Forwarded from संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah (Bhavani Raman)
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳1 होरा
🕚 IST 11:00 AM
🔰Samskrit day Celebration
🗓09th August 2022, मङ्गलवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
@samskrt_samvadah has planned to celebrate Samskrit Day with all Samskrit premis. Those interested to perform samskrit dance/drama/song or any other cultural events related to Samskrit you may message @BhavaniSSR before 8pm, 8th August 2022.
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
#SamskritDayCelebration2022
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳1 होरा
🕚 IST 11:00 AM
🔰Samskrit day Celebration
🗓09th August 2022, मङ्गलवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
@samskrt_samvadah has planned to celebrate Samskrit Day with all Samskrit premis. Those interested to perform samskrit dance/drama/song or any other cultural events related to Samskrit you may message @BhavaniSSR before 8pm, 8th August 2022.
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
#SamskritDayCelebration2022
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
🔰चित्रं दृष्ट्वा पञ्चवाक्यानि रचयत।
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।
Read in English
हिन्दी में पढें
#chitram
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।
Read in English
हिन्दी में पढें
#chitram
Forwarded from रामदूतः — The Sanskrit News Platform (डोकानियोपनामको मोहितः)
🚩जय सत्य सनातन🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - द्वादशी शाम 05:45 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅दिनांक - 09 अगस्त 2022
⛅दिन - मंगलवार
⛅शक संवत् - 1944
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास - श्रावण
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅नक्षत्र - मूल दोपहर 12:18 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढ़ा
⛅योग - विष्कुम्भ रात्रि 11:36 तक तत्पश्चात प्रीति
⛅राहु काल - शाम 04:01 से 05:39 तक
⛅सूर्योदय - 06:14
⛅सूर्यास्त - 07:16
⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:46 से 05:30 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - भौम प्रदोष व्रत
⛅ विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - द्वादशी शाम 05:45 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅दिनांक - 09 अगस्त 2022
⛅दिन - मंगलवार
⛅शक संवत् - 1944
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास - श्रावण
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅नक्षत्र - मूल दोपहर 12:18 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढ़ा
⛅योग - विष्कुम्भ रात्रि 11:36 तक तत्पश्चात प्रीति
⛅राहु काल - शाम 04:01 से 05:39 तक
⛅सूर्योदय - 06:14
⛅सूर्यास्त - 07:16
⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:46 से 05:30 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - भौम प्रदोष व्रत
⛅ विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🍃
- पञ्चतन्त्रम्
⚜If the 'living' of a person results in 'living' of many other persons, only then consider that person to have really 'lived'.
Even the crow fills its own stomach by its beak!
⚜जिस व्यक्ति के जीवित रहने के तरीके से बहुत से अन्य व्यक्तियों का जीवनयापन संभव होता है वे ही वास्तव में सच्चा जीवन जीते हैं, अन्यथा एक साधारण कव्वा भी अपना पेट भरने के लिये अपनी चोंच से क्या क्या नहीं कर लेता है ?
🔅यस्य मनुष्यस्य जीवनेन अन्येषां जीवितानां जीवनं सम्भवति तस्य जीवनमेव सार्थकं नोचेत् स्वोदरपूरणाय तु काकाः अपि प्रयतन्ते।
#Subhashitam
यस्मिन्जीवति जीवन्ति बहवः, स तु जीवति।
काकोऽपि किं न कुरुते, चञ्च्वा स्वोदरपूरणम्
॥- पञ्चतन्त्रम्
⚜If the 'living' of a person results in 'living' of many other persons, only then consider that person to have really 'lived'.
Even the crow fills its own stomach by its beak!
⚜जिस व्यक्ति के जीवित रहने के तरीके से बहुत से अन्य व्यक्तियों का जीवनयापन संभव होता है वे ही वास्तव में सच्चा जीवन जीते हैं, अन्यथा एक साधारण कव्वा भी अपना पेट भरने के लिये अपनी चोंच से क्या क्या नहीं कर लेता है ?
🔅यस्य मनुष्यस्य जीवनेन अन्येषां जीवितानां जीवनं सम्भवति तस्य जीवनमेव सार्थकं नोचेत् स्वोदरपूरणाय तु काकाः अपि प्रयतन्ते।
#Subhashitam
🍃
♦️bhaktya mamabhijanati yavanyascasmi tattvatah |
tato mam tattvato jnatva visate tadanamtaram || (18.55)
By devotion he knows Me in truth, what and who I am; then having known Me in truth, he forthwith enters into the Supreme.(18.55)
⚜(उस परा) भक्ति के द्वारा मुझे वह तत्त्वत जानता है कि मैं कितना (व्यापक) हूँ तथा मैं क्या हूँ। (इस प्रकार) तत्त्वत जानने के पश्चात् तत्काल ही वह मुझमें प्रवेश कर जाता है अर्थात् मत्स्वरूप बन जाता है।।18.55।।
#geeta
भक्त्या मामभिजानाति यावान्यश्चास्मि तत्त्वतः।
ततो मां तत्त्वतो ज्ञात्वा विशते तदनन्तरम्
।।18.55।।♦️bhaktya mamabhijanati yavanyascasmi tattvatah |
tato mam tattvato jnatva visate tadanamtaram || (18.55)
By devotion he knows Me in truth, what and who I am; then having known Me in truth, he forthwith enters into the Supreme.(18.55)
⚜(उस परा) भक्ति के द्वारा मुझे वह तत्त्वत जानता है कि मैं कितना (व्यापक) हूँ तथा मैं क्या हूँ। (इस प्रकार) तत्त्वत जानने के पश्चात् तत्काल ही वह मुझमें प्रवेश कर जाता है अर्थात् मत्स्वरूप बन जाता है।।18.55।।
#geeta
🍃
♦️sarvakarmanyapi sada kurvano madvyapasrayaḥ |
matprasadadavapnoti sasvatam padamavyayam || (18.56)
⚜Doing all actions always having taken refuge in Me, by My grace he obtains the eternal indestructible state of being.(18.56)
⚜जो पुरुष मदाश्रित होकर सदैव समस्त कर्मों को करता है वह मेरे प्रसाद (अनुग्रह) से शाश्वत अव्यय पद को प्राप्त कर लेता है।।
#geeta
सर्वकर्माण्यपि सदा कुर्वाणो मद्व्यपाश्रयः।
मत्प्रसादादवाप्नोति शाश्वतं पदमव्ययम्
।।18.56।।♦️sarvakarmanyapi sada kurvano madvyapasrayaḥ |
matprasadadavapnoti sasvatam padamavyayam || (18.56)
⚜Doing all actions always having taken refuge in Me, by My grace he obtains the eternal indestructible state of being.(18.56)
⚜जो पुरुष मदाश्रित होकर सदैव समस्त कर्मों को करता है वह मेरे प्रसाद (अनुग्रह) से शाश्वत अव्यय पद को प्राप्त कर लेता है।।
#geeta
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰 संस्कृतकर्मयोगिनां परिचयः
🗓10 August 2022, बुधवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कतेन (भारते विदेशे च ये जनाः संस्कृते विशेषकार्यं कृतं तेषां विवरणं वक्तुं शक्ष्यामः)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰 संस्कृतकर्मयोगिनां परिचयः
🗓10 August 2022, बुधवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कतेन (भारते विदेशे च ये जनाः संस्कृते विशेषकार्यं कृतं तेषां विवरणं वक्तुं शक्ष्यामः)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
Forwarded from रामदूतः — The Sanskrit News Platform (डोकानियोपनामको मोहितः)
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिन्दी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - त्रयोदशी अपरान्ह 02:15 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
⛅ दिनांक - 10 अगस्त 2022
⛅ दिन - बुधवार
⛅ शक संवत् - 1944
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढ़ा सुबह 09:40 तक तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा
⛅ योग - प्रीति शाम 07:36 तक तत्पश्चात आयुष्मान
⛅ राहु काल - दोपहर 12:45 से 02:23 तक
⛅ सूर्योदय - 06:14
⛅ सूर्यास्त - 07:16
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:46 से 05:30 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण -
⛅ विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चतुर्दशी के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🚩आज की हिन्दी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - त्रयोदशी अपरान्ह 02:15 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
⛅ दिनांक - 10 अगस्त 2022
⛅ दिन - बुधवार
⛅ शक संवत् - 1944
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढ़ा सुबह 09:40 तक तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा
⛅ योग - प्रीति शाम 07:36 तक तत्पश्चात आयुष्मान
⛅ राहु काल - दोपहर 12:45 से 02:23 तक
⛅ सूर्योदय - 06:14
⛅ सूर्यास्त - 07:16
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:46 से 05:30 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण -
⛅ विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चतुर्दशी के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)