संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
२। अनीयर् प्रत्यय (Aniyar suffix) : अनीयर् प्रत्यय का प्रयोग “विधिलिङ् लकार” में किया जाता है। इसका अर्थ चाहिए होता है। अनीयर् प्रत्यय के प्रयोग होने पर अन्त में पुल्लिंग में “अनीयः”, स्त्रीलिंग में “अनीया”, नपुंसकलिंग में “अनीयम्” शेष बचता है। The usage…
३। तव्यत् प्रत्यय : तव्यत् प्रत्यय का भी प्रयोग “विधिलिङ् लकार” में किया जाता है। इसका अर्थ 'चाहिए' होता है। तव्यत् प्रत्यय के प्रयोग होने पर अन्त में पुल्लिंग में “तव्यः”, स्त्रीलिंग में “तव्या”, नपुंसकलिंग में “तव्यम्” शेष बचता है। 
Tavyat Pratyaya: The tavyat suffix is also used in the vidhilin‌ laka‌ra. Its meaning is 'should be'. When the tavyat suffix is used, in the end, in masculine it becomes "tavyah‌", in feminine "tavya‌", and in neuter "tavyam". 

तव्यत् प्रत्यय के उदाहरण (Examples of Tavyat Pratyaya) 
| धातु | प्रत्यय | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | नपुंसकलिंग |
|-----|--------|--------|-----------|--------------|
| दा  | तव्यत् | दातव्य: | दातव्या  | दातव्यम्     |
| गम् | तव्यत् | गन्तव्य: | गन्तव्या  | गन्तव्यम्     |
| पठ् | तव्यत् | पठितव्य: | पठितव्या | पठितव्यम्    |
| कृ | तव्यत् | कर्तव्यः | कर्तव्या  | कर्तव्यम् |
| वच् | तव्यत् | वक्तव्यः | वक्तव्या   | वक्तव्यम्   |

Note: तव्यत् प्रत्यय के साथ सामान्यतय: कर्त्ता में तृतीया विभक्ति तथा कर्म में प्रथमा विभक्ति होती है। जैसे- 
Note: Generally, with the tavyat suffix, the subject is in the third case and the object is in the first case. For example- 

मया ग्रन्थः पठितव्यः । 
- A book should be read by me. 
- मेरे द्वारा ग्रन्थ पढा जाना चाहिए। 

बालकेन पाठ: पठितव्य: 
- The lesson should be read by the boy. 
- बालक द्वारा पाठ पढ़ा जाना चाहिए।

@samvadah #sanskritlessons
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🔰विषयः - वार्ताः
🗓२२/०४/२०२४ ॥ IST ११:०० AM   
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पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
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Sanskrit-0655-0700
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🌿अतीतानागते चोभे पितृवंशं च भारत।
तारयेद् वृक्षरोपी च तस्माद् वृक्षांश्च रोपयेत्॥

🌞 हे भरतनन्दन यः वृक्षारोपणं करोति सः स्वपूर्ववर्तीन् परवर्तीन् पितृपक्षीयजनान् च तारयति।

🌷भरतनन्दन ! वृक्ष लगानेवाला पुरुष अपने मरे हुए पूर्वजों और भविष्य में होनेवाली संतानों का तथा पितृकुल का भी उद्धार कर देता है, इसलिए वृक्षों को अवश्य लगाना चाहिए।

🌹Bharatanandana! The man who plants the tree saves his dead ancestors and future children and also the ancestral family, so trees must be planted.

📍महाभारतम् । १३।५८।२६॥#Subhashitam
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मम एतादृशान् उत्तमबालान् दिदृक्षा भवति सर्वदा।
दिदृक्षा इति किम्।
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64%
द्रष्टुम् इच्छा
18%
दातुम् इच्छा
11%
धर्तुम् इच्छा
7%
कर्तुम् इच्छा
१। किं दिवसे अस्मिन् हनुमान् सञ्जातः।
• Was Hanuman born on this day?
• इस दिन हनुमान् जन्में थे क्या?

२। वाग्दैवी वाणीं विशोधयति।
• The goddess of speech purifies speech.
• वाग्देवी वाणी शुद्ध करती है।

३। सा पद्मं जिघ्रति।
• She smells the lotus.
• वह कमल सूँघती है।

४। क्षत्रियाः शूराः भवन्ति।
• Kshatriyas are brave.
• क्षत्रिय वीर होते हैं।

५। किं ते श्रोत्रे कृमिः गतः।
• Did insect get into your ear?
• तेरे कान में कीड़ा चला गया क्या?

६। अहं त्वाम् आश्रये देवि।
• I seek refuge in you, O Goddess.
• मैं तुम्हारी आश्रय में हूँ, ओ देवी।

७। सदा अतिथिं सम्पूजयेत्।
• One should always honor guests.
• सदा अतिथि का सत्कार करना चाहिए।

८। अष्टावक्रः महामुनिः आसीत्।
• Astavakra was a great sage.
• अष्टावक्र एक महान मुनि थे।

९। परशुरामश्च तस्य शिष्यश्च ब्रह्मचारिणौ स्तः।
• Parashurama and his disciple were two celibates.
• परशुराम और उसके शिष्य दो ब्रह्मचारी थे।

१०। हूं श्रुतं मया तव कथितम्।
• Yes, I heard what you said.
• हाँ, मैंने तुम्हारे कहे हुए को सुना।

@samvadah #Vakyabhyas
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संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
३। तव्यत् प्रत्यय : तव्यत् प्रत्यय का भी प्रयोग “विधिलिङ् लकार” में किया जाता है। इसका अर्थ 'चाहिए' होता है। तव्यत् प्रत्यय के प्रयोग होने पर अन्त में पुल्लिंग में “तव्यः”, स्त्रीलिंग में “तव्या”, नपुंसकलिंग में “तव्यम्” शेष बचता है।  Tavyat Pratyaya: The…
४। क्त्वा प्रत्यय : क्त्वा प्रत्यय का प्रयोग होने पर धातु के अंत में सिर्फ ‘त्वा’ शेष बचता है। ‘कर’ या ‘करके’ के अर्थ में क्त्वा प्रत्यय का प्रयोग होता है। इससे बने शब्द “अव्यय” होते हैं।

When the क्त्वा suffix is used, only "त्वा" remains at the end of the verb. It is used to indicate the meaning of "having done" or "after doing". Words formed with this suffix are termed as "अव्यय" or indeclinables.

क्त्वा प्रत्यय के प्रयोग (Usage lf कत्वा प्रत्यय) :
- धातु    प्रत्यय    क्रदन्त शब्द
- अस्   क्त्वा    भूत्वा
- कृ    क्त्वा    कृत्वा
- कथ्   क्त्वा    कथयित्वा
- दृ    क्त्वा    दृष्ट्वा
- वच्   क्त्वा    उक्त्वा

उदाहरण (Example) :
अहं पुस्तकं पठित्वा अभ्यासार्थं गच्छामि।
- मैं पुस्तक पढ़कर अभ्यास के लिए जाता हूँ।
- I go for practice after reading the book.

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🔰विषयः - हनुमत्-जन्मोत्सवः
🗓२३/०४/२०२४ ॥ IST ११:०० AM   
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पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
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