Forwarded from 👶 मौज मस्ती 🤣
सैय्यारा मुवी को देखकर आने वाले
निब्बा निब्बी अगल ही गंध मचाऐ हुऐं है!
निब्बा निब्बी अगल ही गंध मचाऐ हुऐं है!
😁5❤1
खैरात मे नहीं चाहिए मुझे कुछ भी
अपने हिस्से की औकात में खुद कमाऊँगा।
अपने हिस्से की औकात में खुद कमाऊँगा।
❤5👌1
लड़कियों के लियर ब्रेकअप और
इस्तीफा कुछ हद तक एक जैसे है
नया विकल्प होने पर पद छोड़ना ही पड़ता है। 😜
इस्तीफा कुछ हद तक एक जैसे है
नया विकल्प होने पर पद छोड़ना ही पड़ता है। 😜
😁6❤2💔2
😁2🤣1
मुझसे झूठ बोलना बेकार है क्योंकि
मैं हरकतों से सच्चाई नापने वाला व्यक्ति हूं।
मैं हरकतों से सच्चाई नापने वाला व्यक्ति हूं।
🔥4
इ हव रजा बनारस...
मसान की गोद में एक ज़िंदा थकान
बनारस के मणिकर्णिका घाट पर जहाँ चिताएँ जलती हैं, वहीं किसी ने चिता की सेज पर गद्दा बिछाकर नींद ओढ़ ली है। यह दृश्य किसी लाचारी की कहानी नहीं, बल्कि उस शहर का ऐलान है जो मृत्यु को भी मस्ती से जीता है। वह लोहे का चूल्हा, जिस पर देह की अंतिम आहुति दी जाती है - आज किसी बनारसी फक्कड़ की शैय्या बन गया है। न डर, न चिंता - बस नींद है और वह भी मसान की गोद में। यह आदमी कोई भिखारी नहीं - यह वही बनारसी आत्मा है जो कहती है- "जब ज़िंदगी थका दे, तो मसान ही सबसे आरामगाह है।" न उसे मोक्ष की जल्दी है, न मोह की उलझन - वह बस जीता है अपने ढंग से, अपने अंदाज़ में। - यह तस्वीर बनारस के उस दर्शन की है जहाँ मौत भी एक उत्सव है और श्मशान भी विश्रामस्थली। यहाँ जिंदगी हँसती है, मौत मुस्कुराती है और चिता पर भी चैन की नींद आ जाती है।
क्योंकि - इ हव रजा बनारस...
आउर बनारस में कुच्छो असंभव नाहीं बा।
मसान की गोद में एक ज़िंदा थकान
बनारस के मणिकर्णिका घाट पर जहाँ चिताएँ जलती हैं, वहीं किसी ने चिता की सेज पर गद्दा बिछाकर नींद ओढ़ ली है। यह दृश्य किसी लाचारी की कहानी नहीं, बल्कि उस शहर का ऐलान है जो मृत्यु को भी मस्ती से जीता है। वह लोहे का चूल्हा, जिस पर देह की अंतिम आहुति दी जाती है - आज किसी बनारसी फक्कड़ की शैय्या बन गया है। न डर, न चिंता - बस नींद है और वह भी मसान की गोद में। यह आदमी कोई भिखारी नहीं - यह वही बनारसी आत्मा है जो कहती है- "जब ज़िंदगी थका दे, तो मसान ही सबसे आरामगाह है।" न उसे मोक्ष की जल्दी है, न मोह की उलझन - वह बस जीता है अपने ढंग से, अपने अंदाज़ में। - यह तस्वीर बनारस के उस दर्शन की है जहाँ मौत भी एक उत्सव है और श्मशान भी विश्रामस्थली। यहाँ जिंदगी हँसती है, मौत मुस्कुराती है और चिता पर भी चैन की नींद आ जाती है।
क्योंकि - इ हव रजा बनारस...
आउर बनारस में कुच्छो असंभव नाहीं बा।
🔥3❤1
बहुत शौक था दूसरो का साथ देने का
पर होश तब आया जब खुद को अकेले पाया।
पर होश तब आया जब खुद को अकेले पाया।
😁4💔2👍1
Saiyaara मूवी में उसे तो भूलने की बीमारी थी,
पर तुम्हे तो सब कुछ याद था,तुम कैसे भूल गए!!
पर तुम्हे तो सब कुछ याद था,तुम कैसे भूल गए!!
💯3👌1
साथ तो सिर्फ माँ - बाप ने ही दिया!
बाकी सब ने तो बस दिलासे ही दिए!!
✍️ ★ आशिष सिंह 'राजा' ★
बाकी सब ने तो बस दिलासे ही दिए!!
✍️ ★ आशिष सिंह 'राजा' ★
❤5
अगर हनीमून पर मेघालय जाने की जिद करें!
तो तुम नेताजी की तरह हाईवे पर अड़े रहना!!🙃
तो तुम नेताजी की तरह हाईवे पर अड़े रहना!!🙃
😁9
तमाम ताने जूते की नोख पर रखकर
मैं बस अपनी बारी के इंतज़ार में हूँ...!!
मैं बस अपनी बारी के इंतज़ार में हूँ...!!
💯3