संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
4.4K subscribers
3.04K photos
281 videos
304 files
5.76K links
Daily dose of Sanskrit.

Network
https://t.me/samvadah/11287

Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Download Telegram
Audio
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - द्वितीया दोपहर 01:56 तक तत्पश्चात तृतीया

दिनांक - 29 नवम्बर 2023
दिन - बुधवार
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - मृगशिरा दोपहर 01:59 तक तत्पश्चात आर्द्रा
योग - साध्य रात्रि 08:55 तक तत्पश्चात शुभ
राहु काल - दोपहर 12:28 से 01:49 तक
सूर्योदय - 07:02
सूर्यास्त - 05:53
दिशा शूल - उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:17 से 06:10 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:02 से 12:54 तक
🍃विह्वलो यम् अवलम्बते आपत्पतितं च यः समुद्धरति।
शरणागतं च रक्षति त्रिभिस्तैरलङ्कृता पृथिवी॥

🔆 भयाक्रातं यः आश्रयं ददाति आपदि पतितं यो रक्षति तथा शरणे आगतं यः त्रायते तादृशैः जनैः एव इयं पृथ्वी शोभिता विद्यते।

The world is adorned by three kinds of people the one who helps the afraid, the one who saves person from peril and the one who saves person who has sought his resort.

विह्वल मनुष्य की जो रक्षा करता है, आपत्ति में पडे हुए को जो बचाता है एवं जो शरणागत की रक्षा करता है - इन तीन प्रकार के लोगों से पृथ्वी अलंकृत है।

#Subhashitam
किं क्रियापदम् उभयपदिनः धातोः अस्ति।
Anonymous Quiz
9%
ईट्टे
63%
करोति
9%
पृच्छति
18%
लभते
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
(१) जहां-तहां--- किताबें जहां-तहां पड़ी है = पुस्तकानि इतस्ततो विकीर्णानि सन्ति। (२) जहां-कहीं/जहां-जहां--- वह जहां जहां जाता है कहर ढाता है = स यत्र क्वचिदपि गच्छति ,विप्लवं करोति। (३)जब कभी/जब-जब--- वह यहां जब जब आता है मेरे लिए मिठाईयां लाती है = स…
(११) जहां तक--- जहां तक योग्यता की बात है,मैं कहना चाहता हूं = यावत् योग्यतायाः परिक्षेपः, ततः वक्तुमिच्छामि।

(१२)पूरे समय तक---
वह पूरे समय तक बोलती रही = सा सम्पूर्णकालपर्यन्तम् अवदत्।

(१३)जैसा--वैसा/जैसे--वैसे/जिस प्रकार-- उसी प्रकार----/-
तुम जैसा करोगे,वैसा पाओगे =त्वं यथा करिष्यसि,तथैव प्राप्स्यसि।

(१४)कहीं- न-कहीं--
वह कहीं-न-कहीं जरूर जाएगा =स कुत्रचिद् तु अवश्यमेव यास्यति।

(१५)जैसा कि---/जैसा--
वह जल्द ही लौटेगा,जैसा कि उसने मोबाइल पर सूचित किया=
स शीघ्रमेव प्रतिगमिष्यति,यथा स चलभाषेण सूचितवान्।

(१६)वैसा-- जैसा---
मैंने वैसा ही किया जैसा मुझे कहा गया= अहं तथैव अकरवं यथा निर्दिष्टः।


भारत की महानतम वीरांगना रानी दुर्गावती अपने नाम के अनुरूप ही तेज, साहस और शौर्य का प्रतिमान थी।
••भारतस्य महत्तमा योद्ध्री राज्ञी दुर्गावती स्वनामानुगुणं तेजस्विनी, साहसिनी, शौर्यरूपा च बभूव यत् तत् एकं महदुदाहरणम्।

उन्होंने मालवा के शासक बाज बहादुर, दिल्ली के सुल्तान शेरशाह सूरी और मुगल बादशाह अकबर को युद्ध के मैदान में नाकों चने चबवा दिए।
••सा मालवाशासकं बाजबहादुरं,दिल्लीशासकं शेरशाहसूरीं मुगलसम्राजं च अकबरं युद्धप्राङ्गणे निर्ममतया पराजिग्ये(पराजितं कृतवती)।

वर्ष 1564 में रानी दुर्गावती ने मुगल सेना के सामने झुकने से इंकार कर स्वतंत्रता और अस्मिता के लिए युद्ध भूमि को चुना।
••चतुःषष्ठ्युत्तरपञ्चदशशततमे ख्रिष्टाब्दे राज्ञी दुर्गावती मुगलसेनायाः समक्षं नन्तुम् (पराजयस्वीकर्तुम्) अस्वीकृत्य स्वतन्त्रतायाः आत्मसम्मानस्य च कृते युद्धक्षेत्रं चिचाय(चितवान्)।

इस युद्ध में घायल दुर्गावती ने स्वयं की कटार से अपने सीने पर प्रहार कर अपने को बलिदान कर दिया।
••अस्मिन् युद्धे आहता दुर्गावती स्वकीयया छुरिकया स्वकीयं वक्ष:स्थलं प्रहृत्य आत्मोत्सर्गं चकार(कृतवती)।

ऐसी वीरांगना को शत-शत नमन।
•• एतादृश्यै वीराङ्गणायै शतशः नमस्कारा:।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
भावे-प्रयोगः (bhāve-prayogaḥ): Here, there are only two main words: the कर्तृपदम् (subject) and the verb (action). This voice is used for intransitive verbs and hence, such sentences do not have any object/receiver of the action. Note: Here, the doer of…
Following are some examples of sentences using भावे-प्रयोगः (bhāve-prayogaḥ):

बालकैः हस्यते। (bālakaiḥ hasyate।), this means, “Boys are laughing.” Here, the word, “बालकैः” is the doer of the action and is in तृतीया विभक्तिः, plural. The verb is, “हस्यते” and the action is, laughing. It is in third person, singular, despite the doer being in plural.

अश्वाभ्यां धाव्यते। (aśvābhyāṃ dhāvyate।), this means, “Two horses are running”. Here, the word, “अश्वाभ्याम्” is the doer of the action and is in तृतीया विभक्तिः (tṛtīyā vibhaktiḥ), dual. The verb is, “धाव्यते” and the action is running. It is in third person, singular, despite the doer being in dual.

🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
अन्ये च बहवः शूरा मदर्थे त्यक्तजीविताः।
नानाशस्त्रप्रहरणाः सर्वे युद्धविशारदाः।।1.9।।
एतेषु किम् एते शूराः न सन्ति।
Anonymous Quiz
15%
विभिन्नशस्त्रेकुशलाः।
19%
अर्पितप्राणाः।
25%
युद्धनिपुणाः।
41%
सर्वज्ञाः।
Live stream scheduled for
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰 विषयः - जलजीवपरिचयः
🗓३०/११/२०२३ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (कस्यचित् जलजीवस्य परिचयः कारणीयः) अभिक्रम्य आगच्छत।

https://t.me/samvadah?livestream

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
Audio
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - तृतीया दोपहर 02:24 तक तत्पश्चात चतुर्थी

दिनांक - 30 नवम्बर 2023
दिन - गुरुवार
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - आर्द्रा दोपहर 03:01 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
योग - शुभ रात्रि 08:15 तक तत्पश्चात शुक्ल
राहु काल - दोपहर 01:49 से 03:11 तक
सूर्योदय - 07:03
सूर्यास्त - 05:53
दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:18 से 06:10 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:02 से 12:55 तक
व्रत पर्व विवरण -संकष्टी चतुर्थी