हिन्दी साहित्य का इतिहास-आदिकाल(परिचय,विशेषताएं,परिस्थितियां);History of Hindi literature-aadikal(introduction, features, circumstances)
https://hindigrema.blogspot.com/2020/05/history-of-hindi-literature_12.html?m=1
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हिन्दी साहित्य का इतिहास-आदिकाल(परिचय,विशेषताएं,परिस्थितियां);History of Hindi literature-aadikal(introduction, features, circumstances)
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हिन्दी व्याकरण - संज्ञा Hindi grammer - Noun
हिन्दी व्याकरण - संज्ञा , Hindi grammer - Noun , hindi vyakaran - sangya , व्यक्तिवाचक संज्ञा,जातिवाचक संज्ञा,भाववाचक संज्ञा,समूहवाचक संज्ञा,द्रव्यवाचक संज्ञा
प्राथमिक स्तर पर वाचन शिक्षण का उद्देश्य है -
Anonymous Quiz
28%
शब्द ज्ञान करवाना
16%
भाषा ज्ञान करवाना
52%
शुद्ध उच्चारण क्षमता का विकास
4%
आत्मविश्वास में वृद्धि
राजस्थान स्थापना दिवस की कोटि-कोटि शुभकामनाएं!
सैं री आँखड़ल्यां रो तारो प्यारो राजस्थान
प्यारो राजस्थान निरालो राजस्थान
सैं री ......................................
गोरा गोरा टीबडियां पर खेत खड़या मुस्कावै
नैणां सुरमो सार गोरड़ी भातो लेकर आवै
गावै अलगोजा री तान म्हारो ..................
राणा सरीखा पूत होवै तो धरती भी सरावै
चेतक जिस्या घोड़ा ढूँढ्या और कठै ना पावै
होग्या मालिक पर कुरबान म्हारो ............
लड़बानै जद गयो सायबो मंगवाई सैनाणी
ले कटार सिर काट दे दियो धन्य धन्य छत्राणी
जुग जुग गावै थारो गान म्हारो ................
गोरा बादल जयमल फत्ता तलवारां खड़काई
भामा जिस्या दानी देखो देखो मीरांबाई
पन्ना धाई रो बलिदान म्हारो ..................
वीर पदमणी हाडी राणी गणगौर् यां रो देश
देई देवता निरखण आवै धर जोग्यां रो भेस
चक्कर खावै भगवान म्हारो…….……….
जैपर बूंदी कोटा देखो देखो बीकानेर
उदैपूर चित्तोड़ देखल्यो देखो अजमेर
आ तो है वीरां री खान म्हारो .................
सैं री आँखड़ल्यां रो तारो प्यारो राजस्थान
प्यारो राजस्थान निरालो राजस्थान
सैं री ......................................
गोरा गोरा टीबडियां पर खेत खड़या मुस्कावै
नैणां सुरमो सार गोरड़ी भातो लेकर आवै
गावै अलगोजा री तान म्हारो ..................
राणा सरीखा पूत होवै तो धरती भी सरावै
चेतक जिस्या घोड़ा ढूँढ्या और कठै ना पावै
होग्या मालिक पर कुरबान म्हारो ............
लड़बानै जद गयो सायबो मंगवाई सैनाणी
ले कटार सिर काट दे दियो धन्य धन्य छत्राणी
जुग जुग गावै थारो गान म्हारो ................
गोरा बादल जयमल फत्ता तलवारां खड़काई
भामा जिस्या दानी देखो देखो मीरांबाई
पन्ना धाई रो बलिदान म्हारो ..................
वीर पदमणी हाडी राणी गणगौर् यां रो देश
देई देवता निरखण आवै धर जोग्यां रो भेस
चक्कर खावै भगवान म्हारो…….……….
जैपर बूंदी कोटा देखो देखो बीकानेर
उदैपूर चित्तोड़ देखल्यो देखो अजमेर
आ तो है वीरां री खान म्हारो .................