संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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एषा का सङ्ख्या अस्ति।
Anonymous Quiz
65%
कोटिः
18%
अर्बुदम्
10%
नियुतम्
7%
अयुतम्
१। त्वया न एवं वक्तव्यम्।
- You should not speak like this.
- तुम्हें ऐसा बोलना नहीं चाहिए।

२। शवं न वदति कदाचिद् अपि।
- Dead body never speaks at all.
- शव कभी भी नहीं बोलता है।

३। प्रियागृहं मे तीर्थम्।
- The house of my beloved is the holy place for me.
- प्रिया का घर मेरा तीर्थ है।

४। भवान् मोहवशं मा गच्छतु।
- Do not get carried away by attachment.
- आप मोह के वश में मत पड़िए।

५। सत्यं न उच्यते सत्यवता।
- Truth is not spoken by Satyavān.
- सत्यवान् द्वारा सत्य नहीं बोला जाता।

६। स व्यापारी जनान् वञ्चति।
- That merchant deceives people.
- वह व्यापारी लोगों को धोखा देता है।

७। अश्वत्थामा हतः नरः वा कुञ्जरः।
- Ashwatthama is dead, Man or an Elephant (Be it).
- अश्वत्थामा मारा गया है नर या हाथी (जो भी हो)।

८। सूर्यदेवः तस्मै मणिं ददाति।
- The Surya Deva gives him a gem.
- सूर्यदेव उसे एक मणि देते हैं।

९। प्रतिदिनं संलापशाला प्रचलति।
- The Samlāpshālā runs every day.
- संलापशाला प्रतिदिन चलती है।

१०। मम जीवने मम एव नियमाः भवन्तु।
- Let my own rules govern my life.
- मेरे जीवन में मेरे ही नियम हों।

@samvadah #Vakyabhyas
दैववाण्यां राजनैतिकप्रचारणम्।
#Celebrating_Sanskrit
Forwarded from रामदूतः — The Sanskrit News Platform (डोकानियोपनामको मोहितः)
۞  दैनिकपञ्चाङ्गम्
उज्जयिनीसमयानुसारम्

युगाब्दः। ५१२५।
पिङ्गलविक्रमसंवत्सरः। २०८१। 
क्रोधी शकसंवत्सरः। १९४६।

सूर्योदयः ॥०६।११॥ ☼ सूर्यास्तः ॥१८।४६॥
चन्द्रोदयः ॥०६।२५॥ ☾ चन्द्रास्तः ॥१९।३३॥

रोमदिनाङ्कः। ९ अप्रैल् २०२४।
उत्तरायणम्। ⌲ वसन्तः ऋतुः।
मङ्गलवासरः। ⌲ शुक्लः पक्षः। ⌲ चैत्रः मासः।  
प्रतिपदा तिथिः ॥२०।३०॥ यावत् तत्पश्चात् द्वितीया।

राहुकालः ॥१५।३७॥ अतः ॥१७।११॥ यावत्।
ब्राह्ममुहूर्त्तः ॥०४।३५॥ अतः ॥०५।२३॥ यावत्।
रेवतीनक्षत्रम् ॥०७।३२॥ यावत् तत्पश्चात् अश्विनी।
वैधृतिः योगः ॥१४।१८॥ यावत् तत्पश्चात् विषकम्भः

#panchang
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🌿तन्मुखं तु महातीर्थं तन्मुखं क्षेत्रमेव च।
यन्मुखे राम रामेति तन्मुखं सर्वकामिकम्।।

~पद्म० ७१/३३/३४

🌞यस्मिन् मुखे राम राम इति कीर्तनं चलति सर्वदा तत् मुखमेव महत् तीर्थमस्ति तदेव मुख्यं क्षेत्रमस्ति तदेव सर्वकामनापूरकमस्ति।

🌷जिस मुख से राम-राम का जप होता रहता है,वह मुख ही महान तीर्थ है,वही प्रधान क्षेत्र है तथा वही समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाला है।

#Subhashitam
Triangle इति संस्कृतेन किम्।
Anonymous Quiz
80%
त्रिभुजम्
16%
त्रिज्यम्
2%
आयतम्
2%
वर्तुलः
१। मूषकः सुप्ते सिंहे कूर्दते।
- The mouse jumps upon the slept lion.
- चूहा सोते शेर पर कूदता है।

२। अश्वः अतिवेगेन धावति।
- The horse runs at high speed.
- घोड़ा उच्च गति से दौड़ता है।

३। रजकः स्वपत्नीं हिंसति।
- The washerman harms his wife.
- धोबी अपनी पत्नी की हिंसा करता है।

४। क्षेत्रपालः भूमिं रक्षति।
- The KshetraPala protects the land.
- क्षेत्रपाल भूमि की रक्षा करते हैं।

५। बलदेवः दुर्योधनं शिक्षयति।
- Baladeva teaches Duryodhana.
- बलराम दुर्योधन को सिखाते हैं।

६। श्रीवराहः द्राविडैः पूज्यते।
- Lord Varaha is worshipped by Dravidians.
- भगवान वराह द्राविड़ों द्वारा पूजित होते हैं।

७। प्रतिदिनं समाचारपत्रं पठ्यते।
- The newspaper is read every day.
- हर दिन समाचार पत्र पढ़ा जाता है।

८। मम शिशवे लड्डुकं देहि।
- Give my child a laddu.
- मेरे बच्चे को लड्डू दो।

९। मम वस्त्राणि आर्द्राणि सन्ति।
- My clothes are wet.
- मेरे कपड़े भीगे हुए हैं।

१०। भ्रातृजाया मयि पुत्रवत् स्निह्यति।
- The sister-in-law loves me like a son.
- भाभी मुझे बेटे की भांति प्यार करती है।

@samvadah #Vakyabhyas
जैसे उग्र नरसिंह भी सौम्य गोप है। जैसे रौद्रस्वरूप रुद्र भी मङ्गल करते हैं। जैसे उग्र चण्डी भी जगत् को धारण करती है। वैसे यह क्रोधी संवत्सर भी शान्ति देने वाला हो।
Forwarded from रामदूतः — The Sanskrit News Platform (डोकानियोपनामको मोहितः)
۞  दैनिकपञ्चाङ्गम्
उज्जयिनीसमयानुसारम्

युगाब्दः। ५१२५।
पिङ्गलविक्रमसंवत्सरः। २०८१। 
क्रोधी शकसंवत्सरः। १९४६।

सूर्योदयः ॥०६।११॥ ☼ सूर्यास्तः ॥१८।४६॥
चन्द्रोदयः ॥०७।०६॥ ☾ चन्द्रास्तः ॥२०।३९॥

रोमदिनाङ्कः। १० अप्रैल् २०२४।
उत्तरायणम्। ⌲ वसन्तः ऋतुः।
बुधवासरः। ⌲ शुक्लः पक्षः। ⌲ चैत्रः मासः।  
द्वितीया तिथिः ॥१७।३२॥ यावत् तत्पश्चात् तृतीया।

राहुकालः ॥१२।२८॥ अतः ॥१४।०६॥ यावत्।
ब्राह्ममुहूर्त्तः ॥०४।३५॥ अतः ॥०५।२३॥ यावत्।
अश्विनीनक्षत्रम् ॥०५।०६॥ यावत् तत्पश्चात् भरणी।
विषकम्भः योगः ॥१०।३८॥ यावत् तत्पश्चात् प्रीतिः

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Sanskrit-0655-0700