eBookmela
10.1K subscribers
1 video
33 files
32.5K links
[ebookmela.co.in] Download any book any time any format, eBookmela gives you lots of possibilities to download any book. here you can download eBook, pdf book, ...
Download Telegram
गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List PDF in Hindi
गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List PDF Detailsगोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri ListPDF Nameगोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List PDFNo. of Pages3PDF Size0.27 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityDownload LinkAvailable Downloads26
गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List Hindi PDF Summaryनमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट PDF / Govardhan Puja Samagri List PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। दीपावली के दूसरे गोवर्धन भगवान की पूजा होती है। शास्त्रों को अनुसार कार्तिक माह में अमावस्या के दूसरे दिन प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा का महत्व बताया गया है। इस बार गोवर्धन पूजा 5 नवंबर यानी आज मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा वाले दिन भगवान कृष्ण की पूजा होती है साथ ही गाय के गोबर से गोवर्धन देव बनाकर उन्हें पूजने की परंपरा भी रही है। अन्नकूट/गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारंभ हुई।यह ब्रजवासियों का मुख्य त्योहार है। इस दिन मंदिरों में विविध प्रकार की खाद्य सामग्रियों से भगवान को भोग लगाया जाता है। जब श्रीकृष्ण को इंद्र देव की पूजा के बारे में पता चला तो उन्होंने सभी बृजवासियों से कहा कि आप इंद्र देव की पूजा ना करके गोवर्धन पर्वत की पूजा कीजिए। क्योंकि इस पर्वत की छत्रछाया में ही समस्त बृजवासी सुख से अपना जीवन व्यतीत कर पा रहे हैं।गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट PDF | Govardhan Puja Samagri List PDF in Hindiधूप – Dhoop battiचंदन – Chandanफूल –  Phool – flowersफूल माला –  Phool mala – flowersरोली – Roliचावल – Chawalअनाज (गेहूं) – Gehuमौली – Moliतेल का दीपक –  Tel ka dipakमिठाई – Mithaiपान – Paan ke patteकेसर – Kesarबताशे – Batashaगुड़ – Gudगाय का गोबर – Gobar56 तरह के खाद्य पदार्थ – Chappan Bhogबांसुरी – Bansuriफल – Fruitहरा चारा – Hara charaगंगाजल – Gangajalशहद – Shahadदही – Dahiशक्कर – shakkarनैवेद्य – Naivedyaतुलसी – Tulsiजल – Jalगोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त | Govardhan Puja Shubh Muhurtगोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त – 06:36 AM से 08:47 AM
अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट
गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त – 03:22 PM से 05:33 PM
अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 05, 2021 को 02:44 AM बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त – नवम्बर 05, 2021 को 11:14 PM बजेगोवर्धन महाराज की आरती PDF | Govardhan Aarti PDF in Hindiश्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरी सात कोस की परिकम्मा, और चकलेश्वर विश्रामतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ, ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे कानन कुण्डल चमक रहेओ, तेरी झांकी बनी विशाल।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।गिरिराज धरण प्रभु तेरी शरण। करो भक्त का बेड़ा पारतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट PDF / Govardhan Puja Samagri List PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।#गवरधन #पज #समगर #लसट #Govardhan #Puja #Samagri #List #PDF #HindiThe post गोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

via eBookmela
Download Link https://bit.ly/3JFCnaf
श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti PDF in Hindi
श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti PDF Detailsश्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki AartiPDF Nameश्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti PDFNo. of Pages4PDF Size0.80 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti Hindi PDF Summaryनमस्कार मित्रों, इस लेख के माध्यम से आप श्री गोवर्धन महाराज की आरती PDF प्राप्त कर सकते हैं। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दीपावली के अगले दिन श्री गोवर्धन महराज की पूजा की जाती है। उत्तरप्रदेश के मथुरा गोवेर्धन पर्वत को श्री गोवर्धन महाराज के रूप में जाना जाता है। श्री गोवेर्धन महराज की सात कोस (२१ किलोमीटर) की परिक्रमा लगाई जाती है।यदि आप भी अपने घर पर गोवेर्धन महराज की पूजा करते हैं, तो वह वर्ष भर आपके घर में अन्न आदि की कोई कमी नहीं होने देते हैं तथा व्यक्ति की अवांछित घंटनों से रक्षा करते हैं। श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो, यह आरती गोवेर्धन भगवान् की सर्वाधिक प्रचलित व लोकप्रिय आरती है। इस आरती को गाकर आप श्री गोवेर्धन देव की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।श्री गोवर्धन महाराज आरती लिरिक्स PDF | Shri Govardhan Maharaj Tere Mathe Mukut Viraj Raho Lyrics PDFश्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,तोपे चढ़े दूध की धार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरी सात कोस की परिकम्मा,चकलेश्वर है विश्राम।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ,ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे कानन कुण्डल चमक रहेओ,तेरी झाँकी बनी विशाल।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।गिरिराज धरण प्रभु तेरी शरण,करो भक्त का बेड़ा पार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। गोवर्धन पूजा मंत्र | Govardhan Puja Mantraओम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।।प्रणत: क्लेशनाशय गोविंदाय नमो नम:।।नम: भगवते वासुदेवाय कृष्णायक्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:।गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक।विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।।लक्ष्मीर्या लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता।घृत वहति यज्ञार्थ मम पापं व्यपोहतु।।You may also like :गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindiगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in HindiYou can download Govardhan Maharaj Ki Aarti PDF in Hindi by clicking on the following download button.#शर #गवरधन #महरज #तर #मथ #मकट #वरज #रह #Govardhan #Maharaj #Aarti #PDF #HindiThe post श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

via eBookmela
Download Link https://bit.ly/3LOXsRC
गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindi
गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDF Detailsगोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat KathaPDF Nameगोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDFNo. of Pages5PDF Size0.81 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha Hindi PDF Summaryनमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको गोवर्धन पूजा व्रत कथा PDF / Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। भागवत पुराण में, कृष्ण एक मूसलधार बारिश से वृंदावन के लोगों को आश्रय देने के लिए गोवर्धन पहाड़ी उठाते हैं। वैष्णवों को याद रखने के लिए यह एक विशेष दिन है। यह उन लोगों के लिए सुरक्षा का परमेश्वर का वादा माना जाता है जो उसकी शरण चाहते हैं। यहाँ से आप अन्नकूट व्रत कथा PDF / Annkut Vrat Katha PDF in Hindi बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं वो भी बिना किसी परेशानी के।जो लोग समर्पित हैं वे गोवर्धन पहाड़ी के प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व में भगवान को भोजन प्रसाद का एक पूरा पहाड़ चढ़ाते हैं और भगवान में अपना विश्वास हासिल करते हैं। यह त्यौहार पूरे भारत के साथ-साथ दुनिया भर के प्रमुख हिंदू धर्मों में मनाया जाता है।गोवर्धन पूजा व्रत कथा PDF | Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindiएक बार सभी बृजवासी मिलकर भगवान इंद्र देव की उपासना करने जा रहे थे। उस समय भगवान विष्णु के परमावतार श्री कृष्ण बृज में ही बाल लीलाएं कर रही थे। जब श्रीकृष्ण को इंद्र देव की पूजा के बारे में पता चला तो उन्होंने सभी बृजवासियों से कहा कि आप इंद्र देव की पूजा ना करके गोवर्धन पर्वत की पूजा कीजिए। क्योंकि इस पर्वत की छत्रछाया में ही समस्त बृजवासी सुख से अपना जीवन व्यतीत कर पा रहे हैं।बृजवासियों को भगवान श्री कृष्ण की यह बात बहुत अच्छी लगी और उन्होंने यह निश्चय किया कि वह अब से हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को श्री गोवर्धन पर्वत की पूजा किया करेंगें। जब इस बारे में भगवान इंद्र को पता चला तो उन्होंने क्रोधित हो बृज में खूब वर्षा की।ऐसी मान्यता है कि तब बृजवासियों की रक्षा करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अपनी सबसे छोटी उंगली यानी कनिष्ठा उंगली पर सात दिन के लिए गोवर्धन पर्वत को धारण किया था और समस्त बृजवासियों की रक्षा की थी। इसलिए तब से ही गोवर्धन पूजा करने की परंपरा चली आ रही है। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि भगवान गोवर्धन अपने सभी शरणागत भक्तों की रक्षा करते हैं। कहते हैं कि गोवर्धन पर्वत भगवान श्री कृष्ण का ही एक स्वरूप है।अन्नकूट व्रत कथा PDF | Annkut Vrat Katha PDF in Hindiनीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप गोवर्धन पूजा व्रत कथा PDF / Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।#गवरधन #पज #वरत #कथ #Govardhan #Puja #Vrat #Katha #PDF #HindiThe post गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

via eBookmela
Download Link https://bit.ly/3H1sr9i
गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi
गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF Detailsगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja VidhiPDF Nameगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDFNo. of Pages2PDF Size0.37 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityDownload LinkAvailable Downloads26
गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको गोवर्धन पूजा विधि PDF / Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा (जिसका अर्थ है “अनाज का एक टीला”) के रूप में भी जाना जाता है, इंद्र के खिलाफ लड़ाई में भगवान कृष्ण की जीत का जश्न मनाने के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है। गोवर्धन पर्वत को उठाने के रूप में इंद्र। दिवाली के हिंदू उत्सव के चौथे दिन, गोवर्धन पर्वत के प्रतीक अनाज के ढेर की पूजा करके पूजा की जाती है।गोवर्धन पूजा असुरक्षित भगवान इंद्र पर भगवान कृष्ण की जीत का उत्सव है। वृंदावन के लोगों को भगवान कृष्ण के माध्यम से प्रकृति की पूजा करना सिखाया गया था। अन्नकूट अनुष्ठान बहुत कृतज्ञता, उत्साह और उत्साह के साथ किया जाता है। यह पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मथुरा, वृंदावन और बिहार सहित कई भारतीय राज्यों में किए जाने वाले आवश्यक संस्कारों में से एक है।गोवर्धन पूजा विधि PDF | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindiगोवर्धन के चित्र पर गन्ने की 2 छड़ें चढ़ाकर पूजा शुरू करेंफिर दही, कच्चा दूध, बताशा, लड्डू और पेड़ा चढ़ाएं।दीपक जलाएं और रोली और चावल चढ़ाएं।पूजा के बाद गोवर्धन से प्रार्थना करें।सोने का बताशा थाली में छोड़ कर पैसे सहित किसी को दे दो।लक्ष्मी कथा का पाठ करें।लक्ष्मी कथा पढ़ने वाले व्यक्ति को चांदी का सिक्का दक्षिणा के रूप में देना चाहिएपूजा के बाद दीपावली पूजा के काजलोटा में से काजल लगाएं।ऐसा माना जाता है कि घर की महिलाओं को सबसे पहले खाना चाहिए और कुछ मीठा खाकर अपने भोजन की शुरुआत करनी चाहिए।गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। इस दिन गेंहू और चावल आदि अनाज, बेसन की पीला ब्रज जैसु बनी कढ़ी और पत्ते वाली हरी सब्जियों से बने भोजन को पकाया जाता है। बाद में इस सारे भोग को भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है। गोवर्धन पूजा वाले दिन घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन नाथ यानी भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा बनाई जाती है।इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर और फूल आदि से दीपक जलाकर उसकी पूजा करें। गोबर से बनाए गए गोवर्धन नाथ की परिक्रमा करें। फिर ब्रज के देवता गिरिराज भगवान को प्रसन्न करने के लिए अन्नकूट भोग लगाएं। अन्नकूट में 56 तरह के खाद्य पदार्थ शामिल किए जाते हैं। इस दिन प्रदोष काल में यानी शाम के समय में विधि-विधान से श्री कृष्ण भगवान की पूजा की जाती है। साथ ही गोवर्धन पूजा के दिन गाय की पूजा कर उसे गुड़ और हरा चारा खिलाना अच्छा माना जाता है।गोवर्धन पूजा मंत्र PDF | Govardhan Puja Mantra PDF in Hindiगोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक।
विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।हे कृष्ण करुणासिंधो दीनबंधो जगतपते।
गोपेश गोपिकाकांत राधाकान्त नमोस्तुते।नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप गोवर्धन पूजा विधि PDF / Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।#गवरधन #पज #वध #Govardhan #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

via eBookmela
Download Link https://bit.ly/3h15jgA