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आज का विचार जानो पढ़ो और अनुकरण करो
= अद्यतनं विचारं जानीत,पठत अनुकुरुत च।
जीवन में सफल होना है तो चार वाक्यों को कचरे के डिब्बा में डाल दो
= जीवने साफल्यमिच्छत चेत् चत्वारि वाक्यानि अवकरपेटिकायां क्षिपत।
एक , लोग क्या कहेंगे ?
= प्रथमवाक्यम् , जना: किं वदिष्यन्ति?
दूसरा ,मुझसे नहीं होगा ।
= द्वितीयवाक्यम् , मया न शक्यते।
तीसरा , मेरा मूड नहीं है
= तृतीयवाक्यम् , मम मनोदशा सम्यक् न।
और चार , मेरी किस्मत ही खराब है
= अपि च चतुर्थवाक्यम् , मम भाग्यमेवानुकूलं न।
ये वे चार वाक्य हैं जो आदमी को आगे नहीं बढ़ने देते
= एतानि एव चत्वारि वाक्यानि सन्ति यैः मानवः प्रगतिं कर्तुं न शक्नोति।
चलो,उठो, आगे बढ़ो
= चलत, उत्तिष्ठ, अग्रे सरत।
क्यों सुस्त पड़े हो ?
= किमर्थं निस्तेज: स्त ?
जो पाना है , उसे पाने के लिए पूरा ताकत झोंक दो
= यत् प्रापणीयं तत् प्राप्तुं पूर्णप्रयासं करुत।
तुम्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता
= उन्नतिमार्गगमनात् युष्मान् कश्चनापि न रोद्धुं शक्नोति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
= अद्यतनं विचारं जानीत,पठत अनुकुरुत च।
जीवन में सफल होना है तो चार वाक्यों को कचरे के डिब्बा में डाल दो
= जीवने साफल्यमिच्छत चेत् चत्वारि वाक्यानि अवकरपेटिकायां क्षिपत।
एक , लोग क्या कहेंगे ?
= प्रथमवाक्यम् , जना: किं वदिष्यन्ति?
दूसरा ,मुझसे नहीं होगा ।
= द्वितीयवाक्यम् , मया न शक्यते।
तीसरा , मेरा मूड नहीं है
= तृतीयवाक्यम् , मम मनोदशा सम्यक् न।
और चार , मेरी किस्मत ही खराब है
= अपि च चतुर्थवाक्यम् , मम भाग्यमेवानुकूलं न।
ये वे चार वाक्य हैं जो आदमी को आगे नहीं बढ़ने देते
= एतानि एव चत्वारि वाक्यानि सन्ति यैः मानवः प्रगतिं कर्तुं न शक्नोति।
चलो,उठो, आगे बढ़ो
= चलत, उत्तिष्ठ, अग्रे सरत।
क्यों सुस्त पड़े हो ?
= किमर्थं निस्तेज: स्त ?
जो पाना है , उसे पाने के लिए पूरा ताकत झोंक दो
= यत् प्रापणीयं तत् प्राप्तुं पूर्णप्रयासं करुत।
तुम्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता
= उन्नतिमार्गगमनात् युष्मान् कश्चनापि न रोद्धुं शक्नोति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
प्रश्नः। मन्दिरस्था लक्ष्मीः गृहलक्ष्मीः चेत्यनयोर्मध्ये को भेदः।
उत्तरम्। मन्दिरस्था लक्ष्मीः प्रसन्ना चेत् धनं यच्छति अथ गृहलक्ष्मीः प्रसन्ना चेत् हस्तस्थितं धनम् अपि हरति इत्येव अनयोर्मध्ये भेदः ।
#hasya
उत्तरम्। मन्दिरस्था लक्ष्मीः प्रसन्ना चेत् धनं यच्छति अथ गृहलक्ष्मीः प्रसन्ना चेत् हस्तस्थितं धनम् अपि हरति इत्येव अनयोर्मध्ये भेदः ।
#hasya
🚩 जय सत्य सनातन 🚩
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - पंचमी दोपहर 02:28 तक तत्पश्चात षष्ठी
⛅ दिनांक - 01 जनवरी 2024
⛅ दिन - सोमवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - पौष
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - मघा सुबह 08:36 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - आयुष्मान 02 जनवरी प्रातः 04:36 तक
⛅ राहु काल - सुबह 08:41 से 10:02 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:05
⛅ दिशा शूल - पूर्व
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:34 से 06:28 तक
#panchang
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
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⛅ दिनांक - 01 जनवरी 2024
⛅ दिन - सोमवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - पौष
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - मघा सुबह 08:36 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - आयुष्मान 02 जनवरी प्रातः 04:36 तक
⛅ राहु काल - सुबह 08:41 से 10:02 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:05
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⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:34 से 06:28 तक
#panchang
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(१) मुझे पचास रुपये हैं।
→ मम पार्श्वे पञ्चाशत् रूप्यकानि सन्ति।
(२)मुझे पांच सौ रुपये का एक ननोट है।
→ मम पार्श्वे एका पञ्चशतकरूपयक- कागदमुद्रा अस्ति।
(३)मुझे एक भी रुपया नहीं है।
मम पार्श्वे एकमपि रूप्यकं नास्ति।
(४)आजकल मेरे पास रुपया-पैसा नहीं है।
→ अद्यत्वे मम पार्श्वे पणाः/रूप्यकानि न सन्ति।
(५)आजकल रुपए पैसे ही सब कुछ है।
→ अद्यत्वे द्रविणमेव सर्वमस्ति।
(६)मेरे पास एक भी पैसा नहीं है।
→ मम पार्श्वे एकोऽपि पणो नास्ति।
(७) मुझे एक रुपया भर सोना दो।
→ मह्यम् एकरूप्यकस्य नणकस्य भारसमं स्वर्णं देहि।
भगवान ने हमारे मस्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित क्षमताएं और शक्तियां दी हैं।ईश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
•• भगवान् अस्माकं मस्तिष्के व्यक्तित्वे च असीमशक्तिक्षमता: दत्तवान् ।ईश्वरप्रार्थना अस्माकं शक्तीनां विकासं कर्तुं साहाय्यं करोति।
छात्र की सबसे महत्त्वपूर्ण गुण यह है कि वह हमेशा अपने अध्यापक से सवाल पूछे।
•• छात्रस्य महत्त्वपूर्णगुणो यत् सः सदा स्वकीयम् अध्यापकं प्रश्नं पृच्छेत् इति ।
फसल तैयार है
= सस्यं सिद्धम् अस्ति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
→ मम पार्श्वे पञ्चाशत् रूप्यकानि सन्ति।
(२)मुझे पांच सौ रुपये का एक ननोट है।
→ मम पार्श्वे एका पञ्चशतकरूपयक- कागदमुद्रा अस्ति।
(३)मुझे एक भी रुपया नहीं है।
मम पार्श्वे एकमपि रूप्यकं नास्ति।
(४)आजकल मेरे पास रुपया-पैसा नहीं है।
→ अद्यत्वे मम पार्श्वे पणाः/रूप्यकानि न सन्ति।
(५)आजकल रुपए पैसे ही सब कुछ है।
→ अद्यत्वे द्रविणमेव सर्वमस्ति।
(६)मेरे पास एक भी पैसा नहीं है।
→ मम पार्श्वे एकोऽपि पणो नास्ति।
(७) मुझे एक रुपया भर सोना दो।
→ मह्यम् एकरूप्यकस्य नणकस्य भारसमं स्वर्णं देहि।
भगवान ने हमारे मस्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित क्षमताएं और शक्तियां दी हैं।ईश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
•• भगवान् अस्माकं मस्तिष्के व्यक्तित्वे च असीमशक्तिक्षमता: दत्तवान् ।ईश्वरप्रार्थना अस्माकं शक्तीनां विकासं कर्तुं साहाय्यं करोति।
छात्र की सबसे महत्त्वपूर्ण गुण यह है कि वह हमेशा अपने अध्यापक से सवाल पूछे।
•• छात्रस्य महत्त्वपूर्णगुणो यत् सः सदा स्वकीयम् अध्यापकं प्रश्नं पृच्छेत् इति ।
फसल तैयार है
= सस्यं सिद्धम् अस्ति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
🚩 जय सत्य सनातन 🚩
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - षष्ठी शाम 05:10 तक तत्पश्चात सप्तमी
⛅ दिनांक - 02 जनवरी 2024
⛅ दिन - मंगलवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - पौष
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी सुबह 11:42 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - सौभाग्य 03 जनवरी प्रातः 05:33 तक
⛅ राहु काल - शाम 03:25 से 04:45 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:06
⛅ दिशा शूल - उत्तर
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:35 से 06:28 तक
#panchang
🚩 आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - षष्ठी शाम 05:10 तक तत्पश्चात सप्तमी
⛅ दिनांक - 02 जनवरी 2024
⛅ दिन - मंगलवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - पौष
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी सुबह 11:42 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - सौभाग्य 03 जनवरी प्रातः 05:33 तक
⛅ राहु काल - शाम 03:25 से 04:45 तक
⛅ सूर्योदय - 07:21
⛅ सूर्यास्त - 06:06
⛅ दिशा शूल - उत्तर
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:35 से 06:28 तक
#panchang