केबिनेट मिशन कब भारत पहुंचा
Anonymous Quiz
22%
10 मार्च 1946
25%
20 मार्च 1946
40%
24 मार्च 1946
13%
28 मार्च 1946
9Q. हाल में चर्चित देश यूक्रेन की राजधानी कहां है ?
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✍️आज का टॉपिक :
• NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन)
• गठन - 1949
• मुख्यालय - ब्रुसेल्स ( बेल्जियम )
• यूरोपीय यूनियन सहित अमेरिका का एक सैन्य संगठन ।
• उद्देश्य - यूरोपीय यूनियन के किसी भी देश पर हमले की स्तिथि से निपटना ।
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• NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन)
• गठन - 1949
• मुख्यालय - ब्रुसेल्स ( बेल्जियम )
• यूरोपीय यूनियन सहित अमेरिका का एक सैन्य संगठन ।
• उद्देश्य - यूरोपीय यूनियन के किसी भी देश पर हमले की स्तिथि से निपटना ।
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✍️ आज का टॉपिक :
Bureau of Indian Standards (भारतीय मानक ब्यूरो)
भारतीय मानक ब्यूरों एक वैधानिक (1956) संस्था है जिसका मुख्यालय दिल्ली में है।
विभिन्न औद्योगिक उत्पादों एवं उपभोक्ताओं के हित में यह गुणवत्ता,प्रमाणन एवं मानकीकरण का कार्य करता है।
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भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निम्नलिखित मानक चिह्न प्रदान किए जाते हैं :
• ISI(Indian Standards Institution) -औद्योगिक उत्पादों पर गुणवत्ता मानक ।
• FPO(Fruit Products Order) - प्रसंस्कृत फल उत्पादों पर गुणवत्ता मानक।
• हॉलमार्क- स्वर्ण आभूषण का गुणवत्ता मानक।
• एगमार्क- खाद्य एवं कृषि उत्पादों की गुणवत्ता
•इकोमार्क - पर्यावरणीय गुणवत्ता मानक ।
• रगमार्क - बालश्रम रहित कालीन गुणवत्ता उत्पाद मानक का प्रतीक चिंह।
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#mppscmains #uppsc #upsc #rpsc #cgpsc
Bureau of Indian Standards (भारतीय मानक ब्यूरो)
भारतीय मानक ब्यूरों एक वैधानिक (1956) संस्था है जिसका मुख्यालय दिल्ली में है।
विभिन्न औद्योगिक उत्पादों एवं उपभोक्ताओं के हित में यह गुणवत्ता,प्रमाणन एवं मानकीकरण का कार्य करता है।
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• ISI(Indian Standards Institution) -औद्योगिक उत्पादों पर गुणवत्ता मानक ।
• FPO(Fruit Products Order) - प्रसंस्कृत फल उत्पादों पर गुणवत्ता मानक।
• हॉलमार्क- स्वर्ण आभूषण का गुणवत्ता मानक।
• एगमार्क- खाद्य एवं कृषि उत्पादों की गुणवत्ता
•इकोमार्क - पर्यावरणीय गुणवत्ता मानक ।
• रगमार्क - बालश्रम रहित कालीन गुणवत्ता उत्पाद मानक का प्रतीक चिंह।
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यूक्रेन-रूस विवाद पर एक आधारभूत समझ के लिए एक लघु लेख :
हम इस लेख में यूक्रेन और रूस के प्राचीन इतिहास या किसी अन्य संदर्भ को लेकर चर्चा ना करते हुए वर्तमान में जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की चर्चा करेंगे ।
• सर्वप्रथम आप लोगों को यह जानना चाहिए कि यूक्रेन एक देश के रूप में 1991 में यूएसएसआर (USSR) के विघटन के फल स्वरुप बना।
• यदि इसकी भौगोलिक स्थिति की चर्चा की जाए तो यह है पूर्वी यूरोप मैं रूस के साथ सीमा साझा करता है एवं काला सागर के उत्तर में स्थित है।
• विवाद का सबसे बड़ा प्रमुख कारण " क्रीमिया प्रायद्वीप " यह प्रायद्वीप काला सागर (Black Sea ) में स्थित है और यहां इस क्षेत्र का प्रमुख बंदरगाह भी स्थित है ।
• इसी उपरोक्त क्रीमिया प्रायद्वीप पर रूस ने 2014 में हमला कर यूक्रेन से छीन लिया और वर्तमान में यह रूस के अधीन है।
• 2014 के बाद यूक्रेन इसी क्रीमया प्रायद्वीप को वापस लेने के विचार से पश्चिम यूरोप के देशों एवं अमेरिका इत्यादि की तरफ झुकाव बढ़ा रहा है ।
• नाटो ( NATO ) एक सैन्य संगठन है जिसका गठन यूरोप के देशों ने तत्कालीन USSR के हमले की स्तिथि से निपटने के किया था अमेरिका भी इस संगठन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है । अब विवाद का जो दूसरा बड़ा पहलू है वह है यूक्रेन का नाटो संगठन में शामिल होने का डर । रूस का कहना की अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन इत्यादि को नाटो में शामिल करके मास्को के नजदीक तक सैन्य तैनाती बढ़ाना चाहते हैं जिससे हमें खतरा होगा ।
• तीसरा जो कारण जो रूस बता रहा है वह यह है कि यूक्रेन अब एक कठपुतली देश रह गया है जिसकी स्वयं की कोई संप्रभुता नहीं है यह सिर्फ कुछ बढ़ी शक्तियों के इसरो पर सब कुछ कर रहा है जो हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है ।
• एक और आरोप रूस के द्वारा लगाया गया है कि यूक्रेन में जो रूसी अल्पसंख्यक लोग है उनके साथ भेदभाव करता है तथा हमसे लड़ने के लिए परमाणु हत्यार बना सकता है ।
उपरोक्त सब कारण रूस द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही के लिए बताया गया है और यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश की मान्यता रूस के द्वारा दे दी गई है और लेख लिखने तक जानकारी मिली है की रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल दागी हैं और युद्ध की शुरुआत कर दी है ।
अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देश रूस को अंजाम भुगतने की धमकी देते रहे लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इनकी धमीकियों पर ध्यान न देते हुए कीव पर हमला कर दिया है । अब आगे देखने होगा की नाटो संगठन और अमेरिका का क्या स्टंट होता है और यदि नाटो और अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाते है तो हो सकता है अब दुनिया को तीसरा विश्व युद्ध देखना पढ़े ।
By - मोनू गुप्ता
@theaimclasses
हम इस लेख में यूक्रेन और रूस के प्राचीन इतिहास या किसी अन्य संदर्भ को लेकर चर्चा ना करते हुए वर्तमान में जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की चर्चा करेंगे ।
• सर्वप्रथम आप लोगों को यह जानना चाहिए कि यूक्रेन एक देश के रूप में 1991 में यूएसएसआर (USSR) के विघटन के फल स्वरुप बना।
• यदि इसकी भौगोलिक स्थिति की चर्चा की जाए तो यह है पूर्वी यूरोप मैं रूस के साथ सीमा साझा करता है एवं काला सागर के उत्तर में स्थित है।
• विवाद का सबसे बड़ा प्रमुख कारण " क्रीमिया प्रायद्वीप " यह प्रायद्वीप काला सागर (Black Sea ) में स्थित है और यहां इस क्षेत्र का प्रमुख बंदरगाह भी स्थित है ।
• इसी उपरोक्त क्रीमिया प्रायद्वीप पर रूस ने 2014 में हमला कर यूक्रेन से छीन लिया और वर्तमान में यह रूस के अधीन है।
• 2014 के बाद यूक्रेन इसी क्रीमया प्रायद्वीप को वापस लेने के विचार से पश्चिम यूरोप के देशों एवं अमेरिका इत्यादि की तरफ झुकाव बढ़ा रहा है ।
• नाटो ( NATO ) एक सैन्य संगठन है जिसका गठन यूरोप के देशों ने तत्कालीन USSR के हमले की स्तिथि से निपटने के किया था अमेरिका भी इस संगठन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है । अब विवाद का जो दूसरा बड़ा पहलू है वह है यूक्रेन का नाटो संगठन में शामिल होने का डर । रूस का कहना की अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश यूक्रेन इत्यादि को नाटो में शामिल करके मास्को के नजदीक तक सैन्य तैनाती बढ़ाना चाहते हैं जिससे हमें खतरा होगा ।
• तीसरा जो कारण जो रूस बता रहा है वह यह है कि यूक्रेन अब एक कठपुतली देश रह गया है जिसकी स्वयं की कोई संप्रभुता नहीं है यह सिर्फ कुछ बढ़ी शक्तियों के इसरो पर सब कुछ कर रहा है जो हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है ।
• एक और आरोप रूस के द्वारा लगाया गया है कि यूक्रेन में जो रूसी अल्पसंख्यक लोग है उनके साथ भेदभाव करता है तथा हमसे लड़ने के लिए परमाणु हत्यार बना सकता है ।
उपरोक्त सब कारण रूस द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही के लिए बताया गया है और यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश की मान्यता रूस के द्वारा दे दी गई है और लेख लिखने तक जानकारी मिली है की रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल दागी हैं और युद्ध की शुरुआत कर दी है ।
अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देश रूस को अंजाम भुगतने की धमकी देते रहे लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इनकी धमीकियों पर ध्यान न देते हुए कीव पर हमला कर दिया है । अब आगे देखने होगा की नाटो संगठन और अमेरिका का क्या स्टंट होता है और यदि नाटो और अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाते है तो हो सकता है अब दुनिया को तीसरा विश्व युद्ध देखना पढ़े ।
By - मोनू गुप्ता
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10Q. रानी लक्ष्मी बाई की समाधि किस शहर में है ?
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11Q. अनुच्छेद-44 का संबंध किस विषय से है ?
उत्तर कॉमेंट करें....?
हम इनके सही उत्तर 1 दिन बाद उपलब्ध कराते हैं हालंकि आप कॉमेंट जरूर करें चाहे आपको क्वेश्चन आसान लगे क्योंकि इससे आपको उत्तर अच्छे से याद हो जायेगा ।
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12Q. जवाहर सागर परियोजना किस नदी पर स्थित है ?
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Q13. राज्य पुर्नगठन आयोग 1953 के अध्यक्ष कौन थे ?
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आज का टॉपिक ✍️
समान नागरिक संहिता =>
• अनुच्छेद- 44 का संबंध " समान नागरिक संहिता" से है ।
• यह संविधान के भाग-4 के अंतर्गत आने वाले नीति निदेशक तत्वों के अंतर्गत आता है ।
• समान नागरिक संहिता से तात्पर्य पूरे देश के लिए एक समान सिविल(सामाजिक) कानून वाली एक संहिता से हैं ।
हालांकि अभी देश में ऐसी को कोई कानून नहीं है जो सभी धर्मों के लोगों पर एक समान लागू होता हो यह संहिता अभी DPSP के अंतर्गत है जिसके निर्माण की बात बार - बार उठती रहती है ।
इसके निर्माण के बाद सभी धर्मों के लोगों के लिए तलाक,विवाह,परिवारिक संपत्ति, उत्तराधिकार इत्यादि के लिए समान कानून लागू होंगे ।
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#mppscmains #upsc #rpsc #uppsc #cgpsc #mppsc #vyapam #gkfacts
समान नागरिक संहिता =>
• अनुच्छेद- 44 का संबंध " समान नागरिक संहिता" से है ।
• यह संविधान के भाग-4 के अंतर्गत आने वाले नीति निदेशक तत्वों के अंतर्गत आता है ।
• समान नागरिक संहिता से तात्पर्य पूरे देश के लिए एक समान सिविल(सामाजिक) कानून वाली एक संहिता से हैं ।
हालांकि अभी देश में ऐसी को कोई कानून नहीं है जो सभी धर्मों के लोगों पर एक समान लागू होता हो यह संहिता अभी DPSP के अंतर्गत है जिसके निर्माण की बात बार - बार उठती रहती है ।
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क्या आप NATO के बारे में जानते है
नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो 1949 में बना एक सैन्य गठबंधन है जिसमे शुरुवात में अमेरिका, कनाडा , फ्रांस और ब्रिटेन समिल थे। इस गठबंधन का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसी एक सदस्य देश पर हमला होता है तो बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आयेगे। इसका मूल उद्देश्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस के यूरोप में विस्तार को रोकना था। नाटो गठबंधन में अब 30 सदस्य देश है।
#NATO
नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो 1949 में बना एक सैन्य गठबंधन है जिसमे शुरुवात में अमेरिका, कनाडा , फ्रांस और ब्रिटेन समिल थे। इस गठबंधन का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसी एक सदस्य देश पर हमला होता है तो बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आयेगे। इसका मूल उद्देश्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस के यूरोप में विस्तार को रोकना था। नाटो गठबंधन में अब 30 सदस्य देश है।
#NATO
क्या आप पुतिन के बारे में जानते हैं ...?
वे रूस की राजनीति में एक सीक्रेट एजेंट से लेकर राष्ट्रपति के पद तक पहुंचे हैं । पुतिन 1999 में रूस के प्रधामंत्री बने उसके बाद सन् 2000 में वे वहां के राष्ट्रपति बने और उसके बाद 2008 तक 2 कार्यकाल तक राष्ट्रपति रहे। चूंकि रूस के संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति सिर्फ 2 कार्यकाल तक राष्ट्रपति रह सकता था।
ऐसे में उन्होंने 2009 से 2012 तक प्रधानमंत्री का पद धारण किया और फिर हाल में वहां के संविधान से 2 बार से ज्यादा राष्ट्रपति न बनने का प्रावधान हटा दिया तथा राष्ट्रपति कार्यकाल 4 वर्ष से बढ़ा कर 6 वर्ष कर दिया और फिर 2012 में राष्ट्रपति बने और तब से अब तक राष्ट्रपति बने हुए हैं ।
यह राष्ट्रपति के रूप में पुतिन का चौथा कार्यकाल हैं । और बहुत से विशेषज्ञों का मानना है की अब पुतिन आजीवन रूस के राष्ट्रपति रहने वाले हैं । वैसे हम आपको हम बता दे पुतिन का जन्म 1952 में हुआ था और पुतिन अभी 69 वर्ष के हैं ।
युद्ध किसी भी तरह शांति नहीं ला सकता लेकिन यह युद्ध करने की प्रवृति हमेशा दुनिया के शानकी तानाशाहों की शनक का परिणाम है और जिसका परिणाम सिर्फ तबाही,जनहानि, धनहानि और संशधानों की बर्बादी है । ईश्वर इन शनकी शासकों और जनता को बुद्धि दे की वो किसी भी ऐसे व्यक्ति को इतना बढ़ा न बनने दे की वो मानवता के लिए खतरा बन बैठे और मैं समझता हूं राष्ट्रवाद होना चाहिए लेकिन मानवता के ऊपर नहीं । यति !
By - Monu Gupta
वे रूस की राजनीति में एक सीक्रेट एजेंट से लेकर राष्ट्रपति के पद तक पहुंचे हैं । पुतिन 1999 में रूस के प्रधामंत्री बने उसके बाद सन् 2000 में वे वहां के राष्ट्रपति बने और उसके बाद 2008 तक 2 कार्यकाल तक राष्ट्रपति रहे। चूंकि रूस के संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति सिर्फ 2 कार्यकाल तक राष्ट्रपति रह सकता था।
ऐसे में उन्होंने 2009 से 2012 तक प्रधानमंत्री का पद धारण किया और फिर हाल में वहां के संविधान से 2 बार से ज्यादा राष्ट्रपति न बनने का प्रावधान हटा दिया तथा राष्ट्रपति कार्यकाल 4 वर्ष से बढ़ा कर 6 वर्ष कर दिया और फिर 2012 में राष्ट्रपति बने और तब से अब तक राष्ट्रपति बने हुए हैं ।
यह राष्ट्रपति के रूप में पुतिन का चौथा कार्यकाल हैं । और बहुत से विशेषज्ञों का मानना है की अब पुतिन आजीवन रूस के राष्ट्रपति रहने वाले हैं । वैसे हम आपको हम बता दे पुतिन का जन्म 1952 में हुआ था और पुतिन अभी 69 वर्ष के हैं ।
युद्ध किसी भी तरह शांति नहीं ला सकता लेकिन यह युद्ध करने की प्रवृति हमेशा दुनिया के शानकी तानाशाहों की शनक का परिणाम है और जिसका परिणाम सिर्फ तबाही,जनहानि, धनहानि और संशधानों की बर्बादी है । ईश्वर इन शनकी शासकों और जनता को बुद्धि दे की वो किसी भी ऐसे व्यक्ति को इतना बढ़ा न बनने दे की वो मानवता के लिए खतरा बन बैठे और मैं समझता हूं राष्ट्रवाद होना चाहिए लेकिन मानवता के ऊपर नहीं । यति !
By - Monu Gupta
आज का टॉपिक ✍️
SEBI (Security Exchange Board of India India )
• स्थापना - 12 अप्रैल ,1988 ( 1992 में act बना कर कानूनी मान्यता दी गई )
• मुख्यालय - मुंबई
• उद्देश्य - यह भारत में शेयर बाजार की नियामक संस्था है ।
• इसकी स्थापना फेरवानी समिति (1991) की सिफ़ारिश पर की गई।( वैधानिक मान्यता दी गई )
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#mppsc #uppsc #rpsc #cgpsc #ssc #rrb #UPSC
SEBI (Security Exchange Board of India India )
• स्थापना - 12 अप्रैल ,1988 ( 1992 में act बना कर कानूनी मान्यता दी गई )
• मुख्यालय - मुंबई
• उद्देश्य - यह भारत में शेयर बाजार की नियामक संस्था है ।
• इसकी स्थापना फेरवानी समिति (1991) की सिफ़ारिश पर की गई।( वैधानिक मान्यता दी गई )
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Q. खजुराहो मंदिरों का निर्माण किस वंश के शासकों ने करवाया ?
Anonymous Quiz
6%
बुंदेले
88%
चंदेल
3%
चेदी
3%
गुप्त
आज दोपहर 1 बजे मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान की क्विज अपडेट की जाएगी सभी लोग जुड़े।
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कौन है
Anonymous Quiz
30%
तुलसी सिलावट
26%
नरोत्तम मिश्रा
39%
प्रभु राम चौधरी
5%
रुस्तम सिंह