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अन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja Vidhi PDF in Hindi
अन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja Vidhi PDF Detailsअन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja VidhiPDF Nameअन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja Vidhi PDFNo. of Pages4PDF Size0.78 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
अन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja Vidhi Hindi PDF Summaryप्रिय पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप अन्नकूट पूजा विधि PDF / Annakoot Pooja Vidhi PDF प्राप्त कर सकते हैं। दीपावली पूजन के अगले दिन गोवेर्धन पूजन किया जाता है। बृज क्षेत्र में अन्नकूट पूजन का विशेष महत्व है। श्री गोवेर्धन पूजा के अवसर पर अन्नकूट पूजन करने से व्यक्ति के जीवन में धन – धान्य कोई समुचित आपूर्ति होती रहती है तथा व्यक्ति का जीवन सुखी होता है।यदि आप भी अपने जीवन में श्री गोवेर्धन महराज की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको दीपावली के अगले दिन अन्नकूट पूजन अवश्य करना चाहिए। अन्नकूट पूजन के फलस्वरूप भक्त घर में हमेशा अन्न के भंडार भरे रहते हैं तथा उसके परिवार में कभी भी किसी के जीवन में अन्न की किसी प्रकार की कमी नहीं होती है।अन्नकूट पूजा विधि PDF | Annakut Govardhan Puja in Hindiसबसे पहले शरीर पर तेल से मालिश करें।उसके बाद स्नान करें।घर के मुख्य द्वार पर गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं।पर्वत के पास भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रखें।अब विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें।अन्नकूट पूजा के नियम | Annakoot Puja Rulesगोवर्धन पूजा के दौरान नई फसलों से अन्नकूट का प्रसाद बनाया जाता है, इसी प्रसाद का भोग लगाया जाता है।इस दिन एक ही रसोई से घर के हर सदस्य का भोजन बनता भोजन में विविध प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं।इसमें प्याज लहसुन का प्रयोग नहीं होता है।भोजन बनाकर श्रीकृष्ण को भोग लगाते हैं।अन्नकूट क्या है ? | What is Annakut ?अन्नकूट बनाने के लिए कई तरह की सब्जियां, दूध और मावे से बने मिष्ठान और चावल का प्रयोग किया जाता है। अन्नकूट में ऋतु संबंधी अन्न, फल, सब्जियां का प्रसाद बनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन पूजा में भगवान कृष्ण के साथ धरती पर अन्न उपजाने में मदद करने वाले सभी देवों जैसे, इन्द्र, अग्नि, वृक्ष और जल देवता की भी आराधना की जाती है। गोवर्धन पूजा में इन्द्र की पूजा इसलिए होती है क्योंकि अभिमान चूर होने के बाद इन्द्र ने श्रीकृष्ण से क्षमा मांगी और आशीर्वाद स्वरूप गोवर्धन पूजा में इन्द्र की पूजा को भी मान्यता दे दी।You may also like :गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Puja Vrat Katha PDF in Hindiगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindiश्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो | Govardhan Maharaj Ki Aarti PDF in Hindiगोवर्धन पूजा सामग्री लिस्ट | Govardhan Puja Samagri List PDF in HindiYou can download Annakut Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.#अननकट #पज #वध #Annakut #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post अन्नकूट पूजा विधि | Annakut Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi
गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF Detailsगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja VidhiPDF Nameगोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDFNo. of Pages2PDF Size0.37 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityDownload LinkAvailable Downloads26
गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको गोवर्धन पूजा विधि PDF / Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा (जिसका अर्थ है “अनाज का एक टीला”) के रूप में भी जाना जाता है, इंद्र के खिलाफ लड़ाई में भगवान कृष्ण की जीत का जश्न मनाने के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है। गोवर्धन पर्वत को उठाने के रूप में इंद्र। दिवाली के हिंदू उत्सव के चौथे दिन, गोवर्धन पर्वत के प्रतीक अनाज के ढेर की पूजा करके पूजा की जाती है।गोवर्धन पूजा असुरक्षित भगवान इंद्र पर भगवान कृष्ण की जीत का उत्सव है। वृंदावन के लोगों को भगवान कृष्ण के माध्यम से प्रकृति की पूजा करना सिखाया गया था। अन्नकूट अनुष्ठान बहुत कृतज्ञता, उत्साह और उत्साह के साथ किया जाता है। यह पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मथुरा, वृंदावन और बिहार सहित कई भारतीय राज्यों में किए जाने वाले आवश्यक संस्कारों में से एक है।गोवर्धन पूजा विधि PDF | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindiगोवर्धन के चित्र पर गन्ने की 2 छड़ें चढ़ाकर पूजा शुरू करेंफिर दही, कच्चा दूध, बताशा, लड्डू और पेड़ा चढ़ाएं।दीपक जलाएं और रोली और चावल चढ़ाएं।पूजा के बाद गोवर्धन से प्रार्थना करें।सोने का बताशा थाली में छोड़ कर पैसे सहित किसी को दे दो।लक्ष्मी कथा का पाठ करें।लक्ष्मी कथा पढ़ने वाले व्यक्ति को चांदी का सिक्का दक्षिणा के रूप में देना चाहिएपूजा के बाद दीपावली पूजा के काजलोटा में से काजल लगाएं।ऐसा माना जाता है कि घर की महिलाओं को सबसे पहले खाना चाहिए और कुछ मीठा खाकर अपने भोजन की शुरुआत करनी चाहिए।गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। इस दिन गेंहू और चावल आदि अनाज, बेसन की पीला ब्रज जैसु बनी कढ़ी और पत्ते वाली हरी सब्जियों से बने भोजन को पकाया जाता है। बाद में इस सारे भोग को भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है। गोवर्धन पूजा वाले दिन घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन नाथ यानी भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा बनाई जाती है।इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर और फूल आदि से दीपक जलाकर उसकी पूजा करें। गोबर से बनाए गए गोवर्धन नाथ की परिक्रमा करें। फिर ब्रज के देवता गिरिराज भगवान को प्रसन्न करने के लिए अन्नकूट भोग लगाएं। अन्नकूट में 56 तरह के खाद्य पदार्थ शामिल किए जाते हैं। इस दिन प्रदोष काल में यानी शाम के समय में विधि-विधान से श्री कृष्ण भगवान की पूजा की जाती है। साथ ही गोवर्धन पूजा के दिन गाय की पूजा कर उसे गुड़ और हरा चारा खिलाना अच्छा माना जाता है।गोवर्धन पूजा मंत्र PDF | Govardhan Puja Mantra PDF in Hindiगोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक।
विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।हे कृष्ण करुणासिंधो दीनबंधो जगतपते।
गोपेश गोपिकाकांत राधाकान्त नमोस्तुते।नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप गोवर्धन पूजा विधि PDF / Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।#गवरधन #पज #वध #Govardhan #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post गोवर्धन पूजा विधि | Govardhan Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi in Marathi PDF in Marathi
लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi in Marathi PDF Details<a href="https://pdffile.co.in/wp-content/uploads/pdf-thumbnails/2021/11/small/lakshmi-ganesh-poojan-vidhi-marathi-113.jpg">लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi in Marathi</a>PDF Name<b>लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi in Marathi PDF</b>No. of Pages<b>3</b>PDF Size<b>0.37 MB</b>Language<b>Marathi</b>Category<a href="https://pdffile.co.in/category/religion-spirituality/">Religion & Spirituality</a>Download LinkAvailable <a href="https://s.w.org/images/core/emoji/13.1.0/72x72/2714.png"></a>Downloads26
लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi in Marathi Marathi PDF Summaryनमस्कार मित्रांनो, या लेखाद्वारे आम्ही तुमच्यासाठी लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी PDF / Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi PDF in Marathi डाउनलोड लिंक देत आहोत. तुम्हाला माहिती असेलच की दीपावलीचा सण भारतासह जगभरात मोठ्या थाटामाटात साजरा केला जातो. दीपावलीच्या दिवशी श्री गणेश-लक्ष्मीची पूजा करण्याची परंपरा आहे. माता लक्ष्मी जी संपत्ती आणि वैभव इत्यादींवर नियंत्रण ठेवते. गणेश ही बुद्धी आणि ज्ञानाची देवता आहे. येथून तुम्ही लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मंत्र सहित मराठी PDF सहजपणे डाउनलोड करू शकता, तेही कोणत्याही त्रासाशिवाय.जर तुम्हाला तुमच्या जीवनात संपत्तीसोबत ज्ञान आणि बुद्धी मिळवायची असेल तर दिवाळीच्या दिवशी श्री गणेश आणि माता लक्ष्मीची एकत्र पूजा करावी, कारण श्री गणेश-लक्ष्मीजींची एकत्र पूजा केल्याने तुम्हाला संपत्ती मिळते.धान्य आणि बुद्धी आणि ज्ञान प्राप्त होते. या लेखात, तुम्हाला संपूर्ण लक्ष्मी – गणेश पूजा विधि PDF PDF मिळेल, ज्याचा वापर करून तुम्ही तुमच्या घरी पूजा करू शकता.लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी PDF | Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi PDF in Marathiसर्व प्रथम पूजास्थान स्वच्छ करा.आता त्या ठिकाणी येऊन हळदीकुंकू लावून चौक पूर्ण करा.त्यानंतर त्या चौकावर लाकडी चौकी ठेवावी.आता माता श्री लक्ष्मी, सरस्वतीजी आणि गणेशजींच्या मातीच्या मूर्ती किंवा चित्र बसवा.त्यानंतर पूजेच्या भांड्यातून पाणी घेऊन ते सर्व मूर्तींवर शिंपडा आणि पुढील मंत्राचा उच्चार करा.यासोबतच या मंत्राचा जप करताना पाणी शिंपडून तुमची पूजा आसन स्वच्छ करा.ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा।य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्याभंतर: शुचि:।।आता पृथ्वी मातेला प्रणाम केल्यावर खालील मंत्राचा उच्चार करताना आसन करावे.पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग ऋषिः सुतलं छन्दः कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥ॐ पृथ्वी त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुना धृता। त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम्॥पृथिव्यै नमः आधारशक्तये नमःयानंतर ओम केशवाय नमः, ओम नारायणाय नमः, ओम माधवाय नमः असा जप करताना गंगाजल अर्पण करा.या संपूर्ण प्रक्रियेनंतर मन शांत करून डोळे बंद करा आणि हृदयात आईला नमस्कार करा.यानंतर हातात पाणी घेऊन पूजेचा संकल्प करावा. संकल्पासाठी अक्षत (तांदूळ), फुले आणि पाणी हातात घ्या. तसेच एक रुपयाचे नाणे (किंवा शक्य तितके पैसे) घ्या.हे सर्व हातात घ्या आणि संकल्प करा की मी लक्ष्मी, सरस्वती आणि गणेशजींची पूजा अशा विशिष्ट ठिकाणी आणि वेळी करणार आहे, जेणेकरून मला शास्त्रोक्त फल मिळेल.यानंतर सर्वप्रथम गणेश आणि गौरीची पूजा करावी.त्यानंतर कलशाची पूजा करून नवग्रहांची पूजा करावी.हातात अक्षत व फुले घेऊन नवग्रह स्तोत्राचे पठण करावे.यानंतर भगवती षोडश मातृकांची पूजा केली जाते.या सर्वांची पूजा केल्यानंतर 6 मातृकांची सुगंध, अक्षत आणि फुले अर्पण करून पूजा करावी.संपूर्ण प्रक्रिया माऊली घ्या आणि गणपती, माता लक्ष्मी आणि सरस्वतीला अर्पण करा आणि स्वतःच्या हातावर देखील बांधा.आता सर्व देवतांना टिळक लावून स्वतःला टिळक लावा.यानंतर माँ महालक्ष्मीची पूजा सुरू करा.आता लक्ष्मी, गणेश आणि देवी सरस्वती यांची पूजा करा.त्याच्यासमोर सात, अकरा किंवा एकवीस या संख्येत दिवा लावा.माता श्री लक्ष्मीला मेकअपच्या वस्तू अर्पण करा.आता श्री सूक्त, लक्ष्मी सुक्त आणि कनकधारा स्तोत्राचे पठण करा.त्यानंतर उदबत्ती, दिवा, नैवेद्य वगैरे अर्पण करून आरती करावी.अशा प्रकारे तुमची पूजा पूर्ण होते.पूजा संपली की क्षमा मागावी.<strong>Here you can download the लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी PDF / Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi PDF in Marathi by click on the link given below.</strong>#लकषम #गणश #पजन #वध #मरठ #Lakshmi #Ganesh #Poojan #Vidhi #Marathi #PDF #MarathiThe post <a href="https://www.ebookmela.co.in/download/%e0%a4%b2%e0
दिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan Vidhi PDF in Marathi
दिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan Vidhi PDF Detailsदिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan VidhiPDF Nameदिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan Vidhi PDFNo. of Pages2PDF Size0.43 MBLanguageMarathiCategoryReligion & SpiritualityDownload LinkAvailable Downloads26
दिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan Vidhi Marathi PDF Summaryनमस्कार मित्रांनो, या लेखाद्वारे आम्ही तुमच्यासाठी दिवाली पूजन विधि मराठी PDF / Diwali Poojan Vidhi PDF in Marathi डाउनलोड लिंक देत आहोत. तुम्हाला हे जाणून खूप आनंद होईल की यावेळी 4 नोव्हेंबर 2021 रोजी संपूर्ण भारतात दिवाळी साजरी केली जाईल. दिवाळीत लक्ष्मी आणि गणेशाची पूजा केली जाते. लक्ष्मी आणि श्री गणेशाची पूजा केल्याने घरात सुख-समृद्धी येते. दरवर्षी कार्तिक महिन्यातील अमावास्येला दिवाळी साजरी केली जाते. त्यामुळे या दिवशी महालक्ष्मी पूजनाचा मंत्र पूर्ण विधीपूर्वक करावा. येथून तुम्ही दिवाली लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी PDF / Diwali Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi PDF in Marathi सहजपणे डाउनलोड करू शकता, तेही कोणत्याही त्रासाशिवाय.यावर्षी दिवाळी लक्ष्मीपूजन 04 नोव्हेंबर रोजी सकाळी 06:03 वाजता आहे आणि ती दुसऱ्या दिवशी 05 नोव्हेंबर 2021 रोजी पहाटे 02:44 वाजता संपेल. यामुळेच लक्ष्मीपूजन ४ नोव्हेंबरलाच होणार आहे. संध्याकाळी 06:09 ते रात्री 08:20 पर्यंतचा मुहूर्त उत्तम मानला जातो. या शुभ काळात लक्ष्मी आणि गणेशाची पूजा करता येते. या दिवशी भगवती लक्ष्मी आणि गणेशजींसोबत बही बसनोचीही पूजा केली जाते.दिवाली पूजन विधि मराठी PDF | Diwali Poojan Vidhi PDF in Marathiसंध्याकाळपासून लक्ष्मीपूजनाचा शुभ मुहूर्त सुरू होतो.नवीन लाकडी चौकी, सिंहासनावर नवीन लाल कापड घालणे, श्री लक्ष्मी श्रीगणेशाची मूर्ती ठेवावी. यानंतर श्री लक्ष्मी श्री गणेशाच्या उजव्या बाजूला असावी.श्री लक्ष्मीजी आणि गणेशजींच्या मूर्तींसमोर तांदळाच्या दाण्यांच्या वर पाण्याने भरलेला कलश, अक्षत, दुर्वा, सुपारी, रत्ने, चांदीची नाणी ठेवावी लागतात.त्यानंतर कलशावर सिंदूर किंवा रोळीने स्वस्तिक बनवावे. कलशावर तांदूळ भरलेले भांडे ठेवून, लाल कापडाच्या शस्त्राने गुंडाळलेल्या नारळावर नारळ किंवा 11 वेळा गुंडाळावे.यानंतर तांदूळ, उदबत्ती, फुले अर्पण करून अखंड दिवा लावून पूजा करावी.घराच्या प्रमुखाने दिवाळीची पूजा सुरू करावी. कुटुंबातील सर्व सदस्यांनी एकत्र बसून पूजेत सहभागी व्हावे.दिवाली लक्ष्मी गणेश पूजन विधि मराठी PDF | Diwali Lakshmi Ganesh Poojan Vidhi PDF in Marathiत्यामुळे या दिवशी महालक्ष्मी पूजनाचा मंत्र पूर्ण विधीपूर्वक करावा. जेणेकरून माँ लक्ष्मी आणि श्री गणेशजींच्या कृपेने तुम्हाला तुमच्या घरात शांती, प्रगती आणि समृद्धी मिळू शकेल. दिवाळीच्या दिवशी भगवती लक्ष्मी आणि गणपतीला प्रसन्न करण्यासाठी सर्वजण पूर्ण भक्तिभावाने पूजा करतात.Here you can download the दिवाली पूजन विधि मराठी PDF / Diwali Poojan Vidhi PDF in Marathi by click on the link given below.#दवल #पजन #वध #मरठ #Diwali #Poojan #Vidhi #PDF #MarathiThe post दिवाली पूजन विधि मराठी | Diwali Poojan Vidhi PDF in Marathi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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धनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja Vidhi PDF in Hindi
धनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja Vidhi PDF Detailsधनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja VidhiPDF Nameधनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja Vidhi PDFNo. of Pages4PDF Size0.60 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
धनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप धनतेरस पूजा विधि PDF / Dhanteras Puja Vidhi PDF in Hindi डाउनलोड कर सकते हैं। कहा जाता है कि धनतेरस के दिन पूजन करने से व्यक्ति के घर में सुख – संपत्ति का आगमन होता है। यदि आपके घर में लम्बे समय से कोई मांगलिक कार्य नहीं हुआ, तो आप धनतेरस के दिन यह पूजन अवश्य करें। इस पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप धनतेरस पूजा विधि 2021 PDF / Dhanteras Puja Vidhi 2021 PDF बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।धनतेरस के धन्वन्तरि व कुबेर देव की पूजा की जाती है। इन दोनों देव के पूजन से घर में स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यों का नाश तो होता ही है साथ ही धन की वर्षा भी होती है। कुबेर देव धन के देव हैं तथा धन्वन्तरि जी स्वस्थ्य के देवता हैं। यदि आप भी अपने घर धनतेरस का पूजन करना चाहते हैं तो यहां दी हुयी धनतेरस पूजन विधि का कर प्रयग कर सकते हैं।धनतेरस पूजन विधि PDF / Dhanteras Pujan Vidhi PDF in Hindiधनतेरस पर शाम के वक्त शुभ मुहूर्त में उत्तर की ओर कुबेर और धनवंतरि की स्थापना करें।इसी के साथ मां लक्ष्मी व गणेश की भी प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए।अब दीप प्रज्वलित करें और विधिवत पूजन करना आरंभ करें।तिलक करने के बाद पुष्प, फल आदि चीजें अर्पित करें।अब कुबेर देवता को सफेद मिष्ठान और धनवंतरि देव को पीले मिष्ठान का भोग लगाएं।पूजन के दौरान ‘ऊं ह्रीं कुबेराय नमः’ इस मंत्र का जाप करते रहें।भगवान धनवंतरि को प्रसन्न करने के लिए इस दिन धनवंतरि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।धनतेरस 2021 पूजा मुहूर्त / Dhanteras 2021 Shubh Muhuratधनतेरस पूजा मंगलवार, नवम्बर 2, 2021 परधनतेरस पूजा मुहूर्त – 06:17 पी एम से 08:11 पी एमअवधि – 01 घण्टा 55 मिनट्सयम दीपम मंगलवार, नवम्बर 2, 2021 कोधनतेरस पूजा मंत्र / Dhanteras Puja Mantraओम श्रीं,ओम ह्रीं श्रीं,ओम ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:।You may also like :धनतेरस की कहानी | Dhanteras Ki Vrat Katha PDF in HindiYou can download धनतेरस पूजा विधि PDF | Dhanteras Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.#धनतरस #पज #वध #Dhanteras #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post धनतेरस पूजा विधि 2021 | Dhanteras Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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यम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja Vidhi PDF in Hindi
यम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja Vidhi PDF Detailsयम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja VidhiPDF Nameयम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja Vidhi PDFNo. of Pages4PDF Size0.64 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
यम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप यम दीपदान पूजा विधि PDF प्राप्त कर सकते हैं। जैसा की आप जानते ही होंगे की दिवाली से पूर्व धनतेरस के इन बाद नर्क चतुर्दशी आती है, इस दिन यमदेव का पूजन किया जाता है। इस दिन दीपदान का भी बहुत अधिक महत्व है। दीप दान का मतलब किसी देवता के नाम से दीप अर्पित करना।इस दिन यम देवता के नाम से दीप प्रज्वलित किया जाता है। जो दीपक यम देवता के नाम से लगाया जाता है उसे यमदीप के नाम से भी जाना जाता है। यमदीप को हमेशा दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। माना जाता है कि, यमलोक दक्षिण दिशा में स्थित है। यम दीप दान करने से व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है।यम दीपदान पूजा विधि | Yam Deep Puja Vidhi in Hindi PDFसर्वप्रथम किसी साफ चौकी पर रोली से स्वास्तिक बनाए व उस स्थान पर आटे या मिट्टी का बना चौमुखी दीपक रखें।दीपक के चारो ओर 3 बार गंगा जल से आचवन करें व दीपक पर रोली से टीका लगाए।अब दीपक पर चावल और पुष्प चढ़ाए व दीपक में थोड़ी से चीनी डाले।इसके बाद दीपक में 1 रुपए का सिक्का डाले व घर के सभी सदस्यों को तिलक लगाएँ व घर के सभी सदस्यों के साथ दीपक को नमन करें।तत्पश्चात दीपक को प्रणाम करें और उसे दीपक को घर के मुख्य द्वार पर रख दे। दीप प्रज्वलित करते समय इस बात का ध्यान रखें की आपका मुख और दीपक की लौ दोनों ही दक्षिण दिशा में हो।दीपक पर कुछ मीठे का भोग लगाए ।यम दीपक/ यम दीप दान मंत्र का पूरी श्रद्धा से उच्चारण कर हाथ जोड़कर भगवान से घर के सभी सदस्यों की आयु में वृद्धि की प्रार्थना कीजिये ।यम देव पूजा मंत्र | Yam Dev Puja Mantraमृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन च मया सह ।त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतामिति ।।You may also like :दिवाळीला यमदीपदान कसे करावे | Yam Deep Daan Puja Vidhi PDF in MarathiYou can download Yam Deep Daan Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.#यम #दप #पज #वध #Yam #Deep #Daan #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post यम दीप पूजा विधि | Yam Deep Daan Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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धनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja Vidhi PDF in Marathi
धनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja Vidhi PDF Detailsधनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja VidhiPDF Nameधनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja Vidhi PDFNo. of Pages2PDF Size0.31 MBLanguageMarathiCategoryReligion & SpiritualityDownload LinkAvailable Downloads26
धनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja Vidhi Marathi PDF Summaryनमस्कार मित्रांनो, या लेखाद्वारे आम्ही तुमच्यासाठी धनतेरस पूजा विधि मराठी PDF / Dhanteras Pooja Vidhi PDF in Marathi डाउनलोड लिंक देत आहोत. असे म्हटले जाते की धनत्रयोदशीच्या दिवशी पूजा केल्याने व्यक्तीच्या घरात सुख-संपत्ती येते. जर तुमच्या घरात खूप दिवसांपासून कोणतेही शुभ कार्य होत नसेल तर धनत्रयोदशीच्या दिवशी ही पूजा अवश्य करावी. या पोस्टमध्ये दिलेल्या लिंकवर क्लिक करून तुम्ही धनत्रयोदशी पूजा विधि मराठी PDF अगदी सहज डाउनलोड करू शकता.धनत्रयोदशीला धन्वंतरी आणि कुबेर देव यांची पूजा केली जाते. या दोन देवांची पूजा केल्याने घरातील आरोग्याशी संबंधित समस्या तर दूर होतातच, शिवाय धनाचा वर्षावही होतो. कुबेर देव संपत्तीची देवता आणि धन्वंतरी जी आरोग्याची देवता आहेत. जर तुम्हालाही तुमच्या घरी धनत्रयोदशीची पूजा करायची असेल तर तुम्ही येथे दिलेल्या धनत्रयोदशीच्या पूजेची पद्धत वापरू शकता.धनतेरस पूजा विधि मराठी PDF | Dhanteras Pooja Vidhi PDF in Marathiधनत्रयोदशीच्या संध्याकाळी उत्तरेकडे कुबेर आणि धन्वंतरीची स्थापना करा.यासोबतच लक्ष्मी आणि गणेशाची मूर्ती किंवा चित्रही लावावे.आता दिवा लावा आणि विधिवत पूजा सुरू करा.टिळक केल्यानंतर फुले, फळे अर्पण करावीत.आता कुबेर देवाला पांढरी मिठाई आणि धन्वंतरी देवाला पिवळी मिठाई अर्पण करा.पूजेदरम्यान ‘ओम ह्रीं कुबेराय नमः’ या मंत्राचा जप करत राहा.भगवान धन्वंतरीला प्रसन्न करण्यासाठी या दिवशी धन्वंतरी स्तोत्राचे पठण करावे.धनतेरस पूजा मंत्र PDF | Dhanteras Puja Mantra PDF in Marathiओम श्रीं,ओम ह्रीं श्रीं,ओम ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:।धनत्रयोदशी पूजा विधि मराठी PDFHere you can download the धनतेरस पूजा विधि मराठी PDF / Dhanteras Pooja Vidhi PDF in Marathi by click on the link given below.#धनतरस #पज #वध #मरठ #Dhanteras #Pooja #Vidhi #PDF #MarathiThe post धनतेरस पूजा विधि मराठी | Dhanteras Pooja Vidhi PDF in Marathi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Puja Vidhi PDF in Hindi
श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Puja Vidhi PDF Details<a href="https://pdffile.co.in/wp-content/uploads/pdf-thumbnails/2021/11/small/-----diwali-laxmi-puja-vidhi-982.jpg">श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Puja Vidhi</a>PDF Name<b>श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Puja Vidhi PDF</b>No. of Pages<b>4</b>PDF Size<b>0.51 MB</b>Language<b>Hindi</b>Category<a href="https://pdffile.co.in/category/religion-spirituality/">Religion & Spirituality</a>Available at<b>eBookmela</b>Download LinkAvailable <a href="https://s.w.org/images/core/emoji/13.1.0/72x72/2714.png"></a>Downloads26
श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार पाठकों, श्री लक्ष्मी पूजन विधि PDF / Diwali Laxmi Puja Vidhi PDF प्राप्त कर सकते हैं। श्री लक्ष्मी पूजन का दिवाली के दिन बहुत अधिक महत्व है। लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त करने के लिए दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन तो आवश्यक है ही साथ ही आपको प्रतिदिन भी माता लक्ष्मी का पूजन अवश्य काना चाहिए।यदि आप भी अपने घर पर श्री लक्ष्मी पूजन करना चाहते हैं तो यहां दी गयी पूजा विधि का प्रयोग कर सकते हैं। भिन्न – भिन्न क्षेत्रों के अनुसार श्री लक्ष्मी पूजा विधि भी अलग – अलग हो सकती है। अतः आप अपने पारम्परिक तरीके से भी दीपावली के दिन श्री लक्ष्मी माता की पूजा कर सकते है। आप भी एक सुखी जीवन के लिए दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा अवश्य करें।श्री लक्ष्मी पूजन विधि | Diwali Laxmi Pujan Vidhi PDFदिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन से पहले घर की साफ-सफाई करें और पूरे घर में वातावरण की शुद्धि और पवित्रता के लिए गंगाजल का छिड़काव करें।साथ ही घर के द्वार पर रंगोली और दीयों की एक शृंखला बनाएं।पूजा स्थल पर एक चौकी रखें और लाल कपड़ा बिछाकर उस पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति रखें या दीवार पर लक्ष्मी जी का चित्र लगाएं।चौकी के पास जल से भरा एक कलश रखें।माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति पर तिलक लगाएं और दीपक जलाकर जल, मौली, चावल, फल, गुड़, हल्दी, अबीर-गुलाल आदि अर्पित करें ।माता महालक्ष्मी की स्तुति करें।इसके साथ देवी सरस्वती, मां काली, भगवान विष्णु और कुबेर देव की भी विधि विधान से पूजा करें।महालक्ष्मी पूजन पूरे परिवार को एकत्रित होकर करना चाहिए।महालक्ष्मी पूजन के बाद तिजोरी, बहीखाते और व्यापारिक उपकरण की पूजा करें।पूजन के बाद श्रद्धा अनुसार ज़रुरतमंद लोगों को मिठाई और दक्षिणा दें।दिवाली लक्ष्मी पूजन मंत्र | Diwali Laxmi Puja Mantra Hindi<strong>श्री लक्ष्मी बीज मंत्र :</strong>ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।<strong>श्री लक्ष्मी महामंत्र :</strong>ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।ऊं आद्यलक्ष्म्यै नम:ऊं विद्यालक्ष्म्यै नम:ऊं सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:ऊं अमृतलक्ष्म्यै नम:ऊं कामलक्ष्म्यै नम:ऊं सत्यलक्ष्म्यै नम:ऊं भोगलक्ष्म्यै नम:ऊं योगलक्ष्म्यै नम:<strong>You may also like :</strong><a href="https://pdffile.co.in/lakshmi-pujan-samagri-list/">लक्ष्मी पूजन सामग्री लिस्ट PDF | Lakshmi Pujan Samagri List PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/lakshmi-sahasranama-stotram/">श्री लक्ष्मी सहस्रनाम स्तोत्र | Lakshmi Sahasranama Stotram PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/mahalakshmi-stotram/">श्री महालक्ष्मी स्तोत्र | Mahalakshmi Stotram PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/siddhi-lakshmi-stotram/">सिद्ध लक्ष्मी स्तोत्र | Siddhi Lakshmi Stotram PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/shri-lakshmi-chalisa-hindi/">श्री लक्ष्मी चालीसा | Shri Lakshmi Chalisa PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/mahalaxmi-aarti-hindi/">श्री महालक्ष्मी आरती | Mahalakshmi Aarti PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/lakshmi-suktam-pdf/">लक्ष्मी सूक्त | Lakshmi Suktam PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/ashtalakshmi-stotram-sanskrit/">अष्टलक्ष्मी स्तोत्र | Ashtalakshmi Stotram PDF in Hindi</a><a href="https://pdffile.co.in/mahalakshmi-kavacham-pdf/">श्री महालक्ष्मी कवच | Sri Mahalakshmi Kavacham PDF</a><strong>You can download Diwali Laxmi Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.</strong>#शर #लकषम #पजन #वध #Diwali #Laxmi #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post <a href="https://www.ebookmela.co.in/download/%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a5%8d%e
रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi PDF in Hindi
रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi PDF Details<a href="https://pdffile.co.in/wp-content/uploads/pdf-thumbnails/2021/10/small/------rama-ekadashi-puja-vidhi-268.jpg">रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi</a>PDF Name<b>रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi PDF</b>No. of Pages<b>4</b>PDF Size<b>0.77 MB</b>Language<b>Hindi</b>Category<a href="https://pdffile.co.in/category/religion-spirituality/">Religion & Spirituality</a>Available at<b>eBookmela</b>Download LinkAvailable <a href="https://s.w.org/images/core/emoji/13.1.0/72x72/2714.png"></a>Downloads26
रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप रमा एकादशी व्रत पूजा विधि PDF / Rama Ekadashi Vrat Pooja Vidhi PDF in Hindi प्राप्त कर सकते हैं । रमा एकादशी का व्रत अनेक प्रकार के पापों का नाश करता है । यदि आप अपने जीवन में आने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं से पीड़ित हो चुके हैं तो आपको रमा एकादशी का व्रत अवश्य करना चाहिए । रमा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है।माता लक्ष्मी के अनेक शुभ नामों में से एक नाम रमा भी है । अतः इस रमा एकादशी के दिन भगवान श्री हरी विष्णु के साथ माता देवी लक्ष्मी की भी पूजा – अर्चना की जाती है । इस दिन जो व्यक्ति पूरे विधि – विधान से माता लक्ष्मी एवं श्री हरी विष्णु जी की आराधना व पूजन करता है उस व्यक्ति घर में धन व अन्न की आपूर्ति रहती है।रमा एकादशी व्रत की विधि PDF / Rama Ekadashi Vrat Vidhi PDF in Hindiसुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।भगवान की आरती करें।भगवान को भोग लगाएं।इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फसात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें।इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।रमा एकादशी आरती PDF / Rama Ekadashi Aarti in Hindiॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता ।विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता ।। ॐ।।तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी ।गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी ।।ॐ।।मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी।शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा, मुक्तिदाता बन आई।। ॐ।।पौष के कृष्णपक्ष की, सफला नामक है,शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा, आनन्द अधिक रहै ।। ॐ ।।नाम षटतिला माघ मास में, कृष्णपक्ष आवै।शुक्लपक्ष में जया, कहावै, विजय सदा पावै ।। ॐ ।।विजया फागुन कृष्णपक्ष में शुक्ला आमलकी,पापमोचनी कृष्ण पक्ष में, चैत्र महाबलि की ।। ॐ ।।चैत्र शुक्ल में नाम कामदा, धन देने वाली,नाम बरुथिनी कृष्णपक्ष में, वैसाख माह वाली ।। ॐ ।।शुक्ल पक्ष में होय मोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी,नाम निर्जला सब सुख करनी, शुक्लपक्ष रखी।। ॐ ।।योगिनी नाम आषाढ में जानों, कृष्णपक्ष करनी।देवशयनी नाम कहायो, शुक्लपक्ष धरनी ।। ॐ ।।कामिका श्रावण मास में आवै, कृष्णपक्ष कहिए।श्रावण शुक्ला होय पवित्रा आनन्द से रहिए।। ॐ ।।अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की, परिवर्तिनी शुक्ला।इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में, व्रत से भवसागर निकला।। ॐ ।।पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में, आप हरनहारी।रमा मास कार्तिक में आवै, सुखदायक भारी ।। ॐ ।।देवोत्थानी शुक्लपक्ष की, दुखनाशक मैया।पावन मास में करूं विनती पार करो नैया ।। ॐ ।।परमा कृष्णपक्ष में होती, जन मंगल करनी।।शुक्ल मास में होय पद्मिनी दुख दारिद्र हरनी ।। ॐ ।।जो कोई आरती एकादशी की, भक्ति सहित गावै।जन गुरदिता स्वर्ग का वासा, निश्चय वह पावै।। ॐ ।।<strong>You may also like :</strong><a href="https://pdffile.co.in/rama-ekadashi-vrat-katha/">रमा एकादशी व्रत कथा | Rama Ekadashi Vrat Katha PDF in Hindi</a><strong>You can download रमा एकादशी व्रत पूजा विधि PDF / Rama Ekadashi Vrat Pooja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.</strong>#रम #एकदश #वरत #पज #वध #Rama #Ekadashi #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post <a href="https://www.ebookmela.co.in/download/%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%b6%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%bf-rama">रमा एकादशी व्रत पूजा विधि | Rama Ekadashi Puja Vidhi…
काली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja Vidhi PDF in Hindi
काली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja Vidhi PDF Detailsकाली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja VidhiPDF Nameकाली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja Vidhi PDFNo. of Pages3PDF Size0.56 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
काली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja Vidhi Hindi PDF Summaryनमस्कार पाठकों, प्रस्तुत लेख से आप काली चौदस पूजा विधि PDF प्राप्त कर सकते हैं। काली चौदस की पूजा व व्रत माँ काली को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। काली माँ का पूजन करने से व्यक्ति के शत्रुओं का नाश हो जाता है तथा उसे किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता। काली माँ का पूजन व्यक्ति के जीवन को बहुत अधिक परिवर्तित कर देता है।बहुत से लोग माँ काली के स्वरुप को रौद्र रूप के रूप में देखते हैं तथा डरते हैं, जबकि ऐसा नहीं है माँ काली की कृपा से व्यक्ति के परिवार पर आने वाले जाने – अनजाने संकटों का नाश होता है। आप यहां लेख में दी गयी काली चौदस पूजा विधि को पढ़कर उस विधि के अनुसार माँ काली का पूजन कर सकते हैं। काली चौदस पूजन विधि / Kali Chaudas Pujan Vidhiकाली चौदस पूजा करने से पहले अभ्यंग स्नान करना होता है। ऐसी मान्यता है कि अभ्यंग स्नान करने से व्यक्ति नरक में जाने से बच जाता है।इसके बाद जब आप काली पूजा में बैठे तो किसी न किसी सुंगध का शरीर में प्रयोग जरूर करें।इसके बाद मां काली की मूर्ति की स्थापना एक चौकी पर करें।चौकी पर आसन लाल रंग का दें।इसके बाद दीप जलाएं और ऊपर दी गई पूजा सामग्री को काली मां के निमित्त अर्पित करें।इसके बाद काली चालीसा, आरती और ध्यान लगाएं। काली चौदस पूजा सामग्री / Kali Chaudas Puja Samagriअगरबत्ती, धूप, फूल, काली उरद दाल, गंगा जल, हल्दी, हवन सामग्री, कलश, कपूर, कुमकुम, नारियल, देसी घी, चावल, सुपारी, शंख, पूर्णपतत्र, निरंजन, लकड़ी जलाने के लिए लाइटर, छोटी-छोटी और पतली लकड़ियां, घन्टा(बेल), गुड़, लाल, पीले रंग रंगोली के लिए, कॉटन की बॉल्स आदि सामग्री को इस पूजा में इस्तेमाल की जाती है।काली माँ की आरती / Kali Maa Ji Ki Aartiअम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली lतेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती llतेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी lदानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी llसौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली lदुखिंयों के दुखडें निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती llमाँ बेटे का है इस जग में, बडा ही निर्मल नाता lपूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता llसब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली lदुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती llनहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना lहम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना llसबकी बिगडी बनाने वाली, लाज बचाने वाली lसतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती llअम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली lतेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती llYou can download Kali Chaudas Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.#कल #चदस #पज #वध #Kali #Chaudas #Puja #Vidhi #PDF #HindiThe post काली चौदस पूजा विधि | Kali Chaudas Puja Vidhi PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

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