🚩आज की हिंदी तिथि
🌥 🚩यगाब्द-५१२३
🌥 🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅️ 🚩तिथि - एकादशी-पूर्ण रात्रि तक
⛅️ दिनांक - 02 सितम्बर 2021
⛅️ दिन - गुरुवार
⛅️ शक संवत - 1943
⛅️ अयन - दक्षिणायन
⛅️ ऋतु - वर्षा
⛅️ मास-भाद्रपद
⛅️ पक्ष - कृष्ण
⛅️ नक्षत्र - आर्द्रा दोपहर 02:57 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
⛅️ योग - सिद्धि सुबह 10:10 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅️ राहुकाल - दोपहर 02:12 से शाम 03:46 तक
⛅️ सर्योदय - 06:23
⛅️ सर्यास्त - 18:52
⛅️ दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
🌥 🚩यगाब्द-५१२३
🌥 🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅️ 🚩तिथि - एकादशी-पूर्ण रात्रि तक
⛅️ दिनांक - 02 सितम्बर 2021
⛅️ दिन - गुरुवार
⛅️ शक संवत - 1943
⛅️ अयन - दक्षिणायन
⛅️ ऋतु - वर्षा
⛅️ मास-भाद्रपद
⛅️ पक्ष - कृष्ण
⛅️ नक्षत्र - आर्द्रा दोपहर 02:57 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
⛅️ योग - सिद्धि सुबह 10:10 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅️ राहुकाल - दोपहर 02:12 से शाम 03:46 तक
⛅️ सर्योदय - 06:23
⛅️ सर्यास्त - 18:52
⛅️ दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
Subscribe to सुधर्मा संस्कृत दैनिक समाचारपत्र @₹600/year from here
https://sudharmasanskritdaily.in/subscribe/
https://sudharmasanskritdaily.in/subscribe/
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
Duration : 30 minutes
Time : 11:00 AM 🕚
Topic : Subhashithams
Date : 2nd September ; Thursday
Please Join the voicechat on time.
Please come prepared to recite your favourite Subhashithams and share with us why it's your favourite in Sanskrit, If possible.
We are waiting for you.😇
Set a reminder.
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Duration : 30 minutes
Time : 11:00 AM 🕚
Topic : Subhashithams
Date : 2nd September ; Thursday
Please Join the voicechat on time.
Please come prepared to recite your favourite Subhashithams and share with us why it's your favourite in Sanskrit, If possible.
We are waiting for you.😇
Set a reminder.
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Switch to DD News daily at 7:15 AM (Morning) for 15 minutes Sanskrit news. https://youtu.be/pUxtKncZgZI
YouTube
वार्ता: संस्कृत में समाचार | 2/9/2021
ओ३म्
676. संस्कृत वाक्याभ्यासः
पिता – प्रत्यागच्छ ….
= वापस आ जाओ। ( लौट आओ)
* अग्रे मा गच्छ …
= आगे मत जाओ ..
* ओ … बालक ! न श्रूयते वा ??
= ओ … बालक ! नहीं सुनाई दे रहा है क्या ?
* माता दुग्धम् ऊष्णं कृतवती।
= माँ ने दूध गरम कर दिया है।
* दुग्धं पीत्वा गच्छ।
= दूध पीकर जाओ।
पुत्रः – नैव तात ! अद्य मार्च मासस्य अन्तिमं दिनम् अस्ति।
= नहीं पिताजी ! आज मार्च महीने का अंतिम दिन है।
शीघ्रमेव गन्तव्यम् अस्ति।
= जल्दी से जाना है।
पिता – अधिकः विलम्बः न भविष्यति।
= अधिक देर नहीं होगी।
मातुः संतोषाय दुग्धं पिब।
= माँ के संतोष के लिये दूध पी लो ।
– अन्यथा सायंकाल प्रयन्तं सा भोजनं न करिष्यति।
= अन्यथा शाम तक वो भोजन नहीं करेगी।
पुत्रः द्वारात् प्रत्यागच्छति …
= बेटा दरवाजे से वापस आता है।
दुग्धं पिबति।
= दूध पीता है।
अनन्तरं कार्यालयं गच्छति।
= बाद में कार्यालय जाता है।
ओ३म्
677. संस्कृत वाक्याभ्यासः
* महोदयः आगतवान् ।
* चायम् आनयतु
* शीघ्रम्
आम् , आनयामि ।
* किमर्थं विलम्बः ?
दुग्धं नास्ति।
* तर्हि हरितचायं आनयतु।
आम् आनयामि
** महोदयाय हरितचायं रोचते।
* मम कृते अपि हरितचायम् आनयतु।
ओ३म्
678. संस्कृत वाक्याभ्यासः
कार्यालयस्य सेविका प्रातः सप्तवादने कार्यालयम् आगतवती।
= कार्यालय की सेविका प्रातः सात बजे कार्यालय आ गई।
सा कार्यालयम् उद्घाटितवती।
= उसने कार्यालय खोला।
सा सर्वत्र स्वच्छतां कृतवती।
= उसने सब जगह स्वच्छता की।
सा सर्वाणि पात्राणि प्रक्षालितवती।
= उसने सारे पात्र साफ किये।
सा घटे जलम् अपि पूरितवती।
= उसने घड़े में पानी भी भर दिया।
अनन्तरं सा कार्यालयं पिहितवती।
= उसके बाद उसने कार्यालय बन्द कर दिया।
सा गृहं गतवती।
= वह घर गई।
प्रबंधकं दूरवाणीं कृतवती।
= प्रबंधक को फोन किया।
सा सूचितवती।
= उसने सूचित किया।
महोदय ! मम पुत्रस्य स्वास्थ्यं सम्यक् नास्ति।
= सर , मेरे पुत्र का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
अहं कार्यालये स्वच्छतां कृतवती।
= मैंने ऑफिस में सफाई कर दी है।
दशवादने मम पुत्रं चिकित्सालयं नेष्यामि।
= दस बजे मेरे बेटे को चिकित्सालय ले जाउँगी।
अतः अद्य शीघ्रमेव कार्यालयस्य कार्यं कृतवती अहम्।
= अतः आज मैंने जल्दी से कार्यालय की सफाई कर दी है।
सायं चतुर्वादने पुनः आगमिष्यामि।
= शाम चार बजे पुनः आ जाउँगी।
प्रबंधकः तस्याः कार्यनिष्ठां श्रुत्वा ( दृष्ट्वा) प्रसन्नः अभवत्।
= प्रबंधक उसकी कार्यनिष्ठा को सुनकर ( देखकर) खुश हुआ।
#vakyabhyas
676. संस्कृत वाक्याभ्यासः
पिता – प्रत्यागच्छ ….
= वापस आ जाओ। ( लौट आओ)
* अग्रे मा गच्छ …
= आगे मत जाओ ..
* ओ … बालक ! न श्रूयते वा ??
= ओ … बालक ! नहीं सुनाई दे रहा है क्या ?
* माता दुग्धम् ऊष्णं कृतवती।
= माँ ने दूध गरम कर दिया है।
* दुग्धं पीत्वा गच्छ।
= दूध पीकर जाओ।
पुत्रः – नैव तात ! अद्य मार्च मासस्य अन्तिमं दिनम् अस्ति।
= नहीं पिताजी ! आज मार्च महीने का अंतिम दिन है।
शीघ्रमेव गन्तव्यम् अस्ति।
= जल्दी से जाना है।
पिता – अधिकः विलम्बः न भविष्यति।
= अधिक देर नहीं होगी।
मातुः संतोषाय दुग्धं पिब।
= माँ के संतोष के लिये दूध पी लो ।
– अन्यथा सायंकाल प्रयन्तं सा भोजनं न करिष्यति।
= अन्यथा शाम तक वो भोजन नहीं करेगी।
पुत्रः द्वारात् प्रत्यागच्छति …
= बेटा दरवाजे से वापस आता है।
दुग्धं पिबति।
= दूध पीता है।
अनन्तरं कार्यालयं गच्छति।
= बाद में कार्यालय जाता है।
ओ३म्
677. संस्कृत वाक्याभ्यासः
* महोदयः आगतवान् ।
* चायम् आनयतु
* शीघ्रम्
आम् , आनयामि ।
* किमर्थं विलम्बः ?
दुग्धं नास्ति।
* तर्हि हरितचायं आनयतु।
आम् आनयामि
** महोदयाय हरितचायं रोचते।
* मम कृते अपि हरितचायम् आनयतु।
ओ३म्
678. संस्कृत वाक्याभ्यासः
कार्यालयस्य सेविका प्रातः सप्तवादने कार्यालयम् आगतवती।
= कार्यालय की सेविका प्रातः सात बजे कार्यालय आ गई।
सा कार्यालयम् उद्घाटितवती।
= उसने कार्यालय खोला।
सा सर्वत्र स्वच्छतां कृतवती।
= उसने सब जगह स्वच्छता की।
सा सर्वाणि पात्राणि प्रक्षालितवती।
= उसने सारे पात्र साफ किये।
सा घटे जलम् अपि पूरितवती।
= उसने घड़े में पानी भी भर दिया।
अनन्तरं सा कार्यालयं पिहितवती।
= उसके बाद उसने कार्यालय बन्द कर दिया।
सा गृहं गतवती।
= वह घर गई।
प्रबंधकं दूरवाणीं कृतवती।
= प्रबंधक को फोन किया।
सा सूचितवती।
= उसने सूचित किया।
महोदय ! मम पुत्रस्य स्वास्थ्यं सम्यक् नास्ति।
= सर , मेरे पुत्र का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
अहं कार्यालये स्वच्छतां कृतवती।
= मैंने ऑफिस में सफाई कर दी है।
दशवादने मम पुत्रं चिकित्सालयं नेष्यामि।
= दस बजे मेरे बेटे को चिकित्सालय ले जाउँगी।
अतः अद्य शीघ्रमेव कार्यालयस्य कार्यं कृतवती अहम्।
= अतः आज मैंने जल्दी से कार्यालय की सफाई कर दी है।
सायं चतुर्वादने पुनः आगमिष्यामि।
= शाम चार बजे पुनः आ जाउँगी।
प्रबंधकः तस्याः कार्यनिष्ठां श्रुत्वा ( दृष्ट्वा) प्रसन्नः अभवत्।
= प्रबंधक उसकी कार्यनिष्ठा को सुनकर ( देखकर) खुश हुआ।
#vakyabhyas
How many Bhagvatgeeta shlokas should we send daily?
हमें प्रतिदिन कितने भगवद्गीता श्लोक भेजने चाहिए
हमें प्रतिदिन कितने भगवद्गीता श्लोक भेजने चाहिए
Anonymous Poll
6%
०
32%
१
41%
२
21%
३
मेघानाङ्कटनादनु व्रजितवान् ग्रामाय कार्याद् यदा
मार्गाः पङ्कमया जलेन भरिता आसन्नतः सावधः।
तावन्मे पथि चागता प्रियतमा हर्षेण तां दृष्टवान्
गर्तेहं पतितस्तदा ह्यनवधो हा धिक् प्रियाया मुखम्।।
बादलो के बरसने के बाद मैं काम से गांव मे गया तो सब मार्ग कीचड से युक्त थे, और पानी से भरे हुए थे, इसलिए मैं सावधान था कहीं गिर ना जाऊं, उतनें में ही मेरी प्रियतमा मेरे रास्ते में आ गयी, और में उसे खुशी से देखने लगा, तभी मेरा ध्यान न रहा और मैं गड्डे में गिर गया, इसलिए धिक्कार हैं प्रिया के मुख को ।
😅🤣🤣🤣🤣🤣
✍ पण्डितो व्रजेशः ✍
#hasya
मार्गाः पङ्कमया जलेन भरिता आसन्नतः सावधः।
तावन्मे पथि चागता प्रियतमा हर्षेण तां दृष्टवान्
गर्तेहं पतितस्तदा ह्यनवधो हा धिक् प्रियाया मुखम्।।
बादलो के बरसने के बाद मैं काम से गांव मे गया तो सब मार्ग कीचड से युक्त थे, और पानी से भरे हुए थे, इसलिए मैं सावधान था कहीं गिर ना जाऊं, उतनें में ही मेरी प्रियतमा मेरे रास्ते में आ गयी, और में उसे खुशी से देखने लगा, तभी मेरा ध्यान न रहा और मैं गड्डे में गिर गया, इसलिए धिक्कार हैं प्रिया के मुख को ।
😅🤣🤣🤣🤣🤣
✍ पण्डितो व्रजेशः ✍
#hasya
Sanskrit-1820-1830
AIR Sanskrit News (Evening)
writereaddata_Bulletins_Text_NSD_2021_Sep_NSD_Sanskrit_Sanskrit.pdf
71.2 KB
AIR Sanskrit News (Evening) - Text
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
Duration : 30 minutes
Time : 11:00 AM 🕚
Topic : Tirtha Yatra
Date : 3rd September 2021 ; Friday
Please Join the voicechat on time.
Please come prepared to discuss about taking a dip in the holy rivers/Ocean in India,worship of rivers (Pushkaram) etc , if possible. The topics are only suggestive. We are waiting for you.😇
Set a reminder.
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
Duration : 30 minutes
Time : 11:00 AM 🕚
Topic : Tirtha Yatra
Date : 3rd September 2021 ; Friday
Please Join the voicechat on time.
Please come prepared to discuss about taking a dip in the holy rivers/Ocean in India,worship of rivers (Pushkaram) etc , if possible. The topics are only suggestive. We are waiting for you.😇
Set a reminder.
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat