eBookmela
10.1K subscribers
1 video
33 files
32.5K links
[ebookmela.co.in] Download any book any time any format, eBookmela gives you lots of possibilities to download any book. here you can download eBook, pdf book, ...
Download Telegram
चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF in Hindi
चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF Detailsचंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki AartiPDF Nameचंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDFNo. of Pages4PDF Size0.71 MBLanguageHindiCategoryReligion & SpiritualityAvailable ateBookmelaDownload LinkAvailable Downloads26
चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti Hindi PDF Summaryनवरात्री के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। माँ चंद्रघंटा का यह स्वरूप परम सौम्य व शांतिदायक है। चंद्रघंटा देवी के मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। देवी ग्रंथों में इन्हें स्वर्ण वर्ण कहा गया है। इनके दस हाथ होते हैं। इनके दसों हाथों में खड्ग आदि शस्त्र तथा बाण आदि अस्त्र विभूषित हैं। सिंह माता चंद्रघंटा का वाहन है। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्यत रहने की होती है।देवी चंद्रघंटा के दिन लोग इनका व्रत करते हैं तथा पूजन करते हैं। देवी के पूजन के अंत में आरती अवश्य करनी चाहिए। देवी चंद्रघंटा की आरती बहुत ही मधुर एवं प्रचलित है। प्रचलित होने के कारण यह आरती नवरात्री के तीसरे दिन प्रत्येक घर में गयी जाती है। देवी चंद्रघंटा के पूजन व उपवास के व्यक्ति के सौंदर्य में वृद्धि होती है। मां चंद्रघंटा की आरती / Maa Chandraghanta Aarti Lyricsजय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥मन की मालक मन भाती हो।चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो॥सुन्दर भाव को लाने वाली।हर संकट में बचाने वाली॥हर बुधवार को तुझे ध्याये।श्रद्दा सहित तो विनय सुनाए॥मूर्ति चन्द्र आकार बनाए।सन्मुख घी की ज्योत जलाएं॥शीश झुका कहे मन की बाता।पूर्ण आस करो जगत दाता॥कांचीपुर स्थान तुम्हारा।कर्नाटिका में मान तुम्हारा॥नाम तेरा रटू महारानी।भक्त की रक्षा करो भवानी॥ माँ चंद्रघंटा बीज मंत्र / Maa Chandraghanta Beej Mantraया देवी सर्वभू‍तेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।चंद्रघंटा माता का श्लोक / Maa Chandraghanta Shlokaपिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता |प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघण्टेति विश्रुता ||माँ चंद्रघंटा पूजा विधि / Chandraghanta Mata Puja Vidhiसर्वप्रथम प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात पूजा स्थान पर गंगाजल छिड़कें।अब मां चंद्रघंटा माता का ध्यान करें और उनके समक्ष दीपक प्रज्वलित करें।अब माता रानी को अक्षत, सिंदूर, पुष्प आदि चीजें अर्पित करें।इसके बाद मां को प्रसाद के रूप में फल और मिष्ठान अर्पित करें।अब मां चंद्रघंटा की आरती करें।अंत में देवी माँ से आशीर्वाद ग्रहण करें।You can download Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF in Hindi by clicking on the following download button.#चदरघट #मत #क #आरत #Chandraghanta #Mata #Aarti #PDF #HindiThe post चंद्रघंटा माता की आरती | Chandraghanta Mata Ki Aarti PDF in Hindi appeared first on eBookmela. upload by pdfDON

via eBookmela
Download Link https://bit.ly/3hsFgPx