आचमन जब-जब किया, कुछ रत्न आये हाथ में
दे गयी हर लहर मुझको गीत कुछ सौगात में
जब कभी मैली हुई तो आँख ने धोयी नदी
बह रही मुझमें निरन्तर सोच की कोई नदी
✍ इंदिरा गौड़
#IndiraGaud #hindipoetry #kavigram
दे गयी हर लहर मुझको गीत कुछ सौगात में
जब कभी मैली हुई तो आँख ने धोयी नदी
बह रही मुझमें निरन्तर सोच की कोई नदी
✍ इंदिरा गौड़
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