दोस्त कठिन है यहाँ किसी को भी
अपनी पीड़ा समझाना
दर्द उठे तो सुने पथ पर
पाँव बढ़ाना , चलते जाना
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
अपनी पीड़ा समझाना
दर्द उठे तो सुने पथ पर
पाँव बढ़ाना , चलते जाना
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
नित जीवन के संघर्षों से
जब टूट चुका हो अन्तर्मन,
तब सुख के मिले समुंदर का
रह जाता कोई अर्थ नहीं
रामधारी सिंह दिनकर
जब टूट चुका हो अन्तर्मन,
तब सुख के मिले समुंदर का
रह जाता कोई अर्थ नहीं
रामधारी सिंह दिनकर
चाँद मुझे दिलाता है तुम्हारी याद
कितनी ख़ूबसूरती से तुम दोनों करते हो कोशिश
अंधेरे से लड़ने की।
- आशीष बागरे द्वारा
कितनी ख़ूबसूरती से तुम दोनों करते हो कोशिश
अंधेरे से लड़ने की।
- आशीष बागरे द्वारा
दिल तुझे नाज़ है जिस शख़्स की दिलदारी पर
देख अब वो भी उतर आया अदाकारी पर
सलीम कौसर
देख अब वो भी उतर आया अदाकारी पर
सलीम कौसर
वो बिक चुके थे जब हम ख़रीदने के काबिल हुए
ज़माना बीत गया ग़ालिब हमें अमीर होते होते
ग़ालिब
ज़माना बीत गया ग़ालिब हमें अमीर होते होते
ग़ालिब
मर्द को जितना भी मार लो उसकी आँखों में आंसू नहीं आएंगे ,
तो सोचो वो दर्द कैसा होगा जो मर्द को रुलाता होगा
शब्द भंडार
तो सोचो वो दर्द कैसा होगा जो मर्द को रुलाता होगा
शब्द भंडार
मेरे मध्यमवर्गीय पिता ने मुझे बस एक महामंत्र सिखाया -
“ पढ़ाई मेरे पैसों से करो, ऐश अपने पैसों से करना “
अशेष
“ पढ़ाई मेरे पैसों से करो, ऐश अपने पैसों से करना “
अशेष
आपकी कृत्रिम महानता वही दम तोड़ देती है
जब आप किसी की तारीफ़ भी अहसान की तरह करते है
अशेष
जब आप किसी की तारीफ़ भी अहसान की तरह करते है
अशेष
इतना ना ढूँढ अपने आप को दूसरो में,
जो दूसरे मसरूफ़ हो गये अपनी ज़िंदगी में
तो तेरा वजूद भी साथ ले जाएँगे
अज्ञात
जो दूसरे मसरूफ़ हो गये अपनी ज़िंदगी में
तो तेरा वजूद भी साथ ले जाएँगे
अज्ञात
ख़ाली जेब लेकर निकलो कभी बाज़ार में वहम दूर हो जाएगा इज़्ज़त कमाने का।
~ अज्ञात
~ अज्ञात
जो ये मंदी का जमाना है गुजर जाने दे
फिर पता चलेगा तुझे मेरी क़ीमत क्या है
राहत इंदौरी
फिर पता चलेगा तुझे मेरी क़ीमत क्या है
राहत इंदौरी
पैसा कमाइए ,
पूरा देश
आपको अच्छा व्यक्ति कहने की साज़िश रचेगा
- जॉर्ज बर्नॉर्ड शॉ
पूरा देश
आपको अच्छा व्यक्ति कहने की साज़िश रचेगा
- जॉर्ज बर्नॉर्ड शॉ
छिप छिप अश्रु बहाने वालों ,
मोती व्यर्थ बहाने वालों
कुछ सपनों के मर जाने से ,
जीवन नहीं मरा करते है
- गोपालदास नीरज
मोती व्यर्थ बहाने वालों
कुछ सपनों के मर जाने से ,
जीवन नहीं मरा करते है
- गोपालदास नीरज
मुझसे दामन ना छुड़ा
मुझको बचा कर रख ले ,
मुझसे एक रोज़
तुझे प्यार भी हो सकता है
Khalil UR
मुझको बचा कर रख ले ,
मुझसे एक रोज़
तुझे प्यार भी हो सकता है
Khalil UR
एक दिन तुम्हारे ही कर्म
तुमसे मिलने आयेंगे,
बस उस दिन
तुम हैरान ना होना
अज्ञात
तुमसे मिलने आयेंगे,
बस उस दिन
तुम हैरान ना होना
अज्ञात