संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
4.86K subscribers
3.11K photos
293 videos
308 files
5.89K links
Largest Online Sanskrit Network

Network
https://t.me/samvadah/11287

Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Sanskrit Books @GranthaKutee
Download Telegram
Audio
Live stream scheduled for
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि


🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - चतुर्दशी दोपहर 02:44 तक तत्पश्चात अमावस्या

दिनांक - 12 नवम्बर 2023
दिन - रविवार
शक संवत् - 1945
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - कार्तिक
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - स्वाती रात्रि 02:51 (13 नवम्बर 02:51 A.M) तक तत्पश्चात विशाखा
योग - आयुष्मान शाम 04:25 तक तत्पश्चात सौभाग्य
राहु काल - शाम 04:33 से 05:56 तक
सूर्योदय - 06:51
सूर्यास्त - 05:56
दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:08 से 05:59 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:50 तक
व्रत पर्व विवरण - नरक चतुर्दशी (तैलाभ्यंग स्नान), दीपावली, दीपमालिका, महालक्ष्मी-शारदा-कुबेर पूजन, बही-खाता पूजन, स्वामी रामतीर्थजी जयंती एवं पुण्यतिथि (ति.अ.), श्री महावीर स्वामी निर्वाण दिवस, महामना पं. मदनमोहन मालवीय पुण्यतिथि (दि.अ.)
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते॥ 

Transliteration:
namaste'stu mahāmāye śrīpīṭhe surapūjite।
śaṅkhacakragadāhaste mahālakṣmi namo'stu te॥
English Translation:
The illusory power of the universe, the basis for all wealth,
and worshipped by deities, Salutations to you (Mahālakṣmī).
who has a conch, discus, and mace in hand. Oh Mahālakṣmī, obeisances to you.
Hindi Translation:
जो महामाया है, सभी वैभव का आधार है,
जो देवताओं द्वारा पूजित है, (महालक्ष्मी) आपको नमन है।
जिसके हाथों में शंख, चक्र और गदा हैं। हे महालक्ष्मी, तुम्हे नमन है।
Source:  Mahālakṣmyaṣṭakam 1
🍃प्रदोषे दीपकश्चंद्र: प्रभाते दीपको रवि:।
त्रैलोक्ये दीपको धर्म: सुपुत्र: कुलदीपक:॥

🔆 सन्धिकाले चन्द्रः प्रकाशयति प्रभातकाले सूर्यः प्रकाशयति धर्मः तु त्रीन् अपि लोकान् प्रकाशयति तथा च सुपुत्रस्तु सम्पूर्णं कुलमेव प्रकाशयति।

शाम को चन्द्रमा प्रकाशित करता है, दिन को सूर्य प्रकाशित करता है, तीनों लोकों को धर्म प्रकाशित करता है और सुपुत्र पूरे कुल को प्रकाशित करता है ।

#Subhashitam
भारतं सर्वक्षेत्रेषु श्रेष्ठत्वम् आप्यात्।
कः लकारः प्रयुक्तः।
Anonymous Quiz
30%
विधिलिङ्लकारः
50%
आशीर्लिङ्लकारः
16%
लुट्लकारः
5%
लोट्लकारः
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
धिक् (धिक्कार है)- के योग में द्वितीया विभक्ति का प्रयोग होता है। ----------------------------- (१) पापी को धिक्कार है = धिक् पापिनम्। (२) इस युग में गरीब होना धिक्कार है = अस्मिन् युगे निर्धनत्वं धिक्। (३)देश से प्रेम नहीं करने वालों को धिक्कार है =…
(१०)विश्वासघात करने वालों पर धिक्कार है
= धिग् विश्ववासघातिन:।

(११)देर तक सोने वाले विद्यार्थी को धिक्कार है
= चिरशायिन: छात्रान् धिक् ।

(१२)भ्रामक खबर फैलाने वाले मीडिया को धिक्कार है
= भ्रामकसन्दिष्टाणि प्रसारकाणि सञ्चारमाध्यमानि धिक्।

(१३)कीमती समय बर्बाद करने वाले छात्रों को धिक्कार है
= बहुमूल्यं समयनाशकान् छात्रान् धिक्।

(१४)बिना काम के बोलने वालों को धिक्कार है
= धिग् अतिवादिन:।

(१५)गौ सेवा न करने वालों पर धिक्कार है
= धिग् अगोसेवकान्।

(१६)धिक्कार है ऐसे लोगों को जो अपनी मां के दूध, पिता के संस्कारों और गुरु की शिक्षा को कलंकित कर रहे हैं
= धिक् तान् ये मातुः दुग्धं पितुः संस्कारं गुरोः च शिक्षां कलङ्कयन्ति।

(१७)धिक्कार है ऐसे पत्रकार और संपादक पर जो गलत हेडलाइन लिखकर लोगों को गुमराह करते हैं
= धिक् तान् वार्ताहरान् सम्पादकान् च ये वितथं शीर्षकं लिखित्वा जनान् भ्रामयन्ति।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
13. नि (ni): This prefix is often used in the sense, ‘down’ e.g. – नि + √पत् (ni + √pat) वृक्षात् फलं निपतति। (vṛkṣāt phalaṃ nipatati।) This means, “The fruit falls down from the tree.”
Here, the word, ‘पतति’ means falling and with the addition of the prefix, the meaning has become, ‘falling down’.

14. अधि (adhi): This prefix is often used in the sense, ‘above’ e.g. – The word, ‘अध्यात्मा’ means the supreme soul. Here, with the addition of the prefix, the meaning is ‘the soul that is above all’ or the supreme soul.

15. अति (ati): This prefix is often used to show the excess of something e.g. – The word, ‘अतिवाद’ means a fight or an argument. Here, the word, ‘वाद’ can mean conversation or talk, but when it becomes too much, it is an argument, as indicated by the prefix.

16. अपि (api): This prefix is often used in the sense, ‘also’.

🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
हास्यसूचना
लोकयाने अस्माकं निद्रा भवन्ति चेत् सुख-यात्रा।
चालकस्य निद्रा भवति चेत्
अन्तिम-यात्रा😀😀

#hasya
✍🏻 ढालशब्देन🛡 वाक्यत्रयं लिख्यताम्।

#Shabdah
Audio
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि


🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - अमावस्या दोपहर 02:56 तक तत्पश्चात प्रतिपदा

दिनांक - 13 नवम्बर 2023
दिन - सोमवार
शक संवत् - 1945
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - कार्तिक
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - विशाखा 14 नवम्बर प्रातः 03:23 तक
योग - सौभाग्य शाम 03:23 तक तत्पश्चात शोभन
राहु काल - सुबह 08:15 से 09:33 तक
सूर्योदय - 06:51
सूर्यास्त - 05:56
दिशा शूल - पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:08 से 06:00 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:50 तक
व्रत पर्व विवरण - कार्तिक अमावस्या, दर्श अमावस्या, बलि-पूजा, अन्नकूट, गौक्रीड़ा, गोवर्धन पूजा, सोमवती अमावस्या (सूर्योदय से दोपहर 02-56 तक)
🍃नाकेशग्रहणाच्छास्त्रं प्रवर्तयति कञ्चन।
उन्मीलयति तच्चक्षुर् येन मार्गं स पश्यति॥

🔆शास्त्राणि कस्यापि केशान् गृहीत्वा न तं सन्मार्गे प्रवर्तयति अपितु तस्य चक्षुषी उन्मीलयति येन सः सन्मार्गं पश्यति।

The shastra does not direct one by grabbing one’s hair. It just opens one’s eyes, through which one perceives the right path.

#Subhashitam
कड़वी सच्चाई = कटु सत्यता
---------------------------------
माता-पिता की नसीहत सबको बुरी लगती है,परन्तु माता-पिता की वसीयत सबको अच्छी लगती है।
••सर्वेभ्य: पित्रो: परामर्श: न रोचते, परन्तु पित्रो: इच्छापत्रं सर्वेभ्यो रोचते।

किस्मत और पत्नी भले ही परेशान करती है ,लेकिन जब साथ देती हैं तो जिन्दगी बदल जाती है।
••काममेव भाग्यम् अर्धाङ्गिनी च क्लेशयत:,परन्तु यदि सहयोगं कुर्यातां तर्हि जीवनं सफलीकुरुत:।

दुनिया के लोग बड़े जालिम हैं।
वे तुम्हारे दुःख दर्द रो रो कर पूछेंगे और हंस हंस कर सारी दुनिया को बतायेंगे।
•• विश्वस्य जना: अतीव क्रूरा: सन्ति।ते रुदित्वा-रुदित्वा तव पीडां प्रक्ष्यन्ति,परन्तु हसित्वा-हसित्वा सकलं जगत् सूचयिष्यन्ति।

जिन्दगी की लड़ाई में वो कभी नहीं हारते,जिसके पास धैर्य और संतोष जैसे हथियार होते हैं।
•• यस्य पार्श्वे धैर्यं संतोष: च इव अस्त्राणि भवन्ति , स जीवनसङ्घर्षे कदापि न पराजितो भवति।

पानी अपना सम्पूर्ण जीवन देकर वृक्ष को बड़ा करता है, इसलिए शायद पानी लकड़ी को कभी डूबने नहीं देता। मां-बाप का भी कुछ ऐसा ही सिद्धान्त हैं।
•• जलं स्वसम्पूर्णजीवनं दत्वा वृक्षं वर्धयति,अत एव अनुमानतः जलं काष्ठं न निमज्जयति।पित्रो: अपि कश्चन एवमेव सिद्धान्तोऽस्ति।

जीवन में सुख प्राप्त करने के चार रास्ते।सदा दिमाग ठंडा रखिए। सदा वक्त की कदर कीजिए। भविष्य के लिए बचत कीजिए और पांव सदा जमीन पर रखिए।
•• जीवने सुखमयजीवनस्य कृते चत्वारो मार्गा: सन्ति।सदा मस्तिष्कं शीतलीकरोतु।सदा समयनिष्ठो भवेत्।भविष्यजीवनस्य कृते धनसञ्चयं कुर्यात् तथा सदैव विनम्रो भवेत्।

कहा जाता है कि झूठ के पांव नहीं होते हैं।फिर भी चलता खूब है।
•• कथ्यते यत् असत्यस्य पादा: न भवन्ति (असत्यवादिन: सरट: इव रङ्गस्य सदृश: स्ववाक्यान् परिवर्तयन्ति) ,तथापि असत्यस्य भृशं प्रचलनमस्ति।

वक्त मौसम और लोग सब एक जैसे ही हैं।कब कौन कहां बदल जाये कह नहीं सकते।
•• काल: ऋतु: जन: च सर्वे एकसमाना: एव सन्ति।कदा क: कुत्र च परिवर्तयेत , वक्तुं न शक्यते।

जब इंसान का स्वार्थ पूरा हो जाता है।तब वह आपसे मिलना तो दूर,आपसे बोलना भी छोड़ देता है।
•• यदा मानवस्य स्वार्थपूर्ति: भवति, तदा सम्पर्क: तु दूरतर: , स भवन्तं वार्त्तालापमपि न करोति।

जहां सब कुछ माफ हो जाता है वो जगह है मां का दिल।
•• यत्र सर्वदोष: क्षम्यते, तत् स्थानमस्ति मातु: हृदयम्।

~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
17. सु (su): This prefix is often used to express a positive tone in the word e.g. – The word, ‘सुकृत्’ (sukṛt), this means, “Pious”. Here, with the addition of the prefix, the word has got a positive shade and means, ‘pious’ as in ‘doer of good’.

18. उत् (ut): This prefix is often used in the sense, ‘up’ or ‘above’ e.g. – उत् + √पत्। (ut + √pat।) वानरः सर्वत्र उत्पतति। (vānaraḥ sarvatra utpatati।) This means, “The monkey is jumping everywhere.” The word, ‘पतति’ means ‘falling’ by itself, but when the prefix is added, it literally means, ‘falling up’ but its meaning is, ‘jumping’.

19. अभि (abhi): This prefix is often used in the sense, ‘towards’ e.g. अभि + √गम् (गच्छ्)। (abhi + √gam (gacch)।) बालिका वृक्षं अभिगच्छति। (bālikā vṛkṣaṃ abhigacchati।) This means, “The girl is going towards the tree.” Here, the word, ‘गच्छति’ means is ‘going’ by itself, but with the addition of the prefix, it means, ‘to go towards’.

🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
पत्नी --कृपया भवतः मित्रस्य कृते उपदेशयतु ह्यः अस्माभिः द्रष्टा महिला विवाहार्थं सम्यक् नास्तीति।🤦‍♀️
पतिः --न,न अहं न उपदेशयामि।😌
पत्नी --किमर्थम् एवम्?।🤷‍♂️
पतिः --मम विवाह-समये सः तादृशं न उक्तवान्।😇😇

#hasya