संस्कृत संवादः । Sanskrit Samvadah
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वृद्धौ बयस्यौ परस्परम् संलपन्तौ आस्ताम् ।

’देवदत्त, अहो कालस्य महिमा, अस्मद्वयस्येषु बहवो दिवं गताः । परंत्वहं अस्मद्वयस्यस्य ब्रह्मदत्तस्य मरणं भूयो भूयो शोचामि ।’

’कुत इत्थं, वयस्य ?’

’ब्रह्मदत्ते उपरते अहं तस्य विधवां पर्यणयं खलु ।’

~ जी एस् एस् मूर्तिः

#hasya
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.

यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा। 
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।। 

45 निमेषाः
🕛 IST 12:00 PM   
🔰 नौसेना
🗓 05 दिसम्बर 2022, सोमवासरः

🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.

📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन(भारतीयनौसेनायाः पराक्रमकार्याणि अथवा युद्धविवरणं कर्तुं शक्नुमः)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।

वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु

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सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
🚩जय सत्य सनातन🚩

🚩आज की हिंदी तिथि

🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
🚩नक्षत्र - अश्विनी सुबह 07:15 तक तत्पश्चात भरणी

दिनांक - 05 दिसम्बर 2022
दिन - सोमवार
शक संवत् - 1944
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - शुक्ल
तिथि - त्रयोदशी 06 दिसम्बर सुबह 06:47 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
योग - परिघ 06 दिसम्बर प्रातः 03:08 तक तत्पश्चात शिव
राहु काल - सुबह 08:27 से 09:48 तक
सूर्योदय - 07:06
सूर्यास्त - 05:54
दिशा शूल - पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:21 से 06:14 तक
🍃न स्थिरं क्षणमप्येकं उदकं तु यथोर्मिभिः।
वाताहतं तथा चित्तं तस्मात्तस्य न विश्वसेत्


🔆 यथा वायुकारणेन जलं कदापि स्थिरं न तिष्ठति तथैव अस्माकं मनः अपि न कदाचन स्थिरं तिष्ठति अतः सर्वदैव तस्य निग्रहणस्य प्रयासः विधातव्यः।

जब हवा बहती है, तब जल क्षण भर भी स्थिर नहीं रहता । हमारा मन भी ऐसा ही है, वह प्रत्येक क्षण बदलता रहता है, वह विश्वसनीय नहीं है (तात्पर्य यह कि मन पर नियंत्रण आवश्यक है)"।

#Subhashitam
माता वानरं पप्रच्छ।
वाक्ये को लकारो वर्तते।
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आधुनिक युग के दौर में मानव विकास के पथ पर तेजी से दौड़ रहा है और वह इस दौड़ में अपने पैरो तले क्या क्या कुचल रहा है ? यह भी उसे नहीं मालूम है और यही विकास उसके विनाश का कारण बन रही है |
•• आधुनिकयुगेऽस्मिन् मानव: विकासस्य पथि वेगेन धावति तथा स: अस्यां स्पर्धायां स्वस्य हानिं स्वयमेव करोति।इदमपि स नैव जानाति यत् अयं विकास: तस्य विनाशस्य कारणं भवति।

आजकल प्रायः यह देखा जा रहा है कि आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति कई स्थानों पर मकान बना कर वैसे ही छोड़ देते है, भले ही उस मकान में रहने वाला कोई नहीं है।
•• अद्यत्वे प्राय: एतद् दृश्यते यत् आर्थिकसम्पन्नजना: अनेकेषु स्थानेषु गृहनिर्माणं कृत्वा तत्र तथैव स्थापयति,काममेव तस्मिन् गृहे कोऽपि जन: न निवसेत्।

वैसे यह कार्य मैदानी भागो में अधिक देखने को मिल रहा है जिससे भारी मात्रा में उपजाऊ भूमि का नुकसान हो रहा है |
•• तथैव एतत् कार्यं समभूमिक्षेत्रेषु अधिकाधिकं द्रष्टुं प्राप्यते येन उत्पादिकाभूमि: नष्टा भवति(नश्यति)।

आजकल जिस मनुष्य के पास एक से अधिक मकान है, वह अपने आप को ज्यादा गौरवशाली समझता है और उसे समाज में काफी प्रतिष्ठा मिलती है |
•• अद्यत्वे यस्य मनुष्यस्य पार्श्वे एकाधिकं गृहमस्ति ,सः स्वयमेव अति प्रतिष्ठितम् अवगच्छति तथा समाजे तम् अधिका प्रतिष्ठा मिलति।

आधुनिक युग में इस बढ़ती जनसख्या से भविष्य में यह चिंता का विषय है कि मनुष्य आने वाले समय में क्या खायेगा कहाँ रहेगा।
•• आधुनिकयुगे एतस्या: वर्धमानाया: जनसंख्याया: भविष्याय एष चिन्तनीयविषय: अस्ति यत् आगामिनि काले मनुष्य: किं खादिता कुत्र च निवसिता ?

विश्व मे आर्थिक विकास और टेक्नॉलाजी विकास की होड़ लगी हुई है।
•• विश्वे आर्थिकविकासाय तकनीकिविकासाय च महती प्रतिस्पर्धा वर्तमानास्ति।

कोई भी देश इससे अछूता नही है।
•• कञ्चनापि राष्ट्रम् अनेन अस्पृष्टं नास्ति।

विश्व मे अधिकांश जनसंख्या मैदानी भागों में रहती है और उत्पादन भी सर्वाधिक मैदानी भागों से ही होता है।
•• जगति अधिकांशतः जना: समभूमिक्षेत्रेषु वसन्ति तथा सर्वाधिकम् उत्पादनमपि समभूमिक्षेत्रेभ्य: एव भवति।

इस संदर्भ में माल्थस ने बताया है कि जनसंख्या ज्यामितीय क्रम में तथा खाद्यान्न गणितीय क्रम में बढ़ रहा है।
•• अस्मिन सन्दर्भे माल्थस: ज्ञापितवान् यत् जनसंख्या ज्यामितीयक्रमानुसारं खाद्यान्नं च गणितीयक्रमानुसारं वर्धते।

यह भी सोचने का विषय है कि हर जगह कारखाने ही स्थापित हो जाएंगे तो खाद्यान्न का उत्पादन कहाँ होगा? और इन कारखानों को कच्चा माल कहाँ से प्राप्त होगा?
•• एष: अपि चिन्तनीयविषय: अस्ति यत् यदि सर्वत्र कार्याशाला: एव स्थापिताः भवेयु: तर्हि खाद्यान्नस्य उत्पादनं कुत्र भवेत् ? तथा कार्यशालाभि: उत्पादनसामग्री कुत: प्राप्स्यते ?

#vakyabhyas
Live stream scheduled for
@samskrt_samvadah प्रारंभ करता है, संस्कृताश्रमः - संस्कृतशिक्षण की लघु कक्षाऐं

20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰गुणसन्धिः
🗓 05 दिसम्बर 2022, सोमवासरः


कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
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