संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.

यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा। 
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।। 

45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰वाक्याभ्यासः
🗓09th June 2022, गुरुवासरः

🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.

📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (चित्रं दृष्ट्वा वाक्यानि वक्तव्यानि) चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।

वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु

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🍃ततः पदं तत्परिमार्गितव्य यस्मिन्गता न निवर्तन्ति भूयः।
तमेव चाद्यं पुरुषं प्रपद्ये यतः प्रवृत्तिः प्रसृता पुराणी
।।15.4।।

♦️tatah padan tatparimargitavya
yasmingata na nivartanti bhuyah tameva cadyan purusan prapadye yatah pravrttih prasrta purani৷৷15.4৷৷

Then That goal should be sought for, whither having gone none returns again. I seek refuge in that Primeval Purusha Whence streamed forth the ancient activity or energy.(15.4)

(तदुपरान्त) उस पद का अन्वेषण करना चाहिए जिसको प्राप्त हुए पुरुष पुन संसार में नहीं लौटते हैं। मैं उस आदि पुरुष की शरण हूँ जिससे यह पुरातन प्रवृत्ति प्रसृत हुई है।।15.4।।

#geeta
🍃निर्मानमोहा जितसङ्गदोषा अध्यात्मनित्या विनिवृत्तकामाः।
द्वन्द्वैर्विमुक्ताः सुखदुःखसंज्ञै र्गच्छन्त्यमूढाः पदमव्ययं तत्
।।15.5।।

♦️nirmanamoha jitasangadosa
adhyatmanitya vinivrttakamah
dvandvairvimuktah sukhaduhkhasanjnai-
rgacchantyamudhah padamavyayan tat৷৷15.5৷৷

Free from pride and delusion, victorious over the evil of attachment, dwelling constantly in the Self, their desires having completely turned away, freed from the pairs of opposites known as pleasure and pain, the undeluded reach the eternal goal.(15.5)

जिनका मान और मोह निवृत्त हो गया है जिन्होंने संगदोष को जीत लिया है जो अध्यात्म में स्थित हैं जिनकी कामनाएं निवृत्त हो चुकी हैं और जो सुखदुख नामक द्वन्द्वों से विमुक्त हो गये हैं ऐसे सम्मोह रहित ज्ञानीजन उस अव्यय पद को प्राप्त होते हैं।।15.5।।

#geeta
🚩जय सत्य सनातन🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
🚩तिथि - नवमी सुबह 08:21 तक तत्पश्चात दशमी

दिनांक 09 जून 2022
दिन - गुरुवार
शक संवत - 1944
अयन - उत्तरायण
ऋतु - ग्रीष्म
मास - ज्येष्ठ
पक्ष - शुक्ल
नक्षत्र - हस्त रात्रि (10 जून प्रातः 04:26 ) तक तत्पश्चात चित्रा
योग - व्यतिपात रात्रि 01:50 तक तत्पश्चात वरीयान
राहुकाल - अपरान्ह 02:20 से 04:02 तक
सूर्योदय - 05:53
सूर्यास्त - 07:24
दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:30 से 05:12 तक
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.

यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा। 
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।। 

45 निमेषाः
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🔰वाक्याभ्यासः
🗓09th June 2022, गुरुवासरः

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📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (चित्रं दृष्ट्वा वाक्यानि वक्तव्यानि) चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।

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🔰चित्रं दृष्ट्वा पञ्चवाक्यानि रचयत।
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।

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हिन्दी में पढें


#chitram
🍃शरीरे जर्जरीभूते व्याधिग्रस्ते कलेवरे। औषधञ्जाह्नवीतोयं वैद्यो नारायणो हरिः

शरीरके जीर्ण हो जाने पर और व्याधियों के घेर लेने पर 'गङ्गाजल' ही औषधि है और 'नारायण' ही वैद्य हैं।

🔅व्याधिग्रस्ते जीर्णे शरीरे सति गङ्गाजलम् एका एव औषधी तथा नारायणः एकः एव वैद्यः भवति।
-पाण्डवगीता

#Subhashitam