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कॉलेजों की लापरवाही भुगत सकते हैं छात्र-छात्राएं:पोर्टल पर इंटरनल एग्जाम के मार्क्स अपलोड नहीं हुए तो रुकेंगे एडमिट कार्ड
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/meerut/news/students-may-suffer-due-to-negligence-of-colleges-meerut-education-meerut-ccsu-ccsu-meerut-134881402.html

सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों की लापरवाही छात्र-छात्राओं को भुगतनी पड़ सकती है। 50 फीसदी कॉलेजों ने -आंतरिक-प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए हैं। जिसकी वजह से विश्वविद्यालय को रिजल्ट जारी करने में देरी होगी। लगातार चेतावनी के बाद भी कॉलेज सुधरने को तैयार नहीं हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से अंतिम चेतावनी दी गई है कि जल्द से जल्द पोर्टल पर अंक अपलोड कर दें नहीं तो ऐसे छात्र-छात्राओं की अगली सेमेस्टर की परीक्षा के एडमिट कार्ड राेक दिए जाएंगे। सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों में आजकल विभिन्न कोर्सों की परीक्षाएं चल रही हैं। 28 अप्रैल से एनईपी स्नातक कोर्सों की परीक्षाएं होनी हैं। इनकी आंतरिक-प्रैक्टिकल परीक्षाएं पहले ही आयोजित कराई जा चुकी हैं। कॉलेजों को इन परीक्षाओं के अंक सीसीएसयू के पोर्टल पर ऑनलाइन 8 अप्रैल से पहले अपलोड किए जाने थे। इसको लेकर विश्वविद्यालय की तरफ से बार-बार कहा गया लेकिन 50 फीसदी से ज्यादा कॉलेजों ने अभी तक भी पोर्टल पर अंक अपलोड नहीं किए गए हैं। रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है कि अगर छात्रों के एडमिट कार्ड रोके जाते हैं तो इसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेजों की होगी। ऐसे में ये कॉलेजों को अंतिम चेतावनी है।
इससे पहले भी हर साल कॉलेजों की तरफ से प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक अपलोड करने में देरी के कारण विश्वविद्यालय का रिजल्ट भी लेट हो जाता है। जिसका असर सत्र पर पड़ता है। अब विश्वविद्यालय ऐसे कॉलेजों को नोटिस जारी करेगा।
मेरठ में 39 के पार पहुंचा तापमान:रात का न्यूनतम पारा भी 24 डिग्री पहुंचा, लोगों का गर्मी से बुरा हाल
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/meerut/news/heat-wave-in-meerut-temperature-crossed-39-134881459.html

मेरठ में गर्मी का अहसास बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को सुबह से ही भीषण गर्मी रही। दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री को पार कर गया। रात का पारा भी 24 डिग्री तक पहुंच गया है। भीषण गर्मी के चलते लोगों का बुरा हाल है। सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार गर्मी का प्रकोप अभी ओर बढ़ेगा। तापमान में बढ़ोतरी होगी। सोमवार को दोपहर में मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिला। हल्की हवा चलने से मौसम में कुछ बदलाव आया। लेकिन शाम को सूरज की तपिश बढ़ने से मौसम बेहद गर्म हो गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार सोमवार को राजकीय मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 58 एवं न्यूनतम आर्द्रता 36 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा की रफ्तार 4 किमी प्रति घंटा रही।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास घर बनाने का मौका:यीडा ने निकाली 276 प्लाट आवासीय स्कीम, ग्रुप हाउसिंग, वाणिज्यिक , इंडस्ट्री में भी अवसर
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gautambudh-nagar/news/opportunity-to-build-a-house-near-noida-international-airport-yida-has-released-276-plots-in-residential-scheme-group-housing-commercial-industry-opportunities-also-134881448.html

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) इस सप्ताह कई प्लॉट योजनाएं लॉन्च करने जा रहा है। इसकी शुरुआत आवासीय प्लाट स्कीम से होगी। इसमें प्राधिकरण यमुना क्षेत्र के सेक्टर-18 में 200 वर्ग मीटर के 276 प्लॉट की योजना लेकर आ रहा है। इसके अलावा 2.5 एकड़ से लेकर 50 एकड़ तक के 15 ग्रुप हाउसिंग प्लॉट लॉन्च करने की योजना भी है। इसके अलावा100 औद्योगिक प्लॉट और दुकानों के लिए 140 वाणिज्यिक प्लॉट भी उपलब्ध होंगे। प्राधिकरण नौ होटल प्लॉट की योजना भी ला रहा है। दरअसल, YEIDA ने पिछले महीने अपने प्लॉट आवंटन दरों में संशोधन करते हुए बढ़ा दिया था। जिसके बाद ये योजनाएं बारी बारी से लॉन्च की जा रही है। आवासीय स्कीम के तहत 276 प्लाट
सोमवार को लॉन्च की गई आवासीय योजना में सेक्टर 18 के पॉकेट 9बी में 200 वर्गमीटर के 276 प्लॉट शामिल हैं। आवेदन प्रक्रिया 21 मई तक खुली रहेगी और ड्रा 11 जुलाई को होगा। YEIDA के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, मेडिकल डिवाइस पार्क और आगामी फिल्म सिटी के पास बड़े प्लॉट की मांग बहुत ज़्यादा है। ये सभी प्लॉट एयरपोर्ट से 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। कुल में से 214 प्लॉट सामान्य श्रेणी के है। 17.5% किसानों के लिए और 5% इंडस्ट्री से जुड़े व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं। आवासीय भूमि की कीमतें अब 35,000 रुपए प्रति वर्ग मीटर है। जबकि पिछले साल ये दर 25,900 रुपए प्रतिवर्गमीटर थी। यानी रेट में 35% की वृद्धि की गई। खरीदारों को 10% पंजीकरण शुल्क के रूप में 7 लाख रुपए जमा करने होंगे। शेष राशि आवंटन के 60 दिनों के भीतर भुगतान की जानी है। आवंटियों को लीज डीड के तीन साल के भीतर निर्माण पूरा करना होगा या समय विस्तार शुल्क का भुगतान करना होगा। ग्रुप हाउसिंग, होटल और वाणिज्यिक योजना
प्राधिकरण ने लगातार चार दिनों में प्लॉट लॉन्च करने की योजना बनाई है। ग्रुप हाउसिंग स्कीम के तहत 2.5 से 50 एकड़ तक के 15 प्लॉट की स्कीम निकाली जा रही है। इसे सप्ताह के अंत में आने की उम्मीद है। नौ होटल प्लॉट की योजना भी पाइपलाइन में है। वाणिज्यिक श्रेणी के तहत YEIDA दुकानों के लिए 100 वर्गमीटर के 140 भूखंडों की योजना ला रहा है। इंडस्ट्री लगाने का मौका
औद्योगिक खंड में कुल 101 भूखंड लॉन्च करने की योजना है। जिसमें छोटे औद्योगिक भूखंडों का आवंटन ई-नीलामी के जरिए किया जाएगा। जबकि बड़े भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के जरिए होगा। हालांकि यीडा ने कॉर्पोरेट ऑफिस प्लॉट की दरों में इस बार सबसे ज्यादा बढ़ोतरी यानी 25,000 रुपए प्रति वर्गमीटर से 110% बढ़कर 52,500 रुपए प्रति वर्ग मीटर की। इसके अलावा अन्य आवंटन दरों में भी बढ़ोतरी की गई। जिसका उद्देश्य एयरपोर्ट और आसपास के क्षेत्र को विकसित करना और राजस्व हासिल करना है।
नोएडा में बढ़ी संपत्ति दरों को लागू कर दिया गया है। 28 मार्च 2025 को हुई बोर्ड में इस प्रस्ताव को पास किया गया था। जिसके बाद आज कार्यालय आदेश जारी किया गया। बढ़ी दर एक अप्रैल से लागू मानी जाएंगी। यानी एक अप्रैल के बाद जो भी आवंटन से संबधित योजना आएंगी वो नई दरों पर ही आवंटित की जाएंगी। इस बार वाणिज्यिक श्रेणी को छोड़कर प्राधिकरण ने आवासीय , संस्थागत (आईटी, आईटीईएस और डेटा सेंटर) , औद्योगिक (आईटी, आईटीईएस और डेटा सेंटर) के लिए भूमि आवंटन दर में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में आने वाली स्कीम भी इसी दर पर आवंटित की जाएगी। इसके तहत औद्योगिक श्रेणी में 66,867 वर्गमीटर , संस्थागत में 3 लाख 4 हजार 321 वर्गमीटर , आवासीय में 9686 वर्गमीटर और ग्रुप हाउसिंग में 91 हजार 820 के अलावा वाणिज्यिक में 10 लाख 16 हजार 186 वर्गमीटर का लैंड बैंक है। इन सभी भूखंडों पर अलग-अलग स्कीम लांच की जाएगी। ऐसे में इस वित्तीय वर्ष करीब 14 लाख 88 हजार 880 वर्गमीटर जमीन आवंटित करने का लक्ष्य भी तय किया गया है। आवासीय दर में बढ़ोतरी के बाद संपत्तियों के रेट आवासीय भूखंड में ए प्लस सेक्टरों की दरों में बदलाव में नहीं किया गया है। वर्तमान और प्रस्तावित दोनों दर अब भी 1 लाख 75 हजार प्रति वर्गमीटर होगी। वहीं ए से लेकर ई श्रेणी के सेक्टरों में आवंटन दरों में वर्तमान के मुकाबले 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। ऐसे में श्रेणी ए की दर 1,25340 प्रति वर्गमीटर से बढ़कर 132860 रुपए वर्गमीटर बी श्रेणी में 87370 से बढ़कर 92620 रुपए प्रति वर्गमीटर , श्रेणी सी में 63620 से बढ़कर रुपए 67440 प्रति वर्गमीटर, श्रेणी डी में 53180 से बढ़कर 56370 रुपए प्रति वर्गमीटर और ई श्रेणी में 48,110 से बढ़कर 51000 रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से बढ़ाया गया। ये दर ई ऑक्शन के आधार पर इनका आवंटन किया जाएगा। वहीं ईडब्ल्यूएस और श्रमिक कुंज के भवनों के लिए आवंटन दर 10140 रुपए प्रति वर्गमीटर ही रखी गई है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस आवंटन ड्रा के जरिए किया जाएगा। नोट-
आवासीय श्रेणी के हिसाब से सेक्टर
ए-प्लस- सेक्टर-14ए, 15ए 44 (ब्लाक ए और बी)
ए- 14,17,19,30,35,36,39,44,47,50,51,52,93,93ए,93बी
बी- 11,12,15,20,21,22,23,25 से 29 , 31,33,34,37,40,41,46,48,49,53,55,56,61,62,70,78,82,92,96 से 100, 105,108,122
सी- 42,43,45,63ए,104,107,110,118,119,120,121,128,129,130,131,133,134,135,137,143,143बी,144,151,168
डी- 86,112,113,116,117
ई- 102,115,158,162 ग्रुप हाउसिंग की दरों में बढ़ोतरी
ग्रुप हाउसिंग की दरो में इजाफा किया गया है। यहां आवंटन टेंडर और ई नीलामी के जरिए की जाएगी। इसकी श्रेणी ए की आवंटन दर 183040 से बढ़कर अब 194030 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। श्रेणी बी की दर 122040 से बढ़ाकर 129370 रुपए प्रति वर्गमीटर की गई है। वहीं श्रेणी सी में 109840 से बढ़ाकर 116430 रुपए प्रति वर्गमीटर श्रेणी डी की आवंटन दर 97650 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 103510 रुपए प्रति वर्गमीटर और श्रेणी ई में 69170 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 73320 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। संस्थागत की संपत्तियों ये होंगी नई दर
आरएंडडी, फिल्म ऑडियो , वीडियो स्टूडियो सेक्टर-1 से 16ए , फेज-1 में साक्षात्कार के जरिए होने वाले आवंटन की दर 73220 से बढ़ाकर 77620 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। इसी तरह फेज-2 और फेज-3 एक्सप्रेस वे पर साक्षात्कार के जरिए 31760 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 33670 रुपए प्रति वर्गमीटर की गई। वहीं ई नीलामी के जरिए आईटी, आईटीईएस , डेटा सेंटर सेक्टर-1 , 16ए और 24 में 73220 से 77620 रुपए प्रति वर्गमीटर की गई। आईटी, आईटीईएस बायोटेक पार्क , डेटा सेंटर फेज-2 की दर 26000 से बढ़ाकर 27560 रुपए प्रति वर्गमीटर, फेज-3 में 37340 प्रति वर्गमीटर की दर को बढ़ाकर 39580 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। वहीं नर्सरी स्कूल की दर साक्षात्कार के जरिए निकटम अवासीय सेक्टर की दर का 50 प्रतिशत और ई निलामी के जरिए आवंटर दर सेक्टर रेट के बराबर होगी।

औद्योगिक सेक्टर में नई दर लागू फेज-1 के लिए
4000 वर्गमीटर तक के प्लाट ई नीलामी और साक्षात्कार के जरिए आवंटन दर 47490 से बढ़ाकर 50340 रुपए प्रति वर्गमीटर की गई है। अगले 4001 से 20 हजार वर्गमीटर तक प्लाट का आवंटन दर 43820 से बढ़ाकर 46450 रुपए प्रति वर्गमीटर , 20001 से 60 हजार वर्गमीटर तक 40190 से बढ़ाकर 42610 रुपए प्रति वर्गमीटर 60001 वर्गमीटर से अधिक के प्लाट की दर 36550 से बढ़कर 38750 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है। इसी में आईटी, आईटीईएस डेटा सेंटर के लिए 73220 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 77620 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है।

औद्योगिक सेक्टर-फेज-2 के लिए
प्रथम 4000 वर्गमीटर के लिए आवंटन दर 20480 से बढ़कर 21710 रुपए प्रति वर्गमीटर , 4001 से 20 हजार वर्गमीटर तक के प्लाट की आंवटन दर 18,460 रुपए प्रति वर्गमीटर से बढ़कर 19570 रुपए प्रति वर्गमीटर , 20001 से 60 हजार प्रति वर्गमीटर प्लाट की आवंटन दर 16990 से बढ़ाकर 18010 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। वहीं आईटी, आईटीईएस डेटा सेंटर के लिए आवंटन दर 26 हजार से बढ़ाकर 27 हजार 560 प्रति वर्गमीटर की गई। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर की आवंटन दर 39000 से बढ़ाकर 41 हजार 340 रुपए प्रति वर्गमीटर की गई। औद्योगिक सेक्टर का वर्गीकरण
फेज-1 सेक्टर-1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,16 एवं 16ए
फेज-2 सेक्टर-80 , 81,83,84,85,87,88,90,140,140ए,145,151,155,156,157,158,159,162,164 फेज-2 होजरी कांप्लेक्स , 88 ट्रांसपोर्ट नगर
फेज-3- सेक्टर-57,58,59,60,63,64,65,67,68,69 ट्रांसपोर्टनगर
झांसी में पारा 43 डिग्री के पार पहुंचा:आज से हीट वेव चलने के आसार, 45 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/jhansi/news/the-temperature-in-jhansi-crossed-43-degrees-134882047.html

झांसी में भीषण गर्मी पड़ रही है। दोपहर की तेज धूप बर्दाश्त के बाहर हो गई है। इससे पारा तेजी से चढ़ रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान बढ़कर 43.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रविवार को 42.2 डिग्री था। आने वाले दिनों में गर्मी में और इजाफा होगा। मौसम विभाग ने आज से हीट वेव (लू) चलने की संभावना जताई है, जोकि 25 अप्रैल तक चल सकती हैं। इससे अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। 3 दिन से बढ़ रहा है पारा 7, 8 और 9 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच गया था। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो गया और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई। इससे झांसी का पारा लुढ़ककर 40 डिग्री से नीचे पहुंच गया था। पूर्वी हवाएं चलने से गर्मी से भी राहत मिली थी। मगर, नए पश्चिमी विक्षोभ का असर थमते ही झांसी में गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। पिछले 3 दिनों से तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। सोमवार को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस रहा। जो सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से 1.2 डिग्री अधिक है। आज पारा 45 डिग्री पहुंच सकता है भरारी कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि आज से शुक्रवार तक लू चलने की संभावना है। तापमान भी 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। इसलिए गर्मी से बचकर रहें। दोपहर में जरूरी न हो तो घर पर ही रहें। तरल पदार्थों का सेवन करें। घर से बाहर निकले तो मुंह और सिर ढककर निकले। पिछले 3 दिनों का तापमान
अयोध्या में रामपथ को मिलेगा और भव्य स्वरूप:धर्मार्थ कार्य विभाग ने स्वीकृत की 6.41 करोड़ की धनराशि
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/ayodhya/news/rampath-will-get-a-more-grand-look-in-ayodhya-134884768.html

अयोध्या और फैजाबाद के बीच फैला रामपथ, जो जुड़वा शहरों को जोड़ने का मुख्य मार्ग है, अब और अधिक आकर्षक और सुविधाजनक स्वरूप लेने जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को वैश्विक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के ड्रीम प्रोजेक्ट पर लगातार कार्य कर रही है, और अब इसी कड़ी में रामपथ के सुंदरीकरण और विकास के लिए धर्मार्थ कार्य विभाग ने 6 करोड़ 41 लाख 86 हजार रुपए की विशेष धनराशि स्वीकृत की है। रामपथ पर प्रस्तावित कार्यों की जिम्मेदारी अयोध्या विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है। विकास की इस प्रक्रिया में अयोध्या नगर निगम, वन विभाग और अन्य संबंधित संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल शहर के सौंदर्य को निखारना है, बल्कि आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक सांस्कृतिक, धार्मिक और आधुनिक अनुभव देना भी है। लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से लता मंगेशकर चौक तक फैला है रामपथ रामपथ की कुल लंबाई 12.94 किलोमीटर है, जो सहादतगंज (फैजाबाद) से शुरू होकर नयाघाट, अयोध्या में लता मंगेशकर चौराहा तक जाती है। इस मार्ग का चौड़ीकरण और विस्तारीकरण लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह मार्ग अयोध्या का प्रवेश द्वार माना जाता है, और यही कारण है कि इसे अत्यधिक सुंदर और व्यवस्थित रूप देने की योजना है। फैजाबाद-अयोध्या को जोड़ता सांस्कृतिक गलियारा रामपथ केवल एक सड़क नहीं, बल्कि यह अयोध्या और फैजाबाद को जोड़ने वाला सांस्कृतिक और धार्मिक गलियारा भी है। यह मार्ग लाखों श्रद्धालुओं के लिए यात्रा का प्रमुख हिस्सा है। इस मार्ग पर पहले भी फैसाड डेवलपमेंट, पौधरोपण, आधुनिक स्ट्रीट लाइटिंग, और डिवाइडर सौंदर्यीकरण जैसे कार्य किए जा चुके हैं। रिक्त भूमि का होगा सौंदर्यीकरण धर्मार्थ कार्य विभाग की ओर से अब जो बजट स्वीकृत किया गया है, उसका उपयोग रामपथ के दोनों ओर स्थित रिक्त भूमि के सौंदर्यीकरण के लिए किया जाएगा। धर्मार्थ कार्य निदेशालय, वाराणसी की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को 16 जुलाई को स्वीकृति मिल चुकी है। इस संदर्भ में विशेष सचिव रघुवीर ने मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर जानकारी दी है। साइट पर कार्य शुरू, जमीन का हो रहा मूल्यांकन धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा प्रस्तावित कार्य के लिए रामपथ के पूरे हिस्से में खाली पड़ी भूमि का सर्वेक्षण और मूल्यांकन कराया जा रहा है। इस प्रक्रिया के बाद ही तय किया जाएगा कि किस स्थान पर कौन से सौंदर्यीकरण कार्य कराए जाएं। सहादतगंज से शुरुआत करते हुए पहले चरण में कुछ कार्य शुरू भी कर दिए गए हैं। आकर्षण का केंद्र बनेगा रामपथ रामपथ को सुंदर, हराभरा और सुव्यवस्थित बनाने के बाद यह अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए पहला दृश्यात्मक आकर्षण बनेगा। सरकार की मंशा है कि अयोध्या पहुंचते ही लोगों को एक भव्य और धार्मिक वातावरण की अनुभूति हो। इससे न केवल शहर की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार भी सृजित होगा। सत्येंद्र सिंह, सचिव, अयोध्या विकास प्राधिकरण ने बताया कि सहादतगंज क्षेत्र से कुछ कार्य शुरू कराए गए हैं। रामपथ की पूरी लंबाई में खाली जमीन का सर्वे कराया जा रहा है, ताकि वहां उपलब्धता के अनुसार कार्यों की रूपरेखा बनाई जा सके। रामपथ का यह सौंदर्यीकरण न सिर्फ शहर को आकर्षक बनाएगा, बल्कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए भी यह मार्ग एक विशेष अनुभव का केंद्र बनेगा। सरकार की कोशिश है कि अयोध्या में प्रवेश करते ही श्रद्धालुओं को धार्मिक, सांस्कृतिक और आधुनिक स्वरूप का सुंदर मिश्रण देखने को मिले। प्रमुख बिंदु: प्रोजेक्ट का नाम: रामपथ सुंदरीकरण और विकास योजना लंबाई: 12.94 किमी (सहादतगंज से लता मंगेशकर चौक तक) नवीन स्वीकृत बजट: ₹6.41 करोड़ मुख्य कार्य: रिक्त भूमि पर सौंदर्यीकरण, साइट डेवलपमेंट, हरियाली, लाइटिंग क्रियान्वयन एजेंसी: अयोध्या विकास प्राधिकरण पूर्व में हुआ निवेश: ₹800 करोड़ (चौड़ीकरण व निर्माण पर) शुरुआत: सहादतगंज से कार्य प्रारंभ
तेरे पति की तरह तुझे भी मार डालेंगे:देवर ने विधवा भाभी की दुकान पर किया कब्जा, दी धमकी, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/i-will-kill-you-like-your-husband-134881948.html

कानपुर नौबस्ता के मछरिया में एक विधवा महिला की दुकान पर उसके देवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर कब्जा कर लिया। इतना ही नहीं जब महिला और उनके बेटे ने विरोध किया तो आरोपी ने भाभी को धमकी देते हुए कहा कि जैसे तेरे पति को मार दिया था। वैसे ही तुझे भी मार देंगे। पीड़िता ने इस मामले में नौबस्ता थाने में तहरीर दी। जिसपर पुलिस ने महिला के देवर समेत पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस के मुताबिक मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हमीरपुर रोड मछरिया निवासी उर्मिला तिवारी के पति सुनील कुमार का देहांत हो चुका है। परिवार में उनका बेटा प्रखर हैं। प्रखर मार्केटिंग फील्ड में है और एक कम्पनी में काम करता है। प्रखर के मुताबिक उनका पुश्तैनी मकान मछरिया में ही है। जिसमें एक कमरा और बाहर की एक दुकान उनके कब्जे में काफी समय से थी। उर्मिला तिवारी के मुताबिक उन्होंने प्रखर के साथ मिलकर घर में अपने कब्जे वाले कमरे की मरम्मत करवाई थी। जिसका बचा हुआ मौरंग और गिट्टी गायब करवा दी। इसके बाद दुकान का शटर खुलवाकर उसपर कब्जा कर लिया। उर्मिला के मुताबिक जब आरोपियों का विरोध किया तो उन लोगों ने उर्मिला को गालियां दी। इसके अलावा धमकी देते हुए कहा की जैसे तेरे पति को मारा था वैसे ही तुझे मार देंगे। पिता को भी इन्हीं लोगों ने मारा था उर्मिला के बेटे प्रखर ने बताया कि पिता सुनील कुमार का देहांत सन 1990 में हो गया था। आरोपी अनिल कुमार तिवारी रिश्ते में चाचा लगता है। प्रखर के मुताबिक इसी मकान को लेकर पिता और चाचा ताऊ में विवाद हुआ था। उन लोगों ने तब पिता को बेरहमी से मारा पीटा था। जिससे उनके गले में चोट आ गई और उनकी मौत हो गई थी। उस समय इन लोगों ने पिता के शव को पेड़ से लटकाकर उसे आत्महत्या दिखा दिया था। इंस्पेक्टर नौबस्ता संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
काशी में फिल्म निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ FIR:ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित और अभद्र टिप्पणी के आरोप में की गई कार्रवाई, साइबर सेल ली जा रही मदद
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/fir-against-film-producer-director-anurag-kashyap-in-kashi-134884770.html

ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित और अभद्र टिप्पणी के आरोप में फिल्म निर्माता-निर्देशक और अभिनेता अनुराग कश्यप के खिलाफ भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई भदैनी निवासी गोविंद चतुर्वेदी की तहरीर पर की गई है। अनुराग के अमर्यादित टिप्पणी पर कराया FIR गोविंद शर्मा ने पुलिस को बताया कि वह ब्राह्मण परिवार से हैं और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मुंबई में अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित और अभद्र टिप्पणी की है। ब्राह्मण समाज पर अनुराग कश्यप की अमर्यादित टिप्पणी उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर उपलब्ध है। अनुराग कश्यप की आपत्तिजनक टिप्पणी से वह और पूरा ब्राह्मण समाज आहत है। यह सनातन धर्म को बांटने की साजिश हैऔर वह व्यक्ति कहीं न कहीं राष्ट्र विरोधी है। इस वजह से वह सामाजिक ताने-बाने को तहस-नहस करना चाहता है। पुलिस मामले की जांच में जुटी इस संबंध में भेलूपुर थानाध्यक्ष गोपालजी कुशवाहा ने बताया कि तहरीर के आधार पर भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच साइबर सेल से मदद की जाएगी। उधर, ब्राह्मण समाज के अभिनव पांडेय ने कहा कि हम चाहते हैं अनुराग कश्यप जल्द काशी आए। पूरा ब्राह्मण समाज उसे सनातन धर्म और इसके ताने-बाने के बारे में अच्छी बातें अच्छे तरीके से बताकर काशी से विदा करेगा।
100 करोड़ की लागत से अयोध्या में बनेगा श्रीराम संग्रहालय:15 बीघा जमीन में श्री राम संस्कृत शोध संस्थान निर्माण कराएगा
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/ayodhya/news/ayodhya-shri-ram-museum-will-be-built-in-ayodhya-at-a-cost-of-100-crores-134881977.html

अयोध्या में 100 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय श्री राम संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। इसमें प्रभु राम के जीवन से जुड़े संस्कारों दर्शन की के दर्शन की जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम संग्रहालय में पूरे विश्व में श्रीराम से जुड़े साक्ष्यों को संकलित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां पर भगवान राम से जुड़े तमाम प्रसंग संरक्षित और प्रदर्शित भी किए जाएंगे। 15.5 बीघा जमीन में 100 करोड़ की लागत से इस संग्रहालय का निर्माण होगा।19 बार अयोध्या से जनकपुर और रामेश्वर तक की यात्रा करने वाले डॉक्टर रामअवतार के नेतृत्व में श्री राम संस्कृत शोध संस्थान अयोध्या में संग्रहालय का निर्माण करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम संग्रहालय का निर्माण मांझा क्षेत्र में होगा
डॉ रामावतार ने अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम में बताया कि अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम संग्रहालय का निर्माण श्रीराम संस्कृति शोध संस्थान द्वारा मांझा में किया जाएगा। यह संग्रहालय 100 करोड़ की लागत से 15.5 एकड़ में बनाया जाएगा। इसमें भगवान श्रीराम से जुड़े प्रसंग और सभी साक्ष्यों में प्रमुख रूप से भगवान श्री राम के हथियार, उनकी मर्यादाएं और राम कालीन समय में उपचार और निर्माण की विधियों को भी संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय में गैलरी बनाई जाएगी
डॉ. राम अवतार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय राम संग्रहालय में एक गैलरी बनाई जाएगी, जिसमें प्रभु श्री राम के संस्कारों को आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा। इस संग्रहालय में ऐसी व्यवस्था होगी कि लोग वहां अपना जन्मदिन मना सकें और अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें।
मानव तस्करी का मामला:सौरभ ने नहीं किया सरेंडर, अब महिलाओं के जरिए आरोपी तक पहुंचने का प्रयास कर रही पुलिस
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/saurabh-did-not-surrender-now-the-police-is-trying-to-reach-the-accused-through-women-134882129.html

कानपुर की किशोरी को राजस्थान में ले जाकर बेचने वाले सौरभ मिश्रा उर्फ गुप्ता जी ने सोमवार को भी कोर्ट में सरेंडर नहीं किया। अब पुलिस आरोपी महिलाओं के जरिए सौरभ को पकड़ने का प्रयास कर रही है। पुलिस के मुताबिक कुछ अहम जानकारियां हाथ लगी है। जिसके जरिए आरोपी तक पहुंचने के चांसेज काफी ज्यादा है। किशोरी को बेचने के बाद 7 अप्रैल को पुलिस गिरोह की मस्टरमाइंड गायत्री और उसके चालक हनुमान सिंह को कानपुर लाई थी। साथ ही किशोरी को भी बरामद किया गया था। इसके बाद से सौरभ फरार है। उसने कोर्ट में सरेंडर अर्जी दाखिल की थी। जिसमें उसके पास सोमवार तक सरेंडर करने का मियाद थी। नौबस्ता पुलिस के मुताबिक 72 घंटे की मियाद पूरी होने के बाद भी आरोपी ने सरेंडर नहीं किया अब उसे दोबारा कोर्ट में अर्जी दाखिल करनी होगी। जिसके बाद फिर से उसे 72 घंटे का वक्त मिलेगा। महिलाओं के सीडीआर से सौरभ तक पहुंचने का जुगाड़ नौबस्ता इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जिन महिलाओं के नाम सामने आए थे। उनकी सीडीआर निकाली गई है। उनकी भी बी,सी,डी पार्टी निकालकर देखी जा रही है। सूचना है कि महिलाओं के सम्पर्क में कुछ ऐसे लोग भी थे जो कि सौरभ के सम्पर्क में भी रहे हैं। उनके जरिए सौरभ तक पहुंचने का प्रयास पुलिस द्वारा किया जा रहा है। नौबस्ता इंस्पेक्टर के मुताबिक और थोड़े दिन बीत जाने के बाद कोर्ट से आरोपी का एनबीडब्ल्यू लिया जाएगा। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नौबस्ता में महिला अधिवक्ता से लूट करने वाला बदमाश अरेस्ट:गैंग का खुलासा करने को बदमाश से पूछताछ में जुटी पुलिस, आज खुलासा करेगी पुलिस
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/the-vicious-criminal-who-looted-female-advocate-anita-singh-chauhan-in-naubasta-of-kanpur-south-city-has-been-arrested-the-robbery-of-female-advocate-in-kanpur-south-city-has-been-solved-two-robbers-134883007.html

कानपुर नौबस्ता थाना क्षेत्र में महिला अधिवक्ता से लूट करने वाले एक शातिर बदमाश को नौबस्ता पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने सोमवार रात को शातिर लुटेरे को अरेस्ट किया। अब पुलिस पूछताछ करके उसके पूरे गैंग का खुलासा करने के लिए जांच कर रही है। पुलिस चेन स्नेचिंग और पर्स लूट करने वाले गिरोह का मंगलवार को खुलासा करेगी। पूछताछ में कई अहम इनपुट मिले हैं। इसी आधार पर बदमाशों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। CCTV और सर्विलांस की मदद से लुटेरों तक पहुंची पुलिस रामादेवी चकेरी निवासी अधिवक्ता अनीता सिंह चौहान रविवार को वह अपनी सहेलियों के साथ कार से किदवई नगर के-ब्लॉक स्थित मधुलोक हॉस्पिटल के सामने एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह में शामिल होने गई थीं। रात 11:30 बजे वहां से वापस लौटने के दौरान गेस्ट हाउस से बाहर निकलते ही बाइक सवार दो लुटेरों ने झपट्‌टा मारकर पर्स लूट लिया था। लुटेरों से छीना-झपटी में अनीता के सिर और हाथ-पैर में गंभीर चोट आ गई थी। मामले में उन्होंने सोमवार को नौबस्ता थाने में तहरीर देकर पर्स लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एडीसीपी महेश कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से सोमवार रात को एक शातिर लुटेरे को अरेस्ट कर लिया है। उसके दूसरे साथी की तलाश में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं। शातिर लुटेरों ने पूछताछ में कई वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस मंगलवार को महिला अधिवक्ता से हुई लूट का खुलासा करेगी। इसके साथ ही लुटेरों को जेल भेजा जाएगा। पुलिस ने लूट का माल भी बरामद कर लिया है। महिला ने लूटे हुए पर्स और सामान की शिनाख्त की है। साउथ में एक्टिव है लुटेरों का गैंग शातिर ने पूछताछ में कई लूट की वारदातों का खुलासा किया है। इसके साथ ही पकड़े गए लुटेरों का लंबा-चौड़ा अपराधिक इतिहास भी है। पुलिस को जांच के दौरान गेस्ट हाउस के सीसीटीवी फुटेज, हुलिया और बाइक की तस्वीर से लुटेरों तक पहुंचकर एक लुटेरे को अरेस्ट किया। अब पुलिस जांच के दौरान पूरे गैंग का खुलासा करेगी।
PM का पंडाल 2 लाख स्क्वायर फीट में बनेगा:कानपुर में 24 अप्रैल को मोदी की जनसभा, 50 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/the-pandal-for-pms-public-meeting-will-be-built-in-2-lakh-square-feet-134880456.html

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मैदान में 24 अप्रैल को होगी। इसको लेकर तैयारियां जोरो पर चल रही हैं। पूरे पांडाल को जर्मनी के मॉडल के आधार पर खड़ा किया जा रहा है। इसमें भीषण आंधी-पानी का भी असर नहीं होगा। इस जगह पर प्रधानमंत्री मोदी पहली बार जनसभा करने के लिए आ रहे हैं। हालांकि इससे पहले यहां पर मुरारी बापू की कथा का आयोजन हो चुका है। इस आयोजन में भी रोजाना 10 से 15 हजार लोग कथा सुनने के लिए आते थे। लगभग 2 लाख स्क्वायर फिट में बन रहा पांडाल ठेकेदार इंद्रदेव ने बताया कि ये पांडाल लगभग 2 लाख स्क्वायर फिट की रेंज में बनाया जा रहा है। इसमें 5 से 6 ब्लॉक बनाए गए हैं। सभी में कुर्सियां लगाई गई है। इस पांडाल के अंदर कम से कम 40 से 50 हजार लोग बैठकर प्रधानमंत्री का भाषण सुन सकते हैं। आंधी-पानी, धूप से बचाता है इस पांडाल की खास बात ये है कि ये इतना मजबूत होता है कि यहां पर आंधी-पानी और धूप का कोई असर ही नहीं होगा। गर्मी से बचाव के लिए हर ब्लॉक में 5 से 6 बड़े कूलर लगाए जाएंगे। पूरा पांडाल भगवा रंग से नहाया हुआ है। ब्लॉक ऐसे बनाए गए है कि जो जिस ब्लॉक में चला गया उसी में रहेगा, जब तक जनसभा चलेगी तब तक कोई वहां से दूसरी तरफ मूव नहीं कर सकता है। अलग-अलग जगहों से आने वाले लोग अलग-अलग ब्लाक में बैठाए जाएंगे। 155 मीटर लम्बा और 130 मीटर चौड़ा होगा पांडाल ये पांडाल 155 मीटर लम्बा और 130 मीटर चौड़ा बनाया गया है। इसमें खास बात ये है कि जिस तरफ से भी जनता बैठेगी उसको सीधा मोदी का मंच दिखाई देगा। पांडाल के अंदर 8 से 10 एलसीडी लगाई जाएगी। हर ब्लाक में एलसीडी लगाई जाएगी। 200 लेबर तैयार कर रहे पांडाल इस पांडाल को एक हफ्ते के अंदर तैयार किया जाएगा। हालांकि आज इस पांडाल को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसको तैयार करने में लगभग 200 लेबर लगाए गए हैं, जो लगातार रात दिन काम कर रहे हैं। जल्दी काम होता है ठेकेदारों की माने तो इस पांडाल को तैयार करने में अन्य पांडाल के मुताबिक 70 प्रतिशत का ही समय लगता है। इसको हटाने में भी बहुत ज्यादा समय नहीं लगता है और मजबूती भी ज्यादा होती हैं।
70 दिन बाद भी मर्डर के आरोपी फरार:बस स्टैंड पर पार्सल ठेकेदार मारी थी गोली, परिवार को जान का खतरा
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बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड पर 70 दिन पहले पार्सल ठेकेदार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि बस स्टैंड पर काम करने वाले कुलियों ने पार्सल ठेकेदार अनुज पांडेय और उनके भाई पर फायरिंग की थी। इस घटना में अनुज की मौत हो गई थी, जबकि भाई अतुल पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के बाद अब वह काम पर लौट चुके हैं। घटना के 70 दिन बीत जाने के बावजूद भी सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। ऐसे में मृतक का परिवार लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहा है। घटना के दिन एक आरोपी मौके से हुआ था गिरफ्तार 11 फरवरी की शाम करीब 6 बजे नौबत यादव नाम का कुली तमंचा लेकर बस स्टैंड पहुंचा। आरोप है कि उसने अनुज और अतुल पांडेय को निशाना बनाकर फायरिंग कर दी। गोली अनुज के सीने पर लगी, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े। वहीं, अतुल पांडेय पार्सल घर के अंदर मौजूद थे, जिन्हें पीछे से गोली मारी गई। भीड़भाड़ वाले बस स्टैंड पर हुई इस फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ हवा में फायरिंग करते हुए मौके से फरार होने की कोशिश करने लगे। लेकिन उसी दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों ने मुख्य आरोपी नौबत यादव को सेटेलाइट चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। वहीं, जिस शख्स ने उसे तमंचा मुहैया कराया था, उसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। 7 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा घटना के अगले दिन 12 फरवरी को मृतक अनुज के पिता राजेश पांडेय ने बारादरी थाने में 7 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाई। जिनके नाम हैं — नौबत यादव, दिनेश यादव, राजन, कामदेव, नन्हे, इसरार और सुनील कश्यप। पुलिस ने इनमें से अब तक नौबत यादव और सुनील कश्यप को गिरफ्तार किया है, लेकिन शेष 5 आरोपी अब भी फरार हैं। परिवार को जान का खतरा, पुलिस पर लापरवाही का आरोप अनुज के साले शुभम शुक्ला का कहना है कि उनके जीजा की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन 70 दिन बाद भी पुलिस बाकी आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है। शुभम के मुताबिक, अनुज की मौत के बाद उनका परिवार बिखर गया है। उनके दो छोटे बच्चे हैं और पत्नी गहरे सदमे में हैं। शुभम ने आरोप लगाया कि बाकी आरोपियों से पूरे परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस चाहती, तो अब तक सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके होते। क्या है पूरा मामला राजेश पांडेय प्रतापगढ़ जिले के ग्राम जूडापुर सांडवा चंडिका, अंतू के रहने वाले हैं। उनके बेटे अनुज और अतुल पांडेय को बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अंतर्गत AVG लॉजिस्टिक माल पार्सल कोरियर का 5 साल का ठेका मिला था। नवंबर से दोनों भाई काम कर रहे थे। परिवार का आरोप है कि बस स्टैंड पर कार्यरत कुली नौबत यादव और उसके साथी उन्हें लगातार धमका रहे थे और बरेली छोड़ने का दबाव बना रहे थे। इसी विवाद के चलते 11 फरवरी को नौबत यादव ने अपने साथियों के साथ पार्सल घर पर पहुंचकर फायरिंग कर दी। इसमें अनुज की मौत हो गई थी, जबकि अतुल घायल हो गए थे।
गोरखपुर से चलने वाली कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट:डेमू ट्रेनों का बदला शेड्यूल, यात्रा से पहले चेक करें रूट प्लान
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gorakhpur/news/routes-of-many-trains-running-from-gorakhpur-diverted-134882233.html

गोरखपुर से चलने और यहां आने वाली ट्रेनों के संचालन पर एक बार फिर असर पड़ा है। रेलवे द्वारा राउरकेला और बंडामुंडा स्टेशनों पर चल रहे इंटरलॉकिंग कार्य और गोरखपुर यार्ड में नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते मौर्य एक्सप्रेस का रूट बदला गया है। वहीं पहले से रद्द की गई चार जोड़ी डेमू ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। मौर्य एक्सप्रेस का बदला संचालन गोरखपुर यार्ड में चल रहा नॉन इंटरलॉकिंग का काम
गोरखपुर में चल रहे तकनीकी कार्यों के कारण पहले से निरस्त की गई चार जोड़ी डेमू ट्रेनों में से कुछ का संचालन 23 अप्रैल से 6 मई 2025 तक आंशिक रूप से बहाल किया गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले गाड़ियों की स्थिति की जानकारी अवश्य लें, ताकि किसी तरह की असुविधा से बचा जा सके।
जिला महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की एक महीने की वेटिंग:आगरा में महिलाएं लगा रहीं अस्पताल के चक्कर, हो रहीं परेशान, लगी रहती है लंबी लाइन
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/agra/news/one-month-waiting-for-ultrasound-in-district-women-hospital-134881981.html

आगरा के लेडी लॉयल (जिला महिला अस्पताल) से गुस्से के साथ निकल रही एक महिला बड़बड़ा रही थी। पूछा तो बोली कि अगर प्राइवेट में ही अल्ट्रासाउंड कराना होता तो यहां इलाज क्यों कराते? एक महीने बाद का टाइम अल्ट्रासाउंड के लिए दे रहे हैं। हद हो गई है।
यह केवल एक गर्भवती की दिक्कत नहीं बल्कि हर उस गर्भवती की है, जो जिला महिला अस्पताल में अपना इलाज करा रही है। यहां 40 से 50 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। हालत बिगड़ने पर कई गर्भवती प्राइवेट सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर हैं।
लेडी लॉयल की ओपीडी से रोजाना औसतन 60 से 70 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए भेजा जाता है। इनमें से मुश्किल से 15-20 महिलाओं का ही अल्ट्रासाउंड हो पा रहा है। इसके लिए भी तीन से चार घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। भीड़ अधिक होने और पीड़ा होने पर अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाने की स्थिति में सात से 10 गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है। अल्ट्रासाउंड के लिए चिकित्सक कम
लेडी लॉयल में अल्ट्रासाउंड के लिए रेडियोलॉजिस्ट की संख्या कम है, इस कारण एक ही मशीन संचालित है। 2018 में एक चिकित्सक संविदा पर तैनात थे, लेकिन इनकी संविदा की नवीनीकरण नहीं की, जिससे एक ही मशीन से अल्ट्रासाउंड हो रहा है, इस कारण प्रतिक्षा एक महीने से भी ज्यादा की हो गई है।
'22 मई की दी तारीख'
छिपीटोला से आई दुर्गेश ने बताया कि जांच कराई आई थी। 22 मई की तारीख अल्ट्रासाउंड के लिए दी है। अगर पैसे होते तो यहां इलाज क्यों कराते? यहां की स्थिति काफी खराब है। दुर्गेश की बातों का समर्थन एक एंबुलेंस में बैठी तीन गर्भवतियों ने भी किया। तीनों का कहना था वो भी आशा के साथ आई हैं। लेकिन अल्ट्रासाउंड के लिए उन्हें भी 22 मई का ही समय दिया गया है। पांच महीने गर्भवती हैं। रूम के बाहर है लंबी लाइन
अल्ट्रासाउंड रूम के बाहर महिलाओं की लंबी लाइन लगी हुई है। कोई अपने पति के साथ आई थी, तो कोई घर की बुजुर्ग महिला के साथ। हाथ में पर्चे लेकर बैठी महिलाएं अपनी बारी का इंतजार कर रही थीं।
कानपुर में हीटवेव का येलो अलर्ट:25 अप्रैल तक रहें अलर्ट, दिन से लेकर रात तक गर्म; बहुत ठंडा पानी पीने से बचें
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कानपुर के साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश में गर्मी का सितम लोगों पर पड़ने लगा है। मौसम विभाग ने बेवजह दोपहर में घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। 25 अप्रैल तक हीटवेव और लू को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। दिन और रात बेहद गर्म होने के आसार हैं। रातें भी होने लगी गर्म
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में गर्म हवाएं और उतरी इलाकों में तराई के रीजन में ठंडी हवाएं आने का सिलसिला चालू रहेगा। कानपुर मंडल में दिन गर्म होने और लू वाली स्थित होने के पूरे आसार हैं। वहीं रातें भी अब गर्म होने लगी हैं। 3.4 डिग्री अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को 3.4 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में आगे भी ये बढ़ोत्तरी जारी रहेगी। बिगड़ते मौसम में ऐसे रखें ख्याल
बढ़ते मौसम को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर्स ने इससे बचाव के उपाय बताए हैं। डा. प्रवीण कटियार ने बताया कि गर्मी में बच्चों, बुजुर्ग, पहले से बीमार और गर्भवती महिलाओं को खास बचाव करने की सलाह दी जाती है। मौसमी फलों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें। बॉडी को डिहाइड्रेट रखें और बेहद ठंडा पानी पीने से बचे। शीतल जल पीने में प्रयोग करें। गर्मी में इस प्रकार की रखें डाइट
-तरबूज-खरबूज, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, खीरा और संतरा जैसे फल शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। इन फलों में न्यूट्रिएंट्स और पानी की मात्रा भरपूर होती है, जो गर्म मौसम में भी शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं।
-लौकी, कद्दू, तोरई, टिंडा, पालक जैसी सब्जियां गर्मियों में खाना बेहद फायदेमंद है। इन सब्जियों की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को ठंडा रखने में मददगार होती हैं।
-गर्मियों में ज्यादा ठंडे पानी से बचना चाहिए क्योंकि ठंडा पानी सिर्फ इंस्टेंट प्यास बुझाता है। साथ ही ठंडा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने की जगह डिइड्रेट करता है। इसी वजह से ठंडा पानी पीने के कुछ देर बाद फिर से प्यास लगती है। इसलिए बर्फ के पानी की बजाय सामान्य या मटके का पानी पीना सबसे अच्छा है।
-गर्म मौसम में पाचन से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में अपनी डेली डाइट में दही जैसे प्रोबायोटिक्स को शामिल करें। इससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/varanasi-news-this-is-not-a-highway-that-needs-widening-the-government-should-pay-attention-134884795.html

'वाराणसी में दालमंडी के एक मुहाने पर चौक थाना और एक पर नई सड़क कपड़ा मार्केट है। जितनी चौड़ी ये बादशाहों के जमाने में थी। उतनी ही आज भी है। मुझे 70 साल हो गए इस सड़क को देखते हुए। अचानक से इसके चौड़ीकरण की बात हो रही है। यह चौड़ीकरण कहीं से भी समाज और हम दुकानदारों के हित में नहीं है। सब बर्बाद हो जाएगा। सरकार को सोचना चाहिए।' ये कहना है वाराणसी की दालमंडी गली के मुहाने पर स्थित नई सड़क कपड़ा मार्केट में परदे की दुकान चलाने वाले हाजी मोहम्मद असलम कादरी का; असलम ने कहा कोई फायदा नहीं है इस सड़क का चौड़ीकरण करने का। यह सड़क वर्षों से इतनी ही चौड़ी है। कोई जरूरत नहीं है। यदि चौड़ीकरण हुआ तो सब बर्बाद हो जाएगा। सिर्फ असलम ही नहीं दालमंडी की सबसे चौड़ी मार्केट कपड़ा मार्केट के दुकानदार इस चौड़ीकरण से भयभीत हैं। उनके कारोबार पर असर पड़ने वाला है। ऐसे में दैनिक भास्कर ने नई सड़क कपड़ा मार्केट के उन दुकानदारों से बात की जिनकी दुकानें चौड़ीकरण की जद में आ रही हैं। पढ़िए रिपोर्ट... चौड़ीकरण का कोई फायदा नहीं, बस नुकसान
हाजी मोहम्मद असलम कादरी की उम्र 70 साल है। असलम ने बताया- हम बचपन से इस गई को इतना ही चौड़ा देखते आ रहे हैं। कभी किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई। लोग आसानी से इस सड़क से आते-जाते हैं। इसके चौड़ीकरण का कोई फायदा नहीं है। बादशाहों के जमाने भी यह गली इतनी ही चौड़ी है। कोई फायदा नहीं है। इस सड़क का चौड़ीकरण करने का। उन्होंने कहा श्रद्धालु हमेशा गोदौलिया होकर गए। यहां से कोई नहीं जाता। कोदई चौकी इलाके में सिर्फ 42 मकान, वहां बनाए रास्ता
असलम ने बताया- दालमंडी से 100 मीटर दूर कोदई चौकी इलाका है। वहां मात्र 40 या 42 मकान है। वहां अगर सड़क बनेगी तो श्रद्धालु आराम से विश्वनाथ धाम और फिर गंगा स्नान को जा सकेगा। वहां नुकसान भी कम होगा। लेकिन यहां लाखों लोग बर्बाद हो जाएंगे। ऐसे में सरकार वहां बनाए रास्ता। असलम बोले यह बात गलत है कि यहां एम्बुलेंस नहीं जाती। दमकल नहीं जाती। तो उन्होंने कहा सब कुछ जाता है। जब जरूरत होती है। चौड़ीकरण से व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे
जिया टेक्सटाइल के मालिक मोहम्मद हाशिम ने बताया- सैकड़ों साल पुरानी मार्केट है। तोड़-फोड़ से सैकड़ों साल पुरानी यह मार्केट बर्बाद हो जाएगी। व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे। यह मार्केट हमेशा से ऐसे ही है। कभी ये इससे ज्यादा चौड़ी नहीं थी। हाशिम ने कहा- नई सड़क कपड़ा मार्केट या दालमंडी हमेशा इतनी ही चौड़ी रही। कपड़ा मार्केट में 9 मीटर से ज्यादा ही चौड़ी है। कनेक्टिंग लेन को 50 फुट चौड़ा करने का कोई औचित्य नहीं
हाशिम ने कहा- दालमंडी गली है। ये कनेक्टिंग लेन है इसे चौड़ा करने की क्या जरूरत है। यहां कोई ऑटो रिक्शा भी नहीं चलता लोग पैदल आकर खरीदारी करते हैं। चौडाकरने की आवश्यकता विश्वेशरगंज, गुरुबाग, लहुराबीर, चेतगंज, मैदागिन को है। जहां हर समय जाम लगा रहता है। यहां चौड़ीकरण की कोई जरूरत नहीं है। पहले कम थी दुकानें
मोहम्मद हाशिम ने कहा- पिछले 50 सालों में दुकानों की संख्या बढ़ी है। दालमंडी में पहले लोगों के घरों में दुकानें इतनी नहीं थी। अब बहुत ज्यादा दुकानें हो गई हैं। मार्केट घनी हो गई। ऐसे में चौड़ीकरण हुआ तो सब बर्बाद हो जाएगा। गली का चौड़ीकरण क्यों ?
हमीदुल्लाह खान ने बताया- हमारी दुकान भी इसी कपड़ा मार्केट में है। यदि चौडियकरण हुआ तो इसमें हमारी पूरी दूकान चली जाएगी। चौड़ीकरण गली का होता नहीं है। ऐसे में इसका चौड़ीकरण नहीं होना चाहिए। हमारी दुकान 65 साल पुरानी है। तोड़फोड़ हुई तो हम सड़क पर आ जाएंगे। सरकार से यही मांग है कि वो कोई और रास्ता ढूंढे इसे न बर्बाद करे। कम बजट की दुकान
हमीदुल्लाह ने कहा- कोई भी त्यौहार हो या मौका लोग दालमंडी आते हैं। यहां कम बजट में खरीदारी करके जाते हैं। गरीब भी यहां से मार्केटिंग करते हैं और अमीर भी। तो सरकार से यही मांग है कि चौड़ीकरण न करें वरना लोग उजाड़ जाएंगे और उनके हालात बदतर हो जाएंगे। हमेशा से ऐसे ही थी दुकान, चौड़ीकरण गलत
कपड़ा मार्केट के व्यापारी संजय वर्मा ने बताया - चौड़ीकरण होगा तो बहुत बड़ा नुकसान होगा। सरकार को चाहिए की उसे दूसरी जगह देखनी चाहिए। हमारी चौथी पीढ़ी दुकान चला रही है। हम अगर यहां से हटाए जाएंगे तो सड़क पर आ जाएंगे। ऐसे में सरकार से यही डिमांड है कि चौड़ीकरण न किया जाए। संजय ने आगे कहा- हम लोग बचपन से इसी गली में खेले-कूदे हैं। कभी यहां 50 फुट की सड़क नहीं थी। आज जितनी चौड़ाई है। उतनी ही कल थी। कुछ लोग आगे बढे हैं तो उन्हें तोड़वा दे सरकार लेकिन चौड़ीकरण गलत है। सरकार विकल्प देखे
कपड़ा व्यापारी नियाज अहमद ने बताया- चौड़ीकरण से अरबों का नुकसान होगा। इसकी कोई जरूरत नहीं है। सरकार को विकल्प देखना चाहिए। सरकार कोदई चौकी के रस्ते पर चौड़ीकरण कर सकती है। यदि चौड़ीकरण करना भी है तो एक दो फिट कर कर लें। ये कोई हाइवे नहीं है कि आप 17 मात्र चौड़ा करने जा रहे हैं। यह गली है। ऑटो-ई-रिक्शा जा सकता है। यहां ट्रक जाने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए चौड़ीकरण नहीं होना चाहिए। हमेशा एम्बुलेंस गई अंदर
सूट व्यापारी शमशेर खान ने बताया- हम सब यही चाहते हैं कि किसी दुकानदार का नुकसान न हो। कसी भी प्रकार का तोड़फोड़ न हो। इस चौड़ीकरण का कोई बड़ा फायदा नहीं है। यह गली है। बनारस गलियों का शहर है। जितना भी इलाका है सब गलियों से घिरा और टिका हुआ है। यहां एम्बुलेंस अंदर तक जाती है। हमेशा गई। ऐसे में भ्रम फैलाया जा रहा है।
प्रयागराज का स्मृति पार्क बन गया कूड़ाघर:लोग बोले- बाउंड्रीवाल टूटी, शौचालय क्षतिग्रस्त है; महाकुंभ में भी नहीं सुधरी दशा
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प्रयागराज का पॉश इलाका है मिंटो रोट। BHS स्कूल के पीछे वाले इस इलाके में स्थित है “स्मृति पार्क”। यह नगर निगम की फाइलों में यह पार्क गुमनाम सा हो चुका है। तभी तो महाकुंभ के पहले जब नगर निगम शहर के सभी पार्कों के सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार के काम में जुटी थी तो भी इस पार्क का नाम नहीं आया। आज यह पार्क कम कूड़ाघर ज्यादा लगता है। टूटी- फूटी बाउंड्रीवाॅल, चारों तरफ कूड़ा कचरा। टूटा फूटा ओपन जिम.. यह सब कुछ देखकर इस पार्क की दयनीय स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस पार्क के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर यहां के स्थानीय लोगों से बातचीत करने पहुंची। आइए, जानते हैं क्या कहते हैं स्थानीय लोग। नगर निगम चाहे तो बदल सकती है इस पार्क की सूरत यहां रहने वाले हरिहर सिंह कहते हैं, इस इलाके में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। फ्रंट पर ही पार्क है। आज ही बदहाल है। बाउंड्री वाल टूटी है। अंदर शौचालय तो बने हैं लेकिन क्षतिग्रस्त है। नगर निगम यदि चाहे तो इस पार्क के दिन लौट सकते हैं। इंद्रजीत साहू, बताते हैं कि वर्षों से यह पार्क बदहाल है। दीवार टूट चुकी है। यदि यह पार्क बना दिया जाए तो यहां लोग आकर मार्निंग वाक कर सकते हैं, बच्चे भी इधर उधर खेलते हैं वह भी आकर यहां खेल सकते हैं। निखिल केसरवानी बताते हैं कि स्मार्ट सिटी के तहत इस पार्क में ओपन एयर जिम बनाया गया था लेकिन देखरेख न होने से सब टूटा पड़ा है। दरअसल, इस पार्क की जमीन पर बूचड़खाना बनाए जाने की तैयारी थी लेकिन जब इसकी जानकारी हुई थी तो लोगों ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौर से मिलकर यह बताई तो यहां पार्क विकसित किया गया। वहीं, इस संबंध में प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी कहते हैं कि महाकुंभ के पहले शहर के पार्कों को सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया लेकिन यह पार्क छूट गया। इस पार्क को जल्द ही सुधारा जाएगा।