धर्म ज्ञान : जय श्री राम
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सत्य पंथ का करी प्रचारा॥
देश धर्म का करि विस्तारा ||
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साभार...
छिनाल + खबीस चैनल यही
धुन पीट रहे थे ना कि हिन्दू ही नहीं मुस्लिम #आदिल घोड़े वाले को भी मारा गया है...

तो अब पुख्ता सबूत भी सामने आ ही गया कि आदिल ने ही #पाकिस्तानियों को खाना और #लॉजिस्टिकल सपोर्ट दिया था।दरअसल आदिल पहले से ही आतंकवादी था।आदिल 2018 में महजबी तौर से #कट्टरपंथी बनने के बाद #हिज्बुल_मुजाहिदीन में शामिल हुआ। वह वैध दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान गया,जहां उसने लश्कर-ए-तैयबा के साथ कड़ी ट्रेनिंग ली।2024 में वह कश्मीर घाटी लौट आया और कश्मीर में #पाकिस्तानी_आतंकवादियों का मददगार बन गया।उसकी मदद से ही पाकिस्तानी आतंकियों ने #कोकरनाग के जंगलों में 22 घंटे की ट्रैकिंग की। आतंकियों ने टट्टूवालों और लोकल लोगों को मुखबिर बना रखा था।आदिल ने भी अपना नेटवर्क बना रखा था। टूरिस्टों के बीच रोजी-रोटी कमाने वाले भी उसके मुखबिर थे।आदिल घोड़ेवाले के रूप में हिन्दुओं को ऊचाईयों पर ले गया।हिन्दू मना करते रहे फिर भी ले गया।जब आतंकी हिन्दुओं को मार रहा था तब सबूत को मिटाने के लिए आतंकियों ने इस आदिल को भी मार गिराया न कि बंदूक छीनने के क्रम में मारा।
कुल मिलाकर आदिल देशभक्त या शहीद नहीं था,उसने कोई बंदूक या कुछ नहीं छीना।बस जौ के बीच में घुन पीसा गया। आदिल गद्दार था आतंकी था।
राम राम रहेगी सभी को!
साभार...
पिछले एक सप्ताह में पाकिस्तानियों,बंगलादेशियों और रोहिंज्ञाओं पर जितनी बढ़िया कार्यवाही #गुजरात सरकार ने की है... किसी अन्य प्रदेश में नहीं दिखाई पड़ी है !....
देश के सभी प्रदेशों में #वीसा समाप्त होने के बाबजूद पाकिस्तानियों/ बंगलादेशी/ रोहिंग्या घुसपैठियों की बहुत बड़ी संख्या छुपी हुई है !रामपुर में तो एक पाकिस्तानी मां-बेटी सरकारी स्कूल की अध्यापिका बनी हुई थीं...मां रिटायर हो चुकी थी,बेटी प्राथमिक पाठशाला में मुख्य अध्यापक बनी बैठी थी... बेटी 15 वर्ष की सरकारी नौकरी के बाद अब फरार है !....
#सेकुलर पार्टी की सरकारों से तो इस मामले में कोई उम्मीद नहीं थी,लेकिन भाजपा शासित प्रदेशों में इस मामले में कोई खास प्रगति नहीं दिख रही है...कल तक सिर्फ 550 पाकिस्तानी ही अटारी बार्डर से वापस पाकिस्तान गए थे.. मेरे विचार से यह संख्या नगण्य है !
दिल्ली में 5000 पाकिस्तानियों की लिस्ट प्राप्त है,लेकिन इसमें सिग्नेचर ब्रिज और मजनू का टीला में रहने वाले पाकिस्तानी हिन्दूजन की संख्या 2300 से ज़्यादा है !
अब देखना है कि ओखला,बटला हाउस,शाहीन बाग, मुस्तफाबाद,जाफराबाद,शिवविहार, पूर्वी-उत्तरी दिल्ली में कितने पाकिस्तानी ढूंढे जाते हैं...यही स्थिति हरियाणा के गुरुग्राम,मेवात जैसे इलाकों में है... उत्तराखण्ड से सिर्फ 4 पाकिस्तानी वापस हुए है,हिमाचल में कोई संख्या नहीं आई... पंजाब में क्या चल रहा है... आप वालों से कोई उम्मीद नहीं..कर्नाटक,तमिलनाड,केरल में क्या हो रहा है,मालूम नहीं
मौके का लाभ उठाया जाना चाहिए था !! राम राम रहेगी सभी को!
बुद्धिमतां वरिष्ठम्
हनुमानजी कोई वानर नहीं थे।
हनुमानजी एक चक्षु थे।
वे इतना ही देखते थे कि मेरे राम का काम कितना होता है ?
आसक्ति की आदत
प्रभुकार्य की ओर मोड सकते हैं।
सर्व प्रथम भगवान के प्रति आसक्ति खडी करनी पडेगी।
उसका अभ्यास करना पडेगा।
अभ्यास
यानी
तस्य पुन: पुन: करणं नाम अभ्यास: ||
किया हुआ बार-बार करना इसका नाम अभ्यास है।
आसक्ति का अर्थ क्या है ?
आसक्ति एक रसायन है।
आवश्यकता + ममता = आसक्ति
भगवान की आवश्यकता लगनी चाहिए।
प्रारंभ में भौतिक आवश्यकता होती है।
गृहस्थी मनुष्य को लगता है कि अपनी इच्छा कौन पूर्ण करेगा ?
दीपक में तेल चाहिए।
उसके बिना दीपक प्रकाश नहीं देता।
उसी प्रकार भगवद्भक्ति के लिए संसारासक्ति होनी चाहिए।
भगवान की आवश्यकता लगनी चाहिए और ममता लगनी चाहिए तभी मय्यासक्त बना जाता है।
चारो जुग परताप तुम्हारा ||
है परसिद्ध जगत उजीयारा || हनुमानजी के जो गुण है
उनकी जो सत् ति है
जिसके परिणाम स्वरुप सृष्टि में सद्भावना पैदा हुई जिससे सारा विश्व प्रकाशमान हुआ उसी को कीर्तन कहा जाता है।
यह भगवान की कीर्ति है।
हनुमानजी के कार्य की सुगन्ध भगवान तक पहुँची इसलिए उनकी कीर्ति से संसार को प्रकाश मिला।
इसलिए
है परसिद्ध जगत उजियारा।
कीर्ति की अभिलाषा सद्गुण है और इसे भगवान ने ही अन्दर रखा है।
सद्गुण मर्यादा में रहे तो विकास के लिए उपयोगी है परन्तु मर्यादा छोडे तो कीर्ति की अभिलाषा मनुष्य का अध:पतन करती है।
परिणाम स्वरुप मानव भगवान से दूर चला जाता है।
संस्कृति के लिए कुल-कुटुम्ब की कीर्ति के लिये जिसका हृदय नहीं तपता।
जिस प्रकार हनुमानजी की कीर्ति है उन्होने कीर्ति को सँभाला उसी प्रकार हमें भी भिन्न भिन्न कीर्तियों का पालन करना चाहिये।
ये सब सज्जनों भक्तों के लक्षण हैं।
जय श्री राम जय हनुमान
जितक्रोधो गुडाकेशो द्युतिमानरिमर्दनः।
रेणुकातनयः साक्षादजितोऽव्यय एव च॥
अर्थात्:
वे भगवान परशुराम जिन्होंने क्रोध पर विजय प्राप्त की है, जिनके घने केश हैं, जो तेजस्वी हैं, शत्रुओं का नाश करने वाले हैं, माता रेणुका के प्रत्यक्ष पुत्र हैं, और जो अजेय व अविनाशी हैं—उनका स्मरण हमें धर्म, संयम और पराक्रम की प्रेरणा देता है।

धर्म की रक्षा केवल शस्त्रों से नहीं, अपितु संयम, आत्मबल और सत्य पर अडिग रहने से होती है। भगवान परशुराम का जीवन इसका उत्तम उदाहरण है। वे ब्राह्मण होते हुए भी क्षात्रधर्म का पालन करते हुए अधर्म विनाश करते रहे। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि जहां अन्याय हो, वहां चुप रहना भी अधर्म है।

जिस प्रकार उन्होंने समाज में फैले अत्याचार और भ्रष्ट आचार का अंत कर धर्म की पुनः स्थापना की, वैसे ही आज के युग में भी हमें नैतिकता, न्याय और सत्य के लिए खड़े होने का साहस रखना चाहिए।

|धर्मो रक्षति रक्षितः जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है।
।जय श्री राम।
#परशुरामाष्टाविंशतिनामस्तोत्रम्!!{28 नाम}
श्री गणेशाय नमः ।
ऋषिरुवाच ।
यमाहुर्वासुदेवांशं हैहयानां कुलान्तकम् ।
त्रिःसप्तकृत्वो य इमां चक्रे निःक्षत्रियां महीम् ॥ १॥

दुष्टं क्षत्रं भुवो भारमब्रह्मण्यमनीनशत् ।
तस्य नामानि पुण्यानि वच्मि ते पुरुषर्षभ ॥ २॥

भूभारहरणार्थाय मायामानुषविग्रहः ।
जनार्दनांशसम्भूतः स्थित्युत्पत्त्यप्ययेश्वरः ॥ ३॥

भार्गवो जामदग्न्यश्च पित्राज्ञापरिपालकः ।
मातृप्राणप्रदो धीमान् क्षत्रियान्तकरः प्रभुः ॥ ४॥

रामः परशुहस्तश्च कार्तवीर्यमदापहः ।
रेणुकादुःखशोकघ्नो विशोकः शोकनाशनः ॥ ५॥

नवीननीरदश्यामो रक्तोत्पलविलोचनः ।
घोरो दण्डधरो धीरो ब्रह्मण्यो ब्राह्मणप्रियः ॥ ६॥

तपोधनो महेन्द्रादौ न्यस्तदण्डः प्रशान्तधीः ।
उपगीयमानचरितः सिद्धगन्धर्वचारणैः ॥ ७॥

जन्ममृत्युजराव्याधिदुःखशोकभयातिगः ।
इत्यष्टाविंशतिर्नाम्नामुक्ता स्तोत्रात्मिका शुभा ॥ ८॥

अनया प्रीयतां देवो जामदग्न्यो महेश्वरः ।
नेदं स्तोत्रमशान्ताय नादान्तायातपस्विने ॥ ९॥

नावेदविदुषे वाच्यमशिष्याय खलाय च ।
नासूयकायानृजवे न चानिर्दिष्टकारिणे ॥ १०॥

इदं प्रियाय पुत्राय शिष्यायानुगताय च ।
रहस्यधर्मो वक्तव्यो नान्यस्मै तु कदाचन ॥ ११॥

॥ इति परशुरामाष्टाविंशतिनामस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

***""""""""""""******
भगवानपरशुरामस्तुती!!
श्री गणेशाय नमः ।
कुलाचला यस्य महीं द्विजेभ्यः प्रयच्छतः सोमदृषत्त्वमापुः ।
बभूवुरुत्सर्गजलं समुद्राः स रैणुकेयः श्रियमातनीतु ॥ १॥

नाशिष्यः किमभूद्भवः किपभवन्नापुत्रिणी रेणुका
नाभूद्विश्वमकार्मुकं किमिति यः प्रीणातु रामत्रपा ।
विप्राणां प्रतिमन्दिरं मणिगणोन्मिश्राणि दण्डाहतेर्नांब्धीनो
स मया यमोऽर्पि महिषेणाम्भांसि नोद्वाहितः ॥ २॥

पायाद्वो यमदग्निवंशतिलको वीरव्रतालङ्कृतो
रामो नाम मुनीश्वरो नृपवधे भास्वत्कुठारायुधः ।
येनाशेषहताहिताङ्गरुधिरैः सन्तर्पिताः पूर्वजा
भक्त्या चाश्वमखे समुद्रवसना भूर्हन्तकारीकृता ॥ ३॥

द्वारे कल्पतरुं गृहे सुरगवीं चिन्तामणीनङ्गदे पीयूषं
सरसीषु विप्रवदने विद्याश्चतस्रो दश ।
एव कर्तुमयं तपस्यति भृगोर्वंशावतंसो मुनिः
पायाद्वोऽखिलराजकक्षयकरो भूदेवभूषामणिः ॥ ४॥

॥ इति परशुराममस्तुतिः ॥
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : बुधवार
दिनांक: 30 अप्रैल 2025
सूर्योदय : 5:46 प्रात:
सूर्यास्त : 6:35 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : तृतीया 2:17 अपराह्न तक फिर चतुर्थी
नक्षत्र : रोहिणी 4:21 सांय तक फिर मृगशिरा
योग : शोभन 12:03 अपराह्न तक फिर अतिगण्ड
राहुकाल : 12:11 - 1:47 अपराह्न तक
विशेष: अक्षय तृतीया
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
अप्रैल 30, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
उभाभ्यामेव पक्षाभ्यां शथा खे पक्षिणां गति: ।
तथैव ज्ञानकर्मभ्यां जायते परमं पदम् ॥
जिस तरह दो पंखो के आधार से पक्षी आकाश में उंचा उड सकता है उसी तरह ज्ञान तथा कर्म से मनुष्य परब्रह्म को प्राप्त कर सकता है ।
जय श्री गणेश
जय श्री राम
देवदेवसुतं देवं जगद्विघ्नविनायकम्।
हस्तिरूपं महाकायं सूर्यकोटिसमप्रभम्॥
एकदन्तं प्रलम्बोष्ठं नागयज्ञोपवीतिनम्।
त्र्यक्षं गजमुखं कृष्णं सुकृतं रक्तवाससम्॥
दन्तपाणिं च वरदं ब्रह्मण्यं ब्रह्मचारिणम्।
पुण्यं गणपतिं दिव्यं विघ्नराजं नमाम्यहम्॥
ॐ श्री गणाधिपतये नमः
सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु
सादर अभिनन्दम्
जयतु भारत राष्ट्रम्
प्रभात मङ्गलम्
आज 30 अप्रैल को वैशाख शुक्लपक्ष की उदया तिथि तृतीया और बुधवार है तृतीया आज दोपहर 2:13 तक रहेगी आज दोपहर 12:02 तक शोभनयोग रहेगा साथ ही आज शाम 4:18 तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज अक्षय तृतीया मनाई जाएगी अक्षय तृतीया के दिन सोने-चांदी की खरीदारी और शुभ कार्यों की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।
🌺🐀🙏🙏🐀🌺
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : गुरुवार
दिनांक: 01 मई 2025
सूर्योदय : 5:46 प्रात:
सूर्यास्त : 6:36 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : चतुर्थी 11:28 पूर्वाह्न तक फिर पंचमी
नक्षत्र : मृगशिरा 2:24 अपराह्न तक फिर आर्द्रा
योग : अतिगण्ड 8:34 प्रातः तक फिर सुकर्मा
राहुकाल : 1:47 - 3:23 अपराह्न तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
मई 1, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय  हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्चैव लज्जति ।
तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षणम् ॥
जो कर्म करने के पश्चात, करते हुए या करने से पहले शर्म आए,
एसे सभी कर्म तामसिक माने गये हैं।
जय श्री हरिविष्णु
जय श्री राम
मई 1, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
मनसा चिन्तितंकर्मं वचसा न प्रकाशयेत् ।
अन्यलक्षितकार्यस्य यत: सिद्धिर्न जायते ॥
मन मे की हुई कार्य की योजना दुसरों को न बताये ।
दूसरे को उसकी जानकारी होने से कार्य सफल नही होता ।
जय श्री हरि
जय श्री राम
जय सेवकवत्सल करुणासागर वाञ्छितपूरक देहि पदम् ।
जय पूतधरातल देवपरात्पर सत्त्वगुणाकर देहि पदम्॥
जय गोकुलभूषण कंसनिषूदन सात्वतजीवन देहि पदम्।
जय योगपरायण संसृतिवारण ब्रह्मनिरञ्जन देहि पदम्॥
जय नित्यनिरामय दीनदयामय चिन्मय माधव देहि पदम्।
जय पामरपावन धर्मपरायण दानवसूदन देहि पदम्॥
ॐ श्री माधवाय नमः
सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु
सादर अभिनन्दम्
जयतु भारत राष्ट्रम्
प्रभात मङ्गलम्
आज 1 मई को वैशाख शुक्लपक्ष की उदया तिथि चतुर्थी और गुरुवार है चतुर्थी आज दोपहर पहले 11:24 तक रहेगी आज सुबह 8:04 से शुरू होकर कल सुबह 5:39 तक सुकर्मा योग रहेगा साथ ही आज दोपहर 2:21 तक मृगशिरा नक्षत्र रहेगा इसके अलावा आज वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है।
🌼🦚🙏🙏🦚🌼
जातिगत जनगणना

भारत सरकार ने यकायक देश की मीडिया और लोगों का विमर्श बदल डाला, समर्थक मास्टर स्ट्रोक, तो पूर्व समर्थक तंज मारकर कुढ़ रहे है। वही, अखिलेश, राहुल और लालू के समर्थक अपने अपने नेताओं की जीत बतला रहे है।

कुछ पीएम मोदी को कोस रहे है और पाकिस्तान से बदला भूलने की बातें लिख रहे है।

कतई शीघ्र पतन वाली प्रतिक्रियाएं देने लगते है, अभी इसके उलट कुछ आयेगा तो कहेंगे मैंने लिखा था न, ऐसा होगा। ब्ला ब्ला

पहलगाम अटैक का प्रतिउत्तर हर राष्ट्रवादी को चाहिए किंतु…किंतु! सेना के अधिकार क्षेत्र का मामला है समय और लक्ष्य वे तय करेंगे और अपने टारगेट को प्राप्त करेंगे। सोशल मीडिया पर बैठकर थोड़े हो जाएगा। राजनीति भी कुछ होती है।

इतना तय है कि बीजेपी का भविष्य और दिशा सेना का प्रहार बतलाएगा। क्योंकि पीएम मोदी और शाह की राजनीतिक पिच राष्ट्रवाद और हिंदुत्व है। पहलगाम में दोनों पर चोट हुई है, यानी पीएम मोदी की साख पर, ऐसे में राष्ट्रीय संकल्प को भूल जाना संभव नहीं है।

परफेक्शन बनाये जाते है।
क्योंकि मीडिया अपने कृत्यों से बाज नहीं आयेगी। दिनभर इसी मुद्दे को कवर में लगी हुई थी। एक चैनल और एंकर तो बहुत आगे निकल गए कि स्टूडियो में फाइटर प्लेन का सेट बनाकर पाकिस्तान का हाल जानने पहुँच गए।

तूफ़ान से पहले की शांति करने की कोशिश है। बाक़ी होगा वही जो राम रचि राखा।
26 मर्द एक जगह मारे गए। इनमें से किसी ने मौत को सामने देखकर.. भी.. छीन झपट, लड़ने पटकने का नहीं सोचा.. । हथियार देखने के बाद हर किसी की हिम्मत जवाब दे जाती है ये सच बात है लेकिन जब मौत निश्चित हो गई हो ... तब ? ?
आखिरी कोशिश तो बनता ही था...

लेकिन कोई लड़ेगा भी कैसे जब जिंदगी में कभी .. combat training लिया ही ना हो ? जूडो karate, martial art का basic भी ना सीखा हो।

जब सामने वाले ने बोल दिया कि पैंट उतारो और खतना दिखाओ..

तो इसका मतलब था कि.. खतना हुआ नहीं है तो मरना तय है। मौत निश्चित हो गई थी। ऐसे में खतना दिखाने से अच्छा था भिड़ जाना..

लेकिन बेचारे क्या करेंगे ?..

कुछ ने तो सोचा होगा कि ये भारतीय सैनिक हैं क्योंकि उसी ड्रेस में थे।

परंतु कुछ को मरते देख तो समझ ही गए होंगे कि आतंकवादी हैं। ऐसा समझ कर ही कुछ लोग भागे और खाई, गड्ढे में छुपकर जान बचा पाए।

ऐसे समय में gym वगैरह kaam nahin aata। आप सामने वाले को सिर्फ एक या दो अटैक में गिरा सकते हो ? बेहोश कर सकते हो ? या नहीं ? ये काम आता है...

ये चीज सीखना पड़ता है.. बहुत आसान है.. बशर्ते सीखा जाए।

हिंदुओं का बस ये रहता है कि किसी ने बंदूक तान दिया है तो मेरे गिड़गिड़ाने पर शायद छोड़ दे ? शायद उसको दया आ जाए ? शायद मेरे बीवी बच्चों को देख दिल पसीज जाए ? मैं एकदम surrender कर दूंगा तो शायद खुश हो जाए ?

ऐसा नहीं होता है यार..बच्चों को combat फाइट सिखाना चाहिए।
मई 5, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
श्रुतिविप्रतिपन्ना ते यदा स्थास्यति निश्र्चला |
समाधावचला बुद्धिस्तदा योगमवाप्स्यसि ||
श्री कृष्ण कहते हैं कि हे पार्थ, जब तुम्हारा मन कर्मों के फलों से प्रभावित हुए बिना और वेदों के ज्ञान से विचलित हुए बिना आत्मसाक्षात्कार की समाधि में स्थिर हो जायेगा तब तुम्हें दिव्य चेतना की प्राप्ति हो जायेगी|
हर हर महादेव
जय श्री राम
मई 6, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
हम त्रि-नेत्रीय वास्तविकता का चिंतन करते हैं जो जीवन की मधुर परिपूर्णता को पोषित करता है और वृद्धि करता है। जिस प्रकार उर्वशी ने अमृत से मुक्ति पायी, उसी प्रकार मुझे भी मृत्यु के बंधन से मुक्त कर दीजिये।
जय श्री महादेव
जय श्री राम
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : मंगलवार
दिनांक: 06 मई 2025
सूर्योदय : 5:43 प्रात:
सूर्यास्त : 6:38 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : नवमी 8:40 प्रातः तक फिर दशमी
नक्षत्र : मघा 3:51 अपराह्न तक फिर पूर्वा फाल्गुनी
योग : ध्रुव 12:27 रात्रि तक फिर व्याघात
राहुकाल : 3:24 - 5:01 सांय तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
गंगाजल
सफेद बालू
गोइठा - १०
आम की लकड़ी ५ kg
गाय का गोबर - मूत्र -दूध २ लीटर -दही १ पाव
आम पीपल पाकड बरगद गूलर का पल्लव 6-6 ढेपा
कुशा 100 पेड़
दूब - तुलसी मंजरी ,बेलपत्र , शमीपत्र
फूल - माला
पलाश का पत्तल १०
पान का पत्ता १००
पेड़ा - १ kg
फल - सेव - अंगूर
नारियल - 7 पीस
मिट्टी का कलश - ६
ढकनी ५०
दिया ५०
भरुका १०
मेटा - १
सप्तधान्य १००ग्रा
सप्तमृत्तिक २
सर्वौषधि २
पंचरत्न -6
खडी सोपाड़ी ५०० ग्रा
खड़ी हल्दी १ पाव
सतावर १० रू
हल्दी पाउडर १० रू
अष्टगंध चंदन १ डिब्बी
रोली सिन्दूर १० रू
अबीर बुक्का १० रू
रुई १० रू
रक्षा छुट्टा १० रू
तिल का तेल २०० m l
कपूर ५० ग्रा
माचिस २
जनेऊ २ बंडल
कच्चा सूत १ बंडल
गाय का घी ५०० ग्रा
शहद १०० ml
चीनी ५०० ग्रा
लाल चूड़ी १ दर्जन
पीली सरसों ५ रू
चावल २ kg
जौ १kg
कालातिल १kg
कमलगट्टा जटामासी इंद्रजौ गुग्गुल १० - १० रुपये का
बिष्णु २ ब्रहमा १ रूद्र १यम १ प्रेत १ मूर्ति
लाल पीला सफेद काला नीला कपड़ा २ -२ मीटर
सेंट स्प्रे वाला १
अगरबत्ती ५० रू
पंचमेवा १ पाव
लवग लाची २० - २० रू
फूल की थाली लोटा कटोरा १ सेट
स्टील की थाली लोटा कटोरा चम्मच बाल्टी १ सेट
पिण्डा के लिए चावल का आटा १ kg
चौक बनाने के लिए गेहूं का आटा १/२ kg
फूल - माला
पलाश का पत्तल १०
पान का पत्ता १००
पेड़ा - १ kg
फल - सेव - अंगूर
नारियल - 7 पीस
सप्तधान्य १००ग्रा
सप्तमृत्तिक २
सर्वौषधि २
पंचरत्न -6
खडी सोपाड़ी ५०० ग्रा
खड़ी हल्दी १ पाव
सतावर १० रू
हल्दी पाउडर १० रू
अष्टगंध चंदन १ डिब्बी
रोली सिन्दूर १० रू
अबीर बुक्का १० रू
रुई १० रू
रक्षा छुट्टा १० रू
तिल का तेल २०० m l
कपूर ५० ग्रा
जनेऊ २ बंडल
कच्चा सूत १ बंडल
गाय का घी ५०० ग्रा
शहद १०० ml
लाल चूड़ी १ दर्जन
पीली सरसों ५ रू
जौ १kg
कालातिल १kg
कमलगट्टा जटामासी इंद्रजौ गुग्गुल १० - १० रुपये का
बिष्णु २ ब्रहमा १ रूद्र १यम १ प्रेत १ मूर्ति
लाल पीला सफेद काला नीला कपड़ा २ -२ मीटर
सेंट स्प्रे वाला १
अगरबत्ती ५० रू
पंचमेवा १ पाव
लवग लाची २० - २० रू
फूल की थाली लोटा कटोरा १ सेट
स्टील की थाली लोटा कटोरा चम्मच बाल्टी १ सेट