संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah pinned «❗️ये वक्तुमिच्छन्ति इच्छन्ति ते अध्यायनाम लिखित्वा प्रेषयन्तु श्रीमद्भगवद्गीता सम्पूर्णायाः भगवद्गीतायाः पारायणं भविष्यति। The entire श्रीमद्भगवद्गीता will be recited. समयः - 09:00AM IST दिनाङ्कः - 07-09-2023 दिवसः - गुरुवासरः •ध्यानश्लोकाः माहात्म्यश्लोकाः…»
Forwarded from संस्कृतवाहिनी | Sanskrit Channel | PS
दिने दिने नवं नवं नमामि नन्दसंभवम्।
प्रतिदिन नये रूप में, नंदकुमार को मेरा प्रणाम।
प्रतिदिन नये रूप में, नंदकुमार को मेरा प्रणाम।
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - अष्टमी शाम 04:14 तक तत्पश्चात नवम
⛅ दिनांक - 07 सितम्बर 2023
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शरद
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - रोहिणी सुबह 10:25 तक तत्पश्चात मृगशिरा
⛅ योग - वज्र रात्रि 10:02 तक तत्पश्चात सिद्धि
⛅ राहु काल - दोपहर 02:11 से 03:45 तक
⛅ सूर्योदय - 06:24
⛅ सूर्यास्त - 06:52
⛅ दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:51 से 05:38 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:15 से 01:01 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - श्रीकॄष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव), दही हांडी
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - अष्टमी शाम 04:14 तक तत्पश्चात नवम
⛅ दिनांक - 07 सितम्बर 2023
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ शक संवत् - 1945
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शरद
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - रोहिणी सुबह 10:25 तक तत्पश्चात मृगशिरा
⛅ योग - वज्र रात्रि 10:02 तक तत्पश्चात सिद्धि
⛅ राहु काल - दोपहर 02:11 से 03:45 तक
⛅ सूर्योदय - 06:24
⛅ सूर्यास्त - 06:52
⛅ दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:51 से 05:38 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:15 से 01:01 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - श्रीकॄष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव), दही हांडी
अद्य नववादने भगवद्गीतायाः पारायणं भवति। अतः संलापशालां विरामः भवेत्।
Need of Commercialisation of Samskrit
🍃
🔆 विद्यार्थिना धनार्थिना च तथा एतयोः सङ्ग्रहः कर्तव्यः यथा ते अमृताः तथा सदा युवानः तिष्ठन्ति किन्तु मृत्युः सदा केशेषु ग्रहणं कुर्वती वर्तते इति चिन्तयित्वा धर्माचरणं करणीयम्।
⚜बूढापा और मृत्यु नहीं आयेंगे ऐसा समजकर विद्या और धन का चिंतन करना चाहिए । पर मृत्यु ने हमें बाल से जकड रखा है, ऐसा समजकर धर्म का आचरण करना चाहिए ।
⚜ A wise person should pursue knowledge and wealth as if he's immortal, but he should follow dharma (righteousness) as if death has caught him by the hair.
#Subhashitam
अजरामरवत्प्राज्ञो विद्यामर्थं च चिन्तयेत् ।
गृहीत इव केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत्
॥🔆 विद्यार्थिना धनार्थिना च तथा एतयोः सङ्ग्रहः कर्तव्यः यथा ते अमृताः तथा सदा युवानः तिष्ठन्ति किन्तु मृत्युः सदा केशेषु ग्रहणं कुर्वती वर्तते इति चिन्तयित्वा धर्माचरणं करणीयम्।
⚜बूढापा और मृत्यु नहीं आयेंगे ऐसा समजकर विद्या और धन का चिंतन करना चाहिए । पर मृत्यु ने हमें बाल से जकड रखा है, ऐसा समजकर धर्म का आचरण करना चाहिए ।
⚜ A wise person should pursue knowledge and wealth as if he's immortal, but he should follow dharma (righteousness) as if death has caught him by the hair.
#Subhashitam