संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
4.6K subscribers
3.07K photos
285 videos
307 files
5.82K links
Daily dose of Sanskrit.

Network
https://t.me/samvadah/11287

Linked group @samskrta_group
News and magazines @ramdootah
Super group @Ask_sanskrit
Download Telegram
झारखंड के रामगढ़ में भगवान शिव का एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती है
••झारखण्डस्य रामगढ़े भगवतः शिवस्य एतादृशं मन्दिरम् अस्ति यत्र स्वयं गङ्गामाता शिवलिङ्गस्य उपरि जलाभिषेकं करोति , अन्य: कोऽपि न।

मंदिर की खासियत ये है कि यहां जलाभिषेक साल के बारह महीने और चौबीस घंटे होता है।
••अस्य मन्दिरस्य वैशिष्ट्यम् अस्ति यत् अत्र चतुर्विंशतिहोराः सततं द्वादशमासान् यावत् जलाभिषेकः भवति।

यह पूजा सदियों से चली आ रही है
••एषा पूजा शताब्दीभ्य: प्रचलिता अस्ति।

माना जाता है कि इस जगह का उल्‍लेख पुराणों में भी मिलता है
••पुराणेषु अपि अस्य स्थानस्य उल्लेख: अस्ति इति मन्यते।

भक्तों की आस्‍था है कि यहां पर मांगी गई हर मुराद पूरी होती है
••अत्र प्रत्येकं मनोकामना पूर्णा भवति इति भक्तानाम् आस्था अस्ति।

अंग्रेजों के जमाने से जुड़ा है इसका इतिहास
••अस्येतिहास: आङ्लशासनकालेन सम्बद्ध: अस्ति।

झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को लोग टूटी झरना के नाम से जानते है
••झारखण्डस्य रामगढ़मण्डले स्थितम् एतत् प्राचीनं शिवमन्दिरं 'टूटी-झरना' इति नाम्ना प्रसिद्धम् अस्ति।

मंदिर का इतिहास 1925 से जुड़ा हुआ है और माना जात है कि तब अंग्रेज इस इलाके से रेलवे लाइन बिछाने का काम कर रहे थे
••मन्दिरस्य इतिहासः पञ्चविंशति-उनविंशतिशतात् ख्रिष्टाब्दात् सम्बद्ध: अस्ति तदा च आङ्लिनः अस्मिन् क्षेत्रे रेलमार्गं स्थापयितुं कार्यं कुर्वन्ति स्म इति मन्यते।

पानी के लिए खुदाई के दौरान उन्हें जमीन के अन्दर कुछ गुम्बदनुमा चीज दिखाई पड़ा
••वारिणे खननकाले तै: भूगर्भे किञ्चित् शिखराकृतिवत् वस्तु दृष्टम्।

अंग्रेजों ने इस बात को जानने के लिए पूरी खुदाई करवाई और अंत में ये मंदिर पूरी तरह से नजर आया
••एतत् ज्ञातुम् आङ्ग्लाः सम्पूर्णम् उत्खननं कारितवन्त: अन्ते च एतत् मन्दिरं पूर्णतया दृष्टम्।

शिव भगवान की होती है पूजा मंदिर के अन्दर।भगवान भोले का शिव लिंग मिला और उसके ठीक ऊपर मां गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा मिली
••मन्दिरस्यान्तः भगवतः शिवस्य पूजा भवति।भगवतो भोलेश्वरस्य शिवलिङ्गं लब्धं साक्षात् च तदुपरि मातुः गङ्गायाः शुक्लवर्णा प्रतिमा लब्धा।

~उमेशगुप्तः

#vakyabhyas
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि


🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - दशमी रात्रि 07:17 तक तत्पश्चात एकादशी

दिनांक - 09 सितम्बर 2023
दिन - शनिवार
शक संवत् - 1945
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - शरद
मास - भाद्रपद
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - आर्द्रा दोपहर 02:26 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
योग - व्यतिपात रात्रि 10:36 तक तत्पश्चात वरियान
राहु काल - सुबह 09:31 से दोपहर 11:04 तक
सूर्योदय - 06:24
सूर्यास्त - 06:50
दिशा शूल - पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:52 से 05:38 तक

#panchang
@samskrt_samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰 विषयः - श्रीमद्भगवद्गीतायाः चतुर्थोऽध्यायः
🗓०९/०९/२०२३ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (चतुर्थोऽध्यायस्य विवरणं कुर्वन्तु) अभिक्रम्य आगच्छत।

https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=b542447e65e9eb58d8

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
संलापशाला
संस्कृत संवादः (Sanskrit Samvadah)
श्रीमद्भगवद्गीता - चतुर्थोऽध्यायः
#samlapshala
🍃यथा यथा समारम्भो दैवात् सिद्धिं न गच्छति।
तथा तथाऽधिकोत्साहो धीराणां हृदि वर्तते


🔆 भाग्यस्य असिद्धता कारणेन कार्यस्य यथा यथा निष्प्राप्तिः भवति तथैव दृढप्रतिज्ञानां जनानाम् उत्साहोऽपि क्रमशः वृद्धिं प्राप्नोति।

जैसे जैसे भाग्यवश बिगडते कार्य का परिणाम नहीं प्राप्त होता, वैसे वैसे ही धीरों के मन में दुगुना उत्साह बढने लगता है।

#Subhashitam
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
झारखंड के रामगढ़ में भगवान शिव का एक ऐसा मंदिर है जहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती है ••झारखण्डस्य रामगढ़े भगवतः शिवस्य एतादृशं मन्दिरम् अस्ति यत्र स्वयं गङ्गामाता शिवलिङ्गस्य उपरि जलाभिषेकं करोति , अन्य: कोऽपि न। मंदिर की खासियत…
प्रतिमा के नाभी से आपरूपी जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों की हथेली से गुजरते हुए शिव लिंग पर गिरता है
••प्रतिमाया: नाभित: जलं सततं निर्गच्छति यत् तस्या: उभयो: हस्तयो: करतलाभ्यां प्रवहत् शिवलिङ्गे पतति।

मंदिर के अन्दर गंगा की प्रतिमा से स्वंय पानी निकलना अपने आप में एक कौतुहल का विषय बना है
••मन्दिरस्य अन्तर्भागे गङ्गाया: प्रतिमाया: जलप्रवाह: स्वत: एक: उत्सुकताया: विषयोऽस्ति।

सवाल यह है कि आखिर यह पानी अपने आप कहा से आ रहा है? ये बात अभी तक रहस्य बनी हुई है
••प्रश्नः अस्ति यत् इदं जलं कुतः आगच्छति?एषः विषयः अद्यपर्यन्तं गूढः एव।

कहा जाता है कि भगवान शंकर के शिव लिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती हैं
••भगवतः शङ्करस्य शिवलिङ्गे स्वयं माता गङ्गा एव जलम् अभिसिञ्चति,कोऽपि अन्य: न इति कथ्यते ।

यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं
••अत्र नियोजितं नलकूपद्वयमपि रहस्यमयमस्ति।

यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इसमें से अपने-आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है
••अत्र जनैः जलस्य प्राप्त्यै नलकूपः न सञ्चालनीयो भवति, अपितु जलनिर्गमः स्वयमेव भवति।

वहीं मंदिर के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है लेकिन भीषण गर्मी में भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है
••तत्रैव मन्दिरं निकषा एका नदी अस्ति या शुष्का अस्ति, परन्तु तप्तातपे अपि एतैः जलोत्कर्षकयन्त्रै: जलस्य प्राप्तिः सततं भवति।

लोग दूर-दूर से यहां पूजा करने आते हैं और साल भर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है
••दूरतः दूरतः जनाः अत्र पूजार्थम् आगच्छन्ति आवर्षं च श्रद्धालूनाम् सङ्कुलत्वं निरन्तरं भवति।

श्रद्धालुओं का मानना हैं कि टूटी झरना मंदिर में जो कोई भक्त भगवान के इस अदभुत रूप के दर्शन कर लेता है उसकी मुराद पूरी हो जाती है
••श्रद्धालूनां मतं यत् यः कोऽपि भक्तः 'टूटी-झरना' इति मन्दिरे ईश्वरस्य एतस्य अद्भूद्रूपस्य दर्शनं करोति, तस्य इच्छा पूर्णा भवति।

भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और इसे अपने घर ले जाकर रख लेते हैं
••भक्ताः शिवलिङ्गम् अभिषिक्तं जलं प्रसादरूपेण गृहीत्वा स्वगृहं नीत्वा स्थापयन्ति।

इसे ग्रहण करने के साथ ही मन शांत हो जाता है और दुखों से लड़ने की ताकत मिल जाती है।
••अस्य ग्रहणेन सपदि चित्तः शान्तं भवति शोकैः च सह प्रत्युत्क्रमणार्थं बलम् आप्यते।

~उमेशगुप्तः

#vakyabhyas
🔥Some amazing apps available in Sanskrit:

🔰 Drikpanchang - A versatile app for Hindu calendar, kundli, and more.
🔹 Android 🔹 iOS

🔰 JioSphere - A powerful browser with impressive Sanskrit language support.
🔹 Android (not available on iOS)

🔰 Telegram - A messenger with Sanskrit available in trial mode.
🔹 Android 🔹 iOS
👉🏼 Apply Sanskrit on Telegram 👈🏼

🌐 Startup India Website

💬 Comment down if you know about more such apps.
🚩जय सत्य सनातन 🚩

🚩आज की हिंदी तिथि


🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
🚩तिथि - एकादशी रात्रि 09:28 तक तत्पश्चात द्वादशी

दिनांक - 10 सितम्बर 2023
दिन - रविवार
शक संवत् - 1945
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - शरद
मास - भाद्रपद
पक्ष - कृष्ण
नक्षत्र - पुनर्वसु शाम 05:06 तक तत्पश्चात पुष्य
योग - वरियान रात्रि 11:20 तक तत्पश्चात परिघ
राहु काल - शाम 05:16 से दोपहर 06:49 तक
सूर्योदय - 06:24
सूर्यास्त - 06:49
दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:52 से 05:38 तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:14 से 01:00 तक
व्रत पर्व विवरण - अजा एकादशी, रविपुष्यामृत योग (शाम 05:06 से 11 सितम्बर सूर्योदय तक)
Live stream scheduled for