प्रत्येकं महिला लक्ष्मीबाईसदृशी भवति चेत् सम्यक्।
वाक्ये अव्ययपदानि कति सन्ति।
वाक्ये अव्ययपदानि कति सन्ति।
Anonymous Quiz
20%
एकम्
28%
द्वे
29%
त्रीणि
10%
चत्वारि
12%
न सन्ति
अगर ऑंखों में लाली,जलन,कीचड़ आए तो
••यदि नेत्रयो: रक्तत्वं, दाहः, दूषिका वा स्यात् तर्हि
(१)आँखो को बार-बार रगड़े नही।
••नेत्रे मुहुर्मुहु: मा घर्षयेत्।
(२)एक दूसरे का तौलिया को इस्तेमाल ना करें।
••परस्परं प्रोञ्छस्य प्रयोगं मा कुर्यात्।
(३)कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल ना करें।
••सम्पर्कतालस्य प्रयोगं मा कुर्यात्।
(४)एक आँख को छूकर दूसरी आँख को ना छुएं।
••एकं नेत्रं स्पृष्ट्वा अपरं नेत्रं मा स्पृशेत् ।
आम ही ऐसा वृक्ष है जिस पर पतझड़ पूर्ण रूप से नहीं होती।
••आम्रवृक्ष: एव एवं महीरुहः अस्ति यस्मिन् शिशिरकालस्य आभासः कृत्स्नरूपेण न विद्यते।
जब भी आम के वृक्ष पर पतझड़ होती है तो भी आम का वृक्ष कभी बिना पत्तों के नहीं दिखाई देता।
••यदापि आम्रवृक्षे पर्णपातो भवति तदानीमपि आम्रवृक्ष: पत्ररहित: कदापि न दृश्यते।
आम का वृक्ष घर में निरंतर खुशहाली का प्रतीक है, इसलिए आम के पत्तों को घर के दरवाजे पर "वंदनवार/तोरण" के रूप में लगाया जाता है।
••आम्रवृक्षः गृहे निरन्तरं समृद्धेः प्रतीकमस्ति, अतः आम्रपत्राणि गृहद्वारे "वन्दनवार/तोरण" इति रूपेण सज्जीक्रियन्ते।
आम के पत्ते कटने के बाद भी कम से कम दो दिन ओक्सीजन छोड़ते हैं।
••आम्रपत्राणि छेदनान्तरमपि न्यूनातिन्यूनं दिनद्वयं यावत् प्राणवायुम् उत्सृजन्ति।
यही कारण है कि हवा ताजा रखने के लिए सभी त्यौहारो और कार्यों मे उनका उपयोग किया जाता है, खासकर जब वहाँ बहुत सारे लोग हों।
••इदमेव कारणमस्ति यत् वायुशोधनार्थं सर्वेषु उत्सवेषु कार्येषु च तेषाम् उपयोग: क्रियते,विशेषत: यदा बहवो जना: उपस्थिता: भवेयु:।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
••यदि नेत्रयो: रक्तत्वं, दाहः, दूषिका वा स्यात् तर्हि
(१)आँखो को बार-बार रगड़े नही।
••नेत्रे मुहुर्मुहु: मा घर्षयेत्।
(२)एक दूसरे का तौलिया को इस्तेमाल ना करें।
••परस्परं प्रोञ्छस्य प्रयोगं मा कुर्यात्।
(३)कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल ना करें।
••सम्पर्कतालस्य प्रयोगं मा कुर्यात्।
(४)एक आँख को छूकर दूसरी आँख को ना छुएं।
••एकं नेत्रं स्पृष्ट्वा अपरं नेत्रं मा स्पृशेत् ।
आम ही ऐसा वृक्ष है जिस पर पतझड़ पूर्ण रूप से नहीं होती।
••आम्रवृक्ष: एव एवं महीरुहः अस्ति यस्मिन् शिशिरकालस्य आभासः कृत्स्नरूपेण न विद्यते।
जब भी आम के वृक्ष पर पतझड़ होती है तो भी आम का वृक्ष कभी बिना पत्तों के नहीं दिखाई देता।
••यदापि आम्रवृक्षे पर्णपातो भवति तदानीमपि आम्रवृक्ष: पत्ररहित: कदापि न दृश्यते।
आम का वृक्ष घर में निरंतर खुशहाली का प्रतीक है, इसलिए आम के पत्तों को घर के दरवाजे पर "वंदनवार/तोरण" के रूप में लगाया जाता है।
••आम्रवृक्षः गृहे निरन्तरं समृद्धेः प्रतीकमस्ति, अतः आम्रपत्राणि गृहद्वारे "वन्दनवार/तोरण" इति रूपेण सज्जीक्रियन्ते।
आम के पत्ते कटने के बाद भी कम से कम दो दिन ओक्सीजन छोड़ते हैं।
••आम्रपत्राणि छेदनान्तरमपि न्यूनातिन्यूनं दिनद्वयं यावत् प्राणवायुम् उत्सृजन्ति।
यही कारण है कि हवा ताजा रखने के लिए सभी त्यौहारो और कार्यों मे उनका उपयोग किया जाता है, खासकर जब वहाँ बहुत सारे लोग हों।
••इदमेव कारणमस्ति यत् वायुशोधनार्थं सर्वेषु उत्सवेषु कार्येषु च तेषाम् उपयोग: क्रियते,विशेषत: यदा बहवो जना: उपस्थिता: भवेयु:।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳ 45 निमेषाः
🕛 IST 12:00 PM
🔰रामायणमहाभारतयोः प्रश्नमञ्जूषा
🗓 १० अप्रैल्२०२३, सोमवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन(द्वे दले स्तः परस्पररामयणविषये महाभारतविषये च प्रश्नाः प्रष्टव्याः)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇👇👇👇👇
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
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🗓 १० अप्रैल्२०२३, सोमवासरः
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वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
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🚩जय सत्य सनातन🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - चतुर्थी सुबह 08:37 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅दिनांक - 10 अप्रैल 2023
⛅दिन - सोमवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - वसंत
⛅मास - वैशाख
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - अनुराधा दोपहर 01:39 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा
⛅योग - व्यतिपात रात्रि 08:12 तक तत्पश्चात वरीयान
⛅राहु काल - सुबह 07:38 से 09:33 तक
⛅सूर्योदय - 06:24
⛅सूर्यास्त - 06:58
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:53 से 05:38 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:18 से 01:04 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग (रात्रि 08:12 तक)
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - चतुर्थी सुबह 08:37 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅दिनांक - 10 अप्रैल 2023
⛅दिन - सोमवार
⛅शक संवत् - 1945
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⛅ऋतु - वसंत
⛅मास - वैशाख
⛅पक्ष - कृष्ण
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⛅योग - व्यतिपात रात्रि 08:12 तक तत्पश्चात वरीयान
⛅राहु काल - सुबह 07:38 से 09:33 तक
⛅सूर्योदय - 06:24
⛅सूर्यास्त - 06:58
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:53 से 05:38 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:18 से 01:04 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग (रात्रि 08:12 तक)
https://youtu.be/0s39z9U8H68
प्रतिदिनं प्रातः ७:१५ वादने १५ निमेषात्मिकायै वार्तायै डी डी न्यूज् इति पश्यत।
प्रतिदिनं प्रातः ७:१५ वादने १५ निमेषात्मिकायै वार्तायै डी डी न्यूज् इति पश्यत।
🍃
⚜केवल मूर्ख व्यक्तियों को ही क्रोध आता हैं,विचारावान् ज्ञानी पुरूष को भला वह कैसा आ सकता है।
~विष्णुपुराणम्
#Quote
मूढानामेव भवति क्रोधो ज्ञानवतां कुतः
⚜केवल मूर्ख व्यक्तियों को ही क्रोध आता हैं,विचारावान् ज्ञानी पुरूष को भला वह कैसा आ सकता है।
~विष्णुपुराणम्
#Quote
🍃
🔆 यद्यपि सत्यकथनमेव श्रेयस्करं भवति तथापि तादृशस्यैव सत्यस्य कथनं कर्तव्यं यत् सर्वजनहिताय स्यात् । यत् वाक्यं सर्वेषां हितकरं भवति तदेव सत्यम् इति मम मतम्।
⚜यद्यपि सत्य वचन बोलना श्रेयस्कर है, तथापि उस सत्य को ही बोलना चाहिए, जिससे सर्वजन का कल्याण हो। मेरे विचार से तो जो बात सभी का कल्याण करती है, वही वास्तव में सत्य है।
#Subhashitam
सत्यस्य वचनं श्रेयः सत्यादपि हितं वदेत्।
यद्भूतहितमत्यन्तं एतत् सत्यं मतं मम
॥🔆 यद्यपि सत्यकथनमेव श्रेयस्करं भवति तथापि तादृशस्यैव सत्यस्य कथनं कर्तव्यं यत् सर्वजनहिताय स्यात् । यत् वाक्यं सर्वेषां हितकरं भवति तदेव सत्यम् इति मम मतम्।
⚜यद्यपि सत्य वचन बोलना श्रेयस्कर है, तथापि उस सत्य को ही बोलना चाहिए, जिससे सर्वजन का कल्याण हो। मेरे विचार से तो जो बात सभी का कल्याण करती है, वही वास्तव में सत्य है।
#Subhashitam
सर्वेषां पूज्या भारतमाता।
वाक्ये कर्तृपदं किम्।
वाक्ये कर्तृपदं किम्।
Anonymous Quiz
37%
सर्वेषाम्
42%
भारतमाता
21%
कर्तृपदं न दत्तम्
टोटकों का प्रयोग परंपरा से होता आ रहा है इसलिए इन पर किसी प्रकार की शंका की गुंजाइश नहीं होती।
••मन्त्र/तन्त्रोपायानां प्रयोगः रीत्या भवति, अत एवैतेषु कथमपि संशयस्य अवसरो न भवति।
टोटकों को अंधविश्वास मानने वाले कभी-कभी इनके जादुई परिणाम से आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
••ये युक्तिं अन्धविश्वासं मन्यन्ते ते कदाचित् तेषां झटिति परिणामैः आश्चर्यचकिताः भवन्ति।
यहां विभिन्न प्रतिकूलताओं को अनुकूल बनाने वाले ऐसे टोटकों की जानकारी दी गई है जिनका प्रयोग जांचा-परखा गया है।
••अत्र विभिन्नाः प्रतिकूलताः अनुकूलितुम् एतादृशानां युक्तीनां विषये सूचना दत्ता येषां प्रयोगः परीक्षितः अस्ति।
इसलिए इनका परिणाम रामबाण की तरह अचूक है।
••अत एव एतेषां परिणामो रामबाणवत् अमोघः अस्ति।
हम धन लाभ प्रदान करने वाले ऐसे चमत्कारी टोटकों का यहां उल्लेख कर रहे हैं जिनके उपयोग से लक्ष्मी का आगमन सरलतापूर्वक हो जाता है।
••अत्र वयं तादृशानां चमत्कारिकानां युक्तीनां उल्लेखं कुर्मः या: धनलाभं ददति येषां उपयोगेन लक्ष्म्याः आगमनं सुलभतया भवति।
ऐसे टोटके निम्नलिखित हैं-
एतादृशा: युक्तय: निम्नलिखिता: सन्ति-
नित्य प्रातःकाल भगवती लक्ष्मी को लाल पुष्प अर्पित करके दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धन लाभ होगा।
••प्रतिदिनं प्रात:काले भगवत्यै लक्ष्म्यै रक्तवर्णपुष्पम् अर्पित्वा दुग्धनिर्मितमिष्टान्नम् अर्पयतु।धनलाभो: भविष्यति।
कालीमिर्च के पांच दाने अपने सिर पर से सात बार घुमाकर चार दानों को चारों दिशाओं में फेंक दें तथा पांचवें दाने को आकाश की ओर उछाल दें।यह टोटका करने से अचानक धन लाभ होगा।
••पञ्च कृष्णमरिचकणिकाः शिरसः उपरि चतुर्दिक्षु सप्तवारं घूर्णयित्वा चतुर्दिक्षु चत्वारि कणिकाः प्रक्षिप्य पञ्चमां च कणिकाम् आकाशं प्रति उत्क्षिपतु।एतेनोपायेन अकस्मात् धनलाभो: भविष्यति।
पीपल के एक पत्ते पर 'राम' लिखकर तथा उस पर कोई एक मिठाई रखकर हनुमान मंदिर में जाकर चढ़ाएं।इससे अवश्य ही धन लाभ होगा।
••अश्वत्थस्य एकस्मिन् पत्रे 'राम' इति लिखित्वा तस्मिन् एकं मिष्टान्नं स्थापयित्वा हनुमन्मन्दिरं गत्वा अर्पयतु।अनेन अवश्यमेव धनलाभो: भविष्यति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
••मन्त्र/तन्त्रोपायानां प्रयोगः रीत्या भवति, अत एवैतेषु कथमपि संशयस्य अवसरो न भवति।
टोटकों को अंधविश्वास मानने वाले कभी-कभी इनके जादुई परिणाम से आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
••ये युक्तिं अन्धविश्वासं मन्यन्ते ते कदाचित् तेषां झटिति परिणामैः आश्चर्यचकिताः भवन्ति।
यहां विभिन्न प्रतिकूलताओं को अनुकूल बनाने वाले ऐसे टोटकों की जानकारी दी गई है जिनका प्रयोग जांचा-परखा गया है।
••अत्र विभिन्नाः प्रतिकूलताः अनुकूलितुम् एतादृशानां युक्तीनां विषये सूचना दत्ता येषां प्रयोगः परीक्षितः अस्ति।
इसलिए इनका परिणाम रामबाण की तरह अचूक है।
••अत एव एतेषां परिणामो रामबाणवत् अमोघः अस्ति।
हम धन लाभ प्रदान करने वाले ऐसे चमत्कारी टोटकों का यहां उल्लेख कर रहे हैं जिनके उपयोग से लक्ष्मी का आगमन सरलतापूर्वक हो जाता है।
••अत्र वयं तादृशानां चमत्कारिकानां युक्तीनां उल्लेखं कुर्मः या: धनलाभं ददति येषां उपयोगेन लक्ष्म्याः आगमनं सुलभतया भवति।
ऐसे टोटके निम्नलिखित हैं-
एतादृशा: युक्तय: निम्नलिखिता: सन्ति-
नित्य प्रातःकाल भगवती लक्ष्मी को लाल पुष्प अर्पित करके दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धन लाभ होगा।
••प्रतिदिनं प्रात:काले भगवत्यै लक्ष्म्यै रक्तवर्णपुष्पम् अर्पित्वा दुग्धनिर्मितमिष्टान्नम् अर्पयतु।धनलाभो: भविष्यति।
कालीमिर्च के पांच दाने अपने सिर पर से सात बार घुमाकर चार दानों को चारों दिशाओं में फेंक दें तथा पांचवें दाने को आकाश की ओर उछाल दें।यह टोटका करने से अचानक धन लाभ होगा।
••पञ्च कृष्णमरिचकणिकाः शिरसः उपरि चतुर्दिक्षु सप्तवारं घूर्णयित्वा चतुर्दिक्षु चत्वारि कणिकाः प्रक्षिप्य पञ्चमां च कणिकाम् आकाशं प्रति उत्क्षिपतु।एतेनोपायेन अकस्मात् धनलाभो: भविष्यति।
पीपल के एक पत्ते पर 'राम' लिखकर तथा उस पर कोई एक मिठाई रखकर हनुमान मंदिर में जाकर चढ़ाएं।इससे अवश्य ही धन लाभ होगा।
••अश्वत्थस्य एकस्मिन् पत्रे 'राम' इति लिखित्वा तस्मिन् एकं मिष्टान्नं स्थापयित्वा हनुमन्मन्दिरं गत्वा अर्पयतु।अनेन अवश्यमेव धनलाभो: भविष्यति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
संलापशाला
संस्कृत संवादः (Sanskrit Samvadah)
रामायणं महाभारतं च
#samlapshala
#samlapshala