🍃
🔆 यः ज्येष्ठानाम् आदरं करोति, यः वृद्धानां सेवां करोति तस्य आयुः, विद्या, यशः, बलं च एतानि चत्वारि सर्वदा वर्धन्ते।
♦️Abhivādaaśhīlasya nityam vrd'dhōpasēvinaḥ Chatvāri tasya vard'dhanta ayurvidya yashō balam.
MANUSMRITI 2.121
⚜जो सदा नम्र, सुशील, विद्वान् और वृद्धों की सेवा करता है, उसका आयु, विद्या, कीर्ति और बल; ये चार सदा बढ़ते रहते हैं। और जो ऐसा नहीं करते, उनके आयु आदि चार नहीं बढ़ते ।
#Subhashitam
अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः ।
चत्वारि तस्य वर्द्धन्त आयुर्विद्या यशो बलम्
॥🔆 यः ज्येष्ठानाम् आदरं करोति, यः वृद्धानां सेवां करोति तस्य आयुः, विद्या, यशः, बलं च एतानि चत्वारि सर्वदा वर्धन्ते।
♦️Abhivādaaśhīlasya nityam vrd'dhōpasēvinaḥ Chatvāri tasya vard'dhanta ayurvidya yashō balam.
MANUSMRITI 2.121
⚜जो सदा नम्र, सुशील, विद्वान् और वृद्धों की सेवा करता है, उसका आयु, विद्या, कीर्ति और बल; ये चार सदा बढ़ते रहते हैं। और जो ऐसा नहीं करते, उनके आयु आदि चार नहीं बढ़ते ।
#Subhashitam
संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
जन्तुओं में पाये जाने वाले धारीदार चिह्न जलवायु परिवर्तन के कारण होते हैं। ••जन्तुषु प्राप्तानि रेखाकारचिह्नानि जलवायो: परिवर्तनकारणतो भवन्ति। चिड़िया एक ही समय में अपने दो तरफ की वस्तुओं को देख सकता है , क्योंकि इसके सिर के दोनों तरफ आंखें होती है। •• खग:…
पशुओं को किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए रखना व पालन-पोषण करना पशुपालन कहलाता है।
•• कस्मैचित् विशिष्टोद्देशाय पशूनां पालनपोषणं पशुपालनं कथ्यते।
जन्तुओं का वर्गीकरण पोषण,आवास और शारीरिक रचना के आधारों पर होता है।
•• जन्तूनां वर्गीकरणं पोषणस्य आवासस्य शारीरिकरचनाया: चाधारेषु भवति।
बिहार के गांवों में बहुत-से किसान अतिरिक्त धन कमाने के लिए मधुमक्खी पाल कर शहद एकत्रित करने का काम करते हैं। मधुमक्खी पालन का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर होता है।
•• बिहारस्य ग्रामेषु बहव: कृषका: अधिकधनार्जनाय मधुपालनं कृत्वा मधूनाम् सञ्चयनार्थं कार्यं कुर्वन्ति। मधुमक्षिकापालनस्य कृते उपयुक्त: काल: अक्टूबरमासात् दिसम्बरमासं यावत् भवति।
पानी में रेडियो सक्रिय पदार्थ के अंश घुल जाने के कारण कैंसर , आंख से पानी गिरना और डी.एन.ए विखण्डन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
•• रेडियोधर्मीजलात् कर्करोगः नयनयोजलविसरणम् डीएनए इत्यस्य विखण्डनसदृशीसमस्याः जायन्ते ।
लवण,जो जल का अवशोषण करता है , हाइग्रोस्कोपिक लवण कहलाता है।
•• लवणं , यत् जलस्य अवशोषणं करोति , हाइग्रोस्कोपिक लवणं कथ्यते।
अत्यधिक वर्षा के कारण महासागरों में जल बढ़ता है।
•• अतिवृष्टिकारणतो महासागरेषु जलस्तरस्य वृद्धिर्भवति।
चील बाज गिद्ध जैसे पक्षी हमारी तुलना में चार गुनी अधिक दूरी तक देख सकते हैं।
•• चिल्ल: श्येन: गृध्र: इत्यादिसदृशा: पक्षिण: अस्माकम् अपेक्षया चतुर्गुणाधिकं दूरं यावत् द्रष्टुं शक्नुवन्ति।
परिवर्तन से डरना और संघर्ष से कतराना मनुष्य की सबसे बड़ी कायरता है।
•• परिवर्तनभयं सङ्घर्षपलायनं च लोकस्य महत्तमं भीरुत्वम्।
जीवन का सबसे बड़ा गुरु वक्त होता है , क्योंकि वक्त जो सिखाता है वो कोई नहीं सिखा सकता है।
•• जीवनस्य सर्वोत्तमो गुरु: कालोऽस्ति , यतोहि कालो यत्किमपि पाठयति ,अन्य: कोऽपि पाठयितुं न शक्नोति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
•• कस्मैचित् विशिष्टोद्देशाय पशूनां पालनपोषणं पशुपालनं कथ्यते।
जन्तुओं का वर्गीकरण पोषण,आवास और शारीरिक रचना के आधारों पर होता है।
•• जन्तूनां वर्गीकरणं पोषणस्य आवासस्य शारीरिकरचनाया: चाधारेषु भवति।
बिहार के गांवों में बहुत-से किसान अतिरिक्त धन कमाने के लिए मधुमक्खी पाल कर शहद एकत्रित करने का काम करते हैं। मधुमक्खी पालन का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर होता है।
•• बिहारस्य ग्रामेषु बहव: कृषका: अधिकधनार्जनाय मधुपालनं कृत्वा मधूनाम् सञ्चयनार्थं कार्यं कुर्वन्ति। मधुमक्षिकापालनस्य कृते उपयुक्त: काल: अक्टूबरमासात् दिसम्बरमासं यावत् भवति।
पानी में रेडियो सक्रिय पदार्थ के अंश घुल जाने के कारण कैंसर , आंख से पानी गिरना और डी.एन.ए विखण्डन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
•• रेडियोधर्मीजलात् कर्करोगः नयनयोजलविसरणम् डीएनए इत्यस्य विखण्डनसदृशीसमस्याः जायन्ते ।
लवण,जो जल का अवशोषण करता है , हाइग्रोस्कोपिक लवण कहलाता है।
•• लवणं , यत् जलस्य अवशोषणं करोति , हाइग्रोस्कोपिक लवणं कथ्यते।
अत्यधिक वर्षा के कारण महासागरों में जल बढ़ता है।
•• अतिवृष्टिकारणतो महासागरेषु जलस्तरस्य वृद्धिर्भवति।
चील बाज गिद्ध जैसे पक्षी हमारी तुलना में चार गुनी अधिक दूरी तक देख सकते हैं।
•• चिल्ल: श्येन: गृध्र: इत्यादिसदृशा: पक्षिण: अस्माकम् अपेक्षया चतुर्गुणाधिकं दूरं यावत् द्रष्टुं शक्नुवन्ति।
परिवर्तन से डरना और संघर्ष से कतराना मनुष्य की सबसे बड़ी कायरता है।
•• परिवर्तनभयं सङ्घर्षपलायनं च लोकस्य महत्तमं भीरुत्वम्।
जीवन का सबसे बड़ा गुरु वक्त होता है , क्योंकि वक्त जो सिखाता है वो कोई नहीं सिखा सकता है।
•• जीवनस्य सर्वोत्तमो गुरु: कालोऽस्ति , यतोहि कालो यत्किमपि पाठयति ,अन्य: कोऽपि पाठयितुं न शक्नोति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
काचन स्त्री वैद्यालयं गत्वा वैद्यं पृच्छति, “भोः, किमिदं कृतं भवता? यावत् भवता मम भर्तरि शस्त्रचिकित्सा कृता तदा प्रभृति सः मयि औदासीन्यं दर्शयति, विरक्त इव भाति । विषण्णोऽहं भृशम्” इति । वैद्यः प्रतिवदति, “देवि, मया किंचिदपि दुष्कर्म न कृतम् । सः क्षीणदृष्टिरासीत् । तस्य दृष्टिः यथा सामान्या भवति तथा तस्य नयनयोः शस्त्रचिकित्सा कृता खलु “ इति ।
~ जी एस् एस् मूर्तिः
#hasya
~ जी एस् एस् मूर्तिः
#hasya
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳ 45 निमेषाः
🕛 IST 12:00 PM
🔰 मन्दिरविवरणम्
🗓 ११ जन्वरी २०२३, बुधवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन (कस्यचित् प्रसिद्धस्य मन्दिरस्य विवरणं कुर्वन्तु)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇👇👇👇👇
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳ 45 निमेषाः
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🔰 मन्दिरविवरणम्
🗓 ११ जन्वरी २०२३, बुधवासरः
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वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
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सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
🚩जय सत्य सनातन 🚩
🚩आज की हिन्दी तिथि 🚩
🌥️ 🚩 युगाब्द - ५१२४
🌥️ 🚩 शक संवत - १९४४
🌥️ 🚩 विक्रम संवत - २०७९
⛅ 🚩 तिथि - चतुर्थी दोपहर 02:31 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅ दिनांक - 11 जनवरी 2023
⛅ दिन - बुधवार
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - माघ
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - मघा सुबह 11:50 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - आयुष्मान दोपहर 12:02 तक तत्पश्चात सौभाग्य
⛅ राहु काल - दोपहर 12:48 से 02:09 तक
⛅ सूर्योदय - 07:23
⛅ सूर्यास्त - 06:12
⛅ चंद्रोदय - रात्रि 10:00
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:30 तक
🚩आज की हिन्दी तिथि 🚩
🌥️ 🚩 युगाब्द - ५१२४
🌥️ 🚩 शक संवत - १९४४
🌥️ 🚩 विक्रम संवत - २०७९
⛅ 🚩 तिथि - चतुर्थी दोपहर 02:31 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅ दिनांक - 11 जनवरी 2023
⛅ दिन - बुधवार
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - माघ
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - मघा सुबह 11:50 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - आयुष्मान दोपहर 12:02 तक तत्पश्चात सौभाग्य
⛅ राहु काल - दोपहर 12:48 से 02:09 तक
⛅ सूर्योदय - 07:23
⛅ सूर्यास्त - 06:12
⛅ चंद्रोदय - रात्रि 10:00
⛅ दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:30 तक
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🔆 प्रलयसमये समुद्राः अपि स्वीयानां सीमाः अभिवर्धन्ते (surpass), विकारं च प्राप्नुवन्ति। परन्तु श्रेष्ठजनाः आपद्कालेऽपि उत्तमगुणान् न त्यजन्ति, कदापि विकारं न प्राप्नुवन्ति।
♦️Pralayĕ bhinamaryādā bhavanti kila sāgarāḥ Sāgarā bhēdamicchanti pralayēpi na sādhavaḥ.
CHANAKYA NEETI 3.6
⚜At the time of the Pralaya (universal destruction) the oceans are to exceed their limits and seek to change, but a saintly man never changes.
⚜समुद्र भी प्रलय की स्थिति में अपनी मर्यादा का उल्लंघन कर देते हैं और किनारों को लांघकर सारे प्रदेश में फैल जाते हैं, परंतु सज्जन व्यक्ति प्रलय के समान भयंकर विपत्ति और कष्ट आपने पर भी अपनी सीमा में ही रहते हैं, अपनी मर्यादा नहीं
छोड़ते।
#Subhashitam
प्रलये भिन्नमर्यादा भवन्ति किल सागराः।
सागरा भेदमिच्छन्ति प्रलयेऽपि न साधवः
।।🔆 प्रलयसमये समुद्राः अपि स्वीयानां सीमाः अभिवर्धन्ते (surpass), विकारं च प्राप्नुवन्ति। परन्तु श्रेष्ठजनाः आपद्कालेऽपि उत्तमगुणान् न त्यजन्ति, कदापि विकारं न प्राप्नुवन्ति।
♦️Pralayĕ bhinamaryādā bhavanti kila sāgarāḥ Sāgarā bhēdamicchanti pralayēpi na sādhavaḥ.
CHANAKYA NEETI 3.6
⚜At the time of the Pralaya (universal destruction) the oceans are to exceed their limits and seek to change, but a saintly man never changes.
⚜समुद्र भी प्रलय की स्थिति में अपनी मर्यादा का उल्लंघन कर देते हैं और किनारों को लांघकर सारे प्रदेश में फैल जाते हैं, परंतु सज्जन व्यक्ति प्रलय के समान भयंकर विपत्ति और कष्ट आपने पर भी अपनी सीमा में ही रहते हैं, अपनी मर्यादा नहीं
छोड़ते।
#Subhashitam
भवन्तः तानि वस्तूनि अद्य लभेरन्।
कः लकारः उक्तः क्रियापदे।
कः लकारः उक्तः क्रियापदे।
Anonymous Quiz
66%
विधिलिङ्गलकारः
10%
लृट्लकारः
7%
लुट्लकारः
15%
आशीर्लिङ्गलकारः
2%
लकारः नो उक्तः
भारत में ही नहीं विश्व भर में कोई भी बिज़नेस किसी अकाउंटेंट के बिना नहीं चल सकता है।
•• न केवलं भारतवर्षे ,अपितु सकलजगति कश्चनापि व्यवसाय: कञ्चन गणनानिरीक्षकं विना चलितुं सम्भवो नास्ति।
प्रत्येक व्यापारी या व्यवसायी को अपने व्यापार के एकाउंट्स की देखरेख के लिए अकाउंटेंट की आवश्यकता होती है।
•• प्रत्येकं व्यापारिणे व्यवसायिने वा आत्मनो व्यापारास्य निरीक्षणाय गणनानिरीक्षक: आवश्यको भवति।
यदि आपकी रुचि भी एकाउंट्स में है और आप एक अकाउंटेंट के रूप में अपना कैरियर विकल्प चुनना चाहते हैं तो यहाँ पर आपको अकाउंटेंट बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
•• यदि भवतो रूचिरपि लेखाकार्ये स्यात् तथा भवान् एकस्य गणनानिरीक्षकरूपेण आत्मन: भविष्यनिर्माणं विकल्परूपेण चेतुमिच्छेत् , तर्हि अत्र भवान् गणनानिरीक्षकभवनेन सम्बन्धितं सर्वं सञ्ज्ञानं प्राप्येत्।
अतः आइये जानते हैं कि अकाउंटेंट (Accountant) क्या होता है और अकाउंटेंट कैसे बनें ?
•• अतः आगच्छतु , जानीमो यत् गणनानिरीक्षको को भवति तथा गणनानिरीक्षक: कथं भवतु ?
अकाउंटेंट बनने की योग्यता और प्रक्रिया जानने से पहले आइये यह जान लेते हैं कि अकाउंटेंट होता क्या है और वह क्या काम करता है।
•• गणनानिरीक्षको भवितुं योग्यताया: प्रक्रियायाश्च ज्ञानात् पूर्वम् , आगच्छन्तु , एतत् जानीमो यत् गणनानिरीक्षको को भवति तथा स किं कार्यं करोति?
अकाउंटेंट, किसी भी कंपनी या बिज़नेस इकाई का एक ऐसा कर्मचारी होता है जो उस कंपनी या व्यापार इकाई के सभी लेखा खातों और वित्त संबंधी कार्यों को तैयार करता या करवाता है और उनका रख-रखाव करता है।
•• गणनानिरीक्षक: , कस्यचिदपि निर्माणशालाया: व्यापारिकसंस्थानस्य एक: एतादृश: कर्मचारी भवति य: तस्य निर्माणशालाया: वाणिज्यसंस्थानस्य सर्वाणि लेखासंख्यानानि वित्तीयकार्यान् च सज्जीकरोति सज्जीकारयति वा तथा तेषां संरक्षणं करोति।
चूँकि अकाउंटेंट किसी भी बिज़नेस इकाई के लेखा और वित्तीय कार्यों से जुड़ा होता है, अतः अकाउंटेंट को सम्बंधित खातों आदि की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।
•• यद्यपि गणनानिरीक्षक: कस्यचिदपि व्यापारिकसंस्थानस्य लेखाकार्यै: वित्तीयकार्यै: वा सम्बद्धो भवति, अतः गणनानिरीक्षकाय सम्बन्धितलेखादिनां ज्ञानम् अत्यावश्यकमस्ति।
इसके लिए एक अकाउंटेंट को विशिष्ट पढ़ाई और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
•• अस्य कृते एकस्मै गणनानिरीक्षकाय विशिष्टाध्ययनं प्रशिक्षणं चावश्यके स्त:।
अतः आइये आगे जानते हैं कि अकाउंटेंट कैसे बनें या अकाउन्टेन्ट बनने के लिए कौन से कोर्स या पढाई करें, आदि ।
•• अतः आगच्छन्तु , अग्रे जानीमो यत् गणनानिरीक्षक: कथं भवतु उत गणनानिरीक्षको भवितुं कस्यचित् पाठ्यक्रमस्य अध्ययनं कुर्यात् इति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
•• न केवलं भारतवर्षे ,अपितु सकलजगति कश्चनापि व्यवसाय: कञ्चन गणनानिरीक्षकं विना चलितुं सम्भवो नास्ति।
प्रत्येक व्यापारी या व्यवसायी को अपने व्यापार के एकाउंट्स की देखरेख के लिए अकाउंटेंट की आवश्यकता होती है।
•• प्रत्येकं व्यापारिणे व्यवसायिने वा आत्मनो व्यापारास्य निरीक्षणाय गणनानिरीक्षक: आवश्यको भवति।
यदि आपकी रुचि भी एकाउंट्स में है और आप एक अकाउंटेंट के रूप में अपना कैरियर विकल्प चुनना चाहते हैं तो यहाँ पर आपको अकाउंटेंट बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
•• यदि भवतो रूचिरपि लेखाकार्ये स्यात् तथा भवान् एकस्य गणनानिरीक्षकरूपेण आत्मन: भविष्यनिर्माणं विकल्परूपेण चेतुमिच्छेत् , तर्हि अत्र भवान् गणनानिरीक्षकभवनेन सम्बन्धितं सर्वं सञ्ज्ञानं प्राप्येत्।
अतः आइये जानते हैं कि अकाउंटेंट (Accountant) क्या होता है और अकाउंटेंट कैसे बनें ?
•• अतः आगच्छतु , जानीमो यत् गणनानिरीक्षको को भवति तथा गणनानिरीक्षक: कथं भवतु ?
अकाउंटेंट बनने की योग्यता और प्रक्रिया जानने से पहले आइये यह जान लेते हैं कि अकाउंटेंट होता क्या है और वह क्या काम करता है।
•• गणनानिरीक्षको भवितुं योग्यताया: प्रक्रियायाश्च ज्ञानात् पूर्वम् , आगच्छन्तु , एतत् जानीमो यत् गणनानिरीक्षको को भवति तथा स किं कार्यं करोति?
अकाउंटेंट, किसी भी कंपनी या बिज़नेस इकाई का एक ऐसा कर्मचारी होता है जो उस कंपनी या व्यापार इकाई के सभी लेखा खातों और वित्त संबंधी कार्यों को तैयार करता या करवाता है और उनका रख-रखाव करता है।
•• गणनानिरीक्षक: , कस्यचिदपि निर्माणशालाया: व्यापारिकसंस्थानस्य एक: एतादृश: कर्मचारी भवति य: तस्य निर्माणशालाया: वाणिज्यसंस्थानस्य सर्वाणि लेखासंख्यानानि वित्तीयकार्यान् च सज्जीकरोति सज्जीकारयति वा तथा तेषां संरक्षणं करोति।
चूँकि अकाउंटेंट किसी भी बिज़नेस इकाई के लेखा और वित्तीय कार्यों से जुड़ा होता है, अतः अकाउंटेंट को सम्बंधित खातों आदि की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।
•• यद्यपि गणनानिरीक्षक: कस्यचिदपि व्यापारिकसंस्थानस्य लेखाकार्यै: वित्तीयकार्यै: वा सम्बद्धो भवति, अतः गणनानिरीक्षकाय सम्बन्धितलेखादिनां ज्ञानम् अत्यावश्यकमस्ति।
इसके लिए एक अकाउंटेंट को विशिष्ट पढ़ाई और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
•• अस्य कृते एकस्मै गणनानिरीक्षकाय विशिष्टाध्ययनं प्रशिक्षणं चावश्यके स्त:।
अतः आइये आगे जानते हैं कि अकाउंटेंट कैसे बनें या अकाउन्टेन्ट बनने के लिए कौन से कोर्स या पढाई करें, आदि ।
•• अतः आगच्छन्तु , अग्रे जानीमो यत् गणनानिरीक्षक: कथं भवतु उत गणनानिरीक्षको भवितुं कस्यचित् पाठ्यक्रमस्य अध्ययनं कुर्यात् इति।
~उमेशगुप्तः
#vakyabhyas
@samskrt_samvadah प्रारंभ करता है, संस्कृताश्रमः - संस्कृतशिक्षण की लघु कक्षाऐं
⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰अन्वयः
🗓 ११ जन्वरी 2022, बुधवासरः
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
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https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=a5962d38e0f292a91c
🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब प्लेलिस्ट पर डाली जायेगी
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⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰अन्वयः
🗓 ११ जन्वरी 2022, बुधवासरः
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
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