संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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🔰चित्रं दृष्ट्वा पञ्चवाक्यानि रचयत।
✍🏼सर्वे टिप्पणीसञ्चिकायां स्वोत्तराणि लेखितुं शक्नुवन्ति अथवा पुस्तिकायां लिखित्वा तस्य चित्रं स्वीकृत्य अपि प्रेषयितुं शक्नुवन्ति।
🗣सहैव तानि वाक्यानि उक्त्वा ध्वनिमाध्यमेन अपि प्रेषयत।

🔰 चित्र देखकर पांच वाक्य बनायें।
✍🏼आप कमेंट बॉक्स में टङ्कण कर सकते हैं या कॉपी पर लिखकर फोटो भी भेज सकते हैं।
🗣 साथ हि वें वाक्य बोलकर भी वाइस नोट भेजें।

🔰Make 5 sentences, Observing the attached image.
✍🏼You can type in the comment box or you can also send a photo by writing on the notebook.
🗣 Also, Send voice message by uttering those sentences.

#chitram
🍃उत्साहसम्पन्नमदीर्घसूत्रं क्रियाविधिज्ञं व्यसनेष्वसक्तम्।
शूरं कृतज्ञं दृढसौहृदं च लक्ष्मीः स्वयं याति निवासहेतोः

(हितोपदेशे)

Full of enthusiasm, absence of delaying tactics, knowledge related to the undertaken work, unconcerned about failures, bold, grateful nature, steadiness in friendship - to people who are endowed with these qualities, Goddess Lakshmi comes on her own accord due to favourable conditions to stay on.

🔅यः उत्साहेन सम्पन्नः भवति, कार्ये विलम्बं न करोति, यत् कार्यं करोति तस्य ज्ञानमपि धरति, असफलताविषये ध्यानं न ददाति, निर्भीकः भवति, अन्यकृतम् उपकारं न विस्मरति, सर्वदा मैत्रीं पालयति, एतादृशं जनं श्रेष्ठनिवासकारणात् लक्ष्मीः कदापि न जहाति(त्यजति) ।

#Subhashitam
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
संस्कृतं वद आधुनिको भव। वेदान् पठ वैज्ञानिको भव।। पाठ: (36) कृदन्त (3) निष्ठा प्रत्यय (क्त प्रत्यय कर्तृवाच्य विशेषणरूप प्रयोग) बाला महाविद्यालयं गता = बालिका कॉलेज गई। महाविद्यालयं गतां बालिकां माता सप्ताहात् प्रतीक्षते, साऽधुनापि न प्रत्यावर्तिता =…
महत्यामपि घनावल्यां देवो न वृष्टः
= बहुत सारे काले बादलों के होने पर भी बारिश नहीं हुई।

अवृष्टे देवे सर्वे व्यापाराः निष्क्रियप्रायाः सञ्जाताः
= वर्षा के अभाव में सभी व्यापारों में मन्दी छा गई।

प्रदूषणकारणाद् अद्यत्वे घर्मः प्रवृद्धः
= प्रदूषण के कारण आज-कल गर्मी बढ़ गई है।

प्रवृद्धेन घर्मेण जना अत्यन्तं त्रस्ताः सन्ति
= बढी हुई गर्मी के कारण लोग अत्यन्त त्रस्त हैं।

पुरा काले ऋषय ईश्वरमुपासिताः
= प्राचीनकाल में ऋषियों ने ईश्वर की उपासना की।

सः तान् उपासितान् ऋषीन् कृतकृत्यानकरोत्
= उसने उन उपासना किए हुए ऋषियों को कृतकृत्य कर दिया।

कुक्कुराणामनुधावनात् भीतो बालोऽपि धावितः
= कुत्तों के पीछे पड़ने से डरा हुआ बच्चा भी भागा।

अतिरभसेन धावितो बालः पाषाणेनाऽऽहत
= हड़बड़ी से भागते बच्चे को पत्थर के कारण ठेस लग गई।

मासद्वयानन्तरं पितरौ दृष्ट्वा छात्रावासे बालिका प्रकोष्ठात् धावित्वा आगता
= होस्टल में दो महिने बाद माता-पिता को देखकर बालिका कमरे से दौड़कर आई।

धावित्वा आगतायाः बालिकायाः प्रसन्नतां दृष्ट्वा पितरौ आर्द्राक्षौ सञ्जातौ
= दौड़कर आई हुई बच्ची की प्रसन्नता को देखकर माता-पिता की आंखे गीली हुईं।

वायुना शोधितानि वस्त्राणि उड्डितानि
= हवा के कारण सुखाए हुए कपड़े उड़ गए।

उड्डितानि तानि वस्त्राणि इतस्ततः भूमौ पतितानि
= उड़े हुए वे कपड़े जहां-तहां भूमि पर गिर गए।

रात्रौ वृष्टिना पद्यायां शायिताः अनिकेताः जनाः क्लिन्नाः
= रात वर्षा के कारण फुटपाथ पर सोए हुए बेघर लोग भीग गए।

तेषु क्लिन्नेषु जनेषु केचन तारवायुना मृताः
= उन भीगे हुओं में से कुछ लोग सनसनाती हवा के कारण मर गए।

तारजाले संलग्नं वस्त्रम् उत्पटितम्
= तार की जाली में उलझा हुआ कपड़ा फट गया।

पश्चात् तदुत्पटितं वस्त्रं मात्रा सूचिकया स्यूतम्
= बाद में वह फटा हुआ कपड़ा मां ने सुई द्वारा सिल दिया।

हस्तात् स्रस्तं काचपात्रं त्रुटितम्
= हाथ से गिरा हुआ काचपात्र टूट गया।

त्रुटितस्य काचपात्रस्य लघुना शकलेन मम पादः विद्धः
= टूटे हुए कांचपात्र के छोटे टुकड़े से मेरा पैर घायल हुआ।

अग्निना सर्वं गृहं ज्वलितम्
= आग से पूरा घर जल गया।

ज्वलितं गृहं पातयित्वा तत्रैव नूतनम् निर्मितम्
= जले हुए घर को गिरा कर वहीं पर नया घर बना दिया।

निर्धनं पुरुषं वेश्या प्रजा भग्नं नृपं त्यजेत्।
खगा वीतफलं वृक्षं भुक्त्वा चाऽभ्यागता गृहम्।।
= वेश्या निर्धन मनुष्य को, प्रजा पराजित राजा को, पक्षी फलरहित पेड़ को और अतिथि भोजन करके घर को छोड़ देते हैं।

#vakyabhyas
@samskrt_samvadah प्रारंभ करता है, संस्कृताश्रमः - संस्कृतशिक्षण की लघु कक्षाऐं

20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰भविष्यकालः (अभ्यासः)
🗓06th मई 2022, शुक्रवासरः

🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब चैनल पर डाली जायेगी
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।

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https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Wife - Now you are married no ? Why don't you ask for a salary hike ?
Husband - I have already asked for it. But they denied it telling that they are not responsible for accidents, outside the office.

#hasya
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.

यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा। 
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।। 

45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰संस्कृतकथा,सुभाषितम्, हास्यकणिका इत्यादयः
🗓07th may 2022, शनिवासरः

🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.

📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (संस्कृतकथां, सुभाषितं, हास्यकणिकां ,स्वस्य कञ्चित् उत्तमम् अनुभवं ,प्रेरकप्रसङ्गं ,लौकिकन्यायं वा वदन्तु) । चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।

वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु

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Live stream scheduled for
Audio
श्रीमद्भगवद्गीता [12.20]
🍃ये तु धर्म्यामृतमिदं यथोक्तं पर्युपासते।
श्रद्दधाना मत्परमा भक्तास्तेऽतीव मे प्रियाः
।।12.20।।

♦️ye tu dharmyaamRRitamidaM yathoktaM paryupaasate|
shraddadhaanaa matparamaa bhaktaaste'tiiva me priyaaH

But those devotees who have faith and sincerely try to develop the above mentioned immortal virtues, and set Me as their supreme goal; are very dear to Me. (12.20)

जो भक्त श्रद्धावान् तथा मुझे ही परम लक्ष्य समझने वाले हैं और इस यथोक्त धर्ममय अमृत का अर्थात् धर्ममय जीवन का पालन करते हैं वे मुझे अतिशय प्रिय हैं।।12.20।।

#geeta
Audio
श्रीमद्भगवद्गीता [13.01]