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गोरखपुर में फर्जी अभ्यर्थी को पकड़ा:SSB ज्वाइनिंग के दौरान खुला साल्वर का खेल, पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gorakhpur/news/fake-candidate-caught-in-gorakhpur-134426858.html

गोरखपुर में कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा में साल्वर बैठाकर सशस्त्र सीमा बल (SSB) में कांस्टेबल की नौकरी पाने आए युवक का फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। ज्वाइनिंग के दौरान जब अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की तो परीक्षा में दिए गए फोटो और हस्ताक्षर से गड़बड़ी सामने आई। शक होने पर गहराई से जांच की गई, जिसमें फर्जीवाड़ा साबित हुआ। अधिकारियों ने युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। चिलुआताल पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। फोटो-हस्ताक्षर नहीं मिले तो हुआ शक डिप्टी कमांडेंट जय प्रकाश आर्य ने बताया कि छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले के बर्धमान गांव का रहने वाला शैलेन्द्र कुमार एसएससी 2024 की परीक्षा में पास हुआ था। नई दिल्ली स्थित बल मुख्यालय ने उसे एसएसबी में कांस्टेबल पद के लिए नियुक्ति पत्र जारी किया था। गोरखपुर के प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र में जब वह ज्वाइनिंग के लिए पहुंचा तो उसकी परीक्षा के समय जमा की गई तस्वीर और हस्ताक्षर से मिलान किया गया। अंतर मिलने पर अधिकारियों को शक हुआ और दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की गई। आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, दसवीं की अंक तालिका और अन्य कागजात चेक करने पर पुष्टि हुई कि परीक्षा किसी और ने दी थी। असली परीक्षार्थी की तलाश में जुटी पुलिस SP सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि एसएसबी अधिकारियों ने जब फर्जीवाड़ा पकड़ा तो युवक को तुरंत पुलिस के हवाले कर दिया गया। अब यह जांच की जा रही है कि परीक्षा में असली अभ्यर्थी की जगह कौन बैठा था और इसमें और कौन-कौन शामिल है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।
इटौंजा में खाद लेने जा रहे युवक से लूटपाट:बदमाशों ने लाठी-डंडों से पीटकर छीनी सोने की चेन और नकदी, FIR दर्ज
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/a-youth-going-to-buy-fertilizer-in-itaunja-was-robbed-134426899.html

लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक युवक के साथ लूटपाट की वारदात सामने आई है। हरदा चौराहे के पास खाद लेने जा रहे युवक को कुछ बदमाशों ने लाठी-डंडों से पीटकर उससे सोने की चेन और नकदी लूट ली। लोहे की रॉड से हमला कर दिया पीड़ित सरवन (20) ने बताया कि वह अपने गांव अकड़रिया कलां से खाद खरीदने के लिए हरदा चौराहे जा रहा था। इसी दौरान अकड़रिया खुर्द के बउआ (महेश का पुत्र), सतेंद्र और कुछ अन्य अज्ञात लोगों ने उसे रोका। आरोपियों ने पहले गाली-गलौज की और फिर लाठी-डंडों व लोहे की रॉड से हमला कर दिया। हमले में सरवन गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी मौके से फरार हो गए बदमाशों ने घायल सरवन के गले से सोने की चेन और जेब में रखे 5 हजार रुपए छीन लिए। इसके बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने गुरुवार दोपहर को इटौंजा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने सरवन का मेडिकल परीक्षण कराया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार, नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।
लखनऊ में वंदन हे रघुनंदन में साहित्य-संस्कृति का संगम:तीन किताबों का विमोचन हुआ, कवियों को सम्मान मिला
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/a-confluence-of-literature-and-culture-in-lucknows-vandan-he-raghunandan-134427200.html

लखनऊ के गोमतीनगर स्थित भागीदारी भवन में समाजित एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा 'वंदन हे रघुनंदन' कार्यक्रम में साहित्य और संस्कृति का संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने भगवान राम का जीवन बेहद साधारण और मानव जैसा था, भले ही वह राजकुल में जन्मे थे। यह हमारे समाज को सबसे बड़ी सीख देता है,हमारे समाज को भगवान राम ने संस्कार दिया है,जिस पर हम आज भी जी रहे हैं।उन्होंने आगे कहा कि तुलसीदास ने अकबर द्वारा दिए गए राजशाही पद को स्वीकार नहीं किया था, क्योंकि उनका उद्देश्य समाज की भलाई था। आज भी हर घर में रामचरितमानस पाई जाती है, और यह हमारे समाज के लिए आईपीसी, सीआरपीसी, और सिविल प्रक्रिया संहिता और मार्गदर्शक ग्रंथ है। ब्रिजेश पाठक ने कवि और लेखक समाज की सच्चाइयों को उठाने की बात की। उन्होंने कहा कि यह संसार अस्थायी है, लेकिन समाज और राष्ट्र स्थायी है। उन्होंने कहा यह पुस्तकें सर्वोच्च शिखर तक पहुंचें। तीन किताबों का विमोचन किया गया कार्यक्रम में तीन महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन किया गया। प्रमुख पुस्तक 'वंदन हे रघुनंदन' में 51 साहित्यकारों की रचनाएं संकलित हैं। कमल किशोर भावुक की समीक्षा पुस्तक 'सिर उठाए शब्द' और कुलदीप कलश की काव्य रचनाओं का संग्रह 'दूर जाना है मुझे' का भी विमोचन हुआ। इन लोगों को सम्मानित किया गया साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. अशोक अज्ञानी और डॉ. सर्वेश त्रिपाठी को 'पंडित बैजनाथ तिवारी स्मृति सम्मान-2025' से नवाजा गया। कुलदीप कलश को राज्य सरकार के प्रतिष्ठित 'शिव मंगल सिंह सुमन पुरस्कार' से सम्मानित कर एक लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। कार्यक्रम का समापन कवि सम्मेलन के साथ हुआ कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध कवयित्री सुफलता त्रिपाठी के गायन से हुई। गायक किशोर चतुर्वेदी ने काव्य संकलन से गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का समापन एक भव्य कवि सम्मेलन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन कुलदीप कलश ने किया और आभार ज्ञापन श्रेय श्याम श्रीवास्तव ने किया।
लखनऊ में टेक फेस्ट 4.0 का आयोजन:रोबोटिक्स और AI तक की प्रदर्शनी, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने टिप्स दिए
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/tech-fest-40-organized-in-lucknow-134427288.html

लखनऊ के नेशनल पीजी कॉलेज में कंप्यूटर साइंस विभाग द्वारा आयोजित 'टेक फेस्ट 4.0' में तकनीकी प्रतिभा देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसमें कॉलेज के प्राचार्य प्रो. देवेंद्र कुमार सिंह समेत कई विभागों के प्रमुखों ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ तरुण टंडन, बिरला विद्या मंदिर नैनीताल के प्राचार्य अनिल कुमार शर्मा और वित्त प्रबंधक श संजय गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। टंडन ने डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा के महत्व पर विशेष जानकारी साझा की। छात्रों ने साइबर अपराध और सुरक्षा पर नाटक किया कार्यक्रम में छात्रों ने कई प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाई। साइबर शो में छात्रों ने साइबर अपराध और सुरक्षा पर आधारित नाटक किया। कोडगोल्फ प्रतियोगिता में कोडिंग कौशल का प्रदर्शन हुआ। आर्टबर्स्ट पोस्टर प्रतियोगिता में तकनीकी विषयों पर कलात्मक प्रस्तुतियां दी गईं। AI आधारित छवि जनरेशन और मीम निर्माण प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। 7 फरवरी को गेमिंग प्रतियोगिता का आयोजन प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा विकसित स्वचालित डस्टबिन, 2-व्हील बैलेंसिंग रोबोट और साउंड रिएक्टिव एलईडी सिस्टम जैसे नवीन आविष्कार दिखाया गया। आगामी 7 फरवरी को 'एक्सपो रिनेसां' में छात्रों के प्रोटोटाइप का प्रदर्शन और BGMI गेमिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस तरह टेक फेस्ट ने छात्रों को तकनीकी नवाचार की दिशा में प्रेरित किया।
सीमैप में अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन का समापन:औषधीय पौधों पर थाईलैंड, फ्रांस समेत कई देशों के विशेषज्ञों ने विचार रखे
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/international-scientific-conference-concludes-at-cimap-134427325.html

लखनऊ स्थित सी.एस.आई.आर-सीमैप में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 'आई.ओ.आर.ए-ए.एम.ए.आर 2025' का सफल समापन हुआ। सम्मेलन में औषधीय पौधों और उनके रिसर्च पर गहन चर्चा की गई। सी.एस.आई.आर-एन.बी.आर.आई के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शासनी ने उद्घाटन करते हुए औषधीय पौधों की आत्मरक्षा क्षमता के बारे में जानकारी दी। थाईलैंड से आए प्रो. नथिसुवन ने हर्बल उत्पादों के पारिस्थितिकी तंत्र और हड़जोड़ व जिम्नेमा पौधों के स्वास्थ्य लाभ पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। जैव विविधता संरक्षण का महत्व समझाया फ्रांस की वैज्ञानिक डॉ. माया कैसरी ने एलो मैक्रा के माध्यम से जैव विविधता संरक्षण का महत्व समझाया। भारथिअर विश्वविद्यालय के डॉ. आर. सतीश कुमार ने साल्विया ऑफिसिनियालिस के मेटाबोलिक इंजीनियरिंग पर शोध प्रस्तुत किया। विजेताओं को सम्मानित किया गया समापन समारोह में पोस्टर प्रतियोगिता और फ्लैश टॉक के विजेताओं को सम्मानित किया गया। आई.ओ.आर.ए के निदेशक डॉ. मोहम्मद रजा संजाबी ने इस आयोजन को शोधकर्ताओं के लिए अनूठा मंच बताया। सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने कहा कि यह सम्मेलन भविष्य में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा। उन्होंने सभी देशों से भविष्य में और अधिक भागीदारी की अपेक्षा जताई।
गोरखपुर में जमीन जालसाजी का आरोपी गिरफ्तार:बैंकाक से लौटते ही कोलकाता एयरपोर्ट पर पकड़ाया, कोर्ट ने भेजा जेल
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gorakhpur/news/accused-of-land-fraud-arrested-in-gorakhpur-134426901.html

गोरखपुर में जमीन जालसाजी के मामले में वांछित रामबेलास गुप्ता को कोलकाता एयरपोर्ट पर गिरफ्तार करने के बाद पिपराइच पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। सात महीने पहले मुकदमा दर्ज होने के बाद वह बैंकाक भाग गया था। पुलिस की रिपोर्ट पर SSP ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित कर लुक आउट नोटिस जारी किया था, जिसके चलते उसे एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया। ऐसे हुआ खुलासा आराजी चौरी गांव के पूर्व ग्राम प्रधान चंद्र प्रताप सिंह ने 9 जून 2024 को दिव्यनगर महादेव झारखंडी के रहने वाले रविकेश गुप्ता, रामबेलास गुप्ता और बांसगांव के रहने वाले हरेंद्र के खिलाफ जालसाजी और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर 22 डिस्मिल जमीन का बैनामा करा लिया। बैंकाक से लौटते ही पकड़ाया SP नार्थ जितेंद्र कुमार के मुताबिक, रामबेलास गुप्ता मुकदमा दर्ज होने के बाद बैंकाक भाग गया था। लुक आउट नोटिस जारी होने की वजह से जैसे ही वह भारत लौटा, कोलकाता एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। पिपराइच पुलिस ने बंगाल के 24 परगना कोर्ट में पेशी के बाद उसे अभिरक्षा में लेकर गोरखपुर लाया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
लखनऊ में कलाकार नेहा दुआ की एकल प्रदर्शनी का आयोजन:मानवी भावनाओं को दिखाया, कला प्रेमियों ने सराहना की
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/solo-exhibition-of-artist-neha-dua-organized-in-lucknow-134427446.html

लखनऊ के अलीगंज स्थित कला स्रोत आर्ट गैलरी में कलाकार नेहा दुआ द्वारा आयोजित 'स्मारपन' एकल कला प्रदर्शनी ने कला प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया। प्रदर्शनी का मुख्य विषय मानव की आंतरिक दुनिया और आँखों के माध्यम से व्यक्त होने वाली भावनाओं को कैनवास पर उतारना था। कलाकार ने अपनी कलाकृतियों में बचपन की यादों से लेकर वयस्क जीवन की इच्छाओं तक के विभिन्न मानवीय अनुभवों को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया। विशेष रूप से आँखों को केंद्र में रखकर बनाई गई पेंटिंग्स में भावनाओं की गहराई को महसूस किया जा सकता है, क्योंकि आँखें मानवीय भावनाओं का सबसे सशक्त माध्यम मानी जाती हैं। अतिथियों ने कलाकार के प्रयास की प्रशंसा की प्रदर्शनी में राजीव अरोड़ा, भोला नाथ दुआ, रोहित, प्रिंस कटारिया, मोहम्मद इसाक, मोहम्मद शकील, राजेंद्र मिश्रा और प्रो. राकेश चंद्रा जैसी प्रमुख हस्तियों ने शिरकत की। सभी अतिथियों ने कलाकार के अभिनव प्रयास और उनकी कलात्मक प्रतिभा की प्रशंसा की। प्रदर्शनी ने दर्शाया कि कैसे कला के माध्यम से मानवीय भावनाओं की अभिव्यक्ति को सार्थक रूप से प्रस्तुत किया जा सकता है।
लखनऊ में तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का आगाज:कला-विज्ञान का संगम, पद्मश्री प्रो. एचसी वर्मा ने उद्घाटन किया
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/three-day-cultural-festival-begins-in-lucknow-134427467.html

लखनऊ के श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव 'अनुभूति 2025' का भव्य आगाज हुआ। प्रख्यात भौतिक विज्ञानी और पद्मश्री से सम्मानित प्रो. एचसी वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय के चांसलर इंजीनियर पंकज अग्रवाल, प्रो-चांसलर इंजीनियर पूजा अग्रवाल और वाइस चांसलर प्रो. विकास मिश्रा की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पहले दिन के कार्यक्रम में संगीत, डांस और रंगमंच का शानदार समावेश देखने को मिला। एक्सप्रेशन क्लब ने 'सेवेन डेडली सिंस' नाटक के माध्यम से मानव जीवन के सात महापापों को प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि प्रो. वर्मा ने छात्रों से संवाद के दौरान प्रकृति संरक्षण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया। बीट दी बीट डांस क्लब ने पाश्चात्य और शास्त्रीय नृत्य का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में कई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यक्रम में ऑफ-स्टेज गतिविधियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें निबंध लेखन, तत्काल कविता, क्यूबिक्स, हैकेथॉन और रोबोटिक्स प्रतियोगिताएं शामिल थीं। विजेताओं में पिच फेस्ट में फ्लो माई, बीट दी बीट में हांस कतब की टीम और नाटक श्रेणी में डायमंड टीम ने पुरस्कार जीते। निबंध लेखन में मोनिका यादव, एक्सटेम्पोर में आर्यन बादव और कविता में प्रज्ञा ने बाजी मारी। ये लोग शामिल हुए कार्यक्रम की सफलता में कमेटी इंचार्ज अंजती सिंह, समीक्षा पाण्डेय, डॉ. विपिन श्रीवास्तव, डॉ. शशांक सिंह, डॉ. मंजू पाण्डेय और डॉ. अमित कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा। शैक्षणिक सलाहकार आरुषी अग्रवाल, रजिस्ट्रार डॉ. नीरजा जिन्दत समेत कई संस्थानों के डीन, निदेशक और बड़ी संख्या में छात्र कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
आजमगढ़ में सड़क दुर्घटना में युवक की मौत:इलाज के दौरान तोड़ा दम, लघुशंका करके लौटते समय हुआ हादसा
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/azamgarh/news/a-young-man-died-in-a-road-accident-in-azamgarh-road-134427918.html

आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में दाऊदपुर गांव के सामने सडक पार कर रहे युवक को अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में युवक गम्भीर रुप से घायल हो गया। ग्रामीणों की मदद से गम्भीर रुप से घायल युवक को चार पहिया वाहन से इलाज के लिए आजमगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान पप्पू यादव 32 पुत्र राजेंद्र यादव के रूप में हुई है। सड़क पर टहलते समय हुआ हादसा आजमगढ़ के जीयनपुर के रहने वाले पप्पू यादव खाना खाकर सड़क पर टहलते थे। इसी दौरान सड़क पार करके लघुशंका करने जा रहे थे। इसी दौरान आजमगढ़ की तरफ से आ रहे अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें पप्पू यादव बुरी तरह से घायल हो गए। घटना की सूचना सडक पर टहल रहे गांव के लोगों ने परिवार के लोगों को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने चार पहिया वाहन से घायल युवक को लेकर जिला अस्पताल आजमगढ़ ले गए। जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। मामले की सूचना पाकर जीयनपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने डेड बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। वहीं मामले की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। मृतक चार भाइयों में सबसे बड़ा था। जिसकी अभी शादी नही हुई थी। घर पर रहकर मेहनत मजदूरी करता था। जीयनपुर कोतवाली में छोटे भाई विजय प्रताप यादव की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई।
लखनऊ में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट का व्हाट्सअप हैक:परिचितों को मैसेज जाने पर हुआ खुलासा, जांच में जुटी पुलिस
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/chief-judicial-magistrates-whatsapp-hacked-in-lucknow-134428442.html

लखनऊ में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट का व्हाट्सएप अज्ञात शख्स ने हैक कर लिया। उनके मोबाइल से लोगों को गलत मैसेज जाने पर मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद उन्होंने वजीरगंज थाने में बुधवार देर शाम रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वजीरगंज निवासी ऋषिकेश पांडेय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हैं। ऋषिकेश ने बताया कि किसी अज्ञात शख्स ने उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया है। उनके व्हाट्सअप के जरिए परिचितों को मैसेज भेजे जा रहे हैं। कई जगहों से कॉल आने पर घटना की जानकारी हुई। पीड़ित ने आशंका जताई है व्हाट्सअप के जरिए कोई अपराधिक काम किया जा सकता है। जिसकी सतर्कता को लेकर अज्ञात शख्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी दिनेश मिश्र ने बताया कि आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर मामले में जांच की जा रही है।
इंडस्ट्रियल एरिया में प्लाटिंग पर उद्यमियों ने उठाया सवाल:मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक में जीडीए ने कहा; लेआउट पर लगा दी है रोक
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gorakhpur/news/entrepreneurs-raised-questions-on-plotting-in-industrial-area-134429265.html

मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक में चैंबर आफ इंडस्ट्रीज ने इंडस्ट्रियल एरिया में औद्योगिक इकाइयों के बीच आवासीय प्लाटिंग का मुद्दा उठाया। उद्यमियों ने कहा कि फर्टिलाइजर जैसे रेड श्रेणी के उद्योग के पास आवासीय प्लाटिंग कैसे हो रही है? क्या फर्टिलाइजर को कहीं शिफ्ट करने की तैयारी है? प्लाटिंग के बारे में पूछे जाने पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित सहायक अभियंता राजबहादुर सिंह ने बताया कि जमीन आवासीय हो चुकी है। लेकिन लेआउट पर रोक लगा दी गई है।
उद्यमियों ने विकास नगर बरगदवा बुद्ध आटा मिल एवं पूजा फ्लोर मिल के बीच प्लाटिंग पर सवाल उठाया था। बैठक की अध्यक्षता कर रहे कमिश्नर अनिल ढींगरा ने बताया कि इस मामले में जीडीए उपाध्यक्ष से बात की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता पर सुना जाए और समय से उनका निस्तारण किया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। चैंबर ने उठाए सवाल
चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आरएन सिंह एवं महासचिव भोला जायसवाल ने बैठक में कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 2019 में जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष अमित बंसल की अध्यक्षता में गठित 7 सदस्यीय समिति ने फर्टिलाइजर को रेड श्रेणी एवं अत्यधिक प्रदूषण वाली सूची में रखा था। इसे औद्योगिक श्रेणी में बनाए रखना उचित होगा। उद्यमियों ने कहा कि रिपोर्ट के विपरीत जाकर भू उपयोग कैसे परिवर्तित कर दिया गया। चैंबर इस मामले में मुख्यमंत्री से भी मिलने की तैयारी कर रहा है।
उठाया गया रखरखाव शुल्क बढ़ाने का मामला
लघु उद्योग भारती के मंडल अध्यक्ष दीपक कारीवाल ने इस वर्ष फिर रखरखाव शुल्क बढ़ाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले साल 10 प्रतिशत शुल्क बढ़ाया गया था। शुल्क वृद्धि की जानकारी किसी को नहीं दी गई। हर साल वृद्धि करना अनुचित है। गीडा सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि उनकी ओर से ऐसा कोई आदेश पारित नहीं है। वह मामले को दिखाएंगी। दीपक कारीवाल ने गीडा बोर्ड के मिनट्स उपलब्ध कराने की अपील की। कमिश्नर ने कहा कि इसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। दीपक ने कहा कि गीडा बोर्ड की बैठक में कम से कम 2 उद्यमियों को शामिल किया जाए। भले ही वे विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में हों। कमिश्नर ने गीडा सीईओ को इस मामले में शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
उद्यमियों की समस्याओ का समय से हो निस्तारण
कमिश्नर ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं का समय से व गुणवत्तापरक निस्तारण किया जाए। बैठक में कामन एन्फ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) का मुद्दा भी उठा। सीईओ की ओर से बताया गया कि इस मामले में दोबारा टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। कमिश्नर ने औद्योगिक आस्थान, औद्योगिक क्षेत्र, लच्छीपुर एवं औद्योगिक क्षेत्र विकास नगर में विद्युत तारों को अंडरग्राउंड करने के संबंध विद्युत विभाग को तत्काल प्रभाव से कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने रोजगारपरक योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कहा कि लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा किया जाए।
नोएडा में दो बच्चों की मॉ से 1.26 करोड़ ठगे:मेट्रोमोनियल साइट पर स्कॉटलैंड से आरोपी ने की दोस्ती, ट्रीटमेंट, टिकट के नाम पर लिए पैसे
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साइबर ठगों ने सेक्टर 119 स्थित अलडेको सोसायटी की विधवा व दो बच्चों की मां से 1.26 करोड़ रुपए ठग लिए। ठग ने खुद को विधुर बताते हुए शादी करने और जायदाद नाम करने के बहाने पीड़िता को ठगा। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
अलडेको की रुचिका कौर ने बताया कि जुलाई 2023 में मेट्रोमोनियल साइट के जरिए वह यूके स्कॉटलैंड के कृष्ण विराज के नाम एक व्यक्ति के संपर्क में आई। कृष्ण विराज की प्रोफाइल रुचिका कौर से मैच खाती थी। यानी रुचिका के दो बच्चे है और विराज के भी दो बच्चे है। वसीयत में हिस्सेदारी बताकर जीता विश्वास
सोशल मीडिया पर दोनों की बातचीत होती रही। इस दौरान विराज ने रुचिका के बच्चों को पिता बताते हुए और रिश्ता गहरा कर लिया। साथ में वसीयत में हिस्सेदारी और बैंक नॉमिनी बनाते हुए विश्वास जीत लिया। 2023 में ही उसने बताया कि वो अपने एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में कोलंबो श्रीलंका आया है। वहां उसके सारे दस्तावेज खो गए। उसने बताया कि वो यहां एंजियोप्लास्टी कराने आया था। उसने कहा कि जो भी खर्चा आएगा उसका डबल में दूंगा। एक बार मेरी हेल्प कर दो। बातों में आकर दिसंबर 2023 से अक्टूबर 2024 तक 1.26 करोड़ रुपए मेडिसन से लेकर यूके वापस जाने तक की आर्थिक मदद की। दिसंबर 2024 में बताया कस्टम ने पकड़ा
उसने वायदा किया दिसंबर-2024 को अपने बच्चों के साथ भारत आएगा और हमसे मिलेगा।बातचीत का सिलसिला चलता रहा। एक दिन फिर फोन आया और बताया कि एयरपोर्ट में कस्टम अधिकारियों ने 20 लाख पाउंड कैश के साथ पकड़ लिया है। और पैसों की डिमांड की जा रही है। यदि पैसा नहीं दिया तो ये लोग मुझे मनि लॉर्डिंग केस में फंसा देंगे। उसने और पैसों की डिमांड की। बार बार पैसों की डिमांड करने पर ठगी का एहसास हुआ। पीड़िता ने थाना सेक्टर-36 पुलिस से शिकायत की। साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुकुल अग्रवाल बने मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक:1993 में ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में की थी शुरुआत
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/mathura/news/mukul-agarwal-became-the-executive-director-of-mathura-refinery-134426783.html

मुकुल अग्रवाल ने मथुरा रिफाइनरी के नए कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख का कार्यभार ग्रहण कर लिया है .जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नैनीताल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त मुकुल अग्रवाल ने वर्ष 1993 में इंडियन ऑयल की मथुरा रिफाइनरी में ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत की थी। कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट के विशेषज्ञ है मुकुल अग्रवाल
तेल एवं गैस उद्योग में तीन दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, उन्होंने संचालन, रिफाइनिंग, तकनीकी उन्नयन, प्रक्रिया नवाचार और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह रिफाइनरियों में संचालित कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट के विशेषज्ञ भी हैं। मुकुल अग्रवाल को मथुरा, गुजरात और पानीपत रिफाइनरियों में काम करने का अनुभव है। मथुरा रिफाइनरी में 2009 तक के कार्यकाल के दौरान उनके योगदानों में रिफाइनरी की क्षमता 6 एम.एम.टी.पी.ए से बढ़ाकर 8 एम.एम.टी.पी.ए करना और पावर प्लांट, डी.एच.डी.एस, डी.एच.डी.टी, गैस टर्बाइन और ए.वी.यू के पुनरुद्धार सहित विभिन्न इकाइयों की कमीशनिंग शामिल है। गुजरात रिफाइनरी में 2009 से 2020 तक अपने कार्यकाल के दौरान मुकुल अग्रवाल ने रेजिड अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया। नए गैस टर्बाइन चालू किए और विश्वसनीयता बढ़ाने वाली परियोजनाओं का हिस्सा रहे। मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले मुकुल अग्रवाल पानीपत रिफाइनरी में मुख्य महाप्रबंधक (पी.एंड.यू और इंस्ट्रूमेंटेशन) की जिम्मेदारियां संभाल रहे थे और बीएस VI यूनिटों की कमीशनिंग की मेगा परियोजना का हिस्सा थे। अजय कुमार तिवारी के स्थान पर मुकुल अग्रवाल ने संभाली जिम्मेदारी
मुकुल अग्रवाल ने कोविड के समय के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति, 2जी-3जी इथेनॉल परियोजना और पी 25 क्षमता विस्तार परियोजना के लिए अपनी विशेषज्ञता दी। इलेक्ट्रिकल क्षेत्र के महारथी मुकुल अग्रवाल ने गुजरात और पानीपत दोनों रिफाइनरियों में 220 केवी ग्रिड पावर परियोजनाओं का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया हैl मुकुल अग्रवाल अपनी अत्याधुनिक तकनीकी दक्षता, विद्युत विश्वसनीयता टास्क फोर्स गठन एवं अनुपालन तथा संपूर्ण परियोजना प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं। निगम के लक्ष्यों पर ध्यान देने वाले जन प्रिय व्यक्तित्व के मालिक, वे एक सच्चे प्रेरक हैं तथा अपनी टीम की ताकत हैं।
मुकुल अग्रवाल ने अजय कुमार तिवारी का स्थान लिया है। जिन्हें कार्यकारी निदेशक (अन्वेषण एवं योजना), बिजनेस डेवल्पमेंट, कॉर्पोरेट कार्यालय, दिल्ली के पद पर स्थानांतरित किया गया है।
महाकुंभ में दुनिया का सबसे बड़ा सफाई अभियान:1.50 लाख टॉयलेट, 4 लाख से ज्यादा डस्टबिन, रात भर होती है सफाई
https://www.bhaskar.com/mahakumbh/news/mahakumbh-mela-2025-waste-management-toilets-urinals-prayagraj-134429561.html

महाकुंभ सिर्फ उत्सव नहीं, बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। संगम किनारे एक अस्थाई शहर बसाना और उसको नियमित तौर पर साफ रखना आसान नहीं। ऐसे में, यह सबसे जरूरी हो जाता है कि जो लोग इस मेले में आते हैं, उनको साफ-सुथरा वातावरण और रहने की जगह दी जाए। दूसरी तरफ यह चुनौती भी है कि लगातार लाखों-करोड़ों लोगों के आने-जाने और रहने के बीच स्वच्छता बनाए रखना। महाकुंभ में इस चुनौती से कैसे निपटा जा रहा है? 4000 हेक्टेयर में फैले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में रोज 600 मीट्रिक टन कचरा निकल रहा है। इस रिपोर्ट में पढ़िए- स्वच्छता के लिए क्या उपाय किए गए हैं? साफ-सफाई के क्या मापदंड अपनाए जा रहे? स्वच्छता को लेकर की गई तैयारियों पर नजर
महाकुंभ में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। जाहिर है जहां लोगों की इतनी बड़ी हलचल होगी, वहां गंदगी भी फैलेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में 1.50 लाख टॉयलेट, 4 लाख से ज्यादा डस्टबिन हैं। जिनकी साफ-सफाई के लिए सफाईकर्मियों की 800 टीमें बनाई गई हैं। यह सबसे बड़ा सफाई अभियान है। एक टीम में 12 लोग हैं। एक मेट होता है, जो ग्रुप के लीडर की तरह काम करता है। उसके साथ एक महिला मेट होती है। बाकी 10 सफाईकर्मी होते हैं। एक तिहाई कर्मचारियों की ड्यूटी रात में लगाई गई है। यह शिफ्ट रात 8 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक की रहती है। संगम, ऐरावत, नाग वासुकी और अरैल जैसे क्षेत्रों में एक चुनौती यह भी है कि इतने ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने के समय सफाई और मुश्किल हो जाती है। ऐसे में, प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रात में सफाईकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी है, क्योंकि उस समय भीड़ थोड़ी कम होती है। इससे सड़कों की सफाई करना आसान हो जाता है। साफ-सफाई के लिए नगर निगम से 100-150 सफाईकर्मी जोड़े गए हैं। साथ ही नगर विकास विभाग से 6 एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (ईओ) की ड्यूटी संगम नोज पर लगाई गई है। स्ट्रीट स्वीपिंग और लाइनर बैग्स चेंज करने का काम ज्यादातर रात में ही किया जाता है। पूरे मेले को 25 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर में कुछ सर्कल होते हैं, जिनको सर्कल इंचार्ज संभालते हैं। ऐसे की जा रही संगम नोज की सफाई
संगम नोज श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है। यह सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला इलाका है। जब लोग वहां स्नान के लिए जाते हैं, तो अपने कपड़े और बाकी सामान वहीं घाट पर ‘दान’ के रूप में छोड़ कर चले जाते हैं। ऐसे में नगर विकास विभाग के 6 ईओ सुपरवाइजर की तरह काम करते हैं। वह सफाईकर्मियों के काम को मॉनिटर करते हैं। घाट पर सफाई के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) बनाई गई हैं। ट्राई स्किमर भी चलाए जा रहे हैं। नाव और चलनी के माध्यम से भी साफ-सफाई को बढ़ावा दिया जा रहा है। कचरा साफ करने में आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल
महाकुंभ में हर रोज करीब 600 मीट्रिक टन कूड़ा निकल रहा है। इसे हटाने और साफ करने के लिए कई मशीनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें कॉम्पैक्टर्स, टिप्पर्स, डीसीएम, ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे वाहनों का इस्तेमाल हो रहा है। 120 टिप्पर और 40 कॉम्पैक्टर इस काम में लगाए गए हैं। सफाईकर्मी कूड़े को लाइनर बैग्स से निकाल कर टिप्पर में डालते हैं। वहां से यह कॉम्पैक्टर में शिफ्ट किया जाता है। फिर इसको नैनी के बसवार में सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट पर भेज दिया जाता है। लाइनर बैग्स पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल यानी वातावरण में घुल-मिल जाने वाले हैं। सफाईकर्मियों का बीमा, रहने की व्यवस्था
सफाईकर्मियों के रहने की व्यवस्था के साथ अलग-अलग तरह के बीमा भी दिए गए हैं। उनके बच्चों के लिए आंगनबाड़ी स्कूलों की सुविधा दी गई है। साथ ही चिकित्सा के भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। इन कर्मचारियों को एक किट भी दी गई है। जिसमें कपड़े, जूते, टोपी, सफाई के उपकरण हैं। एक सफाईकर्मी के जिम्मे 10 बाथरूम की सफाई
मेले में सभी वॉशरूम से जितना भी अपशिष्ट (गंदगी) निकलता है, उसे मशीन (सक्शन मशीन) के जरिए बाहर निकाल कर एसटीपी प्लांट में डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इस बार इसमें एटॉमिक भाभा सेंटर प्रशासन ने 65 सक्शन वाहन हायर किए हैं या रेंट पर लिए हैं। जो भी वेंडर्स बाथरूम लगा रहे हैं, उनके ऊपर हर 10 बाथरूम पर 1 सफाईकर्मी लगाने की जिम्मेदारी है। 1500 गंगा दूत कर रहे मॉनिटरिंग
टॉयलेट्स की आईसीटी बेस्ड मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमें एक ऐप है, जिसके जरिए गंगा सेवा दूत सुबह और शाम जाते हैं और मोबाइल से मॉनिटर करते हैं कि टॉयलेट साफ है या नहीं। 1500 गंगा सेवा दूत लगाए गए हैं जो इस मेले में वॉलंटियर हैं। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... सबसे बड़ा पंडाल अवधेशानंद गिरि जी का, बंगाल के 1 हजार कारीगरों ने तैयार किया; महाकुंभ मेले के 8 भव्य आश्रम महाकुंभ में 13 अखाड़ों, चारों शंकराचार्य, महामंडलेश्वर और कथावाचक से लेकर संत-महात्मा मौजूद हैं। 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पूरे मेले के दौरान संगम में डुबकी लगाएंगे और बाबाओं से आशीर्वाद लेंगे। मेले में संत-महात्माओं के बड़े-बड़े शिविर लगे हैं। इनकी सजावट राम मंदिर, केदारनाथ से लेकर फाइटर जेट तेजस के तर्ज पर की गई है। पढ़ें पूरी खबर...
महाकुंभ में किन्नर महामंडलेश्वर का जटा पार्लर:8 हजार से 1.65 लाख तक में आर्टिफिशियल जटा, यहीं सजी थीं हर्षा रिछारिया
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महाकुंभ में वसंत पंचमी के अमृत स्नान से एक तस्वीर सामने आई। साड़ी पहनकर स्नान करती हुई एक जटाधारी की। डुबकी लगाने के बाद बालों को हवा में लहराते हुई इस तस्वीर को देख लोगों ने कहा- शिव जैसी जटाएं हैं, तो किसी ने कहा- मां काली जैसी। लेकिन ये जटाधारी कौन थीं? यह कोई नहीं जानता। दैनिक भास्कर ने महाकुंभ नगर में यह तलाश पूरी की, तो एक नई कहानी सामने आई। इसका नायक और नायिका दोनों एक ही शख्स है, जिसका नाम है- एलिजा बाई राठौर। इंदौर की एलिजा बाई देश की पहली ऐसी किन्नर हैं, जो पेशेवर ड्रेडलॉक आर्टिस्ट हैं। संगम नगरी में उनका जटा पार्लर है, जहां अब तक अनगिनत साधु-संत अपनी जटा संवार चुके हैं। इसके अलावा कई युवाओं ने आर्टिफिशियल जटाएं भी यहां धारण की हैं। एलिजा बाई बताती हैं- हर्षा रिछारिया जैसे तमाम चर्चित चेहरों ने आर्टिफिशियल जटाएं लगवाई हैं। हर्षा ने हाल ही में मेरे पार्लर में अपनी जटाओं का ट्रीटमेंट करवाया है। आर्टिफिशियल जटा लगवाने के लिए यूथ सबसे ज्यादा आ रहे हैं। चलिए, विस्तार से जानते हैं एलिजा बाई और उनके जटा पार्लर के बारे में.... किन्नर अखाड़े से जुड़ीं, महामंडलेश्वर बनाई गईं
सबसे पहले बात की जाए एलिजा बाई की, तो महाकुंभ से पहले वह किन्नर अखाड़े से जुड़ी थीं। इस बार अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीपति त्रिपाठी ने पटका पहनाया। अब वह महामंडलेश्वर बन गई हैं। खुद का पिंडदान समेत कई कर्मकांड करने के बाद एलिजा बाई को नया नाम- स्वामी सती नंद गिरी मिला है। जौनपुर में पैतृक गांव, डिप्रेशन के चलते छोड़ा मुंबई
यूपी के जौनपुर की मूल निवासी एलिजा मायानगरी मुंबई से पढ़ी हैं। उनके पिता मिडिल क्लास व्यापारी और मां हाउस वाइफ हैं। एलिजा बताती हैं- मेरा जीवन कभी भी सामान्य नहीं रहा। थर्ड जेंडर होने के कारण मैंने बहुत कठिनाई झेली, लेकिन हौसला कम नहीं होने दिया। वैसे अपने पैतृक गांव सिर्फ एक बार ही गई हूं। पढ़ाई में ठीक थी, इसलिए कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में पढ़ी। मुंबई में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया। एलिजा बताती हैं- कंपनी में मुझे अच्छा पैकेज मिल रहा था, लेकिन थर्ड जेंडर होने के चलते मुझे लोगों के खराब कमेंट का सामना करना पड़ा। मैं डिप्रेशन में चली गई। इसके बाद मैंने नौकरी छोड़ दी और उज्जैन चली आई। महाकाल से मिली प्रेरणा, किन्नर अखाड़े से जुड़ीं
नौकरी छोड़ने के बाद एलिजा ने महाकाल उज्जैन की शरण ली। यहां उनकी मुलाकात किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से हुई। गुरु दीक्षा के बाद एलिजा किन्नर अखाड़े का हिस्सा बन गईं। जटा पार्लर खोलने का विचार कैसे आया?
एलिजा बाई बताती हैं- मैं कई मंदिरों में गई, वाराणसी के घाटों में गई। कई साधु-संतों से मिली। मैंने देखा कि कई साधु-संतों की जटा बढ़ी है, लेकिन उनका मेंटेनेंस नहीं है। साधु-संत अपनी जटाओं को काले धागे से बांधते हैं। किसी तरह अपनी तपस्या को पूरा करते हैं। जटा लगाना आम आदमी के बस की बात नहीं है। बस यहीं से विचार आगे बढ़े और यही मेरे करियर का हिस्सा बना। इंदौर में एकेडमी बनाई, धीरे-धीरे फेमस होने लगीं एलिजा बाई
एलिजा बाई बताती हैं- 10 साल पहले मैंने फ्रांस के एक ड्रेडलॉक ट्रेनर से ट्रेनिंग ली। इसके बाद सर्टिफाइड हुए। 2 साल मैंने फ्रीलांसिंग किया। मैंने खुद की ओरिजिनल बालों पर एक्सटेंशन लगाकर प्रयोग किए। इसके बाद मैंने उज्जैन में अपनी एकेडमी खोली। यह देश की पहली ड्रेडलॉक एकेडमी है। 2018 में हमने इसे ऑफिशियल किया। हमारे पास अब अच्छी संख्या में स्टूडेंट्स जटा संवारने, आर्टिफिशियल जटा लगाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं। हमारे पास साधु-संत आते हैं, हम उनकी जटाओं को संवारते हैं। एलिजा बताती हैं- आर्टिफिशियल जटा लगवाने के चलते मुझे बहुत लोग जानने लगे। मेरी जटाएं ओरिजनल हैं, जो 6 फीट की हैं। धीरे-धीरे मेरी फैन फॉलोइंग बढ़ी। महाकुंभ में बेंगलुरु और हैदराबाद जैसी सिटी से लोग आए। साधु-संतों की जटाएं ओरिजिनल होती हैं, वह इसे संवारने के लिए हमारे जटा पार्लर में आते हैं। ऐसी महिलाएं भी आती हैं, जिनके बालों की डेंसिटी खराब है। 8 हजार से 1.65 लाख रुपए तक का पैकेज
एलिजा बताती हैं- जटा पार्लर में क्वालिटी के अनुसार पैसे लगते हैं। नकली जटाएं बनवाने में 8 हजार से डेढ़ लाख रुपए तक खर्च होते हैं। इनको तैयार करने में कैनाकुलर का इस्तेमाल होता है, जो काफी महंगा होता है। खास तकनीक का इस्तेमाल कर इसे जटा का स्वरूप दिया जाता है। एक बार जटा बनने के बाद इनको दोबारा
खोलने में भी मेहनत करनी पड़ती है। 4 से लेकर 17 फीट तक लंबी जटाएं बनवाई जा सकती हैं। लंबाई के हिसाब से ही पैसे भी लगते हैं। युवा साधु भी अपनी जटाएं बनवाने के लिए इसका सहारा लेते हैं। किन्नर अखाड़े में भी इसी तकनीक के सहारे कई लोगों ने अपनी जटाएं बनवाई हैं। 1.65 लाख के पैकेज में 16-16 फीट की जटाएं लगाई जाती हैं। इसका प्रॉपर ट्रीटमेंट भी होता है। जटाओं के लिए हेयर मैन्युफेक्चरिंग
एलिजा बताती हैं- ड्रेडलॉक यानी जटाओं के लिए फ्रांस, जापान जैसे देशों में हेयर मैन्युफैक्चरिंग होती है। ओरिजिनल बालों के अलावा फाइबर हेयर भी होते हैं। ड्रेडलॉक के लिए सिर पर बाल होने जरूरी होते हैं। इन्हीं बालों से जोड़कर जटाएं बनाई जाती हैं। एलिजा ने कहा- विदेशों में ड्रेडलॉक फैशन है। अपने यहां यूथ में इसका चलन है। मैंने बॉलीवुड के लिए भी जटा सुधारने-संवारने का काम किया है। मुझे लगता है कि अगर जटा लगवाने से लोग अध्यात्म की तरफ प्रेरित होते हैं, उन्हें सुकून मिलता है, तो यह अच्छा है। ........................................ यह खबर भी पढ़ें KGF एक्ट्रेस ने महाकुंभ में डुबकी लगाई, चेहरा छिपाकर पहुंचीं श्रीनिधि शेट्‌टी, बोलीं- यादगार पल, दिव्य कृपा से दिल भर आया साउथ मूवी 'KGF' की एक्ट्रेस श्रीनिधि शेट्टी ने महाकुंभ में डुबकी लगाई। वह मास्क से चेहरा छिपाकर पिता के साथ पहुंचीं। संगम में डुबकी लगाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। पिता के साथ सेल्फी ली। नाव से गंगा की सैर की। पढ़ें पूरी खबर...
बिल्डर शैलेंद्र अग्रवाल के 10 फ्लैटों की नीलाम 10 से:10 से 12 फरवरी तक 3 दिन चलेगी नीलामी, इस बार कराई जाएगी मुनादी
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/agra/news/builder-shailendra-agarwals-10-flats-to-be-auctioned-from-10th-134427774.html

करोड़ों के बकाएदार बिल्डर शैलेंद्र अग्रवाल की कुर्कशुदा संपत्ति चमरौली स्थित निखिल पार्क रॉयल अपार्टमेंट के फ्लैटों की तीन बार में नीलामी नहीं हो पायी। अब प्रशासन फ्लैटों की नीलामी से पहले मुनादी कराएगा। समाचार पत्रों में विज्ञापन देगा। तैयारी हो गई है। 10 फ्लैटों की नीलामी 10, 11 एवं 12 फरवरी को तहसील सदर में होगी। किस फ्लोर पर कितने फ्लैट
एसडीएम सदर सचिन राजपूत के निर्देश पर 10 फरवरी को ए ब्लॉक के प्रथम एवं द्वितीय फ्लोर से 3 फ्लैट, 11 को ए ब्लॉक के तृतीय फ्लोर के 3 फ्लैट एवं 12 को ए ब्लॉक के चतुर्थ फ्लोर से 4 फ्लैट की नीलामी होगी। एक फ्लैट की मूल्यांकन राशि 34.20 लाख रुपये रखी गई है।
रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (रेरा) के 33 करोड़ के बकायेदार बिल्डर शैलेंद्र अग्रवाल के फ्लैटों के लिए खरीदार नहीं मिले। 3 दिन चली नीलामी के दौरान एक भी व्यक्ति बोली लगाने नहीं पहुंचा। इसके चलते नीलामी नहीं हो सकी। रेरा की वसूली के लिए 3 दिन चली नीलामी प्रक्रिया के दौरान बिल्डर के कुल 10 फ्लैट नीलाम होने थे।
3 दिन चली नीलामी
बिल्डर से वसूली के लिए सदर तहसील द्वारा 28 से 30 जनवरी तक फ्लैटों की नीलामी के लिए तारीख निर्धारित की गई थी। तीनों दिन अधिकारी निर्धारित समय पर पहुंच गए। वे घंटों बैठे रहे लेकिन एक भी व्यक्ति फ्लैटों की बोली लगाने नहीं पहुंचा।
पूर्व निर्धारित समय के तहत तहसील सदर सभागार में सुबह 11:30 बजे सभी अधिकारी पहुंच गए थे। घंटों इंतजार करते रहे लेकिन एक भी खरीदार नहीं पहुंचा। 11 दिसंबर से जेल में है
शैलेंद्र अग्रवाल अभी जेल में है। तहसील सदर प्रशासन ने उसकी 14 दिन की रिमांड और बढ़ा दी थी। बिल्डर को प्रशासन ने 11 दिसंबर को जेल भेजा था। तब से दो बार उसकी रिमांड बढ़ाई जा चुकी है।
एसडीएम सदर सचिन राजपूत के निर्देश पर बिल्डर शैलेंद्र अग्रवाल को एत्मादपुर से गिरफ्तार किया गया था। बकायेदार निखिल होम्स प्रा. लि. और मां मंशा देवी सहकारी आवास समिति लि. के खिलाफ 39 RC जारी हुई थीं। इन पर 26 करोड़ रुपए से अधिक की बकायेदारी थी। ब्याज लगाकर बकायेदारी 33 करोड़ रुपए हो गई। हर वसूली के मामले में अवधि बढ़ती जा रही है।
इससे पहले भी हो चुकी है नीलामी प्रक्रिया
बिल्डर शैलेंद्र अग्रवाल से वसूली के लिए उनकी अचल संपत्ति निखिल पार्क रॉयल खसरा नंबर 209-210 चमरौली ताजनगरी फेस द्वितीय को कुर्क कर 23 अक्टूबर 2024 को नीलामी होनी थी। लेकिन बोली लगाने कोई नहीं आया।
प्रशासन ने जुलाई 2023 में दोनों की संपत्तियां कुर्क कर ली थीं। निखिल पार्क रॉयल अपार्टमेंट चमरौली में चार ब्लॉक में लगभग 200 फ्लैट कुर्क किए थे। इस अपार्टमेंट के 48 फ्लैटों की नीलामी के लिए दो बार तारीख लगाई गई लेकिन खरीदार न पहुंचने की वजह से नीलामी की कार्रवाई नहीं हो सकी।
नोएडा के पहले पुष्करिणी तालाब का मार्च में होगा निर्माण:कंपनियों से मांगे गए आवेदन, 10 करोड़ रुपए होंगे खर्च, नोएडा का बनेगा पर्यटक स्थल
https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gautambudh-nagar/news/noidas-first-pushkarini-pond-will-be-constructed-in-march-applications-sought-from-companies-rs-10-crore-will-be-spent-noida-will-become-a-tourist-destination-134426035.html

नोएडा के सोरखा गांव में पहला पुष्करिणी तालाब बनाया जाएगा। ये तालाब प्राचीन सांस्कृतिक विरासतों से प्रेरणा लेकर यहां बनाया जाएगा। इसे एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाना है। बीते करीब छह माह से प्राधिकरण में इस तालाब को लेकर चर्चा थी। प्राधिकरण का उद्यान विभाग ने इसके लिए सलाहकार कंपनी से डिजाइन तैयार करवाया। अब से जमीन पर उतारने का समय आ गया है। प्राधिकरण ने तालाब निर्माण के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे है। 17 फरवरी तक कंपनी आवेदन कर सकती है। 18 फरवरी को बिड खोली जाएगी। इसमें लो कास्ट कंपनी का चयन किया जाएगा। हालांकि निर्माण में किसी प्रकार की गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं किया जाएगा। इस तालाब के दो फायदे होंगे। पहला ये एक पर्यटक स्थल के लिए रूप में विकसित होगा। दूसरा नोएडा के जल स्तर में गिरवाट हो रही है। ये तालाब जल स्तर को स्थिर करेगा और बढ़ाने में मदद करेगा। इस तालाब का डिजाइन सीढ़ी नुमा होगा। जिसमें पानी सीढ़ियों से आते हुए नीचे तालाब में एकत्रित होता रहेगा। इसी तालाब के बीच में एक फाउंटेन लगाया जाएगा। साथ ही यहां म्यूजिकल फाउंटेन भी लगाया जा सकता है। हाल ही में एसीईओ संजय खत्री ने सोरखा का निरीक्षण भी किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पुष्करिणी तालाब को पर्यटक स्थल के रुप में विकसित किया जाए। साथ ही तालाब तक पहुंचने के लिए पाथ वे का निर्माण किया जाए और पार्किग का विशेष ध्यान दिया जाए। ताकि आने वाले लोगों को यहां दिक्कत न हो। इस पार्क के निर्माण में करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कंपनी को इसे एक साल में पूरा करना होगा। डी पार्क में डोम
सेक्टर-62 में बने डी पार्क को नए सिरे से संवारा जाएगा। तितलियों के लिए बने बटरफ्लाई डोम को फिर से तैयार किया जाएगा। नाव चलाने के लिए वॉटर बॉडी को सही कराया जाएगा ताकि लोग बोटिंग का लुत्फ उठा सकें। यह पार्क करीब 17 एकड़ में बना है। पार्क में तितलियों को आकर्षित करने वाले पौधे लगाए जाएंगे। पार्क में म्यूजिकल फाउंटेन लगाया जाएगा और स्पेशल लाइटिंग भी होगी। नोएडा प्राधिकरण ने करीब 24 करोड़ रुपए इसके लिए पास किए है। जापानी पार्क
जापानी संस्कृति के उन पहलुओं जिसमें प्रकृति प्रेम, शांति और अध्यात्म के गुणों से लबरेज एक थीम पार्क नोएडा प्राधिकरण बनाएगा। यहां कुछ ऐसे पेड़ पौधे मियावाकी तकनीकी से भी उगाए जाएंगे जो महज 2 से 3 साल में घने जंगल का रूप लेंगे। इस पार्क का निर्माण 7 एकड़ में सेक्टर-94 के किया जाएगा। इसके निर्माण में 10.97 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इनमें आम तौर पर ऐसे पेड़ भी होंगे जो उत्तर भारत मैदानी इलाकों में नहीं दिखाई देते। जापानी पार्क में बांस के पेड़ों की संख्या ज्यादा होगी। यहां एक पैगोडा भी बनाया जा सकता है। आर्यमंडल पार्क
इस पार्क को आर्यभट़्ट को समर्पित किया गया है। जिसमें गणितज्ञ आर्यभट्‌ट के जीवन और उनकी उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा। आर्यभट्‌ट को समर्तित इस पार्क सेक्टर-116 में 35 एकड़ में बनाया जाएगा। इस पार्क के निर्माण में 48.36 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस पार्क में एक तारा मंडल बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा इसमें तमाम गणितज्ञ, आचार्य और खगोलशास्त्रियों के स्कल्पर भी बनाए जाएंगे।