Josh Studies
35 subscribers
2 photos
2 files
63 links
Welcome to Josh Studies, a dedicated platform for educational notes and resources, News designed to help in government examinations.
Download Telegram
6वां बिम्सटेक शिखर सम्मेलन

संदर्भ क्या है?

थाईलैंड की अध्यक्षता और "बिम्सटेकः समृद्ध, लचीला और खुला' विषय के तहत बैंकॉक में आयोजित छठे शिखर सम्मेलन में नेताओं ने गहन क्षेत्रीय एकीकरण के लिए

रोडमैप तैयार किया है और भारत और थाईलैंड ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक उन्नत किया।

छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की मुख्य बातेंः

> बैंकॉक विज़न 2030: शिखर सम्मेलन घोषणा पत्र को अपनाना तथा आर्थिक एकीकरण, जलवायु लचीलापन, तथा बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी में सहयोग पर केंद्रित दीर्घकालिक योजना।

बिम्सटेक क्या है?

> विश्व की जनसंख्या का 22% (1.7 बिलियन) संयुक्त GDP - 5.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर

> बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल, 1997 में बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड द्वारा गठित की गई, जिसमें बाद में म्यांमार (1997). नेपाल और भूटान (2004) भी शामिल हो गए।

> इसका उद्देश्य अपने सात सदस्य देशों बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड के बीच तकनीकी और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है।

बिम्सटेक का महत्वः

> एक्ट ईस्ट अलाइनमेंटः हिंद महासागर और हिंद-प्रशांत गलियारों में संबंधों को गहरा करके भारत की एक्ट ईस्ट नीति को सुदृढ़ करता है।

> सार्क विकल्पः सार्क की निष्क्रियता के बीच दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशियाई सहयोग के लिए एक कार्यात्मक मंच प्रदान करता है।

> क्षेत्रीय सुरक्षा एवं एचएडीआरः मानवीय सहायता, आपदा राहत और सामूहिक सुरक्षा के लिए एक प्रमुख तंत्र के रूप में कार्य करता है।

सांस्कृतिक संरक्षणः नालंदा विश्वविद्यालय में बंगाल की खाड़ी अध्ययन केंद्र जैसी पहल का उद्देश्य क्षेत्र की अमूर्त विरासत को सुरक्षित रखना और बढ़ावा देना है।

BPSC ऐसा क्वेश्चन पूछ चुका है जी-20 के बारे में और BRICS के बारे में इसीलिए एक-एक लाइन को ध्यान से पढ़ेंगे यहां से कुछ बनने की चांस होता है
कॉफी उत्पादन – विश्व और भारत
(UPSC/PCS,)
विश्व स्तर पर अग्रणी देश (Top 3 Coffee Producing Countries):

1. ब्राज़ील – दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक (Arabica में अग्रणी)


2. वियतनाम – विशेषतः Robusta कॉफी में

3. कोलंबिया – उच्च गुणवत्ता वाल Arabica कॉफी के लिए प्रसिद्ध

कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया (Coffee Board of India)

स्थापनाः 1942 में

मुख्यालयः बेंगलुरु, कर्नाटक

निगरानी निकायः वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय

(Ministry of Commerce and Industry), भारत सरकार


भारत में अग्रणी राज्य (Top 3 Coffee Producing States):

1. कर्नाटक – भारत का लगभग 70% कॉफी उत्पादन (कोडगु, चिकमंगलूर, हासन)

2. केरल – वायनाड क्षेत्र प्रमुख

3. तमिलनाडु – नीलगिरि, सेलम, यरकौड आदि क्षेत्र

> अतिरिक्त राज्य: आंध्र प्रदेश (अराकू घाटी), ओडिशा, असम और नागालैंड में भी कॉफी उगाई जाती है।


कॉफी की आदर्श जलवायु (Ideal Conditions for Coffee Growing):

तापमान: 15°C से 28°C

वर्षा: 150-250 सेमी सालाना

ऊँचाई: 800 से 1800 मीटर (Arabica के लिए आदर्श)

मिट्टी: लाल दोमट या बलुई दोमट, अच्छे जल निकास के साथ

छायादार पेड़ (Shade trees) जरूरी होते हैं (intercropping)


भारत में उगाई जाने वाली मुख्य किस्में:

Arabica – उच्च गुणवत्ता, कम कैफीन, अधिक ऊंचाई पर

Robusta – अधिक कैफीन, रोग प्रतिरोधी, निचले क्षेत्रों में

"कॉफी उत्पादन में दुनिया में ब्राज़ील, वियतनाम और कोलंबिया टॉप पर हैं। भारत में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु सबसे ज़्यादा कॉफी उगाते हैं। कॉफी को 800 से 1800 मीटर की ऊँचाई, 15 से 28 डिग्री तापमान और छायादार मौसम चाहिए होता है। Arabica और Robusta – ये दो मुख्य किस्में उगाई जाती हैं।"
राज्य स्तरीय निपुण टीएलएम मेला 2.0

> राज्य स्तरीय निपुण टीएलएम मेला 2.0, शिक्षकों द्वारा विकसित शिक्षण सामग्री और नवाचारों को साझा करने का एक मंच है।

> उद्देश्य - शिक्षकों द्वारा विकसित शिक्षण विधियों, सामग्री और नवाचारों को साझा करना और उनके अनुभवों से अन्य शिक्षकों को प्रेरित करना है।

> 8 अप्रैल 2025 को राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, बिहार, पटना के परिसर में राज्य स्तरीय निपुण टीएलएम मेला 2.0 का रंगारंग शुभारंभ हुआ।

> इस महत्वपूर्ण आयोजन में राज्य के सभी 38 जिलों से कुल 315 प्रतिभागी शिक्षक (125 पुरुष शिक्षक एवं 190 महिला शिक्षक) अपने स्वयं निर्मित शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) के साथ राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं।
उड़ान योजना के तहत बिहार के सात

शहरों बीरपुर, सहरसा. मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वाल्मिकी नगर, मधुबनी और पूर्णिया से छोटे विमानों के उड़ान की मंजूरी केंद्र ने दे दी है।

> साथ ही, केंद्र सरकार ने इन शहरों के हवाई अड्डों के विकास के लिए 190 करोड़ रुपये जारी कर दी है।

> इन हवाईअड्डों का विकास भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के स्तर से किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ समझौता (एमओयू) करेगी।

> नागरिक उड्डून मंत्रालय की 15 वीं परियोजना मूल्यांकन समिति (पीईसी) की बैठक में उड़ान के अंतर्गत हवाई अड्डों के विकास के लिए खर्च की भी समीक्षा की गई।

> बिहार सरकार के अनुरोध पर राज्य में छोटे विमानों (20) सीट तक वाले विमान) की उड़ानों के संचालन के लिए इन सात हवाई अड्डों का चयन किया गया है।
IAEA – (International Atomic Energy Agency)

1. IAEA की स्थापना 1957 में हुई थी, इसका मुख्यालय वियना (ऑस्ट्रिया) में है।


2. इसका उद्देश्य है – परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग और परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना।


3. यह संगठन संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध है लेकिन स्वतंत्र रूप से कार्य करता है।


4. IAEA नियमित निरीक्षण (inspections) के माध्यम से परमाणु गतिविधियों की निगरानी करता है।


5. इसे 2005 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था (IAEA और उसके महानिदेशक मो. अलबरदेई को)।
🇮🇷 ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकाने (Nuclear Sites of Iran):

परमाणु ठिकाने का नाम स्थान (City/Province) उद्देश्य

1. Natanz:     इस्फहान (Isfahan

Province) मुख्य यूरेनियम संवर्धन (Uranium Enrichment Facility) केंद्र

2. Fordow क़ोम (Qom Province, पहाड़ों के अंदर) भूमिगत यूरेनियम संवर्धन सुविधा

3.Arak अराक (Markazi Province) हैवी वॉटर रिएक्टर (Heavy Water Reactor) – प्लूटोनियम उत्पादन संभावित

3.Isfahan UCF इस्फहान Uranium Conversion Facility – Yellowcake को गैस में बदलने की प्रक्रिया

4.Bushehr बुशहर (दक्षिणी ईरान) एकमात्र कार्यरत परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Russia द्वारा सहयोग से बना)
Tehran Research Reactor तेहरान मेडिकल व वैज्ञानिक प्रयोग हेतु अनुसंधान रिएक्टर

5.Lashkar Abad पश्चिमी ईरान अफवाहित संवर्धन तकनीक परीक्षण केंद्र
Saghand यज़्द प्रांत (Yazd) यूरेनियम खदान

Gachin बंदर अब्बास (Hormozgan Province) यूरेनियम खनन व प्रसंस्करण केंद्र


🧭 नक्शे में स्थिति (Map Reference):

उत्तर-पूर्व: Fordow

मध्य ईरान: Natanz, Isfahan

दक्षिण-पश्चिम: Arak

दक्षिणी तट: Bushehr, Gachin


📝 विशेष जानकारी:

ईरान का परमाणु कार्यक्रम IAEA (International Atomic Energy Agency) की निगरानी में है।

दोस्तों यह बहुत चर्चा में है यहां से बीएससी क्वेश्चन बना सकते हैं ऊपर की जो चार से पांच परमाणु ठिकाने हैं उनका नाम याद रखना है
🌍 Energy Transition Index 2025 – भारत की स्थिति (संक्षिप्त समरी)

📌 मुख्य बिंदु:

रैंक: 71वाँ स्थान (118 देशों में)

स्कोर: 53.3 / 100

रिपोर्ट जारीकर्ता: World Economic Forum (WEF)

शीर्ष देश: स्वीडन (1st), फिनलैंड, डेनमार्क, नॉर्वे, स्विट्ज़रलैंड

भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ:

ऊर्जा दक्षता में सुधार

मीथेन उत्सर्जन में कमी

ऊर्जा निवेश और नीतियों में मजबूती

⚠️ भारत के सामने चुनौतियाँ:

ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की पहुंच और विश्वसनीयता

ऊर्जा आयात पर अधिक निर्भरता

नवीकरणीय ऊर्जा के लिए बुनियादी ढांचे की आवश्यकता

📊 दो प्रमुख संकेतक:

संकेतक स्कोर

System Performance 60.4
Transition Readiness 42.4
Josh Studies

### 1. भारत के प्रमुख बाँध, नदियाँ और जिले

#### उत्तरी भारत
1. भाखड़ा नंगल बाँध 
   - नदी: सतलज 
   - जिला/राज्य: बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) 
   - ड्रेनेज: सिंधु नदी प्रणाली 
   - वनस्पति: शीतोष्ण कटिबंधीय वन (ओक, देवदार)। 

2. टिहरी बाँध 
   - नदी: भागीरथी (गंगा की सहायक नदी) 
   - जिला/राज्य: टिहरी गढ़वाल (उत्तराखंड) 
   - ड्रेनेज: गंगा नदी प्रणाली 
   - वनस्पति: हिमालयन चीड़ और ओक के वन। 

#### पश्चिमी भारत
3. सरदार सरोवर बाँध 
   - नदी: नर्मदा 
   - जिला/राज्य: नर्मदा जिला (गुजरात) 
   - ड्रेनेज: नर्मदा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: शुष्क पर्णपाती वन (नीम, बबूल)। 

4. इंदिरा सागर बाँध 
   - नदी: नर्मदा 
   - जिला/राज्य: खंडवा (मध्य प्रदेश) 
   - ड्रेनेज: नर्मदा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: सूखा-प्रतिरोधी झाड़ियाँ। 

#### दक्षिणी भारत
5. कृष्णराज सागर बाँध (KRS) 
   - नदी: कावेरी 
   - जिला/राज्य: मंड्या (कर्नाटक) 
   - ड्रेनेज: कावेरी नदी बेसिन 
   - वनस्पति: उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन। 

6. मेट्टूर बाँध 
   - नदी: कावेरी 
   - जिला/राज्य: सलेम (तमिलनाडु) 
   - ड्रेनेज: कावेरी नदी बेसिन 
   - वनस्पति: डेक्कन पठार की शुष्क वनस्पति। 

7. नागार्जुन सागर बाँध 
   - नदी: कृष्णा 
   - जिला/राज्य: नलगोंडा (तेलंगाना) 
   - ड्रेनेज: कृष्णा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: ट्रॉपिकल ड्राई फॉरेस्ट। 

#### पूर्वी भारत
8. हीराकुंड बाँध 
   - नदी: महानदी 
   - जिला/राज्य: संबलपुर (ओडिशा) 
   - ड्रेनेज: महानदी डेल्टा 
   - वनस्पति: मैंग्रोव वन (डेल्टा क्षेत्र में)। 

### 2. भारत की प्रमुख जल निकासी (ड्रेनेज) प्रणालियाँ
1. हिमालयी नदियाँ 
   - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र 
   - विशेषता: वर्षभर जलप्रवाह, ग्लेशियरों से पोषण। 

2. प्रायद्वीपीय नदियाँ 
   - नर्मदा, तापी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी 
   - विशेषता: मौसमी प्रवाह, वर्षा आधारित। 

3. अंतर्देशीय जल निकासी 
   - राजस्थान की लूनी, घग्गर (सरस्वती)। 

### 3. वनस्पति (Vegetation) के प्रमुख प्रकार
1. उष्णकटिबंधीय वर्षावन (पश्चिमी घाट, अंडमान) – महोगनी, रबड़। 
2. पर्णपाती वन (मध्य भारत) – सागौन, साल। 
3. मरुस्थलीय वनस्पति (थार) – कैक्टस, खेजड़ी। 
4. मैंग्रोव वन (सुंदरबन) – सुंदरी वृक्ष। 

---

### UPSC के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
- राष्ट्रीय जल विभाजक: विंध्य-सतपुड़ा श्रेणी (नर्मदा-तापी और गंगा प्रणाली को अलग करती है)। 
- अंतर-राज्यीय नदी विवाद: कावेरी (कर्नाटक vs तमिलनाडु), कृष्णा (आंध्र vs तेलंगाना)। 
- वनस्पति और जलवायु: शुष्क क्षेत्रों में ज़ाइलोफाइट्स (बबूल), डेल्टा में मैंग्रोव।


### 1. भारत के प्रमुख बाँध, नदियाँ और जिले

#### उत्तरी भारत
1. भाखड़ा नंगल बाँध 
   - नदी: सतलज 
   - जिला/राज्य: बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) 
   - ड्रेनेज: सिंधु नदी प्रणाली 
   - वनस्पति: शीतोष्ण कटिबंधीय वन (ओक, देवदार)। 

2. टिहरी बाँध 
   - नदी: भागीरथी (गंगा की सहायक नदी) 
   - जिला/राज्य: टिहरी गढ़वाल (उत्तराखंड) 
   - ड्रेनेज: गंगा नदी प्रणाली 
   - वनस्पति: हिमालयन चीड़ और ओक के वन। 

#### पश्चिमी भारत
3. सरदार सरोवर बाँध 
   - नदी: नर्मदा 
   - जिला/राज्य: नर्मदा जिला (गुजरात) 
   - ड्रेनेज: नर्मदा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: शुष्क पर्णपाती वन (नीम, बबूल)। 

4. इंदिरा सागर बाँध 
   - नदी: नर्मदा 
   - जिला/राज्य: खंडवा (मध्य प्रदेश) 
   - ड्रेनेज: नर्मदा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: सूखा-प्रतिरोधी झाड़ियाँ। 

#### दक्षिणी भारत
5. कृष्णराज सागर बाँध (KRS) 
   - नदी: कावेरी 
   - जिला/राज्य: मंड्या (कर्नाटक) 
   - ड्रेनेज: कावेरी नदी बेसिन 
   - वनस्पति: उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन। 

6. मेट्टूर बाँध 
   - नदी: कावेरी 
   - जिला/राज्य: सलेम (तमिलनाडु) 
   - ड्रेनेज: कावेरी नदी बेसिन 
   - वनस्पति: डेक्कन पठार की शुष्क वनस्पति। 

7. नागार्जुन सागर बाँध 
   - नदी: कृष्णा 
   - जिला/राज्य: नलगोंडा (तेलंगाना) 
   - ड्रेनेज: कृष्णा नदी बेसिन 
   - वनस्पति: ट्रॉपिकल ड्राई फॉरेस्ट।

#### पूर्वी भारत
8. हीराकुंड बाँध 
   - नदी: महानदी 
   - जिला/राज्य: संबलपुर (ओडिशा) 
   - ड्रेनेज: महानदी डेल्टा 
   - वनस्पति: मैंग्रोव वन (डेल्टा क्षेत्र में)। 

### 2. भारत की प्रमुख जल निकासी (ड्रेनेज) प्रणालियाँ
1. हिमालयी नदियाँ 
   - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र 
   - विशेषता: वर्षभर जलप्रवाह, ग्लेशियरों से पोषण। 

2. प्रायद्वीपीय नदियाँ 
   - नर्मदा, तापी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी 
   - विशेषता: मौसमी प्रवाह, वर्षा आधारित। 

3. अंतर्देशीय जल निकासी 
   - राजस्थान की लूनी, घग्गर (सरस्वती)। 
### 3. वनस्पति (Vegetation) के प्रमुख प्रकार
1. उष्णकटिबंधीय वर्षावन (पश्चिमी घाट, अंडमान) – महोगनी, रबड़। 
2. पर्णपाती वन (मध्य भारत) – सागौन, साल। 
3. मरुस्थलीय वनस्पति (थार) – कैक्टस, खेजड़ी। 
4. मैंग्रोव वन (सुंदरबन) – सुंदरी वृक्ष। 

### UPSC के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

- राष्ट्रीय जल विभाजक: विंध्य-सतपुड़ा श्रेणी (नर्मदा-तापी और गंगा प्रणाली को अलग करती है)। 
- अंतर-राज्यीय नदी विवाद: कावेरी (कर्नाटक vs तमिलनाडु), कृष्णा (आंध्र vs तेलंगाना)। 
- वनस्पति और जलवायु: शुष्क क्षेत्रों में ज़ाइलोफाइट्स (बबूल), डेल्टा में मैंग्रोव।
❄️ हिमालय के प्रमुख हिमनद – एक लाइन में सटीक जानकारी

1. सियाचिन हिमनद – लद्दाख में कराकोरम श्रेणी में स्थित, नुब्रा नदी का स्रोत, विश्व का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है।


2. हिस्पर हिमनद – पाकिस्तान के गिलगित क्षेत्र में कराकोरम में स्थित, हिस्पर नदी को जन्म देता है, बियाफो से जुड़ता है।


3. बियाफो हिमनद – कराकोरम श्रेणी में पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में स्थित, हिस्पर के साथ मिलकर विश्व का सबसे लंबा ग्लेशियर मार्ग बनाता है।


4. बाल्टोरो हिमनद – कराकोरम में स्थित (गिलगित), श्योक की सहायक नदी का स्रोत, के2 पर्वत के समीप है।


5. बाटुरा हिमनद – कराकोरम क्षेत्र (पाकिस्तान) में स्थित, हिमालय के पश्चिमी छोर पर है, उच्च दर से पीछे हट रहा है।


6. खारदूंग हिमनद – कराकोरम में लद्दाख के पास स्थित, खारदूंग ला दर्रा इसी क्षेत्र में है, सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण।


7. रिमो हिमनद – कराकोरम में लद्दाख के पास स्थित, सियाचिन के पूर्व में, रिमो नाला बनाता है।


8. पुंमाह हिमनद – कश्मीर/पंजाब सीमा के पास स्थित, चिनाब नदी की सहायक धाराओं का स्रोत है।


9. जेमु हिमनद – नेपाल-सिक्किम सीमा पर स्थित, कंचनजंघा क्षेत्र में, तीस्ता नदी का एक स्रोत है।


10. गंगोत्री हिमनद – उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हिमाद्रि श्रेणी में, भागीरथी (गंगा) का प्रमुख स्रोत है।

पिंडारी: उत्तराखंड कुमाऊं (लघु हिमालय)


11. मिलम हिमनद – उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हिमाद्रि में, गोरीगंगा नदी का स्रोत है।


12. कंचनजंघा हिमनद – नेपाल-सिक्किम सीमा पर हिमाद्रि में स्थित, तीस्ता बेसिन को जल प्रदान करता है।


13. रुपल हिमनद – कश्मीर/गिलगित क्षेत्र में नंगा पर्वत के पास स्थित, इंडस बेसिन का हिस्सा है।


14. केदारनाथ हिमनद – उत्तराखंड में हिमाद्रि में स्थित, मंदाकिनी नदी का स्रोत है।


15. दिअमिर हिमनद – नंगा पर्वत के पश्चिमी ढाल पर, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित, सिंधु बेसिन से जुड़ा है।


16. सोनपाणी हिमनद – कश्मीर/पंजाब क्षेत्र में स्थित, स्थानीय जल स्रोतों में योगदान करता है।


17. कोसा हिमनद – उत्तराखंड (कुमाऊँ) क्षेत्र में स्थित, अलकनंदा की सहायक धाराओं का स्रोत है।
🎯 महत्वपूर्ण रैंकिंग में भारत का स्थान:

वैश्विक शांति सूचकांक: 115
विश्व खुशहाली रिपोर्ट: 118
आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक: 128
वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट: 131
वैश्विक प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक: 151

#Current #Facts
अन्नू रानी ने इंडियन ओपन 2025 विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर कांस्य प्रतियोगिता में महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में 62.01 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।

#Current #Facts