संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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🍃न मर्षयन्ति चात्मानं संभावयितुमात्मना ।
अदर्शयित्वा शूरास्तू कर्म कुर्वन्ति दुष्करम्


🔆 वीरेभ्यः स्वमुखैः स्वस्य प्रशंसाकरणं न रोचते । ते वाण्या वदनापेक्षया दुस्साध्यानि कर्माणि कुर्वन्ति।

शूरवीरों को अपने मुख से अपनी ही प्रशंसा करना उचित प्रतीत नहीं होता । वे वाणी के द्वारा प्रदर्शन न करते हुए दुष्कर कर्मों को संपादित करते रहते हैं ।

#Subhashitam
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संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
हलवाई दुनिया का सबसे सुखी व आनंदित जीव है। ••कान्दविको विश्वेऽस्मिन् अत्यन्तं सुखी अनन्दितः च जीवः वर्तते। उसकी वृहद गोलाकार तोंद और मिठाई बनाने में ध्यानस्थ उसकी मुख़ाकृति यह मौन घोषणा करते हैं -- हाँ, हाँ मैं दुनिया का सबसे सुखी व आनंदित जीव हूँ, मैं हलवाई…
जब हलवाई छनोटा से कुरकुरे जलेबी को छानकर उन्हें चिमटे से चासनी में डुबोते है तो उस समय किसी साधु के चमत्कारी चिमटे का अहसास होता है।
•• यदा कान्दविक: छन्नकेन भङ्गुरकुण्डलिकाः पूतीकृत्य ता: सन्दंशेन शर्करावलेहे निमज्ज्यति तदा कस्यचित् साधोः विस्मयाकुलसन्दंशस्य प्रतीति भवति।

मैंने हलवाई को कभी झगड़ते नहीं देखा।
•• मया कदापि कान्दविकेन कृतो विवादो न दृष्टः।

जीभ के रहस्य को जानने के बाद कैसा झगड़ा?
•• रसनाया: रहस्योद्घाटनात् अनन्तरं कथं विवाद:?

मुझे लगता है हलवाई, " सुगंधि पुष्टि वर्धनम " मंत्र को आत्मसात कर लेता है यही उसके तोंद का रहस्य है।
••मया प्रतीयते यत् कान्दविक: "सुगन्धी पुष्टिवर्धनम्" इति मन्त्रं आत्मसातयति तदेव च तस्य तुन्दिलस्य रहस्यमस्ति।

उसके चारों ओर वायुमंडल में स्वच्छ - मधुर - प्राणदायक सुगंध का घेरा व्याप्त है जिसे वो अपने नासापूटों से दिन और रात ले रहा है।
••तं परितः वायुमंडल: स्वच्छगन्धेन मधुरगन्धेन च प्राणदायकसुगन्धेन च आच्छादित: अस्ति य: तस्य नासिकातः अहर्निशम् आनयति।

दुर्गन्ध से बीमारियां और सुगंध से स्वास्थ्य लाभ होता है।
••दुर्गन्धेन रोगा: भवन्ति सुगन्धेन च स्वास्थ्यलाभो भवति।

भोजन सामने हो तो कैसी भूख?पानी सामने हो तो कैसा प्यास? तिजोरी भरी हो तो कैसा लोभ-लालच?
••यदि अन्नं पुरतः भवेत् तर्हि कीदृशी क्षुधा? यदि जलं पुरतः भवेत् तर्हि कीदृशी तृष्णा ? यदि कोषागार: पूर्णो भवेत् तर्हि कीदृशः लोभः?

हलवाई तृप्त और संतुष्ट है इसलिए वह दुनिया का सबसे सुखी व आनंदित जीव है।
•• कान्दविक: तृप्त: संतुष्टश्च अस्ति अत: स विश्वस्य सर्वाधिक: सुखी प्रसन्नश्च जीवोऽस्ति।

~उमेशगुप्तः

#vakyabhyas
@samskrt_samvadah organises संलापशाला - A Sanskrit Voicechat Room

🔰 विषयः - संस्कृतदिवसः
🗓३०/०८/२०२३ ॥ IST ११:०० AM   
🔴 It's recording would be shared on our channel.
📑कृपया दैववाचा चर्चार्थं एतद्विषयम् (संस्कृतसम्बद्धं कमपि विषयं वदन्तु) अभिक्रम्य आगच्छत।

https://t.me/?livestream=c76d9941aeab5bd149

पूर्वचर्चाणां सङ्ग्रहः अधोदत्तः
https://archive.org/details/samlapshala_
संस्कृतदिवसः (7).pdf
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संस्कृतदिवसः (7).pdf
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Rig Moolam G3
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिंदी तिथि

🌥 🚩युगाब्द-५१२५
🌥 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅️ 🚩तिथि - चतुर्दशी सुबह 10:58 तक तत्पश्चात पूर्णिमा

⛅️ दिनांक - 30 अगस्त 2023
⛅️ दिन - बुधवार
⛅️ शक संवत् - 1945
⛅️ अयन - दक्षिणायन
⛅️ ऋतु - शरद
⛅️ मास - श्रावण
⛅️ पक्ष - शुक्ल
⛅️ नक्षत्र - धनिष्ठा रात्रि 08:47 तक तत्पश्चात शतभिषा
⛅️ योग - अतिगंड रात्रि 09:33 तक तत्पश्चात सुकर्मा
⛅️ राहु काल - दोपहर 12:40 से 02:15 तक
⛅️ सूर्योदय - 06:21
⛅️ सूर्यास्त - 06:59
⛅️दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅️ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:50 से 05:36 तक

#panchang