संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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हरिःॐ। २०२१-०१-२१ गुरुवासरः।

https://youtu.be/P6cIUkG7T_s

जयतु संस्कृतम्॥
हरिःॐ। बृहस्पतिवासर-सुप्रभातम्।

आकाशवाण्या अद्यतनप्रातःकालवार्ताः।

जयतु संस्कृतम्॥
writereaddata_Bulletins_Text_NSD_2021_Jan_NSD_Sanskrit_Sanskrit.pdf
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writereaddata_Bulletins_Text_NSD_2021_Jan_NSD-Sanskrit-Sanskrit-0655-0700-202112173421.pdf
oॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥


सभी सुखी होवें,
सभी रोगमुक्त रहें,
सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े।
ॐ शांति शांति शांति॥

May all sentient beings be at peace,
may no one suffer from illness,
May all see what is auspicious, may no one suffer.
Om peace, peace, peace.
चाणक्य नीति ⚔️
✒️ सप्तम अध्याय

♦️श्लोक :- १९

शुनः पुच्छमिद व्यर्थ जीवितं विद्यया विना।
न गुह्यगोपने शक्तं न च दंशनिवारणे।।१९।।

♦️भावार्थ - विद्या के बिना इंसान का जीवन कुत्ते की पूँछ की तरह बेकार है, क्योंकि कुत्ते की पूँछ न तो गुप्त-इन्द्रियों को ढँकने के काम आती है और न ही मच्छर आदि को उडा़ने में सक्षम होती है।।

#chanakya
चाणक्य नीति ⚔️
✒️ सप्तम अध्याय

♦️श्लोक :- २०

वाचां शौचं च मनसः शौचमि
सर्वभूतदयाशौचमेतच्छौचं परार्थिनाम् ॥

♦️भावार्थ - यदि आप दिव्यता चाहते है तो आपके वाचा, मन और इन्द्रियों में शुद्धता होनी चाहिए. उसी प्रकार आपके ह्रदय में करुणा होनी चाहिए.

#chanakya
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द - ५१२२
🌥️ 🚩विक्रम संवत - २०७७
🚩तिथि - अष्टमी शाम 03:50 तक तत्पश्चात नवमी

दिनांक - 21 जनवरी 2021
दिन - गुरुवार
विक्रम संवत - 2077
शक संवत - 1942
अयन - उत्तरायण
ऋतु - शिशिर
मास - पौष
पक्ष - शुक्ल
नक्षत्र - अश्विनी शाम 03:37 तक तत्पश्चात भरणी
योग - साध्य रात्रि 08:25 तक तत्पश्चात शुभ
राहुकाल - दोपहर 02:13 से शाम 03:36 तक
सूर्योदय - 07:19
सूर्यास्त - 18:20
दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
व्रत पर्व विवरण -
💥 विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 अष्टमी तिथि के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

🌷 Diabetes( मधुमेह) नियंत्रित करने के लिए 🌷
👉🏻 Diabetes नियंत्रित करने के लिए सुबह १/२ किलो कच्चा करेला टुकड़े - टुकड़े करके तसले में डाल दें और अपने पैरों से १/२ से ३/४ घंटे तक तक कुचलें जब तक जीभ में कड़वाहट का अहसास ना हो l ७-१० दिन तक ये प्रयोग करें। इससे Diabetes नियंत्रित होती है।

👉🏻 हो सके तो इन दिनों में मेथी की सब्जी खाए या मेथी के दाने रात को भिगा दे और सुबह खाए | इससे लाभ होगा।

🌷 होंठ फटने पर 🌷
नाभि में सरसों के तेल की २-४ बूंदे डालें तथा जरा से मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगायें इससे लाभ होता है।

🌷 राग और ताल की महिमा 🌷
👉🏻 राग और ताल सुनने से बहुत सी बीमारियाँ दूर होती हैं
🎼 राग मारवा और राग भोपाली से आंतों की बीमारियाँ दूर होती हैं l
🎼 राग आसारी से मस्तक के रोग दूर होते हैं l
🎼 राग भैरवी से सिरदर्द ठीक होने लगता है।
🎼 राग सोहनी से सिरदर्द और मरुरज्जू (रीड़ की हड्डी में जो मनके घिस गए, वो ठीक होने लगते हैं।)
🎼 राग वसंत और राग सोरट से नपुंसकता दूर हो जाती है।
🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️
📚 वेदपाठन - आओ वेद पढ़ें

📙 ऋग्वेद

सूक्त - १६ , प्रथम मंडल ,
मंत्र - ८ , देवता - इन्द्र

🍃 विश्वमित्सवनं सुतमिन्द्रो मदाय गच्छति. वृत्रहा सोमपीतये... (८)

⚜️ वृत्रनाशक इंद्र प्रसन्नता प्राप्ति के निमित्त सोमरस पीने के लिए ऐसे सभी यज्ञों में जाते हैं, जहां सोमरस तैयार हो (८)

#rgveda
📒📒📒 वेदपाठन 📒📒📒

📚 श्रीमद बाल्मीकि रामायणम 📚

🔥 बालकाण्ड: 🔥
।। अष्टम सर्गः ।।

🍃 यथा विधानं क्रियतां समर्थाः करणेष्विह।
तथेति चाब्रुवन्सर्वे मनत्रिणः मत्यपूजयन् ॥१९॥

⚜️ आप लोग ऐसा प्रयत्न करें जिससे यह यज्ञ यथाविधि हो। यह कार्य आप ही लोगों पर निर्भर है। महाराज के इन वचनों को सुन सब मंत्री लोगों ने कहा -" जो आज्ञा,"॥१९॥

🍃 पार्थिवेन्द्रस्य तद्वाक्यं यथाज्ञप्तं निशम्य ते ।
तथा द्विजास्ते धर्मज्ञा वर्धयन्तो नृपोत्तमम् ॥२०॥

⚜️ ब्राह्मणगण भी महाराज को आशीर्वाद दे और महाराज से विदा मांग अपने अपने घरों को लौट गये।

#ramayan
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📚 वेदपाठन - आओ वेद पढ़ें

📙 ऋग्वेद

सूक्त - १६ , प्रथम मंडल ,
मंत्र - ९ , देवता - इन्द्र

🍃 सेमं नः काममा पृण गोभिरश्चैः शतक्रतो. स्तवाम त्वा स्वाध्य.. (९)

⚜️ हे शतक्रतु! गाएं और अश्व देकर हमारी सभी अभिलाषाएं पूरी करो। हम भली प्रकार ध्यान करते हुए तुम्हारी स्तुति करते हैं। (९)

👉 🚩सूक्त 16 समाप्त 🚩

#rgveda
हरिःॐ। २०२१-०१-२२ गुरुवासरः।

https://youtu.be/2S3yIw26jxc

जयतु संस्कृतम्॥
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द - ५१२२
🌥️ 🚩विक्रम संवत - २०७७
🚩तिथि - नवमी शाम 06:29 तक तत्पश्चात दशमी

दिनांक - 22 जनवरी 2021
दिन - शुक्रवार
विक्रम संवत - 2077
शक संवत - 1942
अयन - उत्तरायण
ऋतु - शिशिर
मास - पौष
पक्ष - शुक्ल
नक्षत्र - भरणी शाम 06:40 तक तत्पश्चात कृत्तिका
योग - शुभ रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात शुक्ल
राहुकाल - सुबह 11:27 से दोपहर 12:50 तक
सूर्योदय - 07:19
सूर्यास्त - 18:21
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण -
💥 विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 किसानों के लिए 🌷
🌳 अपना खेत हो तो खेत में पश्चिम की तरफ पीपल का पेड़ लगा दो, पितर लोग राजी होंगे व सुख शांति होगी। खेत में कुआँ पूर्व-उत्तर के कोने में हो। पश्चिम और दक्षिण की तरफ अपना निवास हो खेत में बरकत आएगी।

🌷 कदवृद्धि 🌷
👉🏻 जिन बच्चों का कद नहीं बढता वे पुलअप्स का अभ्यास करें और बेल के ६ पते व २-४ काली मिर्च हनुमान जी का स्मरण करते हुए चबा चबाकर खाएं उसमे पानी डाल के पीसकर भी खा सकते हैं।

🌷 कैन्सर में 🌷
🐄 १)सुबह मंजन करने के पहले बासी मुंह, १ तोला (१०-१२ मि. ग्रा.) देशी गाय का गौ मूत्र छानकर ले या ये न मिले तो गौझरण में १०-१२ मि.ग्रा पानी डाल के लें, थोड़े दिन में कैन्सर की बीमारी मिट जायेगी।
🌿 २) २० ग्राम तुलसी का रस , ५० ग्राम ताजा दही के साथ कुछ दिन सुबह - शाम लेने से कैन्सर में आराम होता है।
🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️
चाणक्य नीति ⚔️
✒️ सप्तम अध्याय

♦️श्लोक :- २१

पुष्पे गन्ध तिले तैलं काष्ठे वह्निः पयोधृतम्।
इक्षौ गुडं तथा देहे पश्यात्मानं विवेकतः।।२१।।

♦️भावार्थ - फूलों में सुगन्ध, तिल में तैल, लकड़ी मे अग्नि और गन्ने में गुड़ जिस प्रकार छुपे हुए रहते है, वैसे ही देह मे आत्मा का निवास है - इसे विवेकी व्यक्ति ही देख सकता है।

#chanakya
22.1.21आज का वेदमंत्र, अनुवाद महात्मा ज्ञानेन्द्र अवाना जी द्वारा, प्रचारित आर्य जितेंद्र भाटिया द्वारा 🙏🌻

वि मे पुरुत्रा पतयन्ति कामाः शम्यच्छा दीद्ये पूर्व्याणि।
समिद्धे अग्नावृतमिद्वदेम महद्देवानामसुरत्वमेकम्॥ ऋग्वेद ३-५-३॥🙏🌻

हमारी विविध कामनाएं हैं, परंतु हमारी सर्वोत्तम कामना पवित्र लक्ष्य को प्राप्त करने की हो। हम अपनी कामनाओं की पूर्ति यज्ञनिक कर्मों द्वारा करें। हम सत्य मार्ग पर चलें।🙏🌻

We have various desires, but our best desire should be to achieve the holy goal. We should fulfill our wishes by the help of Yajnaic deeds. We should move on to the path of truth. (Rig Veda 3–55–3)🙏🌻#rgveda🙏🌻