari University, Saharanpur
माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर

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सूचना दी जाती है कि माँ शाकुंभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर से सम्बद्ध सभी कॉलेजों में सत्र 2025-26 के लिए स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु ऑनलाइन पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जून 2025 है।
इसलिए सभी इच्छुक छात्र-छात्राओं से अनुरोध है कि वे विश्वविद्यालय की वेबसाइट —
https://msuniversity.ac.in तथा https://msuadm.samarth.edu.in पर जाकर 15 जून 2025 तक पंजीकरण अवश्य कर लें।

It is hereby informed that for all undergraduate courses affiliated to Maa Shakumbhari University, Saharanpur, the last date for online registration for session 2025–26 is 15th June 2025.
Therefore, all interested candidates are advised to visit the university website —and complete their registration by 15th June 2025 at https://msuniversity.ac.in and https://msuadm.samarth.edu.in.
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छात्रवृत्ति वितरण में तकनीकी बदलाव करेगी योगी सरकार, छात्रों को मिलेगा समय पर लाभ

- पिछड़ा वर्ग कल्याण, समाज कल्याण व अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मिलकर बनाएगी एक समान नीति प्रक्रिया

- छात्रवृत्ति पोर्टल सालभर खुला रखने पर विचार, अब आवेदन में नहीं होगी समयसीमा की बाधा

- फर्जीवाड़े पर लगेगा अंकुश, छात्रवृत्ति के लिए लागू होगी फेस रिकॉग्निशन प्रणाली, हर वर्ग के छात्रों को मिलेगा लाभ

- छात्रवृत्ति के माध्यम से सामाजिक न्याय व्यवस्था को भी नई दिशा देने में जुटी योगी सरकार

लखनऊ, 29 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार छात्रवृत्ति योजनाओं को और पारदर्शी, सरल और सुलभ बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। अब छात्रवृत्ति वार्षिक नहीं, बल्कि सेमेस्टर आधारित होगी, जिससे छात्रों को समय पर सहायता मिल सकेगी। तकनीकी बाधाओं के कारण यदि किसी पात्र छात्र की छात्रवृत्ति रुकती है, तो उसे इसका समाधान करने का अवसर भी मिलेगा। सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश है कि तकनीकी कारणों से कोई भी छात्र वंचित नहीं रहेगा।

इस व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए समाज कल्याण विभाग को छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति योजनाओं का नोडल विभाग बनाया गया है। इसके अंतर्गत अल्पसंख्यक कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित कर साझा पोर्टल तैयार किया जाएगा, जो वर्षभर खुला रहेगा। इससे अब छात्रों को सीमित समयावधि की चिंता नहीं होगी और वे किसी भी समय आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।

तकनीकी रूप से उन्नत बनाया जाएगा छात्रवृत्ति प्रणाली
छात्रवृत्ति प्रणाली को तकनीकी रूप से उन्नत करने के लिए एक आधुनिक पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें मोबाइल ऐप, रियल टाइम नोटिफिकेशन, और दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच जैसी सुविधाएं रहेंगी। छात्रों की वास्तविक उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए फेस रिकॉग्निशन आधारित प्रणाली भी लागू की जाएगी, जिससे फर्जीवाड़े पर पूर्ण रोक लगेगी।

तीनों विभाग मिलकर करेंगे चुनौतियों का समाधान
सरकार ने इस सुधार की दिशा में तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है। समाज कल्याण विभाग ने इस कार्य के लिए पहले ही 6 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया था, जिसने हाल ही में तीनों विभाग (समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण) की साझा बैठक में अपने सुझाव दिए, जिस पर अमल करने के लिए साझा सहमति बन गई है। अब विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर बदलावों को धरातल पर उतारी जाएगी। साथ ही, टीम दवारा तीनों विभागों के निदेशकों की एक संयुक्त टीम बनाने का भी प्रस्ताव दिया गया, जिसके माध्यम से रुकावटों की पहचान कर समाधान तैयार किया जाएगा।

छात्रवृत्ति के माध्यम से सामाजिक न्याय व्यवस्था को भी नई दिशा देने में जुटी योगी सरकार
योगी सरकार के इस पहल का उद्देश्य स्पष्ट है। हर वर्ग के छात्र तक बिना भेदभाव छात्रवृत्ति पहुंचाना और उन्हें शिक्षा की राह में आर्थिक चिंता से मुक्त करना है। सरकार की यह नीति "सबका साथ, सबका विकास" के मूल मंत्र को साकार करती है। छात्रों और अभिभावकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है कि छात्रवृत्ति अब न केवल तकनीकी रूप से अधिक सरल और सुरक्षित होगी, बल्कि समयबद्ध भी होगी। यूपी सरकार के इस कदम से लाखों विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की उम्मीद है और इससे राज्य की शिक्षा और सामाजिक न्याय व्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह स्पष्ट संदेश है कि पात्र छात्रों को किसी भी स्थिति में वंचित नहीं होने दिया जाएगा और सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।