उन्नाव में स्वच्छता के लिए बड़ी पहल:नपा ने निकाली जागरूकता रैली, 15 हजार कपड़े के थैले और 10 हजार डस्टबिन बांटे
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/unnao/news/big-initiative-for-cleanliness-in-unnao-134854260.html
उन्नाव नगर पालिका परिषद ने स्वच्छ भारत मिशन को जन आंदोलन बनाने की दिशा में बड़ी पहल की है। नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा के नेतृत्व में शहर में स्वच्छता जन जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का मुख्य उद्देश्य शहर को पॉलीथीन मुक्त बनाना और नागरिकों को स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था। रैली की शुरुआत रामलीला मैदान से हुई। नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा, अपर जिलाधिकारी विकास कुमार सिंह और अधिशासी अधिकारी संजय कुमार गौतम ने रैली को हरी झंडी दिखाई। रैली ढोल-नगाड़ों के साथ आइबीपी चौराहा होते हुए नगर पालिका परिसर तक पहुंची। इस दौरान नगर पालिका ने जनता में 15 हजार कपड़े के थैले और 10 हजार डस्टबिन बांटे। नगर पालिका अध्यक्ष ने नागरिकों और दुकानदारों से पॉलीथीन का प्रयोग बंद करने की अपील की। उन्होंने कपड़े या जूट के थैले के उपयोग पर जोर दिया। साथ ही कचरे के सही प्रबंधन और डस्टबिन के प्रयोग की भी बात कही। समाजसेवी संगठन और व्यापारी शामिल हुए। रोटरी क्लब, अभ्युदय संस्था, साहित्य भारतीय, भारत विकास परिषद समेत कई संस्थाओं ने सक्रिय भागीदारी की। रैली का स्वागत गांधी नगर तिराहा, कलक्टरगंज फाटक, छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा और सब्जी मंडी पर पुष्प वर्षा से किया गया। इस दौरान लोगों को पॉलीथीन के नुकसान और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक किया गया। रैली के समापन अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा, ईओ संजय गौतम और प्रतिनिधि प्रवीण मिश्र भानू ने सभी प्रतिभागियों और नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास सिर्फ शुरुआत है और शहर को स्वच्छ और पालीथिन मुक्त बनाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा।
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उन्नाव नगर पालिका परिषद ने स्वच्छ भारत मिशन को जन आंदोलन बनाने की दिशा में बड़ी पहल की है। नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा के नेतृत्व में शहर में स्वच्छता जन जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का मुख्य उद्देश्य शहर को पॉलीथीन मुक्त बनाना और नागरिकों को स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था। रैली की शुरुआत रामलीला मैदान से हुई। नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा, अपर जिलाधिकारी विकास कुमार सिंह और अधिशासी अधिकारी संजय कुमार गौतम ने रैली को हरी झंडी दिखाई। रैली ढोल-नगाड़ों के साथ आइबीपी चौराहा होते हुए नगर पालिका परिसर तक पहुंची। इस दौरान नगर पालिका ने जनता में 15 हजार कपड़े के थैले और 10 हजार डस्टबिन बांटे। नगर पालिका अध्यक्ष ने नागरिकों और दुकानदारों से पॉलीथीन का प्रयोग बंद करने की अपील की। उन्होंने कपड़े या जूट के थैले के उपयोग पर जोर दिया। साथ ही कचरे के सही प्रबंधन और डस्टबिन के प्रयोग की भी बात कही। समाजसेवी संगठन और व्यापारी शामिल हुए। रोटरी क्लब, अभ्युदय संस्था, साहित्य भारतीय, भारत विकास परिषद समेत कई संस्थाओं ने सक्रिय भागीदारी की। रैली का स्वागत गांधी नगर तिराहा, कलक्टरगंज फाटक, छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा और सब्जी मंडी पर पुष्प वर्षा से किया गया। इस दौरान लोगों को पॉलीथीन के नुकसान और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक किया गया। रैली के समापन अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता भानू मिश्रा, ईओ संजय गौतम और प्रतिनिधि प्रवीण मिश्र भानू ने सभी प्रतिभागियों और नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास सिर्फ शुरुआत है और शहर को स्वच्छ और पालीथिन मुक्त बनाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा।
मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई:तीन शातिर बदमाश गिरफ्तार, लूट का माल और अवैध हथियार बरामद
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/muzaffarnagar/news/big-action-by-muzaffarnagar-police-134854264.html
मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 1.5 लाख रुपये का लूटा हुआ कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं। इसके अलावा 5 हजार रुपये नकद, दो चोरी की बकरियां, एक आई-20 कार, दो तमंचे, दो कारतूस और एक चाकू भी बरामद किया गया है। घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मंसूरपुर पुलिस गुप्ता रिजॉर्ट से लच्छेडा जडौदा मार्ग पर वाहनों की जांच कर रही थी। एक आई-20 कार को रोकने का प्रयास किया गया। चालक ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा कर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में मोहम्मद शाहिल किदवई नगर का रहने वाला है। मोहम्मद फिरोज देवबंद सहारनपुर का और साहिल मदीना गार्डन का निवासी है। पूछताछ में पता चला कि इन्होंने मंसूरपुर थाना क्षेत्र से कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी लूटी थी। कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से दो बकरियां भी चुराई थीं। तीनों बदमाशों का आपराधिक रिकॉर्ड है। मोहम्मद शाहिल पर पांच मामले दर्ज हैं। मोहम्मद फिरोज और साहिल पर तीन-तीन मामले दर्ज हैं। इन मामलों में लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के अपराध शामिल हैं। इस ऑपरेशन का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक सुभाष बाबू अत्री ने किया। टीम में उपनिरीक्षक किशन सिंह, हेड कांस्टेबल राजीव भारद्वाज, सुहैल खान, कमल सिंह, नितिन कुमार और कांस्टेबल विकास कुमार व अमित कुमार शामिल थे।
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मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 1.5 लाख रुपये का लूटा हुआ कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं। इसके अलावा 5 हजार रुपये नकद, दो चोरी की बकरियां, एक आई-20 कार, दो तमंचे, दो कारतूस और एक चाकू भी बरामद किया गया है। घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मंसूरपुर पुलिस गुप्ता रिजॉर्ट से लच्छेडा जडौदा मार्ग पर वाहनों की जांच कर रही थी। एक आई-20 कार को रोकने का प्रयास किया गया। चालक ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा कर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में मोहम्मद शाहिल किदवई नगर का रहने वाला है। मोहम्मद फिरोज देवबंद सहारनपुर का और साहिल मदीना गार्डन का निवासी है। पूछताछ में पता चला कि इन्होंने मंसूरपुर थाना क्षेत्र से कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी लूटी थी। कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से दो बकरियां भी चुराई थीं। तीनों बदमाशों का आपराधिक रिकॉर्ड है। मोहम्मद शाहिल पर पांच मामले दर्ज हैं। मोहम्मद फिरोज और साहिल पर तीन-तीन मामले दर्ज हैं। इन मामलों में लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के अपराध शामिल हैं। इस ऑपरेशन का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक सुभाष बाबू अत्री ने किया। टीम में उपनिरीक्षक किशन सिंह, हेड कांस्टेबल राजीव भारद्वाज, सुहैल खान, कमल सिंह, नितिन कुमार और कांस्टेबल विकास कुमार व अमित कुमार शामिल थे।
नोएडा में यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों पर चलाईं गोलियां:जेसीबी से पलटी गाड़ी, 5 आरोपी पकड़े गए; अवैध खनन की सूचना पर पहुंचे थे अधिकारी
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gautambudh-nagar/news/bullets-fired-on-yamuna-authority-officials-in-noida-134854265.html
ग्रेटर नोएडा में अवैध खनन माफियाओं ने यमुना प्राधिकरण की टीम पर जानलेवा हमला किया। सोमवार रात को दनकौर क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिलने पर प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची थी। यमुना प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम में सुपरवाइजर प्रमोद कुमार, गनमैन हरेंद्र सिंह, उदयवीर सिंह और सुरक्षाकर्मी विनोद कुमार शामिल थे। मौके पर एक जेसीबी और चार डंपर से अवैध खनन चल रहा था। टीम ने जब खनन का विरोध किया तो माफियाओं ने गोलियां चला दीं। अधिकारियों ने जमीन पर लेटकर अपनी जान बचाई। टीम जब सरकारी गाड़ी में भागने लगी तो आरोपियों ने जेसीबी से गाड़ी को पलट दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी दीपक कसाना समेत विनय, रविंद्र, गौरव और राहुल को गिरफ्तार किया है। उनसे 4 हाईवा और एक जेसीबी मशीन बरामद की गई है। कोतवाल प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। सभी आरोपियों को गुरुवार को जेल भेजा जाएगा।
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ग्रेटर नोएडा में अवैध खनन माफियाओं ने यमुना प्राधिकरण की टीम पर जानलेवा हमला किया। सोमवार रात को दनकौर क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिलने पर प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची थी। यमुना प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम में सुपरवाइजर प्रमोद कुमार, गनमैन हरेंद्र सिंह, उदयवीर सिंह और सुरक्षाकर्मी विनोद कुमार शामिल थे। मौके पर एक जेसीबी और चार डंपर से अवैध खनन चल रहा था। टीम ने जब खनन का विरोध किया तो माफियाओं ने गोलियां चला दीं। अधिकारियों ने जमीन पर लेटकर अपनी जान बचाई। टीम जब सरकारी गाड़ी में भागने लगी तो आरोपियों ने जेसीबी से गाड़ी को पलट दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी दीपक कसाना समेत विनय, रविंद्र, गौरव और राहुल को गिरफ्तार किया है। उनसे 4 हाईवा और एक जेसीबी मशीन बरामद की गई है। कोतवाल प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। सभी आरोपियों को गुरुवार को जेल भेजा जाएगा।
फर्रुखाबाद में अंतर्जातीय लिव इन रिलेशनशिप का मामला:लखनऊ पुलिस युवती को ले गई वापस, युवक के खिलाफ पहले से केस दर्ज
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/farrukhabad/news/case-of-inter-caste-live-in-relationship-in-farrukhabad-134854269.html
फर्रुखाबाद में मंगलवार को एक युवक और युवती फतेहगढ़ कचहरी में लिव-इन रिलेशनशिप का रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे थे। दोनों को अखिल भारतीय हिंदू महासभा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा भोलेपुर के पास पकड़ लिया। युवक की पहचान मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र निवासी रेहान के रूप में हुई है। युवती लखनऊ की रहने वाली है। काकोरी थाना लखनऊ में पहले से ही युवती की मां ने रेहान के खिलाफ बहला-फुसलाकर ले जाने की शिकायत दर्ज करा रखी थी। घटना की जानकारी मिलते ही काकोरी पुलिस युवती की मां के साथ फतेहगढ़ कोतवाली पहुंची। बुधवार को पुलिस युवती को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी सत्य प्रकाश ने बताया कि रेहान के विरुद्ध काकोरी थाने में मामला दर्ज है। लखनऊ पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई करेगी। फिलहाल युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
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फर्रुखाबाद में मंगलवार को एक युवक और युवती फतेहगढ़ कचहरी में लिव-इन रिलेशनशिप का रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे थे। दोनों को अखिल भारतीय हिंदू महासभा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा भोलेपुर के पास पकड़ लिया। युवक की पहचान मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र निवासी रेहान के रूप में हुई है। युवती लखनऊ की रहने वाली है। काकोरी थाना लखनऊ में पहले से ही युवती की मां ने रेहान के खिलाफ बहला-फुसलाकर ले जाने की शिकायत दर्ज करा रखी थी। घटना की जानकारी मिलते ही काकोरी पुलिस युवती की मां के साथ फतेहगढ़ कोतवाली पहुंची। बुधवार को पुलिस युवती को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी सत्य प्रकाश ने बताया कि रेहान के विरुद्ध काकोरी थाने में मामला दर्ज है। लखनऊ पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई करेगी। फिलहाल युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
प्रतापगढ़ में बर्फ की कालाबाजारी:500 रुपए की बर्फ 2000 में बेच रहे दुकानदार, 120 किलो की जगह दे रहे 60 किलो
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/pratapgarh/news/black-marketing-of-ice-in-pratapgarh-134854273.html
प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र में बर्फ की कालाबाजारी से आम जनता परेशान है। दुकानदार ग्राहकों से मनमाना पैसा वसूल कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, जिला मुख्यालय से बर्फ का एक ब्लॉक 400 रुपए में मिलता है। इसमें 100 रुपए का परिवहन खर्च जुड़ता है। इस तरह कुल लागत 500 रुपए प्रति ब्लॉक होती है। पट्टी कस्बे के कुछ बर्फ विक्रेता इसी बर्फ को चार गुना ज्यादा यानी 2000 रुपए में बेच रहे हैं। इतना ही नहीं, एक ब्लॉक बर्फ का वजन 120 किलोग्राम होता है। दुकानदार इस ब्लॉक को दो टुकड़ों में काटकर प्रति टुकड़ा सिर्फ 60 किलोग्राम बर्फ दे रहे हैं। वे इसे सिल्ली बताकर ग्राहकों को धोखा दे रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि विभाग जल्द ही इस मामले को संज्ञान में लेगा और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करेगा।
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प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र में बर्फ की कालाबाजारी से आम जनता परेशान है। दुकानदार ग्राहकों से मनमाना पैसा वसूल कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, जिला मुख्यालय से बर्फ का एक ब्लॉक 400 रुपए में मिलता है। इसमें 100 रुपए का परिवहन खर्च जुड़ता है। इस तरह कुल लागत 500 रुपए प्रति ब्लॉक होती है। पट्टी कस्बे के कुछ बर्फ विक्रेता इसी बर्फ को चार गुना ज्यादा यानी 2000 रुपए में बेच रहे हैं। इतना ही नहीं, एक ब्लॉक बर्फ का वजन 120 किलोग्राम होता है। दुकानदार इस ब्लॉक को दो टुकड़ों में काटकर प्रति टुकड़ा सिर्फ 60 किलोग्राम बर्फ दे रहे हैं। वे इसे सिल्ली बताकर ग्राहकों को धोखा दे रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि विभाग जल्द ही इस मामले को संज्ञान में लेगा और कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करेगा।
ट्रक की टक्कर से बाइक सवार की मौत:अमेठी में टांडा-बांदा राजमार्ग पर हादसा, चालक हिरासत में, ट्रक जब्त
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/amethi/news/motocyclist-died-after-hitting-a-truck-134854275.html
अमेठी में टांडा-बांदा राजमार्ग पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। प्रधान ढाबा के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। गौरीगंज पुलिस ने घायल युवक को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान राजेंद्र प्रसाद के रूप में हुई है। वह फुरसतगंज थाना क्षेत्र के पुरे ब्रह्मा का रहने वाला था। राजेंद्र प्रसाद महादेव का पुत्र था। हादसे में शामिल वाहनों में ट्रक की संख्या यूपी 36AT 3040 और मोटरसाइकिल की संख्या यूपी 33 एएम 8895 है। पुलिस ने ट्रक चालक को गाड़ी समेत हिरासत में ले लिया है। मृतक के परिजनों को शव की शिनाख्त के लिए सूचना दे दी गई है। पुलिस शव का पंचनामा भरकर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
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अमेठी में टांडा-बांदा राजमार्ग पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। प्रधान ढाबा के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। गौरीगंज पुलिस ने घायल युवक को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान राजेंद्र प्रसाद के रूप में हुई है। वह फुरसतगंज थाना क्षेत्र के पुरे ब्रह्मा का रहने वाला था। राजेंद्र प्रसाद महादेव का पुत्र था। हादसे में शामिल वाहनों में ट्रक की संख्या यूपी 36AT 3040 और मोटरसाइकिल की संख्या यूपी 33 एएम 8895 है। पुलिस ने ट्रक चालक को गाड़ी समेत हिरासत में ले लिया है। मृतक के परिजनों को शव की शिनाख्त के लिए सूचना दे दी गई है। पुलिस शव का पंचनामा भरकर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
प्रयागराज में राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप:औरैया के स्कूली छात्रों ने 2 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते, दी बधाई
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/auraiya/news/national-athletics-championship-in-prayagraj-134854276.html
प्रयागराज में आयोजित राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में औरैया के दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। विद्यालय के छात्रों ने कुल 5 पदक जीतकर जनपद का नाम रोशन किया। क्षिती गौतम और ऋषभ ने स्वर्ण पदक हासिल किए। निवी गौतम और रुद्र प्रताप सिंह ने रजत पदक अपने नाम किए। दक्ष राज ने कांस्य पदक जीता। इस सफलता में शारीरिक शिक्षा शिक्षक अजय का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को विशेष प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया। विद्यालय के चेयरमैन निर्मल चतुर्वेदी और प्राचार्य एसडी त्रिपाठी ने छात्रों को बधाई दी। उन्होंने छात्रों की मेहनत और दृढ़ संकल्प की सराहना की। साथ ही अभिभावकों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/auraiya/news/national-athletics-championship-in-prayagraj-134854276.html
प्रयागराज में आयोजित राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में औरैया के दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। विद्यालय के छात्रों ने कुल 5 पदक जीतकर जनपद का नाम रोशन किया। क्षिती गौतम और ऋषभ ने स्वर्ण पदक हासिल किए। निवी गौतम और रुद्र प्रताप सिंह ने रजत पदक अपने नाम किए। दक्ष राज ने कांस्य पदक जीता। इस सफलता में शारीरिक शिक्षा शिक्षक अजय का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को विशेष प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया। विद्यालय के चेयरमैन निर्मल चतुर्वेदी और प्राचार्य एसडी त्रिपाठी ने छात्रों को बधाई दी। उन्होंने छात्रों की मेहनत और दृढ़ संकल्प की सराहना की। साथ ही अभिभावकों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
एसआईटी के सामने नहीं पहुंचीं एयरफोर्स इंजीनियर की पत्नी:3 बिंदुओं में अफसर के जीजा ने जताई हत्या की आशंका, अदालत ने खारिज की आरोपी की जमानत अर्जी
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/prayagraj/news/the-air-force-engineers-wife-did-not-appear-before-the-sit-134854277.html
प्रयागराज के बम्हरौली स्थित सेंट्रल एयर कमांड में गोली मारकर मौत के घाट उतारे गए सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा के मामले को 20 दिन बीत चुके हैं। मृतक अफसर की पत्नी और बेटा अब भी वारदात का घटनाक्रम जे़हन में ताजा महसूस करते हैं। यही वजह है कि वत्सला मिश्रा एसआईटी के सामने नहीं पहुंचीं। परिवार के करीबियों के मुताबिक, आज भी प्रयागराज का जिक्र आते ही वत्सला डर और दहशत से सिहर उठती हैं। उन्हें प्रयागराज आने के नाम से डर लगने लगा है। बुधवार को वत्सला के पिता, जीजा, बहन, बेटी और उनके अधिवक्ता ने देर शाम एसआईटी प्रमुख, आईजी प्रयागराज प्रेम गौतम से मुलाकात की। करीब 1 घंटे की मुलाकात में मृतक अफसर के जीजा और पिता ने वत्सला की मानसिक स्थिति का हवाला देते हुए सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा की हत्या से संबंधित 3 महत्वपूर्ण बिंदु एसआईटी अफसर के सामने रखे। पहला – सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा के अधिकार क्षेत्र में आने वाले ठेकेदार, उनसे जुड़ी ठेके की फाइलें, हत्या से पहले किन-किन ठेकों या टेंडर की फाइलों को उन्होंने रोका या उन पर कार्यवाही की।
दूसरा – हत्याकांड में पुलिस द्वारा बनाए गए आरोपियों के मोबाइल फोन की सीडीआर की जांच कराई जाए। इसके अलावा, 13 मार्च को आरोपी सौरभ के साथ आए युवक की भूमिका और उसके करीबियों की पड़ताल हो। तीसरा – कौशांबी जेल में बंद हनी गौतम से हत्याकांड से 6 माह पहले तक जेल में कौन-कौन व्यक्ति मिलने पहुंचा, इसकी जानकारी जुटाई जाए।एसआईटी प्रमुख ने परिवार से मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा का जल्द बयान दर्ज कराने का आग्रह किया है। इसके अतिरिक्त, क्राइम सीन रिक्रिएशन के दौरान चश्मदीद को घटनास्थल पर रहने को कहा गया है। वहीं, आरोपी शिव कुमार ने जिला अदालत में खुद को अपराध में संलिप्त न होने का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी दी थी। अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता के मुताबिक, अदालत ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी शिव कुमार की जमानत अर्जी खारिज कर दी। हालांकि, वह जल्द ही जिला जज की अदालत में दोबारा जमानत की कोशिश कर सकता है। एसीपी अजेंद्र यादव के अनुसार, थाना पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वह विवेचना की कार्यवाही के साथ-साथ अदालत में आरोपियों की जमानत पर भी नजर रखे, ताकि किसी भी हालत में आरोपी जेल से बाहर न आ सके। चीफ वर्क्स इंजीनियर सत्येंद्र नाथ मिश्रा की हत्या 29 मार्च को लाल बिहारा के बदमाश युवक सौरभ ने घर में लूट के इरादे से घुसकर गोली मारकर की थी। वारदात के 3 दिन बाद पूरामुफ्ती पुलिस ने आरोपी समेत उसके परिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।पुलिस के खुलासे पर मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा ने सवाल खड़े किए और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। हत्या के असली मकसद की तलाश और आरोपियों को कड़ी सज़ा दिलाने के लिए 6 अप्रैल को डीजीपी प्रशांत कुमार ने आईजी प्रयागराज प्रेम गौतम के नेतृत्व में 3 सदस्यीय एसआईटी गठित की। इस एसआईटी में एडिशनल कमिश्नर डॉ. अजय पाल और एसीपी अजेंद्र यादव को शामिल किया गया। एसआईटी को जांच करते हुए 10 दिन से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा अब तक एसआईटी के सामने नहीं आई हैं। परिवार के करीबियों के अनुसार, वत्सला हत्याकांड के बाद से खुद को मानसिक रूप से उबार नहीं पा रही हैं। वह प्रयागराज का नाम सुनते ही डर, दहशत और बेचैनी से कांप उठती हैं। हत्याकांड के बाद से वत्सला केवल एक बार ही प्रयागराज आई हैं।
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प्रयागराज के बम्हरौली स्थित सेंट्रल एयर कमांड में गोली मारकर मौत के घाट उतारे गए सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा के मामले को 20 दिन बीत चुके हैं। मृतक अफसर की पत्नी और बेटा अब भी वारदात का घटनाक्रम जे़हन में ताजा महसूस करते हैं। यही वजह है कि वत्सला मिश्रा एसआईटी के सामने नहीं पहुंचीं। परिवार के करीबियों के मुताबिक, आज भी प्रयागराज का जिक्र आते ही वत्सला डर और दहशत से सिहर उठती हैं। उन्हें प्रयागराज आने के नाम से डर लगने लगा है। बुधवार को वत्सला के पिता, जीजा, बहन, बेटी और उनके अधिवक्ता ने देर शाम एसआईटी प्रमुख, आईजी प्रयागराज प्रेम गौतम से मुलाकात की। करीब 1 घंटे की मुलाकात में मृतक अफसर के जीजा और पिता ने वत्सला की मानसिक स्थिति का हवाला देते हुए सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा की हत्या से संबंधित 3 महत्वपूर्ण बिंदु एसआईटी अफसर के सामने रखे। पहला – सीडब्ल्यूई एसएन मिश्रा के अधिकार क्षेत्र में आने वाले ठेकेदार, उनसे जुड़ी ठेके की फाइलें, हत्या से पहले किन-किन ठेकों या टेंडर की फाइलों को उन्होंने रोका या उन पर कार्यवाही की।
दूसरा – हत्याकांड में पुलिस द्वारा बनाए गए आरोपियों के मोबाइल फोन की सीडीआर की जांच कराई जाए। इसके अलावा, 13 मार्च को आरोपी सौरभ के साथ आए युवक की भूमिका और उसके करीबियों की पड़ताल हो। तीसरा – कौशांबी जेल में बंद हनी गौतम से हत्याकांड से 6 माह पहले तक जेल में कौन-कौन व्यक्ति मिलने पहुंचा, इसकी जानकारी जुटाई जाए।एसआईटी प्रमुख ने परिवार से मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा का जल्द बयान दर्ज कराने का आग्रह किया है। इसके अतिरिक्त, क्राइम सीन रिक्रिएशन के दौरान चश्मदीद को घटनास्थल पर रहने को कहा गया है। वहीं, आरोपी शिव कुमार ने जिला अदालत में खुद को अपराध में संलिप्त न होने का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी दी थी। अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता के मुताबिक, अदालत ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी शिव कुमार की जमानत अर्जी खारिज कर दी। हालांकि, वह जल्द ही जिला जज की अदालत में दोबारा जमानत की कोशिश कर सकता है। एसीपी अजेंद्र यादव के अनुसार, थाना पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वह विवेचना की कार्यवाही के साथ-साथ अदालत में आरोपियों की जमानत पर भी नजर रखे, ताकि किसी भी हालत में आरोपी जेल से बाहर न आ सके। चीफ वर्क्स इंजीनियर सत्येंद्र नाथ मिश्रा की हत्या 29 मार्च को लाल बिहारा के बदमाश युवक सौरभ ने घर में लूट के इरादे से घुसकर गोली मारकर की थी। वारदात के 3 दिन बाद पूरामुफ्ती पुलिस ने आरोपी समेत उसके परिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।पुलिस के खुलासे पर मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा ने सवाल खड़े किए और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। हत्या के असली मकसद की तलाश और आरोपियों को कड़ी सज़ा दिलाने के लिए 6 अप्रैल को डीजीपी प्रशांत कुमार ने आईजी प्रयागराज प्रेम गौतम के नेतृत्व में 3 सदस्यीय एसआईटी गठित की। इस एसआईटी में एडिशनल कमिश्नर डॉ. अजय पाल और एसीपी अजेंद्र यादव को शामिल किया गया। एसआईटी को जांच करते हुए 10 दिन से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन मृतक अफसर की पत्नी वत्सला मिश्रा अब तक एसआईटी के सामने नहीं आई हैं। परिवार के करीबियों के अनुसार, वत्सला हत्याकांड के बाद से खुद को मानसिक रूप से उबार नहीं पा रही हैं। वह प्रयागराज का नाम सुनते ही डर, दहशत और बेचैनी से कांप उठती हैं। हत्याकांड के बाद से वत्सला केवल एक बार ही प्रयागराज आई हैं।
उन्नाव में अपराधियों का हृदय परिवर्तन:38 बदमाशों ने थाने में की हाजिरी, तख्ती लेकर किया अपराध छोड़ने का वादा
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/unnao/news/change-of-heart-of-criminals-in-unnao-134854278.html
उन्नाव पुलिस के "ऑपरेशन दस्तक" का असर दिखने लगा है। सफीपुर थाना क्षेत्र में 38 कुख्यात अपराधियों ने थाने पहुंचकर अपने आपराधिक जीवन से तौबा कर ली। एसपी दीपक भूकर के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत अपराधी थाने में तख्तियां लेकर पहुंचे। सभी अपराधियों ने तख्तियों पर लिखा था "मैं अब कोई अपराध नहीं करूँगा।" उन्होंने पुलिस अधिकारियों के सामने समाज की मुख्यधारा से जुड़कर ईमानदार जीवन जीने का संकल्प लिया। थाना प्रभारी सुब्रत नारायण तिवारी ने सभी को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में अपराध करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। "ऑपरेशन दस्तक" के तहत पुलिस अपराधियों के घर जाकर उन्हें सुधरने का मौका दे रही है। इस मुहिम का लक्ष्य अपराधियों में आत्मचिंतन पैदा करना है। पुलिस ऐसे लोगों की पहचान करती है जो लंबे समय से निष्क्रिय हैं। फिर उन्हें थाने बुलाकर कानून का पालन करने की शपथ दिलाई जाती है। सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि यह कार्यक्रम अपराध रोकने के साथ समाज में विश्वास बढ़ाने में मदद करेगा। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे इलाके में शांति का माहौल बनेगा और अपराधी सुधर जाएंगे। एसपी दीपक भूकर ने कहा कि यह पहल आगे भी जारी रहेगी और जिन क्षेत्रों में अपराध दर अधिक है, वहां विशेष निगरानी रखते हुए इसी तरह के प्रयास किए जाएंगे। उनका कहना है कि पुलिस समाज की सुरक्षा के साथ-साथ सुधार की भावना को भी बढ़ावा दे रही है।
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उन्नाव पुलिस के "ऑपरेशन दस्तक" का असर दिखने लगा है। सफीपुर थाना क्षेत्र में 38 कुख्यात अपराधियों ने थाने पहुंचकर अपने आपराधिक जीवन से तौबा कर ली। एसपी दीपक भूकर के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत अपराधी थाने में तख्तियां लेकर पहुंचे। सभी अपराधियों ने तख्तियों पर लिखा था "मैं अब कोई अपराध नहीं करूँगा।" उन्होंने पुलिस अधिकारियों के सामने समाज की मुख्यधारा से जुड़कर ईमानदार जीवन जीने का संकल्प लिया। थाना प्रभारी सुब्रत नारायण तिवारी ने सभी को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में अपराध करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। "ऑपरेशन दस्तक" के तहत पुलिस अपराधियों के घर जाकर उन्हें सुधरने का मौका दे रही है। इस मुहिम का लक्ष्य अपराधियों में आत्मचिंतन पैदा करना है। पुलिस ऐसे लोगों की पहचान करती है जो लंबे समय से निष्क्रिय हैं। फिर उन्हें थाने बुलाकर कानून का पालन करने की शपथ दिलाई जाती है। सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि यह कार्यक्रम अपराध रोकने के साथ समाज में विश्वास बढ़ाने में मदद करेगा। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे इलाके में शांति का माहौल बनेगा और अपराधी सुधर जाएंगे। एसपी दीपक भूकर ने कहा कि यह पहल आगे भी जारी रहेगी और जिन क्षेत्रों में अपराध दर अधिक है, वहां विशेष निगरानी रखते हुए इसी तरह के प्रयास किए जाएंगे। उनका कहना है कि पुलिस समाज की सुरक्षा के साथ-साथ सुधार की भावना को भी बढ़ावा दे रही है।
पिता-भाई का हत्यारा बचपन से जिद्दी था:सुल्तानपुर में सुसाइड से पहले खूब रोया; गांववाले बोले- भाई को प्रधानी जिताई, फिर बना उसका दुश्मन
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/sultanpur/news/the-killer-of-his-father-and-brother-was-stubborn-since-childhood-134854279.html
'दोनों की राम-लक्ष्मण जैसी जोड़ी थी। एक ही बुलेट पर बाजार जाते थे। भाई के प्रधानी चुनाव में उसने खुलकर साथ दिया, घर-घर जाकर वोट मांगा। उसे प्रधान बनाया। मगर, इधर कुछ महीनों में दोनों में न जाने कैसे इतना मतभेद हो गया कि अजय यादव अपने बड़े भाई पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव का दुश्मन हो गया। क्या पता था कि वो इतना जालिम हो जाएगा कि एक दिन अपने भाई और पिता का ही खून कर देगा।' ये कहना है पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश के घर के पड़ोस में रहने वाली 78 वर्षीय रामकली का। दैनिक भास्कर टीम जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर जूड़ापट्टी गांव के मजरा सहरी पहुंची। जहां डबल मर्डर और सुसाइड के बाद सन्नाटा पसरा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... हम नहर पार करके सहरी गांव पहुंचे। यहां चार-पांच पक्के घरों के बाद बाएं हाथ पर पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव का मकान है। मकान का मुख्य गेट बंद है। मगर दूसरा गेट खुला है। कुछ रिश्तेदार इसी गेट से मकान में जाते दिखे। परिवार सिर्फ खास रिश्तेदारों से ही मिल रहा है। मकान के सामने छप्पर नुमा एक बैठका है। जहां करीब 10 अमेठी-अयोध्या जिले के दरोगा-सिपाही बैठे हैं। इनमें महिला सिपाही भी शामिल हैं। हमने परिवार से बात करने की कोशिश की, लेकिन सबने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। हम यहां से गांव के अंदर की तरफ बढ़े। एक 18 साल का लड़का मिला। उसने न तो अपना नाम बताया न ही कैमरे पर कुछ बोलने को तैयार हुआ। कहने लगा कि परेशान न होइए, ये परिवार का मामला था। आज नहीं तो कल सब एक हो जाएंगे। बस विरोधी कामयाब हो गए, इतना कहकर वो आगे बढ़ गया। सत्यप्रकाश और हत्यारे भाई अजय के घर की दूरी 30 मीटर
अब हमारे सामने एक सवाल था कि विरोधी कौन हैं, जो कामयाब हो गए? इसका जवाब जानने के लिए यहां से आगे बढ़े। सत्य प्रकाश और उनके हत्यारे भाई अजय के घर में 30 मीटर की दूरी है। यह पुश्तैनी मकान है, जिसे सत्य प्रकाश ने ही मेनटेन करा रखा है। इसमें अजय के साथ उसके छोटे भाई विजय का परिवार भी रहता है। वर्तमान में विजय परिवार को लेकर दिल्ली में रह रहा है। यहां गेट खुला हुआ था। अंदर जाने पर बाएं हाथ पर बरामदा है। दो कमरों में दरोगा सिपाही बैठे हुए थे। अजय ने जहां किया सुसाइड, वह पुलिस के कब्जे में
मकान के अंदर गैलरी का वो एरिया, जहां मंगलवार शाम अजय ने गोली मारकर आत्महत्या की, उसे पुलिस ने सील कर रखा है। क्राइम स्पॉट देखने के बद हमें ऐसे लोगों की तलाश जी, जो दोनों भाइयों के बीच दुश्मनी कैसे बढ़ी, ये बता सकें। लेकिन मीडिया को देखते ही गांव की महिलाएं और पुरुष कतरा कर किनारे हो जाते। इस बीच हमें तीन महिलाएं एक स्थान पर बैठी मिलीं। अब पढ़िए पड़ोसी महिला फूलमती ने क्या बताया...
हमने एक बुजुर्ग महिला से पीने के लिए पानी मांगा। उन्होंने घर के भीतर से पानी लाकर दिया। फिर पूछा- अजय कब से अपने भाई का जानी दुश्मन बन गया? फूलमती ने कहा, बचपन से ही वो गुस्से वाला था। जिद्दी एक नंबर का था। जो जिद करता, उसे बाप से पूरा करा लेता। काफी समय से तो वो यहां रहता नहीं था। वो बाहर सोनीपत में बेकरी का काम करता था। इधर डेढ़ साल पहले आया तो वापस नहीं गया। बहुत सज्जन व्यक्ति थे सत्य प्रकाश
हमने उनसे पूछा सत्य प्रकाश कैसे थे, तो फूलमती ने बताया वो तो बहुत सज्जन व्यक्ति थे। सबके सुख-दुःख में खड़े रहते। रात दो बजे भी कोई बीमार होता तो गाड़ी से लेकर अस्पताल जाते। कभी किसी के साथ गलत नहीं किया। पहले बहुत गरीब था परिवार
महिलाओं ने ये भी बताया, अब तो परिवार में खुशहाली आई थी। सत्य प्रकाश के पिता गोबर गैस प्लांट के राजगीर (मिस्त्री) थे। परिवार जैसे तैसे पल रहा था। 2010 में सत्य प्रकाश ने प्रधानी का चुनाव लड़ा और हार गए, लेकिन 2015 में जिससे चुनाव हारे थे, उसे ही चुनाव हराकर वे प्रधान बन गए। 2020 में सीट एससी हुई तो उन्होंने गांव के ही रामजी को चुनाव लड़ाया और फिर प्रधानी उनके ही पास रही। सत्य प्रकाश ने 10 साल में बदल दी घर की स्थिति
फूलमती ने बताया, 10 वर्षों में सत्य प्रकाश ने घर की स्थिति बदल दी। मकान बनाया, और परिवार को संभाला। लेकिन हंसते खेलते परिवार को किसी की नजर लग गई। उनके विरोधियों ने साजिश रचकर परिवार को बर्बाद कर डाला। पहले दोनों भाई साथ में रहते थे। प्रधानी के चुनाव के समय दोनों ने साथ मिलकर वोट मांगे। चुनाव में अजय ने बहुत मेहनत की थी। दोनों एक ही बुलेट पर निकलते थे। हर समय साथ में ही रहते थे। चुनाव जीतने के 4 महीने बाद ही
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'दोनों की राम-लक्ष्मण जैसी जोड़ी थी। एक ही बुलेट पर बाजार जाते थे। भाई के प्रधानी चुनाव में उसने खुलकर साथ दिया, घर-घर जाकर वोट मांगा। उसे प्रधान बनाया। मगर, इधर कुछ महीनों में दोनों में न जाने कैसे इतना मतभेद हो गया कि अजय यादव अपने बड़े भाई पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव का दुश्मन हो गया। क्या पता था कि वो इतना जालिम हो जाएगा कि एक दिन अपने भाई और पिता का ही खून कर देगा।' ये कहना है पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश के घर के पड़ोस में रहने वाली 78 वर्षीय रामकली का। दैनिक भास्कर टीम जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर जूड़ापट्टी गांव के मजरा सहरी पहुंची। जहां डबल मर्डर और सुसाइड के बाद सन्नाटा पसरा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... हम नहर पार करके सहरी गांव पहुंचे। यहां चार-पांच पक्के घरों के बाद बाएं हाथ पर पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव का मकान है। मकान का मुख्य गेट बंद है। मगर दूसरा गेट खुला है। कुछ रिश्तेदार इसी गेट से मकान में जाते दिखे। परिवार सिर्फ खास रिश्तेदारों से ही मिल रहा है। मकान के सामने छप्पर नुमा एक बैठका है। जहां करीब 10 अमेठी-अयोध्या जिले के दरोगा-सिपाही बैठे हैं। इनमें महिला सिपाही भी शामिल हैं। हमने परिवार से बात करने की कोशिश की, लेकिन सबने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। हम यहां से गांव के अंदर की तरफ बढ़े। एक 18 साल का लड़का मिला। उसने न तो अपना नाम बताया न ही कैमरे पर कुछ बोलने को तैयार हुआ। कहने लगा कि परेशान न होइए, ये परिवार का मामला था। आज नहीं तो कल सब एक हो जाएंगे। बस विरोधी कामयाब हो गए, इतना कहकर वो आगे बढ़ गया। सत्यप्रकाश और हत्यारे भाई अजय के घर की दूरी 30 मीटर
अब हमारे सामने एक सवाल था कि विरोधी कौन हैं, जो कामयाब हो गए? इसका जवाब जानने के लिए यहां से आगे बढ़े। सत्य प्रकाश और उनके हत्यारे भाई अजय के घर में 30 मीटर की दूरी है। यह पुश्तैनी मकान है, जिसे सत्य प्रकाश ने ही मेनटेन करा रखा है। इसमें अजय के साथ उसके छोटे भाई विजय का परिवार भी रहता है। वर्तमान में विजय परिवार को लेकर दिल्ली में रह रहा है। यहां गेट खुला हुआ था। अंदर जाने पर बाएं हाथ पर बरामदा है। दो कमरों में दरोगा सिपाही बैठे हुए थे। अजय ने जहां किया सुसाइड, वह पुलिस के कब्जे में
मकान के अंदर गैलरी का वो एरिया, जहां मंगलवार शाम अजय ने गोली मारकर आत्महत्या की, उसे पुलिस ने सील कर रखा है। क्राइम स्पॉट देखने के बद हमें ऐसे लोगों की तलाश जी, जो दोनों भाइयों के बीच दुश्मनी कैसे बढ़ी, ये बता सकें। लेकिन मीडिया को देखते ही गांव की महिलाएं और पुरुष कतरा कर किनारे हो जाते। इस बीच हमें तीन महिलाएं एक स्थान पर बैठी मिलीं। अब पढ़िए पड़ोसी महिला फूलमती ने क्या बताया...
हमने एक बुजुर्ग महिला से पीने के लिए पानी मांगा। उन्होंने घर के भीतर से पानी लाकर दिया। फिर पूछा- अजय कब से अपने भाई का जानी दुश्मन बन गया? फूलमती ने कहा, बचपन से ही वो गुस्से वाला था। जिद्दी एक नंबर का था। जो जिद करता, उसे बाप से पूरा करा लेता। काफी समय से तो वो यहां रहता नहीं था। वो बाहर सोनीपत में बेकरी का काम करता था। इधर डेढ़ साल पहले आया तो वापस नहीं गया। बहुत सज्जन व्यक्ति थे सत्य प्रकाश
हमने उनसे पूछा सत्य प्रकाश कैसे थे, तो फूलमती ने बताया वो तो बहुत सज्जन व्यक्ति थे। सबके सुख-दुःख में खड़े रहते। रात दो बजे भी कोई बीमार होता तो गाड़ी से लेकर अस्पताल जाते। कभी किसी के साथ गलत नहीं किया। पहले बहुत गरीब था परिवार
महिलाओं ने ये भी बताया, अब तो परिवार में खुशहाली आई थी। सत्य प्रकाश के पिता गोबर गैस प्लांट के राजगीर (मिस्त्री) थे। परिवार जैसे तैसे पल रहा था। 2010 में सत्य प्रकाश ने प्रधानी का चुनाव लड़ा और हार गए, लेकिन 2015 में जिससे चुनाव हारे थे, उसे ही चुनाव हराकर वे प्रधान बन गए। 2020 में सीट एससी हुई तो उन्होंने गांव के ही रामजी को चुनाव लड़ाया और फिर प्रधानी उनके ही पास रही। सत्य प्रकाश ने 10 साल में बदल दी घर की स्थिति
फूलमती ने बताया, 10 वर्षों में सत्य प्रकाश ने घर की स्थिति बदल दी। मकान बनाया, और परिवार को संभाला। लेकिन हंसते खेलते परिवार को किसी की नजर लग गई। उनके विरोधियों ने साजिश रचकर परिवार को बर्बाद कर डाला। पहले दोनों भाई साथ में रहते थे। प्रधानी के चुनाव के समय दोनों ने साथ मिलकर वोट मांगे। चुनाव में अजय ने बहुत मेहनत की थी। दोनों एक ही बुलेट पर निकलते थे। हर समय साथ में ही रहते थे। चुनाव जीतने के 4 महीने बाद ही
दोनों में मनमुटाव रहने लगा। फिर अजय अपने भाई सत्य प्रकाश का दुश्मन बन गया। वो कौन थे विरोधी? इस सवाल पर महिलांए चुप हो गईं। हमने प्रधान रामजी से भी जानने की कोशिश की, लेकिन वे यह कहकर चुप हो गए कि हम कुछ नहीं जानते सत्य प्रकाश भैया ही सब देखते थे। हमने पूछा अगला चुनाव फिर लड़ेंगे तो उन्होंने कहा, अब चुनाव नहीं लड़ना। विरोधियों की बात अगर की जाए तो राजदेव सिंह, श्याम सिंह, कक्कू सिंह, रती पाल शुक्ला पूर्व प्रधान से रंजिश रखते थे। ये नाम सत्य प्रकाश के बेटे रितेश ने पुलिस को एक तहरीर में लिखकर दिए हैं। मरने से पहले पछता रहा था अजय
अजय के सुसाइड के बाद उसके भाई विजय ने भी पुलिस को बताया कि मरने से पहले अजय हमसे गले लगकर रोया। उसने कहा हमें पछतावा है, उन लोगों (राजदेव सिंह, श्याम सिंह, कक्कू सिंह, रती पाल शुक्ला) ने चढ़ाया, पिलाया खिलाया और कहा मार दो। आगे हम देख लेंगे। इनमें से कुछ वो हैं जो सत्तारूढ़ दल के एक माननीय के करीबी हैं। इसीलिए परिवार बार बार आरोप लगा रहा है कि थाने की पुलिस इन आरोपियों को बचा रही है और केस में नाम नहीं जोड़ रही। जहां अजय ने पिता-भाई को गोली मारकर मां और भाभी को विधवा किया, वहीं उसे संरक्षण देने में जेल गई उसकी खुद की पत्नी उसके कारण ही विधवा हो गई। अजय के दो बेटे अनुभव 12 और आदित्य 10 हैं। जो बुधवार शाम अपने मौसा के साथ शहर स्थित घाट पर पहुंचे और पिता का शव देखकर रो पड़े। बच्चों के चाचा विजय यादव ने उन्हें ढांढस बंधाया। अजय ने पिस्टल से भाई को 6 पिता को 3 गोली मारकर हत्या की थी और और तीसरे दिन खुद को एक गोली मारकर आत्महत्या की। उसके घर से पुलिस ने पिस्टल बरामद की है। अब वो सवाल जो पुलिस पर उठ रहे 1. अवैध पिस्टल अजय को उपलब्ध किसने कराया। जिस घर में अजय ने सुसाइड किया, उसमें रविवार से पुलिस तैनात थी। 2. दोहरे हत्याकांड के बाद अजय की पत्नी को पुलिस ने घर से पकड़ा था, तब अजय वहां नहीं था। तो तीसरे दिन वो घर में कैसे पहुंचा? जबकि गांव में पुलिस का पहरा था। 3. अजय ने पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या की, क्या वो इसलिए घर में आकर छुपा कि वो सत्य प्रकाश के पूरे परिवार को खत्म करना चाहता था? 4. पुलिस के मना करने के बाद भी उसने आत्महत्या की। क्या ऐसा था जिस डर से उसने ये कदम उठाया? 4. छोटे भाई विजय को ये कैसे पता हुआ कि अजय घर में आया है और वो उससे मिलने गया? बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद बॉडी उसी ने ही रिसीव की, जबकि एक और भाई व रिश्तेदार नहीं पहुंचे तो वो किसके कहने पर गया? अब पूरी घटना को भी जान लीजिए... कूरेभार थाना क्षेत्र में सहरी गांव है। यहां 13 अप्रैल की शाम जूड़ा पट्टी गांव के पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव और उनके पिता काशीराम यादव की हत्या कर दी गई थी। सत्य प्रकाश के छोटे भाई अजय यादव ने गोली मारकर हत्या की थी। 14 अप्रैल की शाम पिता-पुत्र का घर से थोड़ी दूरी पर स्थित बाग में अंतिम संस्कार किया गया था। पुलिस ने इस मामले में अजय यादव की पत्नी सुनीता यादव, अयोध्या के इनायतनगर में रहने वाले अमर बहादुर यादव और बीकापुर निवासी अरविंद यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। तीनों को हत्यारोपी अजय यादव को शरण देने और पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार शाम को आरोपी अजय यादव ने सुसाइड कर लिया। अपने घर के अंदर एसओ के सामने अजय यादव ने तमंचे से कनपटी पर गोली मार ली। अजय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... 10 फीट जमीन के लिए पापा-बाबा को मार डाला, सुल्तानपुर में बेटी ने कहा- चाचा सबको खत्म करना चाहता था, ट्रिगर फंसने से बची जान मेरे चाचा अजय यादव बुलेट से आए। आते ही फायरिंग शुरू कर दी। मेरे बाबा को 3 गोलियां लगीं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मेरे हाथ के पास से एक गोली निकली। मैं बच गई। इसके बाद मैं अपनी मम्मी को लेकर कमरे में भागी। इससे पहले मेरे पापा को नहर के किनारे 5 गोलियां मारी थीं। उनकी भी मौत हो गई। चाचा का तमंचा फंस गया। तब तक मेरे भाई ने गेट बंद कर दिया। पढ़ें पूरी खबर...
अजय के सुसाइड के बाद उसके भाई विजय ने भी पुलिस को बताया कि मरने से पहले अजय हमसे गले लगकर रोया। उसने कहा हमें पछतावा है, उन लोगों (राजदेव सिंह, श्याम सिंह, कक्कू सिंह, रती पाल शुक्ला) ने चढ़ाया, पिलाया खिलाया और कहा मार दो। आगे हम देख लेंगे। इनमें से कुछ वो हैं जो सत्तारूढ़ दल के एक माननीय के करीबी हैं। इसीलिए परिवार बार बार आरोप लगा रहा है कि थाने की पुलिस इन आरोपियों को बचा रही है और केस में नाम नहीं जोड़ रही। जहां अजय ने पिता-भाई को गोली मारकर मां और भाभी को विधवा किया, वहीं उसे संरक्षण देने में जेल गई उसकी खुद की पत्नी उसके कारण ही विधवा हो गई। अजय के दो बेटे अनुभव 12 और आदित्य 10 हैं। जो बुधवार शाम अपने मौसा के साथ शहर स्थित घाट पर पहुंचे और पिता का शव देखकर रो पड़े। बच्चों के चाचा विजय यादव ने उन्हें ढांढस बंधाया। अजय ने पिस्टल से भाई को 6 पिता को 3 गोली मारकर हत्या की थी और और तीसरे दिन खुद को एक गोली मारकर आत्महत्या की। उसके घर से पुलिस ने पिस्टल बरामद की है। अब वो सवाल जो पुलिस पर उठ रहे 1. अवैध पिस्टल अजय को उपलब्ध किसने कराया। जिस घर में अजय ने सुसाइड किया, उसमें रविवार से पुलिस तैनात थी। 2. दोहरे हत्याकांड के बाद अजय की पत्नी को पुलिस ने घर से पकड़ा था, तब अजय वहां नहीं था। तो तीसरे दिन वो घर में कैसे पहुंचा? जबकि गांव में पुलिस का पहरा था। 3. अजय ने पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या की, क्या वो इसलिए घर में आकर छुपा कि वो सत्य प्रकाश के पूरे परिवार को खत्म करना चाहता था? 4. पुलिस के मना करने के बाद भी उसने आत्महत्या की। क्या ऐसा था जिस डर से उसने ये कदम उठाया? 4. छोटे भाई विजय को ये कैसे पता हुआ कि अजय घर में आया है और वो उससे मिलने गया? बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद बॉडी उसी ने ही रिसीव की, जबकि एक और भाई व रिश्तेदार नहीं पहुंचे तो वो किसके कहने पर गया? अब पूरी घटना को भी जान लीजिए... कूरेभार थाना क्षेत्र में सहरी गांव है। यहां 13 अप्रैल की शाम जूड़ा पट्टी गांव के पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव और उनके पिता काशीराम यादव की हत्या कर दी गई थी। सत्य प्रकाश के छोटे भाई अजय यादव ने गोली मारकर हत्या की थी। 14 अप्रैल की शाम पिता-पुत्र का घर से थोड़ी दूरी पर स्थित बाग में अंतिम संस्कार किया गया था। पुलिस ने इस मामले में अजय यादव की पत्नी सुनीता यादव, अयोध्या के इनायतनगर में रहने वाले अमर बहादुर यादव और बीकापुर निवासी अरविंद यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। तीनों को हत्यारोपी अजय यादव को शरण देने और पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार शाम को आरोपी अजय यादव ने सुसाइड कर लिया। अपने घर के अंदर एसओ के सामने अजय यादव ने तमंचे से कनपटी पर गोली मार ली। अजय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... 10 फीट जमीन के लिए पापा-बाबा को मार डाला, सुल्तानपुर में बेटी ने कहा- चाचा सबको खत्म करना चाहता था, ट्रिगर फंसने से बची जान मेरे चाचा अजय यादव बुलेट से आए। आते ही फायरिंग शुरू कर दी। मेरे बाबा को 3 गोलियां लगीं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मेरे हाथ के पास से एक गोली निकली। मैं बच गई। इसके बाद मैं अपनी मम्मी को लेकर कमरे में भागी। इससे पहले मेरे पापा को नहर के किनारे 5 गोलियां मारी थीं। उनकी भी मौत हो गई। चाचा का तमंचा फंस गया। तब तक मेरे भाई ने गेट बंद कर दिया। पढ़ें पूरी खबर...
अमरोहा में शॉर्ट सर्किट से ढोलक कारखाने में आग:दमकल विभाग एक घंटे तक नहीं पहुंचा; ढाई लाख का नुकसान, स्थानीयों ने पाया काबू
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/amroha/news/fire-in-dholak-factory-due-to-short-circuit-in-amroha-134854282.html
अमरोहा नगर कोतवाली क्षेत्र के तकिया मोती शाह मोहल्ले में बुधवार रात एक ढोलक कारखाने में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। कारखाने में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने काफी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। कारखाने के मालिक मोहम्मद शाहरुख के अनुसार इस हादसे में लगभग ढाई लाख रुपए का नुकसान हुआ है। देखें 2 तस्वीरें... घटना में सबसे चिंताजनक बात यह रही कि दमकल विभाग की टीम सूचना मिलने के एक घंटे बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंची। कारखाने के मालिक ने दमकल विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/amroha/news/fire-in-dholak-factory-due-to-short-circuit-in-amroha-134854282.html
अमरोहा नगर कोतवाली क्षेत्र के तकिया मोती शाह मोहल्ले में बुधवार रात एक ढोलक कारखाने में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। कारखाने में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने काफी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। कारखाने के मालिक मोहम्मद शाहरुख के अनुसार इस हादसे में लगभग ढाई लाख रुपए का नुकसान हुआ है। देखें 2 तस्वीरें... घटना में सबसे चिंताजनक बात यह रही कि दमकल विभाग की टीम सूचना मिलने के एक घंटे बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंची। कारखाने के मालिक ने दमकल विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
नोएडा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट:ग्रेटर नोएडा में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज, पुलिस कर रही तलाश
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gautambudh-nagar/news/objectionable-post-against-sp-chief-akhilesh-yadav-in-noida-134854287.html
ग्रेटर नोएडा के दनकौर में एक पुराने विवादित मामले को लेकर सोशल मीडिया पर अज्ञात व्यक्ति ने आपत्तिजनक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया है। दनकौर कस्बा चौकी प्रभारी रितेश कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पोस्ट में पुलिस की छवि को भी धूमिल करने का प्रयास किया गया है। स्थानीय लोगों में इस पोस्ट को लेकर आक्रोश है। पुलिस के अनुसार, जिस मामले को लेकर यह पोस्ट की गई है, उसमें कई वर्ष पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। वह मामला वर्तमान में कोर्ट में विचाराधीन है। कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान कर जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
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ग्रेटर नोएडा के दनकौर में एक पुराने विवादित मामले को लेकर सोशल मीडिया पर अज्ञात व्यक्ति ने आपत्तिजनक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया है। दनकौर कस्बा चौकी प्रभारी रितेश कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पोस्ट में पुलिस की छवि को भी धूमिल करने का प्रयास किया गया है। स्थानीय लोगों में इस पोस्ट को लेकर आक्रोश है। पुलिस के अनुसार, जिस मामले को लेकर यह पोस्ट की गई है, उसमें कई वर्ष पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। वह मामला वर्तमान में कोर्ट में विचाराधीन है। कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान कर जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
लखनऊ नगर निगम का बजट ₹4304.53 करोड़:पेयजल के लिए 407 करोड़; हाउस टैक्स में ऑफर बढ़ाया, मेयर की निधि घटी, पार्षदों की बढ़ी
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/lucknows-people-got-a-gift-from-the-budget-134854291.html
लखनऊ नगर निगम में 2025-26 के लिए 4304.53 करोड़ रुपए का बजट पास हो गया है। शहर के विकास के लिए कई बड़े ऐलान किए गए हैं। इनमें पेयजल के लिए 407 करोड़ रुपए, हाउस टैक्स में ऑफर की तारीख बढ़ाने, लखनऊ को कचरा मुक्त करने जैसे प्वाइंट्स शामिल हैं। सदन की बैठक के बाद बजट में लिए गए फैसलों से लखनऊ वालों को क्या और कितना मिलेगा... इसे जानते हैं.. 30 अप्रैल तक हाउस टैक्स जमा करने पर छूट 30 अप्रैल तक हाउस टैक्स जमा करने पर छूट मिलेगी। सबसे अधिक छूट ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने पर है। 30 अप्रैल के बाद भी छूट को बढ़ाए जाने का अनुमान है। सदन बैठक में भाजपा के साथ कांग्रेस के पार्षदों ने भी छूट की अवधि बढ़ाने की मांग की थी। 10 फीसदी माफ होगा टैक्स नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल 30 अप्रैल तक 10 फीसदी अधिकतम छूट रहेगी। 30 अप्रैल को इसपर मेयर निर्णय लेंगी। पार्षदों ने ऑफलाइन टैक्स भुगतान करने वाले लोगों को भी अधिकतम छूट देने की मांग उठाई थी, लेकिन सदन में यह प्रस्ताव पास नहीं हुआ। स्कूलों के विकास पर जोर नगर निगम के स्कूल की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपए का फंड कर दिया गया है। इसमें चार करोड़ रुपए नगर निगम के स्कूलों और 1 करोड़ रुपए प्राथमिक स्कूलों में लगाया जाएगा। जानकीपुरम वार्ड में टेढ़ी पुलिया चौराहे से स्पोर्ट्स कॉलेज और टेढ़ी पुलिया से विकास नगर तिराहा जाने वाली सड़क (इसरो कार्यालय) को सुनीता विलियम्स मार्ग नाम दिया जाएगा। इसका प्रस्ताव पार्षद अनुराग मिश्रा और रंजीत सिंह ने प्रस्ताव दिया था। श्मशान घाट के मरम्मत के लिए मद 10 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ कर दिया गया है। ये विकास कार्य किए जाएंगे अब जानते हैं पार्षदों को क्या मिला... 2 करोड़ 10 लाख रुपए की निधि मिली नगर निगम पार्षद निधि बढ़ने से विकास कार्य के पैसे को खर्च करने के लिए स्वतंत्र होंगे। वह जरूरत के हिसाब से अपने वार्ड में सड़क, पानी, पार्क, फॉगिंग और स्वास्थ्य सहित अन्य जरूरी काम के लिए आवश्यकता अनुसार रुपए खर्च कर सकेंगे। पहले निधि 1 करोड़ 47 लाख रुपए थी। अब 2 करोड़ 10 लाख हो गई है। पार्षदों को हेल्थ इंश्योरेंस पार्षदों का 10 हजार रुपए में हेल्थ इंश्योरेंस किया जाएगा। इसकी व्यवस्था नगर निगम करेगा। इसके मद की व्यवस्था करने का निर्देश मेयर ने दिया है। वहीं, मार्ग प्रकाश के लिए ईईएसएल कंपनी का एग्रीमेंट खत्म हो रहा है। इसके चलते मई से नगर निगम 2 लाख 9 हजार लाइट के मेंटीनेंस की जिम्मेदारी ले रहा। नगर निगम ईईएसएल कंपनी को हर महीने 3.50 करोड़ रुपए का भुगतान करती है। इस दौरान बैठक में लाइटों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम के चीफ इंजीनियर को लेने को कहा गया है। शहरी आबादी की जिम्मेदारी... हाउस टैक्स-यूजर चार्ज जमा करना होगा यूजर चार्ज हाउस टैक्स में मर्ज कर दिया गया है। 1 हजार स्क्वायर फीट तक 50 रुपए उससे ऊपर 100 रुपए यूजर चार्ज एक महीने में देना होगा। कॉमर्शियल भवनों से पहले की तरह ही यूजर चार्ज की व्यवस्था लागू रहेगी। टैक्स कलेक्शन को बढ़ाने के लिए नगर निगम ने यह फैसला किया है। वहीं, नगर आयुक्त और मेयर की विकास निधि भी कम हुई है। अब मेयर की निधि 30 करोड़ से 20 करोड़, जबकि नगर आयुक्त की निधि 25 करोड़ से सिर्फ 10 करोड़ रुपए हो गई है। मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा- शहर में जनता की सुविधा के लिए कई फैसले लिए गए हैं। पार्क, रोड मेंटीनेंस, फॉगिंग और स्ट्रीट लाइट के मद निर्धारित किए गए हैं। स्कूलों में सुविधा और रोजगार बढ़ाने पर भी जोर है। नगर निगम की चुनौती... सफाई व्यवस्था की खुली पोल नगर निगम की तरफ से भले ही स्वच्छता सर्वेक्षण सहित जीरो गार्बेज सिटी का लक्ष्य हासिल करने का दावा कर रही, लेकिन अभी तक डोर-टु-डोर कूड़ा उठाने में ही कंपनी सफल नहीं हो सकी है। सदन बैठक में भाजपा के पार्षदों ने ही मेयर और नगर आयुक्त के सामने इसकी पोल खोल दी। जिसमें पार्षदों ने दावा किया कि सिर्फ 20-40 फीसदी ही डोर-टु-डोर कूड़ा उठान एलएसए कंपनी पांच जोन में कर पा रही है। इसके साथ ही मैन पावर का भी मुद्दा उठाया गया। इससे शहर की स्वच्छता रैंकिंग भी प्रभावित हो सकती है। एलएसए कंपनी की तरफ की पोल भी पार्षदों ने बैठक में खोल दी, जिसमें 1500 रुपए मीट्रिक टन का ठेका लेकर प्रभव एसोसिएट को महज 630 रुपए प्रति मीट्रिक टन में दिया गया, इससे जोन चार सहित लखनऊ के पांच जोन में नगर निगम को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। नगर निगम के इस साल के प्रस्तावित खर्च
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लखनऊ नगर निगम में 2025-26 के लिए 4304.53 करोड़ रुपए का बजट पास हो गया है। शहर के विकास के लिए कई बड़े ऐलान किए गए हैं। इनमें पेयजल के लिए 407 करोड़ रुपए, हाउस टैक्स में ऑफर की तारीख बढ़ाने, लखनऊ को कचरा मुक्त करने जैसे प्वाइंट्स शामिल हैं। सदन की बैठक के बाद बजट में लिए गए फैसलों से लखनऊ वालों को क्या और कितना मिलेगा... इसे जानते हैं.. 30 अप्रैल तक हाउस टैक्स जमा करने पर छूट 30 अप्रैल तक हाउस टैक्स जमा करने पर छूट मिलेगी। सबसे अधिक छूट ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने पर है। 30 अप्रैल के बाद भी छूट को बढ़ाए जाने का अनुमान है। सदन बैठक में भाजपा के साथ कांग्रेस के पार्षदों ने भी छूट की अवधि बढ़ाने की मांग की थी। 10 फीसदी माफ होगा टैक्स नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल 30 अप्रैल तक 10 फीसदी अधिकतम छूट रहेगी। 30 अप्रैल को इसपर मेयर निर्णय लेंगी। पार्षदों ने ऑफलाइन टैक्स भुगतान करने वाले लोगों को भी अधिकतम छूट देने की मांग उठाई थी, लेकिन सदन में यह प्रस्ताव पास नहीं हुआ। स्कूलों के विकास पर जोर नगर निगम के स्कूल की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपए का फंड कर दिया गया है। इसमें चार करोड़ रुपए नगर निगम के स्कूलों और 1 करोड़ रुपए प्राथमिक स्कूलों में लगाया जाएगा। जानकीपुरम वार्ड में टेढ़ी पुलिया चौराहे से स्पोर्ट्स कॉलेज और टेढ़ी पुलिया से विकास नगर तिराहा जाने वाली सड़क (इसरो कार्यालय) को सुनीता विलियम्स मार्ग नाम दिया जाएगा। इसका प्रस्ताव पार्षद अनुराग मिश्रा और रंजीत सिंह ने प्रस्ताव दिया था। श्मशान घाट के मरम्मत के लिए मद 10 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ कर दिया गया है। ये विकास कार्य किए जाएंगे अब जानते हैं पार्षदों को क्या मिला... 2 करोड़ 10 लाख रुपए की निधि मिली नगर निगम पार्षद निधि बढ़ने से विकास कार्य के पैसे को खर्च करने के लिए स्वतंत्र होंगे। वह जरूरत के हिसाब से अपने वार्ड में सड़क, पानी, पार्क, फॉगिंग और स्वास्थ्य सहित अन्य जरूरी काम के लिए आवश्यकता अनुसार रुपए खर्च कर सकेंगे। पहले निधि 1 करोड़ 47 लाख रुपए थी। अब 2 करोड़ 10 लाख हो गई है। पार्षदों को हेल्थ इंश्योरेंस पार्षदों का 10 हजार रुपए में हेल्थ इंश्योरेंस किया जाएगा। इसकी व्यवस्था नगर निगम करेगा। इसके मद की व्यवस्था करने का निर्देश मेयर ने दिया है। वहीं, मार्ग प्रकाश के लिए ईईएसएल कंपनी का एग्रीमेंट खत्म हो रहा है। इसके चलते मई से नगर निगम 2 लाख 9 हजार लाइट के मेंटीनेंस की जिम्मेदारी ले रहा। नगर निगम ईईएसएल कंपनी को हर महीने 3.50 करोड़ रुपए का भुगतान करती है। इस दौरान बैठक में लाइटों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम के चीफ इंजीनियर को लेने को कहा गया है। शहरी आबादी की जिम्मेदारी... हाउस टैक्स-यूजर चार्ज जमा करना होगा यूजर चार्ज हाउस टैक्स में मर्ज कर दिया गया है। 1 हजार स्क्वायर फीट तक 50 रुपए उससे ऊपर 100 रुपए यूजर चार्ज एक महीने में देना होगा। कॉमर्शियल भवनों से पहले की तरह ही यूजर चार्ज की व्यवस्था लागू रहेगी। टैक्स कलेक्शन को बढ़ाने के लिए नगर निगम ने यह फैसला किया है। वहीं, नगर आयुक्त और मेयर की विकास निधि भी कम हुई है। अब मेयर की निधि 30 करोड़ से 20 करोड़, जबकि नगर आयुक्त की निधि 25 करोड़ से सिर्फ 10 करोड़ रुपए हो गई है। मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा- शहर में जनता की सुविधा के लिए कई फैसले लिए गए हैं। पार्क, रोड मेंटीनेंस, फॉगिंग और स्ट्रीट लाइट के मद निर्धारित किए गए हैं। स्कूलों में सुविधा और रोजगार बढ़ाने पर भी जोर है। नगर निगम की चुनौती... सफाई व्यवस्था की खुली पोल नगर निगम की तरफ से भले ही स्वच्छता सर्वेक्षण सहित जीरो गार्बेज सिटी का लक्ष्य हासिल करने का दावा कर रही, लेकिन अभी तक डोर-टु-डोर कूड़ा उठाने में ही कंपनी सफल नहीं हो सकी है। सदन बैठक में भाजपा के पार्षदों ने ही मेयर और नगर आयुक्त के सामने इसकी पोल खोल दी। जिसमें पार्षदों ने दावा किया कि सिर्फ 20-40 फीसदी ही डोर-टु-डोर कूड़ा उठान एलएसए कंपनी पांच जोन में कर पा रही है। इसके साथ ही मैन पावर का भी मुद्दा उठाया गया। इससे शहर की स्वच्छता रैंकिंग भी प्रभावित हो सकती है। एलएसए कंपनी की तरफ की पोल भी पार्षदों ने बैठक में खोल दी, जिसमें 1500 रुपए मीट्रिक टन का ठेका लेकर प्रभव एसोसिएट को महज 630 रुपए प्रति मीट्रिक टन में दिया गया, इससे जोन चार सहित लखनऊ के पांच जोन में नगर निगम को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। नगर निगम के इस साल के प्रस्तावित खर्च
कौशाम्बी में नाबालिग लड़की का अपहरण:तीन युवकों पर धर्मांतरण कर निकाह कराने का आरोप, पुलिस ने 4 दिन बाद भी FIR नहीं की दर्ज
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kaushambi/news/minor-girl-kidnapped-in-kaushambi-134854301.html
कौशाम्बी के सराय अकिल थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला सामने आया है। पुरखास गांव की एक महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। महिला के अनुसार 13 अप्रैल की रात करीब 11:30 बजे गांव के ही तीन युवक असद, मासूक और पप्पू डेंजर उनकी नाबालिग बेटी को घर से उठा ले गए। पीड़िता की मां और भाई का आरोप है कि आरोपी युवक उनकी बेटी का धर्मांतरण कर निकाह कराना चाहते हैं। परिवार ने 14 अप्रैल को थाने में लिखित शिकायत दी। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।
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कौशाम्बी के सराय अकिल थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला सामने आया है। पुरखास गांव की एक महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। महिला के अनुसार 13 अप्रैल की रात करीब 11:30 बजे गांव के ही तीन युवक असद, मासूक और पप्पू डेंजर उनकी नाबालिग बेटी को घर से उठा ले गए। पीड़िता की मां और भाई का आरोप है कि आरोपी युवक उनकी बेटी का धर्मांतरण कर निकाह कराना चाहते हैं। परिवार ने 14 अप्रैल को थाने में लिखित शिकायत दी। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।
सिद्धार्थनगर में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया:नौगढ़ तहसील में 750 वर्ग मीटर जमीन खाली कराई, पुलिस और राजस्व टीम ने की कार्रवाई
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/siddharthnagar/news/illegal-occupation-removed-government-land-in-siddharthnagar-134854308.html
सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई। डॉ. संतराज सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम और पुलिस बल ने सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया। यह कार्रवाई राजस्व ग्राम बर्डपुर 11, टोला चुनमुनवा में की गई। यह क्षेत्र थाना नौगढ़ व ब्लॉक बर्डपुर तहसील नौगढ़ के अंतर्गत आता है। टीम ने गाटा नंबर 184 (घूर गढ्ढा), 179 (बंजर) और 178 (गढ़हा) की सरकारी जमीन से 750 वर्ग मीटर का अवैध कब्जा हटाया। तहसीलदार नौगढ़ ने पहले ही बेदखली का आदेश जारी कर रखा था। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार और अवैध कब्जेदार के बीच तीखी बहस भी हुई। राजस्व टीम में तहसीलदार नौगढ़, नायब तहसीलदार अमित सिंह, लेखपाल विनय पांडे, राजेश चाहर और देवेंद्र त्रिपाठी शामिल थे। थाना नौगढ़ की पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रही। उप जिलाधिकारी नवगढ़ कल्याण सिंह मौर्या ने कहा कि इसी तरह अभियान चलाकर अन्य अवैध कब्जे भी हटाए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अवैध कब्जेदार को बख्शा नहीं जाएगा।
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सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई। डॉ. संतराज सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम और पुलिस बल ने सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया। यह कार्रवाई राजस्व ग्राम बर्डपुर 11, टोला चुनमुनवा में की गई। यह क्षेत्र थाना नौगढ़ व ब्लॉक बर्डपुर तहसील नौगढ़ के अंतर्गत आता है। टीम ने गाटा नंबर 184 (घूर गढ्ढा), 179 (बंजर) और 178 (गढ़हा) की सरकारी जमीन से 750 वर्ग मीटर का अवैध कब्जा हटाया। तहसीलदार नौगढ़ ने पहले ही बेदखली का आदेश जारी कर रखा था। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार और अवैध कब्जेदार के बीच तीखी बहस भी हुई। राजस्व टीम में तहसीलदार नौगढ़, नायब तहसीलदार अमित सिंह, लेखपाल विनय पांडे, राजेश चाहर और देवेंद्र त्रिपाठी शामिल थे। थाना नौगढ़ की पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रही। उप जिलाधिकारी नवगढ़ कल्याण सिंह मौर्या ने कहा कि इसी तरह अभियान चलाकर अन्य अवैध कब्जे भी हटाए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अवैध कब्जेदार को बख्शा नहीं जाएगा।
श्रावस्ती में दो युवक नदी में डूबे:21 साल के युवक की मौत, 13 साल का बच्चा लापता; SDRF टीम तलाश में जुटी
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/shrawasti/news/two-youths-drowned-in-the-river-in-shravasti-134854323.html
श्रावस्ती :जनपद अलग-अलग दिनों में राप्ती नदी में डूबने की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं।वहीं मल्हीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को 21 वर्षीय अजीत कुमार सिंह की नदी में डूबने से मौत हो गई। वह अपने 5 दोस्तों के साथ ककरदरी घाट पर नहाने गया था। अजीत हरदत्त नगर गिरंट क्षेत्र के बहेलियन पुरवा का रहने वाला था। घर से करीब 20 किलोमीटर दूर नदी में नहाते समय उसका पैर फिसल गया। दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। उसे सीएचसी मल्हीपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दूसरी घटना भिनगा कोतवाली क्षेत्र के अमवा गांव के पास हुई थी, जहाँ बीते रविवार को 13 वर्षीय फैयाज मवेशी लेकर राप्ती नदी किनारे गया था। वह नदी में डूब गया। उसकी मां भी साथ थी, जो बच गई लेकिन बेटे को नहीं बचा पाई। वहीं फैयाज की तलाश में पहले दिन ग्रामीण जुटे थे। अब SDRF की टीम भी खोज में लगी है। गर्मी बढ़ने के साथ नदी में डूबने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ज्यादातर हादसे नहाते समय पैर फिसलने से हो रहे हैं। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने बच्चों को नदी से दूर रखने की सलाह दी जा रही है। नहाने जाने वालों को भी सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/shrawasti/news/two-youths-drowned-in-the-river-in-shravasti-134854323.html
श्रावस्ती :जनपद अलग-अलग दिनों में राप्ती नदी में डूबने की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं।वहीं मल्हीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को 21 वर्षीय अजीत कुमार सिंह की नदी में डूबने से मौत हो गई। वह अपने 5 दोस्तों के साथ ककरदरी घाट पर नहाने गया था। अजीत हरदत्त नगर गिरंट क्षेत्र के बहेलियन पुरवा का रहने वाला था। घर से करीब 20 किलोमीटर दूर नदी में नहाते समय उसका पैर फिसल गया। दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। उसे सीएचसी मल्हीपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दूसरी घटना भिनगा कोतवाली क्षेत्र के अमवा गांव के पास हुई थी, जहाँ बीते रविवार को 13 वर्षीय फैयाज मवेशी लेकर राप्ती नदी किनारे गया था। वह नदी में डूब गया। उसकी मां भी साथ थी, जो बच गई लेकिन बेटे को नहीं बचा पाई। वहीं फैयाज की तलाश में पहले दिन ग्रामीण जुटे थे। अब SDRF की टीम भी खोज में लगी है। गर्मी बढ़ने के साथ नदी में डूबने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ज्यादातर हादसे नहाते समय पैर फिसलने से हो रहे हैं। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने बच्चों को नदी से दूर रखने की सलाह दी जा रही है। नहाने जाने वालों को भी सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
रंगदारी मामले में वांछित बदमाश धरा:ललितपुर में 15 हजार का इनामी करन कुशवाहा गिरफ्तार, 16 मुकदमे दर्ज
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lalitpur/news/wanted-miscreant-arrested-in-extortion-case-134854325.html
ललितपुर पुलिस ने रंगदारी मामले में वांछित 15 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए गए हैं। कोतवाली सदर में दर्ज मामले के अनुसार, करन कुशवाहा और रवि कुशवाहा ने जुआ खेलने और शराब पीने के लिए दस हजार रुपये की मांग की थी। मना करने पर दोनों ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी थी। एसपी ने रवि कुशवाहा पर 20 हजार और करन कुशवाहा पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस पहले ही रवि कुशवाहा को गिरफ्तार कर चुकी थी। गोविंद सागर बांध पुंछा हाईवे के पास जैन मंदिर जाने वाले रास्ते से बड़ी नहर मोहल्ला चौका बाग निवासी करन कुशवाहा को भी पकड़ लिया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया है। करन कुशवाहा के खिलाफ कोतवाली सदर में विभिन्न धाराओं के तहत 16 मुकदमे दर्ज हैं।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lalitpur/news/wanted-miscreant-arrested-in-extortion-case-134854325.html
ललितपुर पुलिस ने रंगदारी मामले में वांछित 15 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए गए हैं। कोतवाली सदर में दर्ज मामले के अनुसार, करन कुशवाहा और रवि कुशवाहा ने जुआ खेलने और शराब पीने के लिए दस हजार रुपये की मांग की थी। मना करने पर दोनों ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी थी। एसपी ने रवि कुशवाहा पर 20 हजार और करन कुशवाहा पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस पहले ही रवि कुशवाहा को गिरफ्तार कर चुकी थी। गोविंद सागर बांध पुंछा हाईवे के पास जैन मंदिर जाने वाले रास्ते से बड़ी नहर मोहल्ला चौका बाग निवासी करन कुशवाहा को भी पकड़ लिया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया है। करन कुशवाहा के खिलाफ कोतवाली सदर में विभिन्न धाराओं के तहत 16 मुकदमे दर्ज हैं।
कानपुर में फिरौती वसूली का वीडियो आया सामने:युवक को डेढ़ घंटे तक कार में बंधक बनाया, 30 हजार रुपए की फिरौती लेकर छोड़ा
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/ransom-extortion-video-surfaced-in-kanpur-134854333.html
कानपुर में अपहरणकर्ताओं ने एक युवक से फिरौती वसूलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। महाराजपुर क्षेत्र के नगरा निवासी शैलेश को बदमाशों ने नवोदय नगर ओवरब्रिज के पास से अगवा किया। शैलेश शाम साढ़े सात बजे अपने दो साथियों के साथ प्रेमपुर से नगरा जा रहा था। एक सफेद कार से उतरे चार लोगों ने उसके साथियों को पीटकर भगा दिया। शैलेश को कार में खींच लिया। कार में कुल 6 लोग मौजूद थे। बदमाशों ने शैलेश को तमंचे की नोक पर एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। शैलेश ने पहले जीजा को फोन किया, लेकिन पैसों का इंतजाम नहीं हो पाया। फिर पिता से संपर्क किया। बदमाश करीब डेढ़ घंटे तक उसे 4-5 किलोमीटर के दायरे में घुमाते रहे। अंत में 30 हजार रुपये में समझौता हुआ। दो आरोपी शिवम और विवेक ने नवोदय पुल के पास फिरौती की रकम ली। सरगना सूरज को पैसे मिलने की सूचना दी गई। रात 9-9:30 बजे के बीच शैलेश को नवोदय पुल के पास छोड़ दिया गया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने फिरौती की रकम से हाथीगांव के एक मैदान में देर रात तक पार्टी की। शैलेश किसान परिवार से है और खेती-किसानी का काम करता है।
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/ransom-extortion-video-surfaced-in-kanpur-134854333.html
कानपुर में अपहरणकर्ताओं ने एक युवक से फिरौती वसूलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। महाराजपुर क्षेत्र के नगरा निवासी शैलेश को बदमाशों ने नवोदय नगर ओवरब्रिज के पास से अगवा किया। शैलेश शाम साढ़े सात बजे अपने दो साथियों के साथ प्रेमपुर से नगरा जा रहा था। एक सफेद कार से उतरे चार लोगों ने उसके साथियों को पीटकर भगा दिया। शैलेश को कार में खींच लिया। कार में कुल 6 लोग मौजूद थे। बदमाशों ने शैलेश को तमंचे की नोक पर एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। शैलेश ने पहले जीजा को फोन किया, लेकिन पैसों का इंतजाम नहीं हो पाया। फिर पिता से संपर्क किया। बदमाश करीब डेढ़ घंटे तक उसे 4-5 किलोमीटर के दायरे में घुमाते रहे। अंत में 30 हजार रुपये में समझौता हुआ। दो आरोपी शिवम और विवेक ने नवोदय पुल के पास फिरौती की रकम ली। सरगना सूरज को पैसे मिलने की सूचना दी गई। रात 9-9:30 बजे के बीच शैलेश को नवोदय पुल के पास छोड़ दिया गया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने फिरौती की रकम से हाथीगांव के एक मैदान में देर रात तक पार्टी की। शैलेश किसान परिवार से है और खेती-किसानी का काम करता है।
IPL सट्टा..पुलिस ने सुशील चौधरी समेत 4 पर धाराएं बढ़ाईं:CJM कोर्ट में आज आएगा जमानत पर डिसीजन;21 नए लोगों के नाम विवेचना में सामने आए
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/moradabad/news/ipl-betting-police-increased-charges-on-4-people-including-sushil-chaudhary-134854334.html
मुरादाबाद पुलिस ने शुक्रवार रात IPL का सट्टे कराते रंगे हाथ पकड़े गए 9 में से 4 बुकी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराएं बढ़ाई हैं। पुलिस बढ़ी हुई धाराओं के बारे में आज कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी। दूसरी ओर आरोपियों की जमानत अर्जी पर आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की ओर से डिसीजन आएगा। बुधवार को सीजेएम ने इस मामले में आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। मुरादाबाद पुलिस ने शुक्रवार रात सिविल लाइंस एरिया में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के सामने बने फ्लैट में आईपीएल का सट्टा कराते 9 लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों को शनिवार को जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने 2 दिन बाद एक अन्य आरोपी साहिल गुप्ता को भी इस मामले में अरेस्ट किया था। पुलिस ने एफआईआर में कुल 20 लोगों को नामजद किया था। इनमें से 11 वांटेड हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विवेचना में पुलिस ने 21 नए लोगों को ट्रेस किया है, जो आईपीएल के सट्टे के खेल से जुड़े थे। खबर अपडेट हो रही है...
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/moradabad/news/ipl-betting-police-increased-charges-on-4-people-including-sushil-chaudhary-134854334.html
मुरादाबाद पुलिस ने शुक्रवार रात IPL का सट्टे कराते रंगे हाथ पकड़े गए 9 में से 4 बुकी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराएं बढ़ाई हैं। पुलिस बढ़ी हुई धाराओं के बारे में आज कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी। दूसरी ओर आरोपियों की जमानत अर्जी पर आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की ओर से डिसीजन आएगा। बुधवार को सीजेएम ने इस मामले में आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। मुरादाबाद पुलिस ने शुक्रवार रात सिविल लाइंस एरिया में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के सामने बने फ्लैट में आईपीएल का सट्टा कराते 9 लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों को शनिवार को जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने 2 दिन बाद एक अन्य आरोपी साहिल गुप्ता को भी इस मामले में अरेस्ट किया था। पुलिस ने एफआईआर में कुल 20 लोगों को नामजद किया था। इनमें से 11 वांटेड हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विवेचना में पुलिस ने 21 नए लोगों को ट्रेस किया है, जो आईपीएल के सट्टे के खेल से जुड़े थे। खबर अपडेट हो रही है...