संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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🚩 जय सत्य सनातन 🚩

🚩 आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - दशमी सुबह 08:16 तक तत्पश्चात एकादशी

दिनांक - 22 दिसम्बर 2023
दिन - शुक्रवार
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - शिशिर
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - शुक्ल
नक्षत्र - अश्विनी रात्रि 09:36 तक तत्पश्चात भरणी
योग - परिघ सुबह 11:11 तक तत्पश्चात शिव
राहु काल - सुबह 11:18 से 12:38 तक
सूर्योदय - 07:16
सूर्यास्त - 06:00
दिशा शूल - पश्चिम
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:30 से 06:23 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:12 से 01:05 तक
व्रत पर्व विवरण - मोक्षदा एकादशी (स्मार्त), मौनी एकादशी (जैन), श्रीमद्भगवद्गीता जयंती, शिशिर ऋतु प्रारम्भ, वर्ष का सबसे छोटा दिन
🍃अर्था भवन्ति गच्छन्ति लभ्यन्ते च पुनः पुनः।
पुनः कदापि नायाति गतं तु नवयौवनम्॥


🌞धनम् ऐश्वर्यादिकन्तु नष्टं भवति पुनः च प्राप्यते किन्तु एकदा गतं यौवनन्तु न प्रत्यायाति कदाचिदपि।

🌷धन मिलता और नष्ट होता रहता  है, नष्ट होने के बाद  फिर से प्राप्त हो जाता है, परन्तु जवानी एक बार निकल जाए तो कभी वापस नही आती।

🌹Wealth is gained and lost, after being lost it is regained, but once youth is gone it never comes back.

#Subhashitam
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कि
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(१) मेरे पिताजी ने नौकर को कहा कि बाजार से एक किलो टमाटर खरीदकर ले आओ=
••मम तातो भृत्यमादिष्ट्वान् यत् आपणत: एककिलोपरिमितं रक्ताङ्गं क्रीत्वा आनय।
•• आपणत: एककिलोपरिमितं वार्तकीं क्रीत्वा आनयेति मम तातो भृत्यमादिष्ट्वान्।

(२)मैंने मन ही मन सोचा कि यह कितना सीधा लड़का है।
= अन्तर्मनसि अचिन्तयम् यत्‌ एष कुमारः कियान् आर्जवः।
= एष कुमार: कियान् प्रगुण इत्यहम् अन्तर्मनसि अचिन्तयम्।

(३)उसने मुझसे पूछा कि आजकल मैं क्या-क्या करता हूं और किस प्रकार जीवन बिताता हूं =
••स मामपृच्छत् यत् अद्यत्वेऽहं किं-किं करोमि केन च प्रकारेण जीवनयापनं करोमि।
•• अद्यत्वेऽहं किं-किं करोमि कथञ्च जीवनं यापयामीति स मामपृच्छत्।

(४)क्या आप जानते हैं कि वह आजकल मेहनत करता है या नहीं= किं भवान् जानाति यत् स अद्यत्वे श्रमं करोति न वा ?

(५)मुझे मालुम नहीं है कि वह शादीशुदा है या नहीं=
मया न ज्ञातं यत् स विवाहित: वा न?

(६)हमें चाहिए कि पंचवर्षीय योजना को सफल बनाएं = वयं पंचवर्षीयं योजनां सफलां कुर्याम।

(७)हमलोगों को चाहिए कि गरीबों की मदद करें =
वयं निर्धनानां साहाय्यं कुर्याम।

(८)यह सर्वसम्मति से तय हुआ कि वह उम्मीदवार हो=
एतत् सर्वसम्मतया निर्णीतोऽभवत् यत् स प्रत्याशी भवतु।

(९)वह बिछावन पर लेटा ही था कि एक सांप निकल पड़ा =
स शय्यायाम् अशयिष्ट एव ,तत्क्षणैव एक: अहि: निर्गत:।

(१०)चोर घर में घुसा ही था कि मेरी नींद खुल गई=
चौर: हर्म्यम् अविक्षदेव,तत्क्षणैव अहम् अजागरिषम्।

(११)मेरे मित्रों ने प्रस्ताव किया कि हमलोग छुट्टियों में समाज की सेवा करें=
मम मित्राणि अभिहितवन्त: यत् वयम् अवकाशकालेषु समाजसेवां कुर्याम।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
हरति। प्रहरति।
नमामि। ______ ।
Anonymous Quiz
7%
प्रनमामि
12%
प्रणमति
81%
प्रणमामि
0%
प्रणमानि
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰विषयः - गीतायाः महत्त्वमस्माकं जीवने
🗓२३/१२/२०२३ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (श्रीमद्भगवद्गीतायाः अस्माकं जीवने महत्त्वं किमस्ति) अभिक्रम्य आगच्छत।


https://t.me/samvadah?livestream

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
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🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि


🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - एकादशी सुबह 07:11 तक तत्पश्चात द्वादशी


दिनांक - 23 दिसम्बर 2023
दिन - शनिवार
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - शिशिर
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - शुक्ल
नक्षत्र - भरणी रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात कृत्तिका
योग - शिव सुबह 09:08 तक तत्पश्चात सिद्ध
राहु काल - सुबह 09:58 से 11:18 तक
सूर्योदय - 07:17
सूर्यास्त - 06:00
दिशा शूल - पूर्व
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:31 से 06:24 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:12 से 01:05 तक
व्रत पर्व विवरण - मोक्षदा एकादशी (भागवत)
🍃अद्भिः शुध्यन्ति गात्राणि, बुद्धिः ज्ञानेन शुध्यति।
अहिंसया च भूतात्मा मनः सत्येन शुध्यति॥

॥बौधायनधर्मसूत्रम्॥

🔅अस्माकम् शरीरम् जलेन स्वच्छं/पवित्रं भवति, अस्माकं बुद्धिः ज्ञानेन शुद्धा भवति, यथा यथा च वयं ज्ञानं प्राप्नुमः, अस्माकं बुद्धिः पवित्रा भवति, मनुष्यस्य आत्मा अहिंसया शुद्धः भवति, सत्यस्य आचरणेन मनः पवित्रम् भवति।

हमारा शरीर जल से स्वच्छ/पवित्र होता है, हमारी बुद्धि ज्ञान से शुद्ध होती है, और जैसे-जैसे हम ज्ञान प्राप्त करते हैं, हमारी बुद्धि पवित्र होती जाती है। मनुष्य की आत्मा अहिंसा से पवित्र (शुद्ध) होती है, सत्य के आचरण से मन पवित्र होता है।

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