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🌞 गृहम् आगतः यदि बालः वा वृद्धः वा युवा वा तस्य पूजा विधातव्या एव। अभ्यागतः सर्वदा गुरुः इव सम्मन्तव्यः।
🌷 बालक, या वृद्ध, या जवान कोई भी हो, वह यदि अपने घर पर आजाये तो उसका भोजन आदि से सत्कार और अतिथिपूजन अवश्य करना चाहिए, क्योंकि- अतिथि सबका पूज्य है॥
🌹 If One comes home, whether One is a child or an old man or a young man, One must be worshipped. The visitor is always honourable like a teacher.
📍हितोपदेशे १।११५॥ #Subhashitam
बालो वा यदि वा वृद्धो युवा वा गृहमागतः।
तस्य पूजा विधातव्या सर्वत्राभ्यागतो गुरुः॥
🌞 गृहम् आगतः यदि बालः वा वृद्धः वा युवा वा तस्य पूजा विधातव्या एव। अभ्यागतः सर्वदा गुरुः इव सम्मन्तव्यः।
🌷 बालक, या वृद्ध, या जवान कोई भी हो, वह यदि अपने घर पर आजाये तो उसका भोजन आदि से सत्कार और अतिथिपूजन अवश्य करना चाहिए, क्योंकि- अतिथि सबका पूज्य है॥
🌹 If One comes home, whether One is a child or an old man or a young man, One must be worshipped. The visitor is always honourable like a teacher.
📍हितोपदेशे १।११५॥ #Subhashitam
ते सर्व एव महारथाः सन्ति। सर्व एव इत्यस्य विच्छेदनं कथम् अत्र।
Anonymous Quiz
31%
सर्वः। एव।
17%
सर्व। एव।
8%
सर्वै। एव।
44%
सर्वे। एव।
बच्चा हाथों और पैरों से चलता और दौड़ता है।
••शिशुः हस्तपादैः चलति धावति च।
वह चलते हुए चींटे को देखकर उसको दौड़ाता है।
••सः चलन्तं पिपीलिकं दृष्ट्वा तं धावयति।
कभी चींटे को पकड़ लेता है।
••पिपीलिकं गृह्णाति कदाचित्।
कभी चींटा भाग जाता है।
••कदाचित् पिपीलिकः पलायते।
कभी तो बच्चे के हाथ में काट भी लेता है।
••कदाचित् तु शिशोः करे दशति अपि।
तब जोर से बच्चा रोता है।
••तदा उच्चैः शिशुः रोदिति।
और घर के लोग उसकी ओर दौड़ते हुए बोलते हैं क्या हुआ?
••गृहजनाः च तं प्रति धावन्तः वदन्ति किम् अभूत?
हर उलझन के अंदर ही उलझन का हल होता है।
••प्रत्येकं द्विधायाः समाधानं तस्यामेव द्विधायां निहितमस्ति।
हमेशा कोशिश करने से ही बेहतर कल मिलता है।
••सर्वदा प्रयत्नेनैव उत्तमो भविष्यो लभ्यते।
75 वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर सभी शिक्षकों विद्यार्थियों और अभिभावकों को ढेर सारी शुभकामनाएं।
••पञ्चसप्ततितमस्य गणतन्त्रदिवसस्य शुभावसरे सर्वेभ्य: शिक्षकेभ्यश्च छात्रेभ्यश्च छात्राभ्यश्च अभिभावकेभ्यश्च बहव: शुभकामना:।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
••शिशुः हस्तपादैः चलति धावति च।
वह चलते हुए चींटे को देखकर उसको दौड़ाता है।
••सः चलन्तं पिपीलिकं दृष्ट्वा तं धावयति।
कभी चींटे को पकड़ लेता है।
••पिपीलिकं गृह्णाति कदाचित्।
कभी चींटा भाग जाता है।
••कदाचित् पिपीलिकः पलायते।
कभी तो बच्चे के हाथ में काट भी लेता है।
••कदाचित् तु शिशोः करे दशति अपि।
तब जोर से बच्चा रोता है।
••तदा उच्चैः शिशुः रोदिति।
और घर के लोग उसकी ओर दौड़ते हुए बोलते हैं क्या हुआ?
••गृहजनाः च तं प्रति धावन्तः वदन्ति किम् अभूत?
हर उलझन के अंदर ही उलझन का हल होता है।
••प्रत्येकं द्विधायाः समाधानं तस्यामेव द्विधायां निहितमस्ति।
हमेशा कोशिश करने से ही बेहतर कल मिलता है।
••सर्वदा प्रयत्नेनैव उत्तमो भविष्यो लभ्यते।
75 वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर सभी शिक्षकों विद्यार्थियों और अभिभावकों को ढेर सारी शुभकामनाएं।
••पञ्चसप्ततितमस्य गणतन्त्रदिवसस्य शुभावसरे सर्वेभ्य: शिक्षकेभ्यश्च छात्रेभ्यश्च छात्राभ्यश्च अभिभावकेभ्यश्च बहव: शुभकामना:।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
🚩 जय सत्य सनातन 🚩
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - चतुर्थी पूर्ण रात्रि तक (वृद्धि तिथि)
⛅ दिनांक - 29 जनवरी 2024
⛅ दिन - सोमवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - माघ
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी शाम 06:57 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - शोभन सुबह 09:44 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
⛅ राहु काल - सुबह 08:44 से 10:07 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:25
⛅ दिशा शूल - पूर्व
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:29 तक
#panchang
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - चतुर्थी पूर्ण रात्रि तक (वृद्धि तिथि)
⛅ दिनांक - 29 जनवरी 2024
⛅ दिन - सोमवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - माघ
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी शाम 06:57 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - शोभन सुबह 09:44 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
⛅ राहु काल - सुबह 08:44 से 10:07 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:25
⛅ दिशा शूल - पूर्व
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:29 तक
#panchang
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🌞 त्रिदिवे यत् प्रतिष्ठितम् इदं सर्वं प्राणस्य वशे वर्तते । माता पुत्रान् इव अस्मान् रक्षस्व नः श्रीः प्रज्ञां विधेहि। इति ॥
🌷 जो कुछ तीनों लोकों में प्रतिष्ठित है, वह सब 'प्राण' के वश में है; जिस प्रकार माता अपने नन्हें पुत्रों की रक्षा करती है, उसी प्रकार हमारी रक्षा करिये; हमें बुद्धि एवं प्रतिष्ठा प्रदान करिये।
🌹 For all this in the three realms, yea, all that is established in the heavens to the Air is subject; guard us as a mother watches over her little children; give us fortune and beauty, give us Wisdom.
📍प्रश्नोपनिषदि २।१३॥ #Subhashitam
प्राणस्येदं वशे सर्वं त्रिदिवे यत् प्रतिष्ठितम्।
मातेव पुत्रान् रक्षस्व श्रीश्च प्रज्ञां च विधेहि न इति॥
🌞 त्रिदिवे यत् प्रतिष्ठितम् इदं सर्वं प्राणस्य वशे वर्तते । माता पुत्रान् इव अस्मान् रक्षस्व नः श्रीः प्रज्ञां विधेहि। इति ॥
🌷 जो कुछ तीनों लोकों में प्रतिष्ठित है, वह सब 'प्राण' के वश में है; जिस प्रकार माता अपने नन्हें पुत्रों की रक्षा करती है, उसी प्रकार हमारी रक्षा करिये; हमें बुद्धि एवं प्रतिष्ठा प्रदान करिये।
🌹 For all this in the three realms, yea, all that is established in the heavens to the Air is subject; guard us as a mother watches over her little children; give us fortune and beauty, give us Wisdom.
📍प्रश्नोपनिषदि २।१३॥ #Subhashitam
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room
🔰विषयः - मनोगतम्
🗓३०/१/२०२४ ॥ IST ११:०० AM
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं मन की बात एतद्विषयम् अभिक्रम्य आगच्छत।
https://t.me/samvadah?livestream
पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
🔰विषयः - मनोगतम्
🗓३०/१/२०२४ ॥ IST ११:०० AM
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संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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गदाचक्रशस्त्रं भजेऽहम्। अत्र बहुव्रीहिसमासस्य कः भेदः।
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23%
षष्ठ्यर्थबहुव्रीहिः
23%
तृतीयार्थबहुव्रीहिः
34%
विशेषबहुव्रीहिः
20%
नास्ति बहुव्रीहिः।
हिमाचली बेटे अजय ठाकुर को मिला पद्मश्री पुरस्कार ,राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
•• हिमाचलपुत्रेण अजयठाकुरेण पद्मश्रीपुरस्कार: प्राप्त:,राष्ट्रपतिमहोदयेन सम्मानितम् ।
भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान अजय ठाकुर का जन्म 1 मई सन 1986 में हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ जिले के दभोटा गांव में हुआ था।
•• भारतीयकर्पदीदलस्य क्रीडानायकस्य अजय ठाकुरस्य जन्म षडाशीत्याधिकेकोनविंशतिशततमवर्षस्य मई मासस्य प्रथमदिनाङ्के हिमाचलप्रदेशस्य नालागढ़जनपदस्य दभोटाग्रामे अभवत्।
साल 2016 में हुए अजय ठाकुर विश्वकप कबड्डी के फाइनल में शानदार प्रदर्शन कर विशेष प्रसिद्ध हुए
••षोडशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य विश्वस्पर्द्धा-कर्पदीक्रीडायाः अन्तिमक्रीडायां तेजस्वीं प्रदर्शनं कृत्वा अजय ठाकुरो विशेषतया प्रसिद्धः अभवत्।
अजय ठाकुर के बेहतरीन पारी के कारण ही भारत ने यह टुर्नामेंट पहले हाफ में ईरान से पिछड़ने के बावजूद जीत गया
••अजय ठाकुरस्य उत्तमप्रदर्शनकारणादेव भारतम् एनां स्पर्धां प्रथमार्धे ईरानात् पृष्ठतो भूत्वा अपि विजयं प्राप्तवान् ।
कबड्डी विश्वकप में सबसे ज्यादा रेड प्वाइंट हासिल करने के लिए उन्हें रेडर ऑफ द टुर्नामेंट चुना गया
•• कर्पदीविश्वस्पर्धाक्रीडायां सर्वाधिकं रेड-अङ्कान् प्राप्तवान् इति कारणेन सः रेडर आफ द टूर्नामेण्ट इति निर्णीतः ।
फाइनल मुकाबले में अजय ठाकुर ने 12 रेड प्वाइंट और पूरे मैच में कुल 68 रेड प्वाइंट हासिल किए थे
•• अन्तिमस्पर्धायाम् अजय ठाकुर: द्वादश रेड-अङ्कान् तथा पूर्णस्पर्धायां कुलं अष्टषष्टि: रेड-अङ्कान् प्राप्तवान्।
इससे पहले इंचियोन में साल 2014 में हुए एशियाई खेलों में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में अजय ठाकुर की भूमिका महत्त्वपूर्ण रही थी
•• अस्मात् पूर्वं चतुर्दशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य इन्चियोननगरे एशियाक्रीडायां भारताय स्वर्णपदकं दापयितुं अजय ठाकुरस्य भूमिका महत्त्वपूर्णा आसीत् ।
पिछले चौदह वर्षों से अजय ठाकुर भारत के लिए कबड्डी खेल रहे है और कबड्डी उनके लिए एक खेल ही नहीं ,बल्कि जुनून है।
•• अजय ठाकुरः विगतचतुर्दशवर्षेभ्यः भारतस्य कृते कर्पदीं क्रीडति तथा च कबड्डी तस्य कृते क्रीडैव न ,अपितु अनुरागोऽस्ति।
यही वजह है कि साल 2014 के प्रो कबड्डी लीग में टायफायड और तेज बुखार से पीड़ित होने के बावजूद अजय ठाकुर टीम के लिए खेलते रहे
•• एतदेव कारणं यत् चतुर्दशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य प्रो कर्पदी-लीग-क्रीडायां सन्निपातज्वररोगेण उच्चज्वररोगेण च पीडितः सन् अपि अजय-ठाकुरः दलस्य कृते क्रीडति स्म ।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
•• हिमाचलपुत्रेण अजयठाकुरेण पद्मश्रीपुरस्कार: प्राप्त:,राष्ट्रपतिमहोदयेन सम्मानितम् ।
भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान अजय ठाकुर का जन्म 1 मई सन 1986 में हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ जिले के दभोटा गांव में हुआ था।
•• भारतीयकर्पदीदलस्य क्रीडानायकस्य अजय ठाकुरस्य जन्म षडाशीत्याधिकेकोनविंशतिशततमवर्षस्य मई मासस्य प्रथमदिनाङ्के हिमाचलप्रदेशस्य नालागढ़जनपदस्य दभोटाग्रामे अभवत्।
साल 2016 में हुए अजय ठाकुर विश्वकप कबड्डी के फाइनल में शानदार प्रदर्शन कर विशेष प्रसिद्ध हुए
••षोडशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य विश्वस्पर्द्धा-कर्पदीक्रीडायाः अन्तिमक्रीडायां तेजस्वीं प्रदर्शनं कृत्वा अजय ठाकुरो विशेषतया प्रसिद्धः अभवत्।
अजय ठाकुर के बेहतरीन पारी के कारण ही भारत ने यह टुर्नामेंट पहले हाफ में ईरान से पिछड़ने के बावजूद जीत गया
••अजय ठाकुरस्य उत्तमप्रदर्शनकारणादेव भारतम् एनां स्पर्धां प्रथमार्धे ईरानात् पृष्ठतो भूत्वा अपि विजयं प्राप्तवान् ।
कबड्डी विश्वकप में सबसे ज्यादा रेड प्वाइंट हासिल करने के लिए उन्हें रेडर ऑफ द टुर्नामेंट चुना गया
•• कर्पदीविश्वस्पर्धाक्रीडायां सर्वाधिकं रेड-अङ्कान् प्राप्तवान् इति कारणेन सः रेडर आफ द टूर्नामेण्ट इति निर्णीतः ।
फाइनल मुकाबले में अजय ठाकुर ने 12 रेड प्वाइंट और पूरे मैच में कुल 68 रेड प्वाइंट हासिल किए थे
•• अन्तिमस्पर्धायाम् अजय ठाकुर: द्वादश रेड-अङ्कान् तथा पूर्णस्पर्धायां कुलं अष्टषष्टि: रेड-अङ्कान् प्राप्तवान्।
इससे पहले इंचियोन में साल 2014 में हुए एशियाई खेलों में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में अजय ठाकुर की भूमिका महत्त्वपूर्ण रही थी
•• अस्मात् पूर्वं चतुर्दशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य इन्चियोननगरे एशियाक्रीडायां भारताय स्वर्णपदकं दापयितुं अजय ठाकुरस्य भूमिका महत्त्वपूर्णा आसीत् ।
पिछले चौदह वर्षों से अजय ठाकुर भारत के लिए कबड्डी खेल रहे है और कबड्डी उनके लिए एक खेल ही नहीं ,बल्कि जुनून है।
•• अजय ठाकुरः विगतचतुर्दशवर्षेभ्यः भारतस्य कृते कर्पदीं क्रीडति तथा च कबड्डी तस्य कृते क्रीडैव न ,अपितु अनुरागोऽस्ति।
यही वजह है कि साल 2014 के प्रो कबड्डी लीग में टायफायड और तेज बुखार से पीड़ित होने के बावजूद अजय ठाकुर टीम के लिए खेलते रहे
•• एतदेव कारणं यत् चतुर्दशाधिकविंशतिशततमवर्षस्य प्रो कर्पदी-लीग-क्रीडायां सन्निपातज्वररोगेण उच्चज्वररोगेण च पीडितः सन् अपि अजय-ठाकुरः दलस्य कृते क्रीडति स्म ।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
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3.7 MB
ऋक्सामयोः सम्बन्धमीमांसा
आत्मा शाश्वतम् अस्ति यथा नीतीशकुमार:।
परिवर्तनशीलं शरीरम् इदं यथा भाजपाऽऽदयः दलाः।
इति राजनैतिकगीता सम्पूर्णा॥
#hasya
परिवर्तनशीलं शरीरम् इदं यथा भाजपाऽऽदयः दलाः।
इति राजनैतिकगीता सम्पूर्णा॥
#hasya