संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
संस्कृतं वद आधुनिको भव। वेदान् पठ वैज्ञानिको भव।। पाठ: (37) कृदन्त (4) निष्ठा प्रत्यय (क्त प्रत्यय भाव में। अकर्मक धातुओं से क्त प्रत्यय भाव में होता है। सकर्मक धातुओं में भी जब कर्म की अविवक्षा होती है, तब सकर्मक धातुओं से भी क्त प्रत्यय भाव में हो सकता…
क्तवतु प्रत्यय
(क्तवतु प्रत्यय भी निष्ठासंज्ञक है। इस प्रत्यय का प्रयोग भूतकाल कर्त्ताकारक में होता है। क्तवतु प्रत्ययान्त क्रिया के प्रयोग में कर्त्ता में प्रथमा विभक्ति तथा कर्म में द्वितीया विभक्ति का ही प्रयोग होता है। किन्तु क्रिया कर्त्ता के अनुसार चलती है। अर्थात् जो लिङ्ग वचन विभक्ति कर्त्ता में होती है वही लिङ्ग वचन विभक्ति क्रिया में भी होती है। क्तवतु प्रत्ययान्त शब्द भी क्रियारूप में तथा विशेषणरूप में दोनों ही तरह प्रयुक्त होते हैं।)
रामः ग्रामं गतवान
= राम गांव गया।
वृक्षात् वायुना पत्रं पतितम्
= हवा के कारण पेड़ से पत्ता गिरा।
क्रयार्थं महिला महाऽऽपणं गतवती
= खरीददारी के लिए महिला शॉपिंग-मॉल में गई।
अध्ययनार्थं बाल्यकाले कृष्णसुदामानौ सान्दीपनेर्मुनेराश्रमम् उषितवन्तौ
= पढ़ने के लिए बचपन में कृष्ण और सुदामा सांदीपनि मुनि के आश्रम में रहे।
भुक्तवान् भजेद् भगवन्तं न बुभुक्षितः
= खाली पेट भगवान का भजन नहीं होता।
सदाचाररहिता अधीतवन्तोऽपि अनधीता एव
= सदाचाररहित लोग पढ़े हुए भी अनपढ़ ही हैं।
पै्रषकरी भाण्डानि प्रक्षालितवती
= बाई ने बरतन साफ कर लिए।
अहं शिविरे मोक्षकरीं विद्यां अधीतवती
= मैंने शिविर में मोक्ष देनेवाली विद्या को पढ़ा।
क्रीडितवते पुत्राय माता अपूपान् दत्तवती
= खेल चुके बेटे को माता ने मालपूए दिए।
भुक्तवन्तं मा भोजय
= जो खा चुके उन्हें भोजन मत दो।
विश्रान्तवन्तः छात्राः कार्यार्थमागच्छेयुः
= विश्राम कर चुके छात्र काम करने के लिए आ जाएं।
धावितवत्सु छात्रेभ्यः जम्बीररसं प्राप्स्यते
= दौड़ लेने पर छात्रों को नींबू सरबत मिलेगा।
खादितवतां खादितवत्सु वा एको भोजनं परिवेषयेत्
= जिन्होंने भोजन कर लिया है, उनमें से एक भोजन बांटे।
दुग्धं दत्तवतीः तृणञ्च जग्धवतीः गावो दृष्ट्वा नचिकेता पितरमवोचत्
= जो दूध दे चुकी हैं, चारा खा चुकी हैं, ऐसी बूढी गायों को देखकर नचिकेता ने पिता को कहा।
गुरुकुलात् गृहमागतवतीं पुत्रीं दृष्ट्वा पितरौ मोदितवन्तौ
= गुरुकुल से घर आई हुई बच्ची को देखकर माता-पिता खुश हुए।
अल्पाहारं कृतवती शीतला पुनर् लेखनम् आरब्धवती
= अल्पाहार (नाश्ता) की हुई शीतल ने पुनः लेखन आरम्भ किया।
मुम्बईनगरं गतवती भागिनेयी मदर्थं शाटिकामानीतवती
= मुम्बई गई हुई भानजी मेरे लिए साड़ी लेकर आई।
मृतवतीं भगिनीं दृष्ट्वा मूलशंकरः स्तब्धः सञ्जातवान्
= मृत बहन को देखकर मूलशंकर स्तब्ध रह गया।
यावज्जीवो निवसति देहे कुशलं तावत्पृच्छति गेहे।
गतवति वायौ देहापाये भार्या बिभ्यति तस्मिन्काये।।
= जब तक जीव देहरूपी घर में रहता है तभी तक घर में हर कोई कुशलक्षेम पूछता है। देह नष्ट होने पर प्राणपखेरू उड़ जाते ही उस देह से जीवनसंगिनी भार्या भी भय मानने लगती है।
पौलस्त्यः कथमन्यदारहरणे दोषं न विज्ञातवान्,
रामेणापि कथं न हेमहारिणस्यासम्भवो लक्षितः।
अक्षैश्चापि युधिष्ठिरेण सहसा प्राप्तो ह्यनर्थः कथं,
प्रत्यासन्नविपत्तिमूढमनसां प्रायो मतिः क्षीयते।।
= रावण ने दूसरे की स्त्री का हरण करने में क्यों न बुराई समझी, राम ने भी सोने की हिरण की असम्भवता क्यों न समझी, युधिष्ठिर ने भी जुआ खेलकर अकस्मात् वनवास रूप अनर्थ क्यों पाया, (भविष्य में) शीघ्र आनेवाली विपत्तियों केे कारण जिनका मन भ्रान्त हो गया है ऐसे पुरुषों की बुद्धि प्रायः नष्ट हो जाती है।
#vakyabhyas
(क्तवतु प्रत्यय भी निष्ठासंज्ञक है। इस प्रत्यय का प्रयोग भूतकाल कर्त्ताकारक में होता है। क्तवतु प्रत्ययान्त क्रिया के प्रयोग में कर्त्ता में प्रथमा विभक्ति तथा कर्म में द्वितीया विभक्ति का ही प्रयोग होता है। किन्तु क्रिया कर्त्ता के अनुसार चलती है। अर्थात् जो लिङ्ग वचन विभक्ति कर्त्ता में होती है वही लिङ्ग वचन विभक्ति क्रिया में भी होती है। क्तवतु प्रत्ययान्त शब्द भी क्रियारूप में तथा विशेषणरूप में दोनों ही तरह प्रयुक्त होते हैं।)
रामः ग्रामं गतवान
= राम गांव गया।
वृक्षात् वायुना पत्रं पतितम्
= हवा के कारण पेड़ से पत्ता गिरा।
क्रयार्थं महिला महाऽऽपणं गतवती
= खरीददारी के लिए महिला शॉपिंग-मॉल में गई।
अध्ययनार्थं बाल्यकाले कृष्णसुदामानौ सान्दीपनेर्मुनेराश्रमम् उषितवन्तौ
= पढ़ने के लिए बचपन में कृष्ण और सुदामा सांदीपनि मुनि के आश्रम में रहे।
भुक्तवान् भजेद् भगवन्तं न बुभुक्षितः
= खाली पेट भगवान का भजन नहीं होता।
सदाचाररहिता अधीतवन्तोऽपि अनधीता एव
= सदाचाररहित लोग पढ़े हुए भी अनपढ़ ही हैं।
पै्रषकरी भाण्डानि प्रक्षालितवती
= बाई ने बरतन साफ कर लिए।
अहं शिविरे मोक्षकरीं विद्यां अधीतवती
= मैंने शिविर में मोक्ष देनेवाली विद्या को पढ़ा।
क्रीडितवते पुत्राय माता अपूपान् दत्तवती
= खेल चुके बेटे को माता ने मालपूए दिए।
भुक्तवन्तं मा भोजय
= जो खा चुके उन्हें भोजन मत दो।
विश्रान्तवन्तः छात्राः कार्यार्थमागच्छेयुः
= विश्राम कर चुके छात्र काम करने के लिए आ जाएं।
धावितवत्सु छात्रेभ्यः जम्बीररसं प्राप्स्यते
= दौड़ लेने पर छात्रों को नींबू सरबत मिलेगा।
खादितवतां खादितवत्सु वा एको भोजनं परिवेषयेत्
= जिन्होंने भोजन कर लिया है, उनमें से एक भोजन बांटे।
दुग्धं दत्तवतीः तृणञ्च जग्धवतीः गावो दृष्ट्वा नचिकेता पितरमवोचत्
= जो दूध दे चुकी हैं, चारा खा चुकी हैं, ऐसी बूढी गायों को देखकर नचिकेता ने पिता को कहा।
गुरुकुलात् गृहमागतवतीं पुत्रीं दृष्ट्वा पितरौ मोदितवन्तौ
= गुरुकुल से घर आई हुई बच्ची को देखकर माता-पिता खुश हुए।
अल्पाहारं कृतवती शीतला पुनर् लेखनम् आरब्धवती
= अल्पाहार (नाश्ता) की हुई शीतल ने पुनः लेखन आरम्भ किया।
मुम्बईनगरं गतवती भागिनेयी मदर्थं शाटिकामानीतवती
= मुम्बई गई हुई भानजी मेरे लिए साड़ी लेकर आई।
मृतवतीं भगिनीं दृष्ट्वा मूलशंकरः स्तब्धः सञ्जातवान्
= मृत बहन को देखकर मूलशंकर स्तब्ध रह गया।
यावज्जीवो निवसति देहे कुशलं तावत्पृच्छति गेहे।
गतवति वायौ देहापाये भार्या बिभ्यति तस्मिन्काये।।
= जब तक जीव देहरूपी घर में रहता है तभी तक घर में हर कोई कुशलक्षेम पूछता है। देह नष्ट होने पर प्राणपखेरू उड़ जाते ही उस देह से जीवनसंगिनी भार्या भी भय मानने लगती है।
पौलस्त्यः कथमन्यदारहरणे दोषं न विज्ञातवान्,
रामेणापि कथं न हेमहारिणस्यासम्भवो लक्षितः।
अक्षैश्चापि युधिष्ठिरेण सहसा प्राप्तो ह्यनर्थः कथं,
प्रत्यासन्नविपत्तिमूढमनसां प्रायो मतिः क्षीयते।।
= रावण ने दूसरे की स्त्री का हरण करने में क्यों न बुराई समझी, राम ने भी सोने की हिरण की असम्भवता क्यों न समझी, युधिष्ठिर ने भी जुआ खेलकर अकस्मात् वनवास रूप अनर्थ क्यों पाया, (भविष्य में) शीघ्र आनेवाली विपत्तियों केे कारण जिनका मन भ्रान्त हो गया है ऐसे पुरुषों की बुद्धि प्रायः नष्ट हो जाती है।
#vakyabhyas
@samskrt_samvadah प्रारंभ करता है, संस्कृताश्रमः - संस्कृतशिक्षण की लघु कक्षाऐं
⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰लिङ्लकारः
🗓11th मई 2022, बुधवासरः
🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब चैनल पर डाली जायेगी
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰लिङ्लकारः
🗓11th मई 2022, बुधवासरः
🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब चैनल पर डाली जायेगी
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Job interview in future.
Interviewer - When did you pass Engineering ?
Candidate - Corona affected year, 2021.
Interviewer - Okay. Stay at home and stay safe.
#hasya
Interviewer - When did you pass Engineering ?
Candidate - Corona affected year, 2021.
Interviewer - Okay. Stay at home and stay safe.
#hasya
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰सेनायाः पराक्रमकार्याणि
🗓12th May2022,गुरुवासरः
75तः स्वातन्त्र्योत्सवः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (भारतीयसेनायाः पराक्रमकार्याणां विषये वक्तव्यम्) । चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰सेनायाः पराक्रमकार्याणि
🗓12th May2022,गुरुवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (भारतीयसेनायाः पराक्रमकार्याणां विषये वक्तव्यम्) । चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
🍃
♦️asak्itaranabhiShva~NgaH putradaaragRRihaadiShu|
nityaM cha samachittatvamiShTaaniShTopapattiShu
⚜13.10 Non-attachment, non-identification of the Self with son, wife, home and the rest, and constant even-mindedness on the attainment of the desirable and the undesirable.
⚜।।13.10।। आसक्ति तथा पुत्र पत्नी गृह आदि में अनभिष्वङ्ग (तादात्म्य का अभाव) और इष्ट और अनिष्ट की प्राप्ति में समचित्तता।।
#geeta
असक्ितरनभिष्वङ्गः पुत्रदारगृहादिषु।
नित्यं च समचित्तत्वमिष्टानिष्टोपपत्तिषु
।।13.10।।♦️asak्itaranabhiShva~NgaH putradaaragRRihaadiShu|
nityaM cha samachittatvamiShTaaniShTopapattiShu
⚜13.10 Non-attachment, non-identification of the Self with son, wife, home and the rest, and constant even-mindedness on the attainment of the desirable and the undesirable.
⚜।।13.10।। आसक्ति तथा पुत्र पत्नी गृह आदि में अनभिष्वङ्ग (तादात्म्य का अभाव) और इष्ट और अनिष्ट की प्राप्ति में समचित्तता।।
#geeta
🍃
♦️mayi chaananyayogena bhak्itaravyabhichaariNii|
viviktadeshasevitvamaratirjanasaMsadi
⚜Unswerving devotion unto Me by the Yoga of non-separation, resort to solitary places, distaste for the society of men. (13.11)
⚜अनन्ययोग के द्वारा मुझमें अव्यभिचारिणी भक्ति एकान्त स्थान में रहने का स्वभाव और (असंस्कृत) जनों के समुदाय में अरुचि।।13.11।।
#geeta
मयि चानन्ययोगेन भक्ितरव्यभिचारिणी।
विविक्तदेशसेवित्वमरतिर्जनसंसदि
।।13.11।।♦️mayi chaananyayogena bhak्itaravyabhichaariNii|
viviktadeshasevitvamaratirjanasaMsadi
⚜Unswerving devotion unto Me by the Yoga of non-separation, resort to solitary places, distaste for the society of men. (13.11)
⚜अनन्ययोग के द्वारा मुझमें अव्यभिचारिणी भक्ति एकान्त स्थान में रहने का स्वभाव और (असंस्कृत) जनों के समुदाय में अरुचि।।13.11।।
#geeta
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द - ५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत - २०७९
⛅ 🚩तिथि - एकादशी शाम 06:51 तक तत्पश्चात द्वादशी
⛅ दिनाँक - 12 मई 2022
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ विक्रम संवत - 2079
⛅ शक संवत - 1944
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - ग्रीष्म
⛅ मास - वैशाख
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी शाम 07:30 तक तत्पश्चात हस्त
⛅ योग - हर्षण रात्रि 05:51 तक तत्पश्चात वज्र
⛅ राहुकाल - अपरान्ह 2:15 से 03:54 तक
⛅ सूर्योदय - 06:00
⛅ सूर्यास्त - 07:12
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:34 से 05:17 तक
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द - ५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत - २०७९
⛅ 🚩तिथि - एकादशी शाम 06:51 तक तत्पश्चात द्वादशी
⛅ दिनाँक - 12 मई 2022
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ विक्रम संवत - 2079
⛅ शक संवत - 1944
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - ग्रीष्म
⛅ मास - वैशाख
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी शाम 07:30 तक तत्पश्चात हस्त
⛅ योग - हर्षण रात्रि 05:51 तक तत्पश्चात वज्र
⛅ राहुकाल - अपरान्ह 2:15 से 03:54 तक
⛅ सूर्योदय - 06:00
⛅ सूर्यास्त - 07:12
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:34 से 05:17 तक
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰सेनायाः पराक्रमकार्याणि
🗓12th May2022,गुरुवासरः
75तः स्वातन्त्र्योत्सवः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (भारतीयसेनायाः पराक्रमकार्याणां विषये वक्तव्यम्) । चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰सेनायाः पराक्रमकार्याणि
🗓12th May2022,गुरुवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (भारतीयसेनायाः पराक्रमकार्याणां विषये वक्तव्यम्) । चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Forwarded from ॐ पीयूषः
https://youtu.be/6NiJOQ19Zvs
Switch to DD News daily at 7:15 AM (Morning) for 15 minutes Sanskrit news.
Switch to DD News daily at 7:15 AM (Morning) for 15 minutes Sanskrit news.
YouTube
वार्ता: संस्कृत में समाचार | पीएम मोदी आज भरूज में 'उत्कर्ष समारोह' को करेंगे संबोधित
🔰चित्रं दृष्ट्वा पञ्चवाक्यानि रचयत।
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।
🔰 चित्र देखकर पांच वाक्य बनायें।
✍🏼आप कमेंट बॉक्स में टङ्कण कर सकते हैं या कॉपी पर लिखकर फोटो भी भेज सकते हैं।
🗣 साथ हि वें वाक्य बोलकर भी वाइस नोट भेजें।
🔰Make 5 sentences, Observing the attached image.
✍🏼You can type in the comment box or you can also send a photo by writing on the notebook.
🗣 Also, Send voice message by uttering those sentences.
#chitram
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।
🔰 चित्र देखकर पांच वाक्य बनायें।
✍🏼आप कमेंट बॉक्स में टङ्कण कर सकते हैं या कॉपी पर लिखकर फोटो भी भेज सकते हैं।
🗣 साथ हि वें वाक्य बोलकर भी वाइस नोट भेजें।
🔰Make 5 sentences, Observing the attached image.
✍🏼You can type in the comment box or you can also send a photo by writing on the notebook.
🗣 Also, Send voice message by uttering those sentences.
#chitram