भारत में छोटी-बड़ी 400 से ज्यादा नदियां बहती हैं।
••भारते चतुःशताधिकाः लघुमहत्य:-सरित: प्रवहन्ति।
भारत की सबसे छोटी नदी का नाम है- अरवारी नदी।
••भारतस्य लघुतमाया: सरितो नाम अस्ति- अरवारी सरित्।
90 किमी है अरवारी नदी की लंबाई।
••अरवारी-लघुसरितो दीर्घत्वं नवतिकिलोमीटरमितमस्ति।
इसी वजह से इसे कहा जाता है देश की सबसे छोटी नदी।
••अस्मादेव कारणात् एषा देशस्य लघुतमा सरित् उच्यते।
थानागाजी के निकट सकरा बांध से निकलती है अरवारी नदी।
••थानागाजीं निकषा सकराजलबन्धात् अरवरी सरित् उत्पद्यते।
राजस्थान के अलवर जिले से गुजरात में कच्छ तक बहती है यह नदी।
•• इयं सरित् राजस्थानस्य अलवरमण्डलात् गुजरातदेशस्य कच्छं यावत् प्रवहति।
नीलकमल को भगवान् विष्णु का प्रिय पुष्प माना जाता है।
••कुवलयं भगवत: विष्णो: प्रियपुष्पं मन्यते।
नीलकमल का दर्शन बहुत ही दुर्लभ माना जाता है।
••कुवलयस्य दर्शनम् अतीव दुर्लभं मन्यते।
किसी नदी में नीलकमल का खिलना एक चमत्कार ही माना जाता है।
••कस्यांञ्चित् नद्यां कुवलयस्य पुष्पणम् एकं चमत्कारमेव मन्यते।
नीलकमल का पौधा टंकी , बड़ी बाल्टी,किसी बड़े बर्तन आदि में पानी भरकर घर में ही लगाया जा सकता है।
•• गृहे एव कुवलयस्य पादप: कस्मिंश्चित् दीर्घपात्रे , दीर्घोदञ्चने , जलसञ्चयपात्रे चेत्यादिषु जलं पूरयित्वा रोपयितुं शक्यते।
एक बार फूल खिलने लग जाय तो फिर वर्ष भर फूल खिलता है।
•• एकदा पुष्पं पुष्पितुमारभते तदा पुन: आवर्षं पुष्पं विकसति।
इसके पत्ते से ही नया पौधा तैयार हो जाता है।
•• अस्य पत्रादेव नूतनपादपो निर्मितो भवति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
••भारते चतुःशताधिकाः लघुमहत्य:-सरित: प्रवहन्ति।
भारत की सबसे छोटी नदी का नाम है- अरवारी नदी।
••भारतस्य लघुतमाया: सरितो नाम अस्ति- अरवारी सरित्।
90 किमी है अरवारी नदी की लंबाई।
••अरवारी-लघुसरितो दीर्घत्वं नवतिकिलोमीटरमितमस्ति।
इसी वजह से इसे कहा जाता है देश की सबसे छोटी नदी।
••अस्मादेव कारणात् एषा देशस्य लघुतमा सरित् उच्यते।
थानागाजी के निकट सकरा बांध से निकलती है अरवारी नदी।
••थानागाजीं निकषा सकराजलबन्धात् अरवरी सरित् उत्पद्यते।
राजस्थान के अलवर जिले से गुजरात में कच्छ तक बहती है यह नदी।
•• इयं सरित् राजस्थानस्य अलवरमण्डलात् गुजरातदेशस्य कच्छं यावत् प्रवहति।
नीलकमल को भगवान् विष्णु का प्रिय पुष्प माना जाता है।
••कुवलयं भगवत: विष्णो: प्रियपुष्पं मन्यते।
नीलकमल का दर्शन बहुत ही दुर्लभ माना जाता है।
••कुवलयस्य दर्शनम् अतीव दुर्लभं मन्यते।
किसी नदी में नीलकमल का खिलना एक चमत्कार ही माना जाता है।
••कस्यांञ्चित् नद्यां कुवलयस्य पुष्पणम् एकं चमत्कारमेव मन्यते।
नीलकमल का पौधा टंकी , बड़ी बाल्टी,किसी बड़े बर्तन आदि में पानी भरकर घर में ही लगाया जा सकता है।
•• गृहे एव कुवलयस्य पादप: कस्मिंश्चित् दीर्घपात्रे , दीर्घोदञ्चने , जलसञ्चयपात्रे चेत्यादिषु जलं पूरयित्वा रोपयितुं शक्यते।
एक बार फूल खिलने लग जाय तो फिर वर्ष भर फूल खिलता है।
•• एकदा पुष्पं पुष्पितुमारभते तदा पुन: आवर्षं पुष्पं विकसति।
इसके पत्ते से ही नया पौधा तैयार हो जाता है।
•• अस्य पत्रादेव नूतनपादपो निर्मितो भवति।
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
1. प्र (pra): This prefix is often used to emphasize on the meaning of that particular root e.g. प्र + √नम्। (pra + √nam) अहं गुरुं प्रणमामि। (ahaṃ guruṃ praṇamāmi।) which means, “I am bowing to my teacher.”
Here, if we use the word, ‘नमामि’ (namāmi) it will simply mean that I am bowing to my teacher, but with the use of the prefix, the meaning is emphasized.
2. परा (parā): This prefix is often used to show the opposite of something e.g. परा + √जय्। (parā + √jay।) राजा युद्धे पराजयते। (rājā yuddhe parājayate।) This means, “The King loses the war.”
Here, the word, ‘जयते’ means wins by itself, but with the addition of the prefix, its meaning has changes to the opposite of wins, i.e. loses.
🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
Here, if we use the word, ‘नमामि’ (namāmi) it will simply mean that I am bowing to my teacher, but with the use of the prefix, the meaning is emphasized.
2. परा (parā): This prefix is often used to show the opposite of something e.g. परा + √जय्। (parā + √jay।) राजा युद्धे पराजयते। (rājā yuddhe parājayate।) This means, “The King loses the war.”
Here, the word, ‘जयते’ means wins by itself, but with the addition of the prefix, its meaning has changes to the opposite of wins, i.e. loses.
🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
@samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room
🔰 विषयः - गीतानुवादः
🗓०८/११/२०२३ ॥ IST ११:०० AM
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (स्थानियभाषया लिखितस्य गीतस्यानुवादः कर्तव्यः) अभिक्रम्य आगच्छत।
https://t.me/samvadah?livestream
पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
🔰 विषयः - गीतानुवादः
🗓०८/११/२०२३ ॥ IST ११:०० AM
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (स्थानियभाषया लिखितस्य गीतस्यानुवादः कर्तव्यः) अभिक्रम्य आगच्छत।
https://t.me/samvadah?livestream
पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
Telegram
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
Largest Online Sanskrit Network
Network
https://t.me/samvadah/11287
Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Sanskrit Books @GranthaKutee
Network
https://t.me/samvadah/11287
Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Sanskrit Books @GranthaKutee
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - एकादशी 09 नवम्बर सुबह 10:41 तक
⛅ दिनांक - 08 नवम्बर 2023
⛅ दिन - बुधवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - हेमंत
⛅ मास - कार्तिक
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 07:19 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - इन्द्र शाम 04:11 तक तत्पश्चात वैधृति
⛅ राहु काल - दोपहर 12:23 से 01:47 तक
⛅ सूर्योदय - 06:48
⛅ सूर्यास्त - 05:58
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:06 से 05:57 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:49 तक
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - एकादशी 09 नवम्बर सुबह 10:41 तक
⛅ दिनांक - 08 नवम्बर 2023
⛅ दिन - बुधवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - हेमंत
⛅ मास - कार्तिक
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 07:19 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - इन्द्र शाम 04:11 तक तत्पश्चात वैधृति
⛅ राहु काल - दोपहर 12:23 से 01:47 तक
⛅ सूर्योदय - 06:48
⛅ सूर्यास्त - 05:58
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:06 से 05:57 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:49 तक
Prashasak Samiti
GEETA VIDEO AND PANCHANG : आश्विन शुक्ल एकादशी
🍃न तु धर्मोपसंहारमधर्मफलसंहितम् ।
तदेव फलमन्वेति धर्मश्चाधर्मनाशनः ॥
🔆 धर्मफलम् अधर्मिणा सह न गच्छति कदापि अपितु अधर्मः एव धर्मफलं नाशयति।
⚜The fruit of dharma does not accrue to one who has reached the culmination of adharma. Unrighteousness will destroy the fruits of righteousness.
Ramayana 5.51.28 |
#Subhashitam
तदेव फलमन्वेति धर्मश्चाधर्मनाशनः ॥
🔆 धर्मफलम् अधर्मिणा सह न गच्छति कदापि अपितु अधर्मः एव धर्मफलं नाशयति।
⚜The fruit of dharma does not accrue to one who has reached the culmination of adharma. Unrighteousness will destroy the fruits of righteousness.
Ramayana 5.51.28 |
#Subhashitam
कौ समानार्थकौ न स्तः।
Anonymous Quiz
8%
काचित् - काचन
15%
दत्त्वा - प्रदाय
17%
गच्छति - याति
7%
कर्तव्यम् - करणीयम्
53%
अकरोत् - अकार्षीत्
3. अप (apa): This prefix is often used in a negative shade or to tell that something is far away
e.g. अप + √कृ। (apa + √kṛ।) खलः अपकरोति। (khalaḥ apakaroti।) This means, “Baddie is doing a bad deed”. Here, the word, ‘करोति’ means doing, but with the addition of the prefix, it got a negative tone and meant, ‘doing a bad deed’.
Another example will be अप + √गम् (गच्छ्)। (apa + √gam (gacch)।) बालकः अपगच्छति। (bālakaḥ apagacchati।) This means, “The boy is going away”. Here, the word, ‘गच्छति’ means going, but with the addition of the prefix, the word means going far away or going away.
4. सम् (sam): This prefix is often used to show being together or togetherness e.g. – त्रिवेणीसङ्गमे गङ्गा यमुना सरस्वती च सङ्गच्छन्ते। (triveṇīsaṅgame gaṅgā yamunā sarasvatī ca saṅgacchante।) which means, “Ganga, Yamuna and Saraswati (Rivers) confluence in Triveni Sangam.”
Here, the word, ‘गच्छन्ति’ means ‘going’ on its own, but with the addition of the prefix, it means to go together or in the above mentioned example, confluence.
🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
e.g. अप + √कृ। (apa + √kṛ।) खलः अपकरोति। (khalaḥ apakaroti।) This means, “Baddie is doing a bad deed”. Here, the word, ‘करोति’ means doing, but with the addition of the prefix, it got a negative tone and meant, ‘doing a bad deed’.
Another example will be अप + √गम् (गच्छ्)। (apa + √gam (gacch)।) बालकः अपगच्छति। (bālakaḥ apagacchati।) This means, “The boy is going away”. Here, the word, ‘गच्छति’ means going, but with the addition of the prefix, the word means going far away or going away.
4. सम् (sam): This prefix is often used to show being together or togetherness e.g. – त्रिवेणीसङ्गमे गङ्गा यमुना सरस्वती च सङ्गच्छन्ते। (triveṇīsaṅgame gaṅgā yamunā sarasvatī ca saṅgacchante।) which means, “Ganga, Yamuna and Saraswati (Rivers) confluence in Triveni Sangam.”
Here, the word, ‘गच्छन्ति’ means ‘going’ on its own, but with the addition of the prefix, it means to go together or in the above mentioned example, confluence.
🌐 Sanskritwisdom.com
#sanskritlessons
(१)मुंगेर का पानी अच्छा है।
→ मुद्गलपुरस्य वातावरणं स्वच्छमस्ति।
(२)मुझे थोड़ा पानी दो।
→ मह्यं एकचषकपूरितं जलं देहि।
(३)अभी पानी पड़ रहा है।
→ इदानीं वृष्टिः भवति।
(४)आप मेरा पानी रखें।
→ कृपया भवान् मम प्रतिष्ठां रक्षतु।
(५)उसके चेहरे पर पानी नहीं है।
→ तस्य मुखमण्डले दीप्तिः नास्ति।
(६)वह पानी-पानी हो गया।
→ स लज्जितोऽभूत्।
(७)घोड़ा पानी-पानी हो गया।
→ घोटकः क्लान्तोऽभूत्।
(८)वह चाकू पर पानी चढ़ा रहा है।
→ इदानीं स छुरिकां स्फुटीकरोति/तीक्ष्णीकरोति।
(९)उसकी आशाओं पर पानी फिर गया।
→ सः पूर्णरूपेण निराशोऽभूत्।
(१०)मैं तुझे पानी पीला दूंगा।
→ अहं त्वां पूर्णतः उद्विग्नं करिष्यामि।
(११)मिठाई देखकर उसके मुंह में पानी आ गया।
→ मिष्टान्नं दृष्ट्वा स प्रलोभितोऽभूत्।
(१२)चुल्लूभर पानी में डूब मरो।
→ धिक् धिक् ! कियत् लज्जास्पदम्!
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
→ मुद्गलपुरस्य वातावरणं स्वच्छमस्ति।
(२)मुझे थोड़ा पानी दो।
→ मह्यं एकचषकपूरितं जलं देहि।
(३)अभी पानी पड़ रहा है।
→ इदानीं वृष्टिः भवति।
(४)आप मेरा पानी रखें।
→ कृपया भवान् मम प्रतिष्ठां रक्षतु।
(५)उसके चेहरे पर पानी नहीं है।
→ तस्य मुखमण्डले दीप्तिः नास्ति।
(६)वह पानी-पानी हो गया।
→ स लज्जितोऽभूत्।
(७)घोड़ा पानी-पानी हो गया।
→ घोटकः क्लान्तोऽभूत्।
(८)वह चाकू पर पानी चढ़ा रहा है।
→ इदानीं स छुरिकां स्फुटीकरोति/तीक्ष्णीकरोति।
(९)उसकी आशाओं पर पानी फिर गया।
→ सः पूर्णरूपेण निराशोऽभूत्।
(१०)मैं तुझे पानी पीला दूंगा।
→ अहं त्वां पूर्णतः उद्विग्नं करिष्यामि।
(११)मिठाई देखकर उसके मुंह में पानी आ गया।
→ मिष्टान्नं दृष्ट्वा स प्रलोभितोऽभूत्।
(१२)चुल्लूभर पानी में डूब मरो।
→ धिक् धिक् ! कियत् लज्जास्पदम्!
~उमेशगुप्तः #vakyabhyas
Man :- Madam, which is the best pension plan?
Bank Manager :- Sir, If you deposit ₹ 5000 every month, you will get 1 crore rupees when you turn 60.
Man :- If so give me 1 crore rupees now and I will deposit 5000 rupees every month for the rest of my life.
#hasya
Bank Manager :- Sir, If you deposit ₹ 5000 every month, you will get 1 crore rupees when you turn 60.
Man :- If so give me 1 crore rupees now and I will deposit 5000 rupees every month for the rest of my life.
#hasya