ये लेख थोड़ा सख्त है, सेकुलर कीड़े दूर रहें।
जो कहना है सीधे कहूंगा घुमा फिरा कर नहीं।
शीर्षक - “जड़ उखाड़ो जड़”
सीना ठोक कर कहता हूं “आतंक का मजहब” होता है। मजहब ही सिखाता है खून बहाना। मजहब ही 72 हूरों के सपने दिखाता है।
मजहब ही सीखता है 16-16 साल के बच्चों को कमर में बम बांधकर हूरों के लिए फट जाना...
शेष कमेंट में पढ़िए....
“आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता ” पूरी तरह से झूठ है। आइए पहले भूमिका बनाते हैं, इसके बाद आज के लेख पर बात करेंगे।
1993 किस्तवार : बस हाइजेक की गई ,
सिर्फ हिन्दू मार दिए बाकी छोड़ दिए।
1998 वंधामा :
सिर्फ हिन्दुओ के घर मे चुन कर 23 लोग मारे।
1998 ऊधमपुर : प्राणकोट गाव में हिन्दुओ को जबर्जस्ती कलमा पढ़ने को कहा , 29 को मारा।
सन् 2000 ईस्वी ,
चित्तीसिंहपुर गाव मे 36 सिख चुन कर मारे l।
105 हिन्दू अमरनाथ यात्री मारे , 2001 मे भी मारे , 2017 मे भी।
2003 नंदीमार्ग गाँव : 24 हिन्दू घर से निकाल कर मारे।
2006 डोडा : 54 हिन्दू चुनकर मारे , जिनमे 4 छोटी 3 साल की बच्चीया भी , इतना बेदर्दी से मारा की पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर को हार्टअटैक आ गया।
2021 : स्कूल मे हमला किया , चुन चुन कर सिर्फ हिन्दू टीचर मारे। ऐसी हजारों घटनाएं हैं जो काश्मीर ही नहीं देश भर में हजार साल से घट रही हैं।
लिस्ट बहुत लंबी है अगर लिखूं तो, लेकिन जैसे लोग ये सब भूल गए 2025 पहलगांम भी भूल जाएंगे।
संभव है कुछ दिन बाद आप एक एयर स्ट्राइक करके 'बदला' ले लेंगे। हो सकता है कुछ थोड़ा सा और बड़ा कर लें।
लेकिन सब कुछ जानते हुए भी लोकतंत्र की दुहाई देते हुए आप ताल ठोंककर यह कभी नहीं कह पाएंगे कि इस्लाम केवल मजहब नहीं बल्कि "एक साम्राज्यवादी मिलिट्री की विचारधारा, है।
जिसका मकसद सारी दुनियां पर कब्जा(दारुल ए इस्लाम) करना है । जिसमें किसी दूसरे धार्मिक विश्वास के लिए कोई जगह नहीं।
वह मिलिटेंट तब तक आपको काफिर कहते हुए मारते रहेंगे जब तक आप शुतुरमुर्ग नीति के तहत बालू में सर घुसेड़ कर सहिष्णुता, अहिंसा,मानवता, असहमति का अधिकार आदि कहकर बचने की कोशिश करते रहेंगे।
इराक, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, कश्मीर, मुंबई हमला, मुर्शिदाबाद, बंगाल, कोलकाता, केरला, पहलगाम होता ही रहेगा।
जमीन छिनती ही जाएगी हिंदू मारे ही जाते रहेंगे बच्चियों से बलात्कार होता रहेगा मंदिर तोड़े ही जाते रहेंगे।
धीरे-धीरे ऐसी स्थितियां आ जाएगी कि आप अपनी जमीन छोड़कर भागने लायक आपके पास कोई जगह नहीं रह जाएगी...
इराक से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, ईरान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, अफगानिस्तान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे,
पाकिस्तान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, बांग्लादेश से बहुत धर्मांतरित हुए कुछ भागे, कश्मीर से भागे, अब यूपी से कहां भागोगे?
शेष भारत के 19 प्रदेशों में ही बहुसंख्यक बचे हो वहां से तो अब भागने की जगह भी नहीं बची।
अब पलटो जड़ खत्म करो।
आप जड़ को छोड़कर पत्तों को तोड़ते रहिये, इस विषैले पेड़ का कुछ न बिगड़ेगा। आतंक की जड़ खोद कर फेंको तभी बचोगे।
आतंक का जड़ क्या है, आपको समझ आ गया तो कमेंट में बता देना। जिसके समझ में नहीं आया वो खुद को जड़ समझ लेना।
जो कहना है सीधे कहूंगा घुमा फिरा कर नहीं।
शीर्षक - “जड़ उखाड़ो जड़”
सीना ठोक कर कहता हूं “आतंक का मजहब” होता है। मजहब ही सिखाता है खून बहाना। मजहब ही 72 हूरों के सपने दिखाता है।
मजहब ही सीखता है 16-16 साल के बच्चों को कमर में बम बांधकर हूरों के लिए फट जाना...
शेष कमेंट में पढ़िए....
“आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता ” पूरी तरह से झूठ है। आइए पहले भूमिका बनाते हैं, इसके बाद आज के लेख पर बात करेंगे।
1993 किस्तवार : बस हाइजेक की गई ,
सिर्फ हिन्दू मार दिए बाकी छोड़ दिए।
1998 वंधामा :
सिर्फ हिन्दुओ के घर मे चुन कर 23 लोग मारे।
1998 ऊधमपुर : प्राणकोट गाव में हिन्दुओ को जबर्जस्ती कलमा पढ़ने को कहा , 29 को मारा।
सन् 2000 ईस्वी ,
चित्तीसिंहपुर गाव मे 36 सिख चुन कर मारे l।
105 हिन्दू अमरनाथ यात्री मारे , 2001 मे भी मारे , 2017 मे भी।
2003 नंदीमार्ग गाँव : 24 हिन्दू घर से निकाल कर मारे।
2006 डोडा : 54 हिन्दू चुनकर मारे , जिनमे 4 छोटी 3 साल की बच्चीया भी , इतना बेदर्दी से मारा की पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर को हार्टअटैक आ गया।
2021 : स्कूल मे हमला किया , चुन चुन कर सिर्फ हिन्दू टीचर मारे। ऐसी हजारों घटनाएं हैं जो काश्मीर ही नहीं देश भर में हजार साल से घट रही हैं।
लिस्ट बहुत लंबी है अगर लिखूं तो, लेकिन जैसे लोग ये सब भूल गए 2025 पहलगांम भी भूल जाएंगे।
संभव है कुछ दिन बाद आप एक एयर स्ट्राइक करके 'बदला' ले लेंगे। हो सकता है कुछ थोड़ा सा और बड़ा कर लें।
लेकिन सब कुछ जानते हुए भी लोकतंत्र की दुहाई देते हुए आप ताल ठोंककर यह कभी नहीं कह पाएंगे कि इस्लाम केवल मजहब नहीं बल्कि "एक साम्राज्यवादी मिलिट्री की विचारधारा, है।
जिसका मकसद सारी दुनियां पर कब्जा(दारुल ए इस्लाम) करना है । जिसमें किसी दूसरे धार्मिक विश्वास के लिए कोई जगह नहीं।
वह मिलिटेंट तब तक आपको काफिर कहते हुए मारते रहेंगे जब तक आप शुतुरमुर्ग नीति के तहत बालू में सर घुसेड़ कर सहिष्णुता, अहिंसा,मानवता, असहमति का अधिकार आदि कहकर बचने की कोशिश करते रहेंगे।
इराक, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, कश्मीर, मुंबई हमला, मुर्शिदाबाद, बंगाल, कोलकाता, केरला, पहलगाम होता ही रहेगा।
जमीन छिनती ही जाएगी हिंदू मारे ही जाते रहेंगे बच्चियों से बलात्कार होता रहेगा मंदिर तोड़े ही जाते रहेंगे।
धीरे-धीरे ऐसी स्थितियां आ जाएगी कि आप अपनी जमीन छोड़कर भागने लायक आपके पास कोई जगह नहीं रह जाएगी...
इराक से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, ईरान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, अफगानिस्तान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे,
पाकिस्तान से बहुत से धर्मांतरित हुए कुछ भागे, बांग्लादेश से बहुत धर्मांतरित हुए कुछ भागे, कश्मीर से भागे, अब यूपी से कहां भागोगे?
शेष भारत के 19 प्रदेशों में ही बहुसंख्यक बचे हो वहां से तो अब भागने की जगह भी नहीं बची।
अब पलटो जड़ खत्म करो।
आप जड़ को छोड़कर पत्तों को तोड़ते रहिये, इस विषैले पेड़ का कुछ न बिगड़ेगा। आतंक की जड़ खोद कर फेंको तभी बचोगे।
आतंक का जड़ क्या है, आपको समझ आ गया तो कमेंट में बता देना। जिसके समझ में नहीं आया वो खुद को जड़ समझ लेना।
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : शनिवार
दिनांक: 26 अप्रैल 2025
सूर्योदय : 5:46 प्रात:
सूर्यास्त : 6:52 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : कृष्ण
तिथि : त्रयोदशी 8:28 प्रातः तक फिर चतुर्दशी
नक्षत्र : उत्तरा भाद्रपद 6:27 प्रातः तक फिर रेवती
योग : वैधृति 8:41 प्रातः तक फिर विषकुम्भ
राहुकाल : 9:12 - 10:48 प्रातः तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : शनिवार
दिनांक: 26 अप्रैल 2025
सूर्योदय : 5:46 प्रात:
सूर्यास्त : 6:52 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : कृष्ण
तिथि : त्रयोदशी 8:28 प्रातः तक फिर चतुर्दशी
नक्षत्र : उत्तरा भाद्रपद 6:27 प्रातः तक फिर रेवती
योग : वैधृति 8:41 प्रातः तक फिर विषकुम्भ
राहुकाल : 9:12 - 10:48 प्रातः तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
अप्रैल 26, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
विवादो धनसम्बन्धो याचनं चातिभाषणम् ।
आदानमग्रतः स्थानं मैत्रीभङ्गस्य हेतवः॥
वाद-विवाद, धन के लिये सम्बन्ध बनाना, माँगना, अधिक बोलना,
ऋण लेना, आगे निकलने की चाह रखना – यह सब मित्रता के टूटने में कारण बनते हैं।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
विवादो धनसम्बन्धो याचनं चातिभाषणम् ।
आदानमग्रतः स्थानं मैत्रीभङ्गस्य हेतवः॥
वाद-विवाद, धन के लिये सम्बन्ध बनाना, माँगना, अधिक बोलना,
ऋण लेना, आगे निकलने की चाह रखना – यह सब मित्रता के टूटने में कारण बनते हैं।
जय श्री शनिदेव
जय श्री राम
अप्रैल 26, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
उद्यमेन हि सिद्ध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
नहि सुप्तस्य सिंहस्य मुखे प्रविशन्ति मृगाः।
किसी भी कार्य को केवल सक्रिय उत्साह से ही पूरा किया जा सकता है, अकेले काल्पनिक विचारों से कभी नहीं। सोते हुए सिंह के मुख में मृग (पशु) प्रवेश नहीं करते।
जय श्री शनि देव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
उद्यमेन हि सिद्ध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
नहि सुप्तस्य सिंहस्य मुखे प्रविशन्ति मृगाः।
किसी भी कार्य को केवल सक्रिय उत्साह से ही पूरा किया जा सकता है, अकेले काल्पनिक विचारों से कभी नहीं। सोते हुए सिंह के मुख में मृग (पशु) प्रवेश नहीं करते।
जय श्री शनि देव
जय श्री राम
तन्त्र शास्त्र में
हनुमानजी के अनेकों रूप भेद हैं
जिनमे 4 भेद मुख्य है
1: एक मुखी वानर हनुमान
2: पंच मुखी हनुमान
3: सप्त मुखी हनुमान
4: एकादश मुखी हनुमान
"वीर हनुमान" "रामदूत हनुमान" "सञ्जीवन दाता हनुमान" "लंका दहन वडवानल हनुमान" "लांगूल हनुमान" "शत्रुंजय हनुमान" आदि।
हनुमानजी मंगल ग्रह के अधिपति देवता है।
हनुमानजी के अनेकों रूप भेद हैं
जिनमे 4 भेद मुख्य है
1: एक मुखी वानर हनुमान
2: पंच मुखी हनुमान
3: सप्त मुखी हनुमान
4: एकादश मुखी हनुमान
"वीर हनुमान" "रामदूत हनुमान" "सञ्जीवन दाता हनुमान" "लंका दहन वडवानल हनुमान" "लांगूल हनुमान" "शत्रुंजय हनुमान" आदि।
हनुमानजी मंगल ग्रह के अधिपति देवता है।
हनुमानजी का एकाक्षरी मन्त्र
1. हूँ : उग्र
2. हं : सौम्य
हनुमान द्वादशाक्षरी मन्त्र
हं हनुमते रूद्रात्मकाय हूँ फट् ||
[ गारुड़ी तन्त्र ]
हौं ह्स्फ्रें ख्फ्रें ह्स्रौं ह्स्ख्फ्रें ह्स्रौं हनुमते नमः ||
[ द्वादशाक्षर मन्त्र ]
हं पवन नन्दनाय स्वाहा ||
ॐ नमो हरी मर्कट मर्कटाय स्वाहा ||
[ चतुर्दशाक्षरी मन्त्र ]
ॐ नमो भगवते आञ्जनेयाय महाबलाय स्वाहा ||
[ अष्टादशाक्षरी मन्त्र ]
जय श्री राम
1. हूँ : उग्र
2. हं : सौम्य
हनुमान द्वादशाक्षरी मन्त्र
हं हनुमते रूद्रात्मकाय हूँ फट् ||
[ गारुड़ी तन्त्र ]
हौं ह्स्फ्रें ख्फ्रें ह्स्रौं ह्स्ख्फ्रें ह्स्रौं हनुमते नमः ||
[ द्वादशाक्षर मन्त्र ]
हं पवन नन्दनाय स्वाहा ||
ॐ नमो हरी मर्कट मर्कटाय स्वाहा ||
[ चतुर्दशाक्षरी मन्त्र ]
ॐ नमो भगवते आञ्जनेयाय महाबलाय स्वाहा ||
[ अष्टादशाक्षरी मन्त्र ]
जय श्री राम
कलियुग में
मात्र हनुमान का ध्यान भर कर लेनें से सारे दुखों कष्टों और पीड़ाओं का अंत हो जाता है।
क्योंकि वे आज भी जीवित जागृत अवस्था में हमारें बीच विद्यमान हैं।
सतयुग में पावन रूप में सजीव रूप से विद्यमान हनुमान को शिव रूप में पूजा जाता था।
हनुमानजी
भगवान् शिव के रुद्रावतारों में शंकर सुवन केसरी नन्दन के रूप में कहलाये जाते थे।
त्रेता युग में
आंजनेय हनुमान ने
अपनें जन्मों जन्मों के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम का सान्निध्य और माता सीता का वात्सल्य प्राप्त किया।
जय जय श्रीबजरंगबली
जय श्री राम
मात्र हनुमान का ध्यान भर कर लेनें से सारे दुखों कष्टों और पीड़ाओं का अंत हो जाता है।
क्योंकि वे आज भी जीवित जागृत अवस्था में हमारें बीच विद्यमान हैं।
सतयुग में पावन रूप में सजीव रूप से विद्यमान हनुमान को शिव रूप में पूजा जाता था।
हनुमानजी
भगवान् शिव के रुद्रावतारों में शंकर सुवन केसरी नन्दन के रूप में कहलाये जाते थे।
त्रेता युग में
आंजनेय हनुमान ने
अपनें जन्मों जन्मों के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम का सान्निध्य और माता सीता का वात्सल्य प्राप्त किया।
जय जय श्रीबजरंगबली
जय श्री राम
भारत में विश्व के दूसरे नंबर की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी के बावजूद भी अनगिनत जिहाद मानसिकता को समर्थन देने वालों ने अपने बेटी बेटों का विवाह/निकाह भारत में न कर पाकिस्तान में करके रिश्तेदारी जोड़ रखी थी...
इसमे ज्यादातर कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, तथा उत्तर भारतीय राज्यों की महिलाओं का ही विवाह पाकिस्तान मे हुआ है, और ये क्षेत्र पाकिस्तानी आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं... पाकिस्तान में बेटी बेटी के निकाह के नाम पर आतंकी हैंडलर बने ये सब रिश्तेदारी निभाने वाले लोग आतंकवाद की कडी का हिस्सा है... भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानियों के लिए सभी तरह के वीजा रद्द होते ही इन सभी जिहादी मानसिकता वालों के दिल बिलबलाहट और छटपटाहट देखना है तो देश के विभिन्न हिस्सों में तथा अटारी बॉर्डर पर देखा जा सकता है...
राजस्थान की इस महिला ने 10 साल पहले पाकिस्तान के दरिंदे से शादी की
तीन सूअर पैदा कर लिए तीनों सूअर भारत में पैदा हुए लेकिन इस जिहादी महिला ने ना तो पाकिस्तान की नागरिकता लिया नहीं इसने भारत का पासपोर्ट सरेंडर किया
यह लगातार भारत में रहती रही
यह पाकिस्तान की फौज करती है यह सब जासूस होते हैं भारत में सेना के मूवमेंट की जानकारी पाकिस्तान को देते रहते हैं
अब यह बाघा बॉर्डर से जा रही थी तो पाकिस्तान ने कहा कि तुम्हारे सूअर के पिल्लों को तो हम ले लेंगे उनके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है लेकिन तुम्हारे पास भारतीय पासपोर्ट है तो हम तुमको वापस नहीं लेंगे
अब भारत सरकार को चाहिए कि इसको वही नो मेंस लैंड पर छोड़ दें
इसमे ज्यादातर कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, तथा उत्तर भारतीय राज्यों की महिलाओं का ही विवाह पाकिस्तान मे हुआ है, और ये क्षेत्र पाकिस्तानी आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं... पाकिस्तान में बेटी बेटी के निकाह के नाम पर आतंकी हैंडलर बने ये सब रिश्तेदारी निभाने वाले लोग आतंकवाद की कडी का हिस्सा है... भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानियों के लिए सभी तरह के वीजा रद्द होते ही इन सभी जिहादी मानसिकता वालों के दिल बिलबलाहट और छटपटाहट देखना है तो देश के विभिन्न हिस्सों में तथा अटारी बॉर्डर पर देखा जा सकता है...
राजस्थान की इस महिला ने 10 साल पहले पाकिस्तान के दरिंदे से शादी की
तीन सूअर पैदा कर लिए तीनों सूअर भारत में पैदा हुए लेकिन इस जिहादी महिला ने ना तो पाकिस्तान की नागरिकता लिया नहीं इसने भारत का पासपोर्ट सरेंडर किया
यह लगातार भारत में रहती रही
यह पाकिस्तान की फौज करती है यह सब जासूस होते हैं भारत में सेना के मूवमेंट की जानकारी पाकिस्तान को देते रहते हैं
अब यह बाघा बॉर्डर से जा रही थी तो पाकिस्तान ने कहा कि तुम्हारे सूअर के पिल्लों को तो हम ले लेंगे उनके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है लेकिन तुम्हारे पास भारतीय पासपोर्ट है तो हम तुमको वापस नहीं लेंगे
अब भारत सरकार को चाहिए कि इसको वही नो मेंस लैंड पर छोड़ दें
इस वक्त सबसे ज्यादा डरे घबराए असीम मुनीर है
उसे मालूम है कि भारत ने जो सिंधु नदी के पानी की चोट दी है यह चोट पाकिस्तान पर सबसे बड़ा वार है
पाकिस्तान कह चुका कि हमने इसे युद्ध का ऐलान माना है
अब जब तुमने युद्ध का ऐलान मान लिया तो फ्लाइट बंद कर देने से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं होती उसके लेवल की कार्रवाई करो
इधर जल शक्ति मंत्रालय ने भी पांच मोर्चे पर काम करना शुरू कर दिया है साफ कह दिया गया है एक बूंद पानी नहीं जाने देंगे डैम से सिल्ट हटाएंगे वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ाएंगे बगल में दो-तीन और रिजर्वायर बनाएंगे कैनाल प्रोजेक्ट बनाकर दूसरी नदियों को जोड़ेंगे डैम को और ज्यादा गहरा और चौड़ा किया जाएगा
पाकिस्तान में कोई उद्योग धंधे नहीं है पाकिस्तान बाइक तक नहीं बनता कार की तो दूर की बात है वहां चीन से होंडा बाइक की सप्लाई होती है
पूरा पाकिस्तान एग्रीकल्चर पर निर्भर है
नेहरू की मेहरबानी से पाकिस्तान को खूब पानी मिल रहा था और सर गंगाराम ने यह सोचा नहीं होगा कि कभी देश का बंटवारा होगा तो उन्होंने बड़े पैमाने पर कैनाल का जाल बिछाया उसके बाद अंग्रेजों ने सिंध में बड़े पैमाने पर कैनाल बनाया ताकि खूब खेती हो और अंग्रेज यहां की फसल पूरी दुनिया के बाजार में बेच सके
नेहरू का दिल भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए धड़कता था इसीलिए वह भारत के कच्छ राजस्थान को सूखा छोड़कर सारा पानी पाकिस्तान को दे दिए
खुद पाकिस्तान के विशेषज्ञ टीवी चैनलों पर बता रहे हैं कि अगर भारत सिर्फ 10% पानी भी रोक दे तो हमारी 30% जमीन बंजर हो जाएगी क्योंकि भारत ने पहले ही सतलज और रवि का पानी पूरी तरह से बंद कर दिया है
और अगर भारत डैम की सफाई कर दे उसकी वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ा दे और उसे एरिया में दो-तीन और वाटर रिजर्वायर बना दे या फिर कैनाल से सिंधु नदी को चैनेलाइज कर दे तो पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा
नतीजा यह होगा कि पाकिस्तान की जनता खुद जनरल असीम मुनीर के खिलाफ बगावत कर देगी और यह बात असीम मुनीर अच्छी तरह से समझता है इसीलिए उसने अपने पूरे परिवार को अमेरिका भेज दिया और खुद इंतजार कर रहा है कि अब क्या किया जाए
असीम मुनीर यह भी जानता है कि वह एक शिया मुस्लिम है और उसके खिलाफ बगावत का यह सबसे बड़ा हथियार बनेगा कि ये शिया है यह गद्दार है यह भारत के साथ मिलकर हमको बर्बाद किया
उसे मालूम है कि भारत ने जो सिंधु नदी के पानी की चोट दी है यह चोट पाकिस्तान पर सबसे बड़ा वार है
पाकिस्तान कह चुका कि हमने इसे युद्ध का ऐलान माना है
अब जब तुमने युद्ध का ऐलान मान लिया तो फ्लाइट बंद कर देने से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं होती उसके लेवल की कार्रवाई करो
इधर जल शक्ति मंत्रालय ने भी पांच मोर्चे पर काम करना शुरू कर दिया है साफ कह दिया गया है एक बूंद पानी नहीं जाने देंगे डैम से सिल्ट हटाएंगे वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ाएंगे बगल में दो-तीन और रिजर्वायर बनाएंगे कैनाल प्रोजेक्ट बनाकर दूसरी नदियों को जोड़ेंगे डैम को और ज्यादा गहरा और चौड़ा किया जाएगा
पाकिस्तान में कोई उद्योग धंधे नहीं है पाकिस्तान बाइक तक नहीं बनता कार की तो दूर की बात है वहां चीन से होंडा बाइक की सप्लाई होती है
पूरा पाकिस्तान एग्रीकल्चर पर निर्भर है
नेहरू की मेहरबानी से पाकिस्तान को खूब पानी मिल रहा था और सर गंगाराम ने यह सोचा नहीं होगा कि कभी देश का बंटवारा होगा तो उन्होंने बड़े पैमाने पर कैनाल का जाल बिछाया उसके बाद अंग्रेजों ने सिंध में बड़े पैमाने पर कैनाल बनाया ताकि खूब खेती हो और अंग्रेज यहां की फसल पूरी दुनिया के बाजार में बेच सके
नेहरू का दिल भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए धड़कता था इसीलिए वह भारत के कच्छ राजस्थान को सूखा छोड़कर सारा पानी पाकिस्तान को दे दिए
खुद पाकिस्तान के विशेषज्ञ टीवी चैनलों पर बता रहे हैं कि अगर भारत सिर्फ 10% पानी भी रोक दे तो हमारी 30% जमीन बंजर हो जाएगी क्योंकि भारत ने पहले ही सतलज और रवि का पानी पूरी तरह से बंद कर दिया है
और अगर भारत डैम की सफाई कर दे उसकी वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ा दे और उसे एरिया में दो-तीन और वाटर रिजर्वायर बना दे या फिर कैनाल से सिंधु नदी को चैनेलाइज कर दे तो पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा
नतीजा यह होगा कि पाकिस्तान की जनता खुद जनरल असीम मुनीर के खिलाफ बगावत कर देगी और यह बात असीम मुनीर अच्छी तरह से समझता है इसीलिए उसने अपने पूरे परिवार को अमेरिका भेज दिया और खुद इंतजार कर रहा है कि अब क्या किया जाए
असीम मुनीर यह भी जानता है कि वह एक शिया मुस्लिम है और उसके खिलाफ बगावत का यह सबसे बड़ा हथियार बनेगा कि ये शिया है यह गद्दार है यह भारत के साथ मिलकर हमको बर्बाद किया
लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर हमले शुरु हो चुके है, युद्ध के पूरे आसार है किसी भी समय हो सकता है... अच्छी बात यही है कि फायरिंग पाकिस्तान ने शुरू की।
1950 मे नेहरूजी ने सिंधु नदी का पानी रुकवा दिया था जिस वजह से पाकिस्तान मे भयावह सूखा पड़ा। इसके बाद नेहरू लियाकत समझौता हुआ और उसके बाद मे थोड़ा पानी छोड़ा गया।
अमेरिका को ये डर था कि पाकिस्तान सूखे के चक़्कर मे सोवियत संघ के खेमे मे ना चला जाए। इसीलिए 1960 मे वर्ल्ड बैंक को गवाह बनाकर ये सिंधु जल संधि की गयी थी, नेहरूजी की इसमें कोई गलती नहीं थी क्योंकि वो दौर अलग था।
भारत युद्ध नहीं झेल सकता था, उस समय तक कश्मीर के अलावा कोई और युद्ध हुआ भी नहीं था। ऐसे मे देखा जाए तो नेहरूजी ने इसे शान्ति का मार्ग देखा होगा।
लेकिन नेहरूजी तो क्या उस पीढ़ी के लोग कभी पाकिस्तान को समझ ही नहीं सके, पाकिस्तान एक देश नहीं है बल्कि एंटी इंडिया मूवमेंट है।
पाकिस्तान ने हजारों बार प्रॉक्सी युद्ध किये, लेकिन पहलगाम मे जो हुआ वो सबसे भयावह तो नहीं था मगर सोशल मीडिया ने अब इस पर एक रस्सी बाँध दी।
ऊपर से अब सरकार भी ऐसी है जिसकी सहनशीलता अब तक की सभी सरकारो मे सबसे कम है, 65 साल बाद आखिर ये संधि खत्म हुई। गर्मी का मौसम है आप पूरा पानी मत रोको मगर यदि 10% भी रोक दिया तो पाकिस्तान की क़ृषि या उद्योग मे से कोई एक सूख जाएगा।
ये समय अब बिना किंतु परंतु सरकार के साथ खड़े होने का है, हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि युद्ध शुरू हो तो सारा काम सेना ही नहीं करेंगी कुछ युद्ध हमें भी लड़ने होंगे।
युद्ध होगा तो सैकड़ो मे या शायद हजारों मे हमारे सैनिक मारे जाएंगे, कृपा करके कुछ लाइक्स या भावनाओं के चक्कर मे उनके, उनकी विधवाओ या उनके माता पिता के फोटो पोस्ट करके देश का मनोबल ना गिराये।
युद्ध होगा तो कई बार ऐसा होगा कि पाकिस्तानी सेना हमारी कुछ चौकियो पर कब्जा कर ले, मैं तो कहता हुँ श्रीनगर तक घुस जाए मगर कोई बेकार मे पेनिक ना मचाये।
युद्ध होगा तो ये तो होगा ही उन्हें खदेड़ा भी जाएगा लेकिन कृपा करके कोई मिस इनफार्मेशन ना फैलाये।
हमारे कई फाइटर जेट्स गिरेंगे, भगवान ना करें हमारा युद्धपोत क्षतिग्रस्त हो जाए लेकिन ज़ब तक सेना या सरकार की तरफ से कोई जानकारी नहीं आती, सिर्फ कुछ ब्लॉग्स और खबरों के आधार पर बेकार मे हाय हाय करने की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस तो इतनी महान थी, योगीजी होते तो ये कर देते ये सारी समीक्षाये युद्ध के बाद ठीक रहेगी। मैं तो युद्ध से पहले ही कह देता हुँ "जाओ राहुल और योगी ज्यादा अच्छे है, मोदीजी को तो कुछ नहीं आता और वो तो ऐसे है, वो तो वैसे है, सबकुछ आपको, योगीजी को और राहुल गाँधी को आता है।"
अब कृपा करके ज़ब तक युद्ध चले तब तक भगवान के लिये कोई मिस इनफार्मेशन फैलानी मत शुरू कर देना, युद्ध के समय मिस इनफार्मेशन फैलाना भी एक आतंकवाद ही है।
यदि युद्ध के बीच मे भी आपको अपना राइट टू क्रिटिसाइज गवर्नमेंट चाहिए तो आप एक आतंकवादी ही है। जो निंदा करनी है पहले ही कर लो या फिर बाद मे करना।
बस अब तैयार रहिये, युद्ध किसी भी समय छिड़ सकता है। LOC पर पाकिस्तान ने फायरिंग पहली बार नहीं की है मगर इस बार मौसम कुछ और है। मोदी काल मे इतनी भयावह फायरिंग पहली बार हुई है और आज नहीं तो कल पाकिस्तान का सिर फूटने वाला है।
1950 मे नेहरूजी ने सिंधु नदी का पानी रुकवा दिया था जिस वजह से पाकिस्तान मे भयावह सूखा पड़ा। इसके बाद नेहरू लियाकत समझौता हुआ और उसके बाद मे थोड़ा पानी छोड़ा गया।
अमेरिका को ये डर था कि पाकिस्तान सूखे के चक़्कर मे सोवियत संघ के खेमे मे ना चला जाए। इसीलिए 1960 मे वर्ल्ड बैंक को गवाह बनाकर ये सिंधु जल संधि की गयी थी, नेहरूजी की इसमें कोई गलती नहीं थी क्योंकि वो दौर अलग था।
भारत युद्ध नहीं झेल सकता था, उस समय तक कश्मीर के अलावा कोई और युद्ध हुआ भी नहीं था। ऐसे मे देखा जाए तो नेहरूजी ने इसे शान्ति का मार्ग देखा होगा।
लेकिन नेहरूजी तो क्या उस पीढ़ी के लोग कभी पाकिस्तान को समझ ही नहीं सके, पाकिस्तान एक देश नहीं है बल्कि एंटी इंडिया मूवमेंट है।
पाकिस्तान ने हजारों बार प्रॉक्सी युद्ध किये, लेकिन पहलगाम मे जो हुआ वो सबसे भयावह तो नहीं था मगर सोशल मीडिया ने अब इस पर एक रस्सी बाँध दी।
ऊपर से अब सरकार भी ऐसी है जिसकी सहनशीलता अब तक की सभी सरकारो मे सबसे कम है, 65 साल बाद आखिर ये संधि खत्म हुई। गर्मी का मौसम है आप पूरा पानी मत रोको मगर यदि 10% भी रोक दिया तो पाकिस्तान की क़ृषि या उद्योग मे से कोई एक सूख जाएगा।
ये समय अब बिना किंतु परंतु सरकार के साथ खड़े होने का है, हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि युद्ध शुरू हो तो सारा काम सेना ही नहीं करेंगी कुछ युद्ध हमें भी लड़ने होंगे।
युद्ध होगा तो सैकड़ो मे या शायद हजारों मे हमारे सैनिक मारे जाएंगे, कृपा करके कुछ लाइक्स या भावनाओं के चक्कर मे उनके, उनकी विधवाओ या उनके माता पिता के फोटो पोस्ट करके देश का मनोबल ना गिराये।
युद्ध होगा तो कई बार ऐसा होगा कि पाकिस्तानी सेना हमारी कुछ चौकियो पर कब्जा कर ले, मैं तो कहता हुँ श्रीनगर तक घुस जाए मगर कोई बेकार मे पेनिक ना मचाये।
युद्ध होगा तो ये तो होगा ही उन्हें खदेड़ा भी जाएगा लेकिन कृपा करके कोई मिस इनफार्मेशन ना फैलाये।
हमारे कई फाइटर जेट्स गिरेंगे, भगवान ना करें हमारा युद्धपोत क्षतिग्रस्त हो जाए लेकिन ज़ब तक सेना या सरकार की तरफ से कोई जानकारी नहीं आती, सिर्फ कुछ ब्लॉग्स और खबरों के आधार पर बेकार मे हाय हाय करने की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस तो इतनी महान थी, योगीजी होते तो ये कर देते ये सारी समीक्षाये युद्ध के बाद ठीक रहेगी। मैं तो युद्ध से पहले ही कह देता हुँ "जाओ राहुल और योगी ज्यादा अच्छे है, मोदीजी को तो कुछ नहीं आता और वो तो ऐसे है, वो तो वैसे है, सबकुछ आपको, योगीजी को और राहुल गाँधी को आता है।"
अब कृपा करके ज़ब तक युद्ध चले तब तक भगवान के लिये कोई मिस इनफार्मेशन फैलानी मत शुरू कर देना, युद्ध के समय मिस इनफार्मेशन फैलाना भी एक आतंकवाद ही है।
यदि युद्ध के बीच मे भी आपको अपना राइट टू क्रिटिसाइज गवर्नमेंट चाहिए तो आप एक आतंकवादी ही है। जो निंदा करनी है पहले ही कर लो या फिर बाद मे करना।
बस अब तैयार रहिये, युद्ध किसी भी समय छिड़ सकता है। LOC पर पाकिस्तान ने फायरिंग पहली बार नहीं की है मगर इस बार मौसम कुछ और है। मोदी काल मे इतनी भयावह फायरिंग पहली बार हुई है और आज नहीं तो कल पाकिस्तान का सिर फूटने वाला है।
अप्रैल 27, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
कोऽन्धो योऽकार्यरतः को बधिरो यो हितानि न श्रुणोति।
को मूको यः काले प्रियाणि वक्तुं न जानाति॥
अन्धा कौन है? जो बुरे कार्यों में संलग्न रहता है।
बहरा कौन है? जो हितकारी बातों को नहीं सुनता।
गूँगा कौन है? जो उचित समय पर प्रिय वाक्य बोलना नहीं जानता।
जय श्री सूर्यदेव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
कोऽन्धो योऽकार्यरतः को बधिरो यो हितानि न श्रुणोति।
को मूको यः काले प्रियाणि वक्तुं न जानाति॥
अन्धा कौन है? जो बुरे कार्यों में संलग्न रहता है।
बहरा कौन है? जो हितकारी बातों को नहीं सुनता।
गूँगा कौन है? जो उचित समय पर प्रिय वाक्य बोलना नहीं जानता।
जय श्री सूर्यदेव
जय श्री राम
अप्रैल 27, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
महाजनस्य संपर्क: कस्य न उन्नतिकारक:।
मद्मपत्रस्थितं तोयं धत्ते मुक्ताफलश्रियम्।।
महाजनों और गुरुओं के संपर्क से कौन उन्नति नहीं करता ? कमल के पत्ते पर पड़ी पानी की एक बूंद मोती की तरह चमकती है।
जय श्री सूर्य देव
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
महाजनस्य संपर्क: कस्य न उन्नतिकारक:।
मद्मपत्रस्थितं तोयं धत्ते मुक्ताफलश्रियम्।।
महाजनों और गुरुओं के संपर्क से कौन उन्नति नहीं करता ? कमल के पत्ते पर पड़ी पानी की एक बूंद मोती की तरह चमकती है।
जय श्री सूर्य देव
जय श्री राम
अयोध्या पञ्चाङ्ग
दिन : सोमवार
दिनांक: 28 अप्रैल 2025
सूर्योदय : 5:44 प्रात:
सूर्यास्त : 6:54 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : प्रतिपदा 9:13 रात्रि तक फिर द्वितीया
नक्षत्र : भरणी 9: 38 रात्रि तक फिर कृत्तिका
योग : आयुष्मान 8:02 रात्रि तक फिर सौभाग्य
राहुकाल : 7:23 - 8:59 प्रातः तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
दिन : सोमवार
दिनांक: 28 अप्रैल 2025
सूर्योदय : 5:44 प्रात:
सूर्यास्त : 6:54 सांय
विक्रम संवत : 2082
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : प्रतिपदा 9:13 रात्रि तक फिर द्वितीया
नक्षत्र : भरणी 9: 38 रात्रि तक फिर कृत्तिका
योग : आयुष्मान 8:02 रात्रि तक फिर सौभाग्य
राहुकाल : 7:23 - 8:59 प्रातः तक
श्री अयोध्या नगरी
जय श्री राम
अप्रैल 28, 2025 ईस्वी आज का दिन आप, आपके परिवार, आपके कुटुम्ब तथा आपके इष्ट मित्रों के लिए शुभ,सफल और मंगलमय हो।
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
सुखमापतितं सेव्यं दु:खमापतितं तथा ।
चक्रवत् परिवर्तन्ते दु:खानि च सुखानि
जीवन में आनेवाले सुख का आनंद लें, तथा दु:ख को भी स्वीकार करें ।
सुख और दु:ख तो एक के बाद एक चक्रवत आते रहते है ॥
जय श्री शिव शंकर
जय श्री राम
।। ॐ सुभाषित ॐ ।।
सुखमापतितं सेव्यं दु:खमापतितं तथा ।
चक्रवत् परिवर्तन्ते दु:खानि च सुखानि
जीवन में आनेवाले सुख का आनंद लें, तथा दु:ख को भी स्वीकार करें ।
सुख और दु:ख तो एक के बाद एक चक्रवत आते रहते है ॥
जय श्री शिव शंकर
जय श्री राम