https://perfectshayari.com/reality-gulzar-quotes-on-life/
~ वो़ मोहब्बत भी़ तु़म्हारी थी़ नफरत भी़ तुम्हारी़ थी़, हम़ अपनी़ वफ़ा का़ इंसाफ कि़ससे़ माँगते़ वो़ शहर भी़ तुम्हारा़ था वो़ अदालत भी़ तुम्हारी़ थी।।