17 अप्रैल जीएस प्रथम पाली
यूथ भी इसका उत्तर गाँधी बताया है।
गाँधी ही सही उत्तर है। साक्ष्य मिल गया है। गाइडों से नहीं हमेशा किताबों से पढना चाहिए क्योंकि जब साक्ष्य पूछा जाएगा तो गाइडें भाग जाएंगी।
बागोर सबसे बड़ा मध्य पाषाण कालीन स्थल है। इसका साक्ष्य मिल गया है।
पैसरा भी मिल गया है। सही उत्तर है पुरा पाषाण काल और मध्य पाषाण काल।
कुछ यूट्यूब पर बता रहे हैं कि आयोग को आपत्ति स्पीड पोस्ट के माध्यम से भी भेजनी है। जिन्हें नोटिस पढ़ने तक की अक्ल नहीं है वह असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सैलरी उठा रहे हैं। नोटिस में कहीं नहीं लिखा है कि स्पीड पोस्ट से आपत्ति भेजनी है। अगर रजिस्टर्ड डाक से आपत्ति भेजनी होती तो साथ में पता भी दिया होता की निम्नलिखित पते पर अमुक दिनांक तक प्रेषित कर दें। आपत्ति केवल ऑनलाइन दिए गए ईमेल पर भेजी जाएगी। किसी अन्य माध्यम से भेजी गई आपत्ति स्वीकार नहीं होगी।
और व्यूर उनसे पूछ रहे हैं सर प्रिंट निकाल कर भेजना भी है और सर बता रहे हैं हाँ स्पीड पोस्ट करना है। मूर्खो तुम धन्य हो। नोटिस में स्पष्ट लिखा है उपर्युक्त ई मेल के अतिरिक्त अन्य किसी मेल या माध्यम से भेजी गई अर्थात डाक आदि से भेजी गई स्वीकार नहीं होगी।
प्रातः 4:15 AM से आपत्ति लेखन किया गया। अब जाकर कच्चा लेखन पूरा हो सका है।
गलत उत्तर देने वाले स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार से चयनित हैं। जिसमें मेधा क्षमता नहीं है वह भले आईएएस बन जाए जिसमें उसे सरकार का हुक्म बजाना होता है किंतु असिस्टेंट प्रोफेसर कदापि न बने क्योंकि उसको कोई ख्याति मिलने से रही और अपने शिष्यों को देने के लिए भी उसके पास कुछ नहीं है।
जय श्री कृष्ण!
गलत उत्तर देने वाले स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार से चयनित हैं। जिसमें मेधा क्षमता नहीं है वह भले आईएएस बन जाए जिसमें उसे सरकार का हुक्म बजाना होता है किंतु असिस्टेंट प्रोफेसर कदापि न बने क्योंकि उसको कोई ख्याति मिलने से रही और अपने शिष्यों को देने के लिए भी उसके पास कुछ नहीं है।
जय श्री कृष्ण!