संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
4.4K subscribers
3.04K photos
281 videos
304 files
5.76K links
Daily dose of Sanskrit.

Network
https://t.me/samvadah/11287

Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Download Telegram
Please open Telegram to view this post
VIEW IN TELEGRAM
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
"केदारनाथ को क्यों कहते हैं ?‘जागृत महादेव’॥ ••केदारनाथ: किमर्थं कथ्यते-जागृतो महादेव:। एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। ••एकदा एकः शिवभक्तः केदारनाथधामयात्रायां स्वग्रामात् निर्गतवान्। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं…
लेकिन वहां का तो नियम है एक बार बंद तो बंद।
••परन्तु तत्रत्यः तु नियमः अस्ति। एकवारं पिहितं चेत् पिहितम्।

नियम तो नियम होता है।
••नियम: तु नियमो भवति।

वह बहुत रोया।
••स बहु अरोदत्।

बार-बार भगवन शिव को याद किया कि प्रभु बस एक बार दर्शन करा दो।
••असकृत् भगवान् शिवः स्मृतः यत् प्रभो!केवलं सकृत् दर्शनं दीयताम् इति ।

वह प्रार्थना कर रहा था सभी से, लेकिन किसी ने भी नही सुनी।
••सः सर्वान् प्रार्थयत, किन्तु न कोऽपि अशृणोत्।

पंडित जी बोले - अब यहाँ 6 महीने बाद आना।
••पण्डितवर्यः अवदत् यत् इदानीम् इतः षण्मासेभ्यः परम् आगम्यताम् इति।

6 महीने बाद यहा के दरवाजे खुलेंगे।
••षण्मासेभ्य: परम् अत्रत्यं द्वारम् उद्घाटितं भविता।

यहाँ 6 महीने बर्फ और ठंड पड़ती है।
••षण्मासान् अत्र हिमशैत्यं भवति।

और सभी लोग वहां से चले गये।
••सर्वे च तत: प्रस्थितवन्त:।

वह वहीं पर रोता रहा।
••सः तत्रैव रुदन् अतिष्ठत्।

रोते-रोते रात होने लगी और चारों तरफ अँधेरा हो गया।
••रुदन् रात्रिः आरब्धा परितः च अन्धकारः व्याप्तः।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰विषयः - शैत्यकाले भक्ष्याभक्ष्यम्

🗓७/१/२०२४ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं (शैत्यकाले उपयुक्तानां पदार्थाः तेषां विधीः पथ्याः वा ) एतद्विषयम् अभिक्रम्य आगच्छत।

https://t.me/samvadah?livestream

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
Audio
🚩 जय सत्य सनातन 🚩
🚩 आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
🚩 तिथि - एकादशी रात्रि 12:46 तक तत्पश्चात द्वादशी

दिनांक - 07 जनवरी 2024
दिन - रविवार
अयन - उत्तरायण
ऋतु - शिशिर
मास - पौष
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - विशाखा रात्रि 10:08 तक तत्पश्चात विशाखा
योग - शूल 08 जनवरी प्रातः 04:53 तक
राहु काल - शाम 04:49 से 06:09 तक
सूर्योदय - 07:22
सूर्यास्त - 06:09
दिशा शूल - पश्चिम
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:36 से 06:29 तक

#panchang
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰विषयः - वार्ता

🗓८/१/२०२४ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा( स्थानीय विदेशीय देशीय वा वार्ताः ) एतद्विषयम् अभिक्रम्य आगच्छत।

https://t.me/samvadah?livestream

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
Please open Telegram to view this post
VIEW IN TELEGRAM
ब्रह्मणा हुतम्। ब्रह्मणा इत्यस्मिन् शब्दे का विभक्तिः।
Anonymous Quiz
68%
तृतीया
18%
चतुर्थी
8%
पञ्चमी
6%
सप्तमी
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
लेकिन वहां का तो नियम है एक बार बंद तो बंद। ••परन्तु तत्रत्यः तु नियमः अस्ति। एकवारं पिहितं चेत् पिहितम्। नियम तो नियम होता है। ••नियम: तु नियमो भवति। वह बहुत रोया। ••स बहु अरोदत्। बार-बार भगवन शिव को याद किया कि प्रभु बस एक बार दर्शन करा दो। ••असकृत्…
लेकिन उसे विस्वास था अपने शिव पर कि वो जरुर कृपा करेगे।
••परन्तु तस्य शिवे विश्वासः आसीत् यत् सः अवश्यमेव अनुग्रहीष्यति।

उसे बहुत भूख और प्यास भी लग रही थी।
••तेन अतीव क्षुधा पिपासा चापि अनुभूयते स्म।

उसने किसी की आने की आहट सुनी।
••सः कस्यचित् आगमनं श्रुतवान्।

देखा एक सन्यासी बाबा उसकी ओर आ रहा है।
••स अपश्यत्।एक: साधुवर्य: तं प्रति आगच्छति।

वह सन्यासी बाबा उस के पास आया और पास में बैठ गया।
•• स साधुर्वय: तं निकषा आगम्य तस्य समीपे उपविष्टवान्।

पूछा - बेटा कहाँ से आये हो?
••अपृच्छत् - पुत्र! कुत: आगच्छ:?

उस ने सारा हाल सुना दिया और बोला - मेरा आना यहाँ पर व्यर्थ हो गया बाबा जी।
••स सर्ववृत्तान्तं श्रावयित्वा अवदत् - साधुवर्य!मम अत्रागमनं व्यर्थमभवत्।

बाबा जी ने उसे समझाया और खाना भी दिया
••साधुवर्य: तस्मै सम्बुध्य भोजनमपि दत्तवान्।

और फिर बहुत देर तक बाबा उससे बाते करते रहे।
••ततश्च साधुवर्यो बहुकालं यावत् तेन सह वार्तालापमकरोत्।

बाबा जी को उस पर दया आ गयी।
••साधुवर्य: तस्मिन् दयार्द्र: अभवत्।

वह बोले - बेटा मुझे लगता है सुबह मन्दिर जरुर खुलेगा। तुम दर्शन जरुर करोगे।
••स: अवदत् - पुत्र!मया प्रतीयते यत् प्रात: मन्दिरम् अवश्यम् उद्घाटयिष्यते।त्वम् आलोकम् अवश्यं करिष्यसि।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
शिक्षकः अपृच्छत् सौर्यशक्त्या निर्मितस्य वस्तुनः नाम उच्यताम्।
छात्रः प्रत्यभाषत कुन्तीपुत्रः कर्णः इति ।
शिक्षकः तु मूर्च्छितः।

#hasya
https://www.startupindia.gov.in/sanskrit/

उत्तमं जालस्थलं दृश्यताम्।
Audio
🚩 जय सत्य सनातन 🚩
🚩 आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
🚩 तिथि - द्वादशी रात्रि 11:58 तक तत्पश्चात त्रयोदशी

दिनांक - 08 जनवरी 2024
दिन - सोमवार
अयन - उत्तरायण
ऋतु - शिशिर
मास - पौष
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - अनुराधा रात्रि 10:08 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा
योग - गण्ड रात्रि 02:56 तक तत्पश्चात वृद्धि
राहु काल - सुबह 08:43 से 10:04 तक
सूर्योदय - 07:22
सूर्यास्त - 06:10
दिशा शूल - पूर्व
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:29 तक

#panchang