🍃
🔅अग्रे विघ्नाः भवेयुः इति भयेन नीचाः कार्यस्य आरम्भम् एव न कुर्वन्ति। मध्यमाः कार्यस्य आरम्भं कुर्वन्ति किन्तु यदा विघ्नाः आपतन्ति तदा मध्ये एव कार्यं त्यजन्ति । उत्तमाः जनाः पुनः पुनः विघ्नाः आपतन्ति चेदपि प्रारब्धं कार्यं नैव त्यजन्ति।
🌷 निम्न लोग भय के कारण कार्य आरम्भ नहीं करते। मध्यम वर्ग के लोग काम आरम्भ करते हैं लेकिन संकट आने पर छोड़ देते हैं। अच्छे लोग बार-बार संकट का सामना करते हुए भी काम नहीं छोड़ते।
🌹 Inferior people don't start work due to fear of crises. Middle-class people start work but abandon it when faced with a crisis. Good men, however, persist and don't give up, even when crises occur repeatedly.
#Subhashitam
प्रारभ्यते न खलु विघ्नभयेन नीचैः
प्रारभ्य विघ्नविहता विरमन्ति मध्या:।
विघ्नैः पुनः पुनरपि प्रतिहन्यमानाः
प्रारब्धमुत्तमजना: न परित्यजन्ति
॥🔅अग्रे विघ्नाः भवेयुः इति भयेन नीचाः कार्यस्य आरम्भम् एव न कुर्वन्ति। मध्यमाः कार्यस्य आरम्भं कुर्वन्ति किन्तु यदा विघ्नाः आपतन्ति तदा मध्ये एव कार्यं त्यजन्ति । उत्तमाः जनाः पुनः पुनः विघ्नाः आपतन्ति चेदपि प्रारब्धं कार्यं नैव त्यजन्ति।
🌷 निम्न लोग भय के कारण कार्य आरम्भ नहीं करते। मध्यम वर्ग के लोग काम आरम्भ करते हैं लेकिन संकट आने पर छोड़ देते हैं। अच्छे लोग बार-बार संकट का सामना करते हुए भी काम नहीं छोड़ते।
🌹 Inferior people don't start work due to fear of crises. Middle-class people start work but abandon it when faced with a crisis. Good men, however, persist and don't give up, even when crises occur repeatedly.
#Subhashitam
कः समयः।
Anonymous Quiz
6%
पञ्चोनैकादशवादनम्
44%
दशोनैकादशवादनम्
41%
दशोनेकादशवादनम्
10%
पादोनैकादशवादनम्
संस्कृतानन्दः
यः विद्यार्जने एव जीवनं यापयति सः विद्यार्थी भवति।
= जो विद्या अर्जन में ही जीवन बिताता है वह विद्यार्थी है।
विद्यार्थी विद्यां विहाय अन्यद् किमपि न चिन्तयति।
= विद्यार्थी विद्या के सिवा और कुछ नहीं सोचता है।
आदिनं सः अध्ययनरतः भवति।
= पूरा दिन वह अध्ययनरत रहता है।
गुरुणा यत्किमपि पाठ्यते तत् ध्यानपूर्वकं श्रृणोति।
= गुरु जो भी पढ़ाते हैं उसे वह ध्यानपूर्वक सुनता है।
गुरुः यत् पाठयति तस्य पुनराभ्यासं करोति।
= गुरुजी जो पढ़ाते हैं उसका वह पुनः अभ्यास करता है।
पुस्तकानि तस्य मित्राणि भवन्ति।
= पुस्तकें उसकी मित्र होती हैं।
विद्यार्थिनः दिनचर्या अपि श्रेष्ठा भवति।
= विद्यार्थी की दिनचर्या भी श्रेष्ठ होती है।
यः विद्यार्थी प्रातः शीघ्रम् उत्थाय अध्ययनं करोति सः सुयोग्यः भवति।
= जो विद्यार्थी प्रातः जल्दी जागकर अध्ययन करता है वह सुयोग्य बनता है।
धनार्जनस्य चिन्ता विद्यार्थिना कदापि न करणीया।
= धन कमाने की चिन्ता विद्यार्थी को नहीं करनी चाहिये।
सुयोग्यः विद्यार्थी एव राष्ट्रस्य उन्नतिं कर्तुं सक्षमः भवति।
= सुयोग्य विद्यार्थी ही राष्ट्र की उन्नति करने में सक्षम होता है।
संस्कृतानन्दः
आचार्य प्रद्युम्नमहाभागं सर्वे जानन्ति।
= आचार्य प्रद्युम्न जी को सभी जानते हैं।
प्रायः वयं एतं स्वामिनं आचार्यरामदेवस्वामिना सह पश्यामः।
= प्रायः हम इन स्वामी जी को आचार्य रामदेव जी के साथ देखते हैं।
एतेषां मननीयं व्याख्यानं वयम् आस्था माध्यमेन श्रृणुमः।
= इनका मननीय व्यख्यान हम आस्था चैनल द्वारा सुनते हैं।
एते वैदिकविद्वान्सः सन्ति।
= ये वैदिक विद्वान हैं।
गतसप्ताहे कर्नाटके बेंगलुरुनगरे एतेभ्यः "डी.लिट्" इति पदवी प्रदत्ता।
= पिछले सप्ताह कर्नाटक में बेंगलुरू नगर में इनको "डी. लिट्" पदवी प्रदान की गई।
कर्णाटकराज्यस्य संस्कृतविश्वविद्यालयेन एषा पदवी प्रदत्ता।
= कर्नाटक राज्य के संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा यह पदवी प्रदान की गई।
अस्माकम् उपराष्ट्रपतिः श्रीमन् वेंकैया नायडू महोदयः उपस्थितः आसीत्।
= हमारे उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपतिमहाभागानां शुभहस्तैः पदवीप्रदानं कृतम्।
= उपराष्ट्रपति महोदय के शुभ हाथों द्वारा पदवी प्रदान की गई।
आचार्यः प्रद्युम्नः सर्वदा वेदानाम् अध्ययने एव रतः भवति।
= आचार्य प्रद्युम्न जी सर्वदा वेदों के अध्ययन में ही रत रहते हैं।
बहु सरलरीत्या , सहजभावेन च ते वेदान् पाठयन्ति।
= बहुत सरल रीति से , सहज भाव से वे वेद पढ़ाते हैं।
वयं सर्वे आचार्येभ्यः कोटिशः अभिनन्दनानि व्याहरामः।
= हम सभी आचार्य जी को कोटि कोटि अभिनन्द देते हैं।
#vakyabhyas
यः विद्यार्जने एव जीवनं यापयति सः विद्यार्थी भवति।
= जो विद्या अर्जन में ही जीवन बिताता है वह विद्यार्थी है।
विद्यार्थी विद्यां विहाय अन्यद् किमपि न चिन्तयति।
= विद्यार्थी विद्या के सिवा और कुछ नहीं सोचता है।
आदिनं सः अध्ययनरतः भवति।
= पूरा दिन वह अध्ययनरत रहता है।
गुरुणा यत्किमपि पाठ्यते तत् ध्यानपूर्वकं श्रृणोति।
= गुरु जो भी पढ़ाते हैं उसे वह ध्यानपूर्वक सुनता है।
गुरुः यत् पाठयति तस्य पुनराभ्यासं करोति।
= गुरुजी जो पढ़ाते हैं उसका वह पुनः अभ्यास करता है।
पुस्तकानि तस्य मित्राणि भवन्ति।
= पुस्तकें उसकी मित्र होती हैं।
विद्यार्थिनः दिनचर्या अपि श्रेष्ठा भवति।
= विद्यार्थी की दिनचर्या भी श्रेष्ठ होती है।
यः विद्यार्थी प्रातः शीघ्रम् उत्थाय अध्ययनं करोति सः सुयोग्यः भवति।
= जो विद्यार्थी प्रातः जल्दी जागकर अध्ययन करता है वह सुयोग्य बनता है।
धनार्जनस्य चिन्ता विद्यार्थिना कदापि न करणीया।
= धन कमाने की चिन्ता विद्यार्थी को नहीं करनी चाहिये।
सुयोग्यः विद्यार्थी एव राष्ट्रस्य उन्नतिं कर्तुं सक्षमः भवति।
= सुयोग्य विद्यार्थी ही राष्ट्र की उन्नति करने में सक्षम होता है।
संस्कृतानन्दः
आचार्य प्रद्युम्नमहाभागं सर्वे जानन्ति।
= आचार्य प्रद्युम्न जी को सभी जानते हैं।
प्रायः वयं एतं स्वामिनं आचार्यरामदेवस्वामिना सह पश्यामः।
= प्रायः हम इन स्वामी जी को आचार्य रामदेव जी के साथ देखते हैं।
एतेषां मननीयं व्याख्यानं वयम् आस्था माध्यमेन श्रृणुमः।
= इनका मननीय व्यख्यान हम आस्था चैनल द्वारा सुनते हैं।
एते वैदिकविद्वान्सः सन्ति।
= ये वैदिक विद्वान हैं।
गतसप्ताहे कर्नाटके बेंगलुरुनगरे एतेभ्यः "डी.लिट्" इति पदवी प्रदत्ता।
= पिछले सप्ताह कर्नाटक में बेंगलुरू नगर में इनको "डी. लिट्" पदवी प्रदान की गई।
कर्णाटकराज्यस्य संस्कृतविश्वविद्यालयेन एषा पदवी प्रदत्ता।
= कर्नाटक राज्य के संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा यह पदवी प्रदान की गई।
अस्माकम् उपराष्ट्रपतिः श्रीमन् वेंकैया नायडू महोदयः उपस्थितः आसीत्।
= हमारे उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपतिमहाभागानां शुभहस्तैः पदवीप्रदानं कृतम्।
= उपराष्ट्रपति महोदय के शुभ हाथों द्वारा पदवी प्रदान की गई।
आचार्यः प्रद्युम्नः सर्वदा वेदानाम् अध्ययने एव रतः भवति।
= आचार्य प्रद्युम्न जी सर्वदा वेदों के अध्ययन में ही रत रहते हैं।
बहु सरलरीत्या , सहजभावेन च ते वेदान् पाठयन्ति।
= बहुत सरल रीति से , सहज भाव से वे वेद पढ़ाते हैं।
वयं सर्वे आचार्येभ्यः कोटिशः अभिनन्दनानि व्याहरामः।
= हम सभी आचार्य जी को कोटि कोटि अभिनन्द देते हैं।
#vakyabhyas
@samskrt_samvadah प्रारंभ करता है, संस्कृताश्रमः - संस्कृतशिक्षण की लघु कक्षाऐं
⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰उपसर्गाः
🗓 22 जुलै 2022, शुक्रवासरः
🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब प्लेलिस्ट पर डाली जायेगी
https://youtube.com/playlist?list=PL6OCpxoxDlOZwPLLcoB8TtdqgxmdSR-7c
https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=a5962d38e0f292a91c
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
⏳20 मिनट
🕚 09:00 PM 🇮🇳
🔰उपसर्गाः
🗓 22 जुलै 2022, शुक्रवासरः
🔴 कक्षाओं की प्रति हमारे युट्युब प्लेलिस्ट पर डाली जायेगी
https://youtube.com/playlist?list=PL6OCpxoxDlOZwPLLcoB8TtdqgxmdSR-7c
https://t.me/samskrt_samvadah?livestream=a5962d38e0f292a91c
कृपया अलार्म लगा लें और विलंब से न आयें।
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
In the exam -
Above average students write what they understood
Average students write what they remember.
The legends (back benchers) create their own answers.
#hasya
Above average students write what they understood
Average students write what they remember.
The legends (back benchers) create their own answers.
#hasya
Forwarded from Bhavani Raman
Teach_Yourself_Sanskrit_संस्कृत_स्वाध्यायः_SANSKRIT_SVADHYAYA_220722.pdf
106.4 KB
🍃
♦️sarvabhutesu yenaikam bhavamavyayamiksate |
avibhaktam vibhaktesu tajjnanam viddhi sattvikam || (18.20)
⚜That by which one sees the one indestructible Reality in all beings, not separate in all the separate beings know thou that knowledge to be Sattvic.(18.20)
⚜जिस ज्ञान से मनुष्य विभक्त रूप में स्थित समस्त भूतों में एक अविभक्त और अविनाशी (अव्यय) स्वरूप को देखता है उस ज्ञान को तुम सात्त्विक जानो।।18.20।।
#geeta
सर्वभूतेषु येनैकं भावमव्ययमीक्षते।
अविभक्तं विभक्तेषु तज्ज्ञानं विद्धि सात्त्विकम्
।।18.20।।♦️sarvabhutesu yenaikam bhavamavyayamiksate |
avibhaktam vibhaktesu tajjnanam viddhi sattvikam || (18.20)
⚜That by which one sees the one indestructible Reality in all beings, not separate in all the separate beings know thou that knowledge to be Sattvic.(18.20)
⚜जिस ज्ञान से मनुष्य विभक्त रूप में स्थित समस्त भूतों में एक अविभक्त और अविनाशी (अव्यय) स्वरूप को देखता है उस ज्ञान को तुम सात्त्विक जानो।।18.20।।
#geeta
🍃
♦️prthaktvena tu yajjnanam nanabhavanprthagvidhan |
vetti sarvesu bhutesu tajjnanam viddhi rajasam || (18.21)
⚜But that knowledge which sees in all beings various entities of distinct kinds as different from one another know thou that knowledge to be Rajasic.(18.21)
⚜जिस ज्ञान के द्वारा मनुष्य समस्त भूतों में नाना भावों को पृथक्पृथक् जानता है उस ज्ञान को तुम राजस जानो।।18.21।।
#geeta
पृथक्त्वेन तु यज्ज्ञानं नानाभावान्पृथग्विधान्।
वेत्ति सर्वेषु भूतेषु तज्ज्ञानं विद्धि राजसम्
।।18.21।।♦️prthaktvena tu yajjnanam nanabhavanprthagvidhan |
vetti sarvesu bhutesu tajjnanam viddhi rajasam || (18.21)
⚜But that knowledge which sees in all beings various entities of distinct kinds as different from one another know thou that knowledge to be Rajasic.(18.21)
⚜जिस ज्ञान के द्वारा मनुष्य समस्त भूतों में नाना भावों को पृथक्पृथक् जानता है उस ज्ञान को तुम राजस जानो।।18.21।।
#geeta
🚩जय सत्य सनातन🚩
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - दशमी सुबह 11:27 तक तत्पश्चात एकादशी
⛅दिनांक - 23 जुलाई 2022
⛅दिन - शनिवार
⛅शक संवत - 1944
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास - श्रावण
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - कृतिका शाम 07:03 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅योग - गण्ड दोपहर 01:08 तक तत्पश्चात वृद्धि
⛅राहु काल - सुबह 09:26 से 11:06 तक
⛅सूर्योदय - 06:06
⛅सूर्यास्त - 07:26
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04:41 से 05:24 तक
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - दशमी सुबह 11:27 तक तत्पश्चात एकादशी
⛅दिनांक - 23 जुलाई 2022
⛅दिन - शनिवार
⛅शक संवत - 1944
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास - श्रावण
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - कृतिका शाम 07:03 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅योग - गण्ड दोपहर 01:08 तक तत्पश्चात वृद्धि
⛅राहु काल - सुबह 09:26 से 11:06 तक
⛅सूर्योदय - 06:06
⛅सूर्यास्त - 07:26
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04:41 से 05:24 तक
@samskrt_samvadah संलापशाला - A Samskrit Voicechat room.
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰प्रदूषणम्
🗓23th July 2022, शनिवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन(वायुजलमृदाप्रदूषणं किमर्थं भवति तथा एतस्य उपायाः के निवारणाय)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_
यदीच्छसि वशीकर्तुं, भाषणमेककर्मणा।
यायास्संलापशालां वै, भवति यत्र भाषणम्।।
⏳45 निमेषाः
🕚 IST 11:00 AM
🔰प्रदूषणम्
🗓23th July 2022, शनिवासरः
🔴Voicechat would be recorded and shared on this channel.
📑यदि शक्येत चेत् संस्कृतेन(वायुजलमृदाप्रदूषणं किमर्थं भवति तथा एतस्य उपायाः के निवारणाय)। चर्चार्थं कृपया पूर्वसिद्धतां कृत्वा आगच्छन्तु।
वयं युष्माकं प्रतीक्षां कुर्मः। 😇
स्मारणतंत्रिकां स्थापयतु ⏰
👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼👇🏼
https://t.me/samskrt_samvadah?voicechat
सङ्ग्रहः
https://archive.org/details/samlapshala_