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जिन्होंने पहले से REET पात्रता पास कर रखी है उनको यह नई पात्रता परीक्षा नहीं देना है
उनको सीधा मुख्य परीक्षा की तैयारी में लग जाना है
हां अनुभव के लिए आप reet पात्रता दे सकते हो.. अगर पास नहीं भी हुए तो भी आपकी पहले वाली पात्रता के आधार पर reet मैंस दे पाओगे.. तो ज्यादा तनाव न लें.. मुख्य परीक्षा की तैयारी में लगे रहें
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राजस्थान के इतिहास की प्रमुख तिथियाँ |
वर्ष। घटनाएं
5000 ई. पू.- कालीबंगा सभ्यता
3500 ई. पू.- आहड़ सभ्यता
1000-600 ई. पू.- आर्य सभ्यता
600-300 ई. पू.- जनपद युग
350-600ई.- गुप्त वंश का हस्तक्षेप
6ठी-7वीं - सदीहूणों के आक्रमण, हूणों व गुर्जरों द्वारा राज्यों की स्थापना, हर्षवर्धन का हस्तक्षेप
728 ई.- बप्पा रावल द्वारा चित्तौड़ में मेवाड़ राज्य की स्थापना
967 ई.- कछवाहा वंश के धोला राय द्वारा आमेर राज्य की स्थापना
1018 ई.- महमूद गजनवी द्वारा प्रतिहार राज्य पर चढ़ाई और विजय
1031 ई.- दिलवाड़ा में विमलशाह ने आदिनाथ मन्दिर का निर्माण करवाया
1113 ई.- अजयराज द्वारा अजमेर (अजमेरु) नगर की स्थापना
1137 ई.- कछवाहा वंश के दुलहराय ने ढूंढाड़ राज्य की स्थापना की
1156 ई.- राव जैसल सिंह द्वारा जैसलमेर की स्थापना
1191 ई.- तराइन का प्रथम युद्ध (पृथ्वीराज ने गौरी को हराया)
1192 ई.- तराइन का द्वितीय युद्ध (मुहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज को
1230 ई.- दिलवाड़ा में तेजपाल व वस्तुपाल द्वारा नेमिनाथ मन्दिर
1234 ई.- राव जैतसिंह द्वारा इल्तुतमिश पर विजय
1237 ई.- राव जैतसिंह द्वारा बलवन पर विजय
1291 ई.- हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन का आक्रमण विफल
1301 ई.- हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन के भतीजे अलाउद्दीन खिलजी का आक्रमण विफल, षड़यन्त्र द्वारा पराजित, रणथम्भौर के किले पर तुर्कों का अधिकार
1303 ई.- राणा रत्नसिंह अलाउद्दीन खिलजी द्वारा पराजित, चित्तौड़ पर खिलजी का अधिकार, चित्तौड़ का नाम बदलकर खिज्राबाद रखा गया
1326 ई.- राणा हम्मीर द्वारा चित्तौड़ पर पुनः आधिपत्य
1433 ई.- कुम्भा मेवाड़ का शासक बना
1440 ई.- महाराणा कुम्भा द्वारा चित्तौड़ के विजय स्तम्भ का निर्माण
1456 ई.- कुम्भा द्वारा मालवा के शासक महमूद खिलजी को हटाना
1459 ई.- राव जोधा द्वारा जोधपुर नगर की स्थापना
1465 ई.- राव बीका ने बीकानेर की नींव डाली,
1488 ई. - में नगर का निर्माण पूर्ण हुआ
1509 ई.- राणा संग्राम सिंह मेवाड़ का शासक बना
1518 ई.- महाराणा जगमल सिंह ने बांसवाड़ा की स्थापना की
1527 ई.- खानवा का युद्ध (राणा सांगा बाबर से पराजित)
1528 ई.- राणा सांगा की मृत्यु
1532 ई.- मालदेव अपने पिता राव गंगा की हत्या कर मारवाड़ का शासक बना
1544 ई.- मालदेव और शेरशाह के मध्य सामेल (जैतारण) का युद्ध, मालदेव पराजित
1547 ई.- भारमल आमेर का शासक बना
1559 ई.- उदयसिंह द्वारा उदयपुर की स्थापना
1562 ई.- आमेर नरेश भारमल की पुत्री का अकबर के साथ विवाह
1564 ई.- राव चन्द्रसेन को पराजित कर जोधपुर पर मुगलों का अधिकार
1572 ई.- उदयसिंह की मृत्यु, महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक, अकबर ने रायसिंह को जोधपुर का शासक नियुक्त किया
1573 ई.- मानसिंह की महाराणा प्रताप से मुलाकात
1576 ई.- हल्दीघाटी का युद्ध, महाराणा प्रताप पराजित
1578 ई.- कुम्भलगढ़ पर मुगल सेना का नियन्त्रण, प्रताप का छाछन की पहाड़ियों में प्रवेश, चावंड को राजधानी बनाना
1580 ई.- अकबर ने अब्दुल रहीम खानखाना को राजस्थान का सूबेदार नियुक्त किया
1589 ई.- आमेर शासक भारमल की मृत्यु, मानसिंह शासक बना
1596 ई.- किशन सिंह ने किशनगढ़ की नींव डाली
1597 ई.- चावंड में महाराणा प्रताप का निधन
1615 ई.- राणा अमर सिंह द्वारा मुगलों से सन्धि
1621 ई.- राजा मिर्जा जयसिंह आमेर का शासक बना
1625 ई.- माधोसिंह ने कोटा की नींव डाली
1660 ई.- राजसिंह ने राजसमन्द की नींव डाली
1691 ई.- राजसिंह द्वारा नाथद्वारा मन्दिर का निर्माण
1727 ई.- सवाई जयसिंह द्वारा जयपुर नगर की स्थापना
1733 ई.- जाट (सिनसिनवार) राजा सूरजमल द्वारा भरतपुर स्थापना
1771 ई.- कछवाहा शासक राव प्रताप सिंह द्वारा अलवर की स्थापना
1803 ई.- दौलत राव सिन्धिया और लॉर्ड लेक के मध्य लस्वरी युद्ध, सिन्धिया पराजित
1818 ई.- झाला वंशजों द्वारा झालावाड़ की स्थापना, मेवाड़ के राजपूतों की ईस्ट इण्डिया कम्पनी से सन्धि
1857 ई.- नसीराबाद में सैनिक विद्रोह
1885 ई.- मेयो कॉलेज की स्थापना
1918 ई.- बिजौलिया किसान आन्दोलन
1945 ई.-‘अखिल भारतीय देशी राज्य लोक परिषद्’ के अन्तर्गत ‘राजपूताना प्रान्तीय सभा’ की स्थापना
1949 ई.- हीरालाल शास्त्री राजस्थान के प्रथम मुख्यमन्त्री बने
पशु परिचर के लिए महत्वपूर्ण इतिहास की घटना
वर्ष। घटनाएं
5000 ई. पू.- कालीबंगा सभ्यता
3500 ई. पू.- आहड़ सभ्यता
1000-600 ई. पू.- आर्य सभ्यता
600-300 ई. पू.- जनपद युग
350-600ई.- गुप्त वंश का हस्तक्षेप
6ठी-7वीं - सदीहूणों के आक्रमण, हूणों व गुर्जरों द्वारा राज्यों की स्थापना, हर्षवर्धन का हस्तक्षेप
728 ई.- बप्पा रावल द्वारा चित्तौड़ में मेवाड़ राज्य की स्थापना
967 ई.- कछवाहा वंश के धोला राय द्वारा आमेर राज्य की स्थापना
1018 ई.- महमूद गजनवी द्वारा प्रतिहार राज्य पर चढ़ाई और विजय
1031 ई.- दिलवाड़ा में विमलशाह ने आदिनाथ मन्दिर का निर्माण करवाया
1113 ई.- अजयराज द्वारा अजमेर (अजमेरु) नगर की स्थापना
1137 ई.- कछवाहा वंश के दुलहराय ने ढूंढाड़ राज्य की स्थापना की
1156 ई.- राव जैसल सिंह द्वारा जैसलमेर की स्थापना
1191 ई.- तराइन का प्रथम युद्ध (पृथ्वीराज ने गौरी को हराया)
1192 ई.- तराइन का द्वितीय युद्ध (मुहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज को
1230 ई.- दिलवाड़ा में तेजपाल व वस्तुपाल द्वारा नेमिनाथ मन्दिर
1234 ई.- राव जैतसिंह द्वारा इल्तुतमिश पर विजय
1237 ई.- राव जैतसिंह द्वारा बलवन पर विजय
1291 ई.- हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन का आक्रमण विफल
1301 ई.- हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन के भतीजे अलाउद्दीन खिलजी का आक्रमण विफल, षड़यन्त्र द्वारा पराजित, रणथम्भौर के किले पर तुर्कों का अधिकार
1303 ई.- राणा रत्नसिंह अलाउद्दीन खिलजी द्वारा पराजित, चित्तौड़ पर खिलजी का अधिकार, चित्तौड़ का नाम बदलकर खिज्राबाद रखा गया
1326 ई.- राणा हम्मीर द्वारा चित्तौड़ पर पुनः आधिपत्य
1433 ई.- कुम्भा मेवाड़ का शासक बना
1440 ई.- महाराणा कुम्भा द्वारा चित्तौड़ के विजय स्तम्भ का निर्माण
1456 ई.- कुम्भा द्वारा मालवा के शासक महमूद खिलजी को हटाना
1459 ई.- राव जोधा द्वारा जोधपुर नगर की स्थापना
1465 ई.- राव बीका ने बीकानेर की नींव डाली,
1488 ई. - में नगर का निर्माण पूर्ण हुआ
1509 ई.- राणा संग्राम सिंह मेवाड़ का शासक बना
1518 ई.- महाराणा जगमल सिंह ने बांसवाड़ा की स्थापना की
1527 ई.- खानवा का युद्ध (राणा सांगा बाबर से पराजित)
1528 ई.- राणा सांगा की मृत्यु
1532 ई.- मालदेव अपने पिता राव गंगा की हत्या कर मारवाड़ का शासक बना
1544 ई.- मालदेव और शेरशाह के मध्य सामेल (जैतारण) का युद्ध, मालदेव पराजित
1547 ई.- भारमल आमेर का शासक बना
1559 ई.- उदयसिंह द्वारा उदयपुर की स्थापना
1562 ई.- आमेर नरेश भारमल की पुत्री का अकबर के साथ विवाह
1564 ई.- राव चन्द्रसेन को पराजित कर जोधपुर पर मुगलों का अधिकार
1572 ई.- उदयसिंह की मृत्यु, महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक, अकबर ने रायसिंह को जोधपुर का शासक नियुक्त किया
1573 ई.- मानसिंह की महाराणा प्रताप से मुलाकात
1576 ई.- हल्दीघाटी का युद्ध, महाराणा प्रताप पराजित
1578 ई.- कुम्भलगढ़ पर मुगल सेना का नियन्त्रण, प्रताप का छाछन की पहाड़ियों में प्रवेश, चावंड को राजधानी बनाना
1580 ई.- अकबर ने अब्दुल रहीम खानखाना को राजस्थान का सूबेदार नियुक्त किया
1589 ई.- आमेर शासक भारमल की मृत्यु, मानसिंह शासक बना
1596 ई.- किशन सिंह ने किशनगढ़ की नींव डाली
1597 ई.- चावंड में महाराणा प्रताप का निधन
1615 ई.- राणा अमर सिंह द्वारा मुगलों से सन्धि
1621 ई.- राजा मिर्जा जयसिंह आमेर का शासक बना
1625 ई.- माधोसिंह ने कोटा की नींव डाली
1660 ई.- राजसिंह ने राजसमन्द की नींव डाली
1691 ई.- राजसिंह द्वारा नाथद्वारा मन्दिर का निर्माण
1727 ई.- सवाई जयसिंह द्वारा जयपुर नगर की स्थापना
1733 ई.- जाट (सिनसिनवार) राजा सूरजमल द्वारा भरतपुर स्थापना
1771 ई.- कछवाहा शासक राव प्रताप सिंह द्वारा अलवर की स्थापना
1803 ई.- दौलत राव सिन्धिया और लॉर्ड लेक के मध्य लस्वरी युद्ध, सिन्धिया पराजित
1818 ई.- झाला वंशजों द्वारा झालावाड़ की स्थापना, मेवाड़ के राजपूतों की ईस्ट इण्डिया कम्पनी से सन्धि
1857 ई.- नसीराबाद में सैनिक विद्रोह
1885 ई.- मेयो कॉलेज की स्थापना
1918 ई.- बिजौलिया किसान आन्दोलन
1945 ई.-‘अखिल भारतीय देशी राज्य लोक परिषद्’ के अन्तर्गत ‘राजपूताना प्रान्तीय सभा’ की स्थापना
1949 ई.- हीरालाल शास्त्री राजस्थान के प्रथम मुख्यमन्त्री बने
पशु परिचर के लिए महत्वपूर्ण इतिहास की घटना
🔰 प्रमुख धार्मिक मेले🔰
1. फूलडोल मेला- शाहपुरा (भीलवाड़ा)- चेत्र कृश्ण प्रथम से पंचमी।
2. घोटिया अम्बा- बाँसवाड़ा- चैत्र अमावस्या
3. कैला देवी- करौली- चैत्र शुक्ल एकम् से दशमी
4. श्री महावीर जी करौली
5. सालासर बालाजी- सूजानगढ़ (चुरू)- चैत्र पूर्णिमा
6. कल्पवृक्ष मेला- मांगलियावास (अजमेर)- हरियाली अमावस्य
7. बुड्ढा जोहड़ मेला- गंगानगर
8. कजली तीज का मेला- बूंदी
9. खाटु श्याम का मेला- सीकर- फाल्गुन कृष्ण एकादशी
10. डिग्गी कल्याण जी का मालपुरा (टोंक)
11. भर्तृहरि मेला- अलवर- भाद्रपद शक्ल अष्टमी
12. भूरिया बाबा का मेला- गौतमेश्वर (सिरोही)
13. सवाई भोज- आंसीद (भीलवाड़ा)
14. सांवरिया जी का मेला- मण्डफिया (चित्तौडगढ़)
15. दशहरा कोटा
16. अन्नकूट मेला- नाथ द्वारा (राजसंमद)
17. पुष्कर- अजमेर- कार्तिक पूर्णिमा
18. बेणेसर- नवाटापुरा (डूंगरपुर) - माघ पूर्णिमा
19. शिवरात्री मेला- शिवाड़ (सवाईमाधोपुर)- फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी
20. कपिल मूनि का मेला- कोलायत (बीकानेर) - कार्तिक पूर्णिमा
21. साहबा मेला- चूरू- सिक्कों का सबसे बड़ा मेला
22. बादशाह मेला- ब्यावर (अजमेर) चैत्र कृष्ण प्रथम
23. रामदेव जी का मेला - रामदेवरा (जैसलमेर) रामदेव जी मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से भाद्रपद शुक्ल एकादशी
1. फूलडोल मेला- शाहपुरा (भीलवाड़ा)- चेत्र कृश्ण प्रथम से पंचमी।
2. घोटिया अम्बा- बाँसवाड़ा- चैत्र अमावस्या
3. कैला देवी- करौली- चैत्र शुक्ल एकम् से दशमी
4. श्री महावीर जी करौली
5. सालासर बालाजी- सूजानगढ़ (चुरू)- चैत्र पूर्णिमा
6. कल्पवृक्ष मेला- मांगलियावास (अजमेर)- हरियाली अमावस्य
7. बुड्ढा जोहड़ मेला- गंगानगर
8. कजली तीज का मेला- बूंदी
9. खाटु श्याम का मेला- सीकर- फाल्गुन कृष्ण एकादशी
10. डिग्गी कल्याण जी का मालपुरा (टोंक)
11. भर्तृहरि मेला- अलवर- भाद्रपद शक्ल अष्टमी
12. भूरिया बाबा का मेला- गौतमेश्वर (सिरोही)
13. सवाई भोज- आंसीद (भीलवाड़ा)
14. सांवरिया जी का मेला- मण्डफिया (चित्तौडगढ़)
15. दशहरा कोटा
16. अन्नकूट मेला- नाथ द्वारा (राजसंमद)
17. पुष्कर- अजमेर- कार्तिक पूर्णिमा
18. बेणेसर- नवाटापुरा (डूंगरपुर) - माघ पूर्णिमा
19. शिवरात्री मेला- शिवाड़ (सवाईमाधोपुर)- फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी
20. कपिल मूनि का मेला- कोलायत (बीकानेर) - कार्तिक पूर्णिमा
21. साहबा मेला- चूरू- सिक्कों का सबसे बड़ा मेला
22. बादशाह मेला- ब्यावर (अजमेर) चैत्र कृष्ण प्रथम
23. रामदेव जी का मेला - रामदेवरा (जैसलमेर) रामदेव जी मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से भाद्रपद शुक्ल एकादशी
स्कूल व्याख्याता (संस्कृत शिक्षा) 2024 परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी
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